Saturday, January 30, 2016

FUN-MAZA-MASTI अभी तो खेल बाकी है

FUN-MAZA-MASTI

अभी तो खेल बाकी है


सभी पाठकों को हॉट बॉय का प्यार भरा नमस्कार।
मैं रोज की तरह कॉलेज जा रहा था। मैं सुबह-सुबह निकल जाता हूँ क्योंकि रोज काफी लोग जोगिंग के लिए आते थे। उनमें काफी लड़कियाँ और भाभी भी होती थी! जब मैं उनको जोगिंग-ड्रेस में देखता तो मेरा तो खड़ा हो जाता था और कभी कभी निकल भी जाता था। क्या नजारा होता था सुबह सुबह रोज…
उस दोरान एक भाभी कभी कभी मुझे देख कर मुस्कुरा देती थी और मैं भी मुस्कुरा देता था। ऐसे ही चलता रहा एक-दो महीना !
फिर एक दिन मैंने हिम्मत करके गुड मोर्निंग कहा तो उन्होंने भी गुड मोर्निंग कहा।
फिर मैंने पूछा- आपका क्या नाम है?
तो उसने कहा- मीरा !
मैंने सोचा कि चलो बात शुरु हुई तो कुछ तो होगा।
उसके बाद रोज सुबह मैं जल्दी जाता और हम लोग जोगिंग करते-करते बाते करते थे। मैं भी जोगिंग कर लिया करता था क्योंकि जबरदस्त भाभी जो मिली थी- उसका फिगर क्या कमाल का था 36-28-38, मुझसे 4-5 साल बड़ी होगी वो।
वो कोई सर्विस नहीं करती थी, उसके पति का बिज़नस जो था, कुछ एक्सपोर्ट का काम करता था जो ज्यादातर बाहर ही रहता था।
फिर बातों बातों में मैं रोज कुछ न कुछ नया पूछ लेता था। हम लोग काफी खुल गए थे। जब धीरे-धीरे मैंने सेक्स के बारे में पूछना शुरु किया तो वो खुल कर जवाब देने लगी थी।
एक बार मैंने पूछा- सेक्स में लड़की को सबसे ज्यादा कैसे मजा दे सकते हैं?
तो उसने मुझे मुस्कुराते हुए कहा- तुम तो धीरे-धीरे बहुत रुचि ले रहे हो सेक्स में !
तो मैंने कहा- बताओ ना !
तब उसने कहा- दो दिन बाद तुम मेरे घर पर आ जाना, मैं तुम्हें सब समझा दूँगी।
मुझे तुरंत दिमाग में झटका सा लगा कि अब मेरी चुदाई हो जायेगी, चिड़िया फंस गई !
जब मैं उसके घर गया तो पता चला कि वो पति पत्नी और उसकी सास भी साथ में रहती थी। उसका पति तो बाहर गया था एक हप्ते के लिए और उसके सास भी गाँव गई थी। घर में अब वो अकेली थी और मैं गया तो देखा कि बहुत बड़ा घर था। मुझे उसने ड्राइंग रूम में बैठने को कहा और मेरे लिए शरबत लाई। हम लोग शरबत पीने लगे और बातें करने लगे।
तभी मैंने पूछा- कैसे किसी लड़की या औरत को ज्यादा मजा दे सकते हैं ?
वो बोली- तुमने कभी सेक्स किया है?
मैंने कहा- नहीं !
मीरा ने कहा- तो पहले तुम को अनुभव लेना पड़ेगा !
मैंने कहा- कैसे ? मेरी तो गर्ल फ्रेंड भी नहीं है।
तो वो बोली- अरे बुद्धू ! मैंने तुम्हें यहाँ किस लिए बुलाया है !
फिर मुझे कहा- चलो, मैं तुम्हें कुछ सिखाती हूँ..
वो मुझे बेडरूम में ले गई। क्या कमाल का बेडरूम था !
उसने मुझे पास खींचते हुए कहा- लड़की तो ऐसे चूमते हैं !
और उसने मुझे चूम लिया…
क्या गुलाब की पंखुड़ियों जैसे होँठ थे उसके !
उसके बाद उसने अपनी जीब मेरे मुँह में डाल दी और मैंने भी ऐसे ही अपनी जीभ उसके मुँह में डाली और वो चूसने लगी।
मैंने उसकी कमर में हाथ डाल कर उसे खींचा, उसने मेरे चूतड़ों को दबा दिया। ऐसे ही हम लोग 5 से 7 मिनट तक चूमते। यह मेरा पहला चुम्बन था।
फिर उसका हाथ मेरे लण्ड पर गया और सहलाने लगी। फ़िर पैंट के बाहर निकाल कर बोली- देखो तुमको मालूम है कि इसके लिए लड़की कुछ भी कर सकती है !
मैं खड़ा था और वो मेरे लण्ड को मुँह में लेकर चूसने लगी।
अरे यारो, क्या मजा था वो ! मीरा मेरा लण्ड लॉलीपोप की तरह चूस रही थी, मेरे चूतड़ों को दबा रही थी और मेरी दोनों गोटी को धीरे-धीरे दबा रही थी ! धीरे धीरे वो मुँह में अन्दर-बाहर करने लगी।
मैं अपने आप को रोक नहीं पा रहा था। वो तो जैसे प्यासी शेरनी के तरह चूसे ही जा रही थी। क्या स्टाइल से चूस रही थी, जैसे उसको लम्बा अनुभव हो। जैसे-जैसे वो अन्दर-बाहर करती गई, मैं उम्म्म …. आआ..ह्ह्ह्ह.. करते-करते करीब 10-12 मिनट के बाद में झड़ गया !
उसने पूछा- मजा आया ?
मैंने कहा- हाँ !
वो बोली- चल अब बताती हूँ कि लड़की को कैसे मजा आता है।
वो अपने कपड़े निकाल कर बेड पर लेट गई और मुझे कहा- इस रानी को तू खा सकता है ?
कसम से, क्या चूत थी… एकदम गुलाबी।
थोड़ी ही देर में मैं भी पूरा नंगा हो गया…।
मेरा एक हाथ उसकी चूचियों पर चल रहा था और दूसरा उसकी चूत पर। चूत भट्ठी हो रही थी और पूरी गीली हो चुकी थी…
उसकी साँसें तेज़ और गर्म थीं जो मुझे महसूस हो रही थी। सपनों में तो उसे कितनी बार चोद चुका था, पर आज सपना सच लग रहा था। उसकी गुलाबी चूत को मैं अपनी जीभ से चाट रहा था और उसके दाने को जीभ से हिला रहा था।
तब उसने कहा- जीभ को अन्दर-बाहर कर !
तो मैंने उसे जीभ से ही चोदना चालू किया और झटके मार-मार कर चूस रहा था।
थोड़ी ही देर में वो उम्म्म आःह्ह्हाम करने लगी और मैं जीभ को तेज करता गया। जैसे जीभ तेज होती गई, उसकी आवाज और जोर से आने लगी- उम्म्मम्म अल्ल उम्म्म्मा ओह्ह्ह और उसकी चूत से मस्त स्राव होने लगा जिसे मैं चाट गया और वो झड़ गई !
मैंने कहा- क्या सब लोग ऐसा ही करके मजा लेते हैं ?
उसने कहा- हाँ !
फिर मैं कपड़े पहनने लगा तो वो बोली- मेरे राजा ! अभी तो खेल बाकी है !
फिर उसने मुझे अपने पास बुलाया और मेरे लटके लण्ड को सहलाने लगी !
और मैं उसके बोबे सहलाने लगा। थोड़ी ही देर में मेरे लण्ड में फिर उफ़ान आया और उसने मुझे कहा- चल अब ऊपर आजा मेरे राज्जा !
मैं उसके दोनों पैरों के बीच में था और वो मेरे नीचे ! मैंने अपना लण्ड उसकी चूत पर रखा और धक्का दे दिया मगर मेरा लण्ड निशाने पर नहीं लगा। तभी वो हंस कर बोली- मेरे राजा, यही तो मजा है नए खिलाड़ी के साथ ! और उसने मेरे लण्ड को पकड़ कर अपनी चूत पर रखा और कहा- जोर लगा दे !
और मेरे एक धक्के में लण्ड चूत में चला गया। फिर तो धक्के पर धक्के लगातार ……..
मैं ऊपर से जोर लगाता, वो नीचे से और ज्यादा जोर से मारती ! धक्के तेज होने लगे, मैं उसे चूमने लगा और उसके बोबे भी दबा कर चूस रहा था और वो मेरे चूतड़ों को अपनी और खींच रही थी।
उसके चूत में से फिर से स्राव होने लगा जिसकी वजह से कमरे में खाच्क्क खाच्च्का की आवाज आने लगी और उसके मुँह से भी उम्मम्म्म्म अह्ह्ह्ह्हा अरीईईए जोर से ……… और जोर से ! उम्म्म्मम्म्म्मम्म !
दोनों की सांसें तेज होती जा रही थी और मैं झड़ने वाला था। मैंने कहा- अरे, फिर से मेरा निकलने वाला है !
वो बोली- मेरा भी !
और दोनों ने अपनी रफ़्तार बढ़ा दी। उसने मुझे जकड़ लिया और चूत में से पानी निकलने लगा जिसकी वजह से मेरा लण्ड फिसलने लगा और में भी उम्म्मम्म्म्मम्म कर के झड़ गया !!
और थोड़ी देर उसके ऊपर ही पड़ा रहा फिर हम दोनों बारी-बारी करके बाथरूम में फ्रेश हो गए और उसने चाय और नाश्ता लाकर मुझे कहा- चलो नाश्ता कर लो !
फिर नाश्ता करके मैंने कहा- अब मैं चलता हूँ वरना देर हो जाएगी तो घर पर सब चिंता करेंगे।
तो वो बोली- एक मिनट !
मैंने कहा- क्यों ?
तो वो बोली- यह तुम्हारा इनाम है !
और बोली- एक मोबाइल ले लेना ! जब भी मैं फ़ोन करूँ, आ जाना।
मैंने कहा- ठीक है, मैं आ जाउँगा जब तुम बोलोगी !
और उस दिन के बाद मैं उसकी कई सहेलियों को मिला हूँ और मुझे भी याद नहीं कि कितनी रात मैंने बाहर बिताई हैं !
दोस्तों इस तरह से मैं एक सीधे साधे लड़के से कॉल-बॉय बन गया।









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