हिंदी सेक्सी कहानियाँ
चूत मे भी आग लगती है
सब से पहले मैं अपने शरीर के बारे मे बता दूं. मेरा रंग सांवला और मेरी हाइट कम है. मगर मेरे मम्मे बहुत भारी भारी. पतली कमर के नीचे फिर से भारी चूतड़.
इस तरह मेरा बदन तो सब को सेक्सी लगता था मगर कोई मुझ से दोस्ती नहीं करना चाहता था. जब मैं जवान हुई तब तक मेरे माँ बाप मर चुके थे.
मैं अपनी एक दीदी और जीजा जी के साथ रहती थी. मेरी शादी के बारे मे कोई सोचने वाला ही नहीं था. यह सोच सोच के मैं दुखी होती और मेरी चूत गरम होती रहती. मेरी चूत तब कुच्छ ज़्यादा ही गर्मी दिखाने लगी थी. 19 साल की होते होते मैं चुदने के लिए बेताब रहती थी.
यहाँ तक मेरे जीजा जी ने कई बार मेरे मम्मो पर हाथ डाल कर मुझे अपनी ओर घसीटा था. वैसे तो मैं भी सेक्स चाहती थी मगर दीदी का घर बर्बाद नहीं कर सकती थी. इस लिए जीजा जी को झटक देती थी.
सेक्स के लिए मेरे पहले दो प्रयास विफल रहे. मैं ने सब से पहले गली के लड़के को इशारे कर कर के अपने कमरे तक बुलाया. फिर हम नंगे होने लगे. इस लड़के के सामने जैसे ही मेरे भरे भरे मम्मे और गांद आई उसके के लंड ने पानी छ्चोड़ दिया और ठंडा पड़ गया. फिर मेरे तमाम प्रयास के बाद खड़ा नहीं हुआ. आअख़िर मे मुझे उस लड़के की गांद पे लात मारके भगा देना पड़ा.
दूसरा लड़का कॉलेज से पकड़ के लाई. हम दोनो जल्दी मे थे. झट से नंगे हुए और बिस्तर मे कूद पड़े. मुझे लगा आज सब ठीक होगा. हमने झट पट एक दूसरे के कपड़े उतारे और बिस्तर पे लेट गये. मगर जैसे ही उस लड़के के लंड ने मेरी तड़प्ती चूत के होंठ च्छुए उस का भी माल झड़ने लगा. मेरी चूत गरम गरम माल मे नहा तो ली मगर चुद नहीं पाई. अब मैं और ज़्यादा डेस्परेट हो गयी. क्या चुदाई मेरे नसीब मे नहीं थी?
मगर ईश्वर ने मेरे लिए एक मस्त लंड का इंटेज़ाम कर रखा था और वो मुझे जल्दी ही मिल गया वो भी घर बैठे.
'राज शर्मा' मेरे जीजा जी के बड़े भाई का बेटा था. यह लोग गाओं मे रहते थे और 'राज शर्मा' का सेलेक्षन इंजिनियरिंग मे हो गया, उसी शहर मे जिस मे मैं और मेरी दीदी रहते थे. मेरे जीजा जी पोलीस मे थे इस लिए बाहर पोस्टेड थे. शनिवार और इतवार को घर आते थे.
इन दोनो दिन दीदी और जीजा जी कमरे मे बंद रहते और सोमवार की सुबह सारे कमरे मे जगह जगह दीदी के कपड़े बिखरे होते.
'राज' जब शहर आया तो यह डिसाइड किया गया कि वो हमारे साथ ही रहेगा. 'राज' के बारे मे मैं पहले भी थोड़ा थोड़ा सुन चुकी थी. यह सुना था कि वो गाओं मैं अपनी एक विधवा चाची के साथ खूब ऐश कर चुक्का था और चाची को एक दो बार पेट भी गिरवाना पड़ा था.
हमारे घर मे नीचे की मंज़िल मे एक ड्रॉयिंग रूम, एक बेडरूम और एक किचन थी. और ऊपेर दो कमरे और एक बाथरूम. मैं ऊपेर रहती और दीदी नीचे. "राज' के आते ही उस को ऊपेर वाला दूसरा कमरा मिल गया. यह दोनो कमरे बाथरूम के रास्ते से जुड़ सकते थे. हमारे मज़े के लिए पूरी सेट्लिंग थी.
राज के आते ही मैं ने उस को पटाने के हथकंडे स्टार्ट कर दिए.
उस के सामने (जब दीदी ना हो) तो मैं अपने बूब्स पे दुपट्टा नहीं डालती थी और जब वो पीछे से देखे तब अपने चूतदों को ज़्यादा मटका मटका के चलती थी. यह दो दिन चला. तीसरे दिन मैं ने 'राज' को बताया के मुझे स्टॅटिस्टिक्स बिल्कुल समझ नहीं आती (मैं एकनॉमिक्स मे एम ए कर रही थी प्राइवेट्ली). राज बोला के वो मुझे समझा देगा. हमने शाम को ही स्टॅटिस्टिक्स पढ़ने का कार्यक्रम बना डाला. (मेरा कार्यक्रम तो कुछ और ही था…..)
शाम से पहले मैं अपने शरीर को "राज' की मस्ती के लिए पूरा तैय्यार किया. अपनी चूत के बाल शेव किए. अंडर आर्म्स को क्लीन किया और अच्छा सा स्प्रे लगाया.
शाम को एक टाइट सी ड्रेस पहन कर मैं "राज' के कमरे मे पहुँच गयी. दीदी पड़ोसन मे गप्पें लगाने गयी हुईं थी.
राज और मैं टेबल पर बैठ गये. मेरे मम्मे ड्रेस फाड़ के बाहर आने वाले थे.
और दिल धधक धधक के छाती से बाहर आने वाला था. जब "राज' पढ़ा रहा था तब मेरा ध्यान कहीं और था. मैं ने अपने पैर से चप्पल उतार के उस के पैर पे दबाया. यह मेरी ज़िंदगी का सब से बड़ा इम्तिहान था. क्या होगा "राज' पर इस का रिक्षन?
राज ने भी मेरी जांघों मे हाथ डाल दिया. हे भगवान तू महान हैं. मुझे मेरा यार मिल गया.
