Sunday, March 13, 2016

FUN-MAZA-MASTI मदमस्त चुदाई--2

FUN-MAZA-MASTI

मदमस्त चुदाई--2



मेडम आपने तो मेरे ब्लाउस का शो खराब कर दियावो बोली कैसे तो मैने अपनी उंगली से उसे साइड मे पढ़ने वाले सल के बारे मे बताया और फिर मे उसके पीछे आ गया और कहा की मेडम आपने थोड़ा कम एक्सपोस किया हेमेडम आपको ब्लाउस को फिर से पहनना पड़ेगा और मे पहनाऊगा आपको इस बारतो उसने कुछ नही कहा।
मैने बोला आप पहले अपनी साड़ी निकालिए.. तो उसने बोला निकाल तो दी तो मैने बोला पल्लू को हटाने से साड़ी नही निकलतीपूरी साड़ी अलग करना पडता हे.. तो उसने पूरी साड़ी हटा दी. अब वो मेरे सामने ब्लाउस पेटिकोट मे खड़ी थी. मैने मेडम से कहा मेडम मे दुकान बंद कर देता हूँ अगर कोई आ गया तो देख लेगा तो अच्छा नही लगेगातो मेडम ने कहा ठीख हे बंद कर दोमैने दुकान बंद करके मेडम के पास गया और कहा मेडम आपको तो पूरा सिखाना पड़ेगा साड़ी पहनना आपने तो पेटिकोट भी बराबर नही पहना हेतो मेडम ने कहा ठीख तो हेमैने बोला मेडम इसे कमर के नीचे पहनते हेमेडम आप अपना ब्लाउस और पेटिकोट निकालो मे आपको सीखाता हूँ
मैने पूछा मेडम आप साड़ी पहली बार पहन रही हे क्या?. तो मेडम ने बोला हां तोड़ा चेंज के लिए पहन रही हूँड्रेस पहन के बोर हो गयी हूँतो मैने मेडम को कहा अपना ब्लाउस और पेटिकोट निकालोतो मेडम ने बोला मे तुम्हारे सामने कैसे निकालूतुम मेरे पति थोड़ी होतो मैने कहा मेडम इसमे कोई बड़ी बात नही हेमे आपको सीखा रहा हूँ कैसे पहनते हे..और बहुत लड़किया तो एक बार बोलने से अपने सारे कपड़े उतार देती हे क्युकी मे उन्हें नया तरीका बताता हूँ साड़ी पहनने केये बोलने से उसने अपने कपड़े निकाल दिए और ब्रा और पेंटी मे खड़ी थी. तो मैने बोला मेडम आपकी अभी उम्र नही हुई हे जो आप इतना सिंपल ब्रा और पेंटी पहनती होमेरे पास लेटेस्ट ब्रा पेंटी हे मे लाता हूँतो मे 3 सेट ब्रा और पेंटी के ले आया और मेडम को खोल कर दिखाने लगा।

मेडम मेरे सामने पूरी नंगी खड़ी थी. फिर मैने मेडम से कहा ये हुई ना बात इसको बोलते हे अच्छा.. मेडम मेरी आपसे एक रिक्वेस्ट हे प्लीज़ आप अपने पुराने ब्रा पेंटी को मत पहना करो और नये खरीद लोफिर मैने बोला मेडम मे दुकानदार होकर सब उम्र वाइज़ लेटेस्ट इस्तमाल करता हूँ.. और मे अंडरवेयर भी लेटेस्ट स्टाइल के पहनता हूँफिर मे पेंटी उठाकर मेडम को पहना रहा था की अचानक मेरी नज़र उनकी चूत पर पड़ी तो उसमे बहुत बाल थे. फिर मैने कहा की मेडम आप अपनी चूत शेव नही करते क्यामेडम ये सुनकर से शरमा गयी।
तो मेडम ने मना कर दिया और फिर मैने कहा की लाओ मेडम मे आपकी चूत शेव करता हूँऔर यह कहकर मे मेडम को टेबल मे लेटने के लिए कह दिया. मेडम मना करने लगी. फिर मैने थोड़ी जिद्द की तो मेडम लेट गयी. फिर भी कहने लगी ज़रूरत नही हे मे बाद मे कर लूँगीतो मैने मेडम से कहा मे इसका कोई एक्सट्रा चार्ज नही लूँगा मेडममेडम ने बोला मुझे एक्सट्रा चार्ज की टेंशन नही हेमुझे शर्म आती हेफिर मैने बोला आप जब मेरे सामने नंगी हो गयी तो शरमाने की क्या बात हेमे खुद अपने लंड को शेव करके रखता हूँऔर ये कहते मैने अपना पेंट उतार दिया और कहा देखो मे खुद कितनी फॅन्सी अंडरवेयर पहनता हूँ.. फिर वो देखने लग गयी।
फिर मैने मेरी अंडरवेयर भी उतार दी और उसका हाथ पकड़ के मेरे लंड पर रख दिया और कहा, मेरे खुद के लंड पर एक बाल नही हे देखोमेरे लंड को पकड़ने से वो गर्म हो गयी. फिर मैने अपना टी-शर्ट भी निकाल दिया और उसके सामने पूरा नंगा खड़ा हो गया. उसका हाथ अभी भी मेरे लंड पर था. फिर मैने उसके पेर को फेला दिया और उसकी चूत शेव कर दिया. शेव करने के बाद मैने उसकी चूत मे हाथ फेरा और कहा कितना अच्छा लग रहा हे
फिर मैने कहा मे तुम्हारी पूरी बॉडी के बाल निकाल देता हूँऔर फिर मैने अपना काम चालू किया उसके बाद मैने उसकी चूत मे उंगली डाली तो उसके मूह से
आहह आहहकी आवाज़ आने लगी. फिर मेरे को मना कर रही थी. अब मे बिल्कुल गर्म हो गया था. मे जानता था वो भी मुझसे चुदना चाहती हे पर झूठा मना कर रही हे।
मैने उसकी चूत से उंगली निकाली और अपना लंड डाल दिया वो और ज़ोर से चिल्लाने लगी. थोड़ी देर के बाद उसे भी मजा आने लगा. फिर हमने 1 घंटे तक चोदा. उसके बाद उसने बोला तुम मुझे साड़ी पहनाने जा रहे थे और मुझे चोद दिया. फिर मैने उसको खूब चूमा और फिर उसकी गांड भी मारी. फिर उसके बाद हमने अपने कपड़े पहन लिए और वो अपनी पसंद की हुई साड़ी, ब्लाउस, ब्रा और पेंटी सब ले गयी. मैने उससे कुछ पेमेंट भी नही लिया. और मैने दुकान खोला और वो चली गयी। fir पूरा दिन ऐसे हही निकल गया
सामने
एक कपल रहते हैं और उनके दो बच्चे हैं. एक लड़का (5 साल ) और एक लड़की (3 साल ). भाभी की उम्र 32 साल है और उनके पतिदेव की उम्र 37 साल. उनका शिफ्ट ड्यूटी रहता था. यह बात मेरे आने के 2 महीने के बाद की है. हम लोग आपस में बहुत घुल मिल गये थे. क्योंकि मुझे बच्चो से बहुत लगाव है।
भाभी का फिगर मस्त था, रंग सावला था और सबसे दिलचस्प उनकी गांड थी. भाभी मुझसे सारी चीज़ डिसकस करती थी. वो बोलती थी की उनको मेरा आपसे इतना बात करना पसंद नही है तो में समझता था की ये नेचुरल है. धीरे धीरे मेरा और भाभी का सात बढ़ता गया और वो किसी ना किसी बहाने से मेरे रूम में आ जाया करती थी कभी चाय तो कभी कॉफी, स्नेक ऑफर करने के बहाने. मैं समझ गया था की यह मुझे पसंद करती हे पर में ये सोच के चुपचाप था की कुछ भी इधर उधर करने से प्रोब्लम हो सकता है और जॉब से भी हाथ धोना पड़ सकता है. मगर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
एक दिन उसके पति ट्रेनिंग के लिय 15 दिन के लिए आउट ऑफ स्टेट गये. पहला दिन नॉर्मल में बीत गया. वो मेरे रूम मे आई और मुझे नॉर्मल टी और स्नेक्स ऑफर किया, थोड़ी देर बात की और यह बोल कर चली गयी की बच्चे अकेले हैं. दूसरे दिन उसने कहा की रात का खाना आपके लिए बना दूँगी आप बाहर मत जाना खाने के लिएरात के 10 बजे वो खाना लेकर आई और मुझे खाना खिलाने लगी साथ मे खुद भी खाने लगी. मुझे थोडा अजीब लगा क्योंकि कोई इस तरह से क्यों करेगा या तो उसे कुछ चाहिए जो की में दे सकता हूँ या फिर पता नही।
मैने कहा ठीक हैं भाभी में खा लूँगा आप जाओ बच्चे अकेले हैं. भाभी ने कहा इसलिए तो अभी आई हूँउन लोगों को सुला कर…. मैं उनका इशारा समझ रहा था लेकिन मेरे तरफ से कुछ भी करना ठीक नही था. हम दोनो ने मिल के खाना खाया. मैने कहा आपके पति कॉल करेंगे तोतो वो बोली उनसे बात कर ली है और बोल दिया है सब सो रहें हैं अब उनका कॉल नही आएगाहम लोग टीवी देख कर खा रहे थे।
खाना खत्म होने के बाद वो बोली की आप और कुछ लेंगे क्या तो बना दूँगी….. मैने कहा जब सब कुछ बना हुआ है तो और क्या बनाने की ज़रूरत हैहम दोनो हंसने लगे. उसने बोला की दही लेंगेमैने सर हिलाया और कहा आपके पति बहुत लक्की हेंउसने कहा पर मैं लक्की नही हूँतो मैने पूछा क्योंउसने कहा बस ऐसे ही वो आज कल मुझ पर ज़्यादा ध्यान नही देते
भाभी ब्लू कलर की नाईटी पहने हुई थी. यह सब सुन कर मेरे लंड में तूफान सा मचने लगा. मैं अक्सर ब्लू फिल्म देख कर मूठ मारता था और अपनी प्यास बुझाता था…. मगर आज तो कुछ और ही होना था. भाभी मेरे पास आई और बोली i love u … वो मेरे पास सोफे पर आकर बैठ गयी और मुझसे पूछा की वो मुझे कैसी लगती है. मैने कहा भाभी मैं तो आपको शुरू से ही पसंद करता था मगर एक डर बना रहता था की कुछ प्रोब्लम ना हो जाएइस पर उसने कहा की कोई प्रोब्लम नही होगा में सब संभाल लूँगी
हम दोनो एक दूसरे को पागलों की तरह किस करने लगे. उसने बोला आज मेरी पूरी प्यास बुझा दो आज से मैं तुम्हारी हूँमैने कहा सब यहीं करेंगे या बेडरूम में चलेंउसने मुस्कुरा कर कहा….तुम जहाँ सुरू हो जाओ वही मेरा बेडरूम हैमैं उसे बेडरूम में ले गया. रात के 11 बज चुके थे और बाहर मौसम भी बारिश का था और कूल था. मैने उसे बेड पर लिटा दिया और खुद भी लेट गया. हम दोनो की साँसें तेज हो चुकी थी. मैं उसे किस करने लगा वो मदहोश होने लगी. मैने उसका नाईटी निकाल कर फेक दिया अब वो सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी. उसने कहा लाइट ऑफ कर दो मुझे शरम आ रही है तो मैने कहा अब किस बात का शरममैने ब्रा खोल दिया और उसे सीधा कर के उसके चुचि (बोब्स) को चूसने लगा।
वो भी मुझे किस कर रही थी. मैं धीरे से अपना शर्ट और पेंट निकाल दिया और अंडरवेयर में से लंड निकाल कर उसके हांथ में दे दिया. मेरा लंड 6 इंच का है और नॉर्मल साइज़ का है।
वो उसे पकड कर खेलने लगी और मैं भी उसके चुचि को खूब मसलने लगा. फिर मैने उसके पेट को छूना शुरू किया और नीचे देखा तो उसकी पेंटी गीली हो चुकी थी. उसने अपना पानी छोड़ दिया था. वो मेरा लंड ज़ोर ज़ोर से हिला रही थी. मैने अपना अंडरवेयर निकाल दिया और उसका पेंटी भी. अब हम दोनो पूरे नंगे एक दूसरे के उपर लेटे हुए थे. उसने कहा अब कंट्रोल नही हो रहा है मुझे चोदो मैने कहा अभी तो मेरी जान शुरुवात है जम के चुदाई होगीमैं फ्रीज़ में से कुछ आइस लेकर आया. उसके निप्पल और पेट पर आईस रगड़ने लगा. 5 मिनिट के बाद मैने अपना लंड उसके मूह में डाल दिया. वो लोलिपॉप की तरह चूसने लगी. मैने उसके चूत में भी एक आइस डाल दिया वो उछलने लगी और अपनी गांड नाचाने लगी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. मेरा पूरा वीर्य निकल गया और उसने जोश में उसे पी लिया।
फिर मैने खुद को साफ किया और उसकी चूत को चाटने लगा. वो चिल्लाने लगी और बोलने लगी कुत्ते चुदाई भी करोगे या मुझे तडपाते रहोगेमैने कहा मेरी प्यारी रंडी भाभी लंड से तुमने सारा माल निकाल लिया इसे फिर से चूस के खड़ा करोउसने बिना कुछ बोले ज़ोर ज़ोर से लंड चूसने लगी और उसे खड़ा कर दिया. अब में उसके उपर आकर लंड उसके चूत में डाल दिया और उसे ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा….वो चिल्लाने लगी और गलिया भी दे रही थीउसके मूह से अजीब अजीब आवाज़ आ रही थी….आआआहह…..उूउउ….माआअ…..और ज़ोर से डालो मेरे राजा आज से तुम्हारी रांड़ बन के रहूंगी बहनचोद फाड़ दो मेरी चूत कोये सब सुन के मैं और जोश में आ गया और उसे घोड़ी बनने को कहा और पीछे से ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने लगा. वो पागलों की तरह गांड मटका रही थी।
मैने कहा तुम्हारी गांड तो चूत से भी मस्त हैऔर एक उंगली गांड में डाल दि. वो और गांड मटकाने लगी ये देखकर मैं और ज़ोर से डालने लगा और दो उंगली गांड मैं डाल दिवो चिल्लाने लगी. फिर मैने कहा मेरा निकलने वाला हैउसने कहा चूत मैं ही डाल दोमैं उसके चूत में ही डिसचार्ज हो गया और उसी पोज़िशन में उसके उपर लेट गया।
हमने उस रात सुबह 4 बजे तक तीन बार सेक्स किया. उसे बहुत मज़ा आया क्योंकि मैने उसे अलग अलग पोज़िशन में चोदा. वो बहुत ही खुश थी. हमने 13 दिन बहुत सेक्स किया. उसने कहा तुम इतने हॉट होगे मैने कभी नही सोचा था. अब हम जब भी मौका मिलता है तब चुदाई करते हैं. उसके पति की जब भी नाइट शिफ्ट होती है तब वो मेरे रूम मे आती है और हम लोग जम के चुदाई करते हैं।
में हल्का होने के लिए अपने एक जिगरी दोस्त के वष चला गया उसकी सदी हो चुकी थी में उसके साथ बेथ गया जब उसकी नयी न्यू सादि हुई थी वो तब की बात ले कर बेथ गया
में (मेरा दोस्त जो मुझे अपनी बाटे कर रहा हे )
में और बरखा एक दूसरे से अच्छी तरह से परिचित नही थे. क्यूंकी
मुझे शादी के तुरंत बाद बेंगलोर जाना था अपनी जॉब के लिए इसलिए हमारी सुहागरात थोड़ी देर से मनी।
शादी के करीब 15 दिन बाद मैने बरखा को बेंगलोर बुलवा लिया. जब में उसे बेंगलोर एयरपोर्ट पर लेने पहुचा तो में उसे देखता ही रह गया वो ब्लैक साड़ी मे बहुत खूबसूरत लग रही थी. हम दोनो कार मे बैठकर मेरे घर की तरफ चल दिए मेरी नज़र पुरे रास्ते बार बार उसी पर जा रही थी. घर आने के बाद वो नहाने चली गयी क्योंकि वो काफ़ी थकी हुई थी।
मेने खाने का ऑर्डर एक पास के रेस्टौरेंट मे दे दिया. वो नहाकर पीले कलर का सिंपल से सूट मे मेरे सामने आई. फिर हमने खाना खाया, खाना खाते हुए हमारी बातें शुरू हुई. उसकी आवाज़ मे एक अजीब सी कशिश थी जिसका में कायल हो चुका था. खाने के बाद वो थोड़ी देर के लिए सो गयी और में अपने ऑफीस के काम मे लग गया. मैने ऑफीस से 3 दिन की छुट्टी ले रखी थी. इसलिए में अपना बचा हुआ तोड़ा सा ऑफीस का काम करने लगा. वो शाम 5 बजे उठी और मेरे पास आकर बैठ गयी. मैने अपना काम बंद किया और उसकी लाइफ के बारे पूछने लगा. वो काफ़ी दिल खुश लड़की लगी मुझे।
हम दोनो थोड़ी देर टहलने के लिए बाहर निकल पड़े और रात 8 बजे घर वापस आए. घर आने के बाद उसने मेरे और अपने लिए खाना बनाया. हम दोनो ने साथ बैठकर खाना खाया. वो ज़्यादा अच्छा खाना बनाना नही जानती थी फिर भी जो भी था अच्छा था. खाने के बाद हम अपने बेडरूम मे गये।
बरखा अभी उसी पीले सूट मे थी और बेहद खूबसूरत लग रही थी. हम बेड पर बैठे थे पर दोनो बिल्कुल चुप थे. मैने धीरे से उसका हाथ अपने हाथ मे लिया. वो तोड़ा सा शरमा गयी. फिर मैने उसे अपनी तरफ खींचा. हम दोनो बिल्कुल मिलकर बैठे थे. मैने उसके गालो पर हल्का सा चुंबन लिया. वो हल्का सा मुस्कुराइ और शरमाई भी. अब मैने अपनी बाहें खोलकर उसे अपने सीने से लगा लिया वो भी मेरे प्यार के नशे मे मदहोश सी होकर मेरे सीने से सिर लगाकर मेरी बाहों मे सिमट सी गयी।
हम कुछ देर तक ऐसे ही बैठे रहे. फिर मैने उसकी गर्दन पर किस करना शुरू किया. इससे उसकी साँसें गर्म होने लगी. अब उसकी साँसों की गर्मी मेरे चेहरे पर महसूस होने लगी थी. मैने उसके चेहरे को अपने हाथो मे पकड़ा और धीरे से अपने होंठो को उसके होंठो पर रख दिया. क्या ग़ज़ब का एहसास था वो. में बता नही सकता. उसने भी मेरे होंठों को चूमना शुरू कर दिया।
उसके हाथ मेरे बालों को सहला रहे थे और मेरे हाथ उसकी पीठ को. अब मैने अपनी ज़बान उसके होंठो के बीच मे डाल दी और उसने अपनी मेरे होंठो को समर्पित कर दी. एक दूसरे के जिस्म से लिपटे हुए हम दोनो फ्रेंच किस का आनंद ले रहे थे. काफ़ी देर तक हम एक दूसरे को किस करते रहे. अब मैने उसके सूट की डोरिया खोलनी शुरू कर दी और उसके गर्दन और कंधो को चूमते हुए उसका सूट उतार दिया. वो मेरे सामने अब सिर्फ़ ब्रा मे थी।
उसने भी धीरे धीरे मेरी शर्ट के बटन खोलने शुरू कर दिए और मेरे सीने को चूमने लगी. मेरे हाथ उसकी छाती पर चलने लगे थे. मैने उसे बेड पर लिटाया और उसके उपर लेट गया. दोनो हाथो से में उसके नरम नरम स्तनो को दबा और सहला रहा था और वो मस्ती मे चूर होकर आहें भर रही थी. उसने मेरी शर्ट भी उतार दी थी उसके हाथ मेरी पीठ पर एक अलग सा एहसास दे रहे थे. मैने उसके स्तनो को चूमना शुरू किया और उसकी ब्रा को कंधो से सरका कर नीचे कर दी।
अब उसके दोनो स्तन नग्न हो चुके थे. मेरी इस हरक़त से वो हल्का सा शरमा गयी. फिर मैने अपने होंठ उसके स्तनो पर चलाना शुरू कर दिया. मेरे ऐसा करने से बरखा बहुत गर्म होने लगी और ज़ोर ज़ोर से आहें भरने लगी. मैं उसके निपल्स को चूस रहा था और हल्के से बीच बीच मे काट भी देता था।
मैने धीरे धीरे उसके स्तनो को चूमते हुए उसके पेट को चूमना शुरू कर दिया और उसकी नाभि तक पहुच गया. जैसे ही मैने उसकी नाभि पर अपने होंठ रखे उसके मुहं से एक मीठी सी कमसिन आ.. निकली और फिर मैने तभी उसके सलवार का नाडा खोल दिया. मेरे ऐसा करते ही उसने अपने दोनो हाथ अपनी योनि पर रख लिए. वो हल्की सी सहम सी गयी. मैने धीरे से उसके हाथो को हटाया और उसकी पेंटी के उपर से ही उसकी योनि पर एक हल्का सा चुंबन लिया. उसकी योनि से बहते पानी की ख़ूशबू मुझे मदहोश कर रही थी।
मैने धीरे से उसकी सलवार को उसके जिस्म से अलग कर दिया. अब वो सिर्फ़ पेंटी मे थी और आँखें बंद किए मेरे सामने लेटी थी. में उसके उपर से उठा और मैने अपनी पेंट उतार दी. वो और में अब सिर्फ़ अंडरवियर मे थे. उसकी साँसें बहुत तेज तेज चल रही थी. में उसकी बगल मे लेट गया और उसके कान मे प्यार से पूछा की क्या तुम तैयार हो..और उसने धीरे से मुस्कुराते हुए आँखें खोली और मुझे बाहों मे भरते हुए हा.. मे अपना सिर हिला दिया।
मैने अब धीरे से उसकी पेंटी और अपने अंडरवेयर को उतार दिया. अब हम दोनो बिल्कुल नग्न थे. बरखा ने मुझे कस कर अपनी बाहों मे भर लिया था. हमारे नग्न जिस्म एक दूसरे से ऐसे लिपटे थे जैसे दो सर्प आपस मे लिपट जाते है. इसके बाद मैने उसकी योनि पर किस किया और काफ़ी देर तक करता रहा. अब उसके हाथ भी मेरे लिंग को ढूँडने लगे थे और जैसे ही उसका हाथ मेरे लिंग को छुआ उसने तेज़ी से अपना हाथ वापस हटा लिया. पर फिर से धीरे से वापस उसे पकड़ लिया. उसके पकड़ने से मेरा लिंग और कड़क हो गया और सारे जिस्म मे एक अजीब सी सिरहन दौड़ पड़ी. उसने थोड़ी देर तक मेरे लिंग को सहलाया और जब मुझे लगा की वो संभोग के लिए बिल्कुल तैयार हो चुकी है।
मैने अपना लिंग उसकी योनि के कोमल पंखुड़ियो जैसे होंठो के पास रख दिया. मैने जैसे ही लिंग पर हल्का सा ज़ोर लगाया लिंग वहा से फिसल गया क्यूंकी हम दोनो का यह पहली बार था. जब फिर से ऐसा हुआ तो उसने ने खुद अपने हाथ से मेरे लिंग को अपनी योनि के मुख पर पकडा दिया और मैने जैसे ही ज़ोर लगाया. उसकी योनि हल्की सी खुली और मेरा लिंग तोड़ा सा अंदर चला गया. जैसे ही लिंग अंदर गया हम दोनो के मुख से हल्की सी दर्द भरी आ निकली।
क्यूंकी अभी तक लिंग ज़्यादा अंदर नही गया था इसलिए मैने जल्दी ही दूसरा झटका लगाया जो तोड़ा तेज इस बार लिंग आधे से ज़्यादा अंदर चला गया. मेरे झटका मारते ही बरखा की आँखों मे पानी आ गया और वो कराह उठी क्यूंकी इस बार उसकी झिल्ली फट चुकी थी मुझे अपने लिंग पर उसके गर्म खून का अनुभव होने लगा था. में अब रुक गया और उसकी आँखों को चूमते हुए उसके आँसू साफ किए. इसके बाद मैने उसके होंठो को चूमा थोड़ी देर बाद जब वो नॉर्मल हुई तो उसने अपने हाथ मेरी कमर पर डालते हुए इजाजत दी. फिर मैने अपनी कमर चलानी शुरू कर दी और मेरा लिंग धीरे धीरे उसकी योनि मे अंदर बाहर होने लगा था. कुछ झटको के बाद वो भी मदहोश सी होने लगी.
उसका दर्द अब जा चुका था और वो अब कमसिन आवाज़ें निकाल रही थी।
उसने अपने पैरो को मेरे उपर लपेट लिया था और हल्के हल्के से खुद भी नीचे से उठने लगी थी. लगभग 5 मिनट बाद उसकी आवाज़ें तेज होने लगी और उसका जिस्म अकड़ने लगा. तभी उसकी योनि ने अपने रस की फुहार से मेरे लिंग को भिगो दिया. उसके ऐसा करने के कुछ सेकेंड बाद मेरे बदन मे भी तेज उफान सा आया और लिंग बहुत कड़क हो गया. मेरी कमर तेज़ी से चलने लगी और मेरे लिंग ने अपना काम कर दिया. हम दोनो शांत हो चुके थे. इसके बाद में उसके जिस्म को चूमते चूमते कब सो गया पता ही नही चला।
सुबह 8 बजे मेरी आँख खुली तो देखा बरखा वहा नही थी. में अभी भी नग्न अवस्था मे ही था. मैने अपने कपड़े पहने तभी बरखा टावल लपेटे हुए बाथरूम से बाहर निकली. पानी की बूँदें उसके चेहरे पर हीरो के समान चमक रही थी. वो मुझे देखकर मुस्कुराई. में उसके पास गया और उसे अपनी बाहों मे भर लिया. इस बार उसने मुझे किस किया और फिर नाश्ता बनाने चली गयी. हम दोनो ने नास्ता किया और फिर हम दोनो घूमने निकल पड़े. उस दिन हम पूरा दिन घूमे, मूवी देखी और शाम के वक़्त केंडल लाइट डिनर किया।
यह थी मेरी सुहागरात की कहानी.

वह यार गज़ब कहानी थी तेरी चल अब में चलता हु कह कर वह से खिसक गया

मेरी मम्मी को बहुत अच्छी तरह से जानता हूँ. मेरी मम्मी की चूत मे बहुत खुजली होती है. अगर उन्हें रोज लंड ना मिले तो वो साली किसी से भी चुदाने को तैयार हो जाएगी।
मेरी मम्मी का नाम उषा हे. मस्त फिगर है 34-32-38. मैने कल ही देखा जब वो नाईटी पहन कर दूध लेने दूधवाले के पास गयी तो दूध वाला अपनी धोती से उसे लंड दिखा रहा था. और मम्मी भी ऐसे बैठी हुई थी जिससे उसके नाईटी से उसकी चिकनी चूत दिख रही थी।
अब में सीधे स्टोरी पर आता हूँ.. ये एक सच्ची स्टोरी है और यह उस टाइम की है जब में 14 साल का था और मेरी मम्मी 38 की थी. मेरे पापा उस टाइम काम के सिलसिले से आउट ऑफ स्टेशन थे. हमारे घर के बगल मे एक आंटी रहती है, उनके घर मे बस वो और उनके पति है. बच्चे इंजिनियरिंग कॉलेज मे पढ़ते थे. अंकल ज्यादातर काम मे बिज़ी रहते थे।
एक बार आंटी अपने घर पर एक पूजा रखी. हमारे बगल मे घर होने के कारण उन लोगो से हमारी काफ़ी बनती हे. हमारे घर की छत जॉइंट थी. पूजा शाम को थी तो तैयारी जोरो से थी. आंटी ने मिठाई यानी प्रसाद बनवाने के लिय हलवाई बुलाये थे. दो हलवाई आए थे वो बहुत हट्टे-खट्टे थे. वो लड्डू बनाने लगे. थोड़ी देर मे आंटी आई और मेरी मम्मी से बोली की उषा तुम थोड़े देर के लिए मेरे घर चली जाओ और अच्छे से प्रसाद बनवा देना में पूजा का समान लेकर आती हूँ।
तो मम्मी बोली की कोई बात नही पर मम्मी नहाकर जाना चाहती थी, तो आंटी बोली की गर्मी इतनी ज्यादा है जल्दी चली जाओ लड्डू बनवाकर जब आना होगा तब नहा लेना. मम्मी बोली ठीक है. मम्मी उस दिन घर पर नाईटी पहनी थी जो की आगे से पूरा खुला था. उसमे बटन लगे हुए थे. मम्मी अक्सर पेंटी नही पहनती है.वो पिंक कलर की ब्रा पहनी हुई थी. फिर आंटी के जाने के बाद मम्मी आंटी के घर चली गयी।
में छत पर पतंग उड़ा रहा था और प्रसाद उनके आँगन मे बन रहा था जोकि छत वाले ग्रिल से साफ दिख रहा था. ग्रिल पर बहुत सारे सामान रखे होने से नीचे वाले को उपर कुछ पता नही चल पा रहा था. जब मम्मी हलवाईयो के पास पहुची तो वो मम्मी को देखकर एकदम मस्त हो गये. वो दोनो 35 से अधिक उम्र के लग रहे थे. फिर मम्मी वहा पहुच कर चेयर पर बैठ गयी फिर कुछ बाते करने लगी. फिर जब लड्डू बाँधने का टाइम आया तो मम्मी ज़मीन पर बैठ गयी. मम्मी कुछ इस तरह उनके सामने बैठी थी की उनकी चिकनी चूत की हल्की हल्की झलक उन दोनो हलवाईयो को मिल रही थी।
फिर थोड़े देर बाद मम्मी किचन मे किसी काम से गयी तो वो दोनो हलवाई अपने मे बात करने लगे और मम्मी को चोदने की योजना करने लगे. मम्मी जब वापस आई तो वो दोनो मम्मी के बदन को घूरने लगे. फिर एक हलवाई उठ कर बाहर टॉयलेट करने गया और वो उधर से एक टिड्डा (कीड़ा) पकड़ कर लेता आया और मैं गेट भी बंद कर दिया।
फिर वो आकर बैठ गया लेकिन हाथ मे वो टिड्डे को लिए हुए था फिर वो मम्मी से बोला की हिलना नही आपके पैर के पास कुछ कीड़ा दिख रहा है मम्मी तो डर गयी फिर वो पास आकर टिड्डे को मम्मी के नाईटी मे डाल दिया. अब वो टिड्डा मम्मी के नाईटी के अंदर चलने लगा मम्मी की हालत खराब होने लगी मम्मी की तो चेहरा देखते बन रहा था. फिर मम्मी नाईटी उठा कर अंदर देखने लगी. फिर एक हलवाई ने बोला की अच्छे से नाईटी निकाल कर झाड़ लीजिए नही तो वो काट लेगा
फिर एक हलवाई ने मम्मी की नाईटी पकड़ के पूरा उपर तक उठा दिया फिर भी कुछ नई दिखा तो वो नाईटी उतार दिया और टिड्डे को नाईटी के उपर से पकड़ के मम्मी से बोला लगता है कीड़ा हैऔर इधर मम्मी केवल ब्रा मे खड़ी थी. मम्मी शर्म से लाल पीली हो रही थी. फिर दूसरा हलवाई आकर मम्मी को पीछे से पकड़ लिया, मम्मी छूटने का नाटक करने लगी. इतने मे दूसरा हलवाई मम्मी की ब्रा का हुक भी खोल दिया फिर क्या मम्मी की चुचिया दिखने लगी।












राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator