Wednesday, February 29, 2012

हिंदी सेक्सी कहानियाँ ज्योतिषी की सलाह-2



हिंदी सेक्सी कहानियाँ

ज्योतिषी की सलाह-2

प्रेषक : रिशु
मैंने कामिनी को बेडरूम में ले जाकर दरवाजा बंद कर लिया।
कामिनी ने कहा- अभी यह करना जरूरी है? जब रिशु रश्मि से कर ले तब हम करेंगे।
मैंने कहा- अरे यार, रिशु तो कल रश्मि के साथ पहली बार करेगा। सुनो, तुम आज रात को मेरे घर फोन करना और रश्मि से कहना कि कल तुम्हारे यहाँ पूजा है और सारे लोग आ जायें। मम्मी पापा तीन दिन के लिए बाहर गए है तो रश्मि मेरे साथ यहाँ आएगी। तब तुम कह देना कि पंडित नहीं आया और पूजा रद्द हो गई। सबको फोन करके मना कर दिया पर हमारा फोन नहीं लग रहा था। फिर हम रश्मि को किसी न किसी तरीके उत्तेजित करके मना ही लेंगे और उसके बाद रिशु का काम हो जायेगा। कहो, मेरी जान ?
यह बोल कर मैंने कामिनी की साड़ी खोल दी और अब वो ब्लाउज और पेटीकोट में मेरे सामने खड़ी थी।
कामिनी- इतनी जल्दी आंटी से जान और आप से तुम पर आ गए? मानती हूँ पक्के बहनचोद हो ! आओ और अब मेरी प्यास बुझाओ !
मुझे उम्मीद नहीं थी कि कामिनी इतनी जल्दी खुल जायेगी ! पर उसके मुँह से गालियाँ सुन कर मजा आ गया।
लम्बी, गोरी चिट्टी कामिनी का भरा बदन, चौड़ी कमर, बाहर निकले उत्तेजक कूल्हे और ब्लाउज से बाहर झांकते बड़े-बड़े स्तन मेरे मन में हलचल मचाने लगे। मेरे मन में उनको नंगा देखने का ख्याल आने लगा। फिर हम दोनों बिस्तर पर लेट गए। कामिनी एकदम मुझ से लिपट गई, मुझे करंट सा लगा जब उनके स्तन मेरी छाती से छुए। उसकी एक टांग मेरे ऊपर थी। मैंने भी उसकी टांग पर एक पैर रख दिया और उसकी पीठ पर हाथ रखते हुए कहा- आओ मेरी जान !
कामिनी धीरे-धीरे मेरी बाहों में सिमटती जा रही थी और मुझे मजा आ रहा था। धीरे से मैंने उनके कूल्हों पर हाथ रखा और धीरे-धीरे सहलाने लगा।
कामिनी को मजा आ रहा था। फ़िर कामिनी सीधी लेट गई। अब मैं भी उससे चिपट गया और उसके वक्ष पर सिर रख लिया। मेरा लण्ड खड़ा हो चुका था। मैं धीरे धीरे उनका पेट और फ़िर जांघ सहलाने लगा।
तभी कामिनी ने अपने ब्लाउज के कुछ हुक खोल दिये यह कह कर कि बहुत गर्मी लग रही है। अब उनके चुचूक साफ़ नज़र आ रहे थे। मैंने चूचियों पर हाथ रख लिया और सहलाने लगा। मैंने उनकी चूचियाँ ब्लाउज से निकाल कर मुँह में ले लिया और दोनों हाथों से पकड़ कर मसलते हुए उनका पेटीकोट अपने पैर से ऊपर करना शुरु कर दिया। उसकी गोरी गोरी जांघों को देख कर मैं एकदम जोश में आ चुका था। उसकी चूत नशीली लग रही थी। मैंने उसकी चूत को चाटना शुरु कर दिया। मैं पागल हो चुका था। आज मेरा बहुत पुराना सपना पूरा होने वाला था।
मैंने अपने पैर कामिनी के सिर की तरफ़ कर लिये थे। कामिनी भी मेरा लण्ड निकाल कर चूसने लगी। वह मुझे भरपूर मजा दे रही थी। कुछ देर बाद कामिनी मेरे ऊपर आ गई और मैं नीचे से चूत चाटने के साथ साथ उनके गोरे और बड़े बड़े कूल्हे सहलाने लगा। कामिनी की चूत पानी छोड़ गई।
अब मैं और नहीं रह सकता था, मैं उठा और कामिनी को लिटा कर, उसकी टांगें चौड़ी करके चूत में लण्ड डाल दिया और कामिनी कराहने लगी। मैं जोर जोर से धक्के लगाने लगा। कामिनी ने मुझे कस कर पकड़ लिया और कहने लगी- मोनू ऐसे ही करो, बहुत मजा आ रहा है, आज मैं तुम्हारी हो गई, अब मुझे रोज़ तुम्हारा लण्ड अपनी चूत में चाहिये ! एएऊउ स्स स्सी स्स्स आह्ह्ह ह्म्म आय हां हां च्च उई म्म मा।
कुछ देर बाद मेरे लण्ड ने पानी छोड़ दिया और कामिनी भी कई बार डिस्चार्ज हो चुकी थी। उस दिन मैंने तीन बार अलग अलग आसनों से कामिनी को चोदा। कामिनी ने भी मस्त हो कर पूरा साथ दिया।
उसके बाद हमने कपड़े पहने और बाहर ड्राइंगरूम में आ गए, रिशु वहाँ टीवी देख रहा था, उसको देख कर कामिनी थोड़ा शरमा गई और मैंने घर का नंबर मिलाया और फोन कामिनी को दे दिया। फोन रश्मि ने उठाया और वही बात हुई जो तय हुई थी। रश्मि ने कह दिया कि वो कल दस बजे तक आ जायेगी।
मैंने कामिनी को चूम लिया तो रिशु मुस्कुराने लगा और मैं वहां से चला आया।
घर पहुँचा तो रश्मि बोली- भैया, कामिनी आंटी का फोन आया था कल सुबह दस बजे उनके यहाँ जाना है, पूजा है।
मैंने कहा- ठीक है ! नौ बजे तक तैयार हो जाना !
और मन ही मन सोचा कि पूजा तो तुम्हारी होगी, कल की जिंदगी भर नहीं भूलोगी।
अगले दिन हम सुबह साढ़े नौ बजे घर से निकले और दस बजे रिशु के घर पहुँच गए।
अंदर गए तो रश्मि ने पूछा- आंटी, क्या हम लोग सबसे पहले आ गए हैं?
कामिनी- अरे नहीं, असल में पूजा रद्द हो गई क्योंकि पंडित जी बीमार हो गए ! सबको तो मैंने फोन करके मना कर दिया पर तुम्हारा फोन लग ही नहीं रहा था। अच्छा ही हुआ कि तुम आ गई, पहली बार आई हो इस घर में ! मोनू तो आता रहता हैं पर तुम तो शक्ल ही नहीं दिखाती। अब खाना खाकर ही जाना।
रश्मि- नहीं आंटी, ऐसी बात नहीं है ! पर कॉलेज के बाद समय ही नहीं मिलता।
अरे ऐसी भी क्या पढ़ाई ! यही तो उम्र है खेलने खाने की ! क्यों मोनू?
मैंने शरारत से कहा- जी, मैं तो खूब खेलता-खाता हूँ आप तो जानती ही हैं। रिशु कहाँ है?
कामिनी- नहा रहा है !
तब तक रिशु नहा कर आ गया और उसने सिर्फ एक तौलिया लपेट रखा था। उसको देख कर रश्मि शरमा गई तो रिशु बोला- अरे क्या दीदी, बचपन में हम दोनों नंगे खेलते थे और अभी तो तौलिया पहना है मैंने ! तब भी शरमा गई?
रश्मि बोली- हट बदमाश !
रिशु रश्मि के सामने इस प्रकार से बैठ गया कि उसका लण्ड रश्मि को नजर आता रहे। रश्मि की निगाहें भी बार बार उसके तौलिए के अन्दर उसके लण्ड पर जा रही थी और यह बात हम तीनों से छिपी नहीं थी।
कामिनी ने मुझसे पूछा- मोनू कोल्डड्रिंक या चाय?
मैंने कहा- चाय !
रिशु ने भी चाय माँगी तब कामिनी ने रश्मि से पूछा तो वो बोली- जब ये लोग चाय पियेंगे तो मैं भी वही ले लूंगी।
पाँच मिनट में चाय आ गई और हमने अपने अपने कप उठा लिए।
तभी रिशु किसी बहाने से उठा और रश्मि के पास गया। रिशु ने रश्मि के ऊपर अपनी चाय गिरा दी, योजना के अनुसार रिशु की चाय ज्यादा गर्म नहीं थी। और वो पूरी चाय से तरबतर हो गई।
कामिनी को मैंने इशारा किया और वो रिशु के ऊपर चिल्लाने लगी।
रिशु ने तुरंत रश्मि का टॉप खींच कर उतार दिया तो रश्मि अकस्मात हुए इस घटनाक्रम से स्तम्भित सी रह गई। जब उसे अपना होश आया तो वो अपने को रिशु से छुड़ाने का प्रयत्न करने लगी। तब तक कामिनी उनके पास पहुँच चुकी थी और कामिनी ने रश्मि को रिशु से छुड़वा कर अपनी बाहों में ले लिया, उसे बाथरूम में ले गई और उसके ऊपर शॉवर चला दिया।
हम दोनों भी बाथरूम में गए तो देखा कि कामिनी भी बिल्कुल भीग चुकी थी। कामिनी रश्मि की ब्रा भी उतार चुकी थी और उसके स्तनों को धोने के बहाने मसल रही थी, उसके चुचूकों से खेल रही थी।
रश्मि की यौनाग्नि प्रज्वलित हो चुकी थी और उसके आंखें मुंदी जा रही थी।
रिशु अन्दर गया और वो भी रश्मि के स्तन मसलने लगा। रिशु ने रश्मि की चूचियों पर हाथ फ़ेरते हुए पूछा- अब जलन तो नहीं हो रही?
इस पर कामिनी बोली- हाँ रश्मि बता दे ! अगर जलन हो रही है तो रिशु से बर्फ़ मंगवाऊँ?
मैं बोला- मैं लाता हूं बर्फ़ !
मैं बर्फ़ रसोई में जाकर फ़्रिज़ से बर्फ़ ले आया और रिशु और कामिनी दोनों उसकी चूचियों पर बर्फ़ फ़िराने लगे।
रश्मि सिहर गई और कहने लगी- नहीं आन्टी ! बहुत ठण्डी लग रही है।
तो मैं गर्म कर देता हूं ना चूस कर ! कह कर रिशु कुछ ही पलों में उसके स्तन चूसने लगा।
अरे तेरी जीन्स बिल्कुल भीग गई ! कहते हुए कामिनी रश्मि की जींस का बटन खोलने लगी और नीचे झुक कर उसकी जींस उसकी टांगों से अलग कर दी।
अब रश्मि सिर्फ़ पैंटी में थी।
कामिनी ने रिशु को आँख से इशारा किया तो रिशु अपने हाथ रश्मि की पैन्टी पर ले गया और उसकी फ़ुद्दी पैंटी के ऊपर से ही सहलाने लगा। रश्मि ने कोई विरोध नहीं किया।
रश्मि अब पूरी गर्म हो चुकी थी और सीत्कार रही थी। फिर रिशु उसकी पैन्टी के अन्दर से हाथ डाल कर उसकी चूत के बालों पर हाथ फिराने लगा।
कामिनी ने अपने हाथ से रश्मि की पैंटी नीचे सरका दी और अब रिशु का हाथ उसकी नंगी योनि पर था।
इसी अवस्था में कामिनी और रिशु मिलकर रश्मि को कमरे में ले गए और बिस्तर पर लिटा दिया।
आँटी रिशु के गीले कपड़े उतारने लगी तो रिशु ने कहा- मम्मी, आप जाइए, मैं सम्भाल लूंगा।
कामिनी के जाने के बाद रिशु उसकी चूत के घने बालों पर हाथ फिराने लगा, फ़िर रिशु रश्मि की चूत की फांकों पर हाथ फिराने लगा। फिर हाथ फिराते-फिराते रिशु उंगलियों को रश्मि की चूत के फाँको में डाल कर रगड़ने लगा और अपनी एक उँगली रश्मि की चूत के अन्दर घुसा कर उसकी चूत को हल्के-हल्के रगड़ने लगा।
फिर उसकी चूत के जी-पॉयंट को अपनी उंगलियों से दबाने और हल्के-हल्के रगड़ने लगा। लगभग 5-7 मिनट बाद रश्मि की चूत से कुछ बहुत चिकना सा निकलने लगा।
अचानक रश्मि के मुँह से सिसकियाँ निकलने लगी और उसने अपनी आँखें खोल दी और काम-मद में बोली- रिशु क्या कर रहे हो?
रिशु ने कहा- बस सोचा कि आज अपनी रश्मि को कुछ मजा कराया जाये। सच बताओ, क्या मजा नहीं आ रहा हैं? मुझे पता है तुम मजे ले रही थी। वरना तुम्हारे नीचे से चिकना-चिकना सा नहीं निकलता।
रश्मि मुस्कुराई और बोली- सच रिशु, मुझे नहीं पता तुम क्या कर रहे थे पर मज़ा आ रहा था।
रिशु बोला- रश्मि, मेरा साथ दो। हम दोनों मिलकर खूब मजा करेंगे।
रश्मि बोली- क्या साथ दूँ और क्या दोनों मिलकर मजा करेंगे। और मेरी पैंटी क्यो उतार रखी है ?
रिशु ने कहा- रश्मि, मैं तुम्हारी पैंटी के अन्दर मजा ढूंढ रहा था !
कह कर रिशु ने उसे अपने सीने से चिपका लिया और फिर रिशु ने अपने जलते हुऐ होंठ रश्मि के होंठों पर रख दिए।
फिर रिशु उसके नरम-नरम होंठों को अपने होंठों में भर कर चूसने लगा। रश्मि ने भी उसे अपनी बाँहो में कस लिया। वो बहुत गर्म हो चुकी थी, जोर-जोर से सिसकारियाँ ले रही थी, रिशु के बालों पर हाथ फेर रही थी और उसके होंठ चूस रही थी।
रिशु का लण्ड रश्मि की जांघों से रगड़ खा रहा था। रिशु ने रश्मि का हाथ पकड़ कर अपने लण्ड पर रख दिया। रश्मि ने बिना झिझके रिशु का लण्ड अपने हाथ में थाम लिया। वो लण्ड को अपने हाथ में दबाने लगी। रिशु का लण्ड तन कर और भी सख्त हो गया था। रश्मि लण्ड को मुठ्ठी में भर कर आगे-पीछे करने लगी। फिर वो रिशु का लण्ड पकड़ कर जोर-जोर से हिलाने लगी।
अब रिशु रश्मि की चूत मारने को बेताब हो रहा था। रिशु रश्मि के ऊपर आकर लेट गया। रश्मि का नंगा जिस्म रिशु के नंगे जिस्म के नीचे दब गया। रिशु का लण्ड रश्मि की जांघों के बीच में रगड़ खा रहा था।
रिशु उसके उपर लेट कर उसके चुचूक को चूसने लगा। वो बस सिसकारियाँ ले रही थी। फिर रिशु एक हाथ नीचे ले जा कर उसकी चूत पर रख कर रगड़ने लगा और फिर एक उंगली उसकी चूत में डाल दी। वो मछली की तरह छटपटाने लगी और अपने हाथों से रिशु का लण्ड को टटोलने लगी। रिशु का लण्ड पूरे जोश में आ गया था और पूरा तरह खड़ा हो कर लोहे जैसा सख्त हो गया था।
रश्मि रिशु के कान के पास फुसफसा कर बोली- ओह रिशु। प्लीज़ ! कुछ करो ना। तन-बदन में आग सी लग रही है।
यह सुन कर अब रिशु ने उसकी टांगें थोड़ी ओर चौड़ी की और उसके ऊपर चढ़ गया। फिर अपने लण्ड का सुपारा उसकी चूत पर रख कर रगड़ने लगा। फिर रिशु ने अपने लण्ड का सुपाड़ा उसकी चूत पर टिका कर एक जोरदार धक्का मारा जिससे लण्ड का सुपारा रश्मि की कुंवारी चूत को फाड़ता हुआ अन्दर चला गया। लण्ड के अन्दर जाते ही रश्मि के मुँह से चीख निकल गई और वो अपने हाथ पाँव बैड पर पटकने लगी और रिशु को अपने ऊपर से धकेलने की कोशिश करने लगी। लेकिन रिशु ने उसे कस कर पकड़ा था।
रश्मि की चीख सुन कर कामिनी अन्दर आ गई और सारा खेल देखने लगी।
रश्मि रिशु के सामने गिड़गिड़ाने लगी- प्लीज़ रिशु, मुझे छोड़, रिशु मर जाऊंगी, बहुत दर्द हो रहा है।
रिशु ने कहा- रश्मि तुम ही तो कह रही थी कि रिशु, प्लीज़ ! कुछ करो ना। तन-बदन में आग सी लग रही हैं। इसलिये तो तुम्हारे अन्दर डाला है। रश्मि तुम चिन्ता मत करो, पहली बार में ऐसा होता है, एक बार पूरा अन्दर जाने के बाद तुम्हें मज़ा ही मज़ा आएगा।
रश्मि को देख कर कामिनी हंसने लगी और बोली- अरे पूरा डालो तब इसे असली मज़ा आयेगा।
यह सुन कर रिशु ने एक और धक्का लगा कर उसकी चूत में अपना आधा लण्ड घुसा दिया। रश्मि तड़पने लगी। रिशु उसके ऊपर लेट कर उसके उरोज़ों को दबाने लगा और उसके होठों को अपने होठों से रगड़ने लगा। इससे रश्मि की तकलीफ़ कुछ कम हुई।
अब रिशु ने एक जोरदार धक्के से अपना पूरा का पूरा लण्ड उसकी चूत के अन्दर कर दिया। रिशु का 8" लम्बा और ३" मोटा लण्ड उसके कौमार्य को चीरता हुआ उसकी कुँवारी चूत में समा गया।
इस पर वो चिल्लाने लगी- आहह्ह, मर गई। ओह प्लीज़ रिशु इसे बाहर निकाल, रिशु मर जाउंगी।
उसकी चूत से खून टपकने लगा था।
रिशु रुक गया और रश्मि से बोला- प्लीज़ ! रश्मि, मेरी जान, अब और दर्द नहीं होगा।
रश्मि का यह पहला सैक्सपीरियन्स था। इसलिए रिशु वहीं रुक गया और उसे प्यार से सहलाने लगा और उसके माथे को और आँखों को चूमने लगा । उसकी आँखों से आँसू निकल आये थे और वो सिसकारियाँ भरने लगी थी। यह देख कर रिशु ने रश्मि को अपनी बाँहो में भर लिया।
फिर रिशु ने अपने जलते हुऐ होंठ रश्मि के होंठों पर रख दिए और रिशु उसके नरम-नरम होंठों को अपने होंठों में भर कर चूसने लगा, ताकि वो अपना सारा दर्द भूल जाये। कुछ देर बाद उसका दर्द भी कम हो गया और उसने मुझे अपनी बाँहों में से कस लिया। रिशु ने भी रश्मि को अपनी बाँहों में भर लिया। रिशु का पूरा लण्ड रश्मि की चूत के अन्दर तक समाया हुआ था। फिर रिशु अपने होंठों से उसके नरम-नरम होंठों को चूसने लगा। कुछ देर तक दोनों ऐसे ही एक-दूसरे से चिपके रहे और एक-दूसरे के होंठों को चूसते रहे।
फिर रिशु अपने लण्ड को उसकी चूत में धीरे-धीरे अन्दर बाहर करने लगा। रश्मि ने कोई विरोध नहीं किया। अब शायद उसका दर्द भी खत्म होने लगा था और वो जोश में आ रही थी और अपनी कमर को भी हिलाने लगी थी। उसकी चूत में से खून बाहर आ रहा था जो इस बात का सबूत था कि उसकी चूत अभी तक कुंवारी थी और आज ही रिशु ने उसकी सील तोड़ी है।
उसकी चूत बहुत तंग थी और रिशु का लण्ड बहुत मोटा था, इसलिए रश्मि को चोदने में बहुत मजा आ रहा था। रिशु अपने लण्ड को धीरे-धीरे से रश्मि की चूत के अन्दर-बाहर कर रहा था। फिर कुछ देर बाद रश्मि ने अपनी टांगें उपर की तरफ मोड़ ली और रिशु की कमर के दोनों तरफ लपेट ली। रिशु अपने लण्ड को लगातार धीरे-धीरे रश्मि की चूत के अन्दर-बाहर कर रहा था। धीरे-धीरे रिशु की रफ़्तार बढ़ने लगी। अब रिशु का लण्ड रश्मि की चूत में तेजी से अन्दर-बाहर हो रहा था। रिशु रश्मि की चूत में अपने लण्ड के तेज-तेज धक्के मारने लगा था।
थोड़ी देर में रश्मि भी नीचे से अपनी कमर उचका कर रिशु के धक्कों का ज़वाब देने लगी और मज़े में बोलने लगी- सी .... सी.... और जोररर से.......... येस अररऽऽ बहुत मज़ा आ रहा है और अन्दर डालो और रिशु और अन्दर येस्स्स्स्सऽऽ जोर से करो। प्लीज़ ! रिशु तेज-तेज करो ना। आज मुझे बहुत मज़ा आ रहा है।
रश्मि को सचमुच में मजा आने लगा था। वो जोर जोर से अपने कूल्हे हिला रही थी और रिशु तेज़-तेज़ धक्के मार रहा था। वो रिशु के हर धक्के का स्वागत कर रही थी। उसने रिशु के कूल्हों को अपने हाथों में थाम लिया। जब रिशु लण्ड उसकी चूत के अन्दर घुसाता तो वो अपने कूल्हे पीछे खींच लेती। जब रिशु लण्ड उसकी चूत में से बाहर खींचता तो वो अपनी जांघें उपर उठा देती। रिशु तेज-तेज धक्के मार कर रश्मि को चोदने लगा। फिर रिशु बैड पर हाथ रख कर रश्मि के ऊपर झुक कर तेजी से उसकी चूत मारने लगा। अब रिशु का लण्ड रश्मि की चिकनी चूत में आसानी और तेजी से आ-जा रहा था। रश्मि भी अब चुदाई का भरपूर मजा ले रही थी। वो मदहोश हो रही थी।
रिशु ने रुक कर रश्मि से पूछा- रश्मि अच्छा लग रहा है?
रश्मि बोली- हाँ रिशु बहुत अच्छा लग रहा है। प्लीज़ ! रुको मत। तेज-तेज करते रहो। हाँ प्लीज़ ! तेज-तेज करो। प्लीज़ ! चलो करो। अब रुको मत। तेज-तेज करते रहो।
रश्मि के मुहँ से यह सुन कर रिशु ने फिर से रश्मि को पूरे आवेग से चोदना शुरु कर दिया। रिशु ने रश्मि के बड़े-बड़े कूल्हे को अपने हाथों से जकड़ लिया और छोटे-छोटे मगर तेज-तेज शॉट मार कर रश्मि को चोदने लगा।
रश्मि के मुँह से मस्ती में "ओह्ह्हहोहोह सिस्स्सह्ह्ह हाहाह्ह्हआआआ हा-हा करो-करो ऽअआह हाहअआ प्लीज़ ! रिशु तेज-तेज करो।"
करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद वो झड़ने वाली थी तभी दोनों एक साथ अकड़ गये और एक साथ जोर-जोर से धक्के मारने लगे। फिर अचानक रश्मि ने रिशु को कस कर अपनी बाँहो में भर लिया और बोली- रिशु रिशु ! क्या हो रहा है मुझे ! जोर-जोर से करो येस-येस अररर् और जोर से य....य....यस यससस रिशु हई ईई....! इसके साथ ही रश्मि की चूत ने अपना पानी छोड़ दिया। उसने एक जोर से आह भरी और फिर वो ढीली पड़ गई।
रिशु समझ गया कि रश्मि स्खलित हो गई है। लेकिन रिशु का काम अभी नहीं हुआ था इसलिए रिशु जोर-जोर से अपने लण्ड से रश्मि की चूत को पेलने लगा। रिशु भी झड़ने वाला था, इसलिये रिशु तेज-तेज धक्के मारने लगा।
रश्मि रोने सी लगी और रिशु के लण्ड को अपनी चूत में से बाहर निकालने के लिए बोलने लगी। लेकिन रिशु ने उसकी बातों को अनसुना कर धक्के लगाना जारी रखा।
करीब 2-3 मिनट तक रश्मि को तेज-तेज चोदने के बाद जब रिशु होने लगा तो रिशु ने अपना लण्ड रश्मि की चूत से बाहर खींच लिया और उसकी चूत के झांटों ऊपर वीर्य गिरा दिया और उसके ऊपर गिर गया। फिर रिशु उसके ऊपर लेट कर अपनी तेज-तेज चलती हुई सांसों को सामान्य होने का इन्तज़ार करता रहा। फिर रिशु रश्मि की बगल में लेट गया। रश्मि भी रिशु के साथ लेटी हुई अपनी सांसों को काबू में आने का इंतजार कर रही थी।
रश्मि की चूत के काले घने घुंघराले बालों में रिशु के वीर्य की सफेद बून्दें चमक रही थी।
कामिनी बोली- अरे रिशु तू पहली ही बार में इतनी देर टिका रहा? कमाल है।
कहानी अभी खत्म नहीं हुई है।
imsutradhaar@gmail.com







Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया ,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन ,kamuk-kahaniyan.blogspot.com ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت ,


--

Friday, February 17, 2012

गोरे ने खेत मे चोदा

गोरे ने खेत मे चोदा
मेरा नाम कमलेश है और मै राजस्थान के एक बहुत छोटे से गावं की रहने वाली
हू | हमारे यहाँ छोटे-छोटे कच्चे-पक्के घर होते है और जमींन के नाम पर
पथ्थरो के पहाड़ और रेगिस्तान है | हम किसान है और किसानी के नाम पर
पथ्थरो के पहाड़ और रेगिस्तान मे कुछ कांटे और बबूल उगाते है | मेरी उम्र
१४ साल है, लेकिन हमारी तरफ औरत और आदमी की कद-काठी बहुत अच्छी होती है,
तो मै २२-२३ साल की जवान छोरी लगती हो | गवां के बहुत से लोंडे मुझे याद
करके मुठ मारते है | लेकिन, मै सिर्फ अपने काम से काम रखती हू | मेरे घर
मे अच्छा बड़ा आँगन है और एक कोठरी है | मै और मेरा छोटा  भाई आँगन मै
सोते है और माँ, बापू कोठरी मे |

एक दिन, काफी तूफ़ान आ रहा था और बाहर सोना थोडा मुश्किल था, तो माँ ने
हम दोनों को कोठरी मे बुला लिया और एक कोने मे हम सो गये | मेरा बापू
शराबी था और शराब पीके काफी हंगामा करता था, फिर माँ उसपर जान देती थी |
मैने अक्सर महसूस किया था, कि बापू माँ के चूचो पे या कमर पे चुटकी काट
लेता था, तो वो हलके से मुस्कुरा देती थी | रात को सोते समय कोठरी मे
हलकी से रौशनी के लिए एक दीपक जलता था, उसकी राशनी ज्यादा तो नहीं, लेकिन
देखने के लिए काफी थी |

खाना खाने के बाद हम सब सो गये | आधी रात को अचानक से मुझे किसी के बात
करने की आवाज़ सुनायी दी | मैने लेटे-लेटे ही देखने के कोशिश की, तो
पाया, माँ-बापू हलके-हलके बात केर रहे है और बापू ने माँ को अपने उपर ले
रखा है | आवाज़ तो काफी हलकी थी, तो सुनाई तो कुछ नहीं दिया, लेकिन मै सब
कुछ देख सकती थी | माँ बापू के उपर थी और मुह से मुह मिलकर कुछ कर रहे थे
| तब तक मुझे कुछ मालूम नहीं था | जब मुझे सेक्स के बारे मै पता चला तो
सब समझ आ गया | माँ बापू के उपर थे और वो एक दुसरे के होटो को चूस रहे थे
| माँ हलके हलके सिसकिया भर रही थी | बापू ने माँ को जोर से पकड़ा हुआ था
और कमर पे कुछ कर रहे थे | फिर माँ ने हमारी तरह देखा और हमें सोता देखकर
खड़ी होकर अपनी साड़ी उतारने  लगी | जब माँ पूरी नंगी हो गयी, तो देखा
माँ कितनी सुंदर थी | माँ के चुचे बड़े-बड़े और कसे हुए थे और मस्त शरीर
था | उसके आगे मुझे कुछ समझ नयी आया | क्योकि माँ को इस तरह देख कर, मेरे
चूचो ने खड़ा होना शुरू कर दिया था |

बापू अभी भी लेटे थे | माँ ने उनकी टांगो पे से कुछ हटाया और उस पर बेट
गयी | माँ के बेट ही, माँ की हलकी से चीख निकल गयी | फिर माँ सिसकिया
लेटे हुए आपने आप को ऊपर नीचे करने लगी और बापू भी हिलने लगे | थोड़े देर
मे माँ एक झटके के साथ बापू के उप्पर गिर गये और उन दोनों ने एक दुसरे को
कास कर पकड़ लिया | मै ये सारा कुछ देख रही थी, मुझे कुछ ज्यादा समझ तो
नहीं आया, लेकिन मेरे चुचे खड़े थे और चूत से पानी निकल रहा था |

अगले दिन जब मै नहाने गयी, तो पूरी नंगी हो कर, अपने आप को माँ से मिलाने
लगी | चुचे मेरे भी बड़े थे लेकिन, माँ के ज्यादा बड़े थे और उनका बदन
ज्यादा गठीला और सुंदर था | मै रोज़ काम पर अकेले ही जाते थी और अकेले ही
खेत पर काम करती थी | वहाः पर कोई आता जाता नहीं था, बस कभी-कभी पुलिस
वाले और कभी कोई गोरा साहब और गोरी मेम, घूमते हुए आ जाते थे | जब मै
सुबह काम के लिए निकली थी, तो मुझे पता भी नहीं था, कि आज खेत पर कुछ
होने वाला है | कड़ी दुपहर के वक़्त मै काम करके एक पेड़ के नीचे आराम कर
रही थी | पेड़ पे ज्यादा पतिया नहीं, तो धुप से थोडा ही बचाव हो रहा था
और मैने लेटने के लिए थोड़ी सुखी घास डाली थी |

इतने मे एक गोरा वह आया और उसने पानी के लिए पूछा, मेरे पास पानी था, तो
उसको पीने के लिए दे दिया | वो पानी पीकर घास पर बेट गया और जगह के बारे
मे पूछने लगा | उसने एक बनियान और एक ढीला सा निकर पहना था, लेकिन उसका
शरीर मजबूत था | मे उसकी तरफ घुर रही थी | वो मेरी नज़रो को समझ गया और
मेरे ऊपर अपना हाथ चलाने लगा | पहले तो, मे पीछे हट गयी, लेकिन जब उसने
मुझे एक हाथ से पकड़ लिया तो मे सरक के उसके पास आ गयी | उसने अब दोनों
हाथ मेरे शरीर पे चलाने शुरू कर दिये | मुझे भे कुछ कुछ होने लगा था |
फिर गोरे ने अपने हाथ मेरी सलवार के उंदर दल दिये और मेरे चूचो को
जोर-जोर से दबाने लगा | मेरे मुझे से सिस्स्किया निकलनी शुरू हो गयी |
गोरे ने मेरा कुरता उतर दिया और मुझे लिटा दिया और ऊपर आ कर मेरे होटो को
चूमने लगा | वो बार- बार बोल रहा था | सेक्सी इंडियन, सेक्सी इंडियन |
मेरेको इंग्लिश नहीं आती थी, तो कुछ समझ नहीं आया | लेकिन जब वो मेरे
होटो को चूस रहा था तो बड़ा मज़ा आ रहा था | फिर, उसने एक हाथ से मेरी
सलवार खोली और उसके अंडर हाथ डाल दिया और मेरी चूत को कस कर पकड़कर दबा
दिया |

फिर, गोरे ने मेरी सलवार उतार कर मुझे नंगा कर दिया और खुद भी नंगा हो
गया | उसका पूरा शरीर सफ़ेद था और सन के तरह गोरा था और सोने के तरह धुप
मे चमक रहा था | टांगो के बीच उसके कुछ लटका हुआ था, जो मेरे पास नहीं था
| उसी ने मुझे चूत और लंड का फर्क बताया | उसका लंड मेरी गठीला बदन देखा
कर खड़ा हो गया था और बार-बार झटके मार रहा था | अब गोरे ने मुझे घास पे
लिटा दिया और मेरे ऊपर आकर मेरे चुचे चूसने लगा | उसके होट मेरे निप्पल
को चूस रहे थे और उसका लंड मेरी चूत पे टकरा रहा था | गोरे ने थोडा जल्दी
करते हुए, अपना लंड मेरी चूत पे रखा और अंदर के तरफ ठोखा | मेरी चूत छोटे
और कसी थी, क्योकि पहली बार चुद रही थी, तो गोरा लंड फिसलकर साइड मे चले
गया | गोरे ने थोडा सा थूक अपने हाथ मे लिया और मेरी चूत और अपने लंड को
मलकर गीला किया | अब गोरे ने फिर से निशाना लगाया | अबकी बार, लंड थोडा
सा अंदर घुस गया और मेरी चीख निकल गयी | मुझे ऐसा लगा, कि मेरे अंदर
गरम-गरम सरिया डाल दिया हो | गोरा तो ख़ुशी मे पागल हो गया और एक और जोर
का धक्का उसने मारा और उसका लंड मेरी चूत को फाड़ता हुआ पूरा अंदर घुस
गया | एक खून की पिचकारी मेरी चूत से बाहर आयी और मेरे सारी कमर मे दर्द
होने लगा | मेरी चूत मे चीस होने लगी थी, लेकिन गोरा तो पागल था, पूरा
जोर से धक्के पे धक्के मार रहा था और बोल रहा था "सेक्सी इंडियन", सेक्सी
इंडियन" |

२-३ मिनट बाद मेरा थोडा सा दर्द कम हुआ और मुझे मज़ा आने लगा और मे भी
उसके साथ अपनी कमर हिलाहिला कर उछलने लगी | मुझे मज़ा आने लगा था | हर
धक्के के साथ मे जोर से सिसकिया ले रही थी | अचानक से, मुझे अपने अंदर से
कुछ बाहर आता हुआ महसूस हुआ और मै उसको निकालने के लिए जोर-जोर से हिलने
लगी और जोर के झटके के साथ कुछ सफ़ेद सा रस बाहर आ गया | गोरा अभी भे लगा
हुआ था और वेट, वेट चिला रहा था | फिर उसने जोर से अपना लंड मेरी चूत से
बाहर निकला, तो इसे लगा के शरीर मे कुछ फसा था, वो एक दम बाहर आ गया | मै
निढाल होकर लाती रही और गोरा हाथ से मुठ मरता रहा | जेसे, उसने जोर से
हिलना शुरू किया, उसके लंड से बहुत सारा सफ़ेद रस मेरे शरीर पे आ गिरा और
ऐसा लगा, की किसी ने गर्म कोयला मेरे शरीर पर रख दिया हो | उसने अपना
पूरा लंड मेरे शरीर पे झाड दिया और कपडे पहन के दूसरी तरफ लेट गया | जब
मुझे थोडा आराम मिल गया, तो मैने उठकर अपना शरीर साफ़ किया और कपडे पहन
कर काम करने चली गयी | कुछ भी हो, मेरे लिए वो गोरा कामदेव का अवतार था,
जिसने मुझे पहली बार चोदा |


Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion |
Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews
| Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance |
India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera |
Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical
| Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting |
Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry |
HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis
| Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad |
New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी
कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स |
सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स |
vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा |
सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी
सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी
सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such
| सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi |
कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult
kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई |
एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre
ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein |
चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain |
चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी
चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा |
सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai |
payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग
कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk |
vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana
ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ |
कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का
तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ |
हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी |
हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट |
chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai
| sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai |
mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन,
यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग,
यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना,
aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic
stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi
stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story
bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi
stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi
bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty
chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali
chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti
chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani
chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri
chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi
chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi
chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy
chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot
kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi
bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri
choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi
choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan
choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa
chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi
gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty
doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti
stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh
stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi
bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke
sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni
stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri
aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi
stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi
chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag
raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke
saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher
aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari
choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka
maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा
बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की
कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और
मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर
दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories
,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी
बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk
kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया
,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है
,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला
,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास
बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग
,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स
,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ
मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन
,kamuk-kahaniyan.blogspot.com ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल
,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले
होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो
,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी
,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे
लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों
के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி
,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा
,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
,چوت ,


--

मेरा अनुभव--2

हिंदी सेक्सी कहानियाँ

मेरा अनुभव--2
गतांक से आगे...................
मैं उठी और चाय बनाने चली गई। जब मैं चाय देने के लिए झुकी तो मेरी
चुचियों के दर्श्न भे उन्हें मैंने करा दिया। इस बार मैं अपने हाथ को
अपने गले की तरफ़ नहीं ले गई सो मुझे पका यकीन था कि उन्हें मेरे चुचियों
का पुरा और साफ़ नजारा मिल गया है। मैं देख रही थी कि उनकी नजर मेरी नाईटी
के खुले गले के भीतर है और उनकी नजरों में लालच है। पर कुछ था जो मुझे और
उन्हें दोनों को आगे बढ़ने से रोक रहा था। खैर उस दिन तो यही सब हुआ, पर
अगले दिन.....
रात में सोते समय मुझे अकेले में एक बार फ़िर से दिन की घटनाओं पर सोचने
का मौका मिला और इस बार अकेले में सोचते हुए मैं महसूस पहली बार महसूस की
कि इन बातों को याद करके मेरी चूत गीली हो रही है। मुझे एक अजीब सा मजा
आया और हाथ खुद-ब-खुद मेरी चूत को सहलाने लगा। अगले दिन जब मैं अंकल के
घर गई तो रास्ते में मुझे इस सब बातों का फ़िर से याद दुहराया और मैं
सोचने लगी कि देखें आज क्या होता है...। आज अंकल के घर पहुँच कर मैंने
पहले नहाने का प्रोग्राम बनाया, पर अंकल ने भी शायद कुछ सोंच रखा था, सो
वो मेरी बात काट कर बोले, "नहीं पहले पढ़ाई फ़िर और कुछ।" मैं भी अंकल की
बात के महत्व को समझ कर पढ़ाई में मन लगाई और अगले करीब दो घन्टे तक अंकल
भी पूरे मनोयोग से मुझे पढ़ाते रहे। करीब १२ बजे वो बोले कि जाओ अब नहा
लो, नाईटी वहीं बाथरूम में हीं टंगा हुआ है जैसा तुमने छोड़ा था, और फ़िर
खाना निकालो। मैं बाथरूम की तरफ़ बढ़ गई और फ़िर आज जब खाना परोसी तो
बे-हिचक कि अंकल को कब कौन सा मेरा अंग दिख रहा है, इसकी अब मुझे परवाह
नहीं थी। अंकल भी आराम से मुझे इधर-ऊधर से घुर-घुए कर मेरे बदन को अदाएँ
देख रहे थे, बिना कुछ बोले। मैं लौट कर आई और खाना लगा दिया। हम
आमने-सामने बैठ कर खा रहे थे। खाना खाते हुए भी वो मुझे घुर रहे थे। सब
समझते हुए भी मैंने पूछा, "क्या देख रहे हैं आप ऐसे?" अंकल बोले, "कुछ
खास नहीं, देख रहा हूँ कि तुम कैसे खाती हो"। मैं मुस्कुरा कर एक बार
अपने बाएँ हाथ को अपने सर में फ़ेरते हुए बोली, "मुझे लगा कि आप फ़िर आज
मेरा काँख देख रहें हैं..."। वो मुस्कुराए और बोले, "सो तो देख हीं रहा
हूँ, तुम्हारी उन बालों को देख कर मन भी तो नहीं भर रहा है।"

मैंने हँसते हुए अपने दोनों हाथ उपर उठा दिए और कहा, "लीजिए अब देख लीजिए
भर मन...दोनों काँख को एक साथ। अगर आपकी कल की बात मान कर आज मैं इन्हें
शेव करके आई होती तो...?" वो भी मुस्काए, "अच्छा की जो शेव नहीं की, ये
काले घुंघराले बाल हीं तो जवान लड़की की महक को उसके आस-पास फ़ैलाते है"
मैं बोली, "यू मीन...बदबू?" वो बोले, "नहीं खुश्बू...एक जवान लड़की के बदन
से निकली हर गंध एक मर्द के लिए खुश्बू है। वो महक हीं तो मर्द को बेचैन
करती है।" मैं अब फ़िर बोली, "यानि मैं आपको बेचैन कर रही हूँ...?" वो
खाना खत्म करते हुए पानी पीने के बाद बोले, "अगर सच कहूँ तो कर तो रही
हो।" मैं, "कैसे...? वो बोले, "अगर बूरा न मानो तो ...लो देख लो"। कहते
हुए वो खड़े हो गए और अपने बदन पर के गंजी को अपने पेट तक उठा दिया और
अपने हाफ़-पैन्ट में से अपने लन्ड को देखने का मौका दिया। कपड़े के उपर से
भी मुझे उनके लन्ड का उभार दिख गया। पैन्ट बीच में उभरा हुआ था, जैसे
पीछे से कुछ उसे ठेले हुए हो। मुझे शर्म आई, "छी:..." और मैं उठ कर बरतन
ले जाने लगी। मुझे पता था कि वो पीछे से मेरे चुतड़ों को देख रहे हैं।

जब मैं वापस आई तो देखा कि वो सोफ़े पर अधलेटे से लेट कर अखबार पढ़ रहे
हैं। मुझे देख कर उन्होंने कहा, "तुम्हें बूरा लगा क्या...? मैंने न में
सर हिलाया और मुस्कुराई। अब वो थोड़ा निश्चिन्त हुए और कहा, 'यानि अच्छा
लगा तुम्हें मेरा ऐसा बर्ताव...?" मैं अब चुप, क्या बोलती। वो फ़िर से
पूछे, "बोलो न...तुम्हें अच्छा लगा मेरा यह बर्ताव?" मैंने हाँ में सर
हिला दिया। वो पूछे, "और देखोगी...कैसे यह एकदम लूज रहता है और कैसे कड़ा
हो जाता है धीरे-धीरे...। मैं चुप हो कर उन्के चेहरे को देख रही थी। मन
तो कर रहा था पर बोल नहीं पा रही थी। वो फ़िर से अपनी गंजी उपर करके
दिखाए, "देखो अभी एकदम लूज है, फ़र्क समझ में आ रहा है...?" मैं देखी, सच
में कुछ दिख नहीं रहा था। सब नौर्मल लग रहा था। लगा जैसे जो चीज पहले
भीतर से कपड़े को ठेल रही थी वो गायब है। मेरी नजर वहीं गड़ी हुई थी जब वो
फ़िर बोले, "बोलो न निशु, देखोगी एक बार कैसे यह लूज से कड़ा हो जाता है"।
मैं धीरे से थोड़ा हिचकते और थोड़ा डरते हुए बोली, "आप किसी से कह तो नहीं
दीजिएगा घर पर?" वो थोड़ा खुश दिखे, "मैं गधा लगता हूँ तुम्हें? भला ऐसी
बात किसी को बताई जाती है? यह सब तो अपने दोनों के बीच का सीक्रेट है।"
मैं अब मुस्कुराते हुए हाँ में सर हिलाई।

वो अब मुझे सोफ़े पर बिठा दिए और फ़िर खुद मेरे सामने खड़े हो गए। इसके बाद
उन्होंने अपना गंजी उतार दिया। और फ़िर अपने पैन्ट को भी नीचे सरार कर
अपने पैरों से निकाल कर सोफ़े पर मेरे गोद में फ़ेंक दिया, जिसे मैंने अपने
बगल में रख लिया। उनका काला लन्ड अभी ढ़ीला सा दिखा। करीब ५" लम्बा वो
नीचे की तरफ़ झुका हुआ था। वो एक बार अपने हाथ से अपने लन्ड के चमड़े को
पीछे करके भीतर से लाल वाला चिकना सर दिखा लन्ड का फ़िर उस चमड़े को ठीक कर
दिया जिससे वो लाल हिस्सा फ़िर से छुप गया। मेरी नजर अब उनके लन्ड पर टिक
गई थी। वो बोले, "अब जरा एक बार आराम से अपना हाथ उपर कर के अपने काँख का
बाल फ़िर से दिखाओ। मैं तुम्हारे बदन के बारे में सोचना शुरु करुँगा तो
देखना कैसे यह अपने अपने आप कड़ा होने लगेगा।" मैंने वैसा हीं किया। वो
आँख बंद करके मेरे सामने खड़े थे, अपने दोनों हाथ को कमर पर रख कर। मैं
देख रही थी कि अंकल के लन्ड में अब धीरे-धीरे कड़ापन आने लगा था। वो अब
हल्के-हल्के उपर की तरफ़ उठने लगा था। करीब ३-४ मिनट में अंकल का लन्ड
सीधा हो गया था हल्का सा उपर की तरफ़ उसका मुँह था, उसकी चमड़ी भी लन्ड के
मुण्ड से करीब ७०% पीछे चली गई थी जिससे भीतर का लाल हिस्सा फ़िर से दिखने
लगा था। अब उनका लन्ड करीब साढ़े ६ या सात ईंन्च का दिख रहा था। मेरे लिए
यह एक जादू था। मेरे मुँह से एक बारगी निकाला, 'ओ माँ, कैसे इतना बड़ा हो
गया?" अंकल आँख खोले और हँस कर बोले, "सब तुम्हारे बदन का कमाल है। पता
हैं मैं अभी तुम्हारे नंगे बदन के बारे में सोच रहा था सो यह ऐसा बन गया।
अभी जब तुम बोली, तब मेरे दिमाग में था कि मेरा हाथ तुम्हारी झाँटों को
सहला रहा है"।

मुझे यह सुन कर सच में बहुत शर्म आई, पर यह सब हो तो मेरी मर्जी से रहा
था। अंकल पर कोई असर नहीं हुआ, वो अब अपने लन्ड को अपने हाथ से सहलाते
हुए बोले, "पता है न झाँट मतलब?" मैंने हाँ में सर हिलाया तो वो बोले,
"क्या होता है बोलो" और मैंने भी अब थोड़ा खुलते हुए कहा, "वो जो बाल है न
वहाँ उसके चारों तरफ़..."। अंकल हँस दिए, "ठीक है, पर जरा खुल कर बोलो
न... मजा आएगा तुम्हें भी ऐसे बात करके।" मैं भी सोची कि चलो जब इतना हो
हीं गया तो अब खुल कर बोल कर भी देख लेती हूँ, सच में मजा तो मुझे ऐसे भी
आ रहा था। मेरी चूत तो कब की गीली हो गई थी। मैंने कहा, "वही बाल स जो
आपके लन्ड के चारों तरफ़ है' और मैंने अपना चेहरा अपने हथेलियों से ढ़क
लिया, मुझे यह उनके सामने बोलते हुए बड़ी शर्म आई। अंकल नंगे ही मेरे पास
आए और मेरे चेहरे पर से मेरे हाथ हटा कर बोले, "ऐसे क्यों शर्मा रही हो,
यहाँ कोई है थोड़े न जो तुम इतना शर्मा रही हो। मुझे जब तुम्हारे सामने
नंगे खड़े होते शर्म नहीं आई तो तुम क्यों शर्मा रही हो। तुमसे कम उम्र की
लड़कियाँ क्या-क्या न कर लेती हैं और तुम हो कि..." मैं अब फ़िर से थोड़ा
हिम्मत के साथ बैठ गई। वो फ़िर बोले, "अब अगर तुम अपना झाँट भी दिखा दो तो
मैं तुमको अपने लन्ड में का एक स्पेशल चीज दिखाऊँगा, जो तुम आज तक नहीं
देखी होगी...शायद सुनी भी न होगी।" मैं थोड़ा उत्सुक हो कर बोली, "क्या?"
वो बोले, "उँहू...ऐसे नहीं पहले तुम मुझे अपना झाँट दिखाओगी उसके बाद।
मुझे मेहनत भी करना होगा, उस चीज को अपने लन्ड में से बाहर निकालने के
लिए।" मैं फ़िर हिचकते हुए बोली, "नहीं पहले आप बताईए"।

वो हँसे और कहा, "ठीक है, मैं तुम्हारे सामने अभी मूठ मारुँगा, मतलब
हस्त-मैथुन करुँगा, जिसके बाद मेरे लन्ड में से एक चीपचीपा सा सफ़ेद गोंद
जैसा चीज निकलेगा। वही वो खास चीज है जो लड़की के पेट में गिरने से लड़की
प्रीगनेन्ट हो जाती है।" मैं अब थोड़ा घबड़ाई, "नहीं-नहीं मुझे नहीं
देखना..."। वो मेरी घबड़ाहट समझ गए सो बोले, "ऐसे घबड़ाओ मत...देखने से कुछ
थोड़े न होगा। बस जब इतना देख ली हो तो इसके आगे कि बात भी जान लो, फ़िर तो
शायद तुमको ऐसे शादी के बाद हीं यह सफ़ेद चीज देखने को मिलेगा। खतरा तो तब
है जब यह तुम्हारे पेट के भीतर गिरे, सो तो होना नहीं है।" अब मैं थोड़ा
एक्साईटेड हो कर बोली, "ठीक है फ़िर आप ऐसे हीं निकाल कर दिखाईए न"। अंकल
शायद समझ गए कि अब मैं मान जाऊँगी सो वो अब जिद ले कर बैठ गए, "नहीं अब
तुम्हें नंगा हो कर मुझे अपना चूत दिखाना होगा, इसके बाद हीं मैं मूठ
मारुँगा। बिना मूठ मारे यह निकलेगा नहीं, और बहुत मेहनत करना होगा। नंगी
लड़की को सामने देख कर लन्ड भी मस्त हो जाएगा और जल्दी से वो रस बाहर
निकाल देगा। असल में वो भगवान तो बाने हैं लड़की को चोद कर उसकी पेट में
गिराने के लिए, पर तुम को तो मैं अभी चोद नहीं सकता हूँ, सो कम से कम
तुम्हारे बदन को देख्ता रहुँगा तो लन्ड को निकालने में सहुलियत होगी,
नहीं तो पता नहीं निकलेगा भी कि नहीं।" और मैं तो अब यह सब सुन कर बेचैन
हो चुकी थी। बदन में आग लगी हुई थी। मन कर रहा था कि कपड़ा फ़ेंक दूँ। सो
जल्दी हीं मैं राजी हो गई।

मेरे चेहरे पर राजी-पना दिखा नहीं कि अंकल तुरंत मेरे सामने आ गए और मुझे
खड़ा करके मेरे बदन से नाईटी को ऊपर उठाना शुरू कर दिया। मैं भी अब
मुस्कुराअ रही थी और शान्त थी। जल्दी हीं नाईटी मेरे जांघों के भी ऊपर हो
गया कि अंकल का हाथ अब मेरे जांघों पर पहुँचा। पहली बार एक मर्दाना हाथ
का स्पर्श मेरे जाँघ की खुली हुई चमड़ी पर हुआ, ईईस्स्स्स... बदन में एक
झिनझिनी से दौड़ गई। फ़िर जब तक मैं उस स्पर्श का पुरा मजा ले पाती कि उनके
हाथों ने मेरे नाईटी के साथ ऊपर सरकना शुरू कर दिया। उनका हाथ अब मेरे
बगल से कमर, फ़िर पसलियों, फ़िर छाती की जड़ से होता हुआ ऊपर की ओर जा रहा
था कि मैंने अपने हाथ उपर उठा दिए। अंकल ने फ़ुर्ती के साथ बिना देर किए
मेरे सर के ऊपर से नाईटी खींच कर मेरे बदन से हटा दिया। २-३ सेकेन्ड लगा
होगा कि मैं पुरी तरह से नंगी, अब अंकल के सामने थी।
क्रमशः....................


Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion |
Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews
| Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance |
India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera |
Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical
| Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting |
Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry |
HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis
| Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad |
New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी
कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स |
सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स |
vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा |
सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी
सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी
सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such
| सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi |
कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult
kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई |
एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre
ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein |
चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain |
चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी
चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा |
सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai |
payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग
कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk |
vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana
ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ |
कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का
तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ |
हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी |
हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट |
chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai
| sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai |
mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन,
यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग,
यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना,
aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic
stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi
stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story
bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi
stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi
bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty
chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali
chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti
chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani
chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri
chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi
chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi
chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy
chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot
kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi
bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri
choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi
choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan
choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa
chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi
gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty
doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti
stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh
stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi
bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke
sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni
stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri
aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi
stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi
chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag
raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke
saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher
aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari
choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka
maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा
बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की
कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और
मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर
दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories
,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी
बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk
kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया
,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है
,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला
,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास
बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग
,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स
,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ
मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन
,kamuk-kahaniyan.blogspot.com ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल
,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले
होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो
,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी
,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे
लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों
के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி
,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा
,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
,چوت ,


--

मेरा अनुभव--1

हिंदी सेक्सी कहानियाँ

मेरा अनुभव--1
हैलो दोस्तों, मैं हूँ निशु , अभी २० वें साल में हूँ। सभी कहानी को पढ़ा
है मैंने। आज आपको अपनी कहानी बता रहीं हूँ। उसके पहले जरा अपने बारे में
बता दूँ ताकि आप मेरे बारे में कल्पना कर सकें। मेरा रंग साफ़ है (बहुत
गोरी नहीं हूँ), ५'६" लम्बी छरहरी बदन की मालकिन हूँ। थोड़ी दुबली आप मुझे
कह सकते हैं, ३२-२१-३४ की फ़ीगर है, चेहरा भगवान की दया से औसत से बेहतर
है। कुल मिला कर जो देखता है एक बार दुबारा सर घुमा कर भी जरूर देखता है।
अभी तक ५ लन्डों से चुदी हूँ और अगर मेरी इस कहानी को आप का प्यार मिला
तो मैं अपनी सब बातें आपके साथ शेयर करुँगी।
खैर जैसा कि मैंने बताया कि मैं अभी तक ५ अलग-अलग मर्दों के साथ सेक्स की
हूँ; पर उसमें जो सबसे खास है, उसी के बारे में आज आपको बताऊँगी। हर लड़की
के जीवन में वह लन्ड सबसे खास होता है जो उसे सही मायने में जवान बनाता
है यानि उसको कली से फ़ूल बनाता है। उसे और उस पल को कोई लड़की जीवन भर
नहीं भुलती और बीच-बीच में उन पलों के बारे में सोंच कर उसकी याद ताजा
करती रहती है। मेरे लिए तो वो पल अभी भी बहुत नया है, करीब दो साल पहले
हीं का तो दिन था वो। मेरे लिए वह लन्ड था मेरे मैथ टीचर का। वो एक दवा
कम्पनी में सिनियर सेल्स मैनेजर थे, पर मुझे मैथ पढ़ाते थे। उनके बड़े भाई
मेरे पापा के दोस्त थे, सो वो मेरे परिवार से काफ़ी हिले-मिले हुए थे। मैं
९ वीं क्लास से उनके घर ट्युशन के लिए जाती थी। जब यह सब हुआ तब मैं १२
वीं की छात्रा थी। एक दिन वो अपने परिवार (एक बीवी और दो बच्चे ८ साल का
बेटा और १२ साल की बेटी) के साथ मेरे घर डिनर पर आए थे, गर्मी की
छुट्टियों के ठीक पहले। उस दिन हीं तय हुआ कि गर्मी की छुट्टी में वो
मेरा मैथ का सिलेबस खत्म कर देंगे फ़िर उसके बाद बोर्ड के लिए रिविजन और
कुछ आगे की पढ़ाई करेंगे। वो बोले कि अब गर्मी में वो शाम को हीं अपना
ज्यादा काम करेंगे सो मुझे अब वो सुबह में २-३ घन्टे पढ़ा देंगे। दो दिन
बाद गर्मी की छुट्टी शुरू हुई तो समय की कमी भी नहीं थी।

अब थोड़ा उनके बारे में बता दूँ। उनका नाम निशांत है, मैं उन्हें अंकल
कहती हूँ। वो करीब ३८ साल के थे तब, ठीक-ठाक कद-काठी करीब ५'१०" लम्बे।
अपने कौलेज के हौकी टीम के कप्तान रहे थे सो बहुत फ़िट थे और उम्र से कम
से कम ६-८ साल छोटे दिखते थे। उनके परिवार में कौन-कौन था, सो तो पहले
हीं बता दिया है। उनका घर मेरे घर से करीब ६ कि०मी० था सो मैं बस या औटो
से उनके घर पढ़ने जाती थी। उस साल की छुट्टी के पहले ३ दिन तो सही बीते,
उस तीन दिन में उन्होंने सच में अपनी स्पीड बढ़ा दी थी। मुझे अब टास्क भी
ज्यादा मिल रहा था। चौथे दिन वो अपनी बीवी-बच्चों को अपने ससुराल पहुँचा
दिए क्योंकि उनके बच्चों की भी छुट्टियाँ हो गई थी और आंटी भी काफ़ी दिनों
से मायके नहीं गई थी। शाम को जब वो लौटे तो हमारे हीं घर आए और मेरे घर
हीं खाना खाया। छुट्टियाँ थीं सुबह में मुझे घर का कुछ काम भी करना होता
था, (नाश्ता बनाना मेरा जिम्मा था, उन दिनों)। करीब ९ बजे अपने घर से
निकलती, फ़िर करीब ३ घन्टे उनके घर पढ़ने के बाद १ बजे के करीब अपने घर
लौटती। परेशानी तो होती थी, पर उनसे ट्युशन भी जरूरी थी।

