हिंदी सेक्सी कहानियाँ
भाभी को चोदने का आनंद
प्रेषक : राजेश ठाकरे
दोस्तो, अभी तक मैंने तीन सच्ची कहानियाँ आप लोगों को हिंदी सेक्सी
कहानियाँ के माध्यम से पहुँचाई हैं, अब आप लोगों को मैं एक और भाभी की
चुदाई की कहानी बता रहा हूँ और कहानी के शीर्षक के अनुसार कैसे मौका मिला
और मैंने कैसे चौका मारा यही बताऊँगा !
पहले मैं अपनी भाभी का परिचय करा देता हूँ ! भाभी का नाम साधना, कद 5'2"
वक्ष 36", कमर 30" कूल्हे 38 इन्च के हैं, दिखने एकदम माल, कच्ची कलि जो
अभी अभी खिली हो, हमेशा चेहरे पर मुस्कान और बड़ी सेक्सी फिगर वाली है।
उनकी शादी मेरे ममेरे भाई के साथ 2005 में हुई और उनके दो बच्चे भी हैं।
भाभी ने परिवार नियोजन के लिए ऑपरेशन करवा लिया है।
उनका पति यानि मेरा ममेरा भाई उनसे करीबन दस साल से बड़ा है, उसके साथ
मेरा दोस्ताना व्यव्हार रहा है, हम दोनों भी सेक्स की बातें पहले से ही
एक-दूसरे को बताते रहे हैं ! इतना नजदीकी सम्बन्ध होने की वजह से मैंने
कभी भी भाभी को वासना की नजर से नहीं देखा था, वो हमेशा देवर-भाभी के
रिश्ते की वजह से हसीं मजाक कर लेती थी।
खुद ना चाहते हुए भी कोई आपको मौका दे तो आओ अपने आप को रोक नहीं सकते,
यही मेरे साथ भी हुआ, वो अब मैं आपको बता रहा हूँ !
मेरी शादी 2008 के दिसम्बर महीने में हुई, सब रिश्तेदार शादी को आये थे,
उनमें मेरे मामा का पूरा परिवार भी आया था, साधना भाभी भी आई थी !
शादी का कार्यक्रम निपटने के बाद वो सब अपने गाँव को चले गए ! शादी के दो
दिन बाद मेरी सुहागरात थी लेकिन मेरी बीवी की योनि कसी होने की वजह से
मुझे उसे चोदने में बड़ी तकलीफ हुई, मेरी बीवी को बहुत दर्द हो रहा था और
उसी वजह मेरा लण्ड पूरा छिल गया साथ में मेरे बीवी की चूत भी छिल गई थी।
ऐसी ही तकलीफ 2-3 दिन हुई। बाद में सब कुछ ठीक हो गया !
शादी के चौथे दिन मैंने अपने दोस्तों के लिए एक पार्टी रखी थी जिसमे
मैंने मेरे ममेरे भाई को भी बुलाया था !
पार्टी ख़त्म होने के बाद मैंने मेरी सुहागरात वाली बात उसको बता दी तो
वो बोला- तेरी बीवी तेरे से नाजुक होने की वजह से ये सब हुआ।
उसने कहा- वो नाजुक लड़की और तू साला चुदक्कड़ ! शैतान के जैसा भिड़ा होगा !
उसके बाद हमारी कुछ और बातें हुई और वो भी अपने गाँव चले गया।
शादी के दो महीने बाद एक दिन ऐसे ही काम से मैं अपनी छोटी बहन के गाँव जा
रहा था, उसी सड़क पर मेरे मामा का भी गाँव है और घर मुख्य सड़क पर होने की
वजह से मैंने सोचा कि चलो सब से मिल लेते हैं, और मैं मामा के घर पर रुक
गया।
करीब 2 बजे का समय था मैंने दरवाजा खटखटाया तो भाभी ने दरवाजा खोला और
मुझे अन्दर आने के लिए बोला।
उस दिन भाभी एकदम माल नजर आ रही थी !
मैं अन्दर आ गया और देखा कि घर पर कोई नहीं था। भाभी से पूछने पर पता चला
कि सब लोग खेत में चले गए थे और भाभी के बच्चे स्कूल में चले गए थे !
भाभी ने मेरे लिए चाय बनाई और हम दोनों ने बातें करते करते चाय पी !
उसके बाद भाभी पूछने लगी- आपकी तकलीफ अब कैसी है?
मैं बोला- कौन सी तकलीफ?
भाभी बोली- वो जो आपको और मेरे देवरानी को शादी के दूसरे ही दिन हुई !
यह सुनते ही मेरे कान खड़े हुए और मुझे लगने लगा कि शायद भाई ने बताया होगा।
मैंने उनको बोला- आपकी देवरानी कच्ची कलि निकली इसीलिए वो तकलीफ हुई !
तो बीच में ही भाभी ने ताना मारा और बोलने लगी- ऐसे थोड़े ही किया जाता
है पहली रात को !
मैंने नासमझ बन कर उनको पूछा- फिर आप ही बताओ कैसे किया जाता है?
भाभी बोली- वो आपको बताने की क्या जरूरत है, आप तो अनुभवी हो इस मामले में !
मैं चौंक गया और भाभी को पूछा- आप यह क्या बोल रही हो कि मैं इस मामले
में अनुभवी हूँ?
तो भाभी बोली- मुझे सब मालूम है, आपके भाई ने सब बताया कि आपकी कितनी
गर्लफ्रेंड थी और आपके कितनी के साथ सम्बन्ध थे !
मैं बोला- तो इससे क्या होता है ! जैसे पहले करता था वही बीवी के साथ करने गया !
भाभी बोली- वो सब ठीक है लेकिन पहली रात को जरा प्यार से काम लेना होता है !
मैं बोला- भाभी आप ही बता दो कि मैंने क्या करना था उस रात?
भाभी बोली- मैं कैसे बताऊँ कि आपने क्या करना था, वो तो आपने ही करना था
! प्यार से ! धीरे धीरे !
अब ये सब बातें करते करते मेरे लंड में हलचल महसूस हो रही थी, वो धीरे
धीरे खड़ा हो रहा था ! आज तक भाभी ने मुझसे ऐसी बातें नहीं की थी ! मेरा
मन कर रहा था कि अभी भाभी से ही सुहागरात मनाने की कला सीख लेता हूँ !
मैं बोला- भाभी, आप ही बता दो कि आपकी सुहागरात कैसी हुई थी?
तो भाभी शरमा गई और बोली- अच्छी हुई थी !
मैं बोला- अच्छी मतलब? कहाँ से शुरु किया था भाई ने और कितनी बार किया था
! क्या आपको और भाई को ऐसी ही तकलीफ हुई थी?
भाभी बोली- तकलीफ तो हुई थी लेकिन कम ! क्योंकि ये बड़े प्यार से और आराम
से जो कर रहे थे !
मैं बोला- प्यार से मतलब ! हथियार तो हमारा सरीखा ही है ना ! भाई के
हथियार से प्यार और मेरे हथियार से क्या आग निकलती है !
भाभी बोली- वो मुझे क्या मालूम कि आप के हथियार से प्यार निकलता या आग !
लेकिन इतना तो मालूम है कि आपके भाई के हथियार से प्यार निकलता था जो अब
नहीं निकलता !
यह सुनते ही मैं समझ गया कि भाभी की प्यास भैया से बुझ नहीं रही इसीलिए
भाभी ये सब बातें मुझसे करके मुझे उकसा रही हैं।
अब तक मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था और धीरे-धीरे उसमें से चिपचिपा पानी
निकल रहा था और भाभी भी धीरे धीरे जगह पर ही अपने शरीर को हिला रही थी।
मैं बोला- अब नहीं निकलता? मतलब? क्या वो आपसे प्यार नहीं करता? अब इतना
खुल कर बातें कर रहे हैं तो शर्माना क्या, सीधा ही पूछ लेता हूँ ! क्या
वो आपके साथ सम्भोग नहीं करता?
भाभी बोली- करते तो हैं, हफ्ते, 15 दिन में एक बार लेकिन पहले जैसा नहीं
! उसमें भी जल्दी ही फुस्स हो जाते हैं ! फिर ऐसे करने में बचा ही क्या
जो पूरा ना हो पाया हो !
इतने में भाभी क्या ध्यान मेरे लण्ड की तरफ गया और हंस कर बोलने लगी-
देखो, आपका हथियार आग नहीं, पानी छोड़ रहा है !
वैसे ही मैंने अपनी पैंट की ओर देखा तो मेरी पैंट लंड से निकलने वाले
पानी की वजह से गीली हो गई थी ! अब मैं समझ गया था कि अब भाभी को मेरे से
चुदवाना है ! और मैंने भी सोच लिया कि अब मौका मिला तो चौका मार कर ही
रहेंगे !
अब मैंने सोचा कि चलो अब बेशर्म ही बन जाते हैं, और मैं उठ कर भाभी के
पास चले गया !
भाभी का हाथ पकड़ा और बोला- चलो भाभी, आज मुझे सुहागरात कैसी करनी है,
सिखा ही दो ! और मैं भी आपको अपनी आग से मिलवा देता हूँ !
भाभी शरमा गई और मना करने लगी लेकिन अब मैं कहाँ मानने वाला था ! मैंने
दरवाजा बंद किया और भाभी को अपने बाँहों में उठा कर बेडरूम में लेकर गया
और दीवान पर लिटा दिया !
अब भाभी बिल्कुल सुहागरात को जैसे नवेली दुल्हन शरमाती है, वैसे ही शरमा
रही थी और अपने हाथों अपना चेहरा छुपा लिया !
मैंने अपना पैंट और शर्ट उतार दिया, मैं सिर्फ चड्डी और बनियान में था और
मेरा लंड चड्डी से निकलने के लिए तैयार था, मैं दीवान पर आकर भाभी के ऊपर
हो गया और उनके होंठों को चूमने लगा, भाभी भी मेरे होंठों को चूमने लगी !
साथ-साथ मैं उनकी गर्दन को भी चूम रहा था, उससे वो और भी ज्यादा
सिसकारियाँ मार रही थी।
थोड़ी देर के बाद मैंने उनकी साड़ी उनके शरीर से हटा दी, अब वो सिर्फ
ब्लाउज, ब्रा और पेटीकोट में ही थी तो मैंने उनकी चूचियों को मसलना शुरु
किया, उन्हें ऊपर की ओर दबा कर चूचियों के बीच की गली में जीभ से चाटना
शुरु किया जिससे भाभी बहुत उत्तेजित हो गई। अब वो अपने पैरों से मेरे खड़े
लंड को दबा रही थी ! उसके बाद धीरे धीरे मैंने उनकी ब्लाउज के हुक खोल
ब्लाउज उतार कर एक ओर फेंक दिया,
क्या उरोज थे भाभी के ! वाह ! गोरे-गोरे और बड़े-बड़े जो ब्रा से निकलने
के लिए बेताब थे !
अब मैंने उनको भी मसलना शुरु किया, भाभी भी मेरे बदन को पकड़े हुए थी !
फ़ौरन मैंने उनकी ब्रा को भी उतार दिया और उनकी नंगी चूचियों को अपने मुँह
में भर कर चूसने लगा, साथ-साथ दबाना भी जारी रखा। जोर से दबाने की वजह से
उनको थोड़ा दर्द हो रहा था लेकिन आज उनकी सही चुदाई होने वाली थी इसीलिए
वो सब सहने के लिए तैयार थी !
उन्होंने मेरी बनियान उतारी और मेरी नंगी पीठ पर नाखून गड़ाने लगी ! थोड़ी
देर बाद मैंने उनका पेटीकोट उतार कर उनकी चूत पर हाथ फेरना शुरु किया
जिससे वो अपने पांवों को की सिकोड़ने लगी।
भाभी बोली- आप अपनी चड्डी जल्दी उतरिये ना और मेरी भी उतारिये, अब
बरदाश्त नहीं हो रहा है ....प्लीज ......डालो ना जल्दी !
मैं बोला- मैं आपकी चड्डी उतरता हूँ, आप मेरी उतार दो !
वैसे ही फ़ौरन उन्होंने मेरी चड्डी उतारी और उतारते ही मेरे लंड के साथ
खेलने लगी। मैंने भी उनकी चड्डी उतार दी और उनकी चूत में उंगली करना शुरु
किया, उनकी चूत पर थोड़े थोड़े बाल थे !
जैसे ही मैंने अपनी उंगली चूत में डाली, वैसे ही भाभी उछल पड़ी और बोली-
जरा धीरे से डालिए, पिछले एक महीने से किसी ने मेरी चूत को छुआ नहीं है !
अब मैं धीरे धीरे उंगली अन्दर-बाहर कर रहा था जिससे भाभी की कामाग्नि भड़क
चुकी थी और उनका पानी भी निकलना शुरु हो गया था !
अब उनसे रहा नहीं गया, बोली- प्लीज डालो न.....मेरी खुजली मिटा दो ! यह
कहानी हिंदी सेक्सी कहानियाँ पर पढ़ रहे हैं।
तुरंत मैंने उनको जवाब दिया- ऐसे मैं डालने वाला नहीं हूँ ! आपको एक काम
और करना पड़ेगा, उसके बाद ही मैं आपकी चूत को शांत करूँगा !
तो वो बोली- अब कौन सा काम बचा है?
मैं बोला- मेरे लंड को चोकोबार समझ कर चूसो, तब ही मैं आपकी चूत में पानी छोडूँगा !
उन्होंने एक पल की भी देरी न करते हुए उठ कर मेरे लंड को अपने मुँह में
भर लिया और चूसने लगी...
ऐसे लग रहा था मानो कोई विदेशी रांड मेरे लंड को चूस-चूस कर घिस डालेगी !
अब मैंने उनकी चूत को चाटना शुरु किया तो उनकी आवाजें जोर पकड़ने लगी-
आह्ह...आह्ह...हू....ह्ह्हूऊ...
और अपने चूतड़ों को ऊपर उछाल कर मेरे मुँह में ठूंसने लगी और बोलने लगी-
प्लीज बस भी करो अब, हो गया ! मेरी चूत को निहाल कर दो अब... आज जितना
चोदना है उतना चोद डालो... प्लीज !
मैंने भाभी की तकलीफ समझते हुए सब बंद कर दिया और उनको सीधा लिटा के उनके
पैरों को अपने कंधे पर लेके अपने लंड को उनकी चूत की मुँह पर रख दिया और
एक ही झटके में पूरा लंड उनकी चूत में पेल दिया। वैसे ही उनके मुँह से
जोर की आवाज निकली- मर गई मैं... मार डाला...
अब मैंने धीरे धीरे अपने लंड को आगे-पीछे करना शुरु किया और उनके शरीर पर
आकर उनकी दोनों चूचियों को अपने मुँह में भर लिया ऐसा ही करीब 5 मिनट चला
!
अब वो बोलने लगी- जरा जोर लगा कर करो ना !
तो मैंने स्पीड बढा दी ! अब मेरा लंड सीधा उनकी चूत में गपागप अन्दर-बाहर
हो रहा था, भाभी को बहुत मजा आ रहा था, वो बहुत ही ज्यादा मज़ा लेकर चुदवा
रही थी।
और थोड़ी ही देर में भाभी झर गई उनके पानी से अब मुझे उनकी चूत में ढीलापन
महसूस हो रहा था इसीलिए मैंने अपना लंड निकाल लिया !
भाभी बोली- अरे आप क्यों निकल रहे हो? डाल दो ना पानी मेरे चूत में !
मैं बोला- आपकी चूत पूरी गीली हो गई है, मजा नहीं आ रहा !
तो वो बोली- मेरे चूत की तो प्यास बुझ गई है लेकिन आपका लंड प्यासा ही है
तो आप एक काम कीजिये, मेरी गांड मार लीजिये जो बड़ी कसी है और आपको मजा
भी आएगा !
मैं बोला- आपने कभी अपनी गांड मरवाई है क्या मेरे भाई से?
तो वो बोली- चूत को ही शांत नहीं करते, तो गांड कहाँ से मारेंगे !
मैंने थोड़ी सी पैट्रोलियम जेली ली और अपने लंड और उनकी गांड पर लगा दी !
अब मैंने उनको दीवान के किनारे घोड़ी बनाया और मैं नीचे खड़ा हो गया जिससे
मेरा लंड उनकी गांड के छिद्र पर एकदम सटीक बैठ रहा था !
मुझे मालूम था कि भाभी ने कभी गांड नहीं मरवाई है इसीलिए उनको बहुत
ज्यादा तकलीफ होगी जिसकी वजह से वो मुझे बराबर चोदने नहीं देगी इसीलिए
मैंने उनका मुँह गद्दी पर रख दिया, दोनों हाथों को पकड़ कर गांड के पीछे
कर दिया !
अब मेरी बारी थी क्योंकि भाभी की चूत तो शांत हो गई थी, मैंने अपना लंड
भाभी के गांड से सटा दिया और उसे जोर अन्दर पेलने लगा लेकिन वो अन्दर जा
नहीं रहा था।
अब मुझे लगा कि ये ऐसे जाने वाला नहीं है तो मैंने धीरे-धीरे दबाव डालते
हुए से पूरा लंड उनकी गांड में घुसेड़ दिया।
वो तड़प उठी और बोली- प्लीज मुझे छोड़ दो, बहुत दर्द हो रहा है, फट जाएगी
पूरी...प्लीज !
वो हिल भी नहीं पा रही थी क्योंकि मैंने उसके दोनों हाथ और गांड को अपने
हाथों से पकड़ रखा था !
अब मैंने अपने लंड को अन्दर-बाहर करना शुरु किया... बड़ी कसी गांड थी
उनकी, मुझे तो बड़ा मजा आ रहा था पर वो अब भी दर्द से चिल्ला रही थी।
मैंने उनकी तरफ से ध्यान हटा दिया और अपना लंड अन्दर-बाहर करना जारी रखा
! थोड़ी देर के बाद उनका दर्द कम हुआ और वो अब गांड चुदवाने में मजा ले
रही थी।
अब मैं भी झरने की कगार पर था इसीलिए मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और अगले एक
मिनट में पूरा पानी भाभी के गांड में छोड़ दिया और उनको सीधा करके उनके
शरीर पर लेट गया !
15 मिनट के बाद भाभी फिर से मेरे लंड से खेलने लगी जिससे मेरा लंड फिर से
खड़ा हो गया। अब हम दोनों ने फिर से चुदाई का आनन्द उठाया और इस बार मैंने
अपना पूरा पानी उनकी चूत में छोड़ दिया !
ऐसा करके मैंने मौके का फायदा उठाया और भाभी को चोदने का आनंद उठाया !
उसके बाद ठीक एक साल के बाद उनके देवर के शादी में सतत तीन दिन-रात खेत
में उनकी चुदाई की !
भाभी को चोदने का आनंद तो आता ही है लेकिन उनकी लंड चूसने की अदा मुझे
बेहद पसंद है ! अब कभी मौका मिला तो मैं भाभी की मुँह की चुदाई करूँगा और
अपने चोकोबार की क्रीम उनके मुँह में डालूँगा !
आपका प्यारा देवर......राजेश
raj230180@gmail.com
Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion |
Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews
| Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance |
India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera |
Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical
| Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting |
Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry |
HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis
| Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad |
New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी
कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स |
सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स |
vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा |
सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी
सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी
सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such
| सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi |
कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult
kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई |
एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre
ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein |
चुटकले चुदाई के | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain |
चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी
चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा |
सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai |
payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग
कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk |
vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana
ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ |
कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का
तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ |
हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी |
हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट |
chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai
| sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai |
mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन,
यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग,
यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना,
aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic
stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi
stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story
bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi
stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi
bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty
chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali
chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti
chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani
chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri
chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi
chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi
chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy
chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot
kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi
bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri
choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi
choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan
choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa
chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi
gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty
doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti
stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh
stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi
bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke
sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni
stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri
aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi
stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi
chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag
raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke
saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher
aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari
choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka
maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा
बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की
कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और
मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर
दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories
,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी
बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk
kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया
,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है
,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला
,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास
बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग
,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स
,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ
मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन
,kamuk-kahaniyan.blogspot.com ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल
,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले
होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो
,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी
,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे
लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों
के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி
,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा
,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
,چوت ,
No comments:
Post a Comment