Tuesday, January 12, 2016

FUN-MAZA-MASTI बहकती बहू--33

FUN-MAZA-MASTI


बहकती बहू--33

कामया - -- ओह माइ गॉड !! ओह भैया काटो इन्हे बहुत परेशान कर रखा हैं इन्होने ! इनको काट काट के सज़ा दो
सन्नी - - जान चिंता मत कर इनको भी सज़ा दूँगा और तेरी चूत को भी सज़ा दूँगा ! इतना कहते कहते सन्नी ने अपना एक हाथ नीचे किया और कामया की गदराई जांघों से खेलने लगा ! बीच बीच मे वो उसकी चूत मे उंगली कर देता तो कामया सिसक पड़ती !
सन्नी केवल चड्डी पहना हुआ था जिसमे से उसका कोबरा फुंफ़कार मार रहा था ! सन्नी ने लंड को बाहर निकाला और
धीरे से कामया का हाथ अपने पठानी लंड पर रख दिया ! ठोस मजबूत गरम मास के टुकड़े पर हाथ पड़ते ही कामया
के बदन मे ज्वाला भकड़ने लगी ! अभी सुबह ही वो सुनील के चुन्नु मुन्नु को खिला रही थी और अब उसके हाथ मे असली मर्द का हथियार आ गया था ! वो सोचनी लगी क़ि कितना फ़र्क है भैया और सैंया के औजारों मे ! उत्तेजना के मारे वो ज़ोर ज़ोर से सन्नी के लंड को भींचने लगी !कामया की साँसें ज़ोर से चल रही थी और उसकी आँखों मे नशा छा गया था !
सन्नी को लगा जैसे अब कामया कंट्रोल नहीं कर पाएगी तो उसने उसकी पाज़ामी पकड़ी और उतारने लगा ! पाजामी गांद तक उतरते ही कामया को होश आया तो वो छिटक कर अलग हो गई
कामया - - - नहीं भैया ये नहीं हो सकता ! अभी तो बिल्कुल नहीं
सन्नी - - - जानेमन तुम ऐसा ही कहती रहोगी तो पूरे टूर मे मैं ऐसा ही लटका रह जाऊँगा
कामया - -- प्लीज़ आप समझने की कोशिश करो ! हम कोई और तरीका निकालेंगे
सन्नी - - - अरे अब कौन सा तरीका बचा है
कामया - - आप नींद की गोली तो लाए हैं ना बाद मे कुछ सोचेंगे पर अभी नही ! बस मैं जा रही हूँ आप नहा धोके के आ जाना !
सन्नी जब तैयार होके कामया के कमरे मे पहुँचा तो देखा की सुनील लॅपटॉप पर काम कर रहा था जबकि कामया उसे

नहाने जाने के लिए बोल रही थी ! उनकी किचकिच सुन सन्नी ने कहा
सन्नी - - - क्या जीजा जी आप अभी तक नहा भी नहीं पाए ! डॉक्टर के पास जाना है ऐसे मे तो हम लेट हो जाएँगे !
कामया - - - हाँ देखो ना भैया मैं भी जबसे यही कह रही हूँ ! दोनो की बात सुन सुनील ने कहा
सुनील - - - यार सन्नी मुझे बहुत अर्जेंट काम आ गया है ! कंपनी कई ईमेल कर चुकी है ! तू एक काम कर अपनी दीदी को ले जाकर दिखा ला वैसे भी चेकप तो इसी का होने है तब तक मैं अपने काम कर लेता हूँ !! सुनील की बात सुनकर कामया और सन्नी दोनो मन ही मन खुश हो गये ! इधर सुनील भी उनके साथ जाना नहीं चाहता था उसे भय था क़ि कहीं वैधराज उसका चेकप ना करने को कह दे ! मौका सही देख सन्नी भी बोल पड़ा
सन्नी - - - ठीक है जीजा जी जैसा आप कहो !! चलिए दीदी वैसे ही हम लेट हो रहे हैं !
कामया - - - एक मिनिट भैया मैं कपड़े बदल लेती हूँ
सुनील - - - कपड़े बदलने की क्या ज़रूरत है ठीक तो लग रही हो ! सुनील ने कहा
कामया - - अच्छा पागल हो गये हो क्या लेगिंग पहन के जाऊंगी डॉक्टर के पास !! दो मिनिट रुकिये मैं साड़ी पहन के आती हू और कामया सॅडी लेकर बाथरूम मे घुस गई ! सन्नी वहीं बेड मे बैठ गया और आँख बंद करके कल्पना करने
लगा की कामया अब अपने कपड़े उतार चुकी होगी अब ब्रा पेंटी मे होगी और ये सब याद कर कर के उसके पेंट मे तम्बु बना जा रहा था ! वो कामया के हसीन जिस्म को याद ही कर रहा था की कामया बाहर निकल आई उसने एक साधारण सी साड़ी पहनी थी मगर उसमे भी वो असाधारण लग रही थी ! कामया और सन्नी दोनो उठ के चल दिए !


दोनो वैध के हॉस्पिटल पहुँच गये रास्ते मे ही उन्होने पूरी स्क्रिप्ट तैयार कर ली ! सन्नी बाहर ही रहा और कामया वैध
से जाकर मिली
कामया -- - - वैध जी मैं एक महीने की गर्भवती हूँ और आजकल थोड़ा कमज़ोरी महसूस कर रहीं हूँ !
वैध - - ठीक है मैं कुछ दवाई लिख देता हूँ ! और कोई तकलीफ़ तो नहीं है ?
कामया - - नहीं हमे तो नहीं है पर ---
वैध - - - पर क्या ?
कामया - - - जी वो क्या है की आजकल वो भी ज़रा कमज़ोरी महसूस करते हैं ! बहुत जल्दी थक जाते हैं ! कामया की बात सुन वैध मुश्कारा दिया फिर भरपूर नज़र से उसकी चूचियों और गदराए जिस्म को देख कर बोला
वैध - - अरे तुम लोग तो अभी जवान हो इस उमर मे तो थकावट क्या होती है पता ही नहीं चलता जब चाहो लोग शुरू हो जाते हैं ! खैर कोई बात नही मैं उनके लिए भी कुछ दवाई लिख देता हूँ !! वैध की बात सुन कामया लजा गई और सोचने लगी साला कितना ठरकी है ज़रा सा बोल दिया तो लार टपकाने लगा !
खैर बाहर आकर दोनो सड़क पर आ गये सन्नी ने एक ऑटो वाले को रोक कर पूछा
सन्नी - - - भाई यहाँ देखने लायक कौन कौन सी जगह हैं ?
ऑटो वाला - - - सर आसपास तो मदंमहल का किला ,देवताल पार्क हैं और अगर दूर जाना है तो भेड़ाघाट ,लम्*हेठाघाट बरगी डेम हैं !
सन्नी - - - फिलहाल सबसे पास क्या है ये बताओ और ले चलो
औूतोवाला - - - सबसे पास तो पहाड़ पर मदंमहल का किला है !
दोनो किले पर चाड़ने लगे ज्यों वो ऊपर चढ़ रहे थे त्यों त्यों वहाँ का दृश्य देखकर कामया का चेहरा लाल होता जा रहा था जबकि सन्नी की आँखें बड़ी होती जा रही थी ! चटानों की आड मे जगह जगह जोड़े बैठे थे जो बेशर्मी से खुलेआम चूमा चाटी कर रहे थे ! कॉलेज की लड़कियों से लेकर बड़ी शादीशुदा औरतें भी देख रही थी !
सन्नी - - - यार जगह तो बड़ी मजेदार है !
कामया - - - चुप रहो तुम्हे तो ऐसी ही जगह अच्छी लगेगी ! चलो वापस चलते हैं
सन्नी - - - अरे आ चुके हैं तो किला तो देख लेने दो ! वो दोनो थोड़ा और आगे बड़े तो एक बेहद ही गरमा गरम नज़ारा सामने था !  


सामने एक जोड़ा था औरत के ब्लाउस खुले हुए थे और आदमी हुमच हुमच के उसके दूध दबा रहा था ! फिर इनके सामने ही सामने आदमी ने उस औरत को नीचे लिटाया , उसकी सॅडी पेटीकोत पलटाया और इन्ही के सामने शुरू हो गया ! कामया आज पहली बार किसी की खुले मे चुदाई देख रही थी ! उसने एक बार शर्मा के उस औरत की तरफ देखा तो उस औरत ने बेशर्मी से कामया को जीभ दिखा दी ! कामया और सन्नी आगे बढ़ गये और किले मे पहुँच गये, कामया शर्म के मारे सिर नीचे झुकाए चल रही थी जबकि सन्नी के दिमाग़ मे अब नयी योजना जन्म ले चुकी थी ! वो कामया को एक किनारे मे ले गया जहाँ से आने जाने वाले पर नज़र रखी जा सकती थी ! वहाँ पहुँचकर सन्नी ने उसे दीवार पर टीका दिया और कामया के नाज़ुक बदन पर टूट पड़ा !
कामया - - - भैया प्लीज़ क्या कर रहे हो ?
सन्नी - - - रानी जो बाकी लोग यहाँ कर रहे हैं बस वही कर रहा हूँ
कामया - - - भैया नहीं मत करो यहाँ खुला है ! बाकी लोग की बात अलग है हम भाई बहन हैं !
सन्नी - - - तो क्या हुआ यहाँ कौन अपने को जानता है ! और उसके बाद सन्नी कुछ सुनने को तैयार नहीं हुआ उसने कामया क़ि साड़ी उठाई और अपनी उंगली सीधा उसकी चूत मे डाल दी ! चूत मे उंगली जाते ही कामया के मुख से सिसकारी निकल गई !
कामया - - आ भैया प्लीज़ मत करो ना क्यों तंग करते हो ! मगर सन्नी अब केवल तंग करने के मूड मे नहीं था वो कामया की तंग गुफा मे घुसने के मूड मे आ गया था ! उसने कामया को दीवार की ओर घुमा दिया और बोला
सन्नी - - - रानी बस यहाँ से बाहर की तरफ देखते रह कोई आ रहा हो तो बता देना !
कामया - - - क्यों आप क्या करने वाले हो
सन्नी - - - अरे यार तू बस बाहर देखती रह ! फिर सन्नी ने उसकी कमर को थोड़ा पीछे खींच लिया जिससे कामया हाफ डोगी स्टाइल मे आ गई ! सन्नी ने पेटिकोट समेत उसकी साड़ी उपर उठा दी और अपना हथियार बाहर निकाल दिया ! छोटी सी कच्ची मे कामया की मस्त गांद खुले आसमान के नीचे चाँद की तरह खूबसूरत दिख रही थी !
कामया - - भैया ये आप क्या करने जा रहे हो खुले मे कोई देख लेगा प्लीज़ मत करो !
सन्नी - - - यहाँ कोई है ही नहीं तो कैसे देख लेगा ! बस तू सामने की तरफ नज़र रख अगर कोई आ रहा होगा तो बता देना ! इसके बाद सन्नी ने कामया की पेंटी का किनारा पकड़ कर उसे साइड मे कर दिया और अपने लंड का सुपाड़ा उसकी तंग गुफा के मुहाने पर रख दिया !
योनि मे गरम माँस का अहसास होते ही कामया का तन बदन काँप उठा ! एक तो रास्ते भर वो रासलीला देखती आ रही थी और ऊपर से सन्नी आज कई दिन बाद उसके अंदर जाने वाला था ! उसकी साँसे गरम हो गई और टांगे आने वाले क्षण के लिए काँपने लगी ! सन्नी ने सुपादे को अच्छी तरह से पोज़िशन किया और अंदर साँस भरकर एक जबरदस्त झटका मार दिया ! लंड एक ही बार मे पूरा का पूरा अंदर घुस गया जैसे की मानो कालिनदर मे चाकू घुस गया हो ! इधर लंड योनि को चीरता हुआ घुसा और उधर कामया के मुख से चीख निकल गई !


कामया - - उई माँ मर गई ! भैया प्लीज़ निकाल दो !! बहुत दर्द दे रहा है ! पर भैया कहाँ मानने वाला था उसने
कामया की नाज़ुक कमर को अच्छी तरह पकड़ और लगा धुनाई करने ! सन्नी के हर धक्के के साथ कामया की सिसकारी निकल जाती मगर अब उसका दर्द ख़त्म हो गया था और आनंद की सिसकारी निकल रही थी !! सन्नी लगातार ताक़तवर प्रहार कर सामने वाले खिलाड़ी को पस्त किए जा रहा था ! उसका लंबा मोटा लंड कामया की पूरी योनि को बुरी तरह मथ रहा था जिससे मिलने वाले आनंद को सहना भी अब कामया को मुश्किल पड़ता जा रहा था ! जब सन्नी ने देखा की कामया भी अब मूड मे आ गई है और अब ना नुकुर नहीं करेगी तो उसने कमर छोड़ी और उसके दोनो संतरों को दबोच कर दबाने लगा !! नीचे से दनादन चुदाई और ऊपर मसलवाई को जवानी से लबरेज कामया बर्दास्त नहीं कर पाई और ज़ोर से आवाज़ मारकर झड़ गई ! लेकिन सन्नी को अभी कहाँ आराम था वो अभी भी तेज़ी से चुदाई कर रहा था ! हालाकी वो इस खेल को लंबा खेल सकता था किंतु खुले मे करने के कारण वो भी कुछ जल्दी मे था और कामया के झड़ जाने के बाद उसकी पनियाई छूट ने सन्नी का भी पानी निकाल दिया वो तेज़ी से डकार लेता हुआ कामया की बुर मे अपने को खाली करने लगा !! कुछ देर सुसताने के बाद वो दोनो
वहाँ से चले तो रास्ते मे वही औरत फिर मिल गई जिसने कामया को जीभ देखाई थी ! लेकिन कामया और सन्नी ये देखकर हैरान रह गए की इस बार उसके साथ एक दूसरा आदमी था जो उसके मम्मो से खेल रहा था ! जब दोनो उसके बिल्कुल करीब से गुज़रे तो वो औरत कामया को देख कर बोली
औरत - - - कितना चीखती चिल्लाती है रे ? नई नई शुरू की है या ये तेरा स्टाइल है मर्दों को खुश करने का !!
उसकी बात सुनकर कामया तो एक दम ज़मीन मे गढ़ गई और तेज़ कदमों से वहाँ से चल दी थोड़ा आगे जाकर सन्नी से बोली
कामया - - - देख लिया ना अब आपके कारण मैं धन्दे वाली भी बन गई हूँ !!


 केवल तीन घंटे के अंदर ही कामया और सन्नी वैध जी को दिखा कर और एक राउंड ओपन स्काइ चुदाई करके वापस सुनील के पास पहुँच गये ! जीजा अभी भी लॅपटॉप मे उलझा हुआ था ! कामया भाग कर बाथरूम मे घुस गई उसकी पूरी थाइस सन्नी के मलाई से सनी हुई थी ! कामया ने अपने को अच्छे से सॉफ किया और पेंटी बदलकर बाहर आ गई सबने साथ मे ही लंच किया ! जीजा का ध्यान तो खाने पर था मगर सन्नी का ध्यान तो सिर्फ़ कामया की गरम जवानी पर था यहाँ जबलपुर मे आकर उसे खाने मे कोई दिलचस्पी नहीं था वो तो बस कामया को ही दिन रात खाना चाहता था ! कामया भी उस की नज़र को पड़ रही थी ! उस अपने भाई की नज़रें अपनी जांघों , नितंबों और बूब्स पर छेद करती लग रही थी जिससे उसके अंदर सेक्स का समंदर लहरा रहा था ! लंच के बाद सन्नी ने जीजा से कहीं घूमने चलने को कहा तो जीजा जी ने कहा
सुनील - - - यार सन्नी मैने पहले ही कहा था की मेरे लिए समय निकालना बहुत कठिन है ! मैं इस वक्त काम के बोझ का मारा हुआ हूँ ! तू एक काम कर एक दो घंटे अपने कमरे मे आराम कर फिर अपनी दीदी को कहीं घुमा ले आना नही तो ये बोर हो जाएगी ! सुनील की बात सुन सन्नी खुश हो गया वो खुद चाहता था की वो और कामया अकेले ही घूमे ! इधर सन्नी अपने कमरे मे गया उधर कामया ने सुनील के साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी !
सुनील - -- क्या बात है डार्लिंग तुम आते ही शुरू हो गई !
कामया - -- जी वो वैधराज ने कहा है की अपने पति के साथ ज़्यादा समय बिताया करो तो जल्दी मां बन जाओगी और कहते कहते कामया ने सुनील के चुन्नु को पकड़ लिया और उससे खेलने लगी ! सुनील कमजोर ज़रूर था पर वो कोई हिजड़ा भी नहीं था ,कामया की हरकतों ने उसके अंदर की आग भड़का दी और उसने तुरंत कामया को नंगा किया और उसकी टाँग फैला कर चढ़ बैठा ! कामया से निपट कर सुनील फिर अपने काम मे जुट गया जबकि कामया बाजू मे लेटी सन्नी के द्वारा उसकी खुले मे चुदाई को याद करके सोच रही थी की "" हे भगवान हमने कभी सपने मे भी नहीं सोचा था की हम कभी खुले आसमान के नीचे ऐसा कर सकते हैं ! उसे सन्नी की दिलेरी पर आश्चर्य हो रहा था वो दिल ही दिल मे बुदबुदाई भैया सच मे असल मर्द हैं जो औरत को अपने अनुसार हेंडल करना जानते हैं ""
एक घंटे बाद सुनील ने खुद फ़ोन करके सन्नी को बुला लिया कामया फिर साड़ी पहन कर जा रही थी की सुनील ने टोका
सुनील - - - यार फिर तू साड़ी पहन कर जा रही है मैने तुम्हे पहले ही कहा है की हम तीर्थ यात्रा पर नहीं आए हैं !जाओ जीन्स पहन कर आओ !
सन्नी - - - हाँ दीदी जीजा जी सही बोल रहे हैं आप जीन्स पहन कर घूमो यहाँ कौन से आपके सास ससुर देखने वाले हैं वो खुद कामया की मस्त बॉडी को जीन्स मे देखना चाहता था ! ! दोनो की ज़िद पर कामया एक टी शर्ट और जीन्स पहन कर चल दी ! सन्नी इस बार उसे देवताल पार्क लेकर गया !
देवताल का दृश्य बड़ा मनोरम था चारों ओर से घिरी पहाड़ियों के बीच एक बड़ा सा तालाब था जिस पर बोटिंग का इंतज़ाम था !! बहुत से लोग तालाब मे किल्कारी कर रहे थे कई लोग बोटिंग कर रहे थे जबकि कई जोड़े ऊपर पहाड़ मे जाकर चट्टानों की ओट मे बैठ रहे थे !! तालाब को देख कामया का भी मन मचल उठा और वो किनारे से उस मे उतर गई !

