हिंदी सेक्सी कहानियाँ
जब दो सालियों को एक रात में ही चोदा.
बात उस समय की है जब मेरी शादी को 2 साल हो गए थे और मेरी बीबी को पहला बच्चा हुआ था. वो उस समय अपने मायके कानपुर में ही थी. मै इलाहाबाद में पोस्टेड था. जब काफी दिन हो गए तो मै अपने आफिस से छुट्टी ले कर अपने ससुराल गया ताकि बीबी और बच्चे से मिल आऊं. अभी मेरी बीबी का इलाहाबाद आने का कोई प्रोग्राम नहीं था. क्यों कि इस समय दिसंबर का महीना चल रहा था और जाड़ा काफी अधिक पड़ रही थी.
कानपुर जब मै अपने ससुराल गया तो मेरी खूब खातिरदारी हुई. मेरे ससुराल में मेरे ससुर, सास, 1 साला और 2 सालियाँ थी. मेरे साले की हाल ही में नौकरी हुई थी. और वो दिल्ली में पोस्टेड था. ससुरजी भी अच्छे सरकारी नौकरी में थे. 2 साल में रिटायर होने वाले थे. लेकिन अधिकतर बीमार ही रहा करते थे. मेरी सालियाँ बड़ी मस्त थीं. दोनों ही मेरी पत्नी से छोटी थीं. मेरी पत्नी से ठीक छोटी वाली का नाम मोनिका था. वो 23 साल की थी. उस से छोटी अन्नू की उम्र 21 साल की थी. दोनों ही स्नातक कर चुकी थी. यूँ तो दोनों दिन भर मेरे से चुहलबाजी करती रहती थी लेकिन कभी बात आगे नही बढी थी. मैंने भी मोनिका की एक - दो बार चूची दबा दी थी. लेकिन वो हंस कर भाग जाती थी. खैर मेरी बीबी नेहा खुद भी काफी सुन्दर थी. इसलिए कभी कोई ऐसी वैसी बात होने कि नौबत नही आई.
इस बार मै ज्यों ही अपने ससुराल पहुंचा तो वहां एक अजब समस्या आन पड़ी थी. दोनों ही सालियों ने बी .एड करने का फॉर्म भरा था और दोनों की ही परीक्षा लखनऊ में होनी थी. परीक्षा पुरे एक सप्ताह की थी. समस्या ये थी कि इन दोनों के साथ जाने वाला कोई था ही नहीं. क्यों कि मेरे साले कि अभी अभी नौकरी लगी थी और वो दिल्ली में था. मेरे ससुर जी को जोड़ों के दर्द ने इस तरह से जकड रखा था कि वो ज्यादा चल फिर नहीं पा रहे थे. सास का तो उनको छोड़ कर कहीं जाने का सवाल ही पैदा नही होता था. मेरी दोनों सालियाँ तो अकेले ही जाने के लिए तैयार थी, लेकिन जमाने को देखते हुए मेरे ससुरजी इसके लिए तैयार नहीं हो रहे थे. इस कारण मेरी दोनों सालियाँ काफी उदास हो गयी थी. मुझे लगा कि यूँ तो मै 15 दिनों की छुट्टी ले कर आया हूँ और यहाँ 3 दिन में ही बोर हो गया हूँ क्यूँ ना मै ही चला जाऊं, लेकिन ससुरजी क्या सोचेंगे ये सोच कर मै खामोश था.
अचानक मेरी सास ने ही मेरे ससुर को कहा कि क्यों नहीं दामाद जी को ही इन दोनों लड़कियों के साथ भेज दिया जाये. ससुरजी को भी इसमें कोई आपत्ति नजर नहीं आई. उन्होंने मुझसे पूछा तो मैंने थोड़ी टालमटोल करने के बाद लखनऊ जाने के लियी हाँ कर दी. और उसी दिन शाम को ही ट्रेन पकड़ कर लखनऊ के लिए रवाना हो गए. अगले दिन सुबह लखनऊ पहुँच कर एक होटल में हमलोग रुके . होटल में मैंने दो रूम बुक किये. एक डबल रूम , दोनों सालियों के लिए तथा एक सिंगल रूम अपने लिए. हम लोगों ने नाश्ता - पानी किया और मैंने उन दोनों को उनके परीक्षा सेंटर पर पहुंचा दिया. हर तीसरे दिन एक परीक्षा होनी थी . 12 बजे से 2 बजे तक . उसके बाद दो दिन आराम . दोनों ने परीक्षा दे कर वापस होटल आने के क्रम में ही भोजन किया . मैंने दोनों से परीक्षा के बारे में पूछा तो दोनों ने बताया कि परीक्षा काफी अच्छी गयी है. खाना खाने के बाद हम लोग होटल चले आये . वो दोनों अपने कमरे में गयी तथा मै अपने कमरे में जा कर आराम करने लगा .
करीब 5 बजे मुझे लगा कि उनलोगों को कहीं घुमने जाना है क्या? ये सोच कर मै उनके रूम में गया. रूम का दरवाज़ा मोनिका ने खोला . रूम में अन्नू नजर नही आयी .
मैंने मोनिका से पूछा- अन्नू कहाँ है?
वो बोली- बाथरूम गयी है.
मैंने कहा - ओह.
मैंने देखा कि मोनिका सिर्फ एक झीनी सी नाइटी पहने हुए है. उसके चूची साफ़ साफ़ आभास दे रही है. उसके चूची के निपल तक का पता चल रहा था.
मैंने सीधे बिना किसी शर्म के ही धीरे से कहा- क्या बात है ? ब्रा नही पहनी हो?
उसने कहा - यहाँ कौन है जिस से अपनी चूची को छिपाना है?
सुन कर मै दंग रह गया, और कहा - क्यों , मै नहीं हूँ?
वो बोली- आप से क्या शर्माना? आप तो अपने आदमी हैं.
मै कहा- कभी ठीक से छूने भी नहीं देती हो और कहती हो कि आप अपने आदमी हैं .
उसने कहा - इसमें कुछ ख़ास थोड़े ही है जो आपको छूने नहीं दूंगी. आप छू कर देखिये. मै मना नहीं करूंगी.
मैंने धीरे से उसे पीछे से पकड़ा और अपने हाथ मोनिका के एक चूची पर रख दिया. उसने सचमुच कुछ नहीं कहा और ना ही किसी प्रकार का प्रतिरोध किया. मै उसकी चूची को जोर जोर से दबाने लगा. उसे भी मज़ा आने लगा. जब मैंने देखा कि उसको भी मज़ा आ रहा है तो मेरा मन थोडा और बढ़ गया. और मैंने अपना हाथ उसके नाइटी के अन्दर डाला और उसके चूची को पकड़ लिया. उफ़ क्या मखमली चूची थी मोनिका की . मैंने तो कभी कल्पना भी नही की थी कि मेरी साली इतनी सेक्सी हो सकती है. मै कस कर के उसकी चूची दबा रहा था. वो आँख बंद कर के अपने चूची के मर्दन का आनंद ले रही थी. मेरा लंड तनतना गया.
मैंने धीरे से कहा- ए, जरा नाईटी खोल के दिखा ना.
मोनिका ने कहा- खुद ही खोल कर देख लीजिये ना.
मैंने उसकी नाईटी को अचानक नीचे सरका दिया और उसकी चुचियों के नीचे लेते आया. ऊऊफ़्फ़्फ़्फ़ क्या मस्त चूची थी. मैंने दोनों हाथों से से उसकी दोनों चुचियों को को पकड़ कर मसलना शुरू कर दिया. वो सिर्फ आँखे बंद कर के मज़े ले रही थी.
उसने धीरे से कहा - जीजाजी, इसे चूसिये ना.
मैंने उसको बेड पर लिटा दिया और उसकी चूची को चूसने लगा. ऐसा लग रहा था मानो शहद की चासनी चूस रहा हूँ. मेरा लंड एकदम उफान पर था. . मेरा लंड पैंट के अन्दर ही अन्दर गीला हो गया था. मैंने एक झटके में उसके बदन से पूरी नाइटी उतार दी. और अपना शर्ट एवं पैंट भी. अब वो सिर्फ पेंटी में थी और मै अंडरवियर में . मैंने उसके बदन को चूमना चालु किया. चुमते चुमते अपना दाहिना हाथ उसके पेंटी के अन्दर डाल दिया. घने घने बाल साफ़ आभास दे रहे थे. थोडा और नीचे गया तो कोमल सा चूत साफ़ आभास होने लगा. पूरी गीली हो गयी थी. उसने भी मेरे लंड पर हाथ लगा दिया और कहा - इसे भी खोलो ना जीजू. मैंने बिना देर किये अपना अंडरवियर भी खोल दिया . वो मेरा लंड को अपने हाथ में ले कर सहलाने लगी . मैंने उसके होठों को कस कर दबाया हुआ था. मै उसके चूत में अपनी उंगली डालने की कोशिश करने लगा तो वो बुरी तरह से छटपटाने लगी. मैंने किसी तरह से अपनी ऊँगली उसके चूत में डाल ही दी. तभी बाथरूम के अन्दर से फ्लश की आवाज़ आयी. मै हडबडा गया क्यों कि अन्नू निकलने वाली थी और मोनिका नंगी पड़ी हुई थी. मै झट उठ कर बैठ गया और अंडरवियर पहन लिया . . मोनिका ने तुरंत ही अपनी पतली सी चुनरी अपने चूची पर ओढ़ लिया. इस से उसका नंगी चूची तो छिप गयी लेकिन नीचे वो सिर्फ पेंटी ही पहनी हुई थी . यानी कोई भी देख कर ये समझ जाएगा कि - कुछ तो गड़बड़ है . मै सोच रहा था कि यहाँ से चला जाऊं. लेकिन तभी बाथरूम का दरवाजा खुला और अन्नू बाहर आ गयी. ये क्या ! उसने भी तो सिर्फ पेंटी ही पहन रखी थी. ऊपर वो पूरी तरह से नंगी थी . वो मुझे अंडरवियर में देख कर चौंक गयी. मेरा लंड अभी भी 8 इंच के तनाव पर था.
फिर वो मुझे देख कर अपने हाथो से अपनी गोरी गोरी चूची को छिपाने का असफल प्रयास करते हुए हुए मुस्कुराई और बोली- आप कब आये?
मैंने कहा -अभी थोड़ी देर पहले.
मुझे पता नहीं था कि दुबली पतली सी दिखने वाली इस लड़की के चूची इतने बड़े होंगे. मै सोचने लगा - यार इसके भी तो चूची अब हाथ लगाने लायक हो ही गए हैं.
अभी मै इसी विषय पर सोच ही रहा था कि अन्नू ने कहा- क्यों जीजू , क्या देख रहे हो?
मैंने कहा - देख रहा हूँ कि छोटी बच्ची अब जवान हो गयी है.
अन्नू ने कहा - आप को अभी तक पता ही नही चला था क्या?
मैंने अपने लंड को अंडरवियर के ऊपर से कस के दबाते हुए कहा- मुझे तो अंदाजा ही नही था कि आपका नीम्बू अब खरबूज बन गया होगा. तरी चूची तो तो तेरी बहन मोनिका से भी बड़ा है. तू तो उसकी बड़ी बहन लगती है.
ये सुन कर अन्नू बोली- धत, मेरी चूची तो अभी मोनिका दीदी से छोटा ही है.
मैंने कहा - नहीं, तेरा बड़ा है.
वो बोली- नहीं, मेरा छोटा है दीदी से.
मैंने कहा- लगी शर्त? तेरा बड़ा है. अगर तेरा छोटा हुआ तो 500 रुपये तेरे. अगर बड़ा हुआ तो तू मुझे 500 रूपये देगी. बोल मंजूर है?
वो बोली- हाँ , मंजूर है. दीदी जरा खोल के दिखा तो अपनी चूची.
मोनिका तो नंगी थी ही. उसने अपना चुनरी हटाया. अन्नू ने देखा तो कहा - अरे तू तो पहले से ही नंगी है?
मोनिका ने कहा - जीजू , मेरे चूची का साइज़ नाप रहे थे. अच्छा , अब तू भी खोल के दिखा.
अन्नू ने बिना समय दिखाए अपने हाथ नीचे कर के अपनी चूची मेरे सामने ला कर खड़ी हो गयी. यूँ तो वास्ताव में अन्नू की चूची मोनिका के चूची से छोटी थी. लेकिन मै तो सिर्फ उसकी चूची को देखने के लिए इतना ड्रामा कर रहा था. उसकी चूची भी मस्त थी.
मैंने कहा - ऐसे तो पता नहीं चल रहा है. हाथ से नाप कर ही पता चलेगा.
अन्नू मेरे पास आ गयी और बोली- तो ठीक है. हाथ से नाप कर ही देख लीजिये और बताइए किसकी चूची बड़ी है और किसकी छोटी ?
मैंने उसे अपनी गोद में बिठाया और उसकी चूची को मसलने लगा. मेरे लंड का हाल बुरा हो रहा था. थोड़ी देर उसकी चूची मसलता रहा. अन्नू की आँख बंद हो गई थी- उसे भी काफी आनंद आ रहा था.
उसने धीरे से कहा- जीजू अब बताइए न किसकी चूची बड़ी है और किसकी छोटी?
मै भी कम धूर्त ना था. मैंने कहा - अंदाज़ ही नही मिल रहा है. दोनों बहनों की चुचियों को एक साथ छूना होगा. मोनिका इधर आ, तू भी मेरे गोद में बैठ जा.
मोनिका भी सिर्फ पेंटी पहन कर मेरी गोद में बैठ गयी. अब मै दोनों की चूचियां को मसलने रहा था. दोनों ही हलकी हलकी सिसकारी भर रही थी.
फिर मैंने कहा - ऐसे पता नही चलेगा. मुह में चूस कर साइज़ पता चलेगा.
मैंने दोनों को बिस्तर पर सटा कर लिटा दिया. और बारी बारी से दोनों की चुचीयां को चूसने लगा. दोनों को अपनी चूचियां चुसवाने में बहुत मज़ा आ रहा था.
मैंने कहा - दोनों की चूची तो 19 - 20 है. अच्छा ये बता तुम दोनों में से किसके चूत पर बाल अधिक हैं?
मोनिका ने कहा - जीजू, खुद ही हमारी पेंटी खोल के देख लो न.
मैंने दोनों की पेंटी में हाथ डाला और दोनोंकी पेंटी खींच कर उतार डाली. दोनों अब मेरे सामने नंगी थी. दोनों के चूत पर घने बाल थे. मै दोनों के चूत को सहलाने लगा. दोनों की आँखे बंद थी. दोनों की चूत गीली हो रही थी.
मैंने कहा - दोनों की चूत पर घने बाल हैं. शेव नहीं करती हो क्या?
मोनिका ने कहा - नहीं
मैंने पूछा - तुम दोनों में से मुठ अधिक कौन मरती हो?
अन्नू ने कहा - दीदी अधिक मारती है. दिन में दो बार वो भी बैगन से.
मैंने कहा - तू मुठ नहीं मारती.
अन्नू ने कहा - कभी कभी.. वो भी दीदी को मुठ मारते देख कर.
मोनिका - हाँ लेकिन ये इतनी डरपोक है कि पतले मोमबत्ती को चूत में डाल कर मुठ मारती है. मैंने कितनी बार इसे बैगन से मुठ मारने को कहा है लेकिन ये मानती ही नहीं..
मैंने कहा - कभी तुम दोनों ने अपनी चूत चुसवाया है?
अन्नू ने कहा - हाँ
मैंने कहा - किस से?
मोनिका ने कहा - हम दोनों अक्सर ही एक दुसरे की चूत चूसते हैं.
मैंने कहा - अरे वाह, दोनों तो बिलकूल एक्सपर्ट हो. कहाँ से सीखा?
अन्नू ने कहा - बड़ी दीदी ने सिखाया. दरअसल हम तीनो बहन एक दुसरे की चूत चूसते हैं.
मैंने कहा - वाव.. ये बात तो मुझे आज तक पता ही नहीं थी.
अन्नू ने कहा - जीजा जी, सिर्फ हमारी ही देखोगे क्या? अपनी भी दिखाओ ना.
मैंने बिना कुछ कहे अपने अंडरवियर को को भी खोल दिया. मेरा लंड जो एक चूत और दो चूची को देख कर जितना बड़ा होता है आज दो दो चूत और चार चूची को देख कर डबल बड़ा हो रहा था.
अनु ने मेरे लंड को देखते ही पकड़ लिया और कहा - हाय राम, जीजू आपका जूजू कितना बड़ा है. इतना बड़ा जूजू तुम दीदी के चूत में पूरा डाल देते हो? दीदी की चूत तो दर्द से बिलबिला जाती होगी.
ये सुन कर मोनिका हँसी और कहा- धत पगली, ये जूजू थोड़े ही है, ये तो लंड है. चूत में इसे डालने से दर्द थोड़े ही होता है? बल्कि मज़ा आता है. इस को पीयेगी? सुना है बहुत मज़ा आता है.
अनु ने कहा - किसने कहा?
मोनिका- दीदी ने.
मैंने कहा - दीदी तुम्हे ये सब बातें बताती है?
मोनिका ने मेरे लंड को मुह में लिया और थोडा चूसते हुए कहा- और नहीं तो क्या? वो मुझे अपनी चुदाई कि सब बातें बताती है.
मैंने कहा - सिर्फ थ्योरी से ही काम नहीं चलेगा, कुछ प्रेक्टिकल भी करना होगा.
दोनों ने कहा - हाँ जीजू, कुछ प्रेक्टिकल कीजिये ना.
मैंने कहा - पहले किस से साथ करूँ.
मोनिका ने कहा - मेरे साथ, क्यों कि यहाँ मै बड़ी हूँ.
अन्नू ने कहा - हाँ ये ठीक है, तब तक मै देखती हूँ और जानूंगी कि कैसे क्या होता है.
मैंने कहा - ठीक है.
और मै मोनिका के बदन पर लेट गया और अन्नू बगल में ही लेट कर चुचाप देख रही थी. मै मोनिका के नंगे मखमली बदन पर लेट कर उसके हर अंग को चाटने लगा. वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी. मैंने उसके बुर को चाटना चालु किया तो वो सिसकारी भरने लगी. लेकिन मै उसके बुर के रस को छोड़ भी नहीं पा रहा था. इतना नरम और रसीला बुर था मानो लग रहा था कि लीची को उसका छिलका उतार कर सिर्फ उसे चाट रहा हूँ. उसके बुर ने पानी छोड़ दिया. मै उसके बुर को छोड़ फिर उसके चूची को अपने सीने से दबाया और
मैंने पूछा- अपनी चूत चुदवाओगी?
मोनिका ने कहा- हाँ .
मैंने कहाँ - ठीक है. तो तैयार हो जा प्रैक्टिकल के लिए
मैंने उसके दोनों टांगो को अलग किया और चूत के छेद का मुआयना किया. उसमे उंगली डाल कर उसे फैलाया फिर अपना लंड को उसकी चूत के छेद पर रखा और और धीरे धीरे लंड को उसके चूत में घुसाना चालु कर दिया.
ज्यों ही मैंने लंड डाला वो चीख पड़ी- आ ..... यी....आह...
मैंने कहा - क्यों री. चूत में बैगन डाल के मुठ मारती हो और लंड लेने में तुझे परेशानी हो रही है.
मोनिका ने कहा - हाय राम, आपका लंड किसी बैगन से कम मोटा नहीं है. और ये काफी सख्त भी तो है. बैगन तो नरम होता है.
मैंने कहा - हाँ वो तो है. लेकिन सख्त लंड से ही तुझे मज़ा आएगा. तेरी झिल्ली फटी है कि नहीं अभी तक?
मोनिका ने कहा -- नहीं..
मैंने कहा - फाड़ दूँ तेरी झिल्ली?
मोनिका ने कहा - अब देर ना करो जीजू. जो भी करना है जल्दी करो. मेरे चूत में अपना इतना मोटा लंड डाल कर इतने सवाल कर कर के मुझे यूँ ना सताओ.
उसका चूत एकदम नया था. मैंने धीरे धीरे अपने लंड को उसके चूत में धक्के मारना शुरू किया. मेरा लंड उसके चूत के गहराई में गया तो उसकी झिल्ली फट गयी तो वो पूरी तरह चीख पड़ी- आ .....ह...जी.......जू हाय राम...
मैंने कहा - क्या हुआ मोनिका ?
मोनिका ने दर्द भरे स्वर में कहा - कुछ नहीं जीजा जी . तेरे लंड ने मेरी झिल्ली फाड़ डाली. आह...कितना मज़ा है इस दर्द में. .
मैंने मोनिका को उसके दर्द कि परवाह किये बगैर जोर जोर से चोदना चालू किया. थोड़ी देर में ही उसे आनंद आने लगा. अब वो आराम से बिना किसी शर्म के जोर जोर से बोलने लगी- आह जीजा जी. हाय जीजाजी. जरा धीरे धीरे चोदिये ना. आय हाय कितना मज़ा आ रहा है. आआअ ....ह्ह्ह्ह.... वो साली ही क्या जिसने अपने जीजा के मज़े ना लूटे हों.
सुन के मुझे उसके हिम्मत पर ख़ुशी हुई और आराम से उसके अंग अंग को देखते हुए चोदने लगा. वो भी जोर जोर से चिल्लाने लगी- हाय...आआअह्ह्ह्ह..... ओह्ह माँ , ओह जीजू, हाय रे आःह्ह्ह ........
मै उसकी नंगे बदन पर लेट कर उसकी चुदाई कर रहा था. मैंने चुदाई करते समय अन्नू कि तरफ देखा तो वो भी काफी खुश लग रही थी.
मै उसे चोदता रहा. थोड़ी देर में मोनिका के चूत से पानी निकलने लगा. मेरे लंड ने भी पानी छोड़ देने का सिग्नल दे दिया.
मैंने मोनिका से कहा - बोल कहाँ गिरा दूँ माल?
वो बोली- मेरे मुह में.
मैंने अपने लंड को उसके चूत से निकाला और अभी उसके मुह में भी नही डाला था कि मेरे लंड ने माल छोड़ना चालु कर दिया. इस वजह से मेरे लंड का आधा माल उसके मुह में और आधा माल उसके गाल और चूची पर गिर गया. फिर भी वो प्यासी कुतिया की तरह मेरा लंड चूसती रही.
उसने अन्नू को अपनी चूची दिखाई और कहा - अन्नू ले माल को चाट. मज़ा आएगा.
अन्नू ने बिना देर किये मोनिका के चूची को चाटना शुरू कर दिया और उस पर गिरे मेरे माल को चाट चाट कर खा गयी.
मुझे काफी मज़ा आ रहा था. लेकिन मैंने गौर किया कि अन्नू भी काफी अंगडाई ले रही थी. इसका मतलब कि अब उसके चूत में भी खुजली हो रही थी.
मैंने मोनिका को कहा - अब तेरी छोटी बहन की बारी है. देख तो कैसा अकड़ रही है?
मोनिका अपनी चूत को साफ़ करती हुई बोली- इसकी तड़प को रोकने का एक ही उपाय ये है कि इसे भी अभी चोद दीजिये. .क्यों री अन्नू? चुदवायेगी ना? बहुत मज़ा आएगा.
अन्नू बोली- लेकिन दीदी , तू तो अभी करह रही थी लग रहा था कि तुझे काफी दर्द हो रहा था .
मोनिका - अरी पगली , वो दर्द नहीं ..मज़ा था री . तू भी चुदवा के देख ना
अन्नू ने कहा - लेकिन दीदी तुने ही तो एक दिन कहा था कि चूत पर पहला हक पति का होता है ?
मोनिका - धत पगली .. साली के चूत पर पहला हक तो जीजा का ही होता है न. चल अब ये सब छोड़ . और लेट जा .. देख जीजू अभी तुझे जन्नत की सैर करायेंगे .
अब मैंने अन्नू को अपने नीचे लिटाया और उसकी चूची को छूने लगा. मुझे पता था कि ये लड़की अभी गरम है. इसे काबू में करना कोई मुश्किल काम नहीं है. मै उसी चूची को दबाने लगा. वो कुछ नहीं बोल रही थी सिर्फ मुस्कुरा रही थी. . मैंने एक हाथ उसकी चूत पर हाथ ले गया. ओह उसकी चूत तो बिलकूल गीली थी. मैंने अब कोई तकल्लुफ नहीं किया अब वो पूरी तरह से मेरी गिरफ्त में थी. मै उसके होठों को बेतहाशा चूमने लगा. अब वो भी मुझे जोरदार तरीके से मेरे होठों को चूमने लगी. अब वो मेरा साथ देने लगी थी. वो भी दीदी कि चुदाई देख कर मस्त हो चुकी थी. उसकी चूची तो मोनिका कि चूची से भी नरम थी. आखिर उसकी चूत का भी मैंने उद्धार किया और और उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया. लेकिन जैसे ही मैंने डाला वो चीखने लगी . उसकी चूत का छेद अभी छोटा था .
मोनिका ने कहा - एक मिनट जीजू .. ये क्रीम इसकी चूत में डाल दीजिये ना . तब चोदिये . तब इसे दर्द नहीं होगा .
मैंने अन्नू के चूत से अपना लंड निकाल लिया . मोनिका ने वेसलिन क्रीम को अन्नू की चूत पर अच्छी तरह से माला . अन्नू चुप चाप अपने चूत पर वेसलिन लगवा रही थी .
मैंने अन्नू की चूची को दबाते हुए कहा - मोनिका , तुने तो अपनी चूत पर वेसलिन नहीं लगाया .
मोनिका ने कहा - मुझे तो मोटे बैगन अपने चूत में डालने की आदत है ना . ये अन्नू की बच्ची तो सिर्फ मोमबत्ती ही डालती है अपनी प्यारी सी चूत में. इसलिए आपका मोटा लंड इसे चुभ रहा है . लेकिन अब नहीं चुभेगा . मैंने वेसलिन डाल दिया है इसके चूत में अब आप इसके चूत में अपना लंड बेहिचक डालिए. .
मैंने फिर से अन्नू के चूत में अपना लंड धीरे धीरे डालना शुरू किया . इस बार भी वो थोड़ी चीखी लेकिन जल्दी ही अपने आप पर काबू पा ली. 4-5 शोट में ही उसकी भी झिल्ली फट गयी और उसके चूत से बलबला के खून निकलने लगा . लेकिन मैंने लंड के धक्के से उसकी चुदाई जारी रखी. थोड़ी देर में ही उसकी चूत भी खुल गयी. वो भी अपनी दीदी कि तरह जोश में आ गयी थी.. उसने अपने दोनों हाथो से मेरी गर्दन को लपेट कर मेरे होठो को चूमने लगी. उसकी जम कर चुदाई के बाद मेरे लंड से भरपूर माल निकला जो कि उसके चूत में ही समा गया.
मै अपना लंड उसके चूत से निकाल कर उसके बगल में लेट गया.
तब मोनिका ने अन्नू की चूची को दबा कर बोली- क्यों बहना, मज़ा आया ना?
अन्नू ने कहा- हाँ दीदी. एक बार फिर करो ना जीजू.
मोनिका ने कहा- नहीं पहले मेरी चूत में भी रस डालिए तब अन्नू की बारी.
मोनिका मेरे बगल में लेट कर अपने दोनों टांगो को आजु बाजू फैला कर अपनी चूत मेरे सामने पेश कर मुझे छोड़ने का न्योता देने लगी. मेरा लंड अभी थका नही था. मै तीसरी बार चूत छोड़ने के लिए तैयार था. मणि झट से उसकी टांगों को अपने कंधे पर रखा और एक ही झटके में अपना लंड उसके चूत में प्रवेश करा दिया.
मोनिका - हाय राम.. जीजू कितना हरामी है रे तू. धीरे धीरे डाल न..
मैंने कहा - देख कुतिया.. अभी मै तेरी कैसी चुदाई करूंगा कि इस जनम में दोबारा चुदाई का नाम ना लेगी तू.
मेरी बात सुन के मोनिका ने हँसते हुए कहा - जा रे हिजड़े.. तेरे जैसे दस लंड को मै अपननी चूत में एक साथ डाल लूं तो भी मेरी चूत को कुछ नही होने वाला.
मैंने भी हँसते हुए कहा - तो ये ले... सभाल इसे.
कह कर मैंने काफी जोर जोर से उसके चूत में अपना लंड आगे पीछे करने लगा. पहले तो वो सिर्फ अपने होठो को दांत में दाब कर दर्द बर्दाश्त करती रही. लेकिन थोड़ी देर में ही उसकी चीखे निकलने लगी.. वो हलके हलके स्वर में चिल्लाते हुए कहने लगी - हाय रे.. मादरचोद.. फाड़ डाला रे.. साले जीजू.. कुत्ता है तू... एक नम्बर का रंडीबाज है. आदमी का लंड है कि गधे का लंड. साले कुछ तो रहम कर मेरी नाजुक चूत पर.
मुझे उसकी गालियाँ काफी प्यारी लग रही थी. उसकी गालियाँ मेरा जोश बढ़ा रही थी. मै जानता था कि उसे काफी मज़ा आ रहा है क्यों कि इतने दर्द होने के बावजूद वो अपनी चूत से मेरा लंड निकालने का प्रयास नही कर रही थी.
इस बार मैंने मोनिका के चूत को घमासान तरीके से 20 मिनट तक चोदा. 20 मिनट कि घमासान चुदाई के बाद मेरे लंड से लावा फुट पड़ा. और सारा लावा उसके चूत में ही गिराया. मोनिका की हालत देखने लायक थी. वो इतनी पस्त हो चुकी थी कि बिना कोई करवट लिए जैसे की तैसी लेटी लेटी ही सो गयी.
मोनिका तो थक कर सो गयी लेकिन अब अन्नू कहने लगी मेरी मुंह में भी रस पिलाईये जैसे दीदी को पिलाया था. और मेरी भी चूत चूसिये जैसे आपने दीदी की चुसी थी. मेरी भी तो अब हिम्मत नहीं हो रही थी. लेकिन मै ये लोभ छोड़ना भी नहीं चाहता था और अन्नू को दुखी भी नहीं करना चाहता था.
.
मैंने कहा- अन्नू, ये मेरा लंड आपके हवाले है. आप इसे चूस कर इस से रस निकाल लीजिये.
अन्नू बोली - ठीक है.
मै बिस्तर पर लेट गया. अन्नू मेरे बदन पर इस तरह से लेट गयी कि उसकी चूत मेरी मुह के ऊपर और वो मेरे लंड को अपने मुह में ले ली. वो मेरे लंड को चूसने लगी और मै उधर उसके चूत को चूस रहा था. जवान लड़कियों में रस की कमी नही रहती. उसके चूत से लगातार रस निकल रहा था. सचमुच अद्भुत स्वाद था. उधर मेरा लंड फिर तनतना गया. उसके चूसने का अंदाजा भी निराला था. मैंने उसे फिर से सीधा लिटाया और उसकी दोनों टांगों को अपने कन्धों पर रखा. उसकी चूत को दोनों हाथ से सहलाने के बाद अपना लंड पकड़ कर उसके चूत में डाला. लेकिन मैंने अन्नू को बड़े ही प्यार से धीरे धीरे चोदता रहा. वो मेरे इसी अंदाज़ पर मज़े ले रही थी. इस बार काफी देर तक उसकी चूत की चुदाई करने के बाद मेरे लंड ने चौथी बार क्रीम निकालने का सिग्नल दिया.
मैंने करहाते हुए अन्नू से पूछा - माल पीना है या डाल दूँ चूत में ही?
अन्नू ने भी दर्द भरे स्वर में कहा - मुझे पीना है.
मैंने जल्दी से लंड को उसके चूत से निकाला और अन्नू के मुह को खोल कर उसके मुह के पास लंड ले जा कर हाथ से 3-4 बार मुठ मारा ही था कि मेरे लंड महाराज ने चौथी बार लावा निकाल दिया . सारा लावा अन्नू ने अपने मुह में गटक लिया. और बड़े ही चटखारे ले ले कर पिया.उसके चूत से भी फाइनली रस निकल गया जो सचमुच किसी जूस से कम नहीं था.
उसके बाद मै भी अन्नू के साथ ही उसी के बिस्तर पर ही सो गया. रात करीब दस बजे हम लोग उठे मोनिका और अन्नू दोनों ही चल नहीं पा रही थी. मै खाने के लिए बाहर गया और उन दोनों के लिए भी भरपूर मात्रा में खाना पैक करवाया और 2 बोतल बियर और एक पैकेट सिगरेट ले लिया.
वापस आने पर उन दोनों को खाना खिलाने के बाद दोनों को 2 -2 पैग बियर दिया. पहले तो दोनों मना करती रही. लेकिन जब मैंने कहा कि इस से कोई हानि नहीं होगी बल्कि तुम दोनों का बदन और चूत दर्द ठीक हो जाएगा तब दोनों ने एक बोतल बियर को पीया. फिर दोनों को एक एक सिगरेट भी पीने को दिया. पहले तो वो दोनों सिगरेट में भी ना ना करती रही लेकिन जब मै सिगरेट पी रहा था और एक कश लेने के लिए अन्नू को दिया तो वो छोटी छोटी कश ले कर समूची सिगरेट ही पी गयी. उसकी देखा देखी मोनिका ने भी एक सिगरेट छोटी छोटी कशों में पूरी पी गयी. इस से सचमुच उन दोनों का दर्द समाप्त हो गया. शेष एक बोतल बियर और 3 सिगरेट मै अकेले ही पी गया. हम सभी इतने में फिर से मस्त हो चुके थे. इसके बाद हम तीनो में कोई पर्दा नहीं रह गया. हम तीनो नंगे हो कर रात भर सेक्स गेम खेलते रहे. रात को मैंने दोनों की गांड का भी उद्धार कर दिया. हम तीनो सुबह के सात बजे सोये. मैंने अपने लिए अलग कमरा को भी रखे रखा. जहाँ मै कभी कभी दोनों में से किसी एक को अपने कमरे में ले जा कर एकांत में भी चोदता था. कभी कभी एकांत में भी तो चुदाई होनी चाहिए ना.
शेष सातों दिन हम तीनो ने साथ मिल कर चुदाई का तरह तरह का खेल खेला.
घर वापस आने के बाद भी चुपके चुपके हम तीनो रंगरेलियां मन ही डालते हैं.
Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया ,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन ,kamuk-kahaniyan.blogspot.com ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت ,
जब दो सालियों को एक रात में ही चोदा.
बात उस समय की है जब मेरी शादी को 2 साल हो गए थे और मेरी बीबी को पहला बच्चा हुआ था. वो उस समय अपने मायके कानपुर में ही थी. मै इलाहाबाद में पोस्टेड था. जब काफी दिन हो गए तो मै अपने आफिस से छुट्टी ले कर अपने ससुराल गया ताकि बीबी और बच्चे से मिल आऊं. अभी मेरी बीबी का इलाहाबाद आने का कोई प्रोग्राम नहीं था. क्यों कि इस समय दिसंबर का महीना चल रहा था और जाड़ा काफी अधिक पड़ रही थी.
कानपुर जब मै अपने ससुराल गया तो मेरी खूब खातिरदारी हुई. मेरे ससुराल में मेरे ससुर, सास, 1 साला और 2 सालियाँ थी. मेरे साले की हाल ही में नौकरी हुई थी. और वो दिल्ली में पोस्टेड था. ससुरजी भी अच्छे सरकारी नौकरी में थे. 2 साल में रिटायर होने वाले थे. लेकिन अधिकतर बीमार ही रहा करते थे. मेरी सालियाँ बड़ी मस्त थीं. दोनों ही मेरी पत्नी से छोटी थीं. मेरी पत्नी से ठीक छोटी वाली का नाम मोनिका था. वो 23 साल की थी. उस से छोटी अन्नू की उम्र 21 साल की थी. दोनों ही स्नातक कर चुकी थी. यूँ तो दोनों दिन भर मेरे से चुहलबाजी करती रहती थी लेकिन कभी बात आगे नही बढी थी. मैंने भी मोनिका की एक - दो बार चूची दबा दी थी. लेकिन वो हंस कर भाग जाती थी. खैर मेरी बीबी नेहा खुद भी काफी सुन्दर थी. इसलिए कभी कोई ऐसी वैसी बात होने कि नौबत नही आई.
इस बार मै ज्यों ही अपने ससुराल पहुंचा तो वहां एक अजब समस्या आन पड़ी थी. दोनों ही सालियों ने बी .एड करने का फॉर्म भरा था और दोनों की ही परीक्षा लखनऊ में होनी थी. परीक्षा पुरे एक सप्ताह की थी. समस्या ये थी कि इन दोनों के साथ जाने वाला कोई था ही नहीं. क्यों कि मेरे साले कि अभी अभी नौकरी लगी थी और वो दिल्ली में था. मेरे ससुर जी को जोड़ों के दर्द ने इस तरह से जकड रखा था कि वो ज्यादा चल फिर नहीं पा रहे थे. सास का तो उनको छोड़ कर कहीं जाने का सवाल ही पैदा नही होता था. मेरी दोनों सालियाँ तो अकेले ही जाने के लिए तैयार थी, लेकिन जमाने को देखते हुए मेरे ससुरजी इसके लिए तैयार नहीं हो रहे थे. इस कारण मेरी दोनों सालियाँ काफी उदास हो गयी थी. मुझे लगा कि यूँ तो मै 15 दिनों की छुट्टी ले कर आया हूँ और यहाँ 3 दिन में ही बोर हो गया हूँ क्यूँ ना मै ही चला जाऊं, लेकिन ससुरजी क्या सोचेंगे ये सोच कर मै खामोश था.
अचानक मेरी सास ने ही मेरे ससुर को कहा कि क्यों नहीं दामाद जी को ही इन दोनों लड़कियों के साथ भेज दिया जाये. ससुरजी को भी इसमें कोई आपत्ति नजर नहीं आई. उन्होंने मुझसे पूछा तो मैंने थोड़ी टालमटोल करने के बाद लखनऊ जाने के लियी हाँ कर दी. और उसी दिन शाम को ही ट्रेन पकड़ कर लखनऊ के लिए रवाना हो गए. अगले दिन सुबह लखनऊ पहुँच कर एक होटल में हमलोग रुके . होटल में मैंने दो रूम बुक किये. एक डबल रूम , दोनों सालियों के लिए तथा एक सिंगल रूम अपने लिए. हम लोगों ने नाश्ता - पानी किया और मैंने उन दोनों को उनके परीक्षा सेंटर पर पहुंचा दिया. हर तीसरे दिन एक परीक्षा होनी थी . 12 बजे से 2 बजे तक . उसके बाद दो दिन आराम . दोनों ने परीक्षा दे कर वापस होटल आने के क्रम में ही भोजन किया . मैंने दोनों से परीक्षा के बारे में पूछा तो दोनों ने बताया कि परीक्षा काफी अच्छी गयी है. खाना खाने के बाद हम लोग होटल चले आये . वो दोनों अपने कमरे में गयी तथा मै अपने कमरे में जा कर आराम करने लगा .
करीब 5 बजे मुझे लगा कि उनलोगों को कहीं घुमने जाना है क्या? ये सोच कर मै उनके रूम में गया. रूम का दरवाज़ा मोनिका ने खोला . रूम में अन्नू नजर नही आयी .
मैंने मोनिका से पूछा- अन्नू कहाँ है?
वो बोली- बाथरूम गयी है.
मैंने कहा - ओह.
मैंने देखा कि मोनिका सिर्फ एक झीनी सी नाइटी पहने हुए है. उसके चूची साफ़ साफ़ आभास दे रही है. उसके चूची के निपल तक का पता चल रहा था.
मैंने सीधे बिना किसी शर्म के ही धीरे से कहा- क्या बात है ? ब्रा नही पहनी हो?
उसने कहा - यहाँ कौन है जिस से अपनी चूची को छिपाना है?
सुन कर मै दंग रह गया, और कहा - क्यों , मै नहीं हूँ?
वो बोली- आप से क्या शर्माना? आप तो अपने आदमी हैं.
मै कहा- कभी ठीक से छूने भी नहीं देती हो और कहती हो कि आप अपने आदमी हैं .
उसने कहा - इसमें कुछ ख़ास थोड़े ही है जो आपको छूने नहीं दूंगी. आप छू कर देखिये. मै मना नहीं करूंगी.
मैंने धीरे से उसे पीछे से पकड़ा और अपने हाथ मोनिका के एक चूची पर रख दिया. उसने सचमुच कुछ नहीं कहा और ना ही किसी प्रकार का प्रतिरोध किया. मै उसकी चूची को जोर जोर से दबाने लगा. उसे भी मज़ा आने लगा. जब मैंने देखा कि उसको भी मज़ा आ रहा है तो मेरा मन थोडा और बढ़ गया. और मैंने अपना हाथ उसके नाइटी के अन्दर डाला और उसके चूची को पकड़ लिया. उफ़ क्या मखमली चूची थी मोनिका की . मैंने तो कभी कल्पना भी नही की थी कि मेरी साली इतनी सेक्सी हो सकती है. मै कस कर के उसकी चूची दबा रहा था. वो आँख बंद कर के अपने चूची के मर्दन का आनंद ले रही थी. मेरा लंड तनतना गया.
मैंने धीरे से कहा- ए, जरा नाईटी खोल के दिखा ना.
मोनिका ने कहा- खुद ही खोल कर देख लीजिये ना.
मैंने उसकी नाईटी को अचानक नीचे सरका दिया और उसकी चुचियों के नीचे लेते आया. ऊऊफ़्फ़्फ़्फ़ क्या मस्त चूची थी. मैंने दोनों हाथों से से उसकी दोनों चुचियों को को पकड़ कर मसलना शुरू कर दिया. वो सिर्फ आँखे बंद कर के मज़े ले रही थी.
उसने धीरे से कहा - जीजाजी, इसे चूसिये ना.