वो मेरी परेशानी की बात पापा से बोले कि निशु को सुबह ७ बजे भेज दीजिए,
फ़िर वो करीब १० बजे घर लौट जाएगी। पर मम्मी बोली नहीं सुबह में तो पिछले
साल से नियम है कि हर छुट्टी के दिन यही नाश्ता बनाती है, आखिर यह सब भी
तो सीखना है। वो बोले, "ठीक है फ़िर, अगर ऐसी बात है तो कल से वो सब काम
कर के आए, आज कल तो मैं भी दिन में घर पर रहता हूँ, सो वो वहीं दोपहर में
आराम कर लेगी और शाम को धूप कम होने पर यहाँ आ जाएगी। जिस दिन मुझे दिन
में काम रहेगा, मैं उसको अपने साथ ला कर यहाँ ड्रौप कर दुँगा।" तब मेरे
पापा ने कहा, "यही ठीक रहेगा निशांत, और कल से यह तुम्हारा लंच भी साथ
में ले जाएगी।" मम्मी ने भी हाँ में हाँ मिलाई। मैं आज तक नहीं समझ पाई
कि ये सब मेरे संयोग था या अंकल का सोचा-समझा प्लान, पर मुझे उस दिन तो
सब नौर्मल हीं लगा, बल्कि अगले ३ दिन तक सब नौर्मल था।

उसके अगले दिन गर्मी बहुत ज्यादा थी। मैं जब अंकल के घर पहुँची करीब १०
बजे तो पसीने से नहा गई थी। उस दिन जब वो पढ़ा रहे थे तब भी मैं परेशान
थी। करीब घन्टे भर बाद हीं अंकल ने कहा, "निशु, आज गर्मी भी बहुत ज्यादा
है आज इतना हीं रहने दो।" मैंने भी कहा, "हाँ अंकल बहुत ज्यादा, मैं तो
बाहर से आई हूँ सो पसीने से नहा गई हूँ, मन अजीब सा हो रहा है।" अंकल
बोले, "जाओ बाथरूम में जा कर नहा लो, अपने कपड़े को भी पानी में डाल कर
निचोड़ देना। इस गर्मी में दो घंटे में सुख जाएगा। शायद नहाने के बाद
अच्छा लगे।" इसके बाद वो आंटी की एक नाईटी और तौलिया मुझे पकड़ा दिए।
गर्मी से मैं बेहाल थी सो नहाने चल दी। बाथरूम में कपड़े उतारते समय एक
बार सोची की अपनी ब्रा-पैन्टी नहीं भींगाऊँ, पर अगर गर्मी में
अंडर-गार्मेन्टस साफ़ न हो तो...., सोच कर मैंने उन्हें भी धो दिया। इसके
बाद नहा धो कर मैं नाईटी पहन ली। आंटी की यह नाईटी मेरे बदन थोड़ी लूज थी
और नीचे बस घुटने के थोड़ा नीचे तक थी (आंटी करीब ५'२" की हैं)। स्लीव-लेस
नाईटी थी जिसके उपर के कट्स काफ़ी गहरे थे (गर्मी के सीजन के हिसाब से
सिला हुआ था)। करीब १२ बज गए थे सो अंकल बोले खाना लगा देने को बोले और
मैं किचेन में चली गई। जब पानी ले कर बाहर आई तो अंकल टेबल पर बैठे हुए
थे और मुझे आते हुए देख कर मेरे बदन पर नजरें गड़ा दीं। वो मुझे घूर रहे
थे और मुझे इसका अहसास हो रहा था। खैर वो नाईटी कुछ ज्यादा हीं खुला हुआ
था ऊपर की तरफ़। मैं ख्याल रख रही थी कि सामने से ज्यादा न झुकूँ। जब
झुकती तो अपना एक हाथ अपनी छाती पर रख लेती। खैर अब हम दोनों खाने लगे
थे। अंत में जब मैं बरतन उठा रही थी तो मैं उनके साईड में थी। यही वो पल
था जब वो पहली बार मेरे बदन पर सीधा कौमेन्ट किए।

अंकल ने कहा, "निशु आज पहली बार पता चला है मुझे कि तुम जवान हो गई हो"।
मुझे थोड़ा अजीब लगा पर फ़िर भी मै इस बात को ऐसे ली जैसे घर में लोग बोलते
थे कि निशु अब तुम बड़ी हो गई हो...ये न करो...वो न करो जैसी। पर इसके बाद
जो अंकल ने कहा वो मुझे साफ़ समझ आ गया कि वो मेरी कौन सी वाली जवानी की
बात कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, "देखती नहीं हों कितने बड़े-बड़े बाल हो
गए हैं तुम्हारी काँख में। इन्हें साफ़ क्यों नहीं करती?" मुझे यह सुन कर
अजीब लगा फ़िर भी इतना पुराना रिश्ता था अंकल से कि मैं बेहिचक बोली, "साफ़
करती हूँ जब स्लीवलेस ड्रेस पहनना होता है। इधर काफ़ी दिनों से ऐसी कोई
ड्रेस नहीं ली हूँ सो जरुरत नहीं महसूस हुई।" अंकल अब और खुल कर बोले,
"फ़िर भी, तुम्हारे जैसी सुन्दर जवान लड़की को तो सज सँवर कर रहना चाहिए।
भगवान ने तुम्हें इत्ता सुन्दर हाथ-पैर दिया है बिना बालों वाली।" मुझे
अब लगने लगा था कि अंकल मुझे लाईन मार रहें हैं। मुझे यह सब सुन कर अच्छा
लगा सो मैं मुस्कुरा दी। मैं बरतन ले कर जाने लगी पर मुझे पता था कि अंकल
पीछे से मुझे घुर रहे हैं। मुझे अच्छा लगा था सो मैं भी उनके साथ थोड़ा
फ़्लर्ट करने का सोंची।

इस बार जब मैं आई तो अब थोड़ा बेलौस हो कर बैठी। नाईटी एक झटके से थोड़ा
ऊपर की तो अंकल को मेरी आधी जाँघ तक अनावृत दिख गई। ऐसे मैं अब अपने सर
के बालों को बार-बार ठीक करती ताकि मेरी काँख के बाल उन्हें बार-बार
दिखें। मैं चाह रही थी कि वो मेरे बदन के बारे में बोलें। पर अंकल मेरे
बदन को घुर जरुर रहे थे पर बोल कुछ नहीं रहे थे। ऊन्हें अब आगे कुछ बोलने
में हिचक महसूस हो रहा था। खैर उस दिन तो इतना हीं हुआ, अंकल बोले कि अब
तुम भी थोड़ा आराम कर लो, मैं भी थोड़ा एक घण्टे सो लेता हूँ। वो दीवान पर
लेट गए और मैं सामने के सोफ़े पर। मुझे नींद आ गई। करीब दो घन्टे नींद
खुली तो देखा कि अंकल उठ कर अधलेटे हो कर एक उपन्यास पढ़ रहे हैं। मेरा
नाईटी मेरे लगभग पुरा जांघ नंगा दिखा रहा था (वो उपर हो गया था) खुले गले
की नाईटी मेंसे मेरी एक छाती आधा से ज्यादा झलक रही थी। मुझे थोड़ी शर्म
आई, और मैंने अपने बदन को ढ़कने का प्रयास शुरू कर दिया। अंकंल अब मुझे
देख कर मुस्कुराए और बोले, "उठ गई, सच में निशु तुम्हारी जवानी बहुत
कातिल है...मुझे अपने को रोकने के लिए बहुत प्रयास करना पड़ा", वो हँस
दिए। मेरे मुँह से निकला एक छोटा सा "धत्त..."और मेरे गाल लाल हो गए।
अंकल ने कहा, "जाओ हाथ-मुँह धोओ और चाय बनाओ, तुम्हारी नींद भागेगी और
मेरी गर्मी..."। मैंने कहा, "गर्मी...?" वो हँस कर बोले, "अभी इतनी बड़ी
नहीं हुई हो कि मेरी गर्मी को समझ सको। मैं अब सौ प्रतिशत समझ गई कि वो
अपने लन्ड की गर्मी की बात कर रहे हैं। मुझे कहीं भीतर से अच्छा लगा कि
अंकल को मेरे बदन में दिल्चस्पी है।
मैं उठी और चाय बनाने चली गई। जब मैं चाय देने के लिए झुकी तो मेरी
चुचियों के दर्श्न भे उन्हें मैंने करा दिया। इस बार मैं अपने हाथ को
अपने गले की तरफ़ नहीं ले गई सो मुझे पका यकीन था कि उन्हें मेरे चुचियों
का पुरा और साफ़ नजारा मिल गया है। मैं देख रही थी कि उनकी नजर मेरी नाईटी
के खुले गले के भीतर है और उनकी नजरों में लालच है। पर कुछ था जो मुझे और
उन्हें दोनों को आगे बढ़ने से रोक रहा था। खैर उस दिन तो यही सब हुआ, पर
अगले दिन.....
क्रमशः....................


Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion |
Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews
| Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance |
India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera |
Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical
| Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting |
Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry |
HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis
| Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad |
New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी
कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स |
सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स |
vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा |
सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी
सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी
सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such
| सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi |
कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult
kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई |
एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre
ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein |
चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain |
चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी
चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा |
सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai |
payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग
कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk |
vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana
ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ |
कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का
तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ |
हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी |
हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट |
chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai
| sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai |
mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन,
यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग,
यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना,
aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic
stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi
stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story
bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi
stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi
bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty
chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali
chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti
chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani
chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri
chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi
chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi
chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy
chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot
kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi
bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri
choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi
choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan
choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa
chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi
gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty
doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti
stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh
stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi
bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke
sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni
stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri
aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi
stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi
chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag
raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke
saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher
aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari
choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka
maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा
बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की
कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और
मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर
दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories
,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी
बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk
kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया
,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है
,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला
,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास
बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग
,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स
,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ
मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन
,kamuk-kahaniyan.blogspot.com ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल
,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले
होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो
,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी
,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे
लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों
के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி
,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा
,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
,چوت ,


--

मेरी बहन-मेरी पत्नी पार्ट -8

हिंदी सेक्सी कहानियाँ
मेरी बहन-मेरी पत्नी पार्ट -8
गतांक से आगे...................................
जिस समय मैंने अपने कपडे उतारे अमृता पलट गयी, मगर मैंने उसे दुबारा
उल्टा करके दिवार के सहारे लगा दिया और फिर से उसकी चूत में उंगली डाल कर
उसे दुबारा गरम किया |एक बार फिर से अमृता बेकाबू होने लगी और खड़े खड़े
अपनी टाँगे फ़ैलाने लगी |
बस मैंने उसी समय अपना लंड अडजस्ट करते हुए उसकी चूत में डाल दिया |
अमृता की चीख निकल गयी |वो दो साल से मुझे चूत तो दे रही थी मगर अभी तक
उसकी चूत इतनी नहीं खुली थी कि खड़े खड़े लंड उसमे चला जाता इसलिए मेरे
झटके से उसकी चीख निकल गयी |
मेरे लिए भी खड़े हो कर चूत मारना मुश्किल हो रहा था | एक तो मुझे भी खड़े
हो कर चूत मारने का तजुर्बा नहीं था और दुसरे मेरी बहन की चूत भी बहुत
टाईट लग रही थी इसलिए लंड ठीक से चल नहीं पा रहा था |यूँ तो मुझे भी खड़े
हो कर उसकी चूत मारने में बहुत दिक्कत आ रही थी मगर अमृता के मुह से चीख
और सिसकियाँ सुनकर मजा बहुत आ रहा था |इसलिए मै भी खड़े खड़े ही उसकी चूत
की ले रहा था |मैंने जोर जोर से झटके मारे और अंत में पूरे मजे लेते हुए
मैंने अपना लंड एक बार फिर से अपनी बहन की चूत में झाड दिया था |

जब अमृता की चूत मारने के बाद मैंने उसे छोड़ा तो मैंने देखा उसका चेहरा
लाल हो रहा था | चेहरे पर दर्द के भाव थे , साँसे फूल रही थी और ऐसा लग
रहा था जैसे किसी ने उसका रेप कर दिया हो| मगर मेरे छोड़ने के बाद अमृता
पलटी और मुस्कुराते हुए बोली-" भईया आज के बाद कभी आपको खड़े हो कर नहीं
दूंगी |"
उसकी मुस्कराहट बता रही थी कि उसे भी उतना ही मजा आया था जितना मुझे आया
था |हाँ ! ये बात अलग है कि उसे दर्द कुछ ज्यादा हुआ होगा |मगर फिर भी
उसके चेहरे के भाव बता रहे थे कि मजा उसे भी पूरा मिला है |
अमृता ने नीचे गिरे हुए अपने कपडे हाथ में उठाये और कमरे की तरफ जाने लगी
|मैंने भी अपने कपडे उठाये और उसके पीछे चल पड़ा | मैंने देखा अमृता ठीक
से चल भी नहीं पा रही थी- वो टांग खोल कर चल रही थी |शायद दर्द से उसका
बुरा हाल था |मगर उसे ऐसे चलते हुए देख कर मुझे बहुत मानसिक सुख मिल रहा
था |मुझे ऐसा लगा कि मै अमृता को वो सब दे पा रहा हूँ जिसकी इच्छा एक औरत
एक मर्द से करती है |

अमृता ने कमरे में आ कर अपने कपडे एक तरफ फैंक दिए और पलंग पर चादर ओड़कर
लेट गयी| मै भी उसके बराबर में लेट गया और उसके बालों में हाथ फेरते हुए
उसे प्यार जताने लगा |
अमृता ने मेरी तरफ करवट बदली और शिकायत भरे स्वर में बोली-
"भईया...........बहुत मजा आता है ना आपको मुझे तडपाने| सगी बहन पे तरस भी
नहीं आता ?
इतनी जोर-जोर से झटके मारे हैं कि जलन हो रही है |ऐसा लग रहा है किसी ने
लाल मिर्च लगा दी हो वहां पे | जिस दिन फट जाएगी ना मेरी उस दिन पता
चलेगा आपको | फिर बैठे रहना अपना हाथ में लेकर |"
मैंने उसे छेड़ते हुए कहा -
"फाड़ना थोड़ी ही चाहता हूँ.............मै तो बस खोलना चाहता हूँ तेरी
|मै चाहता हूँ मम्मी के आने से पहले पहले तेरी इतनी खोल दूँ कि जब मम्मी
वापिस आ जाये और मैं तेरी लूँ तो तुझे बिलकुल भी दर्द न हो |"
उसके बाद हम दोनों बाते करने लगे और थकावट बहुत ज्यादा हो जाने के कारण
बिना कपडे पहने ही एक दुसरे की बाँहों में नंगे ही सो गए |
शाम के लगभग सात बजे, अमृता ने मुझे जगाया |मैंने आँख खोली तो देखा - वो
सलवार कमीज पहन कर मेरे पलंग के बराबर में खड़ी थी और मुझे जगा रही थी
|लेकिन मैंने उठने से मन कर दिया और उससे कहा ऐसे नहीं- बीबी कि तरह से
जगाएगी तो जागूँगा | अमृता झुकी और झुककर मेरे होंठों पे अपने होंठ रख कर
किस्स करने लगी मैंने भी अपने हाथ उसके पूरे बदन पे फेरते हुए (उसकी कमर,
कुल्ल्हे, चूचियां ) उसके पूरे बदन का मजा लिया और उसके बाद उठकर बैठ गया
|

अमृता चाय बना लायी जो हम दोनों भाई बहनों ने एक ही कप में पी | हमारी
दिन की थकावट अभी तक उतर नहीं सकी थी और हम दोनों के ही बदन में अभी तक
दर्द था मगर ये दर्द दिन के मिलन का एहसास था और पूरी उम्र के लिए एक याद
|
अब रात के आठ बजने वाले थे | अगर मै इस समय अपनी बहन पे ट्रिप लगा लेता
तो रात को थकावट के कारण उसकी चूत ना मार पाता इसलिए मैंने इस समय खुद को
कण्ट्रोल करना ही बेहतर समझा और अपनी शक्ति को रात के लिए बचा लिया | ऐसा
मैंने इस लिए किया क्योकि मै रात में उसकी चूत मारे बिना सो नहीं सकता
हूँ-मुझे नींद नहीं आती है जब तक मै रात को उसकी ले ना लूँ|
रात को खाना खाने के बाद एक बार फिर से मैंने अडल्ट फिल्म लगाई और अमृता
से कहा कि वो फ्रिज में से बीयर निकल कर सिर्फ ब्रा और पेंटी में मुझे
सर्व करे-जिस तरह बार में लड़कियां अपने ग्राहकों को करती है | अमृता भी
किसी प्रोफेशनल लड़की की तरह बीयर ले कर ब्रा-पेंटी में आ गयी |
काले रंग की सेक्सी ब्रा-पेंटी में अमृता को देख कर एक बार फिर से मेरे
लंड ने जोर मारा और ये अपनी पूरी जवानी पे आते हुए खड़ा हो गया | अमृता भी
बिलकुल प्रोफेशनल लड़की के अंदाज में मेरे पलंग के पास कड़ी हुई और झुक कर
बीयर सर्व करने लगी |एक तो अमृता पहले ही गजब ढा रही थी उस पर उसके झुकने
से उसके बूब्स भी ब्रा में से दिखने लगे | एक दिल की बात कहूँ दोस्तों-
पूरी नंगी लड़की सिर्फ बिस्तर पर अच्छी लगती है (वो भी तब तक जब तक आपका
झड ना जाए ) मगर बिस्तर से अलग तो आधी नंगी और आधी ढकी हुई लड़की का ही
मजा है और इस समय अमृता बिलकुल उसी अंदाज में थी -आधी नंगी, आधी ढकी |

अमृता के बीयर डालते समय मैंने बिलकुल उसी अंदाज में उसके बूब्स दबाये
जिस अंदाज में एक ग्राहक होटल में बीयर देने वाली लड़की के दबाता है और
उसके बाद उसे खीचते हुए अपने बिस्तर पे डाल लिया और अपने बराबर में लेटा
कर उसके साथ बीयर का मजा लेते हुए अडल्ट फिल्म देखने लगा साथ ही साथ मजा
लेने लगा अपनी बहन के बूब्स का, उसके आधे नंगे बदन का, उसकी जवानी का |
जब फिल्म में ग्रुप सेक्स का सीन आया तो उस सीन में एक लड़का हेरोइन को
कुतिया बना कर उसकी चूत मार रहा था और एक लड़का उसके मुह में दे रहा था
जबकि एक लड़का उसके बूब्स चूस रहा था | उस सीन को देख कर हम दोनों इतने
गरम हो चुके थे की मैंने तुरंत अमृता को कुतिया बनाया और उसके सारे कपडे
उतर कर ऊपर चढ़ गया | मेरे झटके के साथ अमृता के बूब्स हिलते थे और उसके
बूब्स के हिलने से मेरे अंदर नया जोश आ जाता था | मैंने उस रात बहुत
अच्छे से अमृता को कुतिया बना कर चोदा और अपने दिल के सारे अरमान पूरे
करे |
क्योकि दिन में मै अमृता को दिवार के सहारे खड़ा कर के चोद चूका था इसलिए
कुतिया बना कर चोदने में ज्यादा दिक्कत नहीं आयी | अब उसकी चूत खुल चुकी
थी |बहुत मजा आया था मुझे उस दिन मगर मुझे क्या पता था की वो दिन मेरी
बहन के साथ मेरे हनीमून का आखिरी दिन होगा ? अभी तो सिर्फ दो ही दिन हुए
थे और तेरह दिन बाकी थे मगर अगली सुबह कुछ ऐसा हुआ की मेरे हनीमून का
सारा मजा खराब हो गया और मै बाकी के दिन अपनी बहन की चूत मारने के लिए
तरसता रह गया |
मेरे साथ ऐसा क्या हुआ जो मै बाकी के दिन अपनी बहन की चूत नहीं मार सका
ये मै आपको -
 में बताऊंगा |

मगर जो भी हो ये मेरे जीवन का पहला हनीमून था मेरी बहन के साथ और वो दो
दिन मेरे जीवन के सबसे यादगार दिन थे जिनमे मैंने अमृता के साथ अपने दिल
के बहुत सारे अरमान पूरे किये थे |बस अगर अगले दिन वाली घटना ना घाटती तो
शायद ये हनीमून पूरे पंद्रह दिन तक यूँ ही चलता रहता और मै अमृता के साथ
अपने दिल के बाकी सारे अरमान भी पूरे कर लेता |

क्रमशः........

Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion |
Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews
| Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance |
India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera |
Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical
| Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting |
Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry |
HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis
| Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad |
New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी
कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स |
सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स |
vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा |
सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी
सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी
सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such
| सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi |
कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult
kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई |
एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre
ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein |
चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain |
चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी
चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा |
सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai |
payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग
कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk |
vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana
ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ |
कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का
तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ |
हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी |
हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट |
chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai
| sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai |
mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन,
यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग,
यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना,
aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic
stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi
stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story
bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi
stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi
bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty
chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali
chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti
chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani
chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri
chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi
chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi
chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy
chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot
kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi
bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri
choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi
choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan
choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa
chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi
gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty
doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti
stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh
stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi
bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke
sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni
stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri
aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi
stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi
chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag
raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke
saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher
aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari
choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka
maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा
बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की
कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और
मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर
दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories
,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी
बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk
kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया
,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है
,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला
,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास
बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग
,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स
,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ
मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन
,kamuk-kahaniyan.blogspot.com ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल
,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले
होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो
,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी
,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे
लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों
के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி
,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा
,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
,چوت ,


--

मेरी बहन-मेरी पत्नी पार्ट -7

मेरी बहन-मेरी पत्नी पार्ट -7
गतांक से आगे...................................
जब मै ज्यादा देर तक अमृता को किस्स करता रहा तो अमृता को लगा कि मै उसकी
चूत मारना चाहता हूँ इसलिए उसने अपनी दोनों टंगे फैला कर अपने पैर मेरी
कमर पे लगा दिए ताकि उसकी चूत पूरी तरह खुल जाए और मेरा लंड आराम से अंदर
जा सके | उसे शायद लगा कि मै रात वाली दूसरी ट्रिप अब पूरी करना चाहता
हूँ या अपने दिन की शुरुआत उसकी चूत मार कर करना चाहता हूँ|

मगर मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था |मै उसे उसी पुराने अंदाज में चोदना नहीं
चाहता था |मुझे तो अब कुछ नया करना था |इस पोज में तो मै उसकी रोज लेता
था फिर भला मम्मी के जाने और हमारे हनीमून का अर्थ ही क्या रह जाता अगर
हमें वही सब करना था जो हम रोज करते है?
इसलिए मैंने उसकी चूत में अपना लंड नहीं डाला और उसे जगा कर उसके बराबर
में लेट गया |

जब अमृता ने देखा कि दस से ज्यादा बज चुके है, वो तुरंत उठ गयी और बोली
की जल्दी से कमरा संभाल लो क्योकि थोड़ी देर में कामवाली आने वाली है
|अमृता उठी और उठ कर सबसे पहले अपनी ब्रा और पेंटी उठा कर पहने लगी मगर
मैंने उसके हाथ से ब्रा और पेंटी छीन ली |मैंने उसे कहा की आज वो सारा
काम नंगी ही करे और मैं उसे देखूंगा |मगर अमृता ने ये कह कर मना कर दिया
कि उसे ये सब करने में शर्म आती है |मेरे बहुत कहने पर भी अमृता नहीं
मानी तो मैंने कहा कि वो अगर चाहे तो एक तोलिया लपेट ले मगर मै उसे कपडे
नहीं पहनने दूंगा |अमृता ने एक तोलिया लपेटा (और मैंने भी तोलिया लपेट
लिया ) और वो कमरा सँभालने लगी -बीयर की खली बोतले और हमारे उतरे हुए
कपडे बिखरी हुई चादर आदि सब उठाकर कमरा साफ़ करने लगी (ताकि कमरे को देखकर
कोई हमारी रात की कहानी ना पकड़ ले) |
मुझे लगता था की अमृता नंगी ज्यादा सेक्सी लगेगी मगर तोलिया लपेट कर तो
वो कयामत ढा रही थी | तोलिये में तो वो पहले से भी ज्यादा सेक्सी लगने
लगी |उसके उभरे हुए बूब्स के कारण तोलिया भी फूल कर खड़ा हो रहा था |मेरे
लंड का तो हाल बुरा होने लगा था और मैंने बेकाबू होते हुए उसके पकड़ा ही
लिया | मैंने उसे पीछे से पकड़ कर दिवार के सहारे लगा दिया और गाली देते
हुए बोला-
"बहनचोद..........तूने मेरा जीना मुश्किल कर दिया है |साली तुझे नंगा
रखूं तो मुश्किल, कपडे से ढक दूँ तो मुश्किल |बहन की लोडी क्या करके
मानेगी ? इतना तो कोई अपनी बीबी को भी नहीं रगड़ता होगा जितना मैंने तुझे
रगडा है, फिर भी दिल नहीं भरता |"
जोश में होश खोते हुए मैंने उसका तोलिया उठाया और -अपना लंड उसकी गांड के
ऊपर रगड़ना शुरू कर दिया |खुद मुझे ये होश नहीं था की मै अपनी बहन को
क्या अनाप-शनाप बक रहा था |मै तो उसे तोलिये में देख कर पागल सा हो गया
था |

अमृता ने मुझे धक्का सा देते हुए पीछे धकेला और पलट कर दिवार के सहारे
खड़ी हो गयी (मेरी तरफ मुह करके )| मै दुबारा उसकी तरफ लपका और उससे चिपक
गया |मुझे अपनी बाहों में लेती हुई बोली-
"भईया, क्या आप चाहते हो आपका दिल मुझसे भर जाए? आज तो आपने ये बात कह दी
मगर आज के बाद ये बात कभी मत कहना | मै आपके बिना अब जी नहीं सकती हूँ |
रही बात बीबी की तरह रगड़ने की तो आप जितना चाहो मुझे उतना रगड़ लेना,
जैसे चाहो मुझे वैसे रगड़ लेना, मै उफ़ तक नहीं करुँगी ...............मगर
मुझे कभी छोड़ना नहीं |"
ये कहते हुए वो भी मुझे पागलो की तरह लिप्स तो लिप्स करने लगी |
मैंने अपना लड़ उसकी चूत पे लगाया और अंदर धकेलने लगा |अमृता ने जोर से
सिसकी ले और बोली-
"भईया क्या कर रहे हो? इस टाइम लोगे क्या ? ?"
मैंने कहा- "हाँ"
बोली - "चाहिए तो ले लो मै रोकूंगी नहीं | मगर अभी काम वाली आने वाली है
| ज्यादा टाइम नहीं है अगर अभी लेनी है तो जल्दी जल्दी लेनी पड़ेगी, मजा
नहीं आएगा .............सब खेल पांच-सात मिनट में ख़तम हो जायेगा | मुझे
किसी बच्चे की तरह समझाते हुए बोली- अगर सब्र कर सको तो थोड़ी देर रुक जाओ
............कामवाली को हो कर जाने दो फिर अच्छे से लेना |आपको भी मजा
आएगा और मुझे भी |"
अमृता की यही अदा मुझे दीवाना बना देती है और मै उसकी बात टाल नहीं पाटा हूँ |
मैंने भी बच्चों की तरह कहा- ठीक है.......बाद में ले लूँगा | मगर लूँगा
ऐसे ही खड़े करके -दिवार के सहारे |"

वो भी लाड प्यार वाले अंदाज में बोली- " ओह्ह्हह्ह मेरा
बच्चा..........ठीक है दिवार के सहारे ले लेना मगर अभी तो छोडो|"
मैंने अमृता को छोड़ दिया और वो अलमारी से कपडे निकलने लगी |उसने सलवार
कमीज और साथ में वही ब्रा-पेंटी निकली (जो जो काले रंग की सेक्सी वाली
मैंने उसे खरीदने के लिए कही थी) |
कपडे ले कर वो बाथरूम में जाने लगी तो मै भी उसके पीछे बाथरूम में जाने
लगा |मगर अमृता ने फिर से मुझे समय की कमी के कारण मना कर दिया |मैंने
कहा कि मै उसके साथ नहाना चाहता हूँ मगर अमृता ने एक बार फिर से मुझे वही
सब कह कर बहला दिया जो उसने पहले कहा था -समय की कमी के कारण मजा नहीं
आएगा और वो मुझे कल अपने साथ नहलाएगी |
मैंने उसकी बात मान ली और कहा कि ठीक है मै उसके साथ नहीं नाहूँगा मगर
उसे मेरी एक शर्त माननी पड़ेगी - उसे दरवाजा खोलकर नहाना पड़ेगा ताकि मै
उसे नाहाते हुए देख सकूँ |अमृता ने कहा वो दरवाजा खोलकर नहा लेगी मगर
उसकी भी एक शर्त है कि मै उसे नाहते हुए न तो छूऊंगा और न ही छेडूंगा ,बस
देख सकूँगा | मैंने भी अमृता की ये शर्त मान ली |
अमृता बाथरूम में नहाने के लिए चली गयी (ये बाथरूम हमारे कमरे के अंदर ही
बना हुआ है ) और मैंने उसके सारे कपडे (सलवार-कमीज,ब्रा-पेंटी और उसका
तोलिया ) अपने बिस्तर पर ही रखवा लिए तथा मै खुद बाथरूम के बहार कुर्सी
डाल कर बैठ गया | अमृता ने शोवर (फुव्वारा ) खोला और नहाना शुरू कर दिया
|
मै बहुत गौर से उसे नाहते हुए देखने लगा |उसके बदन पे गिरता हुआ पानी
मेरे दिल में आग लगाने लगा |उसकी गोल-गोल चुचियों से बह कर गिरता हुआ
पानी ऐसा लग रहा था जैसे पहाड़ की छोटी से झरना बह रहा हो |पानी से भीगा
हुआ उसका बदन क़यामत ढा रहा था | ख़ास तौर से उसकी चुचियों पर गिरने वाला
पानी मोती के सामान लग रहा था | उसकी गोल-गोल गोरी-गोरी चुचियों पर गिरता
हुआ पानी किसी को भी मदहोश कर देने के लिए काफी था | मै अमृता को नहाता
हुआ देख कर उत्तेजित होने लगा और धीरे धीरे अपने लंड को (हलके से )
सहलाने लगा | मै उसे देख कर बीच-बीच में अपने लंड को हलके से झटका दे
देता और फिर रूक जाता | अमृता मुझे ये सब करता हुआ देख कर मुस्कुराने लगी
|वो जानती थी कि इस समय मेरी क्या हालत हो रही है | शायद उसे अपनी जवानी
का एहसास था, और अपने नशीले बदन पे इतराते हुए वो मुझे तडपाना चाहती थी |
लेकिन असली क़यामत तो तब आई जब अमृता ने अपने बदन पे साबुन लगाया
|उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ क्या लग रही थी उस समय वो...........आज भी याद करता हूँ
तो लंड खड़ा हो जाता है |जब अमृता ने अपने बूब्स पर साबुन लगाया था और साथ
में अपनी चूत को साबुन लगा कर साफ़ किया था ................मेरे बरदाश्त
से बहार हो गया था एक बार तो दिल में आया कि उससे किया हुआ वादा तोड़ दूँ
और अभी इसी वक्त पेल दूँ साली को |मगर फिर लगा कि अगर बीच में ही सुनीता
(हमारी कामवाली ) आ गयी तो सारा मजा खराब हो जायेगा | इसलिए मैंने अमृता
को देखते हुए मुठ मारनी शुरू कर दी थी | उधर अमृता नहा रही थी और इधर मै
उसे देख कर मुठ मारने लगा |
जब अमृता ने मुझे मुठ मारते हुए देखा तो वो नाराज हो कर बोली-
"भईया ये क्या कर रहे हो? मैंने कहा था न आपको सुनीता (हमारी कामवाली )
को जाने दो, मै करवा दूंगी आपका काम |थोडा सा तो सब्र किया करो भईया |"
लेकिन मैंने कहा- "देख अमृता , तुने मुझे कहा था कि मै तुझे छुऊँ नहीं |
इसलिए मैंने तुझे छुआ नहीं है |मगर मै तुझे नहाते हुए देख कर और कण्ट्रोल
नहीं कर सकता हूँ | शायद तू खुद नहीं जानती कि तू इस समय क्या चीज लग रही
है?
अमृता भी मुस्कुराते हुए बाथरूम से बहार निकल कर आ गयी और घुटनों के बल
बैठ कर मेरे लंड को मुह में ले कर चूसने लगी और बोली- मेरे रहते हुए आपको
मुठ मारनी पड़े तो लानत है मेरे पे |उसके बाद अमृता ने मेरा लंड चूस चूस
कर झाड डाला |मै कुर्सी पर बैठे बैठे उसकी चूची सहलाता रहा और अपने
हनीमून के मजे लेता रहा |
मेरा लंड झाड़ने के बाद अमृता वापिस बाथरूम में गयी और नहा कर बहार आ गयी |
सच कहता हूँ दोस्तों जो मजा अपनी बहन को नंगा नहाते हुए देखने का है उसका
बयान शब्दों में नहीं किया जा सकता है |
उसने अपना तोलिया उठाया और मेरे हाथ में दे कर अपना बदन साफ़ करवाने लगी
|मैंने अच्छे से उसका बदन तोलिये से साफ़ किया-खास तौर से उसकी चूचियां और
चूत को |उसके बाद मुझे पेंटी पहनाने को कहा जो मैंने उसे पहना दी |बाद
में उसने मुझे ब्रा दी और पहनाने के लिए कहा |
सच कहता हूँ दोस्तों मैंने बहुत कोशिश की मगर मै उसे ब्रा नहीं पहना सका
|मै जितनी बार भी उसे ब्रा पहनाने की कोशिश करता ,उसकी चूचियां ब्रा में
से निकल जाती थीं |मैंने बहुत कोशिश की-आगे से-पीछे से, मगर मै उसे ब्रा
नहीं पहना सका | आखिरकार अमृता नाराज होते हुए बोली- "भईया, आपको तो
सिर्फ ब्रा खोलनी आती है पहननी नहीं| खोलने में तो एक सेकंड भी नहीं लगता
है आपको ?पहनाते हुए क्या हो रहा है ?"
मैंने भी अपनी इज्जत बचने के लिए कहा-" देख बहन , जो काम जिसका हो उसे ही
करना चाहिए |मेरा काम तो इसे उतरने का है, मै उतर लेता हूँ, तेरा काम
पहनने का है-तू पहन ले |"

काले रंग की ब्रा और सेक्सी पेंटी में उसका गोरा बदन बहुत सुंदर लग रहा
था, अगर अभी अभी चूस-चूस कर झाडा न होता तो एक ट्रिप लगा लेता मै उसके
ऊपर |
अमृता ने अपनी ब्रा खुद पहनी और उसके बाद मैंने उसे सलवार पहनाई | मगर
जैसे ही मै उसे कमीज पहनने लगा था कि कामवाली ने दरवाजा खटखटा दिया
|अमृता ने जल्दी से अपनी कमीज खुद पहनी |मगर मेरी नजर उसकी चुचियों पे
टिकी हुई थी |कमीज पहनने के बाद भी उसकी चुचियों की गोलाई साफ़ दिखाई दे
रही थी- ये शायद नयी ब्रा का कमाल था | उस ब्रा की फिटइंग इतनी अच्छी थी
कि कमीज के अंदर भी उसकी चूचियां गोल-गोल और सुंदर लग रही थी | दुसरे
शब्दों में कहूँ तो मैंने जो पैसे अपनी बहन को ब्रा खरीदने के लिए दिए थे
वो उसकी चुचियों की गोलाई देख कर वसूल हो गए थे |
कामवाली -सुनीता लगभग डेढ़ घंटे तक काम करती रही और इन डेढ़ घंटों में मै
अमृता के गोल-गोल बूब्स को देख देख कर समय बिताता रहा | ये तो अच्छा हुआ
था कि अमृता ने नहाते हुए मुझे चूस कर झाड दिया था वरना उस दिन डेढ़ घंटा
बिता पाना मेरे लिए बहुत मुश्किल हो जाता |
जब तक सुनीता काम कर रही थी मै नहा कर तैयार हो गया था |सुनीता का काम
खत्म होने वाला था | मैंने अमृता पर पूरी नजर रखनी शुरू कर दी थी |जैसे
ही सुनीता घर से बहार निकली और अमृता ने उसके जाने के बाद दरवाजा बंद
किया, मै उसे पीछे से पकड़ कर बाहों में भर लिया और दरवाजे के सहारे ही
टिका दिया |मैंने उसके हाथ फैला कर पकड रखे थे और मेरा लंड उसकी गांड पे
था और चेहरा उसके कंधे पे |अमृता बार बार कह रही थी- "छोडो .......छोडो न
भईया ..........अब क्या दरवाजे पर करोगे? कोई आ गया तो आवाज बहार चली
जायेगी .............अन्दर चल कर कर लो जो कुछ करना है |"
मगर मैंने उसकी बात को अनसुना कर दिया और वहीँ उसकी गर्दन के पास, उसकी
कमर पर किस्स करने लग गया | थोड़ी देर किस्स करने के बाद ही अमृता भी गरम
होने लगी थी |अब उसने विरोध करना छोड़ दिया था और उसके मुह से सिसकियाँ
निकलने लगी थी | वो खुद मदहोश हो कर- "भईया ...........उंह भईया
.........." बोलने लगी थी |
मैंने उसकी कमीज उठा कर उसकी कमर पे किस्स करना शुरू कर दिया |अमृता ने
झटके लेने शुरू कर दिया |जब मै उसे बिस्तर पे लेटाकर चूमता हूँ तो वो
उछल-उछल कर सिसकियाँ लेती है मगर इस समय अमृता खड़े खड़े झटके ले रही थी
|मेरा भी लंड बेकाबू हो रहा था |मैंने अपना लंड बहार निकला और उसके हाथ
में दे दिया |अमृता बिना मुड़े ही मेरा लंड हिलाने लगी |मुझे सुरूर चड़ने
लगा था, मैंने उसका कुर्ता उतर दिया और उसकी नंगी कमर पे ब्रा के स्टेप
के पास किस्स करने लगा | अमृता को सबसे ज्यादा झटके या तो ब्रा के स्टेप
के पास आ रहे थे या फिर जब मै उसकी बगल के नीचे से होते हुए उसके बूब्स
पर किस्स करता था, तब आते थे |इसलिए मै इन्ही दोनों जगहों पर बार बार
किस्स कर रहा था | थोड़ी देर के बाद मैंने उसकी सलवार भी खोल दी और अब
अमृता सिर्फ ब्रा-पेंटी में रह गयी |अमृता ने फिर से मुझे कमरे में चलने
के लिए कहा मगर मैंने कहा कि मै उसकी यही दिवार के सहारे लगा कर लेना
चाहता हूँ| अमृता मुझसे वादा कर चुकी थी कि सुनीता के जाने के बाद मै
जैसे चहुँ उसकी ले सकता हूँ इसलिए अब वो बेबस थी |अब उसके पास मेरी बात
मानने के अलावा कोई रास्ता नहीं था | मैंने अपना एक हाथ उसकी पेंटी के
अंदर डाला और दुसरे हाथ से उसके बूब्स मसलने लगा | अमृता अब पूरी तरह से
गरम हो चुकी थी |अब वो खड़े खड़े अपनी टाँगे खोलती जा रही थी |मुझे समझ में
आ गया कि अब अमृता पूरी तरह से तैयार हो चुकी है अब मुझे देर नहीं करनी
चाहिए और अपना लंड अब उसकी चूत में डाल ही देना चाहिए |मैंने फटाफट उसकी
ब्रा-पेंटी उतारी और उसे पूरी तरह से नंगा करके खुद भी नंगा हो गया |
क्रमशः........


Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion |
Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews
| Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance |
India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera |
Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical
| Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting |
Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry |
HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis
| Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad |
New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी
कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स |
सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स |
vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा |
सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी
सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी
सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such
| सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi |
कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult
kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई |
एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre
ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein |
चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain |
चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी
चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा |
सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai |
payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग
कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk |
vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana
ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ |
कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का
तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ |
हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी |
हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट |
chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai
| sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai |
mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन,
यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग,
यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना,
aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic
stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi
stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story
bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi
stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi
bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty
chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali
chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti
chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani
chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri
chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi
chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi
chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy
chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot
kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi
bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri
choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi
choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan
choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa
chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi
gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty
doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti
stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh
stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi
bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke
sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni
stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri
aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi
stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi
chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag
raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke
saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher
aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari
choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka
maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा
बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की
कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और
मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर
दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories
,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी
बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk
kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया
,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है
,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला
,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास
बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग
,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स
,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ
मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन
,kamuk-kahaniyan.blogspot.com ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल
,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले
होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो
,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी
,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे
लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों
के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி
,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा
,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
,چوت ,


--

मेरी बहन-मेरी पत्नी पार्ट -6

हिंदी सेक्सी कहानियाँ
मेरी बहन-मेरी पत्नी पार्ट -6
गतांक से आगे...................................
अमृता को नंगा करके मेरे दिल को तस्सली हो गयी और मै उसके बराबर में लेट
गया |अब अमृता अडल्ट फिल्म देख-देख कर हैरान हो रही थी कि कैसे ये
लड़कियां कैमरे पर ये सब कर लेती है और साथ ही साथ फिल्म देख कर गरम भी
होती जा रही थी | अमृता मेरा लंड लेकर सहला रही थी और मै बीयर पीते पीते
उसकी चुचियों से खेल रहा था |
मैंने थोड़ी सी बीयर उसकी चूची पर पलट कर पीनी शुरू कर दी | अमृता भी गरम
होती जा रही थी उसे भी मेरा ये सब करना अच्छा लग रहा था |
अमृता ने कहा कि वो भी थोड़ी सी बीयर पीना चाहती है | मेरी पहली बोतल तो
ख़तम हो चुकी थी मैंने फ्रिज में से दूसरी बोतल निकली और अमृता के साथ
बाँट कर पीने लगा | थोड़ी दे के बाद अमृता भी मेरी नक़ल करते हुए मेरे लंड
पर बीयर पलट कर पीने लगी और मेरा लंड चूसने लगी | मुझे भी अगल ही मजा आ
रहा था |
अमृता मुश्किल से पांच या सात मिनट कि फिल्म ही देख सकी होगी और इतनी गरम
हो गयी कि खुद ही मेरे साथ फिल्म बनाने लगी | अब कमरे में टीवी पर फिल्म
चल जरुर रही थी मगर हम दोनों अब अपनी ही फिल्म की शूटिंग में मस्त थे |

अमृता पलंग की ओट के सहारे टेक लगा कर बैठ गयी और मै उसके सामने खड़ा हो
गया |मेरा लैंड अमृता के चेहरे के ठीक सामने था और अमृता बीयर पलट-पलट कर
मेरे लंड से बीयर पी रही थी |वैसे तो अमृता रोज ही मेरा लंड चूसती है मगर
उस दिन उसे के स्थान पर बीयर का स्वाद आ रहा था, इसलिए अमृता और अंदर तक
ले कर मेरा लंड पी रही थी |मुझे भी रोज के मुकाबले ज्यादा मजा आ रहा था
इसलिए मै खुद ऊपर से बीयर अपने लंड पे गिराता और फिर रूक कर अमृता के लंड
चूसने का मजा लेता |जब लंड पे से बीयर का मजा खत्म हो जाता अमृता मेरी
तरफ देखती और मै दुबारा से बीयर गिरा देता |
अमृता आज पहली बार ही बीयर पी रही थी, मगर मजे मजे में उसने आधी बोतल
बीयर पी डाली थी |इसलिए मैंने उसे और बीयर पिलाने से मन कर दिया क्योकि
मै नहीं चाहता था की वो बेहोश हो जाए और मेरी रात काली हो जाए |
बीयर खत्म होने के बाद मैंने अपना लंड उसके मुहं में डाला और जोर-जोर से
झटके देने लगा | मै अमृता के मुहं में लंड डालकर झटके भी दे रहा था और
जोर जोर से उसकी चुचियो को भी दबा रहा था |और वो भी आज पूरे दिल से मेरा
लंड पी रही थी | रोज तो वो थोड़ी ही देर तक लंड चूस कर छोड़ देती थी कि कही
मेरा लंड उसके मुहं में पानी न छोड़ दे, मगर आज उसे इस बात का भी दर नहीं
था (अमृता को वीर्य पीना पसंद नहीं है, वो मेरी ख़ुशी के लिए लंड मुहं
में तो ले लेती है मगर ज्यादा देर तक चूसती नहीं है) | आज तो वो मेरा लंड
ऐसे चूस रही थी जैसे मुहं में ही झाड देगी |

थोड़ी देर मेरा लंड चूसने के बाद अमृता रूक गयी शायद उसे लगा कि अब मै
ज्यादा ही जोश में आ गया हूँ तो झड़ने वाला हूँ | अमृता के रुकते ही मै
उसकी चूत की तरफ लपका |मैंने उसकी टांगो से उसे खीचते हुए, उसे बिस्तर पे
लेटा लिया और उसकी टाँगे खोलकर उसकी चूत को चूसने लगा |हमेशा की तरह
अमृता मेरे बालों में हाथ फेरने लगी और जब जब मै उसकी चूत के अंदर तक
अपनी जीभ घुमाता वो सिसकी लेते हुए बोलती- भईया आराम से करो, बहन हूँ
आपकी-वो भी सगी | कुछ तो तरस खाया करो | आप तो ऐसे चूसते हो जैसे फाड़ ही
डालोगे |
उस दिन भी यही हो रहा था मै उसकी चूत का मजा ले रहा था और वो बार बार-
"भईया कुछ तो तरस खाओ अपनी सगी बहन पे".............."भईया बस करो अब और
मत चूसो प्लीज"......................."भईया मै पागल हो जाउंगी, बस करो
प्लीज" .................."भईया अपनी ही बहन की फाड़ डालोगे क्या?" ये सब
बोले जा रही थी | जितना वो तड़प रही थी, उतना ही मुझे मजा आ रहा था |
आखिरकार अमृता उठकर बैठ गयी
उसकी इस बात से तो मुझे और भी नशा चढ़ गया और मै और भी जोर-जोर से उसकी
चूत को चूसने लगा |मुझे अमृता कि चूत मारने से भी ज्यादा मजा उसकी चूत को
चूसने का आता है क्योकि इस समय मुझे उसका पूरा बदन साफ़-साफ़ दिखता है और
साथ ही साथ अमृता के मुहं से निकलने वाली सिसकियों के साथ उसका बार बार
"बस करो भईया " या "आराम से करो न भईया", बहुत मजा देता है |जब जब वो
सेक्स करते समय मुझे "भईया" बुलाती है, मेरा नशा दुगना हो जाता है और मै
और भी ज्यादा जोश में आ जाता हूँ |
आखिरकार अमृता उठ कर बैठ गयी और बहुत ज्यादा अनुरोध करते हुए बोली-
"भईया , बस अब और बर्दाश्त नहीं होता अब इसे डाल दो (और ये लहते हुए उसने
मेरा लंड पकड़ लिया ) मुझे भी लग रहा था कि अब मई भी बहुत ज्यादा देर तक
रुका नहीं रह सकता |अगर और ज्यादा इन्तजार करूँगा तो शायद मै भी बिना चूत
मारे ही झड जाऊँगा इसलिए मै अमृता को किस्स करते हुए उसकी टांग फैलाकर
(अपने पसंदीदा पोज़ में ) उसके ऊपर चढ़ गया और अपना लैंड उसकी चूत में
डालकर मजे लेने लगा | हमेशा कि तरह मै अमृता के ऊपर चढ़ा हुआ उसकी चूत
मार रहा था और साथ साथ उसके होंठ पीते हुए, अपने दाए (राईट हैण्ड से )
उसकी चूचियां दबा रहा था |
लेकिन जितना लम्बा समय मैंने उस दिन अमृता के बदन के साथ खेलने में लगाया
था वो आज तक का सबसे लम्बा समय था | यूँ तो मै बहुत ज्यादा देर तक उसकी
चूत का मजा नहीं ले सका और जल्दी ही झड गया (क्योकि अमृता बहुत देर तक
मेरा लंड पी चुकी थी, इसलिए मेरा आधा काम तो पहले ही हो चूका था | थोड़ी
देर अमृता की चूत का मजा लेने के बाद मै झड गया और हमेशा की तरह मैंने
अपने लंड का पानी उसकी चूत में ही छोड़ दिया |

वैसे तो मैंने उस दिन अमृता के साथ पूरा दिन मजे लिए और वो सब किया जो मै
मम्मी की मजुदगी में नहीं कर सकता था | मैंने उस दिन अमृता के जिस्म का
जितना मजा लूटा उतना तो इन दो सालों में भी नहीं लूटा था लेकिन एक बात की
कमी रह गयी थी-
मैंने सोचा था की मै आज किसी नए अंदाज में उसकी चूत मारूंगा मगर जोश में
आ कर रोज की तरह अमृता को नीचे डाल कर उसपे चढ़ गया| और जैसे ही मै उसकी
चूत में झड गया , मैंने उसे कहा-

उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ यार मैंने तो सोचा था आज कुछ नया ट्राई करूंगा मगर फिर
वैसे ही चढ़ गया मै तेरे पे |
अमृता ने मेरे बालों में हाथ फेरते हुए ऐसे प्यार से कहा जैसे कोई किसी
बच्चे को बहलाते हुए कहता है-
तो क्या हुआ दुबारा कर लेना, मै कौनसा कही जा रही हूँ, यही तो हूँ- आपके
पास, आपकी बाहों में | जब दिल करे दुबारा ले लेना |

मैंने अमृता से कहा मै अभी एक ट्रिप और लूँगा उसकी, इसलिए वो कपडे नहीं
पहने और मेरे बराबर में लेटी रहे- सोये नहीं |

वैसे तो जब भी हमें दूसरी ट्रिप लेनी होती है हम लोग पहली ट्रिप के बाद
कपडे पहन कर ही सोते है और दुबारा मन करने पर दुबारा कपडे उतर कर प्यार
करते है (ताकि कोई रिस्क न रहे) मगर आज तो घर पर हम दोनों अकेले थे,
इसलिए मैंने अमृता को कपडे नहीं पहनने दिए ये सोच कर कि मै थोड़ी देर में
नए अंदाज में दूसरी ट्रिप लूँगा | मगर बातें करते करते कब हम दोनों की
आँख लग गयी., पता ही नहीं चला | जब मै सुबह उठा तो दस बजने वाले थे |और
मेरी बहन मेरे बिस्तर पर बिलकुल नंगी सो रही थी | उसकी टंगे भी खुली हुई
थी , जिसके कारण उसकी चूत साफ़ दिखाई दे रही थी | मैंने आज तक अमृता को
रात के अँधेरे ये सिर्फ कम रोशनी में ही नंगा देखा था मगर आज दिन की
रोशनी में उसके नंगे बदन को निहारने का मौका मिला था | मेरे दिन की
शुरुआत बहुत अच्छी थी- सुबह सुबह ही अमृता मेरे बिस्तर पे नंगी थी और वो
भी टाँगे खोलकर |

मैंने पहली बार देखा कि अमृता की चूत के बाल सुनहरे रंग के जैसे थे, जबकि
रात की कम रोशनी में तो मुझे उसकी चूत पर बाल काले रंग के दीखते थे |मुझे
अमृता के बदन को तस्सल्ली से निहारना बहुत अच्छा लग रहा था और मै जी भर
के बहुत देर तक अपनी बहन के नंगे बदन को निहारता रहा |

रात तो बीयर का नशा था या पूरे दिन की शरारत का असर ये तो मुझे नहीं पता,
मगर रात अपनी बहन की दूसरी ट्रिप लेने से पहले ही मेरी आंख लग गयी और मै
सो गया था |
मगर जब मै सुबह उठा तो मैंने पहली बार दिन की रोशनी में अपनी बहन को नंगा
देखा था (वैसे तो मै उसे दो साल से नंगा देख रहा था, मगर मैंने उसे सिर्फ
रात की कम रोशनी में ही देखा था )|
अमृता मेरे बराबर में गहरी नींद सो रही थी |शायद वो भी कल की बीयर और दिन
भर की मस्ती के कारण थक गयी थी , वरना वो तो सुबह मुझसे पहले उठ जाती है
| मगर उस दिन दस बजने वाले थे और अमृता अभी तक सो रही थी | मुझे भी सोती
हुई अमृता इतनी प्यारी लग रही थी की मैंने भी उसे उठाना उचित नहीं समझा
और सोती हुई अपनी नंगी बहन को निहारने लगा |

उसका बदन बहुत नशीला लग रहा था |सोते समय उसकी चूचियां फैली हुई थीं और
टाँगे खुली हुई थी, जिसके कारण उसकी चूत भी साफ़ दिखाई दे रही थी | उस दिन
पहली बार मैंने ध्यान से देखा तो मुझे पता चला की उसकी चूत पर जो बाल थे
वो सुनहरापन लिए हुए थे वरना रात के अँधेरे में तो चूत के बाल काले ही
दीखते थे |उसकी गोरी-गोरी चूचियों पर हल्से से ब्राउन रंग के निप्पल
क़यामत ढा रहे थे |कुल मिला कर कहूँ तो मेरी सुबह बहुत हसीन हो गयी थी |
मेरी बहुत सी रातें तो हसीन रही थी, मगर वो पहली सुबह थी जो इतनी हसीन थी
|

अपनी सोती हुई बहन को जी भर के निहारने के बाद मेरे दिल में शरारत सूझी
और मैंने सोचा क्यों न मै उसकी सुबह की शुरुआत भी मस्ती के साथ करवाऊं |
इसलिए मै उसकी खुली हुई टांगों के बीच में आ कर बैठ गया और उसकी चूत को
देख कर अपने हाथ से सहलाते हुए अपने लंड को अच्छे से खड़ा करने लगा (वैसे
तो मेरा लंड खड़ा ही था मगर मै उसे और सख्त करना चाहता था )| अपने लंड को
और सख्त करने के बाद मै धीरे धीरे अपनी बहन के ऊपर इस तरह लेट गया की
मेरा लंड उसकी चूत से टकरा जाए और अपने एक हाथ से उसकी चूची को पकड़ कर
अपने होंठ उसके होंठो पर रख दिए (ये सब मैंने बहुत धीरे धीरे किया ताकि
उसके किस्स करने से पहले उसकी नींद ना टूट जाए )|

अमृता के ऊपर लेटकर मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रगडा, उसकी लेफ्ट वाली
चूची को अपने राईट वाले हाथ से दबाया और उसके होंठो पर किस्स कर दिया |
जैसे ही अमृता ने आँख खोली मैंने उसे कहा -
"हमारे प्यार की पहली सुबह मुबाकर हो मेरी जान "
उसने भी बदन में अंगडाई लेते हुए अपनी बाहे मेरे गले में डाली और मेरे
होंठो पे किस्स करते हुए बोली-
"आपको भी जानू "
उसके बाद हम दोनों किस्स करने लगे |किस्स करते करते कभी मै अपने लंड को
उसकी चूत पे रगड़ देता (मगर अंदर नहीं डालता था ) तो कभी वो अपनी कमर उठा
कर मेरे लंड पे अपनी चूत की रगड़ मार देती थी | बहुत मजा आ रहा था |
क्रमशः........

Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion |
Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews
| Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance |
India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera |
Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical
| Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting |
Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry |
HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis
| Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad |
New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी
कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स |
सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स |
vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा |
सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी
सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी
सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such
| सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi |
कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult
kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई |
एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre
ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein |
चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain |
चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी
चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा |
सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai |
payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग
कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk |
vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana
ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ |
कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का
तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ |
हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी |
हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट |
chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai
| sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai |
mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन,
यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग,
यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना,
aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic
stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi
stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story
bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi
stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi
bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty
chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali
chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti
chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani
chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri
chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi
chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi
chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy
chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot
kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi
bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri
choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi
choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan
choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa
chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi
gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty
doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti
stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh
stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi
bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke
sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni
stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri
aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi
stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi
chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag
raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke
saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher
aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari
choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka
maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा
बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की
कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और
मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर
दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories
,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी
बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk
kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया
,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है
,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला
,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास
बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग
,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स
,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ
मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन
,kamuk-kahaniyan.blogspot.com ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल
,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले
होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो
,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी
,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे
लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों
के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி
,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा
,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
,چوت ,


--

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator