FUN-MAZA-MASTI
बहकती बहू--47
सन्नी - - ए राधा चल ज़रा चाय बना दे और सॉफ सफाई कर दे कमरे मे ! राधा चुपचाप उठकर खेत मे बने कमरे की ओर चल दी जबकि बाकी सब औरतें आपस मे मुश्काराने लगी ! वो सभी जानती थी क़ि राधा को किस चीज़ की सफाई करनी है आख़िर दोनो बाप बेटे उन्हे भी तो कमरे की सफाई करने ले जाते थे !
अब आगे -----------------------------------------
दूसरी सुबह भी शांति से बीत गई ! रात को सब अपने अपने कमरे मे चले गये ! मामा ने कामया को फिर इशारा किया क़ि खिड़की दरवाजे खुले रहेंगे ! बेचारी मामा का इशारा देख शर्म से दुहरी हो गई ! मामा आज पूरी तैयारी से था उसने एक पावर की गोली भी खा ली थी ! आज उसने मामी की आगे पीछे दोनो तरफ से बजा डाली ! सारा प्रोग्राम खिड़की पे खड़ी कामया देखती रही और अपनी उंगली से अपने को शांत करती रही ! मामी से ज़्यादा तो कामया ने पानी बहा दिया था ! जवान लड़की वैसे भी ज़्यादा पानी छोड़ती है !मामा ने पिछवाड़ा बजाने के बाद आज फिर अपने पानी से रजनी की पीठ तरबतर कर दी जो कामया देख रही थी ! और दूसरी बार जब उसने रजनी की अगाड़ी मे हवन किया तो आख़िरी मे माल रजनी को पिला दिया ! रजनी मामा की मलाई खा रही थी और उधर कामया अपनी जीभ अपने होंठों मे फेर रही थी मानो मलाई का स्वाद उसे भी मिल रहा हो ! रजनी की एक ख़ास आदत थी की उसे नींद बहुत गहरी आती थी और ख़ासकर जिस दिन उसकी चुदाई होती थी उस दिन तो सुबह ही उसकी आँख खुलती थी ! मामा लेट कर रजनी की नींद का इंतज़ार कर रहा था क्योंकि आज वो कामया के कमरे मे जाकर उसे चोदना चाहता था ! जब उसे महसूस हुआ की रजनी गहरी नींद मे चली गई है तो चुपचाप कमरे से बाहर निकल आया ! सबसे पहले उसने कमरे मे बाहर से सांकल लगा दी अब किसी भी हालत मे रजनी तो बाहर नहीं निकल सकती थी!
फिर उसने एक और काम किया ऊपर से नीचे आने वाली जो सीडी थी उसमे भी दरवाजा था उसे भी बंद कर दिया ! ये दरवाजा आज कई साल बाद बंद हुआ था ! अब वो चुपके से कामया के दरवाजे पर गया और नोक करने लगा ! दरवाजे पर खट खट की आवाज़ सुन कामया चोंक गई ! इतनी रात मे कौन आ सकता है ! सन्नी भी हो सकता है मामा भी ! उसे भय होने लगा की कहीं कुछ गड़बड़ ना जाए ! वो चुप पड़ी रही जिससे आनेवाला यही सोचे की वो सो चुकी है ! मगर आज रात उसकी किस्मत मे नींद कहाँ थी ! तभी उसका मोबाइल बाज उठा ! देखा तो सन्नी का फ़ोन था ! उसने सोचा ज़रूर दरवाजे मे सन्नी ही खड़ा है और दरवाजा नहीं खोलने पर फ़ोन किए है !
कामया - - क्या है ?
सन्नी - - रानी आए क्या ?
कामया - - पागल हो मामा मामी दरवाजा खोल कर सो रहे हैं ! और कामया ने फ़ोन ऑफ कर दिया और फिर फोन को स्विच ऑफ कर दिया ! इधर दरवाज़ फिर हौले से खटखटाया गया ! कामया मन ही मन बोली "" ऑफ ओ ये तो मानने को ही तैयार नहीं ! रूको इसको दरवाजे से डाँट कर भगाना पड़ेगा !"" वो गई और जैसे ही द्वार खोला चौंक गई ! सामने मामा सिर्फ़ केप्री पहने खड़ा था ! इससे से पहले की वो कुछ समझ पाती मामा ने अंदर आकर दरवाजा बंद कर दिया !
कामया - - मामा ये क्या कर रहे हो ? आप यहाँ क्यों आए ?
मामा - - तुम्हे प्यार करने आया हूँ ! तुम्हे उंगली करते देख मुझे लगा ये तो बहुत नाइंसाफी है !
कामया - - मामा पागल मत बनो ! मामी आ गई तो !
मामा - - चिंता मत कर ! बाहर से दरवाजा बंद कर के आया हूँ !
कामया - - मामा आप समझते क्यों नहीं ? कोई ऊपर से नीचे आ गया तो ! गजब हो जाएगा !
मामा - - रानी तू बिल्कुल मत दर ! सीडी का दरवाजा भी बंद करके आया हूँ ! अब तो ऊपर से बिल्ली भी नीचे नहीं उतर सकती ! अब तू बिल्कुल आराम से मज़े ले और हमे भी मज़े करा ! ऐसा कहते हुए मामा ने उसे उठाया और ले जाकर बेड मे पटक दिया ! मामा मामी का गेम देख कर कामया ऐसे ही गरमाई हुई थी उसने एक हल्का सा टॉप पहना हुआ था और नीचे लेगिंग पहन रखी ती ! मामा ने एक झटके मे ही उसका टॉप उतार दिया वो ना ना कहती रह गई मगर मामा ने खींच कर लेगिंग भी उतार दी ! अंदर पेंटी तो थी नहीं सो कामया का संगमरमरी बदन रोशनी मे दमकने लगा ! अपने को पूर्ण नग्न देख कामया ने शर्म के मारे चादर खींच कर अपने मे डाल ली !
इधर मामा भांजी जुटे हुए थे उधर सन्नी परेशान हो रहा था ! जब कामया ने फोन स्विच ऑफ कर दिया तो वो थोड़ी देर बाद खुद नीचे जाने लगा मगर दरवाजा बंद मिला ! उसने समझा ज़रूर ये कामया का ही काम है बेचारा मन मसोस कर वापस आ गया ! उसकी मानसिक हालत देखने लायक थी ! शिकार उसके घर मे ही था मगर वो शिकार नहीं कर पा रहा था !
इधर मामा ने कामया के तन्बदन मे आग लगाना शुरू कर दिया ! वो कामया के पूरे जिस्म मे अपने होंठों की मुहर लगाने लगा ! दो दिन से मामा मामी की चुदाई देख कामया वैसे ही बेहाल थी और इधर मामा ने उसका जीना मुहाल कर दिया !
कामया - - आ ओह शी ! मामा मत करो ! आप जाओ अपने कमरे मे ! प्लीज़ कोई लफड़ा मत करो !
मामा - - रानी चिंता मत ! तेरी मामी चुद्वाने के बाद बहुत गहरी नींद सोती है ! बस रानी पंद्रह मिनिट का ही तो काम है !
अब उसने कामया की एक चूची को अपने मुँह मे भर लिया ! कामया तड़प उठी ! मामा एक दम भूखे बच्चे की तरह कामया की चुची पी रहा था ! ये मस्तानी चूचियाँ उसकी के सामने अंकुरित और विकसित हुई थी ! इन चूचियों की विकास यात्रा के हर पल का वो साक्षी था ! वो दस बरसों से वो इनके रस पीने का इंतज़ार कर रहा था और अब जब उसे मौके मिल रहे थे तो वो कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता था ! वो बड़ी तल्लीनता से बारी बारी से दोनो बूब्स का पान करने लगा ! उसके इस कदम ने कामया के अंदर आग भरना शुरू कर दिया ! पिछले घंटे भर मे वो रजनी की अगाड़ी पिछाड़ी बजता देख कर पहले से ही गरम थी और अब मामा उस पर कहर बन कर टूट रहा था ! वो बेचैनी से अपनी जांघें आपस मे रगड़ने लगी ! उसके मुख से सिसकारियाँ फुट रही थी !
कामया - - आ ! ओह ! शी शी !! उई मान ! मामा प्लीज़ मत करो ! आप जाओ यहाँ से ! कहीं मामी को पता ना चल जाए ! नहीं प्लीज़ आप जाओ ! कामया बार बार जाओ बोल रही थी मगर एक बार भी उसने अपने को छुड़ाने का प्रयत्न नहीं किया ! मामा ने अब उसकी दोनो जांघों से जगह बना कर अपना दो उंगली उसकी बुर मे डाल दी ! कामया की बुर एक दम लस लसी हो चुकी थी ! पनियाई बुर मे उंगली फिसलते हुए अंदर बाहर होने लगी ! कामया के ऊपर पड़ी चादर का अब कहीं पता ही नहीं था और ना ही कामया को अब उस चादर की कोई चिंता थी !
कामया की बेपर्दा हुई बुर को देख मामा बोला
मामा - -- रानी छोटी छोटी झाँटो मे तुम्हारी बुर बड़ी सुंदर लगती है ! ऐसा लग रहा है जैसे घूँघट से दुल्हन का चेहरा झाँक रहा हो !
कामया - - चुप करो मामा ! हमेशा फालतू बात करते हो !
मामा - - रानी ये फालतू बात नहीं है जिंदगी की सबसे हसीन बात है ! कितनी सुंदर लग रही है मेरी बन्नो की प्यारी सी बुर ! मामा झुका और उसने झाँटो को चूम लिया !
कामया तड़प उठी! उसने सोचा बाप बेटे दोनो की चोइस एक सी है"" झाँटो से ढकी बुर ! कितनी तारीफ कर रहे हैं और एक सुनील है उसने कभी ध्यान से इस बुर को देखा भी नहीं मुआ तारीफ क्या करेगा ! सच बात है हीरे की कदर जोहरी को ही होती है भिखारी को नहीं ! इन मर्दों की भी क्या क्या पसंद होती है हे राम इन्हें झाँट भी अच्छी लगती है ! सुनील की जगह कोई और पूरा मर्द होता तो इस झांट पर कई नौकरी कुर्बान करके चला आता " अब उसका दिमाग़ सिर्फ़ एक जगह यानी की अपनी चूत मे आकर अटक गया था जहाँ मामा की उंगलियाँ कहर ढा रही थी ! मामा ने अपनी उंगली कामया के जी स्पॉट पर लगाया और वहीं गोल गोल घुमाने लगा ! कामया के नाज़ुक बदन मे आग बरसने लगी ! उसने उत्तेजना मे अपनी जांघें इतनी ज़ोर से कस ली की मामा को अपनी कलाई हिलाना मुश्किल होने लगा ! वो ज़ोर ज़ोर से अपना सिर दाएँ बाएँ फेंकने लगी और कमर ऊपर को उछालने लगी ! अब मामा का हाथ कुछ नहीं कर रहा था वो स्थिर था कामया ही कमर चला चला कर अपने को फक करवा रही थी ! लेकिन कहते हैं ना जहाँ तलवार की ज़रूरत हो वहाँ सुई से काम नहीं चल सकता ! जवानी के अपने सबसे स्वर्णिम उमर मे खड़ी भांजी को भला उंगली से क्या मज़ा मिलता ? उसे तो एक अदद लंबा तगड़ा लंड ही जन्नत दिखा सकता था ! सिसकारियाँ भर रही कामया अब और बर्दास्त नहीं कर पाई अपने जवान जिस्म की माँग के आगे वो हार गई आहें भरते हुए मामा से बोली
कामया - - आ ओह ! हे भगवान ! मामा ये क्या कर दिया आपने !
मामा - - रानी हमने तो अभी कुछ नहीं किया ! देख लो हमने तो अपने कपड़े भी नहीं उतारे अभी तक !
कामया - ओह मामा ! आपको जो करना है जल्दी कर लो और जाओ यहाँ से ! मुझे मामी का डर लग रहा है! प्लीज़ कर लो जल्दी से ! मामा भी खेल को ज़्यादा लंबा नहीं खींचना चाहता था ! वो बेशक दिलेरी दिखा रहा था मगर अंदर से वो भी सहमा हुआ था ! जिंदगी मे पहली बार वो अपने ही घर मे रजनी के बजाय किसी दूसरी औरत के पहलू मे था ! उसने समय ना गवान्ते हुए कामया की टांगे चौड़ी कर दी और अपने को उस मे सेट कर दिया ! लंड अपना शिकार सूंघता हुआ सीधा बुर से जा लगा ! बुर मे लंड का स्पर्श कामया को विचलित करने लगा
कामया - - ओह मामा ! डालो ना अब ! मामी सही कह रही थी क्या मुहूर्त देखकर डालोगे ?
मामा ने भी अपनी कमर सेट की और धक्का लगा दिया ! लंड सनसनाता हुआ पनियाई बर्ब मे घुस गया !
कामया - - आ ! ओह ! ऑफ ओ ! मामा धीरे से करो ! बहुत बड़ा है आपका ! मामा अब धीरे धीरे थाप पे थाप देने लगा ! ज्यों समय गुजरने लगा कामया अपने फॉर्म मे आने लगी उसकी आहें बॅडने लगी ! बुर मे लंड उसे ठंडी मे भी गर्मी का अहसास दिला देता था ! इधर तीसरा राउंड होने के कारण मामा का औजार ज़्यादा कड़ा नहीं हो पा रहा था जिसे कामया भी महसूस कर चुकी थी ! वो चुदाई का मज़ा लेती हुई बोली
कामया - - मामा अब आप बूढ़े हो गये हो !
मामा - - क्यों ऐसा क्यों कह रही हो !
कामया - - तीसरी बार मे अब आप मे वो दमखम नहीं दिख रहा जैसे हमारे घर मे दिख रहा था ! लगता है मामी ने आपको पूरा निचोड़ लिया है !
मामा - - जान कभी कभी ऐसा हो जाता है अब हम भी कोई बीस बरस के तो हैं नहीं ! लेकिन चिंता मत करो तुम्हे मंज़िल मे पहुँचा के ही दम लेंगे !
कामया - - मंज़िल की मुझे चिंता नहीं है मामा ! आपका इतना मोटा है क़ि अंदर जाते ही चाँद तारे दिखने लगते हैं ! आप तो बस लंबे लंबे शॉट लगाइए ! मेच जीतने की चिंता छोड़ दीजीये !
मामा - - ठीक है रानी ले लंबे शॉट ! अब मामा टोपे तक बाहर निकाल कर भांजी की चुदाई करने लगा ! घंटे भर से मामा मामी का सीधा प्रसारण देख रही भांजी पहले से ही भरी बैठी थी मामा की कोशिश तुरंत रंग ले आई ! कामया का बदन अकड़ने लगा कमर कमान बन गई ! निपल काले अंगूर बन गये और गाल कश्मीरी सेब बन गये वो चीखी
कामया - - ओह मामा ! यू आर ग्रेट ! मैं तो गई मामा ! मामा मैं तो गई ! और कहते हुए कामया पानी बहाने लगी ! इस बार उसने इतना पानी बहाया जैसे किसी ने नलका खोल दिया हो !
दूसरे दिन सुबह सुबह कामया ने नहा धोके पिंक कलर की साड़ी पहनी ! वो अपने आप को इस साड़ी मे बहुत सेक्सी फील करती थी ! पिंक कलर की साड़ी मे कामया किसी गुलाब की तरह खिल उठी थी !
बाप बेटे सुबह सुबह कामया