FUN-MAZA-MASTI
प्यार , सम्भोग ओर धोखा-2
अगले दिन में उठा और तयार होके नीचे आया तो माँ आरती की थाल लिए मेरा इंतजार कर रही थी । उनकी आंखें तरस गयी थी मुजे ऐसे देखने के लिए उन्होंने मेरी आरती उतारी ओर फेर हम सब पूरा परिवार एक साथ नाश्ते के लिए बैठ गए ।
पिता जी – तो विश्वास बेटा अब फ्यूचर के क्या प्लान है क्या करना चाहते हो लाइफ में ।
विश्वास – पिता जी जो आप कहे वेसे मेरे कुछ प्लान है में शेयर तो करूँगा आपके साथ मगर कोई दबाव नही है जैसा आप कहेंगे वैसा ही होगा ।
विशाल – अरे भाई तू खुल के बोल तेरे शब्द मेरे आर्डर है बोल क्या करना है में तेरे साथ हु ।
पिताजी – विशाल ऐसा नही होता जैसा तुम बोल रहे हो उसे उसका प्लान रखने दो साबित करने तो दो एक बिज़नेस मैन का बेटा है ।
विश्वास – जी पिताजी अभी तो में आगे पड़ना चाहता हु कॉलग लाइफ जीना चाहता हु लेकिन में साथ मे अपना खुद का बिज़नेस भी करना चाहता हु अपने दम पे ।
विशाल – पर भाई हमारी इतनी इंडस्ट्री है फैक्ट्री है ये भी तो तुजे ही देखनी है ना फेर अलग से क्यों दोने भाई साथ काम करेंगे ।
पिताजी – हा विशाल सही बोल रहा है ।
विश्वास – पिताजी में चाहता हु की में आपकी ताकत में जुड़ के नही उसे बड़ा के चलू । में देखना चाहता हु मुजमे कितनी काबिलियत है । जब भी भाई को आपको मेरी जरूरत होगी सब काम छोड़ के पहले आपका साथ दूंगा में ।
पिताजी – अपना प्लान बताओ ।
विश्वास – पिताजी में एक गांव गोद लेना चाहता हु हम शहर के सबसे बड़े बिज़नेस मैन है हमारे दायरे में ये आता है और उस गांव के विकास की पूरी जिम्मेदारी मेरी । में चाहता हु के वहा की ताकत वही रहे और अपनों के काम आए शहर आके तो वो आधी हो जाती है अपने परिवार से दूर में उन्हें वही अच्छा जीवन देना चाहता हु ।
पिताजी – ये तो चाहत है अब आईडिया भी तो दो
विश्वास - वहां में 24/7 चलने वाली दो लार्ज स्केल इंडस्ट्री खोलना चाहता हु एक महिला के लिए ओर एक मर्दो के लिए । टेक्सटाइल इंडस्ट्री ओर हैंडक्राफ्ट एंड हैण्डलूमस । जगह में आपको काल ही फाइनल करके बता दूंगा आज में देखने जा रहा हु ।
पिताजी – गांव कोनसा है ।
विश्वास – पिताजी रतनगढ़ ।
पिताजी – क्या तुम सच मे ये करने वाले हो क्योंकि वह लोग बोहुत काम बंजर इलाका है वो लोग छोड़ छोड़के जा रहे है वो गांव ।
विश्वास – आपने कभी कोई आसान काम किया है और आसान काम करने के लिए शरीर नही लिया है ।
पिताजी – मेरी क्या मदद चाहिए ।
विश्वास – सिर्फ बता दीजिए किस्से बात करनी है कॉन्टेक्ट्स ओर सिर्फ दो इंडस्ट्री के लिए फाइनेंस ओर आपको वो गांव बंजर दिखता है मुजे वहां मौका दिखता है खुद को साबित करने का वहाँ से जुड़ी नदी 5 गांव से होक निकलती है वह बोहुत रॉ मटेरियल है । बस आप गांव की कागजी कारवाही पूरी करदे बस काम मे कोई रुकावट ना आए ।
पिताजी – मुजे तुमपे गर्व है बेटे मुजे तुमसे यही उम्मीद थी तुम पूरे तयार हो में कल ही तुम्हारा काम कर दूंगा ओर BBA में एडमिशन तुम्हारा जुलाई में होगा ।
विश्वास – पिताजी एक जरुरी बात आप कहे तो मेरी इच्छा है के मेरी सारी बहेन इस प्रोजेक्ट में मेरे साथ काम करे और मेरी पार्टनर बने ।
पिताजी – अब तुम्हारा काम है तुम देखो । विशाल इसकी पूरी सुरक्षा की जिम्मेदारी तुम्हारी है इसे तांग किये बगैर ।
विशाल – पिताजी ये कोई बोलने की बात है जान है ये मेरी । भाई मेरी कोई हेल्प चाहिए हो तो बेझिझक बोल दिओ एक आवाज में तेरे सारे काम हो जाएंगे ।
विश्वास – जी भाई
माँ – चलो अब बाप बेटो की बात हो गयी हो तो नाश्ता करलो ।
फेर हम सबने नाश्ता किया और में अपने कमरे में आ गया और फिर मेने सबको सबके गिफ्ट्स दिए जो मेने सबके लिए लिए थे । में वापिस रूम मेये ओर मोबाइल चेक किया तो नंदिनी के काफी सारे मिस कॉल थे तो मैने उसे कॉल की ओर उसने मिलने की ज़िद की ओर हम कैफ़े में चले गए ।
नंदिनी – कैसे हो ।
विश्वास – ठीक हु भाभी ।
नंदिनी – शटअप विश्वास में कोई तुम्हारे भाई से शादी नही करूँगी मुजे तुम पसंद हो ।
विश्वास – ये कबसे हुआ ।
नंदिनी – जब काल किस्स की तब
विश्वास – देखो तुम दोस्त हो तो में बता रहा हु मुजे प्यार नही हुआ है सिर्फ अट्रेक्शन है कल रिश्ता पक्का हो चुका अब कोई बखेड़ा खड़ा ना करना करलो मेरे भाई से शादी रानी बनके रखेगा तुम राज करोगी ।
नंदिनी – मुजे तो तुमपे राज करना है ना बस ओर किसी पर नही ।
विश्वास – देखो दोनों परिवारों के लिए एक बार शादी करके मेरे घर तो आ जाओ में अपने भाई को जनता हु तुम्हारी मर्ज़ी के बगैर तुम्हे छुएगा भी नही । तुम्हे उससे भी प्यार हो जाएगा और तब भी मेरे लिए प्यार रहा या तुम मेरे दिलमें अपने लिए प्यार जग पाई तो घर की शांति के लिए हमारी शांति के लिए जैसा कहोगी करूँगा । बूत शफी तो करनी होगी मेरे करीब आना है तो ।
नंदिनी – तुम जानते हो ना क्या बोल रहे हो तुम तो ठीक अब ऐसा ही होगा घर टूटा रिश्ते टूटे उसके जिम्मेदार तुम होंगे सिर्फ तुम आ रही हु में तुम्हारी भाभी बनके ।
में जनता था ये गलत कर रहा हु में पर मुजे खुद पे भरोसा था में जनता कुछ गलत नही होगा । और में फिर घर आ गया और कल्कि तयारी करने लगा जिन जिनसे काल काम था सबके नाम हिस्ट्री सब निकल ली थी और अब में तयार था मेरी पहली मंजिल की ओर जाने के लिए रतनगढ़ में आ रहा हु ।
रात को मैने पिता जी से बात की सारी इन्फॉर्मेशन ली और कल की तैयारी करने लगा प्रोजेक्ट बनाने लगा क्या होगा कैसे होगा आसान भाषा मे ताकि में गांव को समझा सकू । मेने पिता जी से वेदिका दीदी ओर सीमा को ले जाने की बात की वेदिका दी एक सिविल इंजीनियर है और सीमा एक सी ए है दोनों की ही मुजे जरूरत थी और दोनों ही मेरे बोहुत करीब भी है तो मैने अपनी पैकिंग करली ओर काल का इंतजार करने लगा फेर मुजे याद आया के कुछ जगह के बारे में रिसर्च की जाए तो मैने इंटरनेट खोल ओर पड़ने लगा तो एक कहानी सामने आई कि रतन गढ़ की जमीन में वहां के पहले राजा की एक चमत्कारी अंगूठी दबी हुई है बोहुत ही चमत्कारी अंगूठी है मंगाए इतने साल से वो किसी को नही मिली मुजे ऐसी कहानियो पे जरा भी विश्वास नही था तो में पड़ा और सो गया । अगली सुबह में जल्दी उठा दीदी को भी उठाया सीमा को भी उठाया और तयार होने को बोला और में भी तयार होने चला गया मा ने हमारे लिए रास्ते मे खाने के लिए नाश्ता बना के दिया और मैने चाचा से भाई से पिता जी से आशीर्वाद लिया ओर चल दिया मंजिल की ओर 4 घंटे का लंबा सफर तय करके वहाँ हम सरपंच के घर पोहुचे काफी बड़ा मकान था उसे पहले ही बता दिया गया था के हम आ रहे है । दोपहे के 1 बज रहे थे खाना भी तयार था तो सरपंच ने हमे खाने पे बिठाया ओर हमारी अच्छी महमान नवाजी की । मेरी बहेन ओर सीमा थक चुके थे तो सरपंच ने उन्हें उनका कमरा दिखाया मगर में यहां काम करने आया था । था तो मैने सरपंच से बात की जमीन की तो उन्होंने अपने बेटे को मेरे साथ भेज दिया तो मैने कहा ।
विश्वास – सरपंच जी मे यहां काम मर्दो के लिए ओर औरतो के लिए दोनों के लिए देखने आए हु तो सिर्फ बीटा ही क्यों अपनी बेटी को भी भेजिए हमारे साथ बेटे से ज्यादा वो काम की है मेरे उसे यह कि औरतो की दिक्कतों का पता होगा । आप चिंता न कीजिये में अपनी जिम्मेदारी पे उसे ले जा रहा हु कुछ नही होगा ।
सरपंच – ठीक है बेटा ले जाओ बेटी लक्ष्मी जाओ तुम भी ओर बेटा राजू छोटे मालिक का ध्यान रखना कोई दिक्कत ना हो ।
लक्ष्मी – जी पिताजी चलिए बाबूजी ।
विश्वास – बाबूजी मेरा नाम विश्वास है तो नाम से ही बुलाओ अब तो हमे साथ ही काम करना है है तो नो फॉर्मेलिटी ।
फेर हम घर से बाहर आ गए । और गांव घूमने लगे बोहुत ही रखा सूखा गांव है ये सब लोग मुजे ही घूर रहे थे ।
विश्वास – राजू भाई बोहुत हो गया घूमना अब काम की बात करे ।
राजू – जी भाई बोलिये ।
विश्वास – क्या काम करते हो तुम । महीने का कितना कमा लेते हो ।
राजू – भाई में काम करने शहर जाता हूं और कमाई ना के बराबर ही है बस गुजरा चल रहा है किसी तरह ।
विश्वास – ये ही समस्या तो में दूर करने आया हु । अब मुजे तुम लक्ष्मी एक ऐसी जगह दिखाओ जहाँ आस पास के 5 गांव की औरते यहां आसानी से जल्दी पोहच जाए और जगह नदी के पास हो ।
लक्ष्मी – एक जगह है तो मगर थोड़ी डरावनी ओर खतरनाक है ।
विश्वास – मतलब ।
लक्ष्मी – मतलब उस एरिए में एक हवेली है जो यह के राजा की हुआ करती थी मगर उनके मारने के बाद वहां कोई नही जाता कहते वो श्रापित है ।
विश्वास – चलो दिखाओ मुजे अछि लगी जगह तो बात पक्की हो जाएगी ।
फेर हम वहां चल दिये एक दम सुनसान हवेली बोहुत बड़ी थी और जगह एक दम परफेक्ट है ।
विश्वास – मुजे ये हवेली ओर ये जगह चाहिए किसी भी कीमत पे ।
फेर में घर आ गया और सारी बात सरपंच को बताई दीदी को भी बताई सभी बोहुत खुश थे सभी को में बोहुत बड़े बड़े सपने दिखा चुका था । और अगले दिन मेने पिताजी को ओर भाई को गांव बुला लिया जमीन दिखाने के लिए ओर रात का खाना खाया और सो गए । रात को में अपने कमरे कपड़े चेंज कर रहा था के तभी लक्ष्मी मेरे रूम में आई । दूध का गिलास लेके ओर अंदर आते ही मेरा कसा हुआ शरीर देख के देखती ही रह गयी ।
विश्वास – क्या हुआ लक्ष्मी आओ अंदर आओ ।
लक्ष्मी – जी वो दूध पी ली जियेगा ।
विश्वास – जी
विश्वास – वेसे कितना पड़ी लिखी हो तुम ।
लक्ष्मी – जी में एम.बी.ए कर चुकी हूं । अवसर ना मिलने की वजह से कुछ कर नही पाई ।
विश्वास – में दूंगा ना अवसर तुम्हे बस जो अवसर मिले उसे पकड़ लेना छोड़ना मत ।
लक्ष्मी – जी अब में चलती हु काल बोहुत काम है आपको भी ओर मुजे भी ।
फेर वो चली गयी और में भी सो गया एक नसी सुबह के इंतजार में ।
सुबह उठके में नहाया धोया ओर उठ कर पिता जी को कॉल किया ।
पिताजी – हेलो
विश्वास – पिताजी प्रणाम आप आ रहे है ना ।
पिताजी – हाँ मेरे बच्चे आ रहा हु कोई और काम है तो बता ।
विश्वास – नही बस आप ओर भाई को ले आओ ओर वकील को भी ले आओ ।
पिताजी – हाँ बेटा याद है मुजे वकील साहिबा आ रही है हमारे साथ तुम चिंता ना करो जमीन आज ही हमारे नाम हो जाएगी ।
विश्वास – यही ठीक रहेगा पिताजी मेने खुद के लिए समय निर्धारित किया है और मेरे पास समय कम है ।
पिताजी – ओक बेटा हम निकल रहे है इतने तुम गांव वालों से बात करो ।
फेर बात करके में राजू ओर लक्ष्मी के पास गया उन्हें उठाया तयार होने को कहा फेर अपनी बहनों को उठाया ओर उन्हें भी तयार होने के लिए बोल दिया और हम निकल गए अपनी मंजिल की ओर मेने अपनी दोनों बहनों को जगह दिखाई वेदिका दीदी प्रोजेक्ट तयारी में लग गयी और सीमा लग गयी बही खाता संभालने में फिर मेने उन्हें सरपंच के घर वापिस भेज दिया और सरपंच को कहा के पंचायत बुलाओ ओर सभी मर्द औरत ओर 16 साल से बड़े बच्चों को भी बुला लिया और सबका आना जरूरी कर दिया । करीब 2 घंटे बाद लोग आने शुरू हो गए मगर लोग कम थे तो मैने सरपंच को कहा के आस पास के जो ओर 4 गांव है उनके सरपंच को भी बुला लिया और उनके लोगो को भी सबमे टाइम तो लगा पर देखते ही देखते लोगो का जमावड़ा लग गया अब बोहुत भीड़ जमा हो गति थी तो लग रहा था है कुछ बड़ा होने जा रहा है जैसे ही सब आए तो सरपंच ने मेरा परिचय कराया और मुजे कहा के अब में इन गांव वालों को सम्भोदित करू मेरे लिए ये अनुभव नया तो था ही मगर करना तो था ही तो मैने माइक पकड़ लिया ।
विश्वास – मेरे प्यारे गांव वालों जी हां अपने सही सुना है आज से आप मेरे है में आज इस गांव को गोद लेने वाला हु तो अब आप ये सोच रहे होंगे कि इस गांव को गोद ले रहा हु तो बाकी 4 गांव को क्यों बुलाया है मेरा मानना है कि किसी का विकास जब होता है जब उसके आसपास भी विकास हो रहा हो और वो मिलेगी महनत से महनत आप सबकी विकास आप सबका आपके आने वाली पीढ़ी का आज ज्यादा महनत करली तो आने वाली पीढ़ी को कम महनत करनी पड़ेगी और आज महनत नही की तो आने वाली पीढ़ी की भी महनत कुछ रंग नही लाएगी । आज में आप सबके पास एक अवसर लाया और मेरा मानना है जहाँ जो अवसर मिले लेलो आपको में काम दूंगा पैसा दूंगा अच्छी शिक्षा दूंगा अच्छी सेहत दूंगा मगर ये तो मेरी योजना है में दूंगा मगर आप लोग लेंगे कैसे महनत से आप पे निर्भर करता है कि कितनी जल्दी आप लोग ये सब अपने लिए कमा पाएंगे । एक ओर बात मेरी नजर में अब ये देश पुरुष प्रधान नही रह औरते भी देश चला रही है तो में चाहता हु इस गांव को भी मर्द ओर औरत मिलके चलाए अवसर दोनों को बराबर दूंगा तो कोंन चलेगा मेरे साथ कोंन देगा मेरा साथ इस विकास में ।
सभी एकसाथ – मैं
तभी उनमे से एक सरपंच बोला बेटा सब तो इस गांव को मिलेगा हमारा क्या फायदा इसमे ।
विश्वास – ये एक गांव नही 5 गांव है जो एक ही राजा का राज्य था फिर ये बट के 5 हो गए है अब समय है फिर एक होने का थोड़ा मुश्किल है मगर नामुमकिन नही है
सरपंच – वो कैसे ओर हम क्यों साथ दे ।
विश्वास – क्यों नही सरपंच जी जरा सोच के देखिए यहां 5 गांव है और मैने खुद को 10 साल का समय दिया एक गांव पे 2 साल लगाए तो हो सकता है मेरे पास प्लान है नदी के सबसे करीब जो गांव है वो सारा का सारा हम खेती बाड़ी में लगा देंगे पूरा गांव वहां सिर्फ किसानों के घर होंगे गरीब किसानों के एक जो सबसे बड़ा गांव है उसमें हम हॉस्पिटल , स्कूल , कॉलेज , मॉल बनवाएंगे 2 गांव में पूरे पांच गांव के लोगो के रहना का इंतजाम होगा पक्के घर और एक गांव में बड़ी बड़ी इंडस्ट्री कोल्ड स्टोरेज व्हेर हाउस सब बनेगा यहां पे गांव के बच्चों का एक पीढ़ी तक मुफ्त इलाज मुफ्त पढ़ाई होगी और मुफ्त घर उसके बाद इस गांव के लोगो को कभी कोई चीज मुफ्त में लेने की जरूरत नही होगी बाहर से लोग यहां आएगे काम करने यहां के लोगो गांव से बाहर जाने की जरूरत नही है वो लोग यहां आके पैसे देंगे हमे । हम पहले इंडस्ट्री वाले प्रोजेक्ट पे काम कर रहे है 2 साल बाद आपके रहने का इंतजाम हो जाएगा उसके बाद आपके लिए स्कूल कॉलेज हॉस्पिटल की मॉल का इंतजाम किया जाएगा फेर खेती आप लोगो को बस अपना 100% देना है । में भी दूंगा में भी ज्यादा से ज्यादा यहां रहूंगा ओर आपकी सुरक्षा जो में भूल गया था माफ करिए उसका भी इंतजाम होगा वो भी मेरी जिम्मेदारी उसका इंतजाम सबसे पहले होगा । और आप सभी सरपंच आजसे मेरे साथ काम कीजिये काम रुकना नही चाहिए आपकी जिम्मेवारी है । गांव आपका है इसे कैसा बनाना है आपके ऊपर है ।
सभी मुझसे खुश थे उन्हें मेरी बात समज आ गयी थी । तभी सरपंच पूछता है किस चीज की इंडस्ट्री है ।
विश्वास – पहले दो इंडस्ट्री लगेगी हैंडीक्राफ्ट्स ओर टेक्सटाइल जो दिन रात चलेगी दो 3 शिफ्टों में चलेगी मर्द औरत सब इसमे हिस्सा लेंगे और 18 के होते ही खुद ब खुद बच्चों को पार्ट टाइम जॉब मिल जाएगी आप सभी को आदर कार्ड जमा करना है और 0 अनोउन्ट पे बैंक में खाता खोलना है आपकी कमाई बैंक में अति रहेगी जिन्हें जमा नही करनी उनकी तनख्वाह उनके घर पाहुचा दी जाएगी ।
सरपंच – आप रहेंगे कहा ।
विश्वास – जी वो राजा जी की हवेली है ना वो खरीद ली है मेने वही रहूंगा में जनता हु उस जगह को लेके बोहुत कहानिया जे बाटे है पर मुजे विश्वास नही है आप बस आज से ही काम पे ध्यान दीजिए बोहुत जल्द यहां काम शुरू हो जाएगा ।
तभी आवाज आती है ।
पिताजी – जल्द नही काल से ही ओर एक महीने बाद तुम काम कर पाओगे यहां पे ।
विश्वास – अब तो खुश है ना आप सब । पिताजी वो हवेली का क्या हुआ और काम करने के पेपर्स ।
पिताजी – बीटा इनसे मिलो ये आज से तुम्हारी वकील राधिका आज से ये ही सारे लीगल काम देखेगी तुम्हारे ।
ओर में वकील को देखता ही रह गया । बोहुत ही खूबसूरत औरत है राधिका नंदिनी के बाद मुजे दूसरी बार किसी से अट्रेक्शन हुई वो थी राधिका फेर मेने देखा पिताजी के साथ मेरी पर्सनल दोनों डॉक्टर भी थी पिताजी पूरी तैयारी के साथ आए है उन्हें पता है में यही रहने वाला हु । फेर शाम को पिताजी ने 5 सरपंचों से बात की उन्हें समझाया शराब पिलाई थोड़ीसी मिठाई भी खिलाई ताकि कोई अड़चन न आए और में जेक सो गया काल मुजे मेरी हवेली में दाखिल होना है और कल हवन हो महाभोज भी है भूमि पूजन है कल मेरी इंडस्ट्री की जमीन का ।
अगले दिन फिर जल्दी उठके में तयार हो गया पिताजी से आशीर्वाद लिया । आज मेरे लिए बोहुत बड़ा दिन था तो में लग गया तैयारियो के लिए आज मेरी जमीन की भूमि पूजन थी । देश भर से काफी बड़े बड़े बिजनेसमैन आने वाले थे बड़े बड़े राजनेता आने वाले थे बड़े बड़े अफ़सर आने वाले थे ये एक तरह से हमारा शक्ति प्रदर्शन था हमने अपने दूसरे परिवार वालो को भी बुलाया मगर उन्होंने न्योता ठुकरा दिया । मगर बाद में उस घर की सभी बेतिया आने को तयार हो गयी क्योंकि आगे का उनका सारा बिज़नेस वो ही देखने वाली थी और उनके मन मे मेरे हिसाब से कोई नफरत भी नही थी । फिर में सभी इंतजामात देखने लगा कोंन क्या कर रहा था मेने हवेली की सफाई कराई गांव के लोग तयार नही थे तो हमने बाहर से सफाई वाले बुलाए जो रात से ही काम कर रहे थे बस अब थोड़ा ही काम बचा था तो में सीमा वेदिका दीदी वकील साहिबा डॉक्टर कावेरी ओर लक्ष्मी मेरे साथ कार में बैठ के हवेली की ओर निकल पड़े हवेली बोहुत ही बड़ी थी तो सभी को उनके अलग अलग कमरे दिए गए मेरा कमरा खास था रातो रात पिताजी ने वहां काफी सुरक्षा के इंतजामात करा दिए थे । अपने रूम से में बाहर हो रही सारी तैयारियो पे नजर रख रहा था । अब धीरे धीरे महमान आने लगे थे और भाई भी पूरी फैमिली बुआओं ओर नंदिनी की फैमिली को ले आया था सभी के ठहरने की व्यवस्था हवेली में की गई और कुछ ही देर मे मेरी दूसरी फैमिली से भी सभी भहने आ गयी उनको भी हवेली पे ही रुकने का न्योता दिया गया । बाहर पिताजी महमानों को देख रहे थे शहर के कमिश्नर भी आ गए थे जो पिताजी के दोस्त थे और एम.एल.ए भी आ गए थे थोड़ी देर में सब आ गए सभी के आने के बाद में सभी फैमिली वालो से मिला उनका आशीर्वाद लिया और उनके खाने पीने की व्यवस्था की सभी बोहुत खुश थे भाई भी आते ही काम मे लग गए फेर थोड़ी देर बाद हवन का बुलावा आ गया पहले हमने भूमि पूजन कराया और पहला पत्थर एम.एल.ए से रखवाया ओर काम का श्री गणेश करवाया ओर इस काम को पूरा करने का जिम्मा मेरी बहेन का था और गांव के लोग जो मजदूर थे वो भी हाथ बटा रहे थे और उनको उनकी ध्याड़ी देने का भी एलान कर दिया फेर एक बड़ा सा हवन हमने हवेली में रखा जिसमे सिर्फ खास ही लोग थे खास महमान ओर घर के लोग हवन पूरा होते ही सभी ओरते इधर उधर की बाते करने लगे सभी बहेनो ने एक अलग कमरे में डेरा जमा लिया दूसरे फैमिली से लडकिया अपने रूम में चली गयी और सभी मर्द लोग एक अलग रूम में चले गए मीटिंग करने जहा कमिष्नर एम.एल.ए 5 सरपंच नंदिनी के पिताजी भाई चाचा ओर पिताजी ओर में थे जहाँ में एक बार फिर सबको अपना प्लान बता रहा था सभी मुझसे इम्प्रेस थे और मुजे बधाई दे रहे थे । तभी मेने कमिश्नर से सुरक्षा व्यवस्था के बारे में बात की ओर उनको कहा ।
विश्वास – सर मुजे एक ऐसी टीम चाहिए जो मेरे इशारे पे चले कानून और न्याय व्यवस्था से नही ओर भरोसा कीजिये गलत फायदा नही उठाऊंगा ये पांच गांव मेरे भरोसे है अब ।
कमिश्नर – बेटा हो जाएगा एक टीम है मेरे पास अंडर कवर है स्पेशल टास्क फोर्स है वो आज शाम तक यहां पोहच जाएगी ।
पिताजी – भाई मुजे एक बॉडीगॉर्ड भी चाहिए इसके लिए उसका भी इंतजाम कर दो । तो में मुक्त हो जाऊंगा ।
कमिश्नर – हा भी वो भी हो ही गया उस टीम की टीम लीडर साये के जैसे तेरे बेटे के पास रहेगी ।
विश्वास – रहेगी सिर ये लड़की है ।
कमिश्नर – हा बेटे ये 10 लड़कियों की टीम है जिसकी हेड है जास्मिन जो आज से तुम्हारे साथ साये के जैसे रहेगी ।
विश्वास – सिर इनसे हो पाएगा ।
कमिश्नर – भरोसा रखो इनसे ही हो पाएगा । किसी को इनपे शक भी नही होगा और जो भी इन्हें कमजोर समझने की कोशिश करेगा वो उसकी आखिरी गलती होगी । बोहुत बड़े बड़े मिशन देखब चुकी है बेटे । रुको में अभी कॉल करता हु ।
फेर जास्मिन को कॉल किया गया और उसे उसके नए मिशन के बारे में बताके बुला लिया गया । फिर सभी फैमली ने गांव वालों ने लंच किया मेने भी गांव वालों के साथ बैठक उनके बीच लंच किया । और उन्हें फील कराया के अब में उनमे से ही एक हु । ओर आज रात से ही इंडस्ट्री ओर आफिस बनाने का शुरू हो जाएगा जो अब बिना रुके दिन रात चलता जाएगा । फेर सब थक गए थे और सभी आराम करने चले गए शाम को उठे तो जैस्मिन भी अपनी टीम के साथ आ चुकी थीं एक बोहुत ही खूबसूरत लेडी थी और अपने काम को लेके काफी सीरियस लग रही थी आज सबको आराम था मगर वो अपनी टीम के साथ पूरे गांव के चक्कर लगा रही थी । शाम को दूसरे घर से आई लडकिया अपने घर जा चुकी ओर ओर कमिश्नर ओर एम.एल.ए भी जा चुका था बस हमारी फैमिली ही रह गयी थी और रात तक सभी ने बोहुत मस्ती की नाच गाना किया गांव वालों के साथ फेर थक हार के सब सो गए क्योंकि काल सबको वापिस जाना था । में ओर मेरी पूरी टीम रही रुकने वाली थी । और वहां घर जेक अब भाई की शादी की भी तैयारियां करनी है शादी से एक हफ्ता पहले में भी घर चला जाऊंगा मगर अभी यहाँ काम देखना था ।
kramashah................
राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ
प्यार , सम्भोग ओर धोखा-2
अगले दिन में उठा और तयार होके नीचे आया तो माँ आरती की थाल लिए मेरा इंतजार कर रही थी । उनकी आंखें तरस गयी थी मुजे ऐसे देखने के लिए उन्होंने मेरी आरती उतारी ओर फेर हम सब पूरा परिवार एक साथ नाश्ते के लिए बैठ गए ।
पिता जी – तो विश्वास बेटा अब फ्यूचर के क्या प्लान है क्या करना चाहते हो लाइफ में ।
विश्वास – पिता जी जो आप कहे वेसे मेरे कुछ प्लान है में शेयर तो करूँगा आपके साथ मगर कोई दबाव नही है जैसा आप कहेंगे वैसा ही होगा ।
विशाल – अरे भाई तू खुल के बोल तेरे शब्द मेरे आर्डर है बोल क्या करना है में तेरे साथ हु ।
पिताजी – विशाल ऐसा नही होता जैसा तुम बोल रहे हो उसे उसका प्लान रखने दो साबित करने तो दो एक बिज़नेस मैन का बेटा है ।
विश्वास – जी पिताजी अभी तो में आगे पड़ना चाहता हु कॉलग लाइफ जीना चाहता हु लेकिन में साथ मे अपना खुद का बिज़नेस भी करना चाहता हु अपने दम पे ।
विशाल – पर भाई हमारी इतनी इंडस्ट्री है फैक्ट्री है ये भी तो तुजे ही देखनी है ना फेर अलग से क्यों दोने भाई साथ काम करेंगे ।
पिताजी – हा विशाल सही बोल रहा है ।
विश्वास – पिताजी में चाहता हु की में आपकी ताकत में जुड़ के नही उसे बड़ा के चलू । में देखना चाहता हु मुजमे कितनी काबिलियत है । जब भी भाई को आपको मेरी जरूरत होगी सब काम छोड़ के पहले आपका साथ दूंगा में ।
पिताजी – अपना प्लान बताओ ।
विश्वास – पिताजी में एक गांव गोद लेना चाहता हु हम शहर के सबसे बड़े बिज़नेस मैन है हमारे दायरे में ये आता है और उस गांव के विकास की पूरी जिम्मेदारी मेरी । में चाहता हु के वहा की ताकत वही रहे और अपनों के काम आए शहर आके तो वो आधी हो जाती है अपने परिवार से दूर में उन्हें वही अच्छा जीवन देना चाहता हु ।
पिताजी – ये तो चाहत है अब आईडिया भी तो दो
विश्वास - वहां में 24/7 चलने वाली दो लार्ज स्केल इंडस्ट्री खोलना चाहता हु एक महिला के लिए ओर एक मर्दो के लिए । टेक्सटाइल इंडस्ट्री ओर हैंडक्राफ्ट एंड हैण्डलूमस । जगह में आपको काल ही फाइनल करके बता दूंगा आज में देखने जा रहा हु ।
पिताजी – गांव कोनसा है ।
विश्वास – पिताजी रतनगढ़ ।
पिताजी – क्या तुम सच मे ये करने वाले हो क्योंकि वह लोग बोहुत काम बंजर इलाका है वो लोग छोड़ छोड़के जा रहे है वो गांव ।
विश्वास – आपने कभी कोई आसान काम किया है और आसान काम करने के लिए शरीर नही लिया है ।
पिताजी – मेरी क्या मदद चाहिए ।
विश्वास – सिर्फ बता दीजिए किस्से बात करनी है कॉन्टेक्ट्स ओर सिर्फ दो इंडस्ट्री के लिए फाइनेंस ओर आपको वो गांव बंजर दिखता है मुजे वहां मौका दिखता है खुद को साबित करने का वहाँ से जुड़ी नदी 5 गांव से होक निकलती है वह बोहुत रॉ मटेरियल है । बस आप गांव की कागजी कारवाही पूरी करदे बस काम मे कोई रुकावट ना आए ।
पिताजी – मुजे तुमपे गर्व है बेटे मुजे तुमसे यही उम्मीद थी तुम पूरे तयार हो में कल ही तुम्हारा काम कर दूंगा ओर BBA में एडमिशन तुम्हारा जुलाई में होगा ।
विश्वास – पिताजी एक जरुरी बात आप कहे तो मेरी इच्छा है के मेरी सारी बहेन इस प्रोजेक्ट में मेरे साथ काम करे और मेरी पार्टनर बने ।
पिताजी – अब तुम्हारा काम है तुम देखो । विशाल इसकी पूरी सुरक्षा की जिम्मेदारी तुम्हारी है इसे तांग किये बगैर ।
विशाल – पिताजी ये कोई बोलने की बात है जान है ये मेरी । भाई मेरी कोई हेल्प चाहिए हो तो बेझिझक बोल दिओ एक आवाज में तेरे सारे काम हो जाएंगे ।
विश्वास – जी भाई
माँ – चलो अब बाप बेटो की बात हो गयी हो तो नाश्ता करलो ।
फेर हम सबने नाश्ता किया और में अपने कमरे में आ गया और फिर मेने सबको सबके गिफ्ट्स दिए जो मेने सबके लिए लिए थे । में वापिस रूम मेये ओर मोबाइल चेक किया तो नंदिनी के काफी सारे मिस कॉल थे तो मैने उसे कॉल की ओर उसने मिलने की ज़िद की ओर हम कैफ़े में चले गए ।
नंदिनी – कैसे हो ।
विश्वास – ठीक हु भाभी ।
नंदिनी – शटअप विश्वास में कोई तुम्हारे भाई से शादी नही करूँगी मुजे तुम पसंद हो ।
विश्वास – ये कबसे हुआ ।
नंदिनी – जब काल किस्स की तब
विश्वास – देखो तुम दोस्त हो तो में बता रहा हु मुजे प्यार नही हुआ है सिर्फ अट्रेक्शन है कल रिश्ता पक्का हो चुका अब कोई बखेड़ा खड़ा ना करना करलो मेरे भाई से शादी रानी बनके रखेगा तुम राज करोगी ।
नंदिनी – मुजे तो तुमपे राज करना है ना बस ओर किसी पर नही ।
विश्वास – देखो दोनों परिवारों के लिए एक बार शादी करके मेरे घर तो आ जाओ में अपने भाई को जनता हु तुम्हारी मर्ज़ी के बगैर तुम्हे छुएगा भी नही । तुम्हे उससे भी प्यार हो जाएगा और तब भी मेरे लिए प्यार रहा या तुम मेरे दिलमें अपने लिए प्यार जग पाई तो घर की शांति के लिए हमारी शांति के लिए जैसा कहोगी करूँगा । बूत शफी तो करनी होगी मेरे करीब आना है तो ।
नंदिनी – तुम जानते हो ना क्या बोल रहे हो तुम तो ठीक अब ऐसा ही होगा घर टूटा रिश्ते टूटे उसके जिम्मेदार तुम होंगे सिर्फ तुम आ रही हु में तुम्हारी भाभी बनके ।
में जनता था ये गलत कर रहा हु में पर मुजे खुद पे भरोसा था में जनता कुछ गलत नही होगा । और में फिर घर आ गया और कल्कि तयारी करने लगा जिन जिनसे काल काम था सबके नाम हिस्ट्री सब निकल ली थी और अब में तयार था मेरी पहली मंजिल की ओर जाने के लिए रतनगढ़ में आ रहा हु ।
रात को मैने पिता जी से बात की सारी इन्फॉर्मेशन ली और कल की तैयारी करने लगा प्रोजेक्ट बनाने लगा क्या होगा कैसे होगा आसान भाषा मे ताकि में गांव को समझा सकू । मेने पिता जी से वेदिका दीदी ओर सीमा को ले जाने की बात की वेदिका दी एक सिविल इंजीनियर है और सीमा एक सी ए है दोनों की ही मुजे जरूरत थी और दोनों ही मेरे बोहुत करीब भी है तो मैने अपनी पैकिंग करली ओर काल का इंतजार करने लगा फेर मुजे याद आया के कुछ जगह के बारे में रिसर्च की जाए तो मैने इंटरनेट खोल ओर पड़ने लगा तो एक कहानी सामने आई कि रतन गढ़ की जमीन में वहां के पहले राजा की एक चमत्कारी अंगूठी दबी हुई है बोहुत ही चमत्कारी अंगूठी है मंगाए इतने साल से वो किसी को नही मिली मुजे ऐसी कहानियो पे जरा भी विश्वास नही था तो में पड़ा और सो गया । अगली सुबह में जल्दी उठा दीदी को भी उठाया सीमा को भी उठाया और तयार होने को बोला और में भी तयार होने चला गया मा ने हमारे लिए रास्ते मे खाने के लिए नाश्ता बना के दिया और मैने चाचा से भाई से पिता जी से आशीर्वाद लिया ओर चल दिया मंजिल की ओर 4 घंटे का लंबा सफर तय करके वहाँ हम सरपंच के घर पोहुचे काफी बड़ा मकान था उसे पहले ही बता दिया गया था के हम आ रहे है । दोपहे के 1 बज रहे थे खाना भी तयार था तो सरपंच ने हमे खाने पे बिठाया ओर हमारी अच्छी महमान नवाजी की । मेरी बहेन ओर सीमा थक चुके थे तो सरपंच ने उन्हें उनका कमरा दिखाया मगर में यहां काम करने आया था । था तो मैने सरपंच से बात की जमीन की तो उन्होंने अपने बेटे को मेरे साथ भेज दिया तो मैने कहा ।
विश्वास – सरपंच जी मे यहां काम मर्दो के लिए ओर औरतो के लिए दोनों के लिए देखने आए हु तो सिर्फ बीटा ही क्यों अपनी बेटी को भी भेजिए हमारे साथ बेटे से ज्यादा वो काम की है मेरे उसे यह कि औरतो की दिक्कतों का पता होगा । आप चिंता न कीजिये में अपनी जिम्मेदारी पे उसे ले जा रहा हु कुछ नही होगा ।
सरपंच – ठीक है बेटा ले जाओ बेटी लक्ष्मी जाओ तुम भी ओर बेटा राजू छोटे मालिक का ध्यान रखना कोई दिक्कत ना हो ।
लक्ष्मी – जी पिताजी चलिए बाबूजी ।
विश्वास – बाबूजी मेरा नाम विश्वास है तो नाम से ही बुलाओ अब तो हमे साथ ही काम करना है है तो नो फॉर्मेलिटी ।
फेर हम घर से बाहर आ गए । और गांव घूमने लगे बोहुत ही रखा सूखा गांव है ये सब लोग मुजे ही घूर रहे थे ।
विश्वास – राजू भाई बोहुत हो गया घूमना अब काम की बात करे ।
राजू – जी भाई बोलिये ।
विश्वास – क्या काम करते हो तुम । महीने का कितना कमा लेते हो ।
राजू – भाई में काम करने शहर जाता हूं और कमाई ना के बराबर ही है बस गुजरा चल रहा है किसी तरह ।
विश्वास – ये ही समस्या तो में दूर करने आया हु । अब मुजे तुम लक्ष्मी एक ऐसी जगह दिखाओ जहाँ आस पास के 5 गांव की औरते यहां आसानी से जल्दी पोहच जाए और जगह नदी के पास हो ।
लक्ष्मी – एक जगह है तो मगर थोड़ी डरावनी ओर खतरनाक है ।
विश्वास – मतलब ।
लक्ष्मी – मतलब उस एरिए में एक हवेली है जो यह के राजा की हुआ करती थी मगर उनके मारने के बाद वहां कोई नही जाता कहते वो श्रापित है ।
विश्वास – चलो दिखाओ मुजे अछि लगी जगह तो बात पक्की हो जाएगी ।
फेर हम वहां चल दिये एक दम सुनसान हवेली बोहुत बड़ी थी और जगह एक दम परफेक्ट है ।
विश्वास – मुजे ये हवेली ओर ये जगह चाहिए किसी भी कीमत पे ।
फेर में घर आ गया और सारी बात सरपंच को बताई दीदी को भी बताई सभी बोहुत खुश थे सभी को में बोहुत बड़े बड़े सपने दिखा चुका था । और अगले दिन मेने पिताजी को ओर भाई को गांव बुला लिया जमीन दिखाने के लिए ओर रात का खाना खाया और सो गए । रात को में अपने कमरे कपड़े चेंज कर रहा था के तभी लक्ष्मी मेरे रूम में आई । दूध का गिलास लेके ओर अंदर आते ही मेरा कसा हुआ शरीर देख के देखती ही रह गयी ।
विश्वास – क्या हुआ लक्ष्मी आओ अंदर आओ ।
लक्ष्मी – जी वो दूध पी ली जियेगा ।
विश्वास – जी
विश्वास – वेसे कितना पड़ी लिखी हो तुम ।
लक्ष्मी – जी में एम.बी.ए कर चुकी हूं । अवसर ना मिलने की वजह से कुछ कर नही पाई ।
विश्वास – में दूंगा ना अवसर तुम्हे बस जो अवसर मिले उसे पकड़ लेना छोड़ना मत ।
लक्ष्मी – जी अब में चलती हु काल बोहुत काम है आपको भी ओर मुजे भी ।
फेर वो चली गयी और में भी सो गया एक नसी सुबह के इंतजार में ।
सुबह उठके में नहाया धोया ओर उठ कर पिता जी को कॉल किया ।
पिताजी – हेलो
विश्वास – पिताजी प्रणाम आप आ रहे है ना ।
पिताजी – हाँ मेरे बच्चे आ रहा हु कोई और काम है तो बता ।
विश्वास – नही बस आप ओर भाई को ले आओ ओर वकील को भी ले आओ ।
पिताजी – हाँ बेटा याद है मुजे वकील साहिबा आ रही है हमारे साथ तुम चिंता ना करो जमीन आज ही हमारे नाम हो जाएगी ।
विश्वास – यही ठीक रहेगा पिताजी मेने खुद के लिए समय निर्धारित किया है और मेरे पास समय कम है ।
पिताजी – ओक बेटा हम निकल रहे है इतने तुम गांव वालों से बात करो ।
फेर बात करके में राजू ओर लक्ष्मी के पास गया उन्हें उठाया तयार होने को कहा फेर अपनी बहनों को उठाया ओर उन्हें भी तयार होने के लिए बोल दिया और हम निकल गए अपनी मंजिल की ओर मेने अपनी दोनों बहनों को जगह दिखाई वेदिका दीदी प्रोजेक्ट तयारी में लग गयी और सीमा लग गयी बही खाता संभालने में फिर मेने उन्हें सरपंच के घर वापिस भेज दिया और सरपंच को कहा के पंचायत बुलाओ ओर सभी मर्द औरत ओर 16 साल से बड़े बच्चों को भी बुला लिया और सबका आना जरूरी कर दिया । करीब 2 घंटे बाद लोग आने शुरू हो गए मगर लोग कम थे तो मैने सरपंच को कहा के आस पास के जो ओर 4 गांव है उनके सरपंच को भी बुला लिया और उनके लोगो को भी सबमे टाइम तो लगा पर देखते ही देखते लोगो का जमावड़ा लग गया अब बोहुत भीड़ जमा हो गति थी तो लग रहा था है कुछ बड़ा होने जा रहा है जैसे ही सब आए तो सरपंच ने मेरा परिचय कराया और मुजे कहा के अब में इन गांव वालों को सम्भोदित करू मेरे लिए ये अनुभव नया तो था ही मगर करना तो था ही तो मैने माइक पकड़ लिया ।
विश्वास – मेरे प्यारे गांव वालों जी हां अपने सही सुना है आज से आप मेरे है में आज इस गांव को गोद लेने वाला हु तो अब आप ये सोच रहे होंगे कि इस गांव को गोद ले रहा हु तो बाकी 4 गांव को क्यों बुलाया है मेरा मानना है कि किसी का विकास जब होता है जब उसके आसपास भी विकास हो रहा हो और वो मिलेगी महनत से महनत आप सबकी विकास आप सबका आपके आने वाली पीढ़ी का आज ज्यादा महनत करली तो आने वाली पीढ़ी को कम महनत करनी पड़ेगी और आज महनत नही की तो आने वाली पीढ़ी की भी महनत कुछ रंग नही लाएगी । आज में आप सबके पास एक अवसर लाया और मेरा मानना है जहाँ जो अवसर मिले लेलो आपको में काम दूंगा पैसा दूंगा अच्छी शिक्षा दूंगा अच्छी सेहत दूंगा मगर ये तो मेरी योजना है में दूंगा मगर आप लोग लेंगे कैसे महनत से आप पे निर्भर करता है कि कितनी जल्दी आप लोग ये सब अपने लिए कमा पाएंगे । एक ओर बात मेरी नजर में अब ये देश पुरुष प्रधान नही रह औरते भी देश चला रही है तो में चाहता हु इस गांव को भी मर्द ओर औरत मिलके चलाए अवसर दोनों को बराबर दूंगा तो कोंन चलेगा मेरे साथ कोंन देगा मेरा साथ इस विकास में ।
सभी एकसाथ – मैं
तभी उनमे से एक सरपंच बोला बेटा सब तो इस गांव को मिलेगा हमारा क्या फायदा इसमे ।
विश्वास – ये एक गांव नही 5 गांव है जो एक ही राजा का राज्य था फिर ये बट के 5 हो गए है अब समय है फिर एक होने का थोड़ा मुश्किल है मगर नामुमकिन नही है
सरपंच – वो कैसे ओर हम क्यों साथ दे ।
विश्वास – क्यों नही सरपंच जी जरा सोच के देखिए यहां 5 गांव है और मैने खुद को 10 साल का समय दिया एक गांव पे 2 साल लगाए तो हो सकता है मेरे पास प्लान है नदी के सबसे करीब जो गांव है वो सारा का सारा हम खेती बाड़ी में लगा देंगे पूरा गांव वहां सिर्फ किसानों के घर होंगे गरीब किसानों के एक जो सबसे बड़ा गांव है उसमें हम हॉस्पिटल , स्कूल , कॉलेज , मॉल बनवाएंगे 2 गांव में पूरे पांच गांव के लोगो के रहना का इंतजाम होगा पक्के घर और एक गांव में बड़ी बड़ी इंडस्ट्री कोल्ड स्टोरेज व्हेर हाउस सब बनेगा यहां पे गांव के बच्चों का एक पीढ़ी तक मुफ्त इलाज मुफ्त पढ़ाई होगी और मुफ्त घर उसके बाद इस गांव के लोगो को कभी कोई चीज मुफ्त में लेने की जरूरत नही होगी बाहर से लोग यहां आएगे काम करने यहां के लोगो गांव से बाहर जाने की जरूरत नही है वो लोग यहां आके पैसे देंगे हमे । हम पहले इंडस्ट्री वाले प्रोजेक्ट पे काम कर रहे है 2 साल बाद आपके रहने का इंतजाम हो जाएगा उसके बाद आपके लिए स्कूल कॉलेज हॉस्पिटल की मॉल का इंतजाम किया जाएगा फेर खेती आप लोगो को बस अपना 100% देना है । में भी दूंगा में भी ज्यादा से ज्यादा यहां रहूंगा ओर आपकी सुरक्षा जो में भूल गया था माफ करिए उसका भी इंतजाम होगा वो भी मेरी जिम्मेदारी उसका इंतजाम सबसे पहले होगा । और आप सभी सरपंच आजसे मेरे साथ काम कीजिये काम रुकना नही चाहिए आपकी जिम्मेवारी है । गांव आपका है इसे कैसा बनाना है आपके ऊपर है ।
सभी मुझसे खुश थे उन्हें मेरी बात समज आ गयी थी । तभी सरपंच पूछता है किस चीज की इंडस्ट्री है ।
विश्वास – पहले दो इंडस्ट्री लगेगी हैंडीक्राफ्ट्स ओर टेक्सटाइल जो दिन रात चलेगी दो 3 शिफ्टों में चलेगी मर्द औरत सब इसमे हिस्सा लेंगे और 18 के होते ही खुद ब खुद बच्चों को पार्ट टाइम जॉब मिल जाएगी आप सभी को आदर कार्ड जमा करना है और 0 अनोउन्ट पे बैंक में खाता खोलना है आपकी कमाई बैंक में अति रहेगी जिन्हें जमा नही करनी उनकी तनख्वाह उनके घर पाहुचा दी जाएगी ।
सरपंच – आप रहेंगे कहा ।
विश्वास – जी वो राजा जी की हवेली है ना वो खरीद ली है मेने वही रहूंगा में जनता हु उस जगह को लेके बोहुत कहानिया जे बाटे है पर मुजे विश्वास नही है आप बस आज से ही काम पे ध्यान दीजिए बोहुत जल्द यहां काम शुरू हो जाएगा ।
तभी आवाज आती है ।
पिताजी – जल्द नही काल से ही ओर एक महीने बाद तुम काम कर पाओगे यहां पे ।
विश्वास – अब तो खुश है ना आप सब । पिताजी वो हवेली का क्या हुआ और काम करने के पेपर्स ।
पिताजी – बीटा इनसे मिलो ये आज से तुम्हारी वकील राधिका आज से ये ही सारे लीगल काम देखेगी तुम्हारे ।
ओर में वकील को देखता ही रह गया । बोहुत ही खूबसूरत औरत है राधिका नंदिनी के बाद मुजे दूसरी बार किसी से अट्रेक्शन हुई वो थी राधिका फेर मेने देखा पिताजी के साथ मेरी पर्सनल दोनों डॉक्टर भी थी पिताजी पूरी तैयारी के साथ आए है उन्हें पता है में यही रहने वाला हु । फेर शाम को पिताजी ने 5 सरपंचों से बात की उन्हें समझाया शराब पिलाई थोड़ीसी मिठाई भी खिलाई ताकि कोई अड़चन न आए और में जेक सो गया काल मुजे मेरी हवेली में दाखिल होना है और कल हवन हो महाभोज भी है भूमि पूजन है कल मेरी इंडस्ट्री की जमीन का ।
अगले दिन फिर जल्दी उठके में तयार हो गया पिताजी से आशीर्वाद लिया । आज मेरे लिए बोहुत बड़ा दिन था तो में लग गया तैयारियो के लिए आज मेरी जमीन की भूमि पूजन थी । देश भर से काफी बड़े बड़े बिजनेसमैन आने वाले थे बड़े बड़े राजनेता आने वाले थे बड़े बड़े अफ़सर आने वाले थे ये एक तरह से हमारा शक्ति प्रदर्शन था हमने अपने दूसरे परिवार वालो को भी बुलाया मगर उन्होंने न्योता ठुकरा दिया । मगर बाद में उस घर की सभी बेतिया आने को तयार हो गयी क्योंकि आगे का उनका सारा बिज़नेस वो ही देखने वाली थी और उनके मन मे मेरे हिसाब से कोई नफरत भी नही थी । फिर में सभी इंतजामात देखने लगा कोंन क्या कर रहा था मेने हवेली की सफाई कराई गांव के लोग तयार नही थे तो हमने बाहर से सफाई वाले बुलाए जो रात से ही काम कर रहे थे बस अब थोड़ा ही काम बचा था तो में सीमा वेदिका दीदी वकील साहिबा डॉक्टर कावेरी ओर लक्ष्मी मेरे साथ कार में बैठ के हवेली की ओर निकल पड़े हवेली बोहुत ही बड़ी थी तो सभी को उनके अलग अलग कमरे दिए गए मेरा कमरा खास था रातो रात पिताजी ने वहां काफी सुरक्षा के इंतजामात करा दिए थे । अपने रूम से में बाहर हो रही सारी तैयारियो पे नजर रख रहा था । अब धीरे धीरे महमान आने लगे थे और भाई भी पूरी फैमिली बुआओं ओर नंदिनी की फैमिली को ले आया था सभी के ठहरने की व्यवस्था हवेली में की गई और कुछ ही देर मे मेरी दूसरी फैमिली से भी सभी भहने आ गयी उनको भी हवेली पे ही रुकने का न्योता दिया गया । बाहर पिताजी महमानों को देख रहे थे शहर के कमिश्नर भी आ गए थे जो पिताजी के दोस्त थे और एम.एल.ए भी आ गए थे थोड़ी देर में सब आ गए सभी के आने के बाद में सभी फैमिली वालो से मिला उनका आशीर्वाद लिया और उनके खाने पीने की व्यवस्था की सभी बोहुत खुश थे भाई भी आते ही काम मे लग गए फेर थोड़ी देर बाद हवन का बुलावा आ गया पहले हमने भूमि पूजन कराया और पहला पत्थर एम.एल.ए से रखवाया ओर काम का श्री गणेश करवाया ओर इस काम को पूरा करने का जिम्मा मेरी बहेन का था और गांव के लोग जो मजदूर थे वो भी हाथ बटा रहे थे और उनको उनकी ध्याड़ी देने का भी एलान कर दिया फेर एक बड़ा सा हवन हमने हवेली में रखा जिसमे सिर्फ खास ही लोग थे खास महमान ओर घर के लोग हवन पूरा होते ही सभी ओरते इधर उधर की बाते करने लगे सभी बहेनो ने एक अलग कमरे में डेरा जमा लिया दूसरे फैमिली से लडकिया अपने रूम में चली गयी और सभी मर्द लोग एक अलग रूम में चले गए मीटिंग करने जहा कमिष्नर एम.एल.ए 5 सरपंच नंदिनी के पिताजी भाई चाचा ओर पिताजी ओर में थे जहाँ में एक बार फिर सबको अपना प्लान बता रहा था सभी मुझसे इम्प्रेस थे और मुजे बधाई दे रहे थे । तभी मेने कमिश्नर से सुरक्षा व्यवस्था के बारे में बात की ओर उनको कहा ।
विश्वास – सर मुजे एक ऐसी टीम चाहिए जो मेरे इशारे पे चले कानून और न्याय व्यवस्था से नही ओर भरोसा कीजिये गलत फायदा नही उठाऊंगा ये पांच गांव मेरे भरोसे है अब ।
कमिश्नर – बेटा हो जाएगा एक टीम है मेरे पास अंडर कवर है स्पेशल टास्क फोर्स है वो आज शाम तक यहां पोहच जाएगी ।
पिताजी – भाई मुजे एक बॉडीगॉर्ड भी चाहिए इसके लिए उसका भी इंतजाम कर दो । तो में मुक्त हो जाऊंगा ।
कमिश्नर – हा भी वो भी हो ही गया उस टीम की टीम लीडर साये के जैसे तेरे बेटे के पास रहेगी ।
विश्वास – रहेगी सिर ये लड़की है ।
कमिश्नर – हा बेटे ये 10 लड़कियों की टीम है जिसकी हेड है जास्मिन जो आज से तुम्हारे साथ साये के जैसे रहेगी ।
विश्वास – सिर इनसे हो पाएगा ।
कमिश्नर – भरोसा रखो इनसे ही हो पाएगा । किसी को इनपे शक भी नही होगा और जो भी इन्हें कमजोर समझने की कोशिश करेगा वो उसकी आखिरी गलती होगी । बोहुत बड़े बड़े मिशन देखब चुकी है बेटे । रुको में अभी कॉल करता हु ।
फेर जास्मिन को कॉल किया गया और उसे उसके नए मिशन के बारे में बताके बुला लिया गया । फिर सभी फैमली ने गांव वालों ने लंच किया मेने भी गांव वालों के साथ बैठक उनके बीच लंच किया । और उन्हें फील कराया के अब में उनमे से ही एक हु । ओर आज रात से ही इंडस्ट्री ओर आफिस बनाने का शुरू हो जाएगा जो अब बिना रुके दिन रात चलता जाएगा । फेर सब थक गए थे और सभी आराम करने चले गए शाम को उठे तो जैस्मिन भी अपनी टीम के साथ आ चुकी थीं एक बोहुत ही खूबसूरत लेडी थी और अपने काम को लेके काफी सीरियस लग रही थी आज सबको आराम था मगर वो अपनी टीम के साथ पूरे गांव के चक्कर लगा रही थी । शाम को दूसरे घर से आई लडकिया अपने घर जा चुकी ओर ओर कमिश्नर ओर एम.एल.ए भी जा चुका था बस हमारी फैमिली ही रह गयी थी और रात तक सभी ने बोहुत मस्ती की नाच गाना किया गांव वालों के साथ फेर थक हार के सब सो गए क्योंकि काल सबको वापिस जाना था । में ओर मेरी पूरी टीम रही रुकने वाली थी । और वहां घर जेक अब भाई की शादी की भी तैयारियां करनी है शादी से एक हफ्ता पहले में भी घर चला जाऊंगा मगर अभी यहाँ काम देखना था ।
kramashah................
राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ
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