FUN-MAZA-MASTI
राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ
टीचर की ससुराल
हैल्लो दोस्तों.. मेरा नाम राहुल है और में आज आप सभी के सामने फन मजा
मस्तीपर अपनी पहली कहानी शेयर करने जा रहा हूँ। में 25 साल का हूँ
और मुझे सेक्स करने में बहुत मज़ा आता है। दोस्तों यह कहानी जो में आप लोगों को
सुनाने जा रहा हूँ यह मेरी और मेरी बायो टीचर के साथ हुई एक सेक्स घटना पर
आधारित है। दोस्तों में बचपन से ही चूत के लिए दीवाना था और में मुठ मार
मारकर काम चलाता था। दोस्तों मेरी क्लास में मेरी एक बायो टीचर थी जिनका
में नाम नहीं बताऊंगा.. क्योंकि में उनकी बहुत इज्जत करता हूँ और मुझे वो
बहुत पसंद थी। उनकी उम्र 28 साल के करीब होगी.. मेरी मेडम मस्त ज़बरदस्त फिगर, गोरी, लंबी और
बड़े बड़े बूब्स, पतली कमर, गदराया हुआ
बदन और एक बहुत अच्छी गांड की मालकिन थी।
उनको देखकर स्कूल में सभी के लंड एक साथ खड़े होकर सलामी देते और पूरे स्कूल के स्टूडेंट, टीचर उनके दीवाने थे। उनके
चाहने वाले स्कूल के बाहर भी थे। उनके घर के आस पास के लोग भी उन्हे ताकते रहते थे.. लेकिन वो ज्यादा इन सभी बातों पर ध्यान नहीं देती थी।
तो में भी जमकर उनको लाईन मारता था और में उनकी याद में बहुत बार मुठ मारता और उनकी चुदाई के सपने देखता और स्कूल में उनके पीरियड का सुबह से ही
इंतज़ार करता। उनको सोचता और जब उनका पीरियड स्टार्ट होता तो उनके चहरे से
मेरी नज़र नहीं हटती थी। जब भी उनसे मेरी नजरें मिलती तो मेरे दिल की धड़कन थम सी जाती थी और जिस दिन वो स्कूल नहीं आती तो उस दिन मुझे बहुत बुरा
लगता था। फिर हमारे स्कूल में नवम्बर के महीने में अर्धवार्षिक परीक्षा हो चुकी थी और जब रिज़ल्ट निकला तो में बायो में फैल हो गया। तो मेडम ने
मुझसे कहा कि अपने माता पिता को लेकर आना और जब में अपने पापा को लेकर
पेरेंट्स मीटिंग में गया तो में मेडम को देखकर एकदम दीवाना हो गया.. वो उस
दिन काली कलर की साड़ी पहने हुई थी और क्या ग़ज़ब लग रही थी।
में पास में खड़ा था और पापा मेडम से बात कर रहे थे और फिर मेडम ने उन्हे बताया कि
यह क्लास में ठीक तरह से नहीं पड़ते है और इनका ध्यान हमेशा कहीं और रहता है.. तो मैंने मन ही मन में कहा कि जान मेरा ध्यान तो सिर्फ आप पर रहता है।
तो पापा ने कहा कि आप इसकी पिटाई लगा दिया करो.. लेकिन मेडम ने कहा कि अब यह बड़े हो गये हैं.. इनको क्या मारना? अगर यह अच्छे से पढ़ाई नहीं करेंगे
तो बोर्ड की परीक्षा में फैल हो जाएँगे। तो पापा ने यह बात सुनकर मेडम से प्राईवेट ट्यूशन के लिए कहा.. लेकिन मेडम ने मना कर दिया। फिर में पहले तो
बहुत खुश हुआ.. लेकिन बाद में जब मेडम ने मना किया तो मेरा दिल टूट गया और
पापा ने एक बार फिर से उनसे आग्रह किया तो मेडम ने कहा कि में अपने ससुराल में रहती हूँ और मेरी फेमिली वाले यह सब करने से साफ मना कर देंगे और
वैसे भी में किसी को भी प्राईवेट ट्यूशन नहीं देती और प्लीज मुझे माफ़ करें।
पापा ने एक बार फिर उनसे कहा तो मेडम मान गयी और उन्होंने कहा कि ठीक है..
आप कल से इनको ठीक 5 बजे मेरे घर पर भेज दीजिए और में उनकी यह बात सुनकर बहुत खुश हुआ.. लेकिन घर पर पहुंचकर तो पापा ने मेरी वाट लगा दी और
मुझसे कहा कि थोड़ा अच्छी तरह पढ़ाई करो और ज्यादा से ज्यादा ध्यान अपनी पढ़ाई पर दो। फिर मैंने उनसे पक्का वादा किया और में बहुत खुश था क्योंकि
मुझे वो चीज़ मिल गयी जो में सोचता था और में अगले दिन मेडम के घर एकदम पूरा
हीरो बनकर चला गया और जब मैंने दरवाजा बजाया तो मेडम के ससुर जी दरवाजा
खोलेने आए। फिर में अंदर गया और चुपचाप जाकर बैठ गया.. लेकिन कुछ देर बड़ी
बेसब्री से इंतजार करने के बाद भी मेडम नहीं आई.. शायद वो कुछ काम कर रही
थी। अंदर उनकी सास भी थी और उनका एक दो साल का लड़का भी था जो कि मेडम की तरह
बहुत सुंदर था। में उस रूम में एकदम अकेला बैठा था और मेडम के आने का इंतज़ार कर रहा था।
तभी कुछ देर में मेडम अंदर आ गयी और में उनको देखकर बहुत खुश हुआ.. मेरे दिल पर तो हज़ारों बूंदे गिर गयी और मेरा दिल ज़ोर ज़ोर
से धक धक कर रहा था। आज रूम में सिर्फ़ में और मेडम ही थे और सभी सदस्य दूसरे रूम में थे। फिर मेडम ने मुझे पढ़ाना शुरू कर दिया.. में टॉपिक्स पर कम
ध्यान देता और उन पर ज्यादा ध्यान देता। तो मेडम मुझे डाँटती और कहती कि तुम मुझ पर कम ध्यान दो और अपनी पढ़ाई करो और वो कभी कभी मेरा हाथ पकड़कर
मुझे लिखने का इशारा भी देती जिससे उनके बूब्स मुझे छू जाते वो कभी कभी मुझे
थप्पड़ मारने की जगह मेरे गाल पर अपना हाथ घुमा देती और बस उनके छू जाने से ही मेरे जिस्म में आग सी लग जाती। फिर बस ऐसे ही दिन कटने लगे और फिर
में घर पर पहुंचकर हर रोज उनको याद करके जमकर मुठ मारता। एक दिन में उनके घर
पहुंचा तो मेडम ने ही आकर गेट खोला वो क्या कयामत लग रही थी? और उस दिन मेडम ने बाल खोल रखे थे और उन्होंने लाल कलर की साड़ी पहन रखी थी। एकदम टाईट
ब्लाउज के साथ उनके बूब्स बहुत ग़ज़ब दिख रहे थे और में उनको गेट पर ही
देखता रह गया। मेडम ने कहा कि अब अंदर भी आओगे या यहीं खड़े रहोगे? फिर में अंदर आया और उस दिन घर
पर कोई नहीं था और मैंने पूछा कि अंकल, आंटी कहाँ गये? तो मेडम ने बताया कि वो लोग बाहर गये है और उनके पति भी साथ में गये थे।
तो में बहुत खुश हुआ कि शायद आज अच्छा मौका मिले.. मेडम ने पढ़ना शुरू किया और में मेडम के चहरे पर आखें टिकाए बैठा उनको निहार रहा था। तभी
मेडम ने मुझे देखा और कहा कि राहुल कहाँ खोए रहते हो? क्या आज पढ़ाई नहीं करनी है? तो मैंने कहा कि हाँ मेडम आज
मेरा पड़ने का
मूड नहीं है तो मेडम ने कहा कि ठीक है बैठकर नक्शा बनाओ। मैंने कहा कि ठीक है और इतने में
उनका लड़का रोने लगा जो कि दूसरे रूम में सो रहा था। मेडम ने कहा कि यह नक्शा
बनाओ और में सन्नी (उनका बेटा) को देखती हूँ। फिर में नक्शा बनाने लगा। 10 मिनट में मेरा नक्शा बन गया और
में उसको दिखाने उनके रूम में चला गया.. अंदर जाकर मैंने देखा कि मेडम सन्नी को दूध पिला रही थी और उनके बड़े बड़े
बूब्स देखकर में पागल हो गया और में उनको एकटक नजर से देखता रहा। तो मेडम ने मुझे वहाँ पर खड़े हुए देखा और मुझ पर बहुत ज़ोर से चिल्लाई और कहा कि
राहुल क्या तुम्हे जरा भी तमीज नहीं है? तो मैंने पहले उनको सॉरी कहा.. लेकिन आज शायद मेरे सब्र का बाँध टूट गया और फिर मैंने कहा कि मेडम में
आपका दीवाना हूँ और में आपको मन ही मन बहुत चाहता हूँ.. तभी मेडम मेरी यह बात सुनकर बहुत परेशान हो गयी और मेरी आखों से आंसू बाहर आ गये और में
शायद वास्तव में पागल हो गया था। फिर में वहाँ से चले जाने के लिए दूसरे रूम
में अपनी किताबे और बेग लेने गया और में जाने लगा.. लेकिन जैसे ही में घर के
दरवाजे पर पहुंचा तो मेडम ने कहा कि रूको राहुल.. मेरी बात सुनो। तो में रुक गया और उनके सामने नज़रे झुकाकर खड़ा हो गया। शायद में बहुत घबरा गया
था.. मेडम मेरे पास आई और उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा उनके हाथ पकड़ने से मेरा
हाथ काँपने लगा और वो मुझे अपने बेडरूम में ले गयी जहाँ सन्नी एक साईड में सो रहा था और मेडम ने मुझे बेड पर बैठने को कहा। तो में बैठ गया.. लेकिन
में अपना सर नीचे झुकाकर बैठा हुआ था तो उन्होंने कहा कि राहुल यह सब बेबकूफी है और अभी तुम बहुत छोटे हो.. में जानती हूँ तुम मुझ पर लाईन
मारते हो और मुझे घूरते रहते हो.. लेकिन में तुमसे 10 साल बड़ी हूँ। मेरी नज़रें
शर्म से और भी नीचे झुक गई और आख़िर में भी सिर्फ़ 18 साल का ही था। तब उन्होंने पूछा कि क्या तुम मुझे पसंद करते हो? तो मैंने अपना सर हाँ में हिला
दिया.. उन्होंने कहा कि मेरी आखों में देखो। मैंने पूरी हिम्मत जुटाकर उनकी आखों में देखा और मुस्कराया। फिर उन्होंने मेरे गालों पर किस
करके कहा कि मेरे सेक्सी लविंग स्टूडेंट और में तो मन ही मन एकदम उछल पड़ा..
लेकिन कुछ नहीं कहा। दोस्तों ये कहानी आप फन मजा मस्तीपर पढ़ रहे है।
फिर मैंने भी मेडम के गाल पर किस कर दिया। मेडम ने पूछा अरे यार क्या तुम वर्जिन हो? तो मैंने कहा कि हाँ और मेडम हंस पड़ी और वो बोली कि
तभी तुम इतना परेशान हो.. चलो आज में तुमको सेक्स का लेसन भी सिखाती हूँ.. लेकिन उन्होंने मुझसे वादा करवाया कि कभी भी इसके बारे में किसी को ना
बताना। तो मैंने भी हाँ कर दी.. लेकिन उस दिन एक बात तो मेरी समझ में आ गई कि
मुठ मारना जितना आसान होता है उतना ही कठिन पहली बार चूत मारना होता है। मेरी उस दिन गांड फट रही थी। फिर मेडम ने अपने सारे कपड़े एक एक करके निकाल
दिए और अब वो मेरे ठीक सामने पेटीकोट और ब्लाउज में थी। तभी मैंने उनके बड़े बड़े बूब्स को दबाने की कोशिश की तो उन्होंने मुझे रोक दिया और कहा
कि इनको अभी मत दबाओ.. इनमें दूध है, क्या तुम पीना चाहते हो? तो मैंने कहा कि हाँ जरुर मेरी जान और उन्होंने ब्लाउज भी निकाल दिया और ब्रा भी। में
पागलों की तरह उन पर टूट पड़ा और मैंने बहुत जमकर दबा दबाकर, चूसकर उनका दूध पिया.. मेडम भी
मेरे सर पर अपना हाथ घुमाकर सिसकियाँ भरने लगी थी और आहह उफफ्फ्फ्फ़ आईईईईइ की आवाज़ निकाल रही थी और उन्होंने अपने एक हाथ से
मेरा लंड पकड़ रखा था और वो उसे धीरे धीरे सहला रही थी और मेरा लंड पूरा तूफ़ानी हो रहा था। वो एकदम कड़क और सख़्त मोटा और लंबा हो गया था।
तभी मेडम ने कहा कि राहुल तुम्हारे पास तो बहुत लंबी और ताकतवर तलवार है
और फिर मैंने कहा कि हाँ जान इस पर सिर्फ़ तुम्हारा ही हक़ है क्योंकि तुम वो पहली औरत हो जो आज मेरी वर्जिनिटी खत्म करने जा रही है। तो मेडम मेरी
यह बात सुनकर हंसने लगी। मेडम अब मेरे ऊपर आ गयी और उन्होंने मेरे लंड को
चूसना शुरू कर दिया और अब तो मेरा लंड और भी मोटा हो गया था। मेडम बड़ी
मुश्किल से मेरे लंड को अपने मुहं में ले पा रही थी.. लेकिन वो फिर भी एक पागल
की तरह उसको चूस रही थी और इधर में पागल हुआ जा रहा था। मेरे मुहं से
सिसकियाँ फूटने लगी। फिर मैंने कहा कि आज में दुनिया का सबसे खुश इंसान हूँ
और मेडम अपने पूरे शबाब पर थी.. जमकर चूसने के बाद मेडम लेट गयी और में मेडम के पैरों के बीच में आ गया। में उनके ऊपर चड़ने लगा तो मेडम ने रोक दिया
और कहा कि पहले मेरी चूत को चाट लो मेरे राज़ा और यह सुनकर मुझे बड़ा अजीब लगा क्योंकि मैंने ब्लूफिल्म में तो बहुत देखा था.. लेकिन अपनी असल लाईफ
में मुझे पसंद नहीं था और मुझे बहुत घिन आती थी। तो मेडम ने कहा कि क्या हुआ? मैंने कहा कि कुछ नहीं। पहले मैंने उनकी कामुक, गीली चूत पर हाथ फिराया और
मैंने बड़ी मुश्किल से चूत चाटने का मन बनाया। में उनके दोनों पैरों के एकदम बीच में था और अपनी जीभ उनकी चूत के ऊपर फिराने लगा। मेडम ने
अपने पैर फैला दिए और अपने एक हाथ से चूत को और भी खोल दिया और कहा कि हाँ
यहाँ पर चाटो.. ज़रा इसका मज़ा लो.. तुमने ज़िंदगी में ऐसी रसमलाई कभी नहीं खाई होगी। फिर जैसे ही मैंने अपनी जीभ चूत पर लगाई तो मुझे एकदम करंट सा
लगा। उसका बड़ा अजीब सा टेस्ट था नमकीन और क्रीमी.. लेकिन थोड़ी देर में मुझे भी मज़ा आने लगा और फिर मैंने चूत की ज़बरदस्त तरीके से चटाई की।
मेडम पूरे गरम जोश में थी और चिल्ला रही थी और चाटो अह्ह्ह्हह उह्ह्ह्ह और
ज़ोर से चाटो मेरे राजा। चाटो अह्ह्ह्ह और फिर मैंने चाटकर पूरी जीभ उनकी चूत
में डाल दी।
फिर इधर मेडम मेरे सर को पकड़कर चूत में दबा रही थी और चिल्ला रही थी कि हाँ और ज़ोर से चाटो और मेडम की ऐसे आवाज़ सुनकर मेरा लंड
फौलादी हुआ जा रहा था और में ऊपर आ गया तो मेडम ने मेरा लंड अपने हाथों में पकड़ लिया और कहा कि इसको थोड़ा आराम से डालना नहीं तो में मार
जाउंगी.. मैंने कहा कि ठीक है जानू और उन्होंने लंड को चूत के छेद पर रगड़ना शुरू
कर दिया और में पागल हो रहा था। फिर मैंने एक हल्का सा धक्का दिया तो लंड का
टोपा अंदर चला गया। मेडम ने ज़ोर से आहह की आवाज़ निकाली और उसी आवाज़ के साथ मेरी गांड भी फट गई क्योंकि मैंने अपना लंड पहली बार चूत में लंड डाला
था उनकी चूत इतनी गरम थी कि में शब्दों क्या बताऊँ? अब मेरा लंड का टोपा जलने लगा
और जोश में मैंने एक ही झटके में जड़ तक पूरा लंड मेडम की चूत में उतार दिया और इधर मेडम चिल्ला रही थी.. धीरे धीरे डाल। मेरा लंड पूरा आग
में जल रहा था और में धक्का मार रहा था और मेडम नीचे से चिल्ला रही थी। मेडम
जल्दी ही किनारे आ गयी में भी जल्दी आ गया और हम दोनों एक साथ ठंडे हो गये
और मेडम के मुहं से ज़ोर की आवाज़ निकली.. आअहह उह्ह्ह्ह और कहने लगी कि मुझे कसकर जकड़ लो राहुल वरना में हवा में उड़ जाउंगी।
फिर मैंने उनको ज़ोर से दबा लिया और वो धीरे धीरे शांत होने लगी और में भी धीरे धीरे शांत
होने लगा.. लेकिन अभी भी मेडम ने मुझे बुरी तरह पकड़ रखा था और कुछ देर बाद हम दोनों अलग हुए तो मेडम मेरे ऊपर आ गयी और मुझे जमकर किस पे किस करने
लगी और कहने लगी कि में आज से तुम्हारी दीवानी हो गयी हूँ राहुल मुझे बहुत ख़ुशी हुई तुम्हारी वर्जिनिटी ख़त्म करने में। फिर उन्होंने मुझे बताया
कि मेरे पति के अलावा तुम दूसरे इंसान हो जिसके साथ मैंने सेक्स किया है। में बहुत खुश था और उसके बाद जोश ही जोश में मैंने उनकी 3 बार खूब चुदाई की और मैंने
उनको बहुत जमकर चोदा। वो भी अब थक गयी थी और में भी रात हो चुकी थी और मुझे घर भी जाना था। फिर में तैयार होकर अपने घर चला गया। मेरा मन
तो बहुत कर रहा था कि मेडम के साथ ही रात भर रुक जाऊँ.. लेकिन में नहीं रुक सकता था.. क्योंकि मेडम ने कहा कि मेरे घर वाले 4 दिन के लिए गये हैं। तो मैंने
लगातार उनकी 4 दिन तक बहुत
अच्छी तरह चुदाई
की ।।
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