 

कामया की बड़े बड़े बूब्स और मांसल जंघें देख कर आसपास के सभी लोगों की नज़र उसी पर जम गई थी और सन्नी भी यह देख रहा था वो तो अच्छा था की कामया सिंदूर आदि लगा के गई थी जिससे वहाँ सभी उन्हे पति पत्नी ही समझ रहे थे ! कामया काफ़ी देर तक वहाँ लोगों के दिलों मे छुरियाँ चलाती रही और फिर तालाब से बाहर निकल आई !! सन्नी उसे लेकर पहाड़ी पर चड़ने लगा
कामया - - - भैया कहाँ ले जा रहे हो ?
सन्नी - - - सब ऊपर की ओर जा रहे हैं चलो उपर से शहर का नज़ारा देखते हैं !
कामया - - भैया मुझे उपर चड़ने मे डर लगता है
सन्नी - -- रानी चिंता मत कर ऊपर मैं ही चड़ूँगा !
सन्नी की द्विअर्थी बात सुनकर कामया लजा गई और बोली
कामया - - धत बदमाश कहीं के ! मैं उसकी बात नहीं कर रही हूँ !
दोनो उपर चलते गये और एक बार फिर सुबह के सामान नज़ारा दिखाई पड़ने लगा ! पत्थरों की ओट मे जगह जगह कपल
बैठे हुए थे जो दीन दुनिया से बेख़बर अपने ही मस्ती मे मस्त थे ! सन्नी ने तो सोचा भी नहीं था की जबलपुर जैसे
शहर की लड़कियाँ भी इतनी अड्वान्स होंगी ! लड़कियाँ खुले आम जिंदगी के मज़े लूट रही थी ! ज़्यादातर लड़कों का मुँह
लौंदीयों के सीने मे धंसा हुआ था जबकि लड़कियों ने उपर से उन्हे चुननी से ढक दिया था ! कामया शरमाती हुई चल
रही थी जब वे दोनो और उपर पहुँचे तो नज़ारा और ज़्यादा हॉट हो चुका था थोड़ी थोड़ी दूर पर जोड़े बैठे हुए थे !
लड़के छोटी सी चट्टानों पर बैठे हुए थे जबकि लड़कियाँ उनके दोनो पैरों के बीच झुकी हुई थी ! नज़ारा देखकर ही
समझ आ जाता था की वो क्या कर रही होंगी ! कामया की तो हालात खराब होने लगी सुबह की तरह उसका खून तेज़ चलने
लगा और साँसे गरम हो गई ! सबसे बचते बचाते दोनो काफ़ी दूर निकल आए तो सन्नी कामया को लेकर एक छोटी सी
चट्टान पर बैठ गया उसके दिल मे भी कुछ तूफ़ानी करने का विचार आने लगा ! उसने कामया को अपनी बाहों मे
खींचा और अपने तपते होंठ उसके रसीले होंठों से लगा दिए ! कामया भी सन्नी के कसरती बदन से चिपक गई वो
जानती थी की फिलहाल थोड़ा बहुत किए बिना सन्नी नहीं मानेगा ! सन्नी ने कामया के नाज़ुक लबों को चुसते हुए अपना एक हाथ उसके बूब्स पर रखा और बड़ी बेदर्दी से उसे मसलने लगा !
कामया - - - आ भैया धीरे करिए ! ज़ोर से तो दरद देने लगता है ?
सन्नी - - क्या करूँ रानी यहाँ का माहौल ही ऐसा है की कंट्रोल ही नहीं होता ! जय हो जबलपुर वालों की !
दोनो एक दूसरे मे खोए हुए थे ,और एक दूसरे के बदन का लुत्फ़ उठा रहे थे ! सन्नी के पेंट के अंदर तूफान उठ चुका था और वो जानता था की अगर इसे शांत नहीं किया तो बारिस होना तय है ! काफ़ी देर की चूमा चाटी के बाद सन्नी ने कामया से कहा
सन्नी - - - रानी आ जा नीचे बैठ जा ! कामया ने चौंकते हुए कहा
कामया - - भैया मैं समझी नहीं ? सन्नी ने उसे दूर बैठे जोड़ों की तरफ देखने का इशारा किया ! जैसे ही
कामया ने उनकी तरफ देखा उसकी नज़र शरम से झुक गई ! तीन चार जोड़े बैठे हुए थे और सभी जगह लड़कियाँ लड़कों
की टाँगों के बीच घुटने के बल बैठी थी और उनका मुँह नीचे की ओर झुका हुआ था ! कामया देखते ही समझ गई थी
की वो सब क्या कर रही हैं ! कामया चुपचाप रह गई जब की सन्नी अभी भी उसके मम्मे मसल रहा था
सन्नी - - रानी आ ना नीचे आ
कामया - - नहीं भैया मैं खुले मे ये सब नहीं कर सकती !
सन्नी - - - अरे यार तू फिर चिककल्ल्स करने लगती है ? सुबह भी तो किया था ना ?
कामया - - - सुबह की बात अलग है उस वक्त आसपास कोई नहीं था ! मैं सबके सामने ये सब नहीं कर सकती ! कामया ने कुछ रूखे हुए शब्दों मे कहा ! कामया की ठंडी आवाज़ सुनकर सन्नी सम्भल गया वो उसको ज़बरदस्ती किसी भी काम के लिए मज़बूर नहीं कर सकता था ! उसे मालूम था की कामया अगर रूठ गई तो उसका पूरा भविष्य बेकार हो जाने वाला है और वैसे भी वो सही कह रही थी उसके जैसे इज़्ज़त दार लड़की के लिए खुले मे ब्लो देना सही नहीं था ! उसने तुरंत ठंडे होते हुए कहा
सन्नी - - - यार मैं तो इसलिए कह रहा हूँ की मुझे अंदर बहुत तकलीफ़ हो रही है अगर कुछ नहीं हुआ तो कहीं कोई
नस वस ना फट जाए !
कामया - - - भैया तो ऐसा क्यों होने देते हो ?
सन्नी - - - मैं कोई जानबूझ कर कर रहा हूँ क्या ? तू आस पास का नज़ारा नहीं देख रही है क्या ? सन्नी की तकलीफ़ समझ कर कामया ने कहा
कामया - - - भैया तो अब मैं क्या करूँ ? मैं सब के सामने ये नहीं कर सकती !
सन्नी - - - एक काम तो तू कर सकती है !
कामया - - - क्या भैया ???
सन्नी - - - यहीं बैठे बैठे हॅंड जॉब तो दे सकती है किसी को दूर से पता भी नहीं चलेगा ?
कामया - - -- हां भैया आप के लिए इतना तो अभी कर ही सकती हूँ ! उसने शरमाते हुए कहा !
सन्नी - - - बस तो अभी इतना ही कर दे बाकी मैं होटेल मे जाकर करवा लूँगा
दोनो फिर एक दूसरे की बाहों मे खो गये सन्नी बड़ी बेताबी से कामया के होंठों से रस चूस रहा था और कामया भी मस्ती मे अपने रस को लूटने दे रही थी ! सन्नी ने अब अपना एक हाथ कामया की शर्ट के अंदर डाल दिया और ब्रा के उपर से उसके चुचे दबाने लगा ! कामया ने भा अब अपना काम करने की सोची उसने अपना हाथ सन्नी के पेंट के उपर ले गई और कुछ देर तक उपर से ही प्यारे भैया के कोबरा को छेड़ती रही !
सन्नी - - - जानेमन उपर से ऐसा मत कर तकलीफ़ और बढ़ रही है !
कामया - - - फिर क्या करूँ भैया ?
सन्नी - - - अरे मेरी रानी उसे बाहर निकाल और उसे शांत कर !
भैया की बात सुनकर कामया ने सन्नी की पेंट खोल कर कोबरा को बाहर निकाल लिया ! खुले मे आते ही सन्नी का लंड अपने पूरे उफान और शवाब मे आ गया ! सन्नी के उस कड़े डंडे को देखकर कामया के अंदर वासना की लहर दौड़ने लगी उसने बड़े प्यार से उसे अपने नाज़ुक हाथों मे थामा और धीरे धीरे स्ट्रोक करने लगी ! आज वो पहली बार खुले आसमान के नीचे पब्लिक प्लेस मे किसी मर्द के लंड को सहला रही थी जिससे उसे एक अजीब सा थ्रिल महसूस हो रहा था !

 


कामया के खेल ने अब सन्नी को भी तडपा के रख दिया था वो ज़ोर ज़ोर से कामया के बूब्स दबाने लगा और फिर उसने कामया के दोनो संतरों को ब्रा से बाहर निकाल दिया और मक्खन के उन गोलों पर पिल पड़ा ! उसके ज़ोर ज़ोर से मसलने से कामया की आह निकल जाती ! कामया बारी बारी से दोनो हाथों से भैया के लंड को स्ट्रोक कर रही थी उसके हाथ दुखने लगे थे मगर सन्नी निपटने का नाम ही नहीं ले रहा था ! तभी कामया बोल पड़ी
कामया - - - भैया आपका इतनी देर कैसे रुक जाता है ?
सन्नी - - - मुझे क्या मालूम बस रुक जाता है
कामया - - - आपके जीजू का तो बस !!!! और कामया बोलते बोलते चुप हो गई !
सन्नी - - - बोल ना जान जीजू का क्या ?
कामया - - - कुछ नहीं भैया !
सन्नी - - - अरे यार शर्मा मत जल्दी से बोल क्या बोल रही थी
कामया - - - जी उनका तो बस दस सेकेंड मे ही निकल जाता है ! आपका तो दस मिनिट मे भी नहीं निकलता है
सन्नी - - - रानी असली मरद उसे ही कहते है जिससे औरत पनाह माँग ले और बोले "" अब बस करो प्लीज़ बस अब निकाल लो बाहर ""
कामया - - जी इस मामले मे तो आप सही मे असल मर्द हैं
सन्नी - - - अच्छा जान ये बता तुझे ज़्यादा मज़ा किस मे आता है जल्दी मे या देर से निकालने से
कामया - - मुझे तो दोनो से परेशानी है कामया ने आक्टिंग करते हुए कहा ! "" उनका तो कब जाता है और कब फ़ुर्सत हो जाते हैं पता ही नहीं चलता और आप तो इतनी देर करते हैं की हमें दर्द देने लगता है ! जब हम फारिग हो जाते हैं तो फिर आपके करने से हमे दर्द होता है ! कितना तो बड़ा है आपका बिल्कुल घोड़े जैसा ?""
सन्नी - - - ऐसा है तो अंदर लेने से पहले बहुत देर तक इसे चूसा कर जिससे इसका आधा काम पहले ही हो जाएगा !
कामया - - - ठीक है भैया अब से ऐसा ही किया करूँगी ! दोनो ऐसी रसीली और कामुक बातें कर रहे थे की सन्नी अब
पॉइंट ऑफ नो रिटर्न मे आ गया उसके मुँह से कराह निकालने लगी जिससे कामया समझ गई की अब भैया का निकलने वाला है तो वो और ज़ोर ज़ोर से हाथ चलाने लगी ! अचानक सन्नी का शरीर ऐंठा और उसने एक के बाद एक फुहार छोड़ दी जिससे सामने उसका माल फैल गया ! कामया अभी भी अपने प्यारे भैया का लंड हिला रही थी !
जब सन्नी पूरी तरह से खाली हो गया तो उसने कामया से कहा
सन्नी - - - रानी तेरे बेग मे रुमाल तो होगा चल इसे साफ कर दे
कामया ने रुमाल निकाला और सन्नी के फन्नी को बड़े लगन से और कोमलता से सॉफ करने लगी ! वो उसे इतने प्यार से सॉफ कर रही थी मानो किसी नवजात शिशु की मालिश कर रही हो ! उसे देख कर सन्नी बोला
सन्नी - - यार तू ऐसे सॉफ कर रही है जैसे ये कोई नाज़ुक सा बच्चा हो
कामया - - हाँ भैया मेरे लिए तो ये प्यारा सा नन्हा सा मेरा बच्चा ही है ! थोड़ा सुसताने के बाद एक बार फिर सन्नी ने कामया को अपने पहलू मे ले लिया इस बार उसने कामया की शर्ट कंधे तक उपर कर दी और उसके एक निप्पल को अपने होंठों मे फँसा कर चूसने लगा ! अब मज़े लेने की बारी कामया की थी ! उसके मुँह से कामुक और मादक सिसकारी निकलने लगी !
कामया - - - उई मां !! आ ओह भैया मैं मर जवँगी प्लीज़ ऐसा ना करो मुझ से बर्दास्त नहीं होता है प्लीज़ मत सताओ !

 


अगले आधे घंटे तक दोनो ऐसे ही छेड़खानी करते रहे फिर वहाँ से उठ कर होटल की ओर चल दिए ! होटेल तक वो दोनो पैदल ही टहलते हुए आए ! कामया अपने कमरे के पास पहुँच कर जैसे ही बेल बजाने वाली थी सन्नी ने उसका हाथ पकड़ कर रोक दिया और उंगली से चुप रहने का इशारा किया ! उसकी बात ना समझकर कामया ने फुसफुसाते हुए पूछा
कामया - - - क्या हुआ भैया ?
सन्नी - - - पहले ऊपर चलो मेरे साथ तुम्हे कुछ दिखाना है ! और सन्नी उसका हाथ पकड़ कर उपर ले जाने लगा !
कमरे मे पहुँचते ही कामया थकि होने के कारण काउच मे पसर गई और बोली
कामया - - हाँ भैया बोलिए क्या दिखाना चाहते थे ?
 
सन्नी उसके बाजू मे बैठ गया और उसकी मांसल जांघों को सहलाता हुआ बोला
सन्नी - - - अभी दिखाता हूँ रानी इतनी जल्दी भी क्या है ?
कामया - - - भैया हम होटल मे आ गये हैं अब आपके कमरे मे ज़्यादा देर रुकना सही नहीं है इसलिए जो दिखाना है जल्दी दिखा दीजिए
सन्नी - - - चिंता मत कर जान अभी तो जीजू को पता नहीं चलनेवाला की हम आ गये हैं मगर तुम कह रही हो तो दिखा ही देता हूँ ! और ऐसा कहते ही सन्नी उठा उसने अपना मूसल पेंट से बाहर निकाल दिया और कामया के सामने लहराने लगा !
कामया - - धत यही दिखाने के लिए यहाँ लेकर आए हो ! कामया ने लजाते हुए कहा
सन्नी - - - केवल दिखाने के लिए ही नहीं चुसवाने ले लिए भी लाया हूँ ! वहाँ तो तूने मना कर दिया था अब यहाँ तो कोई देखने वाला नहीं है चल अब चूस ?
कामया ना नुकुर करने लगी मगर सन्नी जानता था की ये ना नुकुर अंदर दिल से नहीं है बल्कि उपर से ही है ! उसने अपनी पेंट चड्डी उतारकर एक तरफ फेंक दी और कामया को उठा कर बेड मे पटक दिया ! अब कामया बेड मे चित पड़ी थी ,सन्नी ने उसके बदन के दोनो तरफ पैर करके अपने को उसके उपर सेट कर दिया और उसके होंठों के सामने अपने डंडे को लगाकर बोला
सन्नी - - - चल रानी अपना अधूरा काम पूरा कर दे फिर चली जाना ! कामया भी इतना तो समझ ही गई थी की सन्नी अगर नंगा हो ही गया है तो वो बिना आराम पाए उसे जाने नहीं देगा ! सो उसने भैया के मूसल को पकड़ा और लंड के टोपे पर जीभ फिराने लगी ! टोपे पर गरम चिपचिपी जीभ के अहसास मात्र से ही सन्नी का खून उबाल मारने लगा उसने कामया के दोनो चुचे पकड़ लिए और उन पर कहर बन कर टूट पड़ा !
 

थोड़ी देर तक कामया भैया के टोपे पर जीभ फिराती रही पर जब उसे भी कंट्रोल करना मुश्किल हो गया तो उसने अपने भैया का चीकू अपने मुँह के अंदर ले लिया और लोलीपोप की तरह चूसने लगी ! कमरे मे तूफान आ चुका था और वहाँ सिर्फ़ दो जवान जिस्मो की साँसों की आवाज़ और उनकी सिसकियाँ ही गूँज रही थी ! लगभग चार मिनिट तक कामया कई तरह से भैया का लंड चूसति रही फिर सन्नी ने लगाम अपने हाथ मे ले ली और कामया की माउत फक्किंग करने लगा ! उसके कमर के जबरदस्त धक्के लंड को कामया के गले के भीतर तक उतार देते थे जिससे कामया को साँस लेना भारी पड़ जाता , लगभग चार मिनिट तक सन्नी अपनी प्यारी सेक्सी नाज़ुक सी बहन का मुँह चोदता रहा और अंत मे उसके मुँह को अपनी रस मलाई से भर दिया !!

   












राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator