Tuesday, January 12, 2016

FUN-MAZA-MASTI बहकती बहू--32

FUN-MAZA-MASTI


बहकती बहू--32


कामया ने दूसरे दिन सुबह नौ बजे तक अपना मोबाइल बंद करके रखा रहा फिर उसने मोबाइल ऑन किया और किचन मे नाश्ता बनाने चली गई ! इधर सुनील कॉल करके रात भर परेशान रहा आख़िर मे वो सुबह आठ बजे ही ट्रेन मे बैठ गया ! सुनील ने एक बार फिर कॉल किया तो कामया ने रिसीव किया
कामया - - - हाँ क्या है ? कामया ने उखड़े स्वर मे कहा
सुनील - - - जान नाराज़ क्यों हो ?
कामया - - - सीधे सीधे ये बताओ की फोन क्यों किया ?? सुनील समझ गया की कामया अब भी नाराज़ है इस लिए प्यार से बोला
सुनील - - - जान गुस्सा थूक दो मैं घर आ रहा हूँ इस वक्त ट्रेन मे हूँ !! सुनील के आने की बात सुनकर कामया ने चापलूसी करते हुए कहा
कामया - - - ओह रियली आइ न्यू दिस ! मुझे मालूम था आप ज़रूर आओगे बिकॉस यू लोव मी !!
सुनील - - - लेकिन जान एक बात बताओ ऐसी क्या अर्जेन्सी आ गई जो इतना हाय तौबा मचा दिया तुमने ?
कामया - - - हाँ अर्जेन्सी थी ना छः महीने से आपके पापा की ही सेवा कर रही थी इसलिए दिल कर रहा था क़ि बस आप आ जाओ तो थोड़ा आपका प्यार मिल जाए
सुनील - - - पापा की सेवा मतलब ?? क्या मम्मी की सेवा नही करती ?
कामया - - - अरे यार आपको कैसे समझाऊं ?? मम्मी तो अपना सारा काम खुद कर ही लेती है बस बाबूजी चिल्लाते रहते हैं बहू ये ला बहू वो ले आ !! मालूम है सारा दिन अपनी बहू के ही पीछे पड़े रहते हैं अपनी पत्नी से तो काम करवाना छोड़ ही दिया है ! कामया ने दिल ही दिल मे मुश्कराते हुए कहा
सुनील - - - कोई बात नहीं यार बूढ़े आदमी हैं अब तुम्ही तो उनका सहारा हो अब वो अपनी खुशियाँ तुम्ही मे तो ढूदेंगें !! बस मैं शाम तक आ रहा हूँ फिर तुम्हे जी भर कर मज़ा दूँगा !!
कामया - - - रहने दीजिए आप जी भर के मज़ा कहाँ देते हैं ? कामया की बात सुन कर सुनील घबडा गया !! सुनील समझदार पढ़ा लिखा युवक था इसलिए वो अपनी कमज़ोरी को भी जानता था !! उसके कई दोस्त जब लीव से लौटते थे तो उसे बताते थे क़ि रोज चार बार लेता था , तो कोई कहता था सुबह तीन बजे तक पेलता था तब सोता था !! लेकिन सुनील जानता था क़ि वो एक बार करने के बाद आठ दस घंटे के लिए बेकार हो जाता था !! वैसे ही कई दोस्त लोग हांकते थे क़ि एक पकड़ मे आधा आधा घंटा पेलता था !! सुनील को कई बार लगता था क़ि शायद वो कामया को सॅटिस्फाइ नहीं कर पाता है किंतु कामया ने कभी कोई शिकायत नही की थी इसलिए बेचारा अब तक शांत था किंतु आज कामया की बात सुनकर वो अंदर तक काँप उठा !!
वो चुप रह गया तो कामया कामया को भी अपनी ग़लती का अहसास हुआ उसने बड़े प्यार से फिर कहा !!
कामया - - - जानू क्या हो गया चुप क्यों हो गये !!
सुनील - - - कुछ नही लगता है तुम हमारे प्यार से खुश नहीं हो ?
कामया - - - क्यों जी मैने ऐसा कब कहा ?
सुनील - - - अभी तो तुम कह रही थी की हम जी भर के मज़ा नही देते !!
कामया - - - वो तो इस लिए कह रही हूँ क्योंकि आपको हमसे ज़्यादा तो अपने दोस्त प्यारे हैं छुट्टी मे भी दिन भर उन्ही की साथ घूमते हो जबकि हमारी सहेलियों के हब्बी जब आते हैं तो रात को भी एक बार करते हैं और दिन मे भी एक बार करते हैं !! आप दिन मे प्यार करते हो क्या ?? कामया ने जानबूझ कर एक बार ही कहा अब बेचारी कैसे बताती क़ि सन्नी दो घंटे मे ही चार बार पटक देता था !
कामया की बात सुनकर सन्नी को थोड़ा राहत मिली उसने कहा
सुनील - - - जान अच्छा इस बार तुम्हे कोई शिकायत नही होगी अब हम दिन मे घूमने नहीं जाएँगे और मौका मिला तो दिन मे भी प्यार करेंगे !!
कामया - -- मौके की कहाँ कमी है घर मे हमारे अलावा और कौन रहता है ?
सुनील - - - क्यों मम्मी पापा नही हैं क्या ??
कामया - - - आप तो बिल्कुल बुद्धू हो !! हमारा कहने का मतलब देवर ननद या बच्चे खच्चे तो नहीं हैं !! वो ही लोग तो डिस्टर्ब करते हैं !! मम्मी पापा से कोई दिक्कत नहीं है आप तो बस अपना मूड बना के रखना मौका हम निकाल देंगे !!
सुनील - - - ठीक है तुम मौका देना हम चौका लगा देंगे !! सुनील ने खुश होते हुए कहा
कामया - - - आप पहले आकर बेटिंग तो करो फिर लगाना चौका !! कामया ने फुसफुसा कर कहा जबकि वो जानती थी क़ि सुनील एक बार मे सिर्फ़ एक रन ही लेता है चौके छक्के तो सन्नी लगाता है !!
जब दोनो की बात ख़तम हुई तो कामया अपने कमरे से निकली और हाल मे बैठे शांति और मदनलाल के पास जाकर खुशी दिखाती हुई बोली
कामया - - - मम्मी मम्मी उनका फोन आया था वो आज शाम आ रहे हैं !!
मम्मी - -- कौन आ रहा है ?
कामया -- - जी जी वो आ रहे हैं मुंबई से ?? ट्रेन मे बैठे हैं
शांति - - - अरे सुनील आ रहा क्या ??
कामया - - - जी मम्मी !! उधर ये सुन कर मदनलाल भी खुश हो गया वो भी पूरी रात परेशान था की अगर सुनील छुट्टी नहीं आ पाया तो क्या होगा लेकिन इस खबर ने क़ि वो ट्रेन मे है उसके कलेजे को ठंडक मिल गई !!
नियत समय पर सुनील आ गया सब बैठ कर चाय पी रहे थे तभी शांति ने सुनील से पूछा
शांति - - -- बेटा एक बार तुम कह रहे थे क़ि तुम्हारे एक दोस्त को दस साल बाद बच्चा हुआ था ??
सुनील - - - जी मम्मी शादी के दस साल बाद हुआ था !!
शांति - - - इतने साल बाद ?? कुछ इलाज़ कराया था क्या ??
सुनील - - - पता नहीं मम्मी एक बार वो बोल रहा था क़ि जबलपुर मे कहीं आयुर्वेदिक इलाज किया था !!
शांति - - - बेटा तो तुम दोनो भी वहाँ जा के देखो ना !! तुम लोग शादी के बाद कहीं घूमने भी नहीं गये हो इसी बहाने हनी मून भी हो जाएगा !! शांति के इस प्रास्ताव से सभी चौंक गये !! कामया तो घबडा ही गई उसने सोचा डॉक्टर तो देख कर ही कह देगा की मैं प्रेग्नेंट हूँ और सारा किया कराया बेकार चला जाएगा !! उधर सुनील भी डर गया उसे मालूम था की मेडिकल हुआ तो डॉक्टेर उसे ही कमज़ोर बता देगा सो उसने टालते हुए कहा
सुनील - - - मां मेरे पास ज़्यादा समय नही है और मैं खाली नहीं आया हूँ कंपनी का ढेर सारा वर्क है जो रोज ऑनलाइन करना है !!
शांति - - - तो क्या हुआ वो काम तो वहाँ भी हो सकता है ?? तू एक काम कर बहू को जबलपुर घुमा ले आ
सुनील - - - मम्मी आप समझने की कोशिश करो वहाँ ये बोर हो जाएगी मैं दिन भर अपने काम मे ही लगा रहूँगा
और फिर नया शहर है मैं खुद ही नही जानता कहाँ है क्या है ?
शांति - - - तो एक काम कर अपने बाबूजी को अपने साथ ले जा ???
अपना नाम सुनकर मदनलाल ने चौंकते हुए कहा
मदनलाल - - - शांति तुम्हारा दिमाग़ तो नहीं खराब हो गया है ?? हनिमून मे क्या बाप साथ जाता है ?? और फिर तुम खुद दवाई पर रहती हो क्या तुमको अकेला छोड़ दें ?
शांति - - - तो क्या करें ये अकेले नहीं जाना चाहता है ! लेकिन मैं चाहती हूँ की दोनो एक बार वहाँ जाएँ !!
थोड़ी देर तक वहाँ चुप्पी छा गई मदनलाल को भी मालूम था की बहू ऑलरेडी पेट से है ऐसे मे चेकअप भारी पड़ सकता है !! तभी उसके सिमाग़ मे एक नाम आ गया
मदनलाल - - - अरी भागवान हम एक काम क्यों ना करें बहू के भाई सन्नी को साथ भेज देते हैं सुनील को भी साथ मिल जाएगा और सन्नी को मार्केटिंग आदि का तजुर्बा भी है लड़का चल्फिर है ??
शांति - - - ठीक है बहू एक काम करो तुम सन्नी से बात कर लो और उसे कल ही बुला लो !
कामया - - - ठीक है मांजी मैं उससे बात करके देखती हूँ अगर समय निकाल लेगा तो ठीक है !! सन्नी के साथ चलने की बात से कामया को राहत मिल गई थी उसे मालूम था उसका चतुर सुजान भाई इस समस्या का कुछ ना कुछ हल निकल लेगा आख़िर भाई किसका है वो बुदबुदाई !
कुछ देर बाद कामया वहाँ से उठ कर छत मे चली गई और सन्नी को फ़ोन मे बताने लगी की ये नई मुसीइबत आ गई है !!
कामया -- - - भैया आपने ये क्या मुसीबत डाल दी है मुझ पर डॉक्टर के पास जाएँगे तो वो कहीं तुम्हारे जीजा के सामने ही ना कह दे की मैं पहले से ही पेट से हूँ !! आप तो मज़ा लेके चले गये और मुझे सज़ा मिल रही है ?
सन्नी - - - रानी समस्या तो लफदे वाली है लेकिन तुम घबदाओ मत कुछ ना कुछ हल तो निकल ही आएगा !! ऐसे ही मुसीबत के समय सन्नी काम आता है चिंता मत करो तुम्हे तो माँ बनाना अब मेरा जिम्मा है !
कामया - - - लेकिन भैया वो साथ मे होंगे तो ये सब होगा कैसे ?
सन्नी - - - देखते हैं घी अगर सीधी उंगली से नहीं निकलेगा तो उंगली टेडी करनी ही पड़ेगी ? अगर ज़रूरत पड़ी तो फार्मूला नंबर दो अपना लेंगे जो अंकल के साथ किया था !
कामया - - - फार्मूला नंबर दो मतलब ??
सन्नी - - - वही नींद की गोली वाला !! जीजा को सुला देंगे और मैं तुम्हारे साथ अकेले डॉक्टर के पास जाएँगे !
बोलो कैसा है आइडिया ??
कामया - - - भगवान जाने आप क्या करने वाले हैं बस मुझे इस मुसीबत से बचाओ !
सन्नी - - - अरे मेरी कबूतर तू चिंता मत कर बस अपन दोनो के हनी मून की तैयारी कर ? वहाँ जीजा के साथ रहते तेरी लेने का थ्रिल ही गजब होगा !! देखना जीजा के बाजू मे तुझे लिटा कर ना प्यार किया तो मेरा नाम भी सन्नी नहीं !
कामया - - - चुप कर सन्नी ऐसा कभी नहीं हो सकता ?? उनके रहते तू कैसे कर लेगा
सन्नी - -- रानी तू बस देखती जा मैं कोई ना कोई तिकड़म लगा लूँगा !! ऐसा तो हो नहीं सकता की मेरी छम्मक छल्लो मेरी छप्पन छुरी अपना हनीमून मनाती रहे और मैं बैठ के तुम दोनो की तकवारी करता रहूं !!
कामया - - - पहले आप आ तो जाओ फिर कर लेना जो करना है !! सन्नी की बात सुनकर कामया की आँखों के सामने उसका किंग साइज़ मूसल घूमने लगा और उसे याद आने लगा की कैसे भैया दो घंटे मे ही चार बार उसके ऊपर चढ़ जाते थे
सन्नी - - - रानी अब तुम आज रात वो करना जो मैं बताने जा रहा हूँ ?
कामया - - - भैया बोलो क्या करना है ?
सन्नी - - - सबसे पहले तो रात मे जीजू की ये विश्वास दिला देना की उन्हे डॉक्टर के इलाज की ज़रूरत नहीं है ये सब समस्या महिलाओं के कारण होती है और केवल वो ही वैधराज से मिलेगी !!
कामया - - - ये काम तो हो जायगा वो तो खुद ही इंटेरेस्ट नहीं ले रहे हैं !
सन्नी - - - तो बस काम हो गया समझो ! वहाँ पर अस्पताल मे तुम कह देना की मुझे शर्म आ रही है इसलिए तुम अकेली डॉक्टर के पास जाओगी और जीजू मेरे साथ बाहर ही रहेंगे समझी !
कामया - - - ठीक है इस से क्या होगा ?
सन्नी - - - जानेमन तुम इतना भी नहीं समझ रही लगता है जबसे मैं यहाँ आया हूँ तुम्हारा दिमाग़ चलना बंद
हो गया है ?
कामया - - - भैया आप सही कह रहे हो अब तो मेरा दिमाग़ खराब ही हो गया है ?
सन्नी - - - डोंट वरी बेबी तुम्हारा इलाज़ मेरे पास है !! तुम्हे लोलामाइसीन लेदर इंजेक्सन की ज़रूरत है जो मैं आ
कर लगा दूँगा !! ओ के
कामया - - - अरे ये तो बताओ की अकेले जाकर करना क्या है ?
सन्नी - - - अरे मेरी रानी जब तू अकेले रहेगी डॉक्टर के पास रहोगी तो तुझे सिर्फ़ ये बताना है की डॉक्टर साहब मुझे कुछ कमज़ोरी रहती है और वो दो तीन टॉनिक लिख देगा बस ! बाहर आकर जीजू को बता देना की ये हैं मेडिसेन की पर्ची !! मामला ख़तम ! टेंसन नहीं लेने का और हनी मून के लिए तैयार रहने का !!
कामया - - - भैया तुम्हे तो बस एक ही चीज़ की पड़ी रहती है ?
सन्नी - - - जान तुम हो ही ऐसी चीज़ की और कुछ सूझता ही नहीं वैसे तुम्हारे लिए ये ट्रिप बहुत शानदार रहने
वाली है !!
कामया - - - क्यों भैया क्यों शानदार रहने वाली है ?
सन्नी - - - अरे मेरी रानी अब तुम थ्रीसम का मज़ा लेने वाली हो मैं नींद की गोली का पूरा पत्ता ले कर आ रहा हूँ
समझी !!
कामया - - - लेकिन नींद की गोली क्यों ??
सन्नी - - - बस समझ जा ?? जीजू सोएंगे तभी तो हम दोनो जाग सकेंगें ना ???
कामया - - - हे राम भैया तुम कितने गंदे हो ? अपने जीजा जी को हनी मून नहीं मनाने दोगे क्या ?
सन्नी - - - नहीं नहीं वो भी मनाएँगे लेकिन वो तो एक ही रन लेते हैं और फिर आउट हो जाते हैं इस लिए तो साथ मे एक स्टेंड बाइ खिलाड़ी जा रहा है !
कामया ने नीचे आकर सब को बता दिया की भैया कल आ जाएँगे और किचन मे चली गई ! थोड़ी देर बाद शांति वहाँ आ गई
शांति - - - बेटा तुम से कुछ पूछना था ?
कामया - - - बोलिए ना मम्मी
शांति - - - क्या है न बहू तुम लोग का एक टाइप से हनिमून है कहीं सन्नी की वजह से तुम लोग डिस्टर्ब तो नहीं हो जाओगे ?
कामया - - - कैसी बात कर रहीं हैं मम्मी आप ? हम लोग कोई एक कमरे मे थोड़ी रहेंगे सन्नी तो अलग रहेगा ना !!
शांति - - - बस बस बहू मैं यही चिंता कर रही थी की तुम लोगों को प्राइवसी मिलेगी की नहीं !! बस बहू थोड़ा ध्यान रखना कहीं सुनील बोर ना हो जाए ?
कामया - - - मम्मी आप भी ना फालतू मे चिंता कर रहीं हैं मेरे रहते वो कैसे बोर हो सकते हैं ? कामया ने अंदर ही अंदर हंसते हुए कहा !! कामया की तरफ से निश्चिंत हो शांति वहाँ से चली गई ! थोड़ी देर मे मौका देख कर मदनलाल भी चला आया
मदनलाल - - - बहू तुमसे कुछ कहना था ?
कामया - - - बोलिए ना
मदनलाल - - - देखो एक काम करना सुनील को रोज कम से कम दो तीन बार एंगेज कर देना ताकि कुछ दिन बाद जब उसे तुम्हारी खबर मिले तो वो यही सोचे की उसकी एक्सट्रा मेहनत का नतीजा है ?
कामया - - - बाबूजी मैं तो अपनी तरफ से पूरी कोशिश करूँगी अब पता नहीं आपका राजकुमार कितना कर पाता है ?
मदनलाल - - - तुम कोशिश तो करना मुझे मालूम है तुम मुर्दे मे भी जान फूँक सकती हो और फिर उसने कामया की बड़ी बड़ी चूचियाँ को घूर के देखा और चल दिया !!
रात को जब कामया सब काम निपटा कर रूम मे आई तो सुनील को कुछ चिंतित देखकर वो समझ गई की उसी की तरह सुनील भी डॉक्टर का सामना करने को तैयार नहीं है हालाकी दोनो का कारण अलग अलग था ! कामया को सन्नी की सलाह बताने का ये सही समय नज़र आया !! वो धीरे से सुनील के पास बैठी और उसके कंधे मे सिर टिका कर बड़ी सेक्सी अदा मे बोली
कामया - - - जी आपसे कुछ कहना है ?
सन्नी - - - बोलो क्या बात है !!! सन्नी ने मरी आवाज़ मे कहा
कामया - - - देखिए हम जा ज़रूर रहे हैं किंतु वैधजी को केवल मैं ही चेकअप कर्वाऊंगी ! प्रेगञेंसी की प्राब्लम लेडीस के कारण होती है मर्दों के कारण नहीं !! आप को फालतू मे चेकअप कराने की ज़रूरत नहीं है !!
कामया की बात सुनकर सन्नी को ऐसा लगा जैसे किसी ने प्यास से मरते को पानी पिला दिया हो वो तो खुद ही इस नई परेशानी से परेशान था कामया की बात सुनकर उसकी जान मे जान आ गई
सुनील - - - किंतु मम्मी को क्या बोलॉगी
कामया - - मम्मी कोई साथ मे थोड़ी है कह देंगे दोनो की दवाई लिख दी है वैध ने बस !!
सुनील -- - ठीक है जैसा तुम कहो हम तो अपनी बीवी के हुकुम के गुलाम हैं
कामया - - - हुकुम के गुलाम हो तो अब हमारा हुकुम है कि मालिका ए हुश्न को प्यार करो !! दस मिनिट बाद ही दोनो फ़ुर्सत होके पड़े थे कामया आँखें बंद कर सन्नी के जिस्म के जोश और उफान को याद कर रही थी !!
दूसरे दिन जब सुबह कामया पेकिंग कर रही थी तो सुनील बोला
सुनील - - - यार ये साड़ियाँ मत रखो हम तीर्थ यात्रा पर नहीं जा रहें हैं !! जो जीन्स और शॉर्ट्स मैं लाया था वो रखो वहाँ हवन नहीं करना है !!
नियत समय पर तीनो घर से चल दिए ! कामया ने जीन्स और कुरती पहनी थी !!

 

जीन्स और कुरती से झाँकता उसका मदमस्त बदन सन्नी के बदन मे आग लगा रहा था जबकि उसका गान्डू जीजा कान मे एअर प्लग लगा के आँख बंद किए बैठा था !! कामया की जवानी और उसके बदन से उठती गंध सन्नी के सब्र का इंतेहाँ ले रही थी !!


तीनो देर शाम तक जबलपुर पहुँच गये और एक होटेल मे ठहर गये ! सफ़र की थकावट के कारण तीनो डिनर के बाद सोने चले गये ! बिस्तर मे लेटते ही कामया कुछ ज़्यादा ही कामुक हो गई और सुनील से लिपट कर उसे किस करने लगी उसे मदनलाल की नसीहत याद थी क़ि सुनील के साथ ज़्यादा से ज़्यादा संबंध बनाने हैं ! सुनील भी कुछ देर के लिए सब कुछ भूल गया और अपनी सेक्सी बीवी के नशीले यौवन मे खो गया ! घर से दूर होटेल के कमरे मे आज वो पहली बार कामया के साथ था उसने भी कामया का जवाब देना चालू कर दिया किंतु वो कुदरत के हाथों मजबूर था और सिर्फ़ छोटा सा जवाब देकर ही निढाल हो गया ! कामया का पूरा बदन कामग्नी मे जल रहा था किंतु वो कुछ कर नहीं सकती थी ! उसने सोचा क़ि शायद उसका पूरा हनीमून यूँ ही जलते बदन के साथ बीत जाएगा ! इतना सब होने के बाद भी उसे सुनील से कोई गिला शिकवा नहीं था दिल से वो आज भी सुनील को प्यार करती थी और जानती थी की हर मर्द एक सा नहीं होता !
दूसरे दिन सुबह छः बजे कामया की नींद टूटी तो उसने देखा क़ि वो दोनो अभी भी बिस्तर पर नंगे ही हैं ! उसे बाबूजी की बात याद आ गई तो उसने धीरे से अपना सिर सुनील के कंधों पर रख दिया और उसके छोटे से खिलोने को अपने हाथ मे लेकर खेलने लगी ! लंड पर कामया का हाथ लगते ही सुनील की नींद खुल गई मगर वो चुपचाप पड़ा रहा ! इधर कामया लगातार सुनील की पिस्टल से खेल रही थी ! सुबह सुबह का वक्त वैसे भी हार्डनेस दे देता है ऊपर से कामया जैसी सेक्सी बीवी पूरी तरह नंगी होकर लंड से खेल रही थी तो आख़िर सुनील भी कब तक अपने को रोक पाता सो उसका भी लंड कड़क पन दिखाने लगा ! उसके लंड मे जितनी भी ताक़त थी उसी के साथ वो सिर उठा कर खड़ा हो गया ! कामया को इस तरह हरकत करते देख सुनील ने कहा
सुनील - - - क्या बात है डार्लिंग आज बहुत मूड मे हो ?
कामया - - - हाँ हनिमून मनाने आई हूँ तो मूड मे तो रहूंगी ना ? और फिर आपने कहा था की तुम मौका निकालना तो मैं चौका लगा दूँगा तो अब लगाइए ना चौका और इसी के साथ वो ज़ोर ज़ोर से लंड को स्ट्रोक करने लगी ! इतनी तेज़ी से सुनील को दर्द देने लगा
सुनील - - - आ बाप रे उखाड़ दोगी क्या ! अगर ऐसा करती रहोगी तो बाहर ही निकल जाएगा !!
कामया - - - तो लगाओ ना चौका बाहर क्यों निकाल रहे हो !! सुनील भी अब रुकने की पोज़िशन मे नही था उसने कामया को नीचे पलटाया और उसके ऊपर चढ़ बैठा !! काम कर के दोनो फिर सो गये लगभग नौ बजे कामया की नींद खुली तो उसने फटाफट नहाया और सुनील से बोली
कामया - -- चलिए उठिए और नहा लीजिए हमे हॉस्पिटल भी जाना है !! मैं जाकर भैया को उठा देती हूँ ! फिर कामया सन्नी के रूम की ओर चल दी जो उपर के फ्लोर मे था ! इस वक्त उसने एक लेगिंग और टीशर्ट पहन रखी थी ! बेल बजाते ही सन्नी ने दरवाजा खोला और कामया को देखते ही उसे अंदर खींच कर दरवाजा बंद कर दिया !!
कामया - - - भैया ये क्या कर रहे हो ? पागल तो नहीं हो गये हो ?
सन्नी - - - हाँ रानी मेरी जान पागल ही हो गया हूँ कल रात से अब तक तीन बार मूठ मार चुका हूँ मगर चैन नहीं पड़ रहा है !!
कामया - -- छि कैसी गंदी बात कर रहे हो भैया !! शरम नहीं आती आपको
सन्नी - - - शर्म करूँगा तो खाऊंगा क्या मेरी जान ! और फिर सन्नी ने उसे बाहों मे ले लिया और कामया के रसीले होंठों पर अपने होंठ रख दिए ! कामया छूटने के लिए मचलने लगी मगर सन्नी जैसे आदमी की पकड़ रीछ की पकड़ के सामान थी ! उसके हाथ कामया के संतरों को निचोड़ने लगे जिससे कामया की कामाग्नि भड़कने लगी !
लेकिन कामया जानती थी की ये समय बहकने का नहीं है ! सुनील जगा हुआ है और यहाँ भी आ सकता है ! उसने बड़ी
मुश्किल से अपने होंठ छुडाए
कामया - - - भैया प्लीज़ मुझे जाने दीजिए वो जागे हुए हैं कहीं यहाँ ना आ जाएँ !
सन्नी - - - तुम तो ऐसा कह रही हो जैसे कह के आई हो की मेरे पीछे चले आना !! वैसे जीजू अभी कर क्या रहे हैं !
कामया - - - वो मैने उन्हे नहाने के लिए भेजा है !
सन्नी - -- तो रानी चिंता क्यों कर रही हो ? नहाने मे टाइम लगता है जो रात भर का चिपुडा हुआ है सब छुटाना पड़ेगा और
सीधे कोई नंगे ही तो यहाँ आ नहीं जाएँगे ! और फिर सन्नी कामया की शर्ट उतारने लगा !
कामया - - - भैया प्लीज़ कपड़े मत उतारिये ! आप समझने की कोशिश करिए अभी ये नहीं हो सकता !
सन्नी - - - जान कुछ नहीं होगा बस थोड़ा सा दूध पी लेने दो बहुत कमज़ोरी महसूस कर रहा हूँ ! अभी बहुत टाइम
है अपने पास !
कामया - - - रात मे उल्टे सीधे काम करे हो तो कमज़ोरी तो महसूस होगी ही ! और कह तो ऐसे रहे हो जैसे अभी इससे दूध निकलेगा और आपकी कमज़ोरी दूर हो जाएगी !
सन्नी - - - दूध चाहे ना निकले मगर कमज़ोरी तो दूर हो ही जाती है ! और फिर सन्नी ने जबरिया उसकी शर्ट उतार कर अलग कर दी ! कामया भी उसकी ज़बरदस्ती के आगे मज़बूर हो गई ! शायद उसे भी लग रहा था की सुनील सीधा यहाँ नहीं आएगा बल्कि उसे कॉल करेगा ! फिर दस मिनिट तो वो सन्नी के लिए निकाल ही सकती थी ! शर्ट उतरते ही कामया के कबूतर उड़ान भरने के लिए फड़कने लगे ! सन्नी झुका और कामया के बाएँ संतरे को अपने मुँह मे लेकर जानवर की तरह चूसने लगा ! चूची की घुंडीयाँ सन्नी के मुँह मे जाते ही कामया का पूरा शरीर झंझणा गया ! पिछले कई दिन से वो सन्नी के इस जंगलीपने को मिस कर रही थी ! उसके मुँह से मादक सिसकारियाँ निकलने लगी





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