मैंने उसको बेड पर लिटा दिया और उसकी चूची को चूसने लगा. ऐसा लग रहा था मानो शहद की चासनी चूस रहा हूँ. मेरा लंड एकदम उफान पर था. . मेरा लंड पैंट के अन्दर ही अन्दर गीला हो गया था. मैंने एक झटके में उसके बदन से पूरी नाइटी उतार दी. और अपना शर्ट एवं पैंट भी. अब वो सिर्फ पेंटी में थी और मै अंडरवियर में . मैंने उसके बदन को चूमना चालु किया. चुमते चुमते अपना दाहिना हाथ उसके पेंटी के अन्दर डाल दिया. घने घने बाल साफ़ आभास दे रहे थे. थोडा और नीचे गया तो कोमल सा चूत साफ़ आभास होने लगा. पूरी गीली हो गयी थी. उसने भी मेरे लंड पर हाथ लगा दिया और कहा - इसे भी खोलो ना जीजू. मैंने बिना देर किये अपना अंडरवियर भी खोल दिया . वो मेरा लंड को अपने हाथ में ले कर सहलाने लगी . मैंने उसके होठों को कस कर दबाया हुआ था. मै उसके चूत में अपनी उंगली डालने की कोशिश करने लगा तो वो बुरी तरह से छटपटाने लगी. मैंने किसी तरह से अपनी ऊँगली उसके चूत में डाल ही दी. तभी बाथरूम के अन्दर से फ्लश की आवाज़ आयी. मै हडबडा गया क्यों कि अन्नू निकलने वाली थी और मोनिका नंगी पड़ी हुई थी. मै झट उठ कर बैठ गया और अंडरवियर पहन लिया . . मोनिका ने तुरंत ही अपनी पतली सी चुनरी अपने चूची पर ओढ़ लिया. इस से उसका नंगी चूची तो छिप गयी लेकिन नीचे वो सिर्फ पेंटी ही पहनी हुई थी . यानी कोई भी देख कर ये समझ जाएगा कि - कुछ तो गड़बड़ है . मै सोच रहा था कि यहाँ से चला जाऊं. लेकिन तभी बाथरूम का दरवाजा खुला और अन्नू बाहर आ गयी. ये क्या ! उसने भी तो सिर्फ पेंटी ही पहन रखी थी. ऊपर वो पूरी तरह से नंगी थी . वो मुझे अंडरवियर में देख कर चौंक गयी. मेरा लंड अभी भी 8 इंच के तनाव पर था.
फिर वो मुझे देख कर अपने हाथो से अपनी गोरी गोरी चूची को छिपाने का असफल प्रयास करते हुए हुए मुस्कुराई और बोली- आप कब आये?
मैंने कहा -अभी थोड़ी देर पहले.
मुझे पता नहीं था कि दुबली पतली सी दिखने वाली इस लड़की के चूची इतने बड़े होंगे. मै सोचने लगा - यार इसके भी तो चूची अब हाथ लगाने लायक हो ही गए हैं.
अभी मै इसी विषय पर सोच ही रहा था कि अन्नू ने कहा- क्यों जीजू , क्या देख रहे हो?
मैंने कहा - देख रहा हूँ कि छोटी बच्ची अब जवान हो गयी है.
अन्नू ने कहा - आप को अभी तक पता ही नही चला था क्या?
मैंने अपने लंड को अंडरवियर के ऊपर से कस के दबाते हुए कहा- मुझे तो अंदाजा ही नही था कि आपका नीम्बू अब खरबूज बन गया होगा. तरी चूची तो तो तेरी बहन मोनिका से भी बड़ा है. तू तो उसकी बड़ी बहन लगती है.
ये सुन कर अन्नू बोली- धत, मेरी चूची तो अभी मोनिका दीदी से छोटा ही है.
मैंने कहा - नहीं, तेरा बड़ा है.
वो बोली- नहीं, मेरा छोटा है दीदी से.
मैंने कहा- लगी शर्त? तेरा बड़ा है. अगर तेरा छोटा हुआ तो 500 रुपये तेरे. अगर बड़ा हुआ तो तू मुझे 500 रूपये देगी. बोल मंजूर है?
वो बोली- हाँ , मंजूर है. दीदी जरा खोल के दिखा तो अपनी चूची.
मोनिका तो नंगी थी ही. उसने अपना चुनरी हटाया. अन्नू ने देखा तो कहा - अरे तू तो पहले से ही नंगी है?
मोनिका ने कहा - जीजू , मेरे चूची का साइज़ नाप रहे थे. अच्छा , अब तू भी खोल के दिखा.
अन्नू ने बिना समय दिखाए अपने हाथ नीचे कर के अपनी चूची मेरे सामने ला कर खड़ी हो गयी. यूँ तो वास्ताव में अन्नू की चूची मोनिका के चूची से छोटी थी. लेकिन मै तो सिर्फ उसकी चूची को देखने के लिए इतना ड्रामा कर रहा था. उसकी चूची भी मस्त थी.
मैंने कहा - ऐसे तो पता नहीं चल रहा है. हाथ से नाप कर ही पता चलेगा.
अन्नू मेरे पास आ गयी और बोली- तो ठीक है. हाथ से नाप कर ही देख लीजिये और बताइए किसकी चूची बड़ी है और किसकी छोटी ?
मैंने उसे अपनी गोद में बिठाया और उसकी चूची को मसलने लगा. मेरे लंड का हाल बुरा हो रहा था. थोड़ी देर उसकी चूची मसलता रहा. अन्नू की आँख बंद हो गई थी- उसे भी काफी आनंद आ रहा था.
उसने धीरे से कहा- जीजू अब बताइए न किसकी चूची बड़ी है और किसकी छोटी?
मै भी कम धूर्त ना था. मैंने कहा - अंदाज़ ही नही मिल रहा है. दोनों बहनों की चुचियों को एक साथ छूना होगा. मोनिका इधर आ, तू भी मेरे गोद में बैठ जा.
मोनिका भी सिर्फ पेंटी पहन कर मेरी गोद में बैठ गयी. अब मै दोनों की चूचियां को मसलने रहा था. दोनों ही हलकी हलकी सिसकारी भर रही थी.
फिर मैंने कहा - ऐसे पता नही चलेगा. मुह में चूस कर साइज़ पता चलेगा.
मैंने दोनों को बिस्तर पर सटा कर लिटा दिया. और बारी बारी से दोनों की चुचीयां को चूसने लगा. दोनों को अपनी चूचियां चुसवाने में बहुत मज़ा आ रहा था.
मैंने कहा - दोनों की चूची तो 19 - 20 है. अच्छा ये बता तुम दोनों में से किसके चूत पर बाल अधिक हैं?
मोनिका ने कहा - जीजू, खुद ही हमारी पेंटी खोल के देख लो न.
मैंने दोनों की पेंटी में हाथ डाला और दोनोंकी पेंटी खींच कर उतार डाली. दोनों अब मेरे सामने नंगी थी. दोनों के चूत पर घने बाल थे. मै दोनों के चूत को सहलाने लगा. दोनों की आँखे बंद थी. दोनों की चूत गीली हो रही थी.
मैंने कहा - दोनों की चूत पर घने बाल हैं. शेव नहीं करती हो क्या?
मोनिका ने कहा - नहीं
मैंने पूछा - तुम दोनों में से मुठ अधिक कौन मरती हो?
अन्नू ने कहा - दीदी अधिक मारती है. दिन में दो बार वो भी बैगन से.
मैंने कहा - तू मुठ नहीं मारती.
अन्नू ने कहा - कभी कभी.. वो भी दीदी को मुठ मारते देख कर.
मोनिका - हाँ लेकिन ये इतनी डरपोक है कि पतले मोमबत्ती को चूत में डाल कर मुठ मारती है. मैंने कितनी बार इसे बैगन से मुठ मारने को कहा है लेकिन ये मानती ही नहीं..
मैंने कहा - कभी तुम दोनों ने अपनी चूत चुसवाया है?
अन्नू ने कहा - हाँ
मैंने कहा - किस से?
मोनिका ने कहा - हम दोनों अक्सर ही एक दुसरे की चूत चूसते हैं.
मैंने कहा - अरे वाह, दोनों तो बिलकूल एक्सपर्ट हो. कहाँ से सीखा?
अन्नू ने कहा - बड़ी दीदी ने सिखाया. दरअसल हम तीनो बहन एक दुसरे की चूत चूसते हैं.
मैंने कहा - वाव.. ये बात तो मुझे आज तक पता ही नहीं थी.
अन्नू ने कहा - जीजा जी, सिर्फ हमारी ही देखोगे क्या? अपनी भी दिखाओ ना.
मैंने बिना कुछ कहे अपने अंडरवियर को को भी खोल दिया. मेरा लंड जो एक चूत और दो चूची को देख कर जितना बड़ा होता है आज दो दो चूत और चार चूची को देख कर डबल बड़ा हो रहा था.
अनु ने मेरे लंड को देखते ही पकड़ लिया और कहा - हाय राम, जीजू आपका जूजू कितना बड़ा है. इतना बड़ा जूजू तुम दीदी के चूत में पूरा डाल देते हो? दीदी की चूत तो दर्द से बिलबिला जाती होगी.
ये सुन कर मोनिका हँसी और कहा- धत पगली, ये जूजू थोड़े ही है, ये तो लंड है. चूत में इसे डालने से दर्द थोड़े ही होता है? बल्कि मज़ा आता है. इस को पीयेगी? सुना है बहुत मज़ा आता है.
अनु ने कहा - किसने कहा?
मोनिका- दीदी ने.
मैंने कहा - दीदी तुम्हे ये सब बातें बताती है?
मोनिका ने मेरे लंड को मुह में लिया और थोडा चूसते हुए कहा- और नहीं तो क्या? वो मुझे अपनी चुदाई कि सब बातें बताती है.
मैंने कहा - सिर्फ थ्योरी से ही काम नहीं चलेगा, कुछ प्रेक्टिकल भी करना होगा.
दोनों ने कहा - हाँ जीजू, कुछ प्रेक्टिकल कीजिये ना.
मैंने कहा - पहले किस से साथ करूँ.
मोनिका ने कहा - मेरे साथ, क्यों कि यहाँ मै बड़ी हूँ.
अन्नू ने कहा - हाँ ये ठीक है, तब तक मै देखती हूँ और जानूंगी कि कैसे क्या होता है.
मैंने कहा - ठीक है.
और मै मोनिका के बदन पर लेट गया और अन्नू बगल में ही लेट कर चुचाप देख रही थी. मै मोनिका के नंगे मखमली बदन पर लेट कर उसके हर अंग को चाटने लगा. वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी. मैंने उसके बुर को चाटना चालु किया तो वो सिसकारी भरने लगी. लेकिन मै उसके बुर के रस को छोड़ भी नहीं पा रहा था. इतना नरम और रसीला बुर था मानो लग रहा था कि लीची को उसका छिलका उतार कर सिर्फ उसे चाट रहा हूँ. उसके बुर ने पानी छोड़ दिया. मै उसके बुर को छोड़ फिर उसके चूची को अपने सीने से दबाया और
मैंने पूछा- अपनी चूत चुदवाओगी?
मोनिका ने कहा- हाँ .
मैंने कहाँ - ठीक है. तो तैयार हो जा प्रैक्टिकल के लिए
मैंने उसके दोनों टांगो को अलग किया और चूत के छेद का मुआयना किया. उसमे उंगली डाल कर उसे फैलाया फिर अपना लंड को उसकी चूत के छेद पर रखा और और धीरे धीरे लंड को उसके चूत में घुसाना चालु कर दिया.
ज्यों ही मैंने लंड डाला वो चीख पड़ी- आ ..... यी....आह...
मैंने कहा - क्यों री. चूत में बैगन डाल के मुठ मारती हो और लंड लेने में तुझे परेशानी हो रही है.
मोनिका ने कहा - हाय राम, आपका लंड किसी बैगन से कम मोटा नहीं है. और ये काफी सख्त भी तो है. बैगन तो नरम होता है.
मैंने कहा - हाँ वो तो है. लेकिन सख्त लंड से ही तुझे मज़ा आएगा. तेरी झिल्ली फटी है कि नहीं अभी तक?
मोनिका ने कहा -- नहीं..
मैंने कहा - फाड़ दूँ तेरी झिल्ली?
मोनिका ने कहा - अब देर ना करो जीजू. जो भी करना है जल्दी करो. मेरे चूत में अपना इतना मोटा लंड डाल कर इतने सवाल कर कर के मुझे यूँ ना सताओ.
उसका चूत एकदम नया था. मैंने धीरे धीरे अपने लंड को उसके चूत में धक्के मारना शुरू किया. मेरा लंड उसके चूत के गहराई में गया तो उसकी झिल्ली फट गयी तो वो पूरी तरह चीख पड़ी- आ .....ह...जी.......जू हाय राम...
मैंने कहा - क्या हुआ मोनिका ?
मोनिका ने दर्द भरे स्वर में कहा - कुछ नहीं जीजा जी . तेरे लंड ने मेरी झिल्ली फाड़ डाली. आह...कितना मज़ा है इस दर्द में. .
मैंने मोनिका को उसके दर्द कि परवाह किये बगैर जोर जोर से चोदना चालू किया. थोड़ी देर में ही उसे आनंद आने लगा. अब वो आराम से बिना किसी शर्म के जोर जोर से बोलने लगी- आह जीजा जी. हाय जीजाजी. जरा धीरे धीरे चोदिये ना. आय हाय कितना मज़ा आ रहा है. आआअ ....ह्ह्ह्ह.... वो साली ही क्या जिसने अपने जीजा के मज़े ना लूटे हों.
सुन के मुझे उसके हिम्मत पर ख़ुशी हुई और आराम से उसके अंग अंग को देखते हुए चोदने लगा. वो भी जोर जोर से चिल्लाने लगी- हाय...आआअह्ह्ह्ह..... ओह्ह माँ , ओह जीजू, हाय रे आःह्ह्ह ........
मै उसकी नंगे बदन पर लेट कर उसकी चुदाई कर रहा था. मैंने चुदाई करते समय अन्नू कि तरफ देखा तो वो भी काफी खुश लग रही थी.
मै उसे चोदता रहा. थोड़ी देर में मोनिका के चूत से पानी निकलने लगा. मेरे लंड ने भी पानी छोड़ देने का सिग्नल दे दिया.
मैंने मोनिका से कहा - बोल कहाँ गिरा दूँ माल?
वो बोली- मेरे मुह में.
मैंने अपने लंड को उसके चूत से निकाला और अभी उसके मुह में भी नही डाला था कि मेरे लंड ने माल छोड़ना चालु कर दिया. इस वजह से मेरे लंड का आधा माल उसके मुह में और आधा माल उसके गाल और चूची पर गिर गया. फिर भी वो प्यासी कुतिया की तरह मेरा लंड चूसती रही.
उसने अन्नू को अपनी चूची दिखाई और कहा - अन्नू ले माल को चाट. मज़ा आएगा.
अन्नू ने बिना देर किये मोनिका के चूची को चाटना शुरू कर दिया और उस पर गिरे मेरे माल को चाट चाट कर खा गयी.
मुझे काफी मज़ा आ रहा था. लेकिन मैंने गौर किया कि अन्नू भी काफी अंगडाई ले रही थी. इसका मतलब कि अब उसके चूत में भी खुजली हो रही थी.
मैंने मोनिका को कहा - अब तेरी छोटी बहन की बारी है. देख तो कैसा अकड़ रही है?
मोनिका अपनी चूत को साफ़ करती हुई बोली- इसकी तड़प को रोकने का एक ही उपाय ये है कि इसे भी अभी चोद दीजिये. .क्यों री अन्नू? चुदवायेगी ना? बहुत मज़ा आएगा.
अन्नू बोली- लेकिन दीदी , तू तो अभी करह रही थी लग रहा था कि तुझे काफी दर्द हो रहा था .
मोनिका - अरी पगली , वो दर्द नहीं ..मज़ा था री . तू भी चुदवा के देख ना
अन्नू ने कहा - लेकिन दीदी तुने ही तो एक दिन कहा था कि चूत पर पहला हक पति का होता है ?
मोनिका - धत पगली .. साली के चूत पर पहला हक तो जीजा का ही होता है न. चल अब ये सब छोड़ . और लेट जा .. देख जीजू अभी तुझे जन्नत की सैर करायेंगे .
अब मैंने अन्नू को अपने नीचे लिटाया और उसकी चूची को छूने लगा. मुझे पता था कि ये लड़की अभी गरम है. इसे काबू में करना कोई मुश्किल काम नहीं है. मै उसी चूची को दबाने लगा. वो कुछ नहीं बोल रही थी सिर्फ मुस्कुरा रही थी. . मैंने एक हाथ उसकी चूत पर हाथ ले गया. ओह उसकी चूत तो बिलकूल गीली थी. मैंने अब कोई तकल्लुफ नहीं किया अब वो पूरी तरह से मेरी गिरफ्त में थी. मै उसके होठों को बेतहाशा चूमने लगा. अब वो भी मुझे जोरदार तरीके से मेरे होठों को चूमने लगी. अब वो मेरा साथ देने लगी थी. वो भी दीदी कि चुदाई देख कर मस्त हो चुकी थी. उसकी चूची तो मोनिका कि चूची से भी नरम थी. आखिर उसकी चूत का भी मैंने उद्धार किया और और उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया. लेकिन जैसे ही मैंने डाला वो चीखने लगी . उसकी चूत का छेद अभी छोटा था .
मोनिका ने कहा - एक मिनट जीजू .. ये क्रीम इसकी चूत में डाल दीजिये ना . तब चोदिये . तब इसे दर्द नहीं होगा .
मैंने अन्नू के चूत से अपना लंड निकाल लिया . मोनिका ने वेसलिन क्रीम को अन्नू की चूत पर अच्छी तरह से माला . अन्नू चुप चाप अपने चूत पर वेसलिन लगवा रही थी .
मैंने अन्नू की चूची को दबाते हुए कहा - मोनिका , तुने तो अपनी चूत पर वेसलिन नहीं लगाया .
मोनिका ने कहा - मुझे तो मोटे बैगन अपने चूत में डालने की आदत है ना . ये अन्नू की बच्ची तो सिर्फ मोमबत्ती ही डालती है अपनी प्यारी सी चूत में. इसलिए आपका मोटा लंड इसे चुभ रहा है . लेकिन अब नहीं चुभेगा . मैंने वेसलिन डाल दिया है इसके चूत में अब आप इसके चूत में अपना लंड बेहिचक डालिए. .
मैंने फिर से अन्नू के चूत में अपना लंड धीरे धीरे डालना शुरू किया . इस बार भी वो थोड़ी चीखी लेकिन जल्दी ही अपने आप पर काबू पा ली. 4-5 शोट में ही उसकी भी झिल्ली फट गयी और उसके चूत से बलबला के खून निकलने लगा . लेकिन मैंने लंड के धक्के से उसकी चुदाई जारी रखी. थोड़ी देर में ही उसकी चूत भी खुल गयी. वो भी अपनी दीदी कि तरह जोश में आ गयी थी.. उसने अपने दोनों हाथो से मेरी गर्दन को लपेट कर मेरे होठो को चूमने लगी. उसकी जम कर चुदाई के बाद मेरे लंड से भरपूर माल निकला जो कि उसके चूत में ही समा गया.
मै अपना लंड उसके चूत से निकाल कर उसके बगल में लेट गया.
तब मोनिका ने अन्नू की चूची को दबा कर बोली- क्यों बहना, मज़ा आया ना?
अन्नू ने कहा- हाँ दीदी. एक बार फिर करो ना जीजू.
मोनिका ने कहा- नहीं पहले मेरी चूत में भी रस डालिए तब अन्नू की बारी.
मोनिका मेरे बगल में लेट कर अपने दोनों टांगो को आजु बाजू फैला कर अपनी चूत मेरे सामने पेश कर मुझे छोड़ने का न्योता देने लगी. मेरा लंड अभी थका नही था. मै तीसरी बार चूत छोड़ने के लिए तैयार था. मणि झट से उसकी टांगों को अपने कंधे पर रखा और एक ही झटके में अपना लंड उसके चूत में प्रवेश करा दिया.
मोनिका - हाय राम.. जीजू कितना हरामी है रे तू. धीरे धीरे डाल न..
मैंने कहा - देख कुतिया.. अभी मै तेरी कैसी चुदाई करूंगा कि इस जनम में दोबारा चुदाई का नाम ना लेगी तू.
मेरी बात सुन के मोनिका ने हँसते हुए कहा - जा रे हिजड़े.. तेरे जैसे दस लंड को मै अपननी चूत में एक साथ डाल लूं तो भी मेरी चूत को कुछ नही होने वाला.
मैंने भी हँसते हुए कहा - तो ये ले... सभाल इसे.
कह कर मैंने काफी जोर जोर से उसके चूत में अपना लंड आगे पीछे करने लगा. पहले तो वो सिर्फ अपने होठो को दांत में दाब कर दर्द बर्दाश्त करती रही. लेकिन थोड़ी देर में ही उसकी चीखे निकलने लगी.. वो हलके हलके स्वर में चिल्लाते हुए कहने लगी - हाय रे.. मादरचोद.. फाड़ डाला रे.. साले जीजू.. कुत्ता है तू... एक नम्बर का रंडीबाज है. आदमी का लंड है कि गधे का लंड. साले कुछ तो रहम कर मेरी नाजुक चूत पर.
मुझे उसकी गालियाँ काफी प्यारी लग रही थी. उसकी गालियाँ मेरा जोश बढ़ा रही थी. मै जानता था कि उसे काफी मज़ा आ रहा है क्यों कि इतने दर्द होने के बावजूद वो अपनी चूत से मेरा लंड निकालने का प्रयास नही कर रही थी.
इस बार मैंने मोनिका के चूत को घमासान तरीके से 20 मिनट तक चोदा. 20 मिनट कि घमासान चुदाई के बाद मेरे लंड से लावा फुट पड़ा. और सारा लावा उसके चूत में ही गिराया. मोनिका की हालत देखने लायक थी. वो इतनी पस्त हो चुकी थी कि बिना कोई करवट लिए जैसे की तैसी लेटी लेटी ही सो गयी.
मोनिका तो थक कर सो गयी लेकिन अब अन्नू कहने लगी मेरी मुंह में भी रस पिलाईये जैसे दीदी को पिलाया था. और मेरी भी चूत चूसिये जैसे आपने दीदी की चुसी थी. मेरी भी तो अब हिम्मत नहीं हो रही थी. लेकिन मै ये लोभ छोड़ना भी नहीं चाहता था और अन्नू को दुखी भी नहीं करना चाहता था.
.
मैंने कहा- अन्नू, ये मेरा लंड आपके हवाले है. आप इसे चूस कर इस से रस निकाल लीजिये.
अन्नू बोली - ठीक है.
मै बिस्तर पर लेट गया. अन्नू मेरे बदन पर इस तरह से लेट गयी कि उसकी चूत मेरी मुह के ऊपर और वो मेरे लंड को अपने मुह में ले ली. वो मेरे लंड को चूसने लगी और मै उधर उसके चूत को चूस रहा था. जवान लड़कियों में रस की कमी नही रहती. उसके चूत से लगातार रस निकल रहा था. सचमुच अद्भुत स्वाद था. उधर मेरा लंड फिर तनतना गया. उसके चूसने का अंदाजा भी निराला था. मैंने उसे फिर से सीधा लिटाया और उसकी दोनों टांगों को अपने कन्धों पर रखा. उसकी चूत को दोनों हाथ से सहलाने के बाद अपना लंड पकड़ कर उसके चूत में डाला. लेकिन मैंने अन्नू को बड़े ही प्यार से धीरे धीरे चोदता रहा. वो मेरे इसी अंदाज़ पर मज़े ले रही थी. इस बार काफी देर तक उसकी चूत की चुदाई करने के बाद मेरे लंड ने चौथी बार क्रीम निकालने का सिग्नल दिया.
मैंने करहाते हुए अन्नू से पूछा - माल पीना है या डाल दूँ चूत में ही?
अन्नू ने भी दर्द भरे स्वर में कहा - मुझे पीना है.
मैंने जल्दी से लंड को उसके चूत से निकाला और अन्नू के मुह को खोल कर उसके मुह के पास लंड ले जा कर हाथ से 3-4 बार मुठ मारा ही था कि मेरे लंड महाराज ने चौथी बार लावा निकाल दिया . सारा लावा अन्नू ने अपने मुह में गटक लिया. और बड़े ही चटखारे ले ले कर पिया.उसके चूत से भी फाइनली रस निकल गया जो सचमुच किसी जूस से कम नहीं था.
उसके बाद मै भी अन्नू के साथ ही उसी के बिस्तर पर ही सो गया. रात करीब दस बजे हम लोग उठे मोनिका और अन्नू दोनों ही चल नहीं पा रही थी. मै खाने के लिए बाहर गया और उन दोनों के लिए भी भरपूर मात्रा में खाना पैक करवाया और 2 बोतल बियर और एक पैकेट सिगरेट ले लिया.
वापस आने पर उन दोनों को खाना खिलाने के बाद दोनों को 2 -2 पैग बियर दिया. पहले तो दोनों मना करती रही. लेकिन जब मैंने कहा कि इस से कोई हानि नहीं होगी बल्कि तुम दोनों का बदन और चूत दर्द ठीक हो जाएगा तब दोनों ने एक बोतल बियर को पीया. फिर दोनों को एक एक सिगरेट भी पीने को दिया. पहले तो वो दोनों सिगरेट में भी ना ना करती रही लेकिन जब मै सिगरेट पी रहा था और एक कश लेने के लिए अन्नू को दिया तो वो छोटी छोटी कश ले कर समूची सिगरेट ही पी गयी. उसकी देखा देखी मोनिका ने भी एक सिगरेट छोटी छोटी कशों में पूरी पी गयी. इस से सचमुच उन दोनों का दर्द समाप्त हो गया. शेष एक बोतल बियर और 3 सिगरेट मै अकेले ही पी गया. हम सभी इतने में फिर से मस्त हो चुके थे. इसके बाद हम तीनो में कोई पर्दा नहीं रह गया. हम तीनो नंगे हो कर रात भर सेक्स गेम खेलते रहे. रात को मैंने दोनों की गांड का भी उद्धार कर दिया. हम तीनो सुबह के सात बजे सोये. मैंने अपने लिए अलग कमरा को भी रखे रखा. जहाँ मै कभी कभी दोनों में से किसी एक को अपने कमरे में ले जा कर एकांत में भी चोदता था. कभी कभी एकांत में भी तो चुदाई होनी चाहिए ना.
शेष सातों दिन हम तीनो ने साथ मिल कर चुदाई का तरह तरह का खेल खेला.
घर वापस आने के बाद भी चुपके चुपके हम तीनो रंगरेलियां मन ही डालते हैं.
Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया ,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन ,kamuk-kahaniyan.blogspot.com ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت ,
--
No comments:
Post a Comment