Saturday, January 30, 2016

FUN-MAZA-MASTI बहकती बहू--37

FUN-MAZA-MASTI


बहकती बहू--37



अपने कमरे मे पहुँचकर सन्नी ने सबसे पहले तो नींद की तीन गोली पीस कर एक पूडिया बनाई और अपनी जेब मे रख ली और फिर जीजा को फोन करके बुला लिया ! दोनो जीजा साले ने पीना चालू किया ज्यों ज्यों जीजा का नशा बढ़ता जा रहा था वो और खुलता जा रहा था ! सन्नी खुद तो कम पी रहा था मगर अपने जीजा को जबरदस्ती पिलाए पड़ा था ! जीजा के दो पेग हो जाने के बाद सन्नी अब ये नहीं समझ पा रहा था क़ि नींद की गोली को खिलाए कैसे ! अब उसने जीजा के लिए तीसरा पेग भर दिया !
जीजा - - अरे नहीं सन्नी तीसरा नहीं ! मेरा कोटा दो ही पेग का है ! मैने दो पेग से ज़्यादा कभी नहीं पिया !
सन्नी - - - अरे जीजा जी पहले की बात छोड़ो ! ये आपका हनिमून चल रहा है ! ज़रा यहाँ तो दिलेरी दिखाओ !
जीजा - - - अरे दिलेरी दिखाने वाली बात नहीं है ! कहीं ओवर हो गई तो ?
सन्नी - - - तो क्या मैं हूँ ना ? सन्नी ने दिल ही दिल मे मुषकराते हुए कहा अगर आपको चढ़ भी गई तो संभालने के लिए मैं तो हूँ ना ! सन्नी ने बात को संभालते हुए कहा ! कम ऑन जीजा जी बी लाइक आ मेन ! जीजा भी उसकी बात पर ताव खा गया और बोला
जीजा - - तो क्या तू मुझे मेन नहीं समझता ?
सन्नी - - - अरे आदमी तो हो लेकिन मर्दों वाली दिलेरी तो बताओ ? बल्कि आपको तो दीदी से भी पूछना चाहिए की उसको भी ट्राइ करना है क्या ?
जीजा - - - सन्नी तेरा दिमाग़ तो खराब नहीं है ? तेरी दीदी और शराब?????
सन्नी - - - जीजा जी मेरे कई दोस्त अपने हनीमून ट्रिप मे बीवी को पिला चुके हैं इसीलिए तो मैं भी फ्लेवर वाली लाया हूँ ! अरे जीजा जी यही तो एंजाय करने के दिन है आप एक बार फोन करके पूछ तो लो ! आप पिलाओ या नहीं पर मैं तो अपने हनिमून मे ज़रूर पिलाऊँगा !
जीजा - - - पागल मत बन वो उल्टा मुझे डाटेंगी !
सन्नी - - - जीजा इसी लिए मैं बोल रहा था बी लाइक आ मेन ! अगर मेरे सामने डाँट नही खा सकते तो बाहर लॉबी मे चले जाइए और वहाँ से पूछ कर आइए!
जाजी - - - सन्नी तू समझ तो यार वो गुस्सा हो जाएगी !
सन्नी - - - अरे जीजा जी आप डर रहे हो तो मेरा नाम ले लेना क़ि सन्नी ने कहा है पूछने को ! अब जाओ बाहर और एक बार पूछ तो लो और कुछ नहीं तो कम से कम जोक के लिए ही ! दर असल सन्नी चाहता था क़ि जीजा एक मिनिट के लिए बाहर चले जाए तो वो ग्लास मे गोली मिला दे !
जीजा - - - लगता है तू मानेगा नहीं ! अपनी बहन के सामान ही जिद्दी है !
सन्नी - - अरे जीजाजी अब जाओ भी डरो मत ! सन्नी की बात से ताव मे आकर सुनील बाहर जाकर कामया को कॉल करने लगा और इधर सन्नी ने फ़ौरन पूडिया खोल कर दवाई ग्लास मे मिला दी ! सुनील के साथ वही हुआ जो होना था कामया की डाँट खाकर वो अंदर आ गया और मरी सी आवाज़ मे बोला
जीजा - - - देखा बेटा आख़िर तूने डाँट खिला ही दी ना ? अब तो उसे ये भी पता चल गया है क़ि हम यहाँ पी रहे हैं ! लेकिन अब सन्नी को जीजा की बातों मे कोई इंटेरेस्ट नहीं था उसे तो बस इंतज़ार था क़ि जीजा अपना तीसरा पेग ख़तम करे ताकि आज वो पूरी रात अपनी कामया जान के साथ बिता सके ! दोनो फिर बातचीत मे लग गये और सुनील ने तीसरा पेग भी ख़त्म कर दिया ! कुछ देर इधर उधर की बात करते करते सुनील वहीं सन्नी के बेड मे पसर गया और खर्राटते लेने लगा ! सन्नी चुपचाप उसकी नींद पक्की हो जाने का इंतज़ार करने लगा ! लगभग आधे घंटे बाद जीजा का फोन बजने लगा सन्नी ने देखा की कामया का फोन आ रहा है ! लेकिन सुनील पूरी तरह से नीम बेहोशी मे था उसे फोन से कोई फ़र्क नहीं पड़ रहा था ! सन्नी ने फोन उठाया -सन्नी - - - हाँ दीदी
कामया - - - अरे तेरे जीजा जी कहाँ हैं ?
सन्नी - - - वो अभी टाय्लेट मे गये हैं
कामया - - - क्यों आज सोने नहीं आना क्या ?
सन्नी - - - अरे आना हैं ना ? आज तो उन्हे सोने का कुछ ज़्यादा ही मज़ा आने वाला है ?
कामया - - - ज़्यादा मतलब ??
सन्नी - - - एक तरफ शराब का नशा दूसरी तरफ आपके शवाब का नशा !!!
कामया - - - पगले चुपकर ! वो सुन लेंगे ? उन्हे भेज देना नौ बज गये हैं ?
सन्नी - - - बस दस मिनिट मे वो आपके पास होंगे बस आप तैयार हो जाओ !
कामया - -- तैयार हो जाओ मतलब ? अब मुझे कहाँ के लिए तैयार होना है ?
सन्नी - - - अपने हनिमून के लिए ! क्या ऐसे ही सूखी सूखी सो जाओगी !
कामया - -- सन्नी तू ना बहुत बिगड़ गया है आजकल ! बहुत मारूँगी तुझे ! और फिर कामया ने फोन काट दिया ! सन्नी की बातों ने कामया के दिल मे भी हसरतें जगा दी ! उसने सुन रखा था क़ि दारू पीने के बाद मर्द कुछ ज़्यादा ही वाइल्ड हो जाते हैं ! एक बार मदनलाल भी उसके पास दारू पीकर आए थे और कुछ ज़्यादा ही बेदर्दी से उसके अंग प्रत्यंग को मसल रहे थे ! उसने सोचा क़ि क्या सुनील भी कुछ वाइल्ड या किकी होगा ? पता नहीं क्यों उसका दिल कुछ अधिक ही रोमांटिक हो गया ! उसने एक बहुत ही सेक्सी लिंगरी पहनी और उसके उपर बदनदर्शी हाफ लेंग्थ नाइटी पहन कर सुनील का इंतज़ार करने लगी !
इधर सन्नी जीजा की तुन्न हालत देखकर समझ गया की जीजा सुबह भी बिना झींझोड़े नहीं उठने वाला ! सन्नी ने जीजा का फोन ऑफ किया , कमरे मे ताला लगाया और चावी अपनी जेब मे रख अपनी सुहाग रात मनाने कामया के रूम की ओर चल दिया ! कामया तकिये मे कोहनी टिकाए इंतज़ार कर रही थी ,जैसे ही कमरे मे टक टक हुई वो बड़ी नज़ाकत से उठी धीरे से चितकनि खोली और फिर दरवाजे के ही पीछे दीवार से चिपक कर खड़ी हो गई ! उसे अपनी अल्ट्रा शॉर्ट नाइटी के कारण शरम आ रही थी ! इसलिए उसने अपनी आँख भी बंद कर ली थी ! सन्नी ने दरवाज़ा धकेला और अंदर झाँका तो कोई नहीं दिखा मगर उसे तुरंत ही दरवाजे के पीछे से साँसों की आवाज़ सुनाई दे गई और वो समझ गया की उसकी मस्तानी दीदी दरवाज़े के जस्ट पीछे है ! उसने अंदर कदम रखा और जैसे ही कामया को देखा तो उसकी साँसे ही रुकने लगी !



दो पेग शराब का नशा पहले से ही चढ़ा था और अब कामया की नशीली जवानी का नशा चढ़ने लगा ! उसने आहिस्ता से डोर लॉक किया और कामया के करीब आ गया ! उसने धीरे से कामया को बाहों मे लिया और उसके होंठों मे अपने होंठ जोड़ दिए ! कामया एक दम से गनगना गई उसे थोड़ी सी दारू की गंध आ रही थी मगर वो बहुत ज़्यादा भी नहीं थी ! सन्नी अपनी सेक्सी बहन के होंठ चूसने लगा और उसके हाथो ने कामया के संतरों को निचोड़ना चालू कर दिया ! कामया उसे सुनील ही समझ रही थी ! आज उसे सुनील के हाथ कुछ सख़्त और बेदर्द लग रहे थे मगर वो इसे शराब का असर समझ रही थी !
सन्नी बावला सा उसकी जांघों को सहलाने लगा और कामया की पूरी गर्दन पर चुंबनों की बौछार करने लगा ! अचानक सन्नी नीचे बैठ गया और कामया की कातिल जांघों को चाटने लगा ! कामया हैरान थी सुनील ने कभी इस तरह उसकी जांघों को कभी नहीं चाटा था वो सोचने लगी काश सुनील पहले से ही थोड़ा पीने लगे होते ! मक्खन सी चिकनी और दूध सी सफेद बेहद ही आकर्षक तराशि हुई जांघों की जोड़ी को देख कर तो सन्नी बिल्कुल पागला ही गया ! दीदी की ये मर्दमार जांघें उसकी सबसे बड़ी कमज़ोरी बन चुकी थी ! वो उन झांघों पर ऐसे पिल पड़ा जैसे भूखा कुत्ता सूखी हड्डी पर पिल पड़ता है ! वो बिल्कुल जंगली ढंग से कामया को ट्रीट कर रहा था ! कामया के मुख से सिसकारी निकलने लगी वो इसे सुनील के ऊपर शराब का असर समझ रही थी ! सन्नी जहाँ तहाँ कामया की गदराई जांघों को नोचने खसोटने लगा ! काफ़ी देर तक कामया की मलाईदार थाइस को चूमने चाटने और काटने के बाद सन्नी ने कामया की नाइटी उतारानी चालू कर दी !कामया ने भी आँख बंद किए ही अपने हाथ उपर किए और नाइटी को उतर जाने दिया !
नाइटी उतरते ही कामया का नया रूप सामने आ गया ! उसने पिंक कलर की बहुत ही सेक्सी लिंगरी पहन रखी थी ! लिंगरी के अंदर से कामया का एक एक अंग निखर रहा था !
  


सन्नी एक बार फिर अपनी जाने मन के बदन पर टूट पड़ा ! कामया अभी भी आँख बंद किए अपने जिस्म की हर अंग को किए जाने वाले प्यार का मज़ा ले रही थी ! सन्नी घुटनो के बाल बैठ गया और नीचे से कामया को चूमना शुरू कर दिया ! कामया की दोनो जांघों को चूमता वो पेट पर पहुँचा और नाभि मे जीभ डाल कर कुरेदने लगा ! कामया तड़प कर ज़ोर ज़ोर से सिसकारी लेने लगी !
कामया - - - ओह उई मा ! प्लीज़ मत करो ! गुदगुदी हो रही है ! सन्नी कुछ बोलना चाहता था पर उसे याद आ गया क़ि कामया उसे जीजा जी समझ रही है सो वो चुप रहा गया ! छाती पर पहुँच कर वो कुछ देर तक नेट वाली ब्रा के ऊपर से ही कामया के दूध . रहा ! कामया के पुर बदन मे आग लग चुकी थी ! वो ज़ोर ज़ोर से साँस लेने लगी और अपनी जांघों को आपस मे रगड़ने लगी ! तब सन्नी ने कंधे से उसकी स्ट्रीप हटाई और बूब्स को नंगा कर दिया ! अब कामया के अमृत कलश अपने पूरे निखार मे उसकी आँखों के सामने थे ! सन्नी ने दोनो को हाथों मे पकड़ा और बड़े प्यार से मसलने लगा ! कामया सिर्फ़ आहें भर रही थी और ना करने को कह रही थी ! फिर सन्नी ने कामया की पूरी लिंगरी ही उतार दी जिससे वो केवल एक छोटी सी पेंटी मे ही रह गई ! जेबरा पेटार्न की पेंटी मे कामया बहुत ही मादक और सेक्सी लग रही थी ! सन्नी ने उसके एक बूब्स को उठाया और झुक कर अपने होंठो मे भर लिया ! कामया के मुख से कराह निकल पड़ी ! सन्नी उसके बदन से खेलते खेलते खुद को भी अपने कपड़े से आज़ाद कर चुका था और उसका लंड अब खुले मे फंफना रहा था ! कामया का बदन दीवार से टिका था और सन्नी एक बूब को चूसता तो दूसरे को एक हाथ से मसलता ! अपने दूसरे हाथ को वो कामया के पुर बदन मे फेर रहा था ! कामया आज सुनील का इतना वाइल्ड रूप देख कर चकित थी और वो अपने को संभाल नहीं पाई और उसने दीवार से टिके टिके ही झड़ना चालू कर दिया ! झड़ते हुए वो चिल्लाई
कामया - - - आ सुनील आज तुम्हे क्या हो गया है ! तुम पहले तो इतना प्यार कभी नहीं करते थे और बोलते बोलते उसने हाथ नीचे कर लंड पकड़ लिया !
  


जैसे ही कामया के हाथ मे सन्नी का लंड आया वो एकदम से चौंक पड़ी ! कहाँ तो सुनील का चुन्नु से लंड और कहाँ ये फौलादी लंड उसके हाथ मे आ गया था ! घबडा कर कामया ने आँख खोली तो उसके मुँह से चीख निकल गई
कामया - - - भैया तुम ?????? वो वो कहाँ हैं तुम्हारे जीजा जी ? और आप यहाँ क्या कर रहे हो ?
सन्नी - - - जानेमन जीजा जी तो सो गये हैं इसलिए आज की रात तुम्हारे साथ हनिमून मनाने मैं आ गया हूँ !
कामया - - - क्या ??? पागल मत बनो ! आप जाओ यहाँ से कहीं वो ना आ जाएँ !
सन्नी - - - रानी आज की रात वो आ ही नहीं सकते !
कामया - - क्यों ?? क्या हो गया है उन्हे ?
सन्नी - - - कुछ नहीं बस तीन पेग का नशा है और ऊपर से तीन नींद की गोली का नशा है ! अब तो सुबह भी उनके ऊपर पानी डालना पड़ेगा तब ही उठ पाएँगे !
कामया - - नहीं भैया मुझे डर लग रहा है कहीं नींद खुल गई तो ? आप रात यहाँ कैसे रह सकते हैं ?सन्नी - - - यार मैं कह रहा हूँ ना डरने की कोई ज़रूरत नहीं है ! मैने उनका मोबाइल भी बंद कर दिया हैं और दरवाजा लॉक कर के चावी भी साथ ले आया हूँ ! पहली बात तो उनकी नींद टूट ही नहीं सकती दूसरी बात अगर टूट भी गई बाहर आ नहीं सकते !! जान तुम्हे टेंसन लेने की कोई ज़रूरत नहीं है !
कामया - - - नहीं भैया मुझे बहुत डर लग रहा है ! प्लीज़ आप समझो और यहाँ से जाओ !
सन्नी - - - दीदी क्या आप को मुझ पर भरोसा नहीं है ! आप तो जानती हैं क़ि आपके सिर्फ़ एक गोली देने से बाबूजी रात भर सोए रहते थे फिर जीजा जी ने तो तीन गोली खाई है ! बस आप चिंता मत करो और अपने होने वाले बच्चे के बाप के साथ आराम से सुहाग रात मनाओ !
कामया को अब इतना तो समझ आ गया था की सन्नी कोई कच्चा खिलाड़ी नहीं है और वो पूरा काम कर के आया है ! लेकिन वो अब भी डरी हुई थी पति के होटेल मे ही रहते पूरी रात सन्नी के साथ गुजारना भय पैदा करने वाला था !
कामया - - भैया मुझे अब भी डर लग रहा है ! और आप सुहाग रात तो पहले भी कई बार मना चुके हो फिर आज कौन सी नई बात है !
सन्नी - - - दीदी वो सब रात नहीं सिर्फ़ घंटे भर की बात होती थी ! आज मुझे सारी रात अपनी प्यारी सेक्शी दीदी को प्यार करना है बस ! अब तुम एक शब्द भी नहीं बोलॉगी इस बारे मे और सन्नी ने फिर से कामया की चूची को मुँह मे भर लिया ! कामया अब बेबस हो गई थी और उसने भैया के सामने समर्पण कर दिया ! सन्नी ने उसके बदन का एक मात्र कपड़ा पेंटी भी उतार दी ! कामया चुपचाप उसके हिसाब से चलने लगी ! सन्नी ने कामया को अच्छी तरह से दीवार मे टिकाया और उसकी टांगे फैला दी और खुद घुटनो के बल बैठ गया ! कामया आगे होने वाली घटना की कल्पना से ही खुमारी मे आने लगी ! सन्नी ने अपनी लपलपाटी जीभ कामया की चूत मे लगा दी ! कामया सिर से पाँव तक काँप उठी ! सन्नी ने कामया की पाव भाजी सी बुर को नीचे से ऊपर तक चाटना शुरू कर दिया ! कामया के मुख से शी शी की आवाज़ आने लगी
कामया ---- शी शी ओह भैया आ क्या कर रहे हो मत करो ना प्लीज़ ! कामया बोल तो रही थी मत करो मगर सन्नी के सिर को पकड़ कर अपनी प्यासी चूत मे दबाए चली जा रही थी ! अब उसके मुख से उट पटांग शब्द निकलने लगे !
कामया - - - आह भैया खा जाओ इसको ! आपको बहुत अच्छी लगती है ना ये खा जाओ पूरी ! तुम्हारे ही लिए है ये ! तुम्हारे जीजा ने तो कभी इसे टेस्ट भी नहीं किया !
सन्नी - - - हाँ रानी मेरे लिए ही है ये ,जीजा जी किस्मत मे ऐसा आनंद कहाँ है की वो मेरी दीदी की बुर का स्वाद ले सके ! रानी तू मेरी प्यारी बहना है इसलिए तेरी बुर भी मैं ही चाखूँगा ! 



उसके बाद तो सन्नी कामया के बदन पर टूट पड़ा ! कभी वो खड़ा होकर कामया को कस के पकड़ लेता जिससे उसका लंड उसकी जांघों के बीच से पीछे गांद तक निकल आता ! तो कभी कभी कामया को पलटाता और उसकी गांद को खाने लगता ! वो अपनी दीदी की गांद को पकड़ कर फैला देता और उसकी दरार मे मुँह डाल कर उसे चाटने लगता !!
 


सन्नी की हरकतों ने कामया के पूरे बदन मे शोले भड़का दिए थे ! वो सिर्फ़ और सिर्फ़ शी शी ही कर पा रही थी ! और आख़िर मे शी शी करते हुए वो एक बार फिर झद गई ! आज वो बिना लंड अंदर लिए दो बार झद चुकी थी वो भी दीवार के सहारे खड़े खड़े ही ! अब उसके अंदर लंड खाने की जबरदस्त भूख जाग चुकी थी ! उसने कहा
कामया - - - भैया मेरे पैर दर्द देने लगे हैं ! क्या बिस्तर मे नहीं चलोगे !
सन्नी - - - ज़रूर चलेंगे बहना ! असली खेल तो बिस्तर मे ही होगा ! मैं जाकर लेट रहा हूँ तू भी आजा ! सन्नी जाकर बेड मे लेट गया ! उधर कामया अभी भी वहीं खड़े खड़े हुए गुज़रे हुए पल को याद कर रही थी ! सन्नी ने कामया की तरफ देखा वो नंगी बेहद ही सेक्सी दिख रही थी ! सन्नी इतनी बार उसको चोद चुका था मगर अभी भी उसके जिस्म को देखने से उसका दिल नहीं भरता था ! दोनो एक दूसरे को कामुक नज़रों से देखने लगे !
 


सन्नी - - - दीदी आओ ना ! देखो ये तुम्हारे प्यार के लिए तरश रहा है ! उसने लंड को मसलते हुए कहा !
कामया - - - क्यों क्या मैने इसे कभी प्यार नहीं किया !
सन्नी - - - किया तो है पर अभी इस वक्त तो केवल तुमने प्यार पाया है इसे प्यार दिया कहाँ ?
कामया - - - ठीक है अब मेरी बारी है प्यार करने की ! अब इस बच्चू को खूब प्यार करूँगी !
फिर सन्नी के दिल की धड़कन कामया अपनी कमर को लचकाती गांद को मटकाती हुई बड़ी सेक्सी अदा से आकर बेड मे बैठ गई ! कुछ देर तक वो अपने भैया के बदमाश को घूरती रही फिर उसे हाथ मे थाम कर बोली
कामया - - - ठहर जा बच्चू आज तेरी खूब खबर लेती हूँ और ऐसा कहते कहते उसने सुपादे को जीभ से चाटना शुरू कर दिया ! सन्नी सिसकारी भरने लगा ! कामया अपनी उंगलियों से उसके अंडों को भी सहला रही थी ! सन्नी ने जो सुख कुछ देर पहले अपनी बहन को दिया था वही उसकी दीदी अब उसे लौटा रही थी ! कुछ देर तक कामया केवल सुपादे को ही चूसति रही तो सन्नी बोल पड़ा
सन्नी - - - आ दीदी पूरा अंदर लो ना ! पूरा लंड चूस ना यार ! गले तक उतार ले बहना !
कामया अपने भैया की तड़प देख मुश्कारा उठी और लंड को पूरी गहराई तक अंदर कर दी ! जैसा प्यार कामया ने पाया था वैसा ही वो अपने भैया के साथ सलूक कर रही थी ! अब वो सही मायने मे घायल शेरनी बन गई थी जिसे सन्नी ने अपने कामस्त्र से घायल कर दिया था ! कामया लंड को ऐसे चूस रही थी जैसे कोई छोटी सी बच्ची लोलीपोप चूस रही हो !
 


इधर सन्नी भी उसकी भारी भरकम झांघों को सहला रहा था ! कामया का जंगलीपना बहुत बढ़ गया तो सन्नी भी अपने को नहीं रोक पाया और उसने कामया के मुख को अपने कामरस से भरना चालू कर दिया ! कामया भी अपने भैया के रस का एक एक कतरा पी गई ! कुछ देर के आराम के बाद अब सन्नी की बारी थी अपनी दीदी को लक्ष्मण झूला मे झुलाने की तो वो अपनी दीदी के बदन के नाज़ुक अंगों के साथ शुरू हो गया !
कामया - - - भैया क्या है नींद नहीं आ रही क्या ?
सन्नी - - - दीदी आप जैसी पटाखा माल बाजू मे हो तो भला कैसे नींद आ सकती है ! आज तो ना मैं सोने वाला हूँ ना तुम्हे सोने दूँगा !
कामया - - - अच्छा भैया तो क्या करोगे सारी रात ? कामया ने इठलाते हुए कहा !
सन्नी - - - आज सारी रात अपनी प्यारी सेक्सी दीदी को लक्ष्मण झूला मे झुलाऊँगा ! फिर सन्नी तुरंत कामया की दोनो टाँगों के बीच आ गया और लंड को दीदी की बुर के मुहाने मे रख कर एक झटके मे ही खूँटा ठोक दिया ! कामया के मुख से दर्द और मज़े से भरी चीख गूँज गई !
 


फिर तो सारी रात सन्नी कामया का बाजा बजाता रहा! कभी वो उसे घोड़ी बना कर चोदता तो कभी उसे अपने ऊपर कर झुलाता ,कामया ना ना कह कह के थक गई मगर सन्नी नहीं माना ! रात के दो बजे जब वो चौथी बार दीदी पर चड़ा तो कामया बोली
कामया - - - भैया बस अब मत करो ! बहुत दर्द दे रहा है ! ऐसा लग रा है जैसे अंदर से मेरी फट गई है !
सन्नी - - - बस दीदी ये आख़िरी बार है बस थोड़ा सा और सहले अपने भैया के लिए !
कामया - - - थोड़ा सा कहाँ भैया ! आपका कितना बड़ा है बिल्कुल घोड़े जैसा और तो और आप एक बार शुरू हो जाते हो तो ख़त्म ही नहीं होते ! कामया के बोलते बोलते तक सन्नी उसे लिए लिए पलटा गया अब भाई नीचे और बहन ऊपर बैठ कर झूला झूल रही थी !
 


दो पेग का नशा भी उसे कुछ ज़्यादा ही उग्र बना रहा था जिस कारण आज वो अपनी बहन के नाज़ुक अंग की दाज्जियाँ उड़ा रहा था ! कामया के लिए भी उसके हनिमून की आज की रात उसके लिए सारी जिंदगी के लिए यादगार बनने वाली थी ! सुबह पाँच बजे जब वो कामया के कमरे से निकला तो कामया से उठा भी नही जा रहा था ! बड़ी मुश्किल से वो कमरा बंद कर पाई !       










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