Tuesday, January 12, 2016

FUN-MAZA-MASTI बहकती बहू--34


FUN-MAZA-MASTI


बहकती बहू--34


रात काटने मे सन्नी को कोई खाश मुश्किल नहीं हुई कामया आज सुबह से तीन बार उसे ठंडा कर चुकी थी ! उधर कामया ने भी प्लॅनिंग के अनुसार रात को सुनील से चुदाई करवा कर सो गई और सुबह भी एक बार उसको तैयार कर चुद गई ! सुनील के लिए भी ये टूर बड़ा मजेदार हो रहा था वो एक दिन मे तीन तीन बार कामया को चोद रहा था जिससे उसका कॉन्फिडेन्स लेवल बहुत बढ़ गया था ! आज के लिए सन्नी ने कल रात को ही प्रोग्राम बना लिया था आज उसने भेड़ाघाट घूमने की योजना बनाई थी ! सुबह जब उसने जीजा से चलने को बोला तो उसने फिर काम का बहाना बना कर मना कर दिया और कहा
सुनील - - - यार सन्नी मेरा निकलना मुश्किल है एक काम कर तू अपनी बहन को ले जा और घुमा ला ! वैसे कहाँ जाने का विचार है ?
सन्नी - - - जीजा जी मैं सोच रहा था आज नर्मदा जी के दर्शन कर आते हैं !
सुनील - - - अच्छी बात है ! अरे कामया एक काम करना अपने लिए नहाने के कपड़े भी लेती जाना नर्मदा मे नहा कर ही आना ! जीजा की बात सुन कामया थोड़ा शर्मा गई जबकि सन्नी खुश हो गया कम से कम आज वो कामया को नदी मे अपने सामने नहाता तो देखने ही वाला था ! कल के जितने अड्वेंचर कामया के साथ हुए थे उससे वो भी कुछ दिलेर हो गई थी इसलिए उसने अपने शॉर्ट्स साथ मे रख लिए और जीन्स और टॉप पहन कर अपने प्यारे भैया के साथ चल दी !

 

नर्मदा तट पर पहुँचते ही उसकी निर्मल धारा और गजब का प्राकृतिक वातावरण देख कर दोनो चकित रह गये ! नदी के दोनो तरफ संगमरमर की पहाड़ियाँ थी जो बरबस ही मन मोह लेती थी ! फिर वो प्रससीध धुआँधार जलप्रपात पहुँच गये !सफेद दूध सी धारा के साथ नदी भारी शोर करते हुए विशाल जल प्रपात बना रही थी ! दोनो प्रेम परिंदे उस आलौकिक सौंदर्य मे डूब गये और कुदरत के उस अनूठे नज़ारे को अपने आँखों मे क़ैद करने लगे !
 



बहुत देर तक वो नदी के जल के किनारे बैठ कर प्रेमालाप करते रहे फिर सन्नी के दिल मे कामया के हसीन जिस्म को भीगे बदन के रूप मे देखने की इच्छा हुई वो उसे कल कल करती हुई नदी मे स्नान करते हुए देखना चाहता था और इसमे उसे कोई समस्या भी नही होने वाली थी क्योंकि आस पास सभी नहा रहे थे ! सन्नी कामया को वहाँ से बहुत दूर ले गया जहाँ लगभग एकांत सा था वहाँ उसने कामया को नहाने को कहा
सन्नी - - - चल यार अपने शॉर्ट्स निकाल नहा लेते हैं ! कामया सन्नी की बात सुनकर कुछ शर्मा गई और बोली
कामया - - - मैं ऐसे ही नहा लेती हूँ
सन्नी - - - अरे कपड़े गीले हो जाएँगे तो क्या ऐसे ही लौटोगी ! जीन्स और टॉप सूखने वाले भी नहीं है चल जो शॉर्ट्स जीजा जी ने बोला था वो निकाल और नहाते हैं यहाँ कौन अपने पहचान वाला है और वैसे भी जब जीजू को ओब्जेक्सन नहीं है तो तुझे किसी की फ़िक्र करने की ज़रूरत नही है !
कामया - - - भैया मुझे शरम आ रही है ! कामया ने सिर झुकाते हुए कहा
सन्नी - -- रानी शरम की कोई बात नहीं है नहीं तो मैं अभी जीजू को फोन लगा के कह देता हूँ की तू ढंग से हनी मून नहीं मना रही है !
कामया - - - अच्छा जी तो क्या आप के साथ हनी मनाने आई हूँ !
सन्नी - - - और क्या कल से मना नहीं रहा है क्या ? रानी तेरा असली हनीमून तो मेरे साथ ही है और फिर सन्नी ने उसके हॅंडबेग से उसकी जीन्स शॉर्ट और पारदर्शी टॉप निकाल कर उसके हाथ मे पकड़ा दिया और खुद भी केवल अंडर वेअर मे पानी मे उतर गया !
कामया कुछ देर तक सकुचती रही फिर उसने भी शर्म लिहाज छोड़ कपड़े बदले और नदी के शीतल जल मे उतर गई !
 
जैसे ही सन्नी ने कामया को देखा उसकी आँखें बाहर को उबल पड़ी ! शॉर्ट्स मे उसकी मस्त थाइस कहर ढा रही थी और
पारदर्शी टॉप का बदन मे होना ना होना एक बराबर था उसके अंदर से सब कुछ दिख रहा था ! सन्नी ने शुक्र मनाया
की वो कामया को पब्लिक से काफ़ी दूर ले आया था वरना यहाँ तो भगदड़ मच जाती ! सुनील अपलक कामया के गीले ग़दराए बदन
को देखे जा रहा था ! उसकी चड्डी मे तंबू बन गया जो कामया भी सॉफ सॉफ देख रही थी वो सोचने लगी ""भैया का इतना
बड़ा है की छुपाए भी नहीं छुप सकता !"" तभी सन्नी गाना गाने लगा
सन्नी - - - भीगा बदन जलने लगा मौसम बदलने लगा ! दिल मे अरमान जागे - - - -
कामया - - - भैया प्लीज़ आप उस तरफ मुँह करिए
सन्नी - - - पागल हो गई हो क्या ? ऐसा सेक्सी बदन सामने है और तू देखने से मना कर रही है मैं तो बस जी भर
कर इसे ही देखूँगा ! और सन्नी फिर अपनी प्यारी सेक्सी बहन की अधनंगी जवानी को देखने मे खो गया ! कामया के गीले
बदन मे पानी की बूँद मोती सी चमक रही थी सन्नी उसके इतने पास चला गया की कामया अपने भाई की गरम साँसे
अपने बदन मे महसूस कर रही थी ! अगर वो खुले मे नहीं होते तो शायद कामया अभी तक अपने भैया से लिपट गई होती !
अचानक सन्नी कामया के बिल्कुल नज़दीक आ गया इतने नज़दीक की उसका भारी भरकम मूसल उसकी गांद की दरार मे फिटहो
गया ! कामया का पूरा बदन इस अहसास से जल उठा उसे शीतल जल के अंदर भी गर्मी लगने लगी ! इससे पहले क़ि कामया
कुछ समझ पाती सन्नी ने एक झटके मे उसका टॉप पकड़ कर उतार दिया ! टॉप उतरते ही कामया केवल शॉर्ट और ब्रा मे
उसके सामने थी !
 

कामया बुरी तरह शर्मा गई और कहने लगी
कामया - - - भैया प्लीज़ मेरा टॉप दे दो लोग देख रहे हैं
सन्नी - - - जान चिंता मत कर सब बहुत दूर हैं बस ज़रा देख लेने दे
कामया - - क्यों पहले कभी देखा नहीं क्या ? आप तो सब कुछ देख चुके हैं ! प्लीज़ मेरे कपड़े दीजिए !
सन्नी - - - बस रानी थोड़ी देर इस हसीन बदन को पानी मे भीगता देखने दे फिर पहन लेना और फिर सन्नी उस पर
पानी उच्छालने लगा ! कामया शरमाई ,सकुचाई सी खड़ी उसे रोकने की कोशिश बस करती रही !
सन्नी बहुत देर तक उसे तंग करता रहा और बीच बीच मे उसे दिखा कर अपना लंड भी मसल देता जिसे देख कर कामया
लजा जाती फिर उसने उसे टॉप दे दिया और थोड़ी देर मस्ती करके वे नदी से बाहर चले आए ! सन्नी चारों तरफ देख कर कोई
ऐसी जगह खोजने मे लगा था जहाँ ले जाकर कामया का गेम बजाया जा सके किंतु नये साल का पहला दिन होने के कारण
वहाँ काफ़ी भीड़ थी और सन्नी समझ गया की यहाँ कुछ नहीं हो सकता ! उसके बाद दोनो ने नौका विहार किया ,रोप वे
मे घूमे और वहीं भोजन कर के होटल लौट गये ! पर्यटन की दृष्टि से तो आज का दिन बड़ा अच्छा गुज़रा था पर सन्नी का
आज काम नहीं बन पाया था ऊपर से उसने जबसे कामया को ब्रा और शॉर्ट मे अधनंगी देखा था तब से उसका लंड बैठने
का नाम नहीं ले रहा था !
सन्नी रास्ते भर यही सोचता रहा की कैसे आज कामया का तबला बजाया जाए क्योंकि आज साल का पहल दिन था और आज अगर ये शुभ काम हो जाता तो लोक मान्यता के अनुसार साल भर उसका जुगाड़ होते रहना था ! इसी उधेड़ बुन मे वो दोनो होटल के गेट तक आ गये इस दरमियाँ कामया भी सन्नी को चिंतित देख रही थी जो बार बार पेंट मे अपना हथियार सेट करने मे लगा था ! कामया को भी मालूम था की आज भैया एक बार भी नहीं कर पाएँ हैं इसलिए बहुत परेशान है पर वो कुछ कर भी नहीं सकती थी कहीं ऐसी जगह ही नहीं मिली थी और उपर से तो वो अब होटल आ ही गये थे ! अभी वो होटल के बाहर ही थे
की सन्नी के मोबाइल पर सुनील का फोन आ गया
सन्नी - - - हेलो हाँ जीजू बोलिए
सुनील - - - भाई कहाँ हो ? कब तक आओगे ? इस फोन के साथ ही सन्नी का दिमाग़ भी जल उठा उसने तुरंत कहा
सन्नी - -- जीजू बस अभी यहाँ से चले हैं एक घंटे मे पहुँच रहे हैं ! आप बोर हो रहे हो क्या ?
सुनील - - - नहीं नहीं मैं तो काम मे उलझा हूँ ! तुम लोग आराम से घूम कर आओ मैं तो पहले से ही बिसि हूँ !
फ़ोन बंद होते ही कामया चौंक कर कह उठी
कामया - -- भैया हम यहाँ होटल मे खड़े हैं और आप कह रहे थे की एक घंटे मे पहुँचेंगे ! अभी रूम मे
पहुँचेंगे तो वो क्या बोलेंगे ?
सन्नी - - - हम लोग जीजू के रूम मे नहीं जा रहे हैं
कामया - - - मतलब ?
सन्नी - - - जीजू को मैने बोल दिया है की एक घंटे बाद आएँगे तो अब एक घंटे तुम मेरे रूम मे रहोगी !
कामया - - - नहीं भैया आप ऐसा मत करो कहीं उन्हे ज़रा सा भी शक हो गया तो गजब हो जाएगा
सन्नी - - - उसे कुछ पता नहीं चलेगा वो तो खुद कह रहा था और घूम के आराम से आओ ! इसलिए चलो अब मैं तुम्हे लक्ष्मण झूला मे झूला देता हूँ ! और फिर सन्नी ने कामया का हाथ पकड़ा और उसे अपने रूम मे ले गया ! कामया भी
ज़्यादा विरोध नहीं कर पाई एक तो वो लॉबी मे कोई सीन नहीं बनाना चाहती थी दूसरा उसे मालूम था की सन्नी आज सुबहसेभूखा है और वो आसानी से मानेगा नहीं और तीसरा कारण यह था क़ि जबसे नहाते समय सन्नी ने अपना औजार उसकी गांद की दरार मे लगाया था तब से कामया खुद भी बहुत हॉर्नी फील कर रही थी और उसकी भी दिल कर रहा था की कोई उसकी जवानी के कस बल निकाल दे इसलिए जब कामया ने देखा की एक घंटे तक तो सुनील की रुकावट नहीं है तो वो भी सन्नी के कमरे मे चली गई !कमरे मे घुसते ही सन्नी ने कामया को दबोच लिया और उसके होंठों मे अपने होंठ रख दिए ! कामया भी लता की भाँति
उससे लिपट गई सन्नी के हाथ कामया के नाज़ुक मांसल अंगो का मर्दन कर रहे थे और कामया बस केवल सिसकारियाँ ले रही थी ! सन्नी ने अपना हाथ उसकी शर्ट के अंदर डाला और उसके नंगे बूब को मसल दिया ! कामया के बदन मे आग लग गई वो
बोली
कामया - - - भैया वहाँ नदी मे बहुत देख रहे थे हमे यहाँ तो कोई नहीं है देख लीजिए जितना देखना है ! सन्नी
उसका मौन निमंत्रण समझ गया लौंडिया खुद पहल कर रही थी ! सन्नी उसके अंगूरी लबों को चूसता हुआ उसकी जीन्स की
ज़िप खोलने लगा और फिर एक ही झटके मे पेंटी समेत उसे घुटनों तक सरका दिया ! कामया की मांसल जांघें और फुददी अब खुले मे नुमाया हो रही थी ! सन्नी ने अपना पेंट भी नीचे सरका दिया और अपने विशाल लंड को पकड़ कर कामया के झुर्मुट भरी झिर्री से लगा दिया ! गरम गरम लंड के योनि द्वार मे स्पर्श पाते ही कामया का मुँह खुल गया और उसने ज़ोर ज़ोर से साँस लेना शुरू कर दिया !
सन्नी ने अब उसकी शर्ट उपर कर दी और झुक कर उसके ममो को अपने मुँह मे ले लिया ! दूध मे मर्द के होंठ और
चूत मे मर्द का लंड कामया के लिया अब सहना कठिन हो गया था उसकी प्रेम गुफा से प्रेम रस की नदी बहने लगी उसका मन कर रहा था की बस अब भैया अपना मोटा खूँटा से उसको प्लग कर दे और फिर ऐसी चुदाई करें की उसकी निगोडी जवानी की सारी गर्मी निकल जाए ! इधर सुनील बहुत ज़ोर से उसके मोटे मोटे भरे भरे संतरों को चूस रहा था बीच मे वो उन्हे काट भी देता ! सन्नी नीचे अपनी कमर भी चला रहा था जिससे उसका शिश्ण् मुण्ड कामया की दरार के बाहर कोहराम मचा रहा था जब कामया से खडे रहना असंभव हो गया तो वो बोली
कामया - - - भैया खड़े खड़े ही सब कर लोगे क्या ? बिस्तर मे नहीं चलोगे ?
सन्नी - - - रानी तू जैसा बोल खड़े खड़े करवाना है या बेड मे पिलवाएगी ? कामया का बदन अब जलने लगा था वासना के अतिरेक मे उसके मुँह से निकल गया
कामया - - - भैया मैं तो आपकी कुतिया हूँ जैसा आप चाहो वैसा करो ?
सन्नी - - - रानी तू मेरी जान है ये कुतिया क्यों बोल रही है अपने को ?
कामया - - - भैया मैं कुतिया इसलिए बोल रही हूँ क्योंकि मुझे मालूम है की आपको मुझे कुतिया बना के चोदना अच्छा लगता है !
सन्नी - - - और तुझे मालूम है मुझे तुझे कुतिया बनाना क्यों अच्छा लगता है ?
कामया - - - हाँ भैया आपको पीछे से मुझे देखना अच्छा लगता है
सन्नी - - - रानी सॉफ सॉफ बोल ना की मुझे पीछे से तेरी ये मस्तानी गांद देखना अच्छा लगता है
कामया - - - हाँ भैया आप सही पकड़े हैं ! यही तो हम बोलना चाहते हैं !
सन्नी - - - ठीक है रानी चल तुझे कुतिया ही बनाके पेलता हूँ ! और सन्नी ने कामया के सेक्सी बदन को उठाया और बेड मे रख कर डॉगी बना दिया !
बेड मे डॉगी बनी कामया बड़ी ही सेक्सी ,मादक और हाहकारी लगा रही थी ! उसकी जीन्स पेंटी सहित घुटने तक खिसकी हुई थी और शर्ट चुचियों तक उपर थी ! सन्नी उसको इस पोज़ मे देख कर ही मदहोश हो गया ! वो उसकी गांद के पास जाकर बैठ गया और अपनी ज़ीँभ कामया की चौड़ी चकली गांद मे फिराने लगा ! कामया के तन बदन मे चिंतियाँ रेंगने लगी ! सन्नी उसके नितंबों के दोनो फलकों को चपर चपर चाट रहा था और उसकी गोरी चिकनी जांघों को हाथ से सहला रहा था ! फिर अचानक सन्नी ने अपनी गरम चिपचिपी जीभ कामया की बुर मे लगा दी ! गरमी से फड़क रही बुर मे सन्नी की जीभ लगते ही कामया कराह उठी
कामया - - - आ आहह भैया मत करो मैं मर जवँगी ! इतना सितम ना करो भैया
सन्नी - - - रानी तुझे मारूँगा नहीं बल्कि तेरी मारूँगा और वो उपर से नीचे तक कामया की चूत को चाटने
लगा ! अब कामया का हाल बेहाल हो गया था ! वो ज़ोर ज़ोर से चादर को पकड़ रही थी तो कभी अपने सिर इधर उधर फेंकने लगती ! तभी सन्नी ने अपनी जीभ कामया की भूरे रंग की गांद के छेड़ मे लगा दी ! कामया सिसकारी भरते हुए बोली
कामया - - - उई माँ !! भैया वहाँ मुँह मत लगाओ छि गंदी जगह है !
सन्नी - -- रानी कुछ गंदा नहीं है तेरी तो हर जगह चूमने लायक है फिर इसका भी तो एक दिन उधघाटन करना है
मुझको! और वो फिर कामया की गांद को चाटने लगा !
कामया - - - भैया मत करो ! अब बर्दास्त नहीं होता !! प्लीज़ करिए ना !!!!!!!
सन्नी - -- क्या करूँ रानी ?
कामया - - - धत बेशरम कहीं के हमेशा मुझसे क्यों पूछते हो ? चोदिये ना अपनी प्यारी बहन को जिसे बचपन से चाहते थे !!!
सन्नी - - - रानी जब तू अपने मुँह से बोलती है क़ि चोदो मुझे तो सुनने मे बड़ा मज़ा आता है ! अब सन्नी को भी अपने को रोकना मुश्किल होता जा रहा था ! आज सुबह से उसने कामया की एक बार भी नही बजाई थी जबकि सुबह से वो उसकी जवानी की तपिश से झुलस रहा था ! सन्नी ने कामया को बेड के एक दम किनारे खींचा और अपनी लंड के मुण्ड को उसकी पनियाई बुर मे फिट कर दिया ! गरम लंड की चुभन से कामया सिसिया गई उसके मुँह से कराह निकलने लगी ! सन्नी ने दोनो हाथो से कामया की कमर थामी और एक करारा झटका मार दिया ! लंड बिना कोई रोक टोक के तीन चौथाई अंदर समा गया और उसी के साथ कामया भी सिसक उठी
 

कामया - - - उई मां ! शी शी भैया धीरे ! धीरे धीरे डालिए इतनी ज़ोर से करता है क्या कोई ! सन्नी ने कामया की बात उनसुनी कर एक और धक्का मारा और लंड जड़ तक कामया के बिल मे समा गया ! अब तो सन्नी अपने आपे मे नहीं रहा वो कामया की लचकती कमर थामे उसे हुमच हुमच कर चोदने लगा ! उसके हर धक्के मे कामया का पूरा बदन झंझणा जाता और उसके मुँह से कामुक सिसकारियाँ निकल जाती ! सन्नी का किंग साइज़ लंड कामया की योनि की दीवारों को बुरी तरह रगड़ रहा था जिससे कामया के अंदर कामानंद की लहरें उठ रही थी ! उसकी टाइट योनि ने अपने भैया के लंड को कस के पकड़ा हुआ था जैसे मानो अगर वो ढीला छोड़ देगी तो भैया कहीं भाग ना जाएँ ! सन्नी मंझा हुआ खिलाड़ी था और जानता था की नई जवान लड़कियों को कैसे खुश किया जाता है ,वो लंबे और गहरे शॉट लगा रहा था जिससे हर शॉट मे कामया की योनि मार्ग का ज़्यादा से ज़्यादा हिस्सा घर्षण प्राप्त करता और कामया के शरीर मे वासना की ज्वाला भड़क उठती ! सन्नी की मेहनत तुरंत असर दिखाने लगी और कामया जैसे ही चरम पर आई वो अपने चिरपरिचित अंदाज़ मे बहकने लगी
कामया - - - हाँ भैया ऐसे हो चोदो अपनी बहन को ! बचपन से मुझे चोदना चाहते थे ना चोदो जितना चोदना है मैं आपको कभी मना नहीं करूँगी ! काम वासना अब कामया के सिर चढ़ कर बोल रही थी! वो फिर बोली
कामया - - - भैया मुझे हमेशा के लिए अपनी बना लो ! मैं आपके जीजा की नही आपकी बीवी हूँ ! आपके बच्चे की मां बन रही हूँ और अब हमेशा आपकी कुतिया बन के रहूंगी ! चोदो जितना चोदना हैं अपनी प्यारी बहन को !
कामया की सेक्सी बातें और सुबह से भरे बैठे सन्नी ने और ताबड़तोड़ शॉट मारने शुरू कर दिए ! कामया बड़बड़ाती हुई दो बार झड़ चुकी थी ! जब वो दूसरी बार निपट रही थी तभी सन्नी ने भी अपना माल उडेल दिया और उसे नीचे रखे रखे गिर गया ! दोनो कुछ देर सुस्ताते रहे दस मिनिट बाद कामया जाने लगी
कामया - - - भैया अब मैं जाती हूँ ?
सन्नी - - - रानी अभी नहीं बस दस मिनिट और लूँगा एक राउंड और करेंगे !
कामया - - - नहीं भैया उन्हे कोई शक ना हो जाए
सन्नी - - - अभी हमे आए आधा घंटा ही हुआ है जबकि हमने एक घंटे बाद आने को बोला था ? बस चिंता मत कर एक घंटे बाद तू जीजू के कमरे मे होगी ! इसके बाद सन्नी कामया को नंगी करने लगा ! पहला राउंड तो उसने कामया को कपड़े मे ही निपटा दिया था ! कामया भी चुप रहा गई उसने उसे पूरी नंगी कर खुद भी नंगा हो गया और कामया के हाथ मे अपना लंड थमा कर बोला
सन्नी - - - चल इसे जल्दी तैयार कर दे जितनी जल्दी ये तैयार होगा उतनी जल्दी तू फ़ुर्सत हो जाएगी !
कामया --- मैं कैसे तैयार करूँ इसे ! कामया ने बनावटी अंदाज़ मे बोला !
सन्नी - - - बस रानी मुँह मे ले ले बाकी तो वो अपने आप तैयार ही जाएगा !
कामया - - - चुप रहिए हमेशा मुँह मे लेने को बोलते हो जैसे ये कोई लोलीपोप हो !
सन्नी - - - अरे जान तेरे जैसे जवान गरम लड़कियों का असली लोलीपोप तो यही होता है ! चल चूस अब
कामया ने भी अब लंड को मुँह मे ले कर बड़े चाव से उसे चूसने लगी दो मिनिट मे ही लंड फिर से अपने तूफ़ानी रूप मे आ गया ! इस बार सुनी ने कामया को चित लिटाया और पूरी दमखम के साथ उस पर टूट पड़ा
 

कमरे मे एक बार फिर वासना का तूफान आ चुका था ! दोनो प्रेमी एक दूसरे को मज़ा देने मे लगे थे ! सन्नी के धक्के कामया जैसी नाज़ुक कॅली को हिला के रख देते थे !
चूत मे मोटा खूँटा पहुँचते ही कामया फिर बहकने लगी और बोली
कामया - - - भैया इस बार कुतिया बना के पीछे क्यों से नहीं कर रहे ?
सन्नी - - - रानी तुझे हर एंगल से चोदने मे मज़ा आता है पीछे से भी सामने से भी
कामया - - - सामने से कौन सा मज़ा आता है भैया ?
सन्नी - - - रानी सामने से तेरे ये दूध चूसने मिलते हैं और तेरा ये सेक्सी चेहरा देखकर दिल बाग बाग हो जाता है ! कुछ ही देर मे होटल के उस कमरे मे मदनलाल की सेक्सी बहू की मादक सिसकारियाँ और कराहें गूंजने लगी !!



सेकेंड राउंड की चुदाई ने कामया के सारे अस्थि पंजर ढीले कर दिए वो पंद्रह मिनिट तक बिल्कुल पस्त पड़ी रही जब उसे होश आया तो वो उठ कर बाथरूम जाने लगी ! सन्नी ने उसका हाथ पकड़ लिया
सन्नी - - - जान कहाँ जा रही हो ? बैठो ना अभी !
कामया - - - हटो मुझो बाथरूम जाकर सब सॉफ करने दो ! आपका कितना तो माल निकलता है मेरा सारा बदन गंदा कर दिया ! कामया ने बनावाटी गुस्सा दिखाते हुए कहा
सन्नी - - - रानी गुस्सा मत हो ! उन औरतों से पूछो जिनको ये माल नसीब नहीं होता वो इसके लिए तड़पति रहती हैं !
कामया - - - तो जाओ ना उन्ही को दे आओ ! और फिर कामया उसे चिड़ाते हुए बाथरूम मे भाग गई ! अपने को अच्छी तरह सॉफ करके वह अपने कमरे मे पहुँची ! वहाँ उसके पातिदेव सुनील अभी भी अपने काम मे व्यस्त थे ! हालाकी कामया सन्नी से भरपूर मज़े लूट रही थी मगर वो इस बात को बिल्कुल नहीं भूली थी की वो पेट से है और बहुत जल्दी उसे ये प्रकट भी करना पड़ेगा ! इस कारण वो सुनील से भी ज़्यादा से ज़्यादा शारीरिक संबंध बनाना चाहती थी उसने समय देखा पाँच बज रहे थे उसने सोचा "" अगर एक बार अभी इनको तैयार कर लूँगी तो रात को दस बजे तक शायद ये एक बार फिर करने के लायक हो जाएँगे इस लिए समय बेकार करना व्यर्थ है"" वो जाकर सुनील के बाजू मे लेट गई और उसकी जाँघ मे हाथ फेरने लगी ! उसका हाथ बार बार सुनील के औजार से भी टकरा रहा था जिससे सुनील उसकी दिल की दशा समझ रहा था क़ि कामया मूड मे है !
सुनील - - - सन्नी को कहाँ छोड़ आई ?
कामया - - - जी वो आज बहुत पैदल चलना पड़ा इसलिए वो थक गया है और सीधे अपने कमरे मे चला गया है !
सुनील - - - वो थक गया तुम नहीं थकि ?
कामया - - - मैं तो तब थकती हूँ जब आप थकाते हो ! कामया ने शर्मकार कहा और धीरे से उसके लंड को पकड़ कर सहलाने लगी ! बीवी की हरकतों से सुनील के अंग मे भी तनाव आने लगा उसने कहा
सुनील - - - यार आजकल तुम बहुत हॉर्नी होने लगी हो ?
कामया - - - हनिमून मानने आई हूँ तो हॉर्नी नहीं हौंऊन क्या ! चलो आप भी बेटिंग करने के लिए तैयार हो जाओ !दोनो थोड़ी देर दिल्लगी करते रहे और इसी दरमियाँ कामया ने सुनील का लंड अच्छे से खड़ा कर दिया ! सुनील का लंड जब खड़ा हो जाता था तो उसे अपने को ज़्यादा देर तक रोकना मुश्किल हो जाता था सो उसने कामया को नंगी किया और उसके ऊपर चढ़ बैठा
कामया - - - आ उई मां !! धीरे करो ना !
सुनील - - - क्यों अभी तक तो बड़ी उतावली हो रही थी ?
कामया - -- अच्छा जी मैं आप पर मरती हूँ तो क्या मार ही डालोगे ? आप मर्द हैं ज़रा हल्के से पेश आओ ! औरतें बहुत नाज़ुक होती हैं !
सुनील - - - सॉरी बेबी ! फिर उसने कामया की एक चूची मुँह मे ले ली और चूसने लगा ! वो बहुत प्यार से चूस रहा था मगर कामया जानबूझ कर बोली
कामया - - - आ ओह माइ गॉड !! प्लीज़ धीरे चूसो दर्द देता है ! आप तो बिल्कुल बेसबरे हो जाते हो !
कामया की गरमा गरम एक्टिंग ने सुनील को और जल्दी फ़ुर्सत कर दिया दोनो एक दूसरे की बाँहों मे सो गये !
उधर सन्नी भी दिन भर की थकावट और कामया की दो पकड़ लेने के बाद जो लेटा तो उसे भी नींद आ गई थी !
लगभग आठ बजे सुनील की नींद खुली तो उसने कामया को जगाया और कहा
सुनील - - - जान आज डिनर नहीं करना क्या ?
कामया - -- सॉरी जानू मुझे नींद लग गई थी ! एक काम करो मैं जब तक कपड़े बदल लेती हूँ तब तक आप खाना ऑर्डर कर दो ! कामया एक नाइटी लेकर बाथरूम मे चली गई ! उसने अपने सारे कपड़े उतारे और केवल नाइटी पहन ली वो जबसे हनिमून आई थी रात को पेंटी नहीं पहनती थी ! इधर सुनील ने सन्नी को कॉल कर दिया ! सन्नी की नींद जीजा जी की कॉल से टूटी
सन्नी - -- हाँ जीजू !
सुनील - - - सन्नी आ जाओ मैं खाना यहीं मंगवा रहा हूँ !
उसके बाद सुनील ने सभी का खाना ऑर्डर कर दिया और अपना लेपटॉप खोलकर बैठ गया ! कामया आ कर लापरवाही से बैठ गई उसे नहीं मालूम था की सुनील ने सन्नी को बुला लिया है ! सुनील अपना काम करता रहा और कामया धीरे से तकिये मे सिर रख कर चित लेट गई ! अचानक उसे शरारत सूझी तो उसने अपना गाउन कमर तक उपर उठा लिया और एक पैर मोड़करलेट गई ! इस तरह से लेटने से उसकी दोनो मांसल गदराई जंघें बिल्कुल नंगी हो गई थी और टाँग मोडने से उसकी छोटे छोटे बालों से ढकी प्यारी सी टाइट चूत की झिर्री दिखने लगी थी ! काले बालों के बीच से चूत की दरार ऐसी दिखाई दे रही थी मानो काले बादलों के बीच से चाँद अपनी झलक दिखला रहा है ! कामया देखना चाहती थी की सुनील उसे ऐसी देख कर क्या प्रतिकिया करेगा मगर उसे ख्वाब मे भी नहीं मालूम था क़ि प्रतिकिया सुनील नहीं बल्कि सन्नी करेगा ! सुनील का ध्यान अभी उसकी तरफ नहीं गया था , कामया चुपचाप इंतज़ार कर रही थी ! उधर सन्नी जीजा जी बात सुनकर शॉर्ट पहनकर नीचे आ गया और जैसे ही उसने दरवाजे का नॉब घूमाकर अंदर कदम रखा अंदर का दृश्य देखकर उसके पुर शरीर मे भूकंप का झटका लग गया ! कामया अधनंगी अपनी दुकान का शटर खोल कर लेटी हुई थी मानो ग्राहक का ही इंतज़ार कर रही हो !








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