प्यासी मकान मालिक की बेटी --2
पिछ्ली कहानी का दुसरा भाग-----
फ़िर नेहा जब निचे जाने लगि तो मैने उसका हाथ पकड कर अप्ने रूम मे खींच लिया और नेहा से लिपट गया और उस्के दोनो बूब्स को पकड कर दबाने
लग गया। फ़िर नेहा ने कहा कि अभि मुझ्को छोडो मैन्न आज तुम्को फोने करुन्गी तो तुम आ जाना ।मैन आज अप्ने आफ़िस का सारा काम निपटा कर नेहा
के फ़ोन का इन्तजार करने लग गाया। फ़िर् कुछ देर क बाद नेहा का फ़ोन आया कि आज मैन घर मे अकेली हून तो तुम जल्द्दी से आ जाओ क्युन कि पापा
आज शादी मे जाने वाले है फ़िर मैने अप्ने बोस्स से छुटटी ली और घर नीकल आया।घर आते ही मैन सिधे नेहा से मिला तो नेहा ने कहा कि पहले तुम फ़्रेश
हो जओ तब तक मैन तुमरे कमरे मे आती हून फ़िर नेहा ने अप्ने घर क मेन गेट मे लाँक लगा कर अन्दर वाले गेट से मेरे कमरे मे आ गैई। मैन जिस
कमरे मे रेह्ता हू उस्मे एक और गेट था जो नेहा के घर क अन्दर हि खुल्ता था। फ़िर हुम दोनो ने कुच देर बात्चीत कि और हुम दोनो हि एक दुस्रे के करीब
आ कर बैठ गयेए। मैने धिरे से नेहा का हाथ पकड लिया और उस्को दबाने लगा तो नेहा कि कुछ कुछ होने लगा। नेहा उस दिन सारी पहेन कर मेरे पास
आई थी नेहा बहुत हि कम सारी पहेन्ती थी ,और मैने नेहा कि अप्नि बाहो मे भर क उस्के होठो पर अप्ने होठ रेख दिये और हुम दोनो कम से कम 10-15
मिनट तक एक दुस्रे को किस्स करते रहे इसि बिच मेरे हात नेहा क बूब्स और उस्के हिप्प्स पर चले गये। अब मैन नेहा क कान को किस्स करने लगा जिस
से नेहा बहुत हि गरम होने लग गई थी फ़िर मैने देर ना करते हुए उस्कि सारी निकल दी, नेहा मना कर रहि थि पर प्यार से लेकिन अब मैन कन्हाँ मानने
वाला था फ़िर जैसे हि मैने अपना हाथ नेहा क ब्लोउस मे डाला तो नेहा ने शरम के कारन अप्ने हाथ अप्ने चेहरे पर रख लिये। फ़िर मैने नेहा के दोनो बूब्स
को बारी बारी से अपने मुह मे ले कर उसका दुध पिने लगा तो नेहा कुछ कुछ गरम होने लगी थी और उस्ने भि मेरा साथ देना सुरु कर दिया फ़िर मैने नेहा के
कान को किस्स करने लगा क्युन कि यदि किसि लड्की को अप्ने वस मे करना हो तो उस्के कानो को किस्स जरुरु करना चाहिये जिस से नेहा तडप उठी
और मैने धिरे से नेहा क ब्लाउज भी निकाल दिया अब वो लाल रन्ग की ब्रा मे बहुत हि क्यामत कि लग रही थि ऐसा लगा कि अभि मेरा लन्ड पैन्ट को
फ़ाड के बाहर आ जायेगा।अब मैने देर ना कर्ते हुए नेहा से कहा कि अब वो ब मेरे कपडे निकाल दे,क्युन कि यदि सेकस का असली मज़ा लेना हो तो दोनो को
एक दुसरे का साथ जरुरु देना चहिये, क्युन की इस्स से दोनो क बिच पयार बढ्ता है अब मैने नेहा कि चुत पर जब अपना एक हाथ लगया तो नेहा कि मुह
से सीईईईई कि आवाज निकल गऐइ नेहा बहुत ही प्यसि लडकी थि और आज तक वो कभी किसि से चुदि भि न्हि थि नेहा क ये पहला सेकस अनुभव था
पर मैने तो पहले भि कइ लड्कियोन के साथ सेक्स कर चुका था पर ये बात नेह को नहि मालूम थि अब ,मैने नेहा क बदन पर से सारे कपडे निकाल के फ़ेक
दिये अब नेहा बिन कप्दो के मेरे समने थि नेहा के बूब्स बहुत हि मस्त लग रहे थे और उस्कि चुत से एक अजीब सि महेक आ रही थि जो मुझ्को एक दम
मधोश कर रहि थी अब हुम दोनो 69 कि पोसितिओन मे आ ग्ये मैन उस्कि चुत का रस्पान कर्ने लग ग्य और वो मेरा लुन्द का।जब मैन उस्कि चुत का रस्पान
कर रहा था वो इस बिच दो बार झड गै थी पर नेहा कओ अभि तक शन्ति न्हि मिलि थि और मेर लुन्द तो अभि भि शेष नाग कि तरह फ़न निकाल कर बैथ हुआ
था, हुम दोनो एक दुस्रे से एक दुम लिपत कर किस्स कर्ने लग गये किस्स कर्ते हुए मैन अप्न एएक हात से नेह कि चुत को भि सह्लाला रहआ था फ़िर नेहा को मैने
अप्न लुन्द चुस्न एको कह तो वो पहले ना नुकर करने के बाद वो मान गैइ, अब हम दोनो एक दुसरे का पानि निकाल्ने लग गये,अब हुम दोनोको बर्दस्त नहि हो
रहा था तो मैने एक क्रीम कि बोट्ल ले कर आया और उस्मे से खूब सारा क्रीम निकाल कर नेहा कि चुत पर लगा दिया तकी नेहा को कुछ कम्म दर्द हो और नेहा
मेरा लन्ड आसनी से अप्नेए अन्दर ले सके।फ़िर मैने अप्ने लन्ड का सुपाडा नेहा कि चुत पर लगाया और एक जोर का धक्का लगया तो नेहा ने इतनी जोर से
चिल्लाई कि जैसे किसि ने गर्म लोहेए कि सलाखे उस्के चुत मे डाल दि हो,अब मैन कुछ देर के लियेए रुक गया तकी नेहा को कुछ आरम मिल सकेए जब नेहा
का दर्द कुच कम हुम तो नेहा ने कहा कि अब सुरु करू तो मैने धिरे धिरे धक्के लगने लगा और उस्केए बूब्स्स को भि दबाते रहा इसी बिच नेहा दो - तीन बार
झर गैइ। कुच देर तक धक्क्के लगने क बाद मैने नेहा से कहा कि नेहा अब मैन भी छुट्ने वाला हु तो नेहा ने कहा कि मेरेए अन्दर हि छुट्ना, फ़िर मैने अप्ना
ढेर सारा माल नेहा कि चुत मे भर दिया और नेहा क उपर हि कुच देर तक पडा रहा,फ़िर कुछ देर क बाद हम दोनो ने एक्क साथ नहाया।
आपको मेरी कहानि कैसी लगी मुझे आप के जबाब का इन्तजार रहेगा
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