FUN-MAZA-MASTI
पहली बार में चुदाई का दौर
हैल्लो दोस्तों मेरा नाम आर्यन है और में हरियाणा का रहने वाला हूँ। मेरी लम्बाई 6 फीट है और में बहुत अच्छे दिखने वाले शरीर का मलिक हूँ, मेरा रंग गोरा है और सब कुछ एकदम फिट और ठीक है। मेरी उम्र 26 साल है और जब में 10th क्लास में पढ़ाई करता था तब से फन मजा मस्ती पर सेक्सी कहानियों को पढ़ा करता था, लेकिन मुझे किसी से सेक्स करने का मौका नहीं मिलता था और आज में पहली बार अपनी एक सच्ची कहानी जो कि मेरे जीवन की एक सच्ची घटना है आप लोगों के साथ बाँटने जा रहा हूँ,, जिसको में अभी तक भी नहीं भुला सका हूँ और में उम्मीद करता हूँ कि यह आप सभी लोगों को बहुत पसंद आएगी।
दोस्तों यह बात आज से करीब 7 या 8 साल पहले की है, मेरे घर पर में, मेरे दो छोटे भाई और मेरी मम्मी रहती थी और हम लोग घर पर अधिकतर समय अकेले ही रहते थे, क्योंकि मेरे पिता जी आर्मी में होने की वजह से हमेशा बाहर ही रहते थे और साल में एक महीना ही घर पर रहते थे। में 12th में था और उस वक़्त मेरी उम्र करीब 18 या 19 साल की होगी और उस समय एक दिन मेरी मम्मी की तबियत अचानक खराब हो गयी और हमारी कोई बहन या किसी और औरत के घर में ना होने के कारण हम बहुत परेशान थे। तब एक दिन मेरी मम्मी ने मुझे मेरे मामा जी की लड़की को लेकर आने के लिए बोला। तो मैंने मामी जी को फोन करके अपने घर का सारा हाल बताया तो मामी जी ने भी अपनी लड़की को मेरे साथ भेजने के लिए हाँ कर दी और फिर अगले दिन में अपनी बाईक लेकर अपनी बहन को लेने अपने मामा जी के घर पर चला गया और शाम तक उसे अपने साथ लेकर वापस आ गया और उधर माँ के बारे में पता चलने पर मेरे पिता जी भी तब तक घर पर आ गये थे और तब हमारे घर की कुछ स्थिति सुधरी हुई नज़र आई और अब हम सब बहुत खुश लग रहे थे, लेकिन तीन कमरे होने की वजह से मम्मी, पापा एक कमरे में और हम तीनों भाई एक बेड पर और मामा की लड़की एक अलग चारपाई पर हमारे ही कमरे में सोती थी और फिर ऐसे ही दिन कट रहे थे।
तो दोस्तों 4 या 5 दिन बाद मेरे साथ एक ऐसी घटना घटी कि जिससे मेरा दिल और दिमाग़ दोनों ही हिल गये, मेरे मामा जी की लड़की मुझसे एक साल बड़ी है और उसका रंग मेरे जैसा और उसका फिगर एकदम मस्त था। तो एक दिन जब हम सब सो रहे थे तो अचानक देर रात को मेरी आँख खुली और मुझे लगा कि जैसे कोई मुझे आवाज़ दे रहा है और मैंने जब उठकर देखा तो पाया कि मेरी बहन मुझे धीमी धीमी आवाज़ में पुकार रही थी। तो मैंने बहुत हैरान होकर इधर उधर देखा सभी सो रहे थे तो मैंने उससे पूछा क्या बात है सब ठीक तो है ना? तो उसने धीरे से अपनी आखें खोली और कहा कि हाँ सब कुछ ठीक है और अब दोस्तों इसके आगे की कहानी कुछ इस तरह थी।
बहन : आर्यन क्यों नींद आ रही है?
में : जी, नहीं दीदी।
बहन : क्या में एक बात बोलूं?
में : हाँ बोलो ना क्या बात है?
बहन : क्या में तुम्हे एक किस कर सकती हूँ?
में : लेकिन क्यों?
बहन : बस ऐसे ही आज मेरा बहुत दिल कर रहा है।
में : लेकिन आपका दिल ऐसा क्यों कर रहा है?
बहन : क्योंकि तुम मुझे बहुत अच्छे लगते हो।
में : क्या तुम मेरी परीक्षा ले रही हो?
बहन : ऐसा नहीं है।
तो में अब बहुत हैरान था और इस तरह हमारी बातचीत चलती रही और एक लड़का और वो भी जवान आख़िर कब तक में अपने आप को रोक पता और आख़िरकार मैंने हाँ कर दी। में अपने आपको नहीं रोक पाया और उसे थोड़ा खिसकने के लिए बोला और में भी उसकी चारपाई पर चला गया और तब उसने मुझे माथे पर एक किस किया और गौर से मुझे देखने लगी। तो मैंने कहा कि क्यों बस हो गया? तो वो बोली कि हाँ तो मैंने कहा कि लेकिन में तो अब तुमसे कुछ और भी चाहता हूँ। तो वो बोली कि क्या? और इतना कहते ही मैंने उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए और लिप किस करने लगा और वो भी मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी, लेकिन कुछ ही मिनट के लिप किस करते करते मेरे शरीर में एक आग सी लगाने लगी और मैंने उसके पूरे शरीर को चूमना और सहलाना शुरू कर दिया और वो तो पहले से ही गरम थी वो मेरे साथ मजे लेने लगी और करीब दस मिनट बाद हम दोनों पूरी तरह से गरम हो चुके थे। दोस्तों ये कहानी आप फन मजा मस्ती पर पढ़ रहे है।
तो मैंने अब एक एक करके उसके कपड़े उतारने शुरू कर दिए थे और कुछ ही मिनट की देरी बाद उसके बड़े ही आकर्षित बूब्स उसकी ब्रा में मेरे सामने झूलने लगे। में उन्हें देखकर और भी जोश में आने लगा। मेरे लंड ने अब उसके जिस्म को देखकर सलामी देकर झटके देने शुरू कर दिए और उसके जिस्म को देखकर मेरे पूरे शरीर में एक अजीब सा जोश आने लगा और फिर में उसके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से रगड़ने, दबाने लगा और चूत में ऊँगली करने लगा मैंने महसूस किया कि उसकी चूत बहुत गरम और गीली जोश से भरी हुई थी। वो अब सिसकियाँ लेने लगी थी और मैंने महसूस किया कि मेरी ही तरह उसका भी यह पहला अनुभव था इसलिए उसे मेरे ऐसा करने से बहुत मज़ा और जोश आ रहा था। वो मेरी पीठ पर अपने नाख़ून से निशान करने लगी और में अपना काम। तो हम दोनों अब अपने आपको ज़्यादा देर तक नहीं रोक पाए और मैंने फटाफट अपने कपड़े भी उतार फेंके और उसे एकदम सीधा लेटाकर उसके दोनों पैर अपनी कमर के दोनों लिए लपेट लिए और अपना लंड जो कि किसी लोहे के गरम सरीए की तरह टाईट था। तो मैंने उसकी चिकनी चूत के मुहं के ऊपर अपना लंड रखा और कम से एक हल्का सा धक्का मारा तो लंड फिसलकर नीचे चला गया और मैंने फिर से दोबारा लंड, चूत के मुहं पर रखा और एक ज़ोर का झटका मारा जिससे उसके मुहं से हल्की सी चीख निकल गई और वो मेरे नीचे से निकलने की कोशिश करने लगी। मुझे अपने ऊपर से धकेलने लगी, लेकिन मैंने उसे कसकर जकड़ लिया और उसे समझाया कि पहली बार थोड़ा दर्द होगा, लेकिन उसके बाद मज़ा भी बहुत आएगा और मेरे बहुत समझाने के बाद तब जाकर वो थोड़ा शांत हुई मुझे उसकी आखों में सहमती नजर आने लगी।
फिर जब मैंने नीचे देखा तो अभी तक मेरे लंड का सिर्फ़ टोपा ही अंदर गया था और पहले कुछ देर तक तो मैंने थोड़ी देर उसे किस किया और उसके सही होने के बाद उसके होंठो को अपने होंठो में जकड़ लिया और अपने दोनों हाथों से उसके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और फिर मैंने एक ज़ोर का झटका मारा, जिससे मेरा 7.2 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ उसकी चूत की गहराई में समाता चला गया, लेकिन वो दर्द से बहुत छटपटा रही थी। तो मैंने उसके पूरे शरीर को सहलाना शुरू किया और फिर धीरे धीरे धक्के लगाने लगा तो मैंने महसूस किया कि उसकी चूत से खून निकल रहा था इसलिए मैंने अपनी बनियान उसकी चूत के नीचे रख दी, जिससे नीचे के कपड़े खराब ना हो और कुछ देर बाद जब वो शांत हुई तो वो भी अब मेरा साथ देने लगी और वो मेरी ही स्पीड से अपने चूतड़ को उछाल रही थी और अब हम दोनों सब कुछ भूलकर चुदाई का आनंद ले रहे थे और वो लगातार आआहहउुउऊहह आहीईईईईईईईईईईई मेरी जान निकालकर ही छोड़ना आईीईईईईईईई में मर गई आआआईईईईईईई की आवाज़ें करके सिसकियाँ ले रही थी और जिससे मेरा जोश और भी बढ़ता ही जा रहा था और हमे ऐसे ही चुदाई करते करते करीब 15-20 मिनट हो गये थे।
तो जिसमे वो एक बार झड़ चुकी थी, लेकिन अब मेरी रफ़्तार और तेज होने लगी थी और में अपनी चरम सीमा पर पहुँचने वाला था और अब हमारी पकड़ भी एक दूसरे पर तेज होने लगी और हमें इतना मज़ा आ रहा था कि में झड़ने वाला था तो मैंने इतना भी ध्यान नहीं दिया कि अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाल लूँ और मैंने अपना सारा वीर्य उसकी चूत के अंदर ही छोड़ दिया और मुझे इतना मज़ा आया, इतना मज़ा आया कि में उसे अपने शब्दों में भी बयान नहीं कर सकता, लेकिन मेरे साथ साथ उसने भी चुदाई का पूरा मज़ा लूटा। तो हम दोनों ऐसे ही दस मिनट थककर लेटे रहे। में दोनों बूब्स को धीरे धीरे दबाने, सहलाने लगा और फिर कुछ देर के बाद हम एक दूसरे को किस करने लगे, जिससे हम फिर से एक बार चुदाई के लिए तैयार थे और फिर हमने उस रात तीन बार चुदाई की, जिसकी वजह से हम दोनों एक दूसरे के बहुत करीब हो गये और फिर हमारी चुदाई का दौर शुरू हो गया ।।
राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ
पहली बार में चुदाई का दौर
हैल्लो दोस्तों मेरा नाम आर्यन है और में हरियाणा का रहने वाला हूँ। मेरी लम्बाई 6 फीट है और में बहुत अच्छे दिखने वाले शरीर का मलिक हूँ, मेरा रंग गोरा है और सब कुछ एकदम फिट और ठीक है। मेरी उम्र 26 साल है और जब में 10th क्लास में पढ़ाई करता था तब से फन मजा मस्ती पर सेक्सी कहानियों को पढ़ा करता था, लेकिन मुझे किसी से सेक्स करने का मौका नहीं मिलता था और आज में पहली बार अपनी एक सच्ची कहानी जो कि मेरे जीवन की एक सच्ची घटना है आप लोगों के साथ बाँटने जा रहा हूँ,, जिसको में अभी तक भी नहीं भुला सका हूँ और में उम्मीद करता हूँ कि यह आप सभी लोगों को बहुत पसंद आएगी।
दोस्तों यह बात आज से करीब 7 या 8 साल पहले की है, मेरे घर पर में, मेरे दो छोटे भाई और मेरी मम्मी रहती थी और हम लोग घर पर अधिकतर समय अकेले ही रहते थे, क्योंकि मेरे पिता जी आर्मी में होने की वजह से हमेशा बाहर ही रहते थे और साल में एक महीना ही घर पर रहते थे। में 12th में था और उस वक़्त मेरी उम्र करीब 18 या 19 साल की होगी और उस समय एक दिन मेरी मम्मी की तबियत अचानक खराब हो गयी और हमारी कोई बहन या किसी और औरत के घर में ना होने के कारण हम बहुत परेशान थे। तब एक दिन मेरी मम्मी ने मुझे मेरे मामा जी की लड़की को लेकर आने के लिए बोला। तो मैंने मामी जी को फोन करके अपने घर का सारा हाल बताया तो मामी जी ने भी अपनी लड़की को मेरे साथ भेजने के लिए हाँ कर दी और फिर अगले दिन में अपनी बाईक लेकर अपनी बहन को लेने अपने मामा जी के घर पर चला गया और शाम तक उसे अपने साथ लेकर वापस आ गया और उधर माँ के बारे में पता चलने पर मेरे पिता जी भी तब तक घर पर आ गये थे और तब हमारे घर की कुछ स्थिति सुधरी हुई नज़र आई और अब हम सब बहुत खुश लग रहे थे, लेकिन तीन कमरे होने की वजह से मम्मी, पापा एक कमरे में और हम तीनों भाई एक बेड पर और मामा की लड़की एक अलग चारपाई पर हमारे ही कमरे में सोती थी और फिर ऐसे ही दिन कट रहे थे।
तो दोस्तों 4 या 5 दिन बाद मेरे साथ एक ऐसी घटना घटी कि जिससे मेरा दिल और दिमाग़ दोनों ही हिल गये, मेरे मामा जी की लड़की मुझसे एक साल बड़ी है और उसका रंग मेरे जैसा और उसका फिगर एकदम मस्त था। तो एक दिन जब हम सब सो रहे थे तो अचानक देर रात को मेरी आँख खुली और मुझे लगा कि जैसे कोई मुझे आवाज़ दे रहा है और मैंने जब उठकर देखा तो पाया कि मेरी बहन मुझे धीमी धीमी आवाज़ में पुकार रही थी। तो मैंने बहुत हैरान होकर इधर उधर देखा सभी सो रहे थे तो मैंने उससे पूछा क्या बात है सब ठीक तो है ना? तो उसने धीरे से अपनी आखें खोली और कहा कि हाँ सब कुछ ठीक है और अब दोस्तों इसके आगे की कहानी कुछ इस तरह थी।
बहन : आर्यन क्यों नींद आ रही है?
में : जी, नहीं दीदी।
बहन : क्या में एक बात बोलूं?
में : हाँ बोलो ना क्या बात है?
बहन : क्या में तुम्हे एक किस कर सकती हूँ?
में : लेकिन क्यों?
बहन : बस ऐसे ही आज मेरा बहुत दिल कर रहा है।
में : लेकिन आपका दिल ऐसा क्यों कर रहा है?
बहन : क्योंकि तुम मुझे बहुत अच्छे लगते हो।
में : क्या तुम मेरी परीक्षा ले रही हो?
बहन : ऐसा नहीं है।
तो में अब बहुत हैरान था और इस तरह हमारी बातचीत चलती रही और एक लड़का और वो भी जवान आख़िर कब तक में अपने आप को रोक पता और आख़िरकार मैंने हाँ कर दी। में अपने आपको नहीं रोक पाया और उसे थोड़ा खिसकने के लिए बोला और में भी उसकी चारपाई पर चला गया और तब उसने मुझे माथे पर एक किस किया और गौर से मुझे देखने लगी। तो मैंने कहा कि क्यों बस हो गया? तो वो बोली कि हाँ तो मैंने कहा कि लेकिन में तो अब तुमसे कुछ और भी चाहता हूँ। तो वो बोली कि क्या? और इतना कहते ही मैंने उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए और लिप किस करने लगा और वो भी मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी, लेकिन कुछ ही मिनट के लिप किस करते करते मेरे शरीर में एक आग सी लगाने लगी और मैंने उसके पूरे शरीर को चूमना और सहलाना शुरू कर दिया और वो तो पहले से ही गरम थी वो मेरे साथ मजे लेने लगी और करीब दस मिनट बाद हम दोनों पूरी तरह से गरम हो चुके थे। दोस्तों ये कहानी आप फन मजा मस्ती पर पढ़ रहे है।
तो मैंने अब एक एक करके उसके कपड़े उतारने शुरू कर दिए थे और कुछ ही मिनट की देरी बाद उसके बड़े ही आकर्षित बूब्स उसकी ब्रा में मेरे सामने झूलने लगे। में उन्हें देखकर और भी जोश में आने लगा। मेरे लंड ने अब उसके जिस्म को देखकर सलामी देकर झटके देने शुरू कर दिए और उसके जिस्म को देखकर मेरे पूरे शरीर में एक अजीब सा जोश आने लगा और फिर में उसके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से रगड़ने, दबाने लगा और चूत में ऊँगली करने लगा मैंने महसूस किया कि उसकी चूत बहुत गरम और गीली जोश से भरी हुई थी। वो अब सिसकियाँ लेने लगी थी और मैंने महसूस किया कि मेरी ही तरह उसका भी यह पहला अनुभव था इसलिए उसे मेरे ऐसा करने से बहुत मज़ा और जोश आ रहा था। वो मेरी पीठ पर अपने नाख़ून से निशान करने लगी और में अपना काम। तो हम दोनों अब अपने आपको ज़्यादा देर तक नहीं रोक पाए और मैंने फटाफट अपने कपड़े भी उतार फेंके और उसे एकदम सीधा लेटाकर उसके दोनों पैर अपनी कमर के दोनों लिए लपेट लिए और अपना लंड जो कि किसी लोहे के गरम सरीए की तरह टाईट था। तो मैंने उसकी चिकनी चूत के मुहं के ऊपर अपना लंड रखा और कम से एक हल्का सा धक्का मारा तो लंड फिसलकर नीचे चला गया और मैंने फिर से दोबारा लंड, चूत के मुहं पर रखा और एक ज़ोर का झटका मारा जिससे उसके मुहं से हल्की सी चीख निकल गई और वो मेरे नीचे से निकलने की कोशिश करने लगी। मुझे अपने ऊपर से धकेलने लगी, लेकिन मैंने उसे कसकर जकड़ लिया और उसे समझाया कि पहली बार थोड़ा दर्द होगा, लेकिन उसके बाद मज़ा भी बहुत आएगा और मेरे बहुत समझाने के बाद तब जाकर वो थोड़ा शांत हुई मुझे उसकी आखों में सहमती नजर आने लगी।
फिर जब मैंने नीचे देखा तो अभी तक मेरे लंड का सिर्फ़ टोपा ही अंदर गया था और पहले कुछ देर तक तो मैंने थोड़ी देर उसे किस किया और उसके सही होने के बाद उसके होंठो को अपने होंठो में जकड़ लिया और अपने दोनों हाथों से उसके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और फिर मैंने एक ज़ोर का झटका मारा, जिससे मेरा 7.2 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ उसकी चूत की गहराई में समाता चला गया, लेकिन वो दर्द से बहुत छटपटा रही थी। तो मैंने उसके पूरे शरीर को सहलाना शुरू किया और फिर धीरे धीरे धक्के लगाने लगा तो मैंने महसूस किया कि उसकी चूत से खून निकल रहा था इसलिए मैंने अपनी बनियान उसकी चूत के नीचे रख दी, जिससे नीचे के कपड़े खराब ना हो और कुछ देर बाद जब वो शांत हुई तो वो भी अब मेरा साथ देने लगी और वो मेरी ही स्पीड से अपने चूतड़ को उछाल रही थी और अब हम दोनों सब कुछ भूलकर चुदाई का आनंद ले रहे थे और वो लगातार आआहहउुउऊहह आहीईईईईईईईईईईई मेरी जान निकालकर ही छोड़ना आईीईईईईईईई में मर गई आआआईईईईईईई की आवाज़ें करके सिसकियाँ ले रही थी और जिससे मेरा जोश और भी बढ़ता ही जा रहा था और हमे ऐसे ही चुदाई करते करते करीब 15-20 मिनट हो गये थे।
तो जिसमे वो एक बार झड़ चुकी थी, लेकिन अब मेरी रफ़्तार और तेज होने लगी थी और में अपनी चरम सीमा पर पहुँचने वाला था और अब हमारी पकड़ भी एक दूसरे पर तेज होने लगी और हमें इतना मज़ा आ रहा था कि में झड़ने वाला था तो मैंने इतना भी ध्यान नहीं दिया कि अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाल लूँ और मैंने अपना सारा वीर्य उसकी चूत के अंदर ही छोड़ दिया और मुझे इतना मज़ा आया, इतना मज़ा आया कि में उसे अपने शब्दों में भी बयान नहीं कर सकता, लेकिन मेरे साथ साथ उसने भी चुदाई का पूरा मज़ा लूटा। तो हम दोनों ऐसे ही दस मिनट थककर लेटे रहे। में दोनों बूब्स को धीरे धीरे दबाने, सहलाने लगा और फिर कुछ देर के बाद हम एक दूसरे को किस करने लगे, जिससे हम फिर से एक बार चुदाई के लिए तैयार थे और फिर हमने उस रात तीन बार चुदाई की, जिसकी वजह से हम दोनों एक दूसरे के बहुत करीब हो गये और फिर हमारी चुदाई का दौर शुरू हो गया ।।
राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ
No comments:
Post a Comment