FUN-MAZA-MASTI
मेरी बहन और मेरी उत्तेजना-6
दोपहर में सुमीना ने सोनिया से कहा- चलो ब्यूटी पार्लर चलना है। वहाँ जाकर सुमीना ने सोनिया की फुल मसाज, आई ब्रो, फेसियल आदि के अलावा स्पेशल मेकअप भी करवाया जिसमें उसकी झाँटों को डिजाईन में कटवा कर और बुर को टाइट करने वाली क्रीम से ठीक करवा कर रात की चुदाई के लिए बिल्कुल तैयार कर दिया।
फिर वे उसको कुछ स्पेशल अंडर गारमेंट दिलाने भी ले गईं। एक खास किस्म की पैन्टी, जिसमें सिर्फ चूत को ढकने के लिए एक छोटा सा त्रिभुज नुमा गुलाब का फूल बना था और बाकी पूरे चूतड़ खुले दिखते थे।
और ब्रा भी फ्रंट ओपन वाली, जिसमें कप के नाम पर सिर्फ निप्पल को ढकने के लिए गोल गुलाब के फूल थे। कंधे पर कोई स्ट्रेप नहीं थे, सिर्फ पीठ से सहारे के लिए एक रेशमी डोरी लगी थी, जो आगे से ही बंधती थी और एक हल्के से झटके में खुल सकती थी।
उन्होंने एक बहुत ही झीनी सी बेबी-डौल फ्रॉक भी खरीदी, जिसमें सोनिया को अपना जलवा दिखाना था। एक बहुत ही छोटा सा जींस का निक्कर और स्लीबलेस सफ़ेद रंग का टॉप भी खरीदा।
सुमीना ने खुद के लिए भी लिए मेरी पसंद की हॉट सी ब्रा और पैंटी ली। अब सब कुछ तैयार हो गया था। वे लोग घर आ गईं।
सोनिया कुछ अधिक आत्मविश्वास से भरी हुई थी। सुमीना भी पूरी तरह उससे संतुष्ट थी।
उसने कहा- आज तेरा नाम सोनिया नहीं है। मैं तुझे जूही नाम से बुलाऊँगी। ठीक है?!
सोनिया ने ‘हाँ’ में सर हिलाया और वो अपने कमरे में चली गई। उसको बहुत तेज नींद आ रही थी और पता नहीं रात को कितनी देर तक जागना पड़ेगा, ये सोच कर उसका सो जाना ठीक भी था।
अब सुमीना ने मेरे लिए व्यवस्था की सोच कर उसकी एक सहेली विभा, जो उसके हेड ऑफिस के बॉस की बीवी थी, को फोन लगाया और उधर से फोन उठा तो इधर-उधर की बात करने के बाद सुमीना को यह मालूम पड़ गया कि उसका पति किसी ओफ़िशियल काम से 4 दिन के टूर पर गया है।
सुमीना ने उससे पूछा- आजकल आपकी सेक्स लाइफ कैसी चल रही है?
उसने बुरा सा मुँह बना कर कहा- उसका आज कल कुछ भी इंतजाम नहीं हो पा रहा है।
दरअसल विभा का पति नामर्द था और ये सुमीना को जब मालूम पड़ा था, जब एक बार उसने उसके बॉस के साथ रात बिताई थी। मादरचोद बिल्कुल हिजड़ा था। उसका लंड खड़ा ही नहीं होता था।
तब उसने उससे पूछा था कि वो उसकी बीवी को कैसे चोदता है? जबाब में उसका बॉस कुछ भी नहीं बोल पाया था।
सुमीना ने समझ लिया था कि इसकी बीवी जरुर घर से बाहर चुदती होगी। उसी समय से उसने ये ठान रखी थी कि इस मादरचोद की बीवी को किसी से चुदवा कर उसकी कुछ फोटो या वीडियो बन जाए तो, ये साला हमेशा मेरे जूतियों के नीचे ही रहेगा।
उसने आज इसी काम के लिए मुझे चुना था। सो उसने फोन पर विभा से कहा- यदि वो चाहे तो उसके लिए एक लंड का इंतजाम कर सकती है।
बस फिर क्या था बात बनती चली गई। सुमीना ने मुझे उसका आशिक जिगोलो बताया था जो बीस हजार में पूरी रात उसकी चूत की सेवा करता था।
विभा ने कहा- वो जिगोलो की सेवा उसके घर पर नहीं किसी होटल में लेना चाहती है और होटल के खर्चे की भी कोई चिंता नहीं है।
बस मेरे लंड का इंतजाम भी हो गया था। सुमीना ने मुझसे कहा- अपने घर में जो दो हैंडी-कैम हैं, उन दोनों की बैटरी बगैरह चैक कर लो। आज इस बॉस की लुगाई विभा की चुदाई लीला की फिल्म बनानी है।
और फिर देखती हूँ इस मादरचोद की सब हेकड़ी निकाल न दी तो मेरा नाम भी सुमीना छिनाल नहीं।
मैं उसकी इस बात पर हँस पड़ा और उसको अपने सीने से लगा कर उसकी एक जोरदार चुम्मी ले ली।
राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ
मेरी बहन और मेरी उत्तेजना-6
दोपहर में सुमीना ने सोनिया से कहा- चलो ब्यूटी पार्लर चलना है। वहाँ जाकर सुमीना ने सोनिया की फुल मसाज, आई ब्रो, फेसियल आदि के अलावा स्पेशल मेकअप भी करवाया जिसमें उसकी झाँटों को डिजाईन में कटवा कर और बुर को टाइट करने वाली क्रीम से ठीक करवा कर रात की चुदाई के लिए बिल्कुल तैयार कर दिया।
फिर वे उसको कुछ स्पेशल अंडर गारमेंट दिलाने भी ले गईं। एक खास किस्म की पैन्टी, जिसमें सिर्फ चूत को ढकने के लिए एक छोटा सा त्रिभुज नुमा गुलाब का फूल बना था और बाकी पूरे चूतड़ खुले दिखते थे।
और ब्रा भी फ्रंट ओपन वाली, जिसमें कप के नाम पर सिर्फ निप्पल को ढकने के लिए गोल गुलाब के फूल थे। कंधे पर कोई स्ट्रेप नहीं थे, सिर्फ पीठ से सहारे के लिए एक रेशमी डोरी लगी थी, जो आगे से ही बंधती थी और एक हल्के से झटके में खुल सकती थी।
उन्होंने एक बहुत ही झीनी सी बेबी-डौल फ्रॉक भी खरीदी, जिसमें सोनिया को अपना जलवा दिखाना था। एक बहुत ही छोटा सा जींस का निक्कर और स्लीबलेस सफ़ेद रंग का टॉप भी खरीदा।
सुमीना ने खुद के लिए भी लिए मेरी पसंद की हॉट सी ब्रा और पैंटी ली। अब सब कुछ तैयार हो गया था। वे लोग घर आ गईं।
सोनिया कुछ अधिक आत्मविश्वास से भरी हुई थी। सुमीना भी पूरी तरह उससे संतुष्ट थी।
उसने कहा- आज तेरा नाम सोनिया नहीं है। मैं तुझे जूही नाम से बुलाऊँगी। ठीक है?!
सोनिया ने ‘हाँ’ में सर हिलाया और वो अपने कमरे में चली गई। उसको बहुत तेज नींद आ रही थी और पता नहीं रात को कितनी देर तक जागना पड़ेगा, ये सोच कर उसका सो जाना ठीक भी था।
अब सुमीना ने मेरे लिए व्यवस्था की सोच कर उसकी एक सहेली विभा, जो उसके हेड ऑफिस के बॉस की बीवी थी, को फोन लगाया और उधर से फोन उठा तो इधर-उधर की बात करने के बाद सुमीना को यह मालूम पड़ गया कि उसका पति किसी ओफ़िशियल काम से 4 दिन के टूर पर गया है।
सुमीना ने उससे पूछा- आजकल आपकी सेक्स लाइफ कैसी चल रही है?
उसने बुरा सा मुँह बना कर कहा- उसका आज कल कुछ भी इंतजाम नहीं हो पा रहा है।
दरअसल विभा का पति नामर्द था और ये सुमीना को जब मालूम पड़ा था, जब एक बार उसने उसके बॉस के साथ रात बिताई थी। मादरचोद बिल्कुल हिजड़ा था। उसका लंड खड़ा ही नहीं होता था।
तब उसने उससे पूछा था कि वो उसकी बीवी को कैसे चोदता है? जबाब में उसका बॉस कुछ भी नहीं बोल पाया था।
सुमीना ने समझ लिया था कि इसकी बीवी जरुर घर से बाहर चुदती होगी। उसी समय से उसने ये ठान रखी थी कि इस मादरचोद की बीवी को किसी से चुदवा कर उसकी कुछ फोटो या वीडियो बन जाए तो, ये साला हमेशा मेरे जूतियों के नीचे ही रहेगा।
उसने आज इसी काम के लिए मुझे चुना था। सो उसने फोन पर विभा से कहा- यदि वो चाहे तो उसके लिए एक लंड का इंतजाम कर सकती है।
बस फिर क्या था बात बनती चली गई। सुमीना ने मुझे उसका आशिक जिगोलो बताया था जो बीस हजार में पूरी रात उसकी चूत की सेवा करता था।
विभा ने कहा- वो जिगोलो की सेवा उसके घर पर नहीं किसी होटल में लेना चाहती है और होटल के खर्चे की भी कोई चिंता नहीं है।
बस मेरे लंड का इंतजाम भी हो गया था। सुमीना ने मुझसे कहा- अपने घर में जो दो हैंडी-कैम हैं, उन दोनों की बैटरी बगैरह चैक कर लो। आज इस बॉस की लुगाई विभा की चुदाई लीला की फिल्म बनानी है।
और फिर देखती हूँ इस मादरचोद की सब हेकड़ी निकाल न दी तो मेरा नाम भी सुमीना छिनाल नहीं।
मैं उसकी इस बात पर हँस पड़ा और उसको अपने सीने से लगा कर उसकी एक जोरदार चुम्मी ले ली।
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