Thursday, August 18, 2011

हिंदी सेक्सी कहानियाँ डॉक्टर की चूत चुदाई --3



हिंदी सेक्सी कहानियाँ

डॉक्टर की चूत चुदाई --3

गतान्क से आगे...............................

वो अब झटके मारने लगा. फिर ढेर सारा गरम गरम वीर्य उसके लिंग से निकल कर मेरे गले से होता हुआ मेरे पेट मे समाने लगा. मेरी आँखें दर्द से उबली पड़ी थी. दम घुट रहा था. काफ़ी सारा वीर्य पिलाने के बाद लिंग को मेरे मुँह से निकाला. उसका लिंग अब भी झटके खा रहा था. और बूँद बूँद वीर्य अब भी टपक रहा था. मेरे होंठों से उसके लिंग तक वीर्य एक रेशम की डोर की तरह चिपका हुआ था. मैं ज़ोर ज़ोर से साँसें ले रही थी.


अरुण पीछे से ज़ोर ज़ोर से धक्के दे रहा था. और मैं हर धक्के के साथ मुकुल के ढीले पड़े लिंग से भिड़ रही थी. मैं सिर को उत्तेजना से झटकने लगी "अयीयैयियी माआ ऊऊहह हुम्म्म्प्प" जैसी उत्तेजित आवाज़ें निकालने लगी. मेरी योनि ने ढेर सारा रस छ्चोड़ दिया. मगर उसकी रफ़्तार में कोई कमी नहीं आई थी. मेरी बाहें मुझे और थामे ना रख सकी. और मैने अपना सिर मुकुल की गोद मे रख दिया. काफ़ी देर तक धक्के मारने के बाद उसके लिंग ने अपनी धार से मेरी योनि को लबालब भर दिया.


हम तीनो गहरी गहरी साँसें ले रहे थे. खेल तो अभी शुरू ही हुआ था. दोनो ने कुच्छ देर सुस्ताने के बाद अपनी जगह बदल ली. अरुण ने मेरे मुख मे डाल दिया तो मुकुल मेरी योनि पे चोट करने लगा. दोनो ने करीब आधे घंटे तक मेरी इसी तरह से जगह बदल कर चुदाई की. मैं तो दोनो का स्टॅमिना देख कर हैरान थी. दोनो ने दोबारा मेरे बदन पर वीर्य की वर्षा की.


मैं उनके सीने से चिपकी साँसे ले रही थी. "अब तो छ्चोड़ दो. अब तो तुम दोनो ने अपने मन की मुराद पूरी कर ली. मुझे अब आराम करने दो." मैने कहा. मगर दोनो मे से कोई भी मेरी मिन्नतें सुनने के मूड में नहीं लगा. कुच्छ देर तक मेरे बदन से खेलने के बाद दोनो के लिंग मे फिर दम आने लगा. अरुण सीट पर अब लेट गया और मुझे उपर आने का इशारा किया. मैं कुच्छ कहती उस से पहले मुकुल ने मुझे उठाकर उसके लिंग पर बैठा दिया. मैने अपने योनि द्वार को अरुण के खड़े लिंग पर टीकाया. अरुण ने अपने लिंग को दरवाजे पर लगाया.


मैं धीरे धीरे उसके लिंग पर बैठ गयी. पूरा लिंग अंदर लेने के बाद मैं उसके लिंग पर उठने बैठने लगी. तभी दोनो के बीच आँखों ही आँखों मे कोई इशारा हुआ. अरुण ने मुझे खींच कर अपने नग्न बदन से चिपका लिया. अरुण मेरे नितंबों को फैला कर मेरे पिच्छले द्वार पर उंगली से सहलाने लगा. फिर उंगली को कुच्छ अंदर तक घुसा दिया. मैं चिहुनक उठी. मैं उसका इरादा समझ कर सिर को इनकार मे हिलाने लगी तो अरुण ने मेरे होंठ अपने होंठों मे दबा लिए. मुकुल ने अपनी उंगली निकाल कर मेरे योनि से बहते हुए रस को अपने लिंग और मेरी योनि पर लगा दिया. मैं इन दोनो बलिष्ठ आदमियों के बीच बिल्कुल आशय महसूस कर रही थी.


दोनो मेरे बदन को जैसी मर्ज़ी वैसे मसल रहे थे. मुकुल ने अपना लिंग मेरे गुदा द्वार पर सटा दिया. "नहीं प्लीज़ वहाँ नहीं" मैने लगभग रोते हुए कहा "मैं तुम दोनो को सारी रात मेरे बदन से खेलने दूँगी मगर मुझे इस तरह मत करो मई मार जाउन्गि" मगर मुकुल अपने काम मे जुटा रहा. मैं हाथ पैर मार रही थी मगर अरुण ने अपने बलिष्ठ बाहों और पैरों से मुझे बिल्कुल बेबस कर दिया था. मुकुलने मेरे नितंबों को फैला कर एक जोरदार धक्का मारा. "उवूअवियैयीयियी माआ मर गेययी" मेरी चीख पूरे जंगल में गूँज गयी. मगर दोनो हंस रहे थे.


"थोड़ा सबार करो सब ठीक हो जाएगा. सारा दर्द ख़त्म हो जाएगा." मुकुल ने मुझे समझाने की कोशिश की. मेरी आँखों से पानी बह निकला. मैदर्द से रोने लगी. दोनो मुझे चुपकरने की कोशिश करने लगे. कुच्छ देर बाद मैं जब शांत हुई तो मुकुल ने धीरे धीरे पूरे लिंग को अंदर कर दिया. मैने और सूरज ने शादी के बाद से ही खूब खेल खेला था मगर उसकी नियत कभी मेरे गुदा पर खराब नहीं हुई.


मगर इन दोनो ने तो मुझे कहीं का नहीं छ्चोड़ा. पूरा लिंग अंदर कर के मुकुल मेरे उपर लेट गया. मैं दोनो के बीच सॅंडविच की तरह लेटी हुई थी. एक तगड़ा लिंग आगे से और एक लिंग पीछे से मेरे बदन मे ठुका हुआ था. दोनो लिंग अंदर कुच्छ ही दूरी पर हुलचूल मचा रहे थे. दोनो ने अपने अपने बदन को हरकत दे दी. मैं दोनो के बीच पीस रही थी. मैं भी मज़े लेने लगी. एक साथ दोनो डिसचार्ज होगये.


मेरे भी फिर से उनके साथ ही डिसचार्ज हो गया. मेरा पूरा बदन गीला गीला हो रहा था. तीनो च्छेदों से वीर्य टपक रहा था. तीनों के "आआआअहूऊऊहह" से जंगल गूँज रहा था. इस ठंड मे भी हम पसीने से भीग रहे थे. मुकुल ने पीछे से एक डिब्बे से कुच्छ सॅंडविच निकाले जो शायद अपने लिए रखे थे.


हम तीनों ने उसी हालत मे आपस मे मिल बाँट कर खाया. फिर से संभोग चालू हुआ तो घंटों चलता रहा दोनो ने मुझे रात भर बुरी तरह झिझोर दिया. कभी आगे से कभी पीछे से कभी मुँह मे हर जगह जी भर कर मालिश की. मेरे पूरे बदन पर वीर्य का मानो लेप चढ़ा हुआ था. संभोग करते करते हम निढाल हो कर वहीं पड़ गये. कभी किसी की आँख खुलती तो मुझे कुच्छ देर तक झींझोरने लगता.


पता ही नहीं चला कब भोर हो गयी. अचानक मेरी आँख खुली तो देखा बाहर लालिमा फैल रही है. मैं दोनो की गोद में बिल्कुल नग्न लेटी थी. मुझे अपनी हालत पर शर्म आने लगी. मैने मिरर पर नज़र डाली तो अपनी हालत देख कर रो पड़ी. होंठ सूज रहे थे चेहरे पर वीर्य सूख कर सफेद पपड़ी बना रहा था. मैं एक झटके से उठी और बाहर निकल कर अपने कपड़े पहने. मुझे अपने आप से घिंन आरहि थी. सड़क के पास ही थोड़ा पानी जमा हुआ था. जिस से अपना चेहरा धो कर अपने आप को व्यवस्थित किया.


दोनो उठ चुके थे. अरुण मेरे बदन से लिपट कर मेरे होंठो को चूम लिया. मैने उसे धकेल कर अपने से अलग किया. "मुझे अपने घर वापस छ्चोड़ दो." मैने गुस्से से कहा. अरुण सामने की सीट पर बैठ कर जीप को स्टार्ट किया. जीप एक ही झटके मे स्टार्ट हो गयी. मैं समझ गयी कि यह सब दोनो की मिली भगत थी. मुझे चोदने के लिए ही सूनसान रास्ते मे गाड़ी खराब कर दिए थे. घंटे भर बाद हम घर पहुँचे. रास्त मे भी दोनो मेरी चुचियों पर हाथ फेरते रहे. मगर मैने दोनो को गुस्से से अपने बदन से अलग रखा.


हम जब तक घर पहुँचे सूरज अपने काम पर निकल चुक्का था जो कि मेरे लिए बहुत ही अच्च्छा रहा वरना उसको मेरी हालत देख कर साफ पता चल जाता कि रात भर मैने क्या क्या गुल खिलाएँ हैं. उस घटना के बाद अरुण ने कई बार मुझे अपने नीच लिटाने की कोशिश की मगर हर बार मैं अपने आप को बचाती रही और किसी को पता भी नहीं चलने दिया...
भाई लोगो कैसी लगी ये मस्त कहानी आप सब को ज़रूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा

समाप्त.



Doctor ki chut chudaai --3

gataank se aage...............................

Who aab jhatke marne laga. Fir dher sara garam garam veerya uske ling se nikal kar mere gale se hota hua mere pet me samane laga. Meri aankhen dard se ubli padi thi. Dum ghut raha tha. Kaafi sara veerya pilane ke baad ling ko mere munh se nikala. Uska ling ab bhi jhatke kha raha tha. Aur boond boond veerya ab bhi tapak raha tha. Mere honthon se uske ling tak veerya ek resham ki dor ki tarah chipka hua tha. Mai jor jor se saansen le rahi thi.


Arun peechhe se jor jor se dhakke de raha tha. Aur mai har dhakke ke sath Mukul ke dheele pade ling se bhid rahi thi. Mai sir ko uttejna se jhatakne lagi "oouiiiii maaa oooohhh hummmpp" jaisi uttejit awajen nikalne lagi. Mery yoni ne dher sara ras chhod diya. Magar uske raftaar men koi kami nahin ayee thi. Meri bahen mujhe aur thame na rakh sakee. Aur mai apna sir Mukul ki god me rakh dee. Kafi der tak dhakke marne ke baad uske ling ne apni dhaar se mer yoni ko labalab bhar diya.


Hum teeno gehari gehari saansen le rahe the. Khel to abhi shuru hi hua tha. Dono ne kuchh der sustaane ke baad apni jagah badal lee. Arun ne mere much me daal diya to Mukul meri yoni pe chot karne laga. Dono ne kareeb adhe ghante tak meri isi tarah se jagah badal kar chudai ki. Mai to dono ka stamina dekh kar hairaan thi. Dono ne dobara mere badan par veerya ki varsha ki.


Mai unke seene se chipke saanse le rahi thi. "aab to chhod do. Aab to tum dono ne apne man ki muraad poori kar lee. Mujhe ab araam karne do." Maine kaha. Magar dono me se koi bhi meri minnaten sunne ke mood men nahin laga. Kuchh der tak mere badan se khelne ke baad dono ke ling me fir dum ane laga. Arun seat par aab let gaya aur mujhe upar aane ka ishara kiya. Mai kuchh kahati us se pahle Mukul ne mujhe uthakar uske ling par baitha diya. Mai apne yoni dwar ko Arun ke khade ling par tikai. Arun ne apne ling ko darwaje par lagaya.


Mai dheere dheere uske ling par baith gayee. Poora ling andar lene ke baad mai uske ling par uthne baithne lagi. Tabhi dono ke beech ankhon hi ankhon me koi ishara hua. Arun ne mujhe kheench kar apne nagn badan se chipka liya. Arun mere nitambon ko faila kar mere pichhle dwar par ungli se sahlane laga. Phir ungli ko kuchh andar tak ghusa diya. Mai chihunk uthi. Mai uska irada samajh kar sir ko inkaar me hilane lagi to Arun ne mere honth apne honthon me daba liye. Mukul ne apni ungli nikaal kar mere yoni se bathe hue ras ko apne ling aur meri yoni par laga diya. Mai in dono balishth aadmiyon ke beech bilkul ashay mahsoos kar rahi thi.


Dono mere badan ko jaisi marji waise masal rahe the. Mukul ne apna ling mere guda dwar per sata diya. "nahin pleeease wahan nahin" maine lagbhag rote hue kaha "mi tum dono ko saari raat mere badan se khelne doongi magar mujhe is tarah mat karo mai mar jaungi" Magar mukul apne kaam me juta raha. Mai haath pair maar rahi thi magar Arun ne apne balishth bahon aur pairon se mujhe bilkul bebas kar diya tha. Mukulne mere nitambon ko faila kar ek jordaar dhakka mara. "uuuuuiiiii maaaa mar gayeee" meri cheekh poore jangal men goonj gayee. Magar dono hans rahe the.


"thoda sbar karo sab thik ho jayega. Saara dard khatm ho jayega." Mukul ne mujhe samjhane ki koshish ki. Meri aankhon se pani bah nikla. Maidard se rone lagi. Dono mujhe chupkarane ki koshish karne lage. Kuchh der baad mai jab shant hui to mukul ne dheere dheere poore ling ko ander kar diya. Maine aur Sooraj ne shaadi ke baad se hi khoob khel khela tha magar uski niyat kabhi mere guda par kharab nahin hui.


Magar in dono ne to mujhe kahin ka nahin chhoda. Poora ling ander kar ke Mukul mere upar let gaya. Mai dono ke beech sandwich ki tarah leti hui thi. Ek tagda ling age se aur ek ling peechhe se mere badan me thuka hua tha. Dono ling andar kuchh hi doori par hulchul macha rahe the. Dono ne apne apne badan ko harkat de di. Mai dono ke beech pis rahi thi. Mai bhi maje lene lagi. Ek saath dono discharge hogaye.


Mere bhi fir se unke saath hi discharge ho gaya. Mera poora badan geela geela ho raha tha. Teeno chhedon se veerya tapak raha tha. Teenon ke "aaaaaaahhhhhoooooohhhh" se jangal goonj raha tha. Is than me bhi hum paseene se bheeg rahe the. Mukul ne peechhe se ek dibbe se kuchh sandwich nikaale jo shayad apne liye rakhe the.


Hum teenon ne usi halat me apas me mil baant kar khaya. Fir se sambhog chalu hua to ghanton chalta raha dono ne mujhe raat bhar buri tarah jhijhor diya. Kabhi age se kabhi peechhe se kabhi munh me har jagah jee bhar kar malish kee. Mere poore badan par veerya ka mano lep chadha hua tha. Sambhog karte karte hum nidhaal ho kar wahin pad gaye. Kabhi kisi ki aankh khulti to mujhe kuchh der tak jhinjhorne lagta.


Pata hi nahin chala kab bhor ho gayi. Achanak meri aankh khuli to dekha bahar lalima fail rahi hai. Mai dono ki god men bilkul nagn leti thi. Mujhe apni halat par sharm ane lagi. Maine mirror par najar daali to apni haalat dekh kar ro padi. Honth sooj rahe the chehre par veerya sookh kar safed papdi bana raha tha. Mai ek jhatke se uthi aur bahar nikal kar apne kapde pahne. Mujhe apne aap se ghinn aarahi thi. Sadak ke paas hi thoda paani jama hua tha. Jis se apna chehra dho kar apne aap ko vyavasthit kiya.


Dono uth chuke the. Arun mere badan se lipat kar mere hontho ko chum liya. Maine use dhakel kar apne se alag kiya. "mujhe apne ghar wapas chhod do." Maine gusse se kaha. Arun samne ki seat par baith kar jeep ko start kiya. Jeep ek hi jhatke me start ho gayi. Mai samajh gayi ki yeh sab dono ki mili bhagat thi. Mujhe chodne ke liye hi soonsaan me gadi kharab kar diye the. Ghante bhar baad hum ghar pahunche. Rast me bhi dono mere urozon par haath ferte rahe. Magar maine dono ko gusse se apne badan sea alag rakha.


Hum jab tak ghar pahunche Sooraj apne kaam par nikal chukka tha jo ki mere liye bahut hi achchha raha warna usko meri halat dekh kar saaf pata chal jaata ki raat bhar maine kya kya gul khilayen hain. Us ghatna ke baad Arun ne kai baar mujhe apne neech litaane ki koshish ki magar har baar mai apne aap ko bachati rahi aur kisi ko pata bhi nahin chalne diy...


SAMAPT.












Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया ,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन ,kamuk-kahaniyan.blogspot.com ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت ,


No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator