FUN-MAZA-MASTI
बहकती बहू--30
सन्नी - - - जान तू इतनी सुंदर और सेक्सी है और तेरा फिगर इतना गदराया हुआ है क़ि पूरी रात भर मे दस बार तो तुझे चोद ही दूँगा !!
कामया - - - हे भगवान !!!!! सन्नी तेरी बीवी बड़ी लकी होगी रे ! कितना स्ट्रॉंग मर्द मिलेगा उसको ?
सन्नी - - यार मुझे अब शादी वादी नही करनी मैं तो बस अब आपके सहारे जिंदगी काट लूँगा !सन्नी एक्टिंग करते हुए बोला !
कामया - - - चल पगला ऐसा नहीं होता ! शादी तो तुझे करनी ही पड़ेगी बाकी मैं कोई मना तो नहीं कर रही हूँ जब मन करे आ जाना ! हालाकी कामया सन्नी की इस नकली दीवानगी को सच मान बैठी थी और अंदर ही अंदर गर्वित हो रही थी !
अब आगे - - - - -
दोनो ऐसे ही मीठी मीठी रोमांटिक बातें करते रहे तब तक सन्नी एक बार फिर तैयार हो गया ! इस बार सन्नी ने कामया को अपने उपर कर लिया ! कामया कुछ देर सन्नी के ऊपर उठक बैठक करती रही मगर लगातार खुद चुदाई करने से वो थक सी गई थी सो सन्नी से बोली
कामया - - - भैया आप उपर आकर करो मैं थक गई हूँ !
सन्नी - - - अरे जान कर ना रोज तो मैं ही करता हूँ तू भी तो राइड कर
कामया - - - नहीं भैया मुझे राइड करना अच्छा नहीं लगता ! ये काम मर्दों का होता है औरतों का नहीं ! मुझे तो मज़े से नीचे लेटे रहना अच्छा लगता है ! आइ डोंट वॉंट टू फक आइ लाइक टू फील being फक्ड बाइ यू ! कम एंड बेंग मी !
सन्नी - - - ओके डार्लिंग लेट्स वी डू सम थिंग न्यू ! फिर सन्नी खुद बैठ गया और उसने कामया को अपनी गोद मे बैठा कर लंड उसकी बुर मे डाल दिया ! इस आसान मे दोनो का बदन एक दूसरे के समीप आ गया था और कामया के बूब्स सन्नी की चौड़ी छाती से रगड़ने लगे ! सन्नी ने कामया के होंठों को अपने होंठों मे फँसा लिया और ज़ोर ज़ोर से किस करने लगा ! उसके दोनो हाथ कामया की गांद के नीचे से उसे उपर उछाल रहे थे जिससे कामया की बुर मे लॅंड अंदर बाहर जा रहा था !
कामया के लिए ये पोज़ एकदम नया था ! इस पोज़ मे वो सन्नी के साथ बहुत इंटिमेसी फील कर रही थी ! सेक्स के दौरान दोनो के जिस्मो का इतने पास पास होकर आपस मे रगड़ खाना उसे बहुत हॉर्नी बना रहा था ! दूसरी तरफ सन्नी कभी उसके मम्मो को चुसता तो कभी उसके नाज़ुक सेक्शी कंधों को काटने लगता ! चन्द पल मे ही कामया एक बार फिर बेखुदी मे पहुँच गई वो ज़ोर ज़ोर से साँसें लेने लगी ,उसकी आँखें आनंद की अधिकता से बोझिल हो रही थी ! वो सिसकते हुए बोली
कामया - - - भैया दिस इस रियली आसम ! आइ लव दा वे यू आर फक्किंग मी ! सन्नी अब नीचे से तेज़ तेज़ झटके मारने लगा जिससे एक बार फिर "" मदनलाल निकेतन अपनी प्यारी सेक्सी बहू की मादक सिसकारियों से गूंजने लगा "" ! उस रात फिर सन्नी ने कामया को दो घंटे मे चार बार स्वर्ग दिखला दिया और फिर अपने कमरे मे जाकर निढाल हो कर सो गया ! इधर कामया भी सन्नी की जबरदस्त चुदाई से बेहाल हो चुकी थी वो भी रूम बंद कर पलंग मे पट हो गई !
सुबह शांति के नहाने धोने से उसकी नींद कुछ डिस्टर्ब हो गई ! शांति नहा धोकर रोज मॉर्निंग वॉक पर जाती थी ! कामया की नींद खुलने से उसे रात की चुदाई याद आने लगी उसे मालूम था क़ि मम्मी एक घंटे बाद लौटेंगी ! कामया को जैसे ही याद आया की आज सन्नी चला जाएगा उसका दिल कसक उठा ! उसने सोचा मम्मी तो चली गई है बाबूजी तो कल की तरह आठ नौ बजे तक उठने वाले नही सो एक बार सन्नी का प्यार फिर से पा लेती हूँ ! उसने सन्नी को फ़ोन लगाया !
सन्नी - - - हाँ डार्लिंग बोलो !
कामया - - - भैया सो रहे थे क्या ?
सन्नी - - - अरे मेरी रानी तुम बोलो तो कॉल क्यों की हो ?
कामया - - - भैया मम्मी तो जॉगिंग चली गई है आप भी आज जा रहे हो तो मेरा दिल आपके पास आने को कर रहा है !!
सन्नी - - - अरे छमिया तो जल्दी आ ना मैं तो खुद ही मॉर्निंग वुड से परेशान बैठा हूँ !
कामया - - - मॉर्निंग वुड !!!!!! भैया ये क्या होता है ?
सन्नी - - - तू बस जल्दी से आजा तुझे सब यहीं पता चल जाएगा !
कामया ने जल्दी से अपने को सेक्सी ढंग से ड्रेस अप किया और सन्नी के कमरे मे पहुँच गई !
सन्नी तो उसे इस रूप मे देख कर देखता ही रहा गया एक तो वैसे ही सुबह से अपने कोबरा से परेशान था और अब इस रूप मे कामया को देख कर तो उसके कोबरा ने हाहाकार मचा दिया ! वो तेज़ी से लपका और कामया के उपर टूट पड़ा ! वो कामया को चूमने नोचने लगा चन्द पल मे ही कामया टॉप लेस हो गई ! अपने को उपर से नग्न देख कामया शर्मा गई और सन्नी से बोली
कामया - - - भैया दरवाजा तो बंद कर दो कम से कम ! सन्नी ने लपक कर दरवाजा बंद किया और जैसे ही पलटा कामया की अधनंगी जवानी देख कर उसकी आँखें फैल गई ! जब तक वो उससे लिपटा हुआ था तो कामया का मादक बदन को पूरी तरह देख नही पा रहा था लेकिन अब वो पूरा पेनोरामिक व्यू देख कर भौंचक रह गया ! बिना ब्लाउस के उपर से नंगी कामया बेहद ही कामुक और सेक्सी लग रही थी ! जब एक अमृत कलश ने ही देवासुर संग्राम करा दिया था तो यहाँ तो दो दो अमृत कलश थे सो काम युद्ध तो होना ही था !
गोरी चिकनी कामया के बदन पर केवल एक साड़ी पड़ी थी ! उसके बड़े बड़े संतरे बहुत ही लुभावने थे ऐसा लग रहा था मानो सन्नी को कह रहे हों "" आओ ना चूसो हमे "" अब सन्नी के लिए सबर करना मुश्किल हो गया उसने तुरंत आगे बढ़कर अपना मुँह उन अमृत कलश मे लगा दिया ! चूची की घुंडी मे सन्नी के होंठ लगते ही कामया सनसना गई उसके पूरे शरीर मे बिजली कौंध गई ! सन्नी ने उसके कच्चे कैरी का रस पीते पीते ही उसको बिस्तर पर गिरा दिया और जबरदस्त तरीके से उसका स्तन चूसन करने लगा ! सन्नी का लॅंड कामया की बुर के उपर टच हो रहा था जिससे वो पल पल गरम होती जा रही थी ! अचानक कामया पूछ बैठी
कामया -- - - - भैया ये मॉर्निंग वुड क्या होता है जो आप कह रहे थे ! सन्नी ने उसका हाथ पकड़ कर अपने फन फैलाए कोबरा पर रख दिया और बोला
सन्नी - - - जान इस कहते हैं मॉर्निंग वुड क्योंकि ये सुबह सुबह लकड़ी के समान कड़ा हो जाता है और बहुत परेशान करता है ! अब तू आ गई है तो इसकी परेशानी दूर हो गई !
कामया - - भैया मैं तो हमेशा आपको खुश देखना चाहती हूँ अगर मैं आपके काम आ सकी तो ये मेरी खुश किस्मती है !
सन्नी - - - बस मेरी रानी तू इसी काम आया कर और मुझे तुझसे कुछ नही चाहिए और ऐसा कह कर सन्नी फिर उस पर टूट पड़ा !
दोनो प्रेमी फिर से काम क्रीड़ा मे मस्त हो गये सन्नी ने आज सूर्योदय के साथ ही कामया को अपना जल चड़ा दिया जिसे कामया ने बड़ी ही तत्परता से ग्रहण कर लिया !
अपनी प्यास बुझते ही कामया अपने रूम मे चली गई और सन्नी फिर खर्राटे लेने लगा !
दूसरे दिन सुबह नौ बजे सन्नी की नींद खुली वो अलसाया सा हाल मे गया तो देखा कामया कल रात वाली साड़ी मे ही बेहद सेक्सी अंदाज़ मे बैठी थी ! ब्लाउस से उसकी चुचियाँ आधे से ज़्यादा बाहर दिख रही थी ! ब्लाउस से उसकी क्लीवेज़ देख कर सन्नी का लंड फिर खड़ा होने लगा ! मदनलाल बार बार उन्ही को देखे जा रहा था, कामया के मम्मे देख देख उसकी लार टपक रही थी ! सन्नी सोचने लगा "" कितनी सीधी सादी थी उसकी बहन लेकिन एक मज़बूत लंड की चाहत ने उसे कितना चालाक और तिकड़म बाज़ बना दिया है , जो लड़की लड़कों की तरफ कभी देखती भी नही थी वो आज रातभर मुझसे चुद्कर अब अपने ससुर को लाइन मार रही है ताकि सब कुछ स्मूद चलता रहे "" !
सन्नी कामया का गेम प्लान समझ गया वो जानबूझ कर बाबूजी को ये सब दिखला रही थी ताकि मदनलाल ख्वाब मे भी ना सोच पाए की वो रात भर अपने भाई से चुदवा रही है ! वो जिस प्रकार मदनलाल को सिड्यूस कर रही थी उस से तो बेचारा बूढ़ा यही समझ रहा होगा की बहू उसी की दीवानी है !
सन्नी को देख कामया बोली - - -
कामया - - - भैया आप उठ गये मैं आपके लिए चाय लेकर आती हूँ ! फिर वो सन्नी को चाय लाकर दी और बोली
कामया - - - भैया मैं नहा के आती हूँ फिर आप भी नहा लेना तब तक मैं आपका नाश्ता लगा दूँगी!
सन्नी जब नहा कर अपने कमरे मे जा रहा था तो उसने देखा की कामया नये सलवार सूट मे हाल मे सब के साथ बैठी थी ! वो अपने कमरे मे गया और अपना बेग पॅक कर उसे लेकर हाल मे आ गया ! सन्नी को बेग लेकर आया देख कामया बोली --
कामया - - - सन्नी ये क्या है ? ये बेग क्यों ले आए ?
सन्नी - - - दीदी अब मैं चलूँगा वैसे ही आपने बहुत रोक लिया
कामया - - - अरे सन्नी तू पहली बार आया है एक दो दिन और रुक जा ना ?
सन्नी - - - नहीं दीदी अब जाने दीजिए मुझे वहाँ दुकान मे भी बैठना पड़ता है और खेत का भी काम देखना पड़ता है ! पापा अकेले परेशान हो रहे होंगे !
कामया - - - ठीक है लेकिन थोड़ा रुक जा लंच करके जाना , बिना खाना खाए घर से निकलना अपशकुन होता है !
सन्नी - - - दीदी नाश्ता तो कर रहा हूँ ना
कामया - - - चुप कर नाश्ता खाना नही होता ! खाना खा के ही जाएगा ! thats फाइनल !
दोनो भाई बहन की नोंक झोंक देख कर शांति भी बोल पड़ी
शांति - - - बेटा बहू बिल्कुल सही बोल रही है खाना खा के ही जाना अभी तैयार हो जाएगा बारह बजे तक ! फिर मदनलाल की तरफ़ देख कर बोली
शांति - - - सुनिए जी !! बच्चा पहली बार घर आया है खाली हाथ वापस जाएगा तो आपके समधी जी क्या सोचेंगे की मैं तो मेजर साहब को हमेशा बढ़िया वाली पिलाता था और उन्होने मेरे बच्चे को खाली हाथ लौटा दिया !
मदनलाल - - हाँ तो बोलो क्या करना है एक बोतल इसके हाथ भिजवा दूं क्या नेता जी के लिए !
शांति - - - हे भगवान !!!! आपको तो शर्म नाम की चीज़ नहीं है ? बच्चे के हाथ बाप को शराब भिजवाओगे ?
मदनलाल - - - हाँ तो फिर तुम्ही बताओ क्या करना है ?
शांति - - - एक काम करो बाज़ार जाओ और बच्चे के लिए एक जोड़ी पेंट शर्ट का कपड़ा ले आओ ? तब तक मैं भी पूजा पाठ से निपट जाती हूँ और ऐसा कहकर शांति पूजन कक्ष मे चली गई !
सन्नी बार बार अपने लिए बच्चा सुनकर अंदर ही अंदर मुस्करा रहा था ! ये लोग मुझे बच्चा समझ रहे हैं "" बेचारों को नही मालूम की यही बच्चा पिछली तीन रात से उनकी बहू चोद रहा है और अब मदनलाल अपनी बहू चोदने का उसे इनाम देने बाज़ार जा रहे हैं ""
मदनलाल - - - ठीक है बहू मैं बाज़ार जा रहा हूँ और अपने भी एक दो काम निपटा के बारह बजे तक आ जाऊँगा !
बाबूजी के बाहर जाते ही सन्नी उठकर बाहर गया और जब बाबूजी अपनी एक्टिवा से काफ़ी दूर निकल गये तो अंदर आकर उसने चितकनी लगा दी और कामया के पास आ गया ! कामया ने देखा की सन्नी की आँखों मे फिर से वासना की लाली छा चुकी थी ! उसने थूक निगलते हुए पूछा --
कामया - - - सन्नी ये दरवाजा क्यों बंद कर दिया ?
सन्नी - - - ताकि बाहर से कोई डिस्टर्ब ना कर सके !
कामया - - - लेकिन दरवाजा बंद करने की क्या ज़रूरत आ गई ?
सन्नी - - - जान तुम्हे प्यार जो करना है !
कामया - - - पागल हो मम्मी पूजा के कमरे मे है ?
सन्नी - - - उसकी छोड़ यार वो तो कल भी थी ! बुदिया अब घंटा भर नहीं निकलने वाली ! और ऐसा कहते ही सन्नी ने उसे बाहों मे भर लिया ! कामया ना ना कहती रह गई पर सन्नी के हाथ उसके मम्मो और जांघों पर जम गये ! कामया शांति के डर से ज़्यादा तेज़ बोल भी नही सकती थी ! सन्नी ने उसकी कुरती उतारनी चालू कर दी
कामया - - - प्लीज़ कपड़े मत उतारो ? उपर से ही कर लो मम्मी आ सकती हैं
सन्नी ने कामया का कुर्ता ऊपर किया और उसके दूध निकाल कर पीने लगा ! खुले हाल मे दूध चुसवाने का थ्रिल ऐसा था कि कामया के पूरे बदन मे करेंट दौड़ने लगा !
कामया सोच रही थी क़ि शायद इतने से ही वो बच जाएगी मगर सन्नी का इरादा आज कुछ और था आज तो वो कामया को वहीं हाल मे चोदने के मूड मे था ! वो फिर कामया की कुरती उतारने लगा
कामया - - - प्लीज़ भैया कपड़े मत उतारो ! मम्मी आ सकती है
सन्नी - - - फिर मम्मी मम्मी कर रही हो ? बच्ची हो क्या जो हमेशा मम्मी को याद करती हो ? सन्नी का कामया के बूब्स को मसलना जारी था !
कामया - - - भैया प्लीज़ समझो मम्मी आ सकती है ?
सन्नी - - - यार तू ज़्यादा डरा मत कर ! कल मम्मी आई थी क्या जब मैने तेरा दूध पिया था ? वैसे आने के पहले दस मिनिट तो वो घंटी बजाती है ! फिर क्यों टेंसन लेती है ? आने के दस मिनिट पहले घंटी बजा कर सूचना देने वाली सास कहीं मिलेगी क्या और फिर सन्नी ने कामया की कुरती उतार दी ! अब कामया केवल एक ब्रा और पाजामी मे सोफे मे बैठी थी ! कामया काफ़ी डरी हुई थी इस तरह अर्धनग्न बैठना वो भी ड्रॉयिंग रूम मे उसे बहुत डर लग रहा था !
सन्नी भी वहीं बैठ गया और उसने कामया को अपनी गोदी मे बैठा लिया और उसके जिस्म से खेलने लगा ! कामया के जिस्म मे फिर गर्मी भरने लगी और वो फिर से बहकने लगी ! सन्नी काफ़ी देर तक उसे इसी तरह गरम करता रहा और फिर उसने कामया की पाज़ामी का नाडा पकड़ा और एक झटके मे खींच दिया ! जैसे ही वो पाजामी उतारने लगा तो कामया को होश आया की उसका नाडा खुल चुका है ! कामया ने तुरंत अपनी पाजामी पकड़ ली
कामया - - - भैया ये आप क्या कर रहे हो ? मुझे मरवाओगे क्या ?
सन्नी - - - जान तुझे मरवाऊंगा नही बल्कि तेरी मारूँगा !
कामया - - नहीं प्लीज़ आप मेरी पाजामी छोड़िए ! मैं अभी ये नही कर सकती मम्मी आ सकती है !
सन्नी - - - अरे यार कोई नहीं आने वाला ! चल तू खड़े हो और सोफे को पकड़ कर झुक जा ! बस पाँच मिनिट का ही तो काम है !
कामया - - - नहीं मैं नही करूँगी !
मगर सन्नी नही माना उसने कामया की पाजामी घुटनो तक उतार दी
कामया अब मजबूर होकर घुटने तक नंगी सोफे मे बैठी थी ! वो अभी भी सन्नी को रोक रही थी किंतु शांति के बाजू मे होने के कारण तेज़ आवाज़ मे नही बोल पा रही थी ! कामया को और कमजोर करने की नियत से सन्नी ने अपनी ज़िप खोली और अपने लंड को बाहर निकाल दिया जो सामने बैठी कामया के बिल्कुल मुँह के पास लहराने लगा ! ऐसा लग रहा था जैसे कोई खूणकार कोबरा गुस्से मे फुंफ़कार रहा हो ! कामया अपने होंठों के सामने नये ताज़े मोहक लंड को देख कर बहकने लगी ! पता नहीं उसके शरीर मे ऐसा कौन सा केमिकल लोचा था की वो मर्द के लंड की गंध नाक पर पढ़ते ही मदहोश हो जाती थी ! इस वक्त भी उसका यही हाल था सन्नी का खूँटा अब उसके संयम की परीक्षा ले रहा था और वो जानती थी क़ि इस टेस्ट मे वो फैल हो जाएगी ! हमेशा से ही ऐसा होता आया था ! मर्द का ये मर्दाना अंग उसे बहकने को मजबूर कर देता था ! सन्नी ने उसे ब्लो का इशारा किया और वो सम्मोहित सी लंड पर झुक गई ! धीरे धीरे उसके जेहन से शांति का डर उतर रहा था और सन्नी का जादू चढ़ता जा रहा था ! कुछ देर तक लंड चूसाई का मज़ा लेने के बाद सन्नी ने उसे पकड़ कर उठा दिया और सोफे मे औंधा दिया ! अब कामया डोगी पोज़ मे थी ! सन्नी उसकी गांद के पास बैठ गया और अपनी दहकती हुई जीभ कामया की चूत पर लगा दिया !
चूत की पंखुड़ियों पर भाई की जीभ का स्पर्श लगते ही कामया कसमसा गई किंतु विवशता मे सिसकारी भी नही ले पा रही थी ! सन्नी बहुत बुरी तरह से उसकी चूसाई करने लगा ! कामया के अंदर ज्वालामुखी भड़कने लगा जो किसी भी समय फुट सकता था ! बेशक चूत चूसाई उसे बहुत आनंद देती थी किंतु उसे असली मज़ा तभी आता था जब कोई मोटा लंबा खूँटा उसके अंदर जाकर उसकी कुटाई करता था ! जब उसके अंदर का लावा जबरदस्त दबाव डालने लगा तो उसने सन्नी से कहा
कामया - - - भैया बस अब डाल दीजिए
सन्नी - - - क्या डालना है जान?
कामया - --- प्लीज़ सताओ मत अपना अंदर डाल दीजिए
सन्नी - - - क्या डालूं बोल ना मेरी छम्मक छल्लो
कामया - - - अपना वो !!!!!!! अपना वो लंड डाल दीजिए अब बर्दास्त नही होता !
सन्नी - -- - कहीं मम्मी आ गई तो ?
कामया - - - नहीं आएगी आप डालिए ना ? बस पाँच मिनिट का ही तो काम है !
सन्नी ने भी मौके की नज़ाकत को समझा इतना तो वो भी जानता था की वो बहुत दुस्साहस का काम कर रहा है इस लिए उसने समय बर्बाद करना उचित नही समझा और कामया की बुरी तरह पनियाई बर मे अपना पठानी लंड पेल दिया !
उसके बाद तो हॉल मे सैलाब आ गया ! कामया की हालात खराब होने लगी ! आनंद के चरम क्षणों मे उसे सिसकारियाँ लेने कराहने की आदत थी मगर इस वक्त वो मांजी के डर से मुँह बंद किए हुए अंदर ही अंदर इस आनंद को पी रही थी ! सन्नी अपने ताबड़तोड़ धक्कों के साथ साथ उसकी गोरी चिकनी मांसल गांद को भी सहला रहा था ! तभी सन्नी ने अचानक अपना अंगूठा कामया की टाइट गांद मे डाल दिया !
कामया - - - उई भैया नही प्लीज़ वहाँ नही ! बाद मे कभी कर लेना
सन्नी - - - चिंता मत कर रानी केवल उंगली ही डाल रहा हूँ ! दोनो छेदों मे मस्ती का ये आलम था की कामया बस बेसूध सी अपने प्यारे भैया की असहिसनूता का मज़ा लेने लगी !
राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ
बहकती बहू--30
सन्नी - - - जान तू इतनी सुंदर और सेक्सी है और तेरा फिगर इतना गदराया हुआ है क़ि पूरी रात भर मे दस बार तो तुझे चोद ही दूँगा !!
कामया - - - हे भगवान !!!!! सन्नी तेरी बीवी बड़ी लकी होगी रे ! कितना स्ट्रॉंग मर्द मिलेगा उसको ?
सन्नी - - यार मुझे अब शादी वादी नही करनी मैं तो बस अब आपके सहारे जिंदगी काट लूँगा !सन्नी एक्टिंग करते हुए बोला !
कामया - - - चल पगला ऐसा नहीं होता ! शादी तो तुझे करनी ही पड़ेगी बाकी मैं कोई मना तो नहीं कर रही हूँ जब मन करे आ जाना ! हालाकी कामया सन्नी की इस नकली दीवानगी को सच मान बैठी थी और अंदर ही अंदर गर्वित हो रही थी !
अब आगे - - - - -
दोनो ऐसे ही मीठी मीठी रोमांटिक बातें करते रहे तब तक सन्नी एक बार फिर तैयार हो गया ! इस बार सन्नी ने कामया को अपने उपर कर लिया ! कामया कुछ देर सन्नी के ऊपर उठक बैठक करती रही मगर लगातार खुद चुदाई करने से वो थक सी गई थी सो सन्नी से बोली
कामया - - - भैया आप उपर आकर करो मैं थक गई हूँ !
सन्नी - - - अरे जान कर ना रोज तो मैं ही करता हूँ तू भी तो राइड कर
कामया - - - नहीं भैया मुझे राइड करना अच्छा नहीं लगता ! ये काम मर्दों का होता है औरतों का नहीं ! मुझे तो मज़े से नीचे लेटे रहना अच्छा लगता है ! आइ डोंट वॉंट टू फक आइ लाइक टू फील being फक्ड बाइ यू ! कम एंड बेंग मी !
सन्नी - - - ओके डार्लिंग लेट्स वी डू सम थिंग न्यू ! फिर सन्नी खुद बैठ गया और उसने कामया को अपनी गोद मे बैठा कर लंड उसकी बुर मे डाल दिया ! इस आसान मे दोनो का बदन एक दूसरे के समीप आ गया था और कामया के बूब्स सन्नी की चौड़ी छाती से रगड़ने लगे ! सन्नी ने कामया के होंठों को अपने होंठों मे फँसा लिया और ज़ोर ज़ोर से किस करने लगा ! उसके दोनो हाथ कामया की गांद के नीचे से उसे उपर उछाल रहे थे जिससे कामया की बुर मे लॅंड अंदर बाहर जा रहा था !
कामया के लिए ये पोज़ एकदम नया था ! इस पोज़ मे वो सन्नी के साथ बहुत इंटिमेसी फील कर रही थी ! सेक्स के दौरान दोनो के जिस्मो का इतने पास पास होकर आपस मे रगड़ खाना उसे बहुत हॉर्नी बना रहा था ! दूसरी तरफ सन्नी कभी उसके मम्मो को चुसता तो कभी उसके नाज़ुक सेक्शी कंधों को काटने लगता ! चन्द पल मे ही कामया एक बार फिर बेखुदी मे पहुँच गई वो ज़ोर ज़ोर से साँसें लेने लगी ,उसकी आँखें आनंद की अधिकता से बोझिल हो रही थी ! वो सिसकते हुए बोली
कामया - - - भैया दिस इस रियली आसम ! आइ लव दा वे यू आर फक्किंग मी ! सन्नी अब नीचे से तेज़ तेज़ झटके मारने लगा जिससे एक बार फिर "" मदनलाल निकेतन अपनी प्यारी सेक्सी बहू की मादक सिसकारियों से गूंजने लगा "" ! उस रात फिर सन्नी ने कामया को दो घंटे मे चार बार स्वर्ग दिखला दिया और फिर अपने कमरे मे जाकर निढाल हो कर सो गया ! इधर कामया भी सन्नी की जबरदस्त चुदाई से बेहाल हो चुकी थी वो भी रूम बंद कर पलंग मे पट हो गई !
सुबह शांति के नहाने धोने से उसकी नींद कुछ डिस्टर्ब हो गई ! शांति नहा धोकर रोज मॉर्निंग वॉक पर जाती थी ! कामया की नींद खुलने से उसे रात की चुदाई याद आने लगी उसे मालूम था क़ि मम्मी एक घंटे बाद लौटेंगी ! कामया को जैसे ही याद आया की आज सन्नी चला जाएगा उसका दिल कसक उठा ! उसने सोचा मम्मी तो चली गई है बाबूजी तो कल की तरह आठ नौ बजे तक उठने वाले नही सो एक बार सन्नी का प्यार फिर से पा लेती हूँ ! उसने सन्नी को फ़ोन लगाया !
सन्नी - - - हाँ डार्लिंग बोलो !
कामया - - - भैया सो रहे थे क्या ?
सन्नी - - - अरे मेरी रानी तुम बोलो तो कॉल क्यों की हो ?
कामया - - - भैया मम्मी तो जॉगिंग चली गई है आप भी आज जा रहे हो तो मेरा दिल आपके पास आने को कर रहा है !!
सन्नी - - - अरे छमिया तो जल्दी आ ना मैं तो खुद ही मॉर्निंग वुड से परेशान बैठा हूँ !
कामया - - - मॉर्निंग वुड !!!!!! भैया ये क्या होता है ?
सन्नी - - - तू बस जल्दी से आजा तुझे सब यहीं पता चल जाएगा !
कामया ने जल्दी से अपने को सेक्सी ढंग से ड्रेस अप किया और सन्नी के कमरे मे पहुँच गई !
सन्नी तो उसे इस रूप मे देख कर देखता ही रहा गया एक तो वैसे ही सुबह से अपने कोबरा से परेशान था और अब इस रूप मे कामया को देख कर तो उसके कोबरा ने हाहाकार मचा दिया ! वो तेज़ी से लपका और कामया के उपर टूट पड़ा ! वो कामया को चूमने नोचने लगा चन्द पल मे ही कामया टॉप लेस हो गई ! अपने को उपर से नग्न देख कामया शर्मा गई और सन्नी से बोली
कामया - - - भैया दरवाजा तो बंद कर दो कम से कम ! सन्नी ने लपक कर दरवाजा बंद किया और जैसे ही पलटा कामया की अधनंगी जवानी देख कर उसकी आँखें फैल गई ! जब तक वो उससे लिपटा हुआ था तो कामया का मादक बदन को पूरी तरह देख नही पा रहा था लेकिन अब वो पूरा पेनोरामिक व्यू देख कर भौंचक रह गया ! बिना ब्लाउस के उपर से नंगी कामया बेहद ही कामुक और सेक्सी लग रही थी ! जब एक अमृत कलश ने ही देवासुर संग्राम करा दिया था तो यहाँ तो दो दो अमृत कलश थे सो काम युद्ध तो होना ही था !
गोरी चिकनी कामया के बदन पर केवल एक साड़ी पड़ी थी ! उसके बड़े बड़े संतरे बहुत ही लुभावने थे ऐसा लग रहा था मानो सन्नी को कह रहे हों "" आओ ना चूसो हमे "" अब सन्नी के लिए सबर करना मुश्किल हो गया उसने तुरंत आगे बढ़कर अपना मुँह उन अमृत कलश मे लगा दिया ! चूची की घुंडी मे सन्नी के होंठ लगते ही कामया सनसना गई उसके पूरे शरीर मे बिजली कौंध गई ! सन्नी ने उसके कच्चे कैरी का रस पीते पीते ही उसको बिस्तर पर गिरा दिया और जबरदस्त तरीके से उसका स्तन चूसन करने लगा ! सन्नी का लॅंड कामया की बुर के उपर टच हो रहा था जिससे वो पल पल गरम होती जा रही थी ! अचानक कामया पूछ बैठी
कामया -- - - - भैया ये मॉर्निंग वुड क्या होता है जो आप कह रहे थे ! सन्नी ने उसका हाथ पकड़ कर अपने फन फैलाए कोबरा पर रख दिया और बोला
सन्नी - - - जान इस कहते हैं मॉर्निंग वुड क्योंकि ये सुबह सुबह लकड़ी के समान कड़ा हो जाता है और बहुत परेशान करता है ! अब तू आ गई है तो इसकी परेशानी दूर हो गई !
कामया - - भैया मैं तो हमेशा आपको खुश देखना चाहती हूँ अगर मैं आपके काम आ सकी तो ये मेरी खुश किस्मती है !
सन्नी - - - बस मेरी रानी तू इसी काम आया कर और मुझे तुझसे कुछ नही चाहिए और ऐसा कह कर सन्नी फिर उस पर टूट पड़ा !
दोनो प्रेमी फिर से काम क्रीड़ा मे मस्त हो गये सन्नी ने आज सूर्योदय के साथ ही कामया को अपना जल चड़ा दिया जिसे कामया ने बड़ी ही तत्परता से ग्रहण कर लिया !
अपनी प्यास बुझते ही कामया अपने रूम मे चली गई और सन्नी फिर खर्राटे लेने लगा !
दूसरे दिन सुबह नौ बजे सन्नी की नींद खुली वो अलसाया सा हाल मे गया तो देखा कामया कल रात वाली साड़ी मे ही बेहद सेक्सी अंदाज़ मे बैठी थी ! ब्लाउस से उसकी चुचियाँ आधे से ज़्यादा बाहर दिख रही थी ! ब्लाउस से उसकी क्लीवेज़ देख कर सन्नी का लंड फिर खड़ा होने लगा ! मदनलाल बार बार उन्ही को देखे जा रहा था, कामया के मम्मे देख देख उसकी लार टपक रही थी ! सन्नी सोचने लगा "" कितनी सीधी सादी थी उसकी बहन लेकिन एक मज़बूत लंड की चाहत ने उसे कितना चालाक और तिकड़म बाज़ बना दिया है , जो लड़की लड़कों की तरफ कभी देखती भी नही थी वो आज रातभर मुझसे चुद्कर अब अपने ससुर को लाइन मार रही है ताकि सब कुछ स्मूद चलता रहे "" !
सन्नी कामया का गेम प्लान समझ गया वो जानबूझ कर बाबूजी को ये सब दिखला रही थी ताकि मदनलाल ख्वाब मे भी ना सोच पाए की वो रात भर अपने भाई से चुदवा रही है ! वो जिस प्रकार मदनलाल को सिड्यूस कर रही थी उस से तो बेचारा बूढ़ा यही समझ रहा होगा की बहू उसी की दीवानी है !
सन्नी को देख कामया बोली - - -
कामया - - - भैया आप उठ गये मैं आपके लिए चाय लेकर आती हूँ ! फिर वो सन्नी को चाय लाकर दी और बोली
कामया - - - भैया मैं नहा के आती हूँ फिर आप भी नहा लेना तब तक मैं आपका नाश्ता लगा दूँगी!
सन्नी जब नहा कर अपने कमरे मे जा रहा था तो उसने देखा की कामया नये सलवार सूट मे हाल मे सब के साथ बैठी थी ! वो अपने कमरे मे गया और अपना बेग पॅक कर उसे लेकर हाल मे आ गया ! सन्नी को बेग लेकर आया देख कामया बोली --
कामया - - - सन्नी ये क्या है ? ये बेग क्यों ले आए ?
सन्नी - - - दीदी अब मैं चलूँगा वैसे ही आपने बहुत रोक लिया
कामया - - - अरे सन्नी तू पहली बार आया है एक दो दिन और रुक जा ना ?
सन्नी - - - नहीं दीदी अब जाने दीजिए मुझे वहाँ दुकान मे भी बैठना पड़ता है और खेत का भी काम देखना पड़ता है ! पापा अकेले परेशान हो रहे होंगे !
कामया - - - ठीक है लेकिन थोड़ा रुक जा लंच करके जाना , बिना खाना खाए घर से निकलना अपशकुन होता है !
सन्नी - - - दीदी नाश्ता तो कर रहा हूँ ना
कामया - - - चुप कर नाश्ता खाना नही होता ! खाना खा के ही जाएगा ! thats फाइनल !
दोनो भाई बहन की नोंक झोंक देख कर शांति भी बोल पड़ी
शांति - - - बेटा बहू बिल्कुल सही बोल रही है खाना खा के ही जाना अभी तैयार हो जाएगा बारह बजे तक ! फिर मदनलाल की तरफ़ देख कर बोली
शांति - - - सुनिए जी !! बच्चा पहली बार घर आया है खाली हाथ वापस जाएगा तो आपके समधी जी क्या सोचेंगे की मैं तो मेजर साहब को हमेशा बढ़िया वाली पिलाता था और उन्होने मेरे बच्चे को खाली हाथ लौटा दिया !
मदनलाल - - हाँ तो बोलो क्या करना है एक बोतल इसके हाथ भिजवा दूं क्या नेता जी के लिए !
शांति - - - हे भगवान !!!! आपको तो शर्म नाम की चीज़ नहीं है ? बच्चे के हाथ बाप को शराब भिजवाओगे ?
मदनलाल - - - हाँ तो फिर तुम्ही बताओ क्या करना है ?
शांति - - - एक काम करो बाज़ार जाओ और बच्चे के लिए एक जोड़ी पेंट शर्ट का कपड़ा ले आओ ? तब तक मैं भी पूजा पाठ से निपट जाती हूँ और ऐसा कहकर शांति पूजन कक्ष मे चली गई !
सन्नी बार बार अपने लिए बच्चा सुनकर अंदर ही अंदर मुस्करा रहा था ! ये लोग मुझे बच्चा समझ रहे हैं "" बेचारों को नही मालूम की यही बच्चा पिछली तीन रात से उनकी बहू चोद रहा है और अब मदनलाल अपनी बहू चोदने का उसे इनाम देने बाज़ार जा रहे हैं ""
मदनलाल - - - ठीक है बहू मैं बाज़ार जा रहा हूँ और अपने भी एक दो काम निपटा के बारह बजे तक आ जाऊँगा !
बाबूजी के बाहर जाते ही सन्नी उठकर बाहर गया और जब बाबूजी अपनी एक्टिवा से काफ़ी दूर निकल गये तो अंदर आकर उसने चितकनी लगा दी और कामया के पास आ गया ! कामया ने देखा की सन्नी की आँखों मे फिर से वासना की लाली छा चुकी थी ! उसने थूक निगलते हुए पूछा --
कामया - - - सन्नी ये दरवाजा क्यों बंद कर दिया ?
सन्नी - - - ताकि बाहर से कोई डिस्टर्ब ना कर सके !
कामया - - - लेकिन दरवाजा बंद करने की क्या ज़रूरत आ गई ?
सन्नी - - - जान तुम्हे प्यार जो करना है !
कामया - - - पागल हो मम्मी पूजा के कमरे मे है ?
सन्नी - - - उसकी छोड़ यार वो तो कल भी थी ! बुदिया अब घंटा भर नहीं निकलने वाली ! और ऐसा कहते ही सन्नी ने उसे बाहों मे भर लिया ! कामया ना ना कहती रह गई पर सन्नी के हाथ उसके मम्मो और जांघों पर जम गये ! कामया शांति के डर से ज़्यादा तेज़ बोल भी नही सकती थी ! सन्नी ने उसकी कुरती उतारनी चालू कर दी
कामया - - - प्लीज़ कपड़े मत उतारो ? उपर से ही कर लो मम्मी आ सकती हैं
सन्नी ने कामया का कुर्ता ऊपर किया और उसके दूध निकाल कर पीने लगा ! खुले हाल मे दूध चुसवाने का थ्रिल ऐसा था कि कामया के पूरे बदन मे करेंट दौड़ने लगा !
कामया सोच रही थी क़ि शायद इतने से ही वो बच जाएगी मगर सन्नी का इरादा आज कुछ और था आज तो वो कामया को वहीं हाल मे चोदने के मूड मे था ! वो फिर कामया की कुरती उतारने लगा
कामया - - - प्लीज़ भैया कपड़े मत उतारो ! मम्मी आ सकती है
सन्नी - - - फिर मम्मी मम्मी कर रही हो ? बच्ची हो क्या जो हमेशा मम्मी को याद करती हो ? सन्नी का कामया के बूब्स को मसलना जारी था !
कामया - - - भैया प्लीज़ समझो मम्मी आ सकती है ?
सन्नी - - - यार तू ज़्यादा डरा मत कर ! कल मम्मी आई थी क्या जब मैने तेरा दूध पिया था ? वैसे आने के पहले दस मिनिट तो वो घंटी बजाती है ! फिर क्यों टेंसन लेती है ? आने के दस मिनिट पहले घंटी बजा कर सूचना देने वाली सास कहीं मिलेगी क्या और फिर सन्नी ने कामया की कुरती उतार दी ! अब कामया केवल एक ब्रा और पाजामी मे सोफे मे बैठी थी ! कामया काफ़ी डरी हुई थी इस तरह अर्धनग्न बैठना वो भी ड्रॉयिंग रूम मे उसे बहुत डर लग रहा था !
सन्नी भी वहीं बैठ गया और उसने कामया को अपनी गोदी मे बैठा लिया और उसके जिस्म से खेलने लगा ! कामया के जिस्म मे फिर गर्मी भरने लगी और वो फिर से बहकने लगी ! सन्नी काफ़ी देर तक उसे इसी तरह गरम करता रहा और फिर उसने कामया की पाज़ामी का नाडा पकड़ा और एक झटके मे खींच दिया ! जैसे ही वो पाजामी उतारने लगा तो कामया को होश आया की उसका नाडा खुल चुका है ! कामया ने तुरंत अपनी पाजामी पकड़ ली
कामया - - - भैया ये आप क्या कर रहे हो ? मुझे मरवाओगे क्या ?
सन्नी - - - जान तुझे मरवाऊंगा नही बल्कि तेरी मारूँगा !
कामया - - नहीं प्लीज़ आप मेरी पाजामी छोड़िए ! मैं अभी ये नही कर सकती मम्मी आ सकती है !
सन्नी - - - अरे यार कोई नहीं आने वाला ! चल तू खड़े हो और सोफे को पकड़ कर झुक जा ! बस पाँच मिनिट का ही तो काम है !
कामया - - - नहीं मैं नही करूँगी !
मगर सन्नी नही माना उसने कामया की पाजामी घुटनो तक उतार दी
कामया अब मजबूर होकर घुटने तक नंगी सोफे मे बैठी थी ! वो अभी भी सन्नी को रोक रही थी किंतु शांति के बाजू मे होने के कारण तेज़ आवाज़ मे नही बोल पा रही थी ! कामया को और कमजोर करने की नियत से सन्नी ने अपनी ज़िप खोली और अपने लंड को बाहर निकाल दिया जो सामने बैठी कामया के बिल्कुल मुँह के पास लहराने लगा ! ऐसा लग रहा था जैसे कोई खूणकार कोबरा गुस्से मे फुंफ़कार रहा हो ! कामया अपने होंठों के सामने नये ताज़े मोहक लंड को देख कर बहकने लगी ! पता नहीं उसके शरीर मे ऐसा कौन सा केमिकल लोचा था की वो मर्द के लंड की गंध नाक पर पढ़ते ही मदहोश हो जाती थी ! इस वक्त भी उसका यही हाल था सन्नी का खूँटा अब उसके संयम की परीक्षा ले रहा था और वो जानती थी क़ि इस टेस्ट मे वो फैल हो जाएगी ! हमेशा से ही ऐसा होता आया था ! मर्द का ये मर्दाना अंग उसे बहकने को मजबूर कर देता था ! सन्नी ने उसे ब्लो का इशारा किया और वो सम्मोहित सी लंड पर झुक गई ! धीरे धीरे उसके जेहन से शांति का डर उतर रहा था और सन्नी का जादू चढ़ता जा रहा था ! कुछ देर तक लंड चूसाई का मज़ा लेने के बाद सन्नी ने उसे पकड़ कर उठा दिया और सोफे मे औंधा दिया ! अब कामया डोगी पोज़ मे थी ! सन्नी उसकी गांद के पास बैठ गया और अपनी दहकती हुई जीभ कामया की चूत पर लगा दिया !
चूत की पंखुड़ियों पर भाई की जीभ का स्पर्श लगते ही कामया कसमसा गई किंतु विवशता मे सिसकारी भी नही ले पा रही थी ! सन्नी बहुत बुरी तरह से उसकी चूसाई करने लगा ! कामया के अंदर ज्वालामुखी भड़कने लगा जो किसी भी समय फुट सकता था ! बेशक चूत चूसाई उसे बहुत आनंद देती थी किंतु उसे असली मज़ा तभी आता था जब कोई मोटा लंबा खूँटा उसके अंदर जाकर उसकी कुटाई करता था ! जब उसके अंदर का लावा जबरदस्त दबाव डालने लगा तो उसने सन्नी से कहा
कामया - - - भैया बस अब डाल दीजिए
सन्नी - - - क्या डालना है जान?
कामया - --- प्लीज़ सताओ मत अपना अंदर डाल दीजिए
सन्नी - - - क्या डालूं बोल ना मेरी छम्मक छल्लो
कामया - - - अपना वो !!!!!!! अपना वो लंड डाल दीजिए अब बर्दास्त नही होता !
सन्नी - -- - कहीं मम्मी आ गई तो ?
कामया - - - नहीं आएगी आप डालिए ना ? बस पाँच मिनिट का ही तो काम है !
सन्नी ने भी मौके की नज़ाकत को समझा इतना तो वो भी जानता था की वो बहुत दुस्साहस का काम कर रहा है इस लिए उसने समय बर्बाद करना उचित नही समझा और कामया की बुरी तरह पनियाई बर मे अपना पठानी लंड पेल दिया !
उसके बाद तो हॉल मे सैलाब आ गया ! कामया की हालात खराब होने लगी ! आनंद के चरम क्षणों मे उसे सिसकारियाँ लेने कराहने की आदत थी मगर इस वक्त वो मांजी के डर से मुँह बंद किए हुए अंदर ही अंदर इस आनंद को पी रही थी ! सन्नी अपने ताबड़तोड़ धक्कों के साथ साथ उसकी गोरी चिकनी मांसल गांद को भी सहला रहा था ! तभी सन्नी ने अचानक अपना अंगूठा कामया की टाइट गांद मे डाल दिया !
कामया - - - उई भैया नही प्लीज़ वहाँ नही ! बाद मे कभी कर लेना
सन्नी - - - चिंता मत कर रानी केवल उंगली ही डाल रहा हूँ ! दोनो छेदों मे मस्ती का ये आलम था की कामया बस बेसूध सी अपने प्यारे भैया की असहिसनूता का मज़ा लेने लगी !
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