फिर तो मैं ने भी राज को पूरा आगे बढ़ने दिया.
राज ने मुझे अपनी बाँहो मे भर लिया. फिर उस ने मुझे उठा लिया और बिस्तर मे पटक दिया. और मेरे कपड़े बदन से अलग होने लगे. मुझे उन की कोई ज़रूरत नहीं थी. मैं भी राज की पॅंट उतार कर उस के लंड को मलने लगी और उस को चुम्मे की बारिश कर दी.
फिर राज की जीभ मेरे मुँह मे धँस गयी. यह मेरे लिए बड़ा मस्त चुम्मा था. किसी मर्द ने इतना क्लोज़ चुम्मा नहीं दिया था मुझे. मेरी जीभ भी उस के मुँह को टटोलने लगी हम मस्त हो चले थे.
अब तक राज ने मेरी ब्रा तक उतार दी थी और मैं अब सिरफ़ एक पॅंटी मे थी. राज मेरी चूचियो को देख कर पागल हो गया. उन्हे कस के मसलता और फिर चूस्ता और काट भी डाला. मैं ने उस की छाती और कान काट डाले.
अब राज के हाथ मेरी पॅंटी मे घुस गये थे. और उस की उंगलियाँ मेरी चूत के होठ पर मस्ती का जादू दे रही थी.
मैं ने भी उस का लंड बाहर निकाल लिया और उस को चूम चूम के इतना मस्त कर दिया के राज के मुँह से सस्स, ससस्स, सस्सस्स निकलने लगी. जब राज की उंगली मेरे दाने (क्लिट्टी) को परेशान करती तो मेरी भी सिसकारी निकल जाती. मैं उस को रोकने की कोई कोशिश नहीं कर रही थी. थोड़ी देर मैं मेरी चूत का दाना बड़ा और गीला हो गया और उस की उंगली को एंजाय करने लगा.
अब राज मुझे चोदने को अधीर हो चला था. मैं भी बेताब थी. मैं चूत की तरफ उस के लंड को खींचा. राज ने मेरी टांगे अपने कंधे पे रखी और अपने लंड की टिप मेरी चूत से मिला दी.
मैं ने सोचा हे भगवान अब कुच्छ गड़बड़ ना हो. आज मुझे चुद लेने देना. भगवान ने मेरी प्रार्थना सुन ली और राज ने अपने लंड पे प्रेशर बढ़ा दिया. मेरी चूत के होंठ इतने खुल चुके थे के उस का सुपरा आसानी से मेरी चूत के होठों मे समा गया.
फिर राज ने फाइनल झटका दिया और दर्द की एक लहर मेरी चूत को पार कर गयी. साथ ही मैं लड़की से औरत बन गयी. दर्द की किस को चिंता थी. मैने राज के लंड को पूरा अंदर लिया और टांगे और फैला कर उस मस्त कर दिया.
मेरी शेव्ड चूत मे राज का लंड पूरा समाया हुआ था. फिर राज ने उस को बाहर निकाला. फिर अंदर तक पेल दिया. एक फूच की आव्आआज़ हुई शायद मेरी चूत के अंदर की हवा चूत और लंड के बीच के गॅप से निकली. सच कहती हूँ बड़ा सेक्सी माहौल बन गया उस आव्आआज़ से.
राज ने पहले धीरे धीरे और फिर तेज़ चोदना शुरू किया. मैं मस्त होने लगी. शरीर मे बड़ी अजीब सी सन सनी होने लगी थी. मैं उस के लंड को अपने पेट तक महसूस कर रही थी और फिर भी और अंदर लेना चाहती थी. इस के लिए मैं उस के कंधे पे लटक सी रही थी और जब राज अंदर का धकका मारता तो मैं अपने चूतड़ ऊपेर सटा देती.
उहह अया की आवाज़े निकल रही थी. और फॅक फॅक की वो सेक्सी आवाज़ लगातार हुए जा रही थी.
फिर मेरे शरीर की हलचल बढ़ने लगी. मेरे पेट की मसल्स बिना रुके सिकुड और फेल रही थी. मस्ती मे पागल सी हो रही थी. और राज मेरी चूत को पेले ही जा रहा था. अब वो उस को कभी कभी गोल गोल भी घुमा रहा था. इस से उस के लंड की जड़ मेरी चूत के होठों पे पूरी रगड़ खा रही थी और चूत रस छ्चोड़ छ्चोड़ कर रस से भर गयी थी.
फिर मुझे लगा एक भूचाल आ गया. मैं अपने होश खो बैठी और ज़ोर ज़ोर से ऊऊओ आआ ऊओ ईई करने लगी. जब यह भूचाल थमा उस से पहले राज ने भी अपने लंड से ढेर सारा माल मेरी चूत मे छ्चोड़ दिया था और निढाल होके मेरे मम्मो की बीच सिर रख कर लेट गया.
बड़ा मस्त लवर मिला था मुझे... क्या मेरी चूत को चाट ता और चोद्ता था...आआआआआआआआआअहह!!! हाई रे मेरी कककचूऊऊऊथततत्त...और उसका मस्त लौदाााआआआआ...................
उसी रात हमने एक बार फिर चुदाई करी. हम दोनो को खूब मज़ा आया. सुबह जब पाँच बजे उठने लगी तो राज ने मुझे फिर दबोच लिया. मैं ने राज को कहा अभी मेरी चूत दुख सी रही है. इस को चुदने की आदत पड़ने दो फिर चाहे जितनी बार चोदना. राज मान गया और मुझे जाने दिया.
उस दिन के बाद हमने और राज ने चार साल बे-इंतहा सेक्स का मज़ा लिया. एक दिन मे मॅग्ज़िमम 10 बार और कम से कम दो बार सेक्स चलता रहा. प्रेग्नेन्सी की परेशानी से बचने के लिए मैं ने अपनी चूत मे कॉपर टी डलवा ली.
हमारी सेक्स की थोड़ी थोड़ी खबर दीदी को भी हो ही गयी थी. मगर वो चुप रही क्यूँ के उन्हे शायद पता था कि मैं कितनी चुदैल हूँ. और राज अगर मुझे तृप्त नहीं रखेगा तो मैं गली के लड़कों से इश्क़ करूँगी या फिर उन के पती के चंगुल मे ही आ सकती थी.
राज और मैं अपनी MC के दिनो मे भी सेक्स किए बिना नहीं रह सकते थे. MC के पहले दिन जब मेरी चूत मे से खूब खून निकलता था तब सेक्स करने से कई बार राज और मेरे कपड़े और बिस्तर खराब हो जाते थे. इस से बचने के लिए राज ने मुझे गांद मरवाने की आदत भी डाल दी. अब मैं अपने शारीर के तीनो छेद मे राज का लंड लेती थी.
राज और मेरे सेक्स रिलेशन्स चार साल चले, उस के बाद राज की इंजीनियारिग पूरी हो चली थी फिर मेरी भी शादी हो गयी. शादी से पहले मैं ने राज के साथ कॉपर टी निकाल कर सेक्स किया और उस के प्यार को अपने पेट मे ले के पति के घर गयी.
जब मैं विवाह मंडप पर बैठी उस से आधे घंटे पहले राज और मैं ने चुदाई की और मंडप मे मेरी चूत से राज शर्मा का माल निकल निकल के मेरी पॅंटी गीली कर रहा था.
दोस्तो कैसिलगी ये मस्त कहानी ज़रूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा
समाप्त...
CHOOT ME BHI AAG LAGTI HAI
Sab se pahle main apne sharer ke baare main bata doon. Mera rang sanwala aur Meree height kam hai. Magar mere mome bahut bharee bahree. Patlee kamr ke neeche fir se bharee chootad.
Is tarah mera badan to sab ko sexy lagta tha magar koi mujh se dostee naheen karna chahta tha. Jab main jawan huyee tab tak mere maan baap mar chuke the.
Main apnee ek didi aur jeeja jee ke saath rahtee thee. Meree shaadee ke bare main koi sochne wala hee naheen tha. Yeh soch soch ke main dukhee hotee aur meree choot garam hotee rahtee. Meree choot tab kuchh jyada hee garmee dikhane lagee thee. 19 saal kee hote hote main chudne ke liye betaab rahtee thee.
Yahan tak mere jeeja jee ne kai baar mere mome par haath daal kar mujhe apnee aur ghaseeta tha. Waise to main bhee sex chahtee thee magar didi ka ghar barbaad naheen kar saktee thee. Is liye Jeeja jee ko jhatak detee thee.
Sex ke liye mere pahle do prayas vifal rahe. Main ne sab se pahle galee ke ledke ko ishaare kar kar ke apne karme tak bulaya. Fir ham nange hone lage. Is ladke ke saamne jaise hee mere bhare bhare mome aur gaand aayee is ke lund ne paanee chhod diya aur thanda pad gaya. Fir mere tamam prayas ke baad khada naheen hua. Aaakhir main mujhe us ladke kee gaand pe laat marke bhaga dena pada.
Doosra ladka college se pakad ke laayee. Hum dono jaldee main the. Jhat se nange huye aur bistar main kood pade. Mujhe laga aaj sab theek hoga. Hamne jhat pat ek doosare ke kapde utare aur bistar pe let gaye. Magar jaise hee us ladke ke lund ne meree tadaptee choot ke honth chhuye us ka bhee maal jhadne laga. Meree choot garam garam maal main naha to lee magar chud naheen payee. Ab main aur jyada desperate ho gayee. Kya chudai mere naseeb main naheen thee?
Magar eeshswar ne mere liye ek mast lund ka intezaam kar rakha tha aur who mujhe jaldee hee mil gaya who bhee ghar baithe.
'n' mere jeeja jee ke bade bhai ka beta tha. Yeh log gaon main rahte the aur 'n' ka selection engineering main ho gaya, usee shahar main jis main main aur meree didi rahte the. Mere Jeeja jee police main the is liye bahar posted the. Shaneewar aur itwaar ko ghar aate the.
In dono din deedee aur jeeja jaa kamre main band rahte aur somwar kee subah saara kamre main jagah jagah didi ke kapde bikhare hote.
'n' jab shahar aaya to yeh decide kiya gaya ke who hamare saath hee rahega. 'N' ke bare main main pahle bhee thoda thoda sun chukee thee. Yeh suna tha ke who gaon main apnee ek vidhwa chachee ke saath khoob aish kar chukka tha aur chachee ko ek do baar pet bhee girwana pada tha.
Hamare ghar main neeche kee manzil main ek drawing room, ek bedroom aur ek kitchen thee. Aur ooper do kamre aur ek bathroom. Main ooper rahtee aur didi neeche. "n' ke aate hee us ko ooper wala doosra kamra mil gaya. Yeh dono kamre bathroom ke raste se jud sakte the. Hamare maje ke liye pooree settling thee.
N ke aate hee main ne us ko patane ke hathkande start kar diye.
Us ke saamne (jab didi na ho) to main apne boobs pe duptta naheen daaltee thee aur jab who peeche se dekhe tab apne chootadon ko jyada matka matka ke chaltee thee. Yeh do din chala. Teesare din main ne 'n' ko bataya ke mujhe statistics bilkul samajh naheen aatee (main economics main MA kar rahee thee privately). N Bola ke who mujhe samjha dega. Hamne shaam ko hee statistics padhne ka karyakram bana daala. (mera karyakram to kuch aur hee tha…..)
Shaam se pahle main apne sharer ko "n' kee masti ke liye poora tayar kiya. Apnee choot ke baal shave kiye. Under arms ko clean kiya aur achha sa spray lagaya.
Shaam ko ek tight see dress pahan kar main "n' ke kamare main pahunch gayee. Deedi padosan me gappen lagane gayee huyeen thee.
N aur main table par baith gaye. Mere mome dress faad ke bahar aane wale the.
Aur dil dhadhak dhadhak ke chhatee se bahar aane wala tha. Jab "n' padha raha tha tab mera dhyan kaheen aur tha. Main ne apne per se chappal utar ke us ke per pe dabaya. Yeh meree zindagee ka sab se bada imtehaan tha. Kya hoga "n' par is ka reaction?
N ne bhee meree jaanghon main haath daal diya. Hey bhagwaan tu mahan hain. Mujhe mera yaar mil gaya.
Fir to main ne bhee N ko poora aage badhne diya.
N ne mujhe apnee bbahon main bhar liya. Fir us ne mujhe utha liya aur bistar main patak diya. Aur mere kapde badan se alag hone lage. Mujhe un kee koi jaroorat naheen thee. Main bhee n kee pant utar kar us ke lund ko malne lagee aur us ko chumme kee barish kar dee.
Fir N kee jeebh mere munh main hus gayee. Yeh mere liye bada mast chuma tha. Kisee mard ne itna close chuma naheen diya tha mujhe. Meree jeebhe bhee us ke munh ko tatolane lagee hum mast ho chale the.
Ab tak N ne meree bra tak utar dee thee aur main ab siraf ek panty main thee. N mereee choochion ko dekh kar pagal ho gaya. Unhe kas ke maslta aur fir choosta aur kat bhee daala. Main ne us kee chaatee aur kaan kaat dale.
Ab N ke haath meree panty main ghus gaye the. Aur us kee unglian meree choot ke hoth par mastee ka jaadoo de rahee thee.
Main ne bhee us ka Lund bahar nikal liya aur us ko choom choom ke itna mast kar diya ke N ke munh se sss, ssss, sssss nikalne lagee. Jab N kee ungalee mere daane (Clitty) ko pareshaan kartee to meree bhee siskaaree nikal jaateee. Main us ko rokne kee koi koshish naheen kar rahee thee. Thodee der main meree choot ka dana bada aur geela ho gaya aur us kee ungalee ko enjoy karne laga.
Ab N mujhe chodne ko adheer ho chala tha. Main bhee betaab thee. Main choot kee tarah us ke lund ko kheencha. N ne meree taange apne kandhe pe rahee aur apne lund kee tip meree choot se mila dee.
Main ne socha hey bhagwaan ab kuchh gadbad na ho. Aaaj mujhe chud lene dena. Bhagwaan ne meree prarthna sun lee aur N ne apne lund pe pressure bada diya. Meree choot ke honth itne khul chuke the ke us ka supara aasaanee se meree choot ke hothon ne sama gaya.
Fir N ne final jhatka diya aur dard kee ek lahar meree choot ko paar kar gayee. Saath hee main ladkee se aurat ban gayee. Dard kee kis ko chinta thee. Main N ke lund ko poora andar liya aur taange aur faila kar us mast kar diya.
Meree shaved choot main N ka lund poora samaya hua tha. Fir N ne us ko bahar nikala. Fir andar tak pel diya. Ek fuch kee awaaaz huyee shayad meree choot ke andar kee hawa choot aur lund ke beech ke gap se niklee. Sach kahtee hoon bada sexy mahaul ban gaya us awaaaz se.
N ne pahle dheere dheere aur fir tez chodna shuru kiya. Main mast hone lagee. Shareer main badee ajeeb see san sanee hone lagee thee. Main us ke lund ko apne pet tak mahsoos kar rahee thee aur fir bhee aur andar lena chahtee thee. Is ke liye main us ke andhe pe latak see rahee thee aur jab N andar ka dhkka marta to main apne chootad ooper sata detee.
Uhh aaah kee awajain nikal rahee thee. Aur fach fach kee who sexy awaz lagataar huye ja rahee thee.
Fir mere shaaree kee halchal badhne lagee. Mere pet kee muscles bina roke sikud aur fel rahee thee. Masti main pagal see ho rahee thee. Aur N meree choot ko pele hee ja raha tha. Ab who us ko kabhee kabhee gol gol bhee ghuma raha tha. Is se us ke lund kee jad mere choot ke hothon pe pooree ragad kha rahee thee aur choot ras chhod chhod kar ras se bhar gayee thee.
Fir mujhe laga ek Bhoochal aa gaya. Main apne hosh kho baithee aur jor jor se ooooo aaaa ooo eeee karne lagee. Jab yeh bhoochal thama us se pahle N ne bhee apne lund se dher saara maal meree choot main chhod diya tha aur nidhaal hoke mere mome kee beech sir rakh kar let gaya.
Bada mast lover mila tha mujhe... Kya meri Choot ko chat ta aur chodta tha...Aaaaaaaaaaaaaaaaaaahhhhhhhhhhhhhhh!!! hai re meri Cccchhhhoooooooottttt...aur uska mast laudaaaaaaaaaaaaaa...................
Usee raat hamne ek baar fir chudaaai karee. Hum dono ko khoob maja aaya. Subah jab paanch baje uthne lagee to N ne mujhe fir daboch liya. Main ne N ko kaha abhee meree choot dukh see rahee hai. Is ko chudne kee adat padne do fir chahe jitnee baar chodna. N maan gaya aur mujhe jaane diya.
Us din ke baad hamane aur N ne chaar saal be-intaha sex ka maja lia. Ek din main maximum 10 baar aur kam se kam do baar sex chalta raha. Pregnancy kee pareshaanee se bachne ke liye main ne apneeee choot main copper T dalwa lee.
Hamaree sex kee thodee thodee khabar didi ko bhee ho hee gayee thee. Magar who chup rahee kyun ke unhe shayad pata the ke main kitnee chuddal hoon. Aur N agar mujhe tript naheen rakhega to main galee ke ladkon se ishq karoongee ya fir un ke patee ke changul main hee aa saktee thee.
N aur main apnee MC ke dino main bhee sex kiye bina naheen rah sakte the. MC ke pahle din jab meree choot main se khoob khoon niklta tha tab sex karne se kai baar N aur mere kapde aur bistar kharab ho jaate the. Is se bachne ke liye N ne mujhe gaand marwaane kee aadat bhee daal dee. Ab main apne shaareer ke teeno cheed main N ka lund letee thee.
N aur mere sex relations chaar saal chale, Us ke baad N kee engg pooree ho chalee thee fir meree bhee shaadee ho gayee. Shaadee se pahle main ne N ke saath Copper T nikaal kar sex kiya aur us ke pyar ko apne pet main le ke pati ke ghar gayee.
Jab main vivah mandap par baithee us se aadhe ghante pahle aur main ne chudai kee aur mandap main meree choot se N ka maal nikal nikal ke meree panty geelee kar raha tha.
SAMAPT...
Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया ,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन ,kamuk-kahaniyan.blogspot.com ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت ,
चूत मे भी आग लगती है
सब से पहले मैं अपने शरीर के बारे मे बता दूं. मेरा रंग सांवला और मेरी हाइट कम है. मगर मेरे मम्मे बहुत भारी भारी. पतली कमर के नीचे फिर से भारी चूतड़.
इस तरह मेरा बदन तो सब को सेक्सी लगता था मगर कोई मुझ से दोस्ती नहीं करना चाहता था. जब मैं जवान हुई तब तक मेरे माँ बाप मर चुके थे.
मैं अपनी एक दीदी और जीजा जी के साथ रहती थी. मेरी शादी के बारे मे कोई सोचने वाला ही नहीं था. यह सोच सोच के मैं दुखी होती और मेरी चूत गरम होती रहती. मेरी चूत तब कुच्छ ज़्यादा ही गर्मी दिखाने लगी थी. 19 साल की होते होते मैं चुदने के लिए बेताब रहती थी.
यहाँ तक मेरे जीजा जी ने कई बार मेरे मम्मो पर हाथ डाल कर मुझे अपनी ओर घसीटा था. वैसे तो मैं भी सेक्स चाहती थी मगर दीदी का घर बर्बाद नहीं कर सकती थी. इस लिए जीजा जी को झटक देती थी.
सेक्स के लिए मेरे पहले दो प्रयास विफल रहे. मैं ने सब से पहले गली के लड़के को इशारे कर कर के अपने कमरे तक बुलाया. फिर हम नंगे होने लगे. इस लड़के के सामने जैसे ही मेरे भरे भरे मम्मे और गांद आई उसके के लंड ने पानी छ्चोड़ दिया और ठंडा पड़ गया. फिर मेरे तमाम प्रयास के बाद खड़ा नहीं हुआ. आअख़िर मे मुझे उस लड़के की गांद पे लात मारके भगा देना पड़ा.
दूसरा लड़का कॉलेज से पकड़ के लाई. हम दोनो जल्दी मे थे. झट से नंगे हुए और बिस्तर मे कूद पड़े. मुझे लगा आज सब ठीक होगा. हमने झट पट एक दूसरे के कपड़े उतारे और बिस्तर पे लेट गये. मगर जैसे ही उस लड़के के लंड ने मेरी तड़प्ती चूत के होंठ च्छुए उस का भी माल झड़ने लगा. मेरी चूत गरम गरम माल मे नहा तो ली मगर चुद नहीं पाई. अब मैं और ज़्यादा डेस्परेट हो गयी. क्या चुदाई मेरे नसीब मे नहीं थी?
मगर ईश्वर ने मेरे लिए एक मस्त लंड का इंटेज़ाम कर रखा था और वो मुझे जल्दी ही मिल गया वो भी घर बैठे.
'राज शर्मा' मेरे जीजा जी के बड़े भाई का बेटा था. यह लोग गाओं मे रहते थे और 'राज शर्मा' का सेलेक्षन इंजिनियरिंग मे हो गया, उसी शहर मे जिस मे मैं और मेरी दीदी रहते थे. मेरे जीजा जी पोलीस मे थे इस लिए बाहर पोस्टेड थे. शनिवार और इतवार को घर आते थे.
इन दोनो दिन दीदी और जीजा जी कमरे मे बंद रहते और सोमवार की सुबह सारे कमरे मे जगह जगह दीदी के कपड़े बिखरे होते.
'राज' जब शहर आया तो यह डिसाइड किया गया कि वो हमारे साथ ही रहेगा. 'राज' के बारे मे मैं पहले भी थोड़ा थोड़ा सुन चुकी थी. यह सुना था कि वो गाओं मैं अपनी एक विधवा चाची के साथ खूब ऐश कर चुक्का था और चाची को एक दो बार पेट भी गिरवाना पड़ा था.
हमारे घर मे नीचे की मंज़िल मे एक ड्रॉयिंग रूम, एक बेडरूम और एक किचन थी. और ऊपेर दो कमरे और एक बाथरूम. मैं ऊपेर रहती और दीदी नीचे. "राज' के आते ही उस को ऊपेर वाला दूसरा कमरा मिल गया. यह दोनो कमरे बाथरूम के रास्ते से जुड़ सकते थे. हमारे मज़े के लिए पूरी सेट्लिंग थी.
राज के आते ही मैं ने उस को पटाने के हथकंडे स्टार्ट कर दिए.
उस के सामने (जब दीदी ना हो) तो मैं अपने बूब्स पे दुपट्टा नहीं डालती थी और जब वो पीछे से देखे तब अपने चूतदों को ज़्यादा मटका मटका के चलती थी. यह दो दिन चला. तीसरे दिन मैं ने 'राज' को बताया के मुझे स्टॅटिस्टिक्स बिल्कुल समझ नहीं आती (मैं एकनॉमिक्स मे एम ए कर रही थी प्राइवेट्ली). राज बोला के वो मुझे समझा देगा. हमने शाम को ही स्टॅटिस्टिक्स पढ़ने का कार्यक्रम बना डाला. (मेरा कार्यक्रम तो कुछ और ही था…..)
शाम से पहले मैं अपने शरीर को "राज' की मस्ती के लिए पूरा तैय्यार किया. अपनी चूत के बाल शेव किए. अंडर आर्म्स को क्लीन किया और अच्छा सा स्प्रे लगाया.
शाम को एक टाइट सी ड्रेस पहन कर मैं "राज' के कमरे मे पहुँच गयी. दीदी पड़ोसन मे गप्पें लगाने गयी हुईं थी.
राज और मैं टेबल पर बैठ गये. मेरे मम्मे ड्रेस फाड़ के बाहर आने वाले थे.
और दिल धधक धधक के छाती से बाहर आने वाला था. जब "राज' पढ़ा रहा था तब मेरा ध्यान कहीं और था. मैं ने अपने पैर से चप्पल उतार के उस के पैर पे दबाया. यह मेरी ज़िंदगी का सब से बड़ा इम्तिहान था. क्या होगा "राज' पर इस का रिक्षन?
राज ने भी मेरी जांघों मे हाथ डाल दिया. हे भगवान तू महान हैं. मुझे मेरा यार मिल गया.
फिर तो मैं ने भी राज को पूरा आगे बढ़ने दिया.
राज ने मुझे अपनी बाँहो मे भर लिया. फिर उस ने मुझे उठा लिया और बिस्तर मे पटक दिया. और मेरे कपड़े बदन से अलग होने लगे. मुझे उन की कोई ज़रूरत नहीं थी. मैं भी राज की पॅंट उतार कर उस के लंड को मलने लगी और उस को चुम्मे की बारिश कर दी.
फिर राज की जीभ मेरे मुँह मे धँस गयी. यह मेरे लिए बड़ा मस्त चुम्मा था. किसी मर्द ने इतना क्लोज़ चुम्मा नहीं दिया था मुझे. मेरी जीभ भी उस के मुँह को टटोलने लगी हम मस्त हो चले थे.
अब तक राज ने मेरी ब्रा तक उतार दी थी और मैं अब सिरफ़ एक पॅंटी मे थी. राज मेरी चूचियो को देख कर पागल हो गया. उन्हे कस के मसलता और फिर चूस्ता और काट भी डाला. मैं ने उस की छाती और कान काट डाले.
अब राज के हाथ मेरी पॅंटी मे घुस गये थे. और उस की उंगलियाँ मेरी चूत के होठ पर मस्ती का जादू दे रही थी.
मैं ने भी उस का लंड बाहर निकाल लिया और उस को चूम चूम के इतना मस्त कर दिया के राज के मुँह से सस्स, ससस्स, सस्सस्स निकलने लगी. जब राज की उंगली मेरे दाने (क्लिट्टी) को परेशान करती तो मेरी भी सिसकारी निकल जाती. मैं उस को रोकने की कोई कोशिश नहीं कर रही थी. थोड़ी देर मैं मेरी चूत का दाना बड़ा और गीला हो गया और उस की उंगली को एंजाय करने लगा.
अब राज मुझे चोदने को अधीर हो चला था. मैं भी बेताब थी. मैं चूत की तरफ उस के लंड को खींचा. राज ने मेरी टांगे अपने कंधे पे रखी और अपने लंड की टिप मेरी चूत से मिला दी.
मैं ने सोचा हे भगवान अब कुच्छ गड़बड़ ना हो. आज मुझे चुद लेने देना. भगवान ने मेरी प्रार्थना सुन ली और राज ने अपने लंड पे प्रेशर बढ़ा दिया. मेरी चूत के होंठ इतने खुल चुके थे के उस का सुपरा आसानी से मेरी चूत के होठों मे समा गया.
फिर राज ने फाइनल झटका दिया और दर्द की एक लहर मेरी चूत को पार कर गयी. साथ ही मैं लड़की से औरत बन गयी. दर्द की किस को चिंता थी. मैने राज के लंड को पूरा अंदर लिया और टांगे और फैला कर उस मस्त कर दिया.
मेरी शेव्ड चूत मे राज का लंड पूरा समाया हुआ था. फिर राज ने उस को बाहर निकाला. फिर अंदर तक पेल दिया. एक फूच की आव्आआज़ हुई शायद मेरी चूत के अंदर की हवा चूत और लंड के बीच के गॅप से निकली. सच कहती हूँ बड़ा सेक्सी माहौल बन गया उस आव्आआज़ से.
राज ने पहले धीरे धीरे और फिर तेज़ चोदना शुरू किया. मैं मस्त होने लगी. शरीर मे बड़ी अजीब सी सन सनी होने लगी थी. मैं उस के लंड को अपने पेट तक महसूस कर रही थी और फिर भी और अंदर लेना चाहती थी. इस के लिए मैं उस के कंधे पे लटक सी रही थी और जब राज अंदर का धकका मारता तो मैं अपने चूतड़ ऊपेर सटा देती.
उहह अया की आवाज़े निकल रही थी. और फॅक फॅक की वो सेक्सी आवाज़ लगातार हुए जा रही थी.
फिर मेरे शरीर की हलचल बढ़ने लगी. मेरे पेट की मसल्स बिना रुके सिकुड और फेल रही थी. मस्ती मे पागल सी हो रही थी. और राज मेरी चूत को पेले ही जा रहा था. अब वो उस को कभी कभी गोल गोल भी घुमा रहा था. इस से उस के लंड की जड़ मेरी चूत के होठों पे पूरी रगड़ खा रही थी और चूत रस छ्चोड़ छ्चोड़ कर रस से भर गयी थी.
फिर मुझे लगा एक भूचाल आ गया. मैं अपने होश खो बैठी और ज़ोर ज़ोर से ऊऊओ आआ ऊओ ईई करने लगी. जब यह भूचाल थमा उस से पहले राज ने भी अपने लंड से ढेर सारा माल मेरी चूत मे छ्चोड़ दिया था और निढाल होके मेरे मम्मो की बीच सिर रख कर लेट गया.
बड़ा मस्त लवर मिला था मुझे... क्या मेरी चूत को चाट ता और चोद्ता था...आआआआआआआआआअहह!!! हाई रे मेरी कककचूऊऊऊथततत्त...और उसका मस्त लौदाााआआआआ...................
उसी रात हमने एक बार फिर चुदाई करी. हम दोनो को खूब मज़ा आया. सुबह जब पाँच बजे उठने लगी तो राज ने मुझे फिर दबोच लिया. मैं ने राज को कहा अभी मेरी चूत दुख सी रही है. इस को चुदने की आदत पड़ने दो फिर चाहे जितनी बार चोदना. राज मान गया और मुझे जाने दिया.
उस दिन के बाद हमने और राज ने चार साल बे-इंतहा सेक्स का मज़ा लिया. एक दिन मे मॅग्ज़िमम 10 बार और कम से कम दो बार सेक्स चलता रहा. प्रेग्नेन्सी की परेशानी से बचने के लिए मैं ने अपनी चूत मे कॉपर टी डलवा ली.
हमारी सेक्स की थोड़ी थोड़ी खबर दीदी को भी हो ही गयी थी. मगर वो चुप रही क्यूँ के उन्हे शायद पता था कि मैं कितनी चुदैल हूँ. और राज अगर मुझे तृप्त नहीं रखेगा तो मैं गली के लड़कों से इश्क़ करूँगी या फिर उन के पती के चंगुल मे ही आ सकती थी.
राज और मैं अपनी MC के दिनो मे भी सेक्स किए बिना नहीं रह सकते थे. MC के पहले दिन जब मेरी चूत मे से खूब खून निकलता था तब सेक्स करने से कई बार राज और मेरे कपड़े और बिस्तर खराब हो जाते थे. इस से बचने के लिए राज ने मुझे गांद मरवाने की आदत भी डाल दी. अब मैं अपने शारीर के तीनो छेद मे राज का लंड लेती थी.
राज और मेरे सेक्स रिलेशन्स चार साल चले, उस के बाद राज की इंजीनियारिग पूरी हो चली थी फिर मेरी भी शादी हो गयी. शादी से पहले मैं ने राज के साथ कॉपर टी निकाल कर सेक्स किया और उस के प्यार को अपने पेट मे ले के पति के घर गयी.
जब मैं विवाह मंडप पर बैठी उस से आधे घंटे पहले राज और मैं ने चुदाई की और मंडप मे मेरी चूत से राज शर्मा का माल निकल निकल के मेरी पॅंटी गीली कर रहा था.
दोस्तो कैसिलगी ये मस्त कहानी ज़रूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा
समाप्त...
CHOOT ME BHI AAG LAGTI HAI
Sab se pahle main apne sharer ke baare main bata doon. Mera rang sanwala aur Meree height kam hai. Magar mere mome bahut bharee bahree. Patlee kamr ke neeche fir se bharee chootad.
Is tarah mera badan to sab ko sexy lagta tha magar koi mujh se dostee naheen karna chahta tha. Jab main jawan huyee tab tak mere maan baap mar chuke the.
Main apnee ek didi aur jeeja jee ke saath rahtee thee. Meree shaadee ke bare main koi sochne wala hee naheen tha. Yeh soch soch ke main dukhee hotee aur meree choot garam hotee rahtee. Meree choot tab kuchh jyada hee garmee dikhane lagee thee. 19 saal kee hote hote main chudne ke liye betaab rahtee thee.
Yahan tak mere jeeja jee ne kai baar mere mome par haath daal kar mujhe apnee aur ghaseeta tha. Waise to main bhee sex chahtee thee magar didi ka ghar barbaad naheen kar saktee thee. Is liye Jeeja jee ko jhatak detee thee.
Sex ke liye mere pahle do prayas vifal rahe. Main ne sab se pahle galee ke ledke ko ishaare kar kar ke apne karme tak bulaya. Fir ham nange hone lage. Is ladke ke saamne jaise hee mere bhare bhare mome aur gaand aayee is ke lund ne paanee chhod diya aur thanda pad gaya. Fir mere tamam prayas ke baad khada naheen hua. Aaakhir main mujhe us ladke kee gaand pe laat marke bhaga dena pada.
Doosra ladka college se pakad ke laayee. Hum dono jaldee main the. Jhat se nange huye aur bistar main kood pade. Mujhe laga aaj sab theek hoga. Hamne jhat pat ek doosare ke kapde utare aur bistar pe let gaye. Magar jaise hee us ladke ke lund ne meree tadaptee choot ke honth chhuye us ka bhee maal jhadne laga. Meree choot garam garam maal main naha to lee magar chud naheen payee. Ab main aur jyada desperate ho gayee. Kya chudai mere naseeb main naheen thee?
Magar eeshswar ne mere liye ek mast lund ka intezaam kar rakha tha aur who mujhe jaldee hee mil gaya who bhee ghar baithe.
'n' mere jeeja jee ke bade bhai ka beta tha. Yeh log gaon main rahte the aur 'n' ka selection engineering main ho gaya, usee shahar main jis main main aur meree didi rahte the. Mere Jeeja jee police main the is liye bahar posted the. Shaneewar aur itwaar ko ghar aate the.
In dono din deedee aur jeeja jaa kamre main band rahte aur somwar kee subah saara kamre main jagah jagah didi ke kapde bikhare hote.
'n' jab shahar aaya to yeh decide kiya gaya ke who hamare saath hee rahega. 'N' ke bare main main pahle bhee thoda thoda sun chukee thee. Yeh suna tha ke who gaon main apnee ek vidhwa chachee ke saath khoob aish kar chukka tha aur chachee ko ek do baar pet bhee girwana pada tha.
Hamare ghar main neeche kee manzil main ek drawing room, ek bedroom aur ek kitchen thee. Aur ooper do kamre aur ek bathroom. Main ooper rahtee aur didi neeche. "n' ke aate hee us ko ooper wala doosra kamra mil gaya. Yeh dono kamre bathroom ke raste se jud sakte the. Hamare maje ke liye pooree settling thee.
N ke aate hee main ne us ko patane ke hathkande start kar diye.
Us ke saamne (jab didi na ho) to main apne boobs pe duptta naheen daaltee thee aur jab who peeche se dekhe tab apne chootadon ko jyada matka matka ke chaltee thee. Yeh do din chala. Teesare din main ne 'n' ko bataya ke mujhe statistics bilkul samajh naheen aatee (main economics main MA kar rahee thee privately). N Bola ke who mujhe samjha dega. Hamne shaam ko hee statistics padhne ka karyakram bana daala. (mera karyakram to kuch aur hee tha…..)
Shaam se pahle main apne sharer ko "n' kee masti ke liye poora tayar kiya. Apnee choot ke baal shave kiye. Under arms ko clean kiya aur achha sa spray lagaya.
Shaam ko ek tight see dress pahan kar main "n' ke kamare main pahunch gayee. Deedi padosan me gappen lagane gayee huyeen thee.
N aur main table par baith gaye. Mere mome dress faad ke bahar aane wale the.
Aur dil dhadhak dhadhak ke chhatee se bahar aane wala tha. Jab "n' padha raha tha tab mera dhyan kaheen aur tha. Main ne apne per se chappal utar ke us ke per pe dabaya. Yeh meree zindagee ka sab se bada imtehaan tha. Kya hoga "n' par is ka reaction?
N ne bhee meree jaanghon main haath daal diya. Hey bhagwaan tu mahan hain. Mujhe mera yaar mil gaya.
Fir to main ne bhee N ko poora aage badhne diya.
N ne mujhe apnee bbahon main bhar liya. Fir us ne mujhe utha liya aur bistar main patak diya. Aur mere kapde badan se alag hone lage. Mujhe un kee koi jaroorat naheen thee. Main bhee n kee pant utar kar us ke lund ko malne lagee aur us ko chumme kee barish kar dee.
Fir N kee jeebh mere munh main hus gayee. Yeh mere liye bada mast chuma tha. Kisee mard ne itna close chuma naheen diya tha mujhe. Meree jeebhe bhee us ke munh ko tatolane lagee hum mast ho chale the.
Ab tak N ne meree bra tak utar dee thee aur main ab siraf ek panty main thee. N mereee choochion ko dekh kar pagal ho gaya. Unhe kas ke maslta aur fir choosta aur kat bhee daala. Main ne us kee chaatee aur kaan kaat dale.
Ab N ke haath meree panty main ghus gaye the. Aur us kee unglian meree choot ke hoth par mastee ka jaadoo de rahee thee.
Main ne bhee us ka Lund bahar nikal liya aur us ko choom choom ke itna mast kar diya ke N ke munh se sss, ssss, sssss nikalne lagee. Jab N kee ungalee mere daane (Clitty) ko pareshaan kartee to meree bhee siskaaree nikal jaateee. Main us ko rokne kee koi koshish naheen kar rahee thee. Thodee der main meree choot ka dana bada aur geela ho gaya aur us kee ungalee ko enjoy karne laga.
Ab N mujhe chodne ko adheer ho chala tha. Main bhee betaab thee. Main choot kee tarah us ke lund ko kheencha. N ne meree taange apne kandhe pe rahee aur apne lund kee tip meree choot se mila dee.
Main ne socha hey bhagwaan ab kuchh gadbad na ho. Aaaj mujhe chud lene dena. Bhagwaan ne meree prarthna sun lee aur N ne apne lund pe pressure bada diya. Meree choot ke honth itne khul chuke the ke us ka supara aasaanee se meree choot ke hothon ne sama gaya.
Fir N ne final jhatka diya aur dard kee ek lahar meree choot ko paar kar gayee. Saath hee main ladkee se aurat ban gayee. Dard kee kis ko chinta thee. Main N ke lund ko poora andar liya aur taange aur faila kar us mast kar diya.
Meree shaved choot main N ka lund poora samaya hua tha. Fir N ne us ko bahar nikala. Fir andar tak pel diya. Ek fuch kee awaaaz huyee shayad meree choot ke andar kee hawa choot aur lund ke beech ke gap se niklee. Sach kahtee hoon bada sexy mahaul ban gaya us awaaaz se.
N ne pahle dheere dheere aur fir tez chodna shuru kiya. Main mast hone lagee. Shareer main badee ajeeb see san sanee hone lagee thee. Main us ke lund ko apne pet tak mahsoos kar rahee thee aur fir bhee aur andar lena chahtee thee. Is ke liye main us ke andhe pe latak see rahee thee aur jab N andar ka dhkka marta to main apne chootad ooper sata detee.
Uhh aaah kee awajain nikal rahee thee. Aur fach fach kee who sexy awaz lagataar huye ja rahee thee.
Fir mere shaaree kee halchal badhne lagee. Mere pet kee muscles bina roke sikud aur fel rahee thee. Masti main pagal see ho rahee thee. Aur N meree choot ko pele hee ja raha tha. Ab who us ko kabhee kabhee gol gol bhee ghuma raha tha. Is se us ke lund kee jad mere choot ke hothon pe pooree ragad kha rahee thee aur choot ras chhod chhod kar ras se bhar gayee thee.
Fir mujhe laga ek Bhoochal aa gaya. Main apne hosh kho baithee aur jor jor se ooooo aaaa ooo eeee karne lagee. Jab yeh bhoochal thama us se pahle N ne bhee apne lund se dher saara maal meree choot main chhod diya tha aur nidhaal hoke mere mome kee beech sir rakh kar let gaya.
Bada mast lover mila tha mujhe... Kya meri Choot ko chat ta aur chodta tha...Aaaaaaaaaaaaaaaaaaahhhhhhhhhhhhhhh!!! hai re meri Cccchhhhoooooooottttt...aur uska mast laudaaaaaaaaaaaaaa...................
Usee raat hamne ek baar fir chudaaai karee. Hum dono ko khoob maja aaya. Subah jab paanch baje uthne lagee to N ne mujhe fir daboch liya. Main ne N ko kaha abhee meree choot dukh see rahee hai. Is ko chudne kee adat padne do fir chahe jitnee baar chodna. N maan gaya aur mujhe jaane diya.
Us din ke baad hamane aur N ne chaar saal be-intaha sex ka maja lia. Ek din main maximum 10 baar aur kam se kam do baar sex chalta raha. Pregnancy kee pareshaanee se bachne ke liye main ne apneeee choot main copper T dalwa lee.
Hamaree sex kee thodee thodee khabar didi ko bhee ho hee gayee thee. Magar who chup rahee kyun ke unhe shayad pata the ke main kitnee chuddal hoon. Aur N agar mujhe tript naheen rakhega to main galee ke ladkon se ishq karoongee ya fir un ke patee ke changul main hee aa saktee thee.
N aur main apnee MC ke dino main bhee sex kiye bina naheen rah sakte the. MC ke pahle din jab meree choot main se khoob khoon niklta tha tab sex karne se kai baar N aur mere kapde aur bistar kharab ho jaate the. Is se bachne ke liye N ne mujhe gaand marwaane kee aadat bhee daal dee. Ab main apne shaareer ke teeno cheed main N ka lund letee thee.
N aur mere sex relations chaar saal chale, Us ke baad N kee engg pooree ho chalee thee fir meree bhee shaadee ho gayee. Shaadee se pahle main ne N ke saath Copper T nikaal kar sex kiya aur us ke pyar ko apne pet main le ke pati ke ghar gayee.
Jab main vivah mandap par baithee us se aadhe ghante pahle aur main ne chudai kee aur mandap main meree choot se N ka maal nikal nikal ke meree panty geelee kar raha tha.
SAMAPT...
Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया ,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन ,kamuk-kahaniyan.blogspot.com ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت ,
No comments:
Post a Comment