Tuesday, March 29, 2016

FUN-MAZA-MASTI ठरकी की लाइफ में ..50

FUN-MAZA-MASTI

 ठरकी की लाइफ में ..50


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अब आगे
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अजय ने अपना पिज़्ज़ा खाने के बाद खड़े होकर अपना लंड मसलना शुरू कर दिया...रचना ने अपना पिज़्ज़ा उठाया और उसे खाने लगी..

अजय ने उसके सेक्सी से चेहरे को देखते हुए अपनी स्पीड बड़ा दी और फिर अचानक उसके लंड से जोरदार पिचकारी निकल पड़ी...जो सीधा रचना के मुँह पर जाकर टकराई....कुछ उसके चेहरे पर गिरी और कुछ उसके पीज़्ज़े पर ... रचना के लिए तो वो पिज़्ज़ा डबल चीज़ का बन चुका था...उसने लपालप करके उसे खा लिया...और फिर अपने चेहरे के माल को समेट कर उसे भी निगल गयी..

अजय तो गहरी साँसे लेता हुआ अपनी चेयर पर गिर पड़ा...

रचना टेबल से उतरी और एक वफ़ादार सेक्रेटरी की तरह वो अजय के सामने बैठकर उसके लंड को मुँह में लेकर उसे सॉफ करने लगी.



कुछ ही देर में उसने लंड को चमका डाला..और फिर मुस्कुराती हुई बाथरूम की तरफ चल दी...

थोड़ी देर में वो क्लीन होकर बाहर आई और फिर दोनो ने कपड़े पहन लिए..

चार बज चुके थे...अब थोड़ा बहुत काम भी करना ज़रूरी था.

अजय और रचना ने अगले 2 घंटे तक मन लगाकर उस प्रॉजेक्ट पर काम किया जिसके लिए वो ऑफीस आए थे...और आख़िरकार उसे निपटा ही डाला..

जाते हुए रचना को एक बार फिर से अच्छी तरह चूसने के बाद वो उसे ड्रॉप करता हुआ घर की तरफ चल दिया.

वो जानता था की अब इस तरह की चुसाई अब अक्सर हुआ करेगी ऑफीस में .

तभी उसके बॉस का फोन आया..अजय ने जब नंबर देखा तो समझ गया की वो ज़रूर प्रॉजेक्ट के बारे में पूछेगा..लेकिन तभी उसके शातिर दिमाग़ में एक विचार कोंध गया.

और उसने बॉस का फोन उठाकर ये कहा की अभी काम पूरा नही हुआ है...कल दोबारा जाना पड़ेगा..यानी संडे वाले दिन...बॉस को भला क्या प्राब्लम होनी थी...उसे तो काम से मतलब था, जब अजय खुद ही संडे को आने के लिए तैयार है तो उसे क्या परेशानी होनी थी...वैसे भी उस प्रॉजेक्ट की कोटेशन मंडे मॉर्निंग में भेजनी थी.

अब अजय के पास एक और दिन था...और ऑफीस की चाभी भी..

और उसे मालूम था की अगले दिन किसका शिकार करना है.


अजय करीब 8 बजे घर पहुँचा...काफ़ी थके होने की वजह से उसने किसी से ज़्यादा बात की, उसकी दोनो सालियां बेचारी अपने-2 अरमान मन में ही लेकर रह गयी...आज की रात के लिए उन्होने कुछ ख़ास सोचा हुआ था अपने जीजू के लिए, पर अजय की हालत देखकर उन्होने अपना प्लान अगले दिन के लिए टाल दिया...वैसे भी 5 घंटे में 3 बार झड़ने से कैसी कमज़ोरी महसूस होती है ये एक मर्द ही जानता है..वो भला ये बात कैसे जानती

अजय ने खाना खाया और अपने रूम में जाकर सो गया...प्राची अपनी बहनो के साथ काफ़ी देर तक बातें करती रही,बाद में वो भी चली गयी और प्राची उसकी बगल में आकर सो गयी...करीब 11 बजे अजय की नींद खुली, प्राची गहरी नींद में थी...उसने दूसरे रूम में जाकर देखा की कहीं कल की तरह आज भी तो पूजा या कोई और वहां नही रुका है, पर आज कोई नही था...

उसने जल्दी से अपना फोन निकाला,और व्हाट्स ऐप चालू किया, और सीधा अपने दोस्त की बीबी अंजलि की प्रोफाइल पर गया...और उसकी किस्मत अच्छी थी,वो ऑनलाइन थी उस वक़्त..

अजय ने हाय का मैसेज टाइप करके भेज दिया...एक ही पल में उसका रिप्लाइ आ गया : "हाय ...आ गयी मेरी याद...कहाँ थे इतने दिनों से...''



अजय : "बस यहीं था....आजकल ऑफीस में कुछ ज़्यादा काम होता है...इन्फेक्ट मैं तो आज भी ऑफीस में था...एक प्रॉजेक्ट रिपोर्ट बनानी थी...''

अंजलि : "ओहो....क्या बात है...काश इतने सिनसेयर मेरे पति होते तो उनकी भी प्रमोशन हो जाती...वो तो एक नंबर के ढीले है..''

अजय हंस दिया...वो भी जानता था की अनिल हर काम करने में कितना ढीला है...शायद इसलिए अजय को उससे पहले प्रमोशन मिल गयी थी...

पर यहाँ वो शायद उसके दूसरे ढीलेपन की भी बात कर रही थी..ये समझते ही उसने लिखा : "अच्छा ..ऐसा क्या ढीलापन दिखा दिया उसने...''

अंजलि : "देखो ना...आज मेरा इतना मन कर रहा था कुछ करने का...और ये है की दारु पीकर, मैच देखकर सो गये...''

अजय जानता था की अनिल को क्रिकेट के मैच देखने का कितना शोंक है...

अजय : "हाय ...काश मैं वहां होता तो आपकी सारी नाराज़गी दूर कर देता...''

अंजलि : "आप तो रहने ही दो...एक बार ही प्यास बुझाई और उसके बाद गायब ही हो गये...ये नही सोचा की जो आग भड़काई है उसको ठंडा करने के लिए तो मिलते रहना ज़रूरी होता है...''

अजय : "कोई बात नही भाभी...आपकी ये शिकायत मैं कल ही दूर कर देता हूँ ...''

अंजलि ने जब ये पड़ा तो उसकी चूत एकदम से गीली हो गयी, उसने टाइप किया : "कल..? पर कल कैसे...अनिल तो कल घर ही होगा...''

अजय : "मैं आपके घर नही आ रहा ,बल्कि आपको कहीं और बुला रहा हूँ ...''

ये देखकर अंजलि की आँखे चमक उठी...उसने लिखा : "कहीं और...यानी तुम्हारे घर...?''

अजय : "अरे नही भाभी...मेरे घर भी नही...कहीं और...ये मैं आपको कल बताऊंगा ..आप किसी तरह से बाहर निकलने का जुगाड़ करो कल ...बस अनिल को शक ना हो...मुझे 12 बजे मार्केट में मिलना, वहां से मैं आपको ले चलूँगा...''


अंजलि ये सुनकर और भी एक्साइटेड हो गयी...उसने लिखा : "वाव...यानी तुमने सब सोच कर रखा है...तुम मेरे निकलने की फ़िक्र ना करो, मैं किट्टी या पार्लर जाने का बहाना करके निकल आउंगी, और अनिल की फ़िक्र ना करो, वैसे भी कल इंडिया पाकिस्तान का मैच है, वो घर से निकलेंगे ही नही...''

अजय : "ये तो अच्छी बात है...वो घर बैठकर मैच देखेगा और हम दोनो मिलकर मैच खेलेंगे...''

अंजलि : "उम्म......मेरा तो अभी से मन कर रहा है तुम्हारे बेट से मैच खेलने का...''

अजय : "और मेरा आपको बॉल्स से खेलने का...''

अजय ने महसूस किया की चैट करते-2 उसका लंड स्टील का बन चुका है..जब उसका ये हाल है तो अंजलि की चूत का क्या हाल होगा इस वक़्त...वो तो अपना बिस्तर गीला कर चुकी होगी...

अंजलि : "उम्म्म....अब ऐसे ना तड़पाओ अजय....जितना खेलना है खेल लेना कल...मेरी बॉल्स से भी और मेरी गीली पिच से भी...''

अजय : "वो तो ठीक है, पर अभी के लिए तो कुछ इंतजाम कर दो ? "

अंजलि : "बोलो, क्या करू मैं , अपने राजा के लिए ''

अजय मुस्कुराया और उसने मैसेज टाइप किया : "मुझे अपनी बॉल्स और गीली पिच की पिक्स भेजो ''

अंजलि : "उम्म्म्म्म्म। ... क्यों परेशान कर रहे हो, तुम तो अपना हिलाकर सो जाओगे,और मई तड़पती रहूंगी रात भर ''

अजय : "नहीं भाभी, आपकी कसम, मई आज की रात नहीं झाड़ूंगा, आपके लिए संभाल कर रखुँगाम सिर्फ अपने छोटे सिपाही को आपने सैक्सी फ़िगर दिखाकर कल के लिए तैयार करना है, प्लीज, भेजो न,.... ''

अंजलि ने भी ज्यादा बहस नहीं की, उसने एक नजर अनिल पर डाली , वो गहरी नींद में था, अंजलि ने अपनी टी शर्ट को ऊपर किया और अपने कठोर मुम्मे बहार निकाल कर अपनी एक सेल्फ़ी ली, और उसे अजय को भेज दिया



अजय तो उसके मुम्मो की कठोरता, उसके निप्पल्स की चोंचे और मुम्मों की मोटाई देखकर पागल सा हो गया

उसने तुरंत मैसेज भेजा : "वआव भाभी, मजा आ गया, आप कल मिलो तो सही, इनका तो मै हलवा बनाकर खा जाऊंगा ''


अंजलि उसके मेसेज को देखकर मुस्कुरा दी, वो जानती थी की उसके मोटे मुम्मे हैं ही इतने आकर्षक, भले ही अजय उन्हें बुरी तरह चूस चुका था, मसल चुका था, पर एक बार फिर से उन्हें नंगा देखकर वो ऐसे पागल हो रहा था जैसे पहली बार देख रहा हो उन्हें। ..

उसने इतराते हुए एक और पिक खींची और उसे भी अजय को भेज दिया



इस बार वो और मोटे लग रहे थे, शायद थोड़ा और क्लोसअप से ली थी ये फोटो

अजय ने अपना लंड बाहर निकाल लिया, और उसे मसलने लगा , उसने अंजलि से वादा ना किया होता तो अभी के अभी मुठ मारकर अपना माल बाहर निकाल देता

अजय : "भाभी, क्यों तड़पा रहे हो, पूरा दिखाओ न , प्लीईज़ ''

वो मुस्कुराई और उठकर बाथरूम की तरफ चल दी, दरवाजा बंद करके उसने अपना टॉप निकाला और अपनी टॉपलेस पिक खींचकर उसे अजय को भेज दिया 




ये पिक देखकर तो अजय का दिमाग ही खराब हो गया, ऐसे मोटे मुम्मे वाली औरत को दोबारा चोदकर कितना मजा आएगा, यही सोचता हुआ वो अपने लंड को धीरे-२ रगड़ता रहा

अजय : "वाह भाभी, आपके मोटे बूब्स पर तो लटक जाने का जी चाहता है ''

अंजलि : "कल जितना चाहे लटक लेना, कोई रोकने वाला नहीं होगा , मुझे भी अपने बूब्स चुसवाना बहुत पसंद है, कोई मेरे बूब्स चूसे या पुस्सी ,दोनों में एक जैसा ही आनंद मिलता है मुझे तो ''

अजय को वो कल के लिए टिप्स दे रही थी की उसके साथ क्या-२ करे वो....

अजय : "अच्छा, सिर्फ चुसवाना ही पसंद है, चुदाई नहीं। .... ''


अंजलि: "चुदाई का तो कोई मुकाबला ही नहीं है, उसके लिए तो मैं कुछ भी करने को तैयार हूँ ''

अजय : "अभी के लिए तो आप अपना पायजामा उतारो और मुझे फुल बॉडी की नंगी पिक भेजो, जल्दी ''

अंजलि ने वैसा ही किया, और अपने नशीले और नंगे बदन की पिक अजय को भेज दी



अजय तो उसके चिकने शरीर और चिकनी चूत को देखकर पागल सा हो गया

अंजलि : "अब मुझे भी तो कुछ दिखाओ ''

अजय ने झट से अपना लंड बहार निकाला और उसकी एक फोटो अंजलि को भेज दी.



जो हाल अभी तक अजय का हो रहा था, वो अब अंजलि का होने लगा

वो अपनी चूत को बुरी तरह से मसलने लगी


और उसने एक और पिक अजय को भेज डाली 

 अजय : "अब बस करो भाभी, आपसे वादा न किया होता तो कब का झड़ चूका होता, ये पिक्स देखकर तो अपने आप माल निकल जाएगा ''

अंजलि मुस्कुराई और बोली : "मेरी चूत का हाल देखो जरा, बिना झड़े ही इसका रस बाहर निकल रहा है ''

इतना लिखकर उसने अपनी चूत का क्लोसप लेकर उसे अजय को भेज दिया




उसकी चूत सच में टपक रही थी , उसके बाद अंजलि अपने कपडे पहन कर वापिस अपने रूम में आ गयी

थोड़ी देर तक और चैट करने के बाद अजय बोला : "ओक भाभी , अब आप सो जाओ ...कल मिलते है...''

अंजलि : "ठीक है कुत्ते...कल मिलते है...''

अजय : "कुत्ते ?? ये क्या था...?''

अंजलि : "जब मुझे किसी पर हद से ज़्यादा प्यार आता है ना तो मेरे मुँह से अपने आप गालियां निकल जाती है...अनिल से पूछना कभी, कैसी गंदी-2 गालियां ख़ाता है वो , जब मुझे गर्मी चड़ती है...उसकी मा-बहन और खानदान के किसी भी इंसान को नही बख्शती मैं तो...हे हे..''

अजय : "अच्छा , ये बात है...फिर तो हो जाए 2-2 हाथ, स्कूल टाइम के बाद तो मैं भी गाली देना भूल ही चुका था...कल अपने खजाने से ऐसी गालियां निकालूँगा की आपकी चूत के परखच्चे उड़ जाएँगे वो गालियां सुनकर ...''

जवाब में अंजलि ने हंसते हुए स्माइली भेजे और लिखा : "देखेंगे....''

और उसके बाद मिलने की जगह डिसाईड करके अजय ने सारी चैट डिलीट करी और वापिस आकर सो गया....अब उसे कल की धमाकेदार चुदाई का इंतजार था...

पर अजय की किस्मत में हर चीज़ आसानी से नही आती,उसे क्या मालूम था की जो प्लान उसने बनाया है,उसमें खलल पड़ने वाला है...और ऐसा खलल जिसके बारे में उसने सपने में भी नही सोचा था...


 
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