FUN-MAZA-MASTI
हेलो दोस्तों…
आशा करता हूँ आप को यह कहानी पसंद आएगी….मैं अपने भाई की शादी में गया हुआ था. वहाँ मिली मुझे एक गाव की गोरी फूलमती… वो लड़की बेहद खूबसूरत थी…। 24 को मेरे भाई की शादी थी। मैं अपने घर से
20 तारीख को ही चला गया। क्योंकि गाव मे अक्सर लड़कियाँ आसानी से अपना सब कुछ दे देती हैं इसलिए मैने जल्दी जाना ठीक समझा।
मैं जिस दिन पहुंचा उसी दिन मेरी नज़र फूलमती पर पड़ी. और उसने मुझे देख कर स्माइल कर दिया. मैने जान लिया की इससे मेरी सेक्स की इच्छा पूरी हो सकती है. जब मैने अपने भाई के दोस्तों से पूछा तो उन्होने बताया की लड़की रंडी है. मैं तो मानो खुशी से उछल गया। मैने उससे पहले दिन ही पटा लिया. और गाव की गोरी को पटाना कोई मुश्किल बात नही होती.
उसी रात मैने उससे भाई के घर के बाहर कमरे मैं बुलाया और सारा इंतजाम कर लिया. हमारे घर के बाहर कमरे के पास लड़कियों का शोचालय था. इसलिए रात को उसको आने जाने से कोई कुछ नही बोलेगा. यह हमने बनाया था। क्यूंकी लड़कियों का बाहर जाना अच्छा नही होता और बाहर कमरे के बाहर मेरा दोस्त पहरा दे रहा था।
मैने जब उसे देखा तो मेरे होश ही उड गये साली क्या दिखती थी और रात को मानो कोई परी उतर आई हो ज़मीन पर। मैने उसे अपने पास बिटाया और उस से ढेरों बात की और बात करते करते मेने उसे किस कर लिया. वो कुछ नही बोली. और मैने उसके बोब्स को दबा लिया (उसने ब्रा नही पहनी थी… मज़ा आ गया ) और वो हंसती रही..
मैने उससे कहा की चल आज रात यही सो जाते हैं वो बोली की वो नही रुक सकती… तो मे बाहर निकला और अपने दोस्त को कहा की तू चल मैं आ रहा हूँ… मैं जब लौट के आया तो देखा की फूलमती बैठी हुई है. और मुझे अपने पास बुला रही है.. मैं उसके पास गया और बोला की मैं तेरे बारे मे सब कुछ जनता हूँ…. तो वो बोली क्या जानते हो…. मैने कहा की तू बहुत से लड़कों के साथ सेक्स कर चुकी है… तो वो रोने लगी… मैने कहा क्या हुआ.. तो वो उठ कर जाने लगी. मैने उससे रोका और पूछा क्या हुआ बता मुझे। फूलमती ने बताया की वो पहले एक लड़के से प्यार करती थी… वो दोनो एक दूसरे से शादी भी करना चाहते थे… वो उसके साथ सब कुछ कर चुकी थी और प्रेग्नेंट हो गयी थी. मगर वो लड़का जब शहर जाकर काम ढूँढने लगा था. वहाँ एक ऐक्सिडेंट मे उसकी मौत हो गयी.. और जब यह खबर उसको मिली वो भी मरने के लिए नदी मैं कूद पड़ी मगर गाव वालों ने उसे बचा लिया… और जब उसकी माँ को यह बात पता चला तो वो उसे लेकर अपने भाई के घर चली गयी।
उसकी माँ बहोत रोई थी. क्योंकि उसका बाप किसी और औरत के चक्कर मे था और उनसे कभी मिलता भी ना था… वो बोली की उसकी माँ अपने पति को खो चुकी है अपनी बेटी नही खोना चाहती… मगर तब तक देर हो चुकी थी. गर्भपात के लिए। इसलिए उसने बच्चे को जनम देकर हॉस्पिटल मे ही उसे छोड़ दिया। मैं चौंक पड़ा की यह सब क्या हो गया बेचारी के साथ.. उसने बताया की उसके बोब्स मे दर्द होता है. क्योंकि बच्चे ने दूध नही पिया तो एक बार नहाते वक़्त वो अपना दूध निकाल रही थी तो कुछ गाव के लड़कों ने उसे देख लिया… और यह खबर फैला दी की वो एक रंडी टाइप की लड़की है।
अब मुझे और बुरा लगने लगा मैने उससे कहा की तू घर चली जा… मैं तुझे क्या सोच रहा था… वो बोली तो क्या हुआ तुम औरों जेसे बिल्कुल नही हो। मैने कहा कैसे तो वो बोली की तुम तो सिर्फ़ इतना जानकर ही मुझे जाने के लिए कह दिया.. बाकी सब लड़के तो मुझे हमेशा परेशान करते रहते है.. मुझे मेरे मुहं पर रंडी कह देते हैं. मगर तुमने नही कहा… यह अलग बात है की मैं सोच रहा था मगर मैने कहा नही। फिर मुझे अचानक से याद आया की उसका दूध अब तक निकल रहा है. मैने उससे पूछा की कब की बात है यह वो बोली कुछ ही हफ्ते हुए हैं।
मेरा मन नाचने लगा. लेकिन मैं उससे क्या बोल पाता. मैने उसे कुछ नही कहा. वो बोली दोस्त अब मैं चलती हूँ…. मैने कहा तुम मुझे अपना दोस्त मानती हो ना… वो बोली अगर नही मानती तो आती क्या… ( गाव की लड़की बड़ी भोली भाली बनती हैं मगर होती नही… जान लो) मैने कहा मैं तेरी मदद करना चाहता हूँ वो बोली कैसे… मैने कहा तेरे बच्चे ने तेरा दूध नही पिया इसलिए तुझे दर्द होता है.. वो बोली हां… मैने कहा मैं तेरा दर्द कम करना चाहता हूँ… वो चुप हो गयी. मैने कहा क्या हुआ।
वो बोली किसी को बताना मत मैने कहा दोस्त भी कहती है और भरोसा भी नही करती… वो बोली ठीक है… मैने लाइट बुझाया और मैने उसे बेड पर बिटाया और उसकी गोद मे सर रखके लेट गया। उसने अपना कुर्ता उठाया और थोड़ी आगे की और झुक गयी. उसके बोब्स मेरे होठों को छू रहे थे। मैने अपना मूह खोला और उसके बोब्स को अपने मूह से चूसने लगा. वो आ.. आ.. कर रही थी. मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था।
मैं चूसते वक़्त उसका दूसरा बोब्स को दबा रहा था. कुछ देर मे उसका एक बोब्स खाली हो गया. और मैने दूसरा बोब्स चूसना स्टार्ट किया. वो मेरे बालों को सहलाती तो कभी ज़ोर से मेरा सर अपने बोब्स से लगा लेती। मैने धीरे धीरे उसके बोब्स का दूध खत्म कर दिया और फिर उसने मुझे ज़ोरदार किस किया और उसने बाय कहा… । मन तो कर रहा था की पकड़ के फाड़ दूँ साली कि चूत मगर मैने सोचा की इतना जल्दी भी आगे बढ़ना ठीक नही….हो सकता है।
उसका मन ना हो अगर मैने ज़बरदस्ती की तो शायद मेरे नसीब मे दूध भी ना हो… इसलिए मैने उससे जाने दिया. दूसरे दिन आस पास के गाव वाले सब शादी की तेयारी के लिए मदद करने आए थे. वो और उसकी माँ भी आई थी। मैं उसकी माँ से मिला और मैने नमस्ते किया. वो मुझे नही जानती थी. फिर मैने अपने पापा और मम्मी का नाम बता कर उनसे अपनी पहचान बढ़ायी. वो बोली कितना बड़ा हो गया है तू… पहचान मे नही आ रहा।
मैने कहा आपको बड़ी मम्मी बुला रही थी आप जाकर उनसे मिलिए…. वो चली गयी और मैं उसकी बेटी का हाथ पकड़ा और मेरे कमरे मे ले गया. वो बोली कोई आ जाएगा। मैने कहा कोई नही आएगा और उसे किस करने लगा. ओर उसके बोब्स दबाने लगा। उसने मुझे दूर किया और कहा रात का तो इंतेज़ार करो… मैने कहा नही हो रहा है… वो बोली थोड़ा सब्र करो.. और मुस्कुरा के चली गयी. मैं उसके आस पास ही भटकता रहता और किसी बहाने उसे छू लिया करता था. और वो मुस्कुरा देती।
शाम को उसकी माँ ने कहा की आज से यहीं रुक जाते हैं… बहुत काम है और कितना जाना आना करेंगे… मुझसे कहा की मैं फूलमती के साथ जाकर उनके और उसकी बेटी के कपड़े ले आऊँ. मैने कहा ठीक है… और हम शाम को उसके घर चले गये।
उसका घर हमारे घर से कुछ ही दुरी पर था. मैने रास्ते में उसे कहा की तू कपड़े लेने जा रही है मगर मैं तो तेरे घर पहूंचते ही तेरे कपड़े उतार दूँगा… वो हसंने लगी.
मैने जैसे ही उसके घर के अंदर कदम रखा. मैने दरवाज़ा बंद कर दिया और उसकी और बढ़ने लगा. वो मुस्कुरा रही थी। मैने कहा आज मैने खाना नही खाया मुझे भूख लगी है… वो बोली रूको मैं बिस्कट देती हूँ,.. मैने कहा मुझे दूध पीना है.. वो बोली अच्छा इसलिए मेरा बच्चा मेरे साथ आया है.. मैने कहा हा.. तो उसने कहा चलो…. मैने कहा एक मिनिट… और मैने उसके कपड़े उतारे और उसकी ब्रा खोल दिया. उसने कहा मुझे शर्म आ रही है।
मैने कहा ठीक है लाइट बुझा देते हैं… फिर मैने झुक कर उसके बोब्स से दूध पीने लगा और दूसरे के साथ खेलने लगा. उसने कहा जल्दी करो… घर भी जाना है… मैं तो भूल ही गया था। मैने तोड़ा तोड़ा दूध दोनो से पिया और कपड़े लेकर वहाँ से चले आये। उस रात हम फिर दोनो बाहर कमरे मे गये और मैने उसका दूध फिर से पिया और हम दोनो ने सेक्स भी किया। मगर स्टाइल ज़रा अलग था।
हमने एक छोटा सा नाटक खेला. मैने कहा तू सो जा मैं आता हूँ.. वो लेट गयी और थोड़ी देर बाद मैं आया और मैने अंडरवेयर के सिवा कुछ नही पहना था। मैने कहा मम्मी मम्मी मुझे भूख लगी है… वो हंसने लगी मैने कहा मम्मी मुझे भूख लगी है… वो बोली आजा मेरा बच्चा… और मैं उसके साइड मे जाकर लेट गया। उसने अपने लेफ्ट साइड से कुर्ता उठाया और अपना ब्रा खोला. मैं साइड से उसके बोब्स के उपर अपना मूह लगाया और दूध पीने लगा।
मैने कहा की पुरे कपड़े उतार दो… उसने उतार दिए. और मैं बोब्स से दूध पीने लगा। मैने दोनो बोब्स के दूध को खत्म कर दिया और अब मैने उसका सलवार खोला उसने कुछ नही कहा। मैने अपना हाथ उसके पेंटी के अंदर डाल दिया और उसकी चूत को सहलाने लगा. थोड़ी देर मे ही वो मुझसे लिपट गयी और मुझसे आगे बढ़ने को कहा। मैने आपना लंड निकाला और उसकी टाँगो पर लंड से सहलाने लगा. वो कहने लगी और कितना तड़पाओगे…..।
फिर मैने अपनी और उसके पुरे कपड़े उतार दिए और उसके उपर चड गया. और मैने अपना लंड उसकी चूत मे डाल दिया.. ( दोस्तों सेक्स के टाइम कॉंडम का इस्तेमाल ज़रूर करें ) फिर हमने सेक्स किया और मैने बीच बीच मैं उसके बोब्स को चूसने लगा. वो कहती है पी लो ताकत आ जाएगी और हम हंस पड़ते और फिर स्टार्ट कर देते. उस रात वो मेरे साथ ही रुकी और हमने ढेरो बातें की और एक दूसरे को पूरी रात किस किया और एक दूसरे को छूते रहते. और सुबह सुबह वो शौच के बहाने से चली गयी।
तीसरे दिन हम दोनो ने गाव के जंगल को घूमने का फ़ैसला किया. मैने उनकी माँ से पूछा और वो मान गयी. फूलमती को मेरे साथ जाने दिया। मेरे दोस्तों ने भी जाने की ज़िद्द की मगर मैने उन्हे सॉफ मना कर दिया की मेरे होते हुए कोई उसके साथ गलत काम नही कर सकता.. वो लोग कहते रहे और मैं चल पड़ा तभी मेरा दोस्त राजू अपनी गर्लफ्रेंड विमला के साथ आया और वो भी हमारे साथ चल पड़ा।
मैं जब जा रहा था तो मैने पूछा की यहा कोई नदी है. उन्होने कहा की झरना है… मैने राजू को अपने से घर से टॉवेल और साबुन लाने के लिए कहा.. और फूलमती अपने घर से अपने लिए और राजू की गर्लफ्रेंड के लिए कपड़े लेकर आ गयी। उस जगह पहूंचने के बाद मैं और राजू अंडरवेयर मे ही चले गये झरने के पास और वहाँ नहाने लगे। थोड़ी देर मे फूलमती और विमला भी टॉवेल मे आ गयी।
मैने राजू को आँख मारी और हम दोनो झरने का पानी जो जमा हुआ था. उसके अंदर कूद पड़े वहीं से झरने के पास जाया जा सकता था। जब विमला और फूलमती वहाँ उतरे मैं और मेरा दोस्त अंदर से उनके पास पहुच कर उनको पकड़ लिया। दोनो डर गयी और हमसे लिपट गयी. राजू ने मेरी तरफ देखा और आँख मारी। फिर हम लोग साथ साथ नहाने लगे और खूब मस्ती की एक दूसरे को साबुन लगाया (जान लो हर जगह लगाया) उन्होने भी हमे लगाया और हम नहाते नहाते जोश मे आ गये।
मैने राजू को थोड़ी दुर जाने को कहा राजू समझ गया और फिर मैने फूलमती की टॉवेल खोल दी और पानी के अंदर गर्दन तक गहराई में उसे ले आया और अपने अंडरवेयर को तोड़ा साइड करके उसके पास ले आया वो बोली क्या कर रहे हो.. मैने कहा प्यार कर रहा हूँ करने नही दोगी क्या… वो बोली राजू और विमला….. मैने कहा इसलिए तो दुर भेजा उन्हे और मैने अपना लंड उसकी चूत मे डाल दिया और खड़े खड़े हम दोनो ने सेक्स करना स्टार्ट कर दिया. मैने जब राजू की और देखा तो वो भी स्टार्ट हो चुका था। हम दोनो ने अपनी अपनी बोट चला दी पानी मे.
दोपहर को जब हम लौटे तो विमला और फूलमती काम करने के लिए चले गये और मैं और राजू मेरे कमरे मे. मैं और राजू बचपन मे बहोत मस्ती करते थे। फिर वो काम के सिलसिले मे बाहर चला गया और में मम्मी पापा के साथ शहर आ गया था पढ़ाइ करने। राजू ने कहा की विमला उसके साथ ही रहती है वो दूसरे जात की थी. इसलिए दोनो के घर वालों ने शादी के लिए रजामंदी नही दी तो वो एक साथ शहर मे रहने लगे. उनका एक बेटा भी है जो अभी अपनी नानी के साथ था।
मैने जब सुना मैं चौंक गया. मैने कहा की मैं तबसे विमला को तेरी गर्लफ्रेंड सोच रहा था. तो वो हंसने लगा. उसने कहा धन्यवाद आज के लिए। मैने कहा क्या हुआ. उसने कहा की कई दिनों से वो यहाँ आया हुआ है मगर अपने घर मे उसे जाने नही देते और उसके ससुराल मे वो अपनी बीवी के साथ सो नही पाता. मैने उससे कहा की वो और उसकी बीवी यहीं हमारे घर मे रुक जाए और रात का इंतजाम मैं कर दूँगा। उसने कहा धन्यवाद यार… मैने कहा कोई बात नही..
उस रात मैने फूलमती को समझा दिया की विमला को लेकर बाहर कमरे चली जाये सोने के लिए… और मैं और राजू रात को आएँगे…. जब मैं और राजू वहाँ पहूंचे तो विमला और फूलमती अपने अपने कुर्ते को उठाए हुएँ हैं. कभी विमला तो कभी फूलमती बच्चे को दूध पीला रही है. यह देखकर हम बाहर आ गये. राजू बोला की फूलमती किसे दूध पीला सकती है.. ( मैने उसे सब कुछ बता दिया…) उसने कहा की वो फूलमती के साथ सेक्स करना चाहता है… मैने कहा तेरी बीवी को कोई प्रोब्लम नही.. उसने कहा नही… मैने पूछा कैसे तो उसने बताया की जब उसकी गर्लफ्रेंड प्रेग्नेंट थी तो उसकी गर्लफ्रेंड खुद उसे पैसा देती और कहती जाओ बाहर से रंडी के साथ सेक्स कर के आओ… मैं चौंक गया… मैने कहा तेरी बीवी….. वो बोला हां बे ठीक है.. वो भी कुछ नही बोलेगी… मै बहुत खुश हुआ। फिर हम दोनो अपनी अपनी को लेकर बात करने चले गये जब लौटे तो सब हंस पड़े।
विमला मेरे पास आई और बोली की एक मैं मुन्ना है एक तुम ले लो… मैने उसे बिठाया और और एक तरफ बच्चा और दूसरी तरफ मैं उसका दूध पीने लगा. वो बोली तोड़ा आराम से बच्चों की तरह पियो… मैने कहा ठीक है…. और थोड़ी देर मे बच्चा सो गया और मैने दूसरा बोब्स भी स्टार्ट कर दिया। मैं जब उठा तो मैने देखा की राजू भी बच्चों की तरह दूध पी रहा है. फिर मैं फूलमती की और बड़ा और मैने उसका दूसरा बोब्स चूसने लगा. विमला पीछे से आई और राजू उसकी और पलट गया और उसका बोब्स चूसने लगा। हम दोनो कभी विमला तो कभी फूलमती का बोब्स चूसते रहे।
फिर हम दोनो ने विमला और फूलमती दोनो को चोदा. जैसे दूध पीते रहे वेसे ही सेक्स करते रहे कभी यहाँ तो कभी वहाँ…. यह सिलसिला भाई की शादी के बाद और दो दिनो तक चलता रहा. मैने और राजू ने बहुत मज़ा किया।
मैं आशा करता हूँ की ऐसा मौका मुझे बार बार मिले और मैं हमेशा दूध पीता बच्चा बना रहूं…….. जब तक मैं ज़िंदा हूँ तब तक मैं किसी ना किसी का दूध ज़रूर पीता रहूँगा….
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दूधवाली
प्रेषक : गुमनामहेलो दोस्तों…
आशा करता हूँ आप को यह कहानी पसंद आएगी….मैं अपने भाई की शादी में गया हुआ था. वहाँ मिली मुझे एक गाव की गोरी फूलमती… वो लड़की बेहद खूबसूरत थी…। 24 को मेरे भाई की शादी थी। मैं अपने घर से
20 तारीख को ही चला गया। क्योंकि गाव मे अक्सर लड़कियाँ आसानी से अपना सब कुछ दे देती हैं इसलिए मैने जल्दी जाना ठीक समझा।
मैं जिस दिन पहुंचा उसी दिन मेरी नज़र फूलमती पर पड़ी. और उसने मुझे देख कर स्माइल कर दिया. मैने जान लिया की इससे मेरी सेक्स की इच्छा पूरी हो सकती है. जब मैने अपने भाई के दोस्तों से पूछा तो उन्होने बताया की लड़की रंडी है. मैं तो मानो खुशी से उछल गया। मैने उससे पहले दिन ही पटा लिया. और गाव की गोरी को पटाना कोई मुश्किल बात नही होती.
उसी रात मैने उससे भाई के घर के बाहर कमरे मैं बुलाया और सारा इंतजाम कर लिया. हमारे घर के बाहर कमरे के पास लड़कियों का शोचालय था. इसलिए रात को उसको आने जाने से कोई कुछ नही बोलेगा. यह हमने बनाया था। क्यूंकी लड़कियों का बाहर जाना अच्छा नही होता और बाहर कमरे के बाहर मेरा दोस्त पहरा दे रहा था।
मैने जब उसे देखा तो मेरे होश ही उड गये साली क्या दिखती थी और रात को मानो कोई परी उतर आई हो ज़मीन पर। मैने उसे अपने पास बिटाया और उस से ढेरों बात की और बात करते करते मेने उसे किस कर लिया. वो कुछ नही बोली. और मैने उसके बोब्स को दबा लिया (उसने ब्रा नही पहनी थी… मज़ा आ गया ) और वो हंसती रही..
मैने उससे कहा की चल आज रात यही सो जाते हैं वो बोली की वो नही रुक सकती… तो मे बाहर निकला और अपने दोस्त को कहा की तू चल मैं आ रहा हूँ… मैं जब लौट के आया तो देखा की फूलमती बैठी हुई है. और मुझे अपने पास बुला रही है.. मैं उसके पास गया और बोला की मैं तेरे बारे मे सब कुछ जनता हूँ…. तो वो बोली क्या जानते हो…. मैने कहा की तू बहुत से लड़कों के साथ सेक्स कर चुकी है… तो वो रोने लगी… मैने कहा क्या हुआ.. तो वो उठ कर जाने लगी. मैने उससे रोका और पूछा क्या हुआ बता मुझे। फूलमती ने बताया की वो पहले एक लड़के से प्यार करती थी… वो दोनो एक दूसरे से शादी भी करना चाहते थे… वो उसके साथ सब कुछ कर चुकी थी और प्रेग्नेंट हो गयी थी. मगर वो लड़का जब शहर जाकर काम ढूँढने लगा था. वहाँ एक ऐक्सिडेंट मे उसकी मौत हो गयी.. और जब यह खबर उसको मिली वो भी मरने के लिए नदी मैं कूद पड़ी मगर गाव वालों ने उसे बचा लिया… और जब उसकी माँ को यह बात पता चला तो वो उसे लेकर अपने भाई के घर चली गयी।
उसकी माँ बहोत रोई थी. क्योंकि उसका बाप किसी और औरत के चक्कर मे था और उनसे कभी मिलता भी ना था… वो बोली की उसकी माँ अपने पति को खो चुकी है अपनी बेटी नही खोना चाहती… मगर तब तक देर हो चुकी थी. गर्भपात के लिए। इसलिए उसने बच्चे को जनम देकर हॉस्पिटल मे ही उसे छोड़ दिया। मैं चौंक पड़ा की यह सब क्या हो गया बेचारी के साथ.. उसने बताया की उसके बोब्स मे दर्द होता है. क्योंकि बच्चे ने दूध नही पिया तो एक बार नहाते वक़्त वो अपना दूध निकाल रही थी तो कुछ गाव के लड़कों ने उसे देख लिया… और यह खबर फैला दी की वो एक रंडी टाइप की लड़की है।
अब मुझे और बुरा लगने लगा मैने उससे कहा की तू घर चली जा… मैं तुझे क्या सोच रहा था… वो बोली तो क्या हुआ तुम औरों जेसे बिल्कुल नही हो। मैने कहा कैसे तो वो बोली की तुम तो सिर्फ़ इतना जानकर ही मुझे जाने के लिए कह दिया.. बाकी सब लड़के तो मुझे हमेशा परेशान करते रहते है.. मुझे मेरे मुहं पर रंडी कह देते हैं. मगर तुमने नही कहा… यह अलग बात है की मैं सोच रहा था मगर मैने कहा नही। फिर मुझे अचानक से याद आया की उसका दूध अब तक निकल रहा है. मैने उससे पूछा की कब की बात है यह वो बोली कुछ ही हफ्ते हुए हैं।
मेरा मन नाचने लगा. लेकिन मैं उससे क्या बोल पाता. मैने उसे कुछ नही कहा. वो बोली दोस्त अब मैं चलती हूँ…. मैने कहा तुम मुझे अपना दोस्त मानती हो ना… वो बोली अगर नही मानती तो आती क्या… ( गाव की लड़की बड़ी भोली भाली बनती हैं मगर होती नही… जान लो) मैने कहा मैं तेरी मदद करना चाहता हूँ वो बोली कैसे… मैने कहा तेरे बच्चे ने तेरा दूध नही पिया इसलिए तुझे दर्द होता है.. वो बोली हां… मैने कहा मैं तेरा दर्द कम करना चाहता हूँ… वो चुप हो गयी. मैने कहा क्या हुआ।
वो बोली किसी को बताना मत मैने कहा दोस्त भी कहती है और भरोसा भी नही करती… वो बोली ठीक है… मैने लाइट बुझाया और मैने उसे बेड पर बिटाया और उसकी गोद मे सर रखके लेट गया। उसने अपना कुर्ता उठाया और थोड़ी आगे की और झुक गयी. उसके बोब्स मेरे होठों को छू रहे थे। मैने अपना मूह खोला और उसके बोब्स को अपने मूह से चूसने लगा. वो आ.. आ.. कर रही थी. मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था।
मैं चूसते वक़्त उसका दूसरा बोब्स को दबा रहा था. कुछ देर मे उसका एक बोब्स खाली हो गया. और मैने दूसरा बोब्स चूसना स्टार्ट किया. वो मेरे बालों को सहलाती तो कभी ज़ोर से मेरा सर अपने बोब्स से लगा लेती। मैने धीरे धीरे उसके बोब्स का दूध खत्म कर दिया और फिर उसने मुझे ज़ोरदार किस किया और उसने बाय कहा… । मन तो कर रहा था की पकड़ के फाड़ दूँ साली कि चूत मगर मैने सोचा की इतना जल्दी भी आगे बढ़ना ठीक नही….हो सकता है।
उसका मन ना हो अगर मैने ज़बरदस्ती की तो शायद मेरे नसीब मे दूध भी ना हो… इसलिए मैने उससे जाने दिया. दूसरे दिन आस पास के गाव वाले सब शादी की तेयारी के लिए मदद करने आए थे. वो और उसकी माँ भी आई थी। मैं उसकी माँ से मिला और मैने नमस्ते किया. वो मुझे नही जानती थी. फिर मैने अपने पापा और मम्मी का नाम बता कर उनसे अपनी पहचान बढ़ायी. वो बोली कितना बड़ा हो गया है तू… पहचान मे नही आ रहा।
मैने कहा आपको बड़ी मम्मी बुला रही थी आप जाकर उनसे मिलिए…. वो चली गयी और मैं उसकी बेटी का हाथ पकड़ा और मेरे कमरे मे ले गया. वो बोली कोई आ जाएगा। मैने कहा कोई नही आएगा और उसे किस करने लगा. ओर उसके बोब्स दबाने लगा। उसने मुझे दूर किया और कहा रात का तो इंतेज़ार करो… मैने कहा नही हो रहा है… वो बोली थोड़ा सब्र करो.. और मुस्कुरा के चली गयी. मैं उसके आस पास ही भटकता रहता और किसी बहाने उसे छू लिया करता था. और वो मुस्कुरा देती।
शाम को उसकी माँ ने कहा की आज से यहीं रुक जाते हैं… बहुत काम है और कितना जाना आना करेंगे… मुझसे कहा की मैं फूलमती के साथ जाकर उनके और उसकी बेटी के कपड़े ले आऊँ. मैने कहा ठीक है… और हम शाम को उसके घर चले गये।
उसका घर हमारे घर से कुछ ही दुरी पर था. मैने रास्ते में उसे कहा की तू कपड़े लेने जा रही है मगर मैं तो तेरे घर पहूंचते ही तेरे कपड़े उतार दूँगा… वो हसंने लगी.
मैने जैसे ही उसके घर के अंदर कदम रखा. मैने दरवाज़ा बंद कर दिया और उसकी और बढ़ने लगा. वो मुस्कुरा रही थी। मैने कहा आज मैने खाना नही खाया मुझे भूख लगी है… वो बोली रूको मैं बिस्कट देती हूँ,.. मैने कहा मुझे दूध पीना है.. वो बोली अच्छा इसलिए मेरा बच्चा मेरे साथ आया है.. मैने कहा हा.. तो उसने कहा चलो…. मैने कहा एक मिनिट… और मैने उसके कपड़े उतारे और उसकी ब्रा खोल दिया. उसने कहा मुझे शर्म आ रही है।
मैने कहा ठीक है लाइट बुझा देते हैं… फिर मैने झुक कर उसके बोब्स से दूध पीने लगा और दूसरे के साथ खेलने लगा. उसने कहा जल्दी करो… घर भी जाना है… मैं तो भूल ही गया था। मैने तोड़ा तोड़ा दूध दोनो से पिया और कपड़े लेकर वहाँ से चले आये। उस रात हम फिर दोनो बाहर कमरे मे गये और मैने उसका दूध फिर से पिया और हम दोनो ने सेक्स भी किया। मगर स्टाइल ज़रा अलग था।
हमने एक छोटा सा नाटक खेला. मैने कहा तू सो जा मैं आता हूँ.. वो लेट गयी और थोड़ी देर बाद मैं आया और मैने अंडरवेयर के सिवा कुछ नही पहना था। मैने कहा मम्मी मम्मी मुझे भूख लगी है… वो हंसने लगी मैने कहा मम्मी मुझे भूख लगी है… वो बोली आजा मेरा बच्चा… और मैं उसके साइड मे जाकर लेट गया। उसने अपने लेफ्ट साइड से कुर्ता उठाया और अपना ब्रा खोला. मैं साइड से उसके बोब्स के उपर अपना मूह लगाया और दूध पीने लगा।
मैने कहा की पुरे कपड़े उतार दो… उसने उतार दिए. और मैं बोब्स से दूध पीने लगा। मैने दोनो बोब्स के दूध को खत्म कर दिया और अब मैने उसका सलवार खोला उसने कुछ नही कहा। मैने अपना हाथ उसके पेंटी के अंदर डाल दिया और उसकी चूत को सहलाने लगा. थोड़ी देर मे ही वो मुझसे लिपट गयी और मुझसे आगे बढ़ने को कहा। मैने आपना लंड निकाला और उसकी टाँगो पर लंड से सहलाने लगा. वो कहने लगी और कितना तड़पाओगे…..।
फिर मैने अपनी और उसके पुरे कपड़े उतार दिए और उसके उपर चड गया. और मैने अपना लंड उसकी चूत मे डाल दिया.. ( दोस्तों सेक्स के टाइम कॉंडम का इस्तेमाल ज़रूर करें ) फिर हमने सेक्स किया और मैने बीच बीच मैं उसके बोब्स को चूसने लगा. वो कहती है पी लो ताकत आ जाएगी और हम हंस पड़ते और फिर स्टार्ट कर देते. उस रात वो मेरे साथ ही रुकी और हमने ढेरो बातें की और एक दूसरे को पूरी रात किस किया और एक दूसरे को छूते रहते. और सुबह सुबह वो शौच के बहाने से चली गयी।
तीसरे दिन हम दोनो ने गाव के जंगल को घूमने का फ़ैसला किया. मैने उनकी माँ से पूछा और वो मान गयी. फूलमती को मेरे साथ जाने दिया। मेरे दोस्तों ने भी जाने की ज़िद्द की मगर मैने उन्हे सॉफ मना कर दिया की मेरे होते हुए कोई उसके साथ गलत काम नही कर सकता.. वो लोग कहते रहे और मैं चल पड़ा तभी मेरा दोस्त राजू अपनी गर्लफ्रेंड विमला के साथ आया और वो भी हमारे साथ चल पड़ा।
मैं जब जा रहा था तो मैने पूछा की यहा कोई नदी है. उन्होने कहा की झरना है… मैने राजू को अपने से घर से टॉवेल और साबुन लाने के लिए कहा.. और फूलमती अपने घर से अपने लिए और राजू की गर्लफ्रेंड के लिए कपड़े लेकर आ गयी। उस जगह पहूंचने के बाद मैं और राजू अंडरवेयर मे ही चले गये झरने के पास और वहाँ नहाने लगे। थोड़ी देर मे फूलमती और विमला भी टॉवेल मे आ गयी।
मैने राजू को आँख मारी और हम दोनो झरने का पानी जो जमा हुआ था. उसके अंदर कूद पड़े वहीं से झरने के पास जाया जा सकता था। जब विमला और फूलमती वहाँ उतरे मैं और मेरा दोस्त अंदर से उनके पास पहुच कर उनको पकड़ लिया। दोनो डर गयी और हमसे लिपट गयी. राजू ने मेरी तरफ देखा और आँख मारी। फिर हम लोग साथ साथ नहाने लगे और खूब मस्ती की एक दूसरे को साबुन लगाया (जान लो हर जगह लगाया) उन्होने भी हमे लगाया और हम नहाते नहाते जोश मे आ गये।
मैने राजू को थोड़ी दुर जाने को कहा राजू समझ गया और फिर मैने फूलमती की टॉवेल खोल दी और पानी के अंदर गर्दन तक गहराई में उसे ले आया और अपने अंडरवेयर को तोड़ा साइड करके उसके पास ले आया वो बोली क्या कर रहे हो.. मैने कहा प्यार कर रहा हूँ करने नही दोगी क्या… वो बोली राजू और विमला….. मैने कहा इसलिए तो दुर भेजा उन्हे और मैने अपना लंड उसकी चूत मे डाल दिया और खड़े खड़े हम दोनो ने सेक्स करना स्टार्ट कर दिया. मैने जब राजू की और देखा तो वो भी स्टार्ट हो चुका था। हम दोनो ने अपनी अपनी बोट चला दी पानी मे.
दोपहर को जब हम लौटे तो विमला और फूलमती काम करने के लिए चले गये और मैं और राजू मेरे कमरे मे. मैं और राजू बचपन मे बहोत मस्ती करते थे। फिर वो काम के सिलसिले मे बाहर चला गया और में मम्मी पापा के साथ शहर आ गया था पढ़ाइ करने। राजू ने कहा की विमला उसके साथ ही रहती है वो दूसरे जात की थी. इसलिए दोनो के घर वालों ने शादी के लिए रजामंदी नही दी तो वो एक साथ शहर मे रहने लगे. उनका एक बेटा भी है जो अभी अपनी नानी के साथ था।
मैने जब सुना मैं चौंक गया. मैने कहा की मैं तबसे विमला को तेरी गर्लफ्रेंड सोच रहा था. तो वो हंसने लगा. उसने कहा धन्यवाद आज के लिए। मैने कहा क्या हुआ. उसने कहा की कई दिनों से वो यहाँ आया हुआ है मगर अपने घर मे उसे जाने नही देते और उसके ससुराल मे वो अपनी बीवी के साथ सो नही पाता. मैने उससे कहा की वो और उसकी बीवी यहीं हमारे घर मे रुक जाए और रात का इंतजाम मैं कर दूँगा। उसने कहा धन्यवाद यार… मैने कहा कोई बात नही..
उस रात मैने फूलमती को समझा दिया की विमला को लेकर बाहर कमरे चली जाये सोने के लिए… और मैं और राजू रात को आएँगे…. जब मैं और राजू वहाँ पहूंचे तो विमला और फूलमती अपने अपने कुर्ते को उठाए हुएँ हैं. कभी विमला तो कभी फूलमती बच्चे को दूध पीला रही है. यह देखकर हम बाहर आ गये. राजू बोला की फूलमती किसे दूध पीला सकती है.. ( मैने उसे सब कुछ बता दिया…) उसने कहा की वो फूलमती के साथ सेक्स करना चाहता है… मैने कहा तेरी बीवी को कोई प्रोब्लम नही.. उसने कहा नही… मैने पूछा कैसे तो उसने बताया की जब उसकी गर्लफ्रेंड प्रेग्नेंट थी तो उसकी गर्लफ्रेंड खुद उसे पैसा देती और कहती जाओ बाहर से रंडी के साथ सेक्स कर के आओ… मैं चौंक गया… मैने कहा तेरी बीवी….. वो बोला हां बे ठीक है.. वो भी कुछ नही बोलेगी… मै बहुत खुश हुआ। फिर हम दोनो अपनी अपनी को लेकर बात करने चले गये जब लौटे तो सब हंस पड़े।
विमला मेरे पास आई और बोली की एक मैं मुन्ना है एक तुम ले लो… मैने उसे बिठाया और और एक तरफ बच्चा और दूसरी तरफ मैं उसका दूध पीने लगा. वो बोली तोड़ा आराम से बच्चों की तरह पियो… मैने कहा ठीक है…. और थोड़ी देर मे बच्चा सो गया और मैने दूसरा बोब्स भी स्टार्ट कर दिया। मैं जब उठा तो मैने देखा की राजू भी बच्चों की तरह दूध पी रहा है. फिर मैं फूलमती की और बड़ा और मैने उसका दूसरा बोब्स चूसने लगा. विमला पीछे से आई और राजू उसकी और पलट गया और उसका बोब्स चूसने लगा। हम दोनो कभी विमला तो कभी फूलमती का बोब्स चूसते रहे।
फिर हम दोनो ने विमला और फूलमती दोनो को चोदा. जैसे दूध पीते रहे वेसे ही सेक्स करते रहे कभी यहाँ तो कभी वहाँ…. यह सिलसिला भाई की शादी के बाद और दो दिनो तक चलता रहा. मैने और राजू ने बहुत मज़ा किया।
मैं आशा करता हूँ की ऐसा मौका मुझे बार बार मिले और मैं हमेशा दूध पीता बच्चा बना रहूं…….. जब तक मैं ज़िंदा हूँ तब तक मैं किसी ना किसी का दूध ज़रूर पीता रहूँगा….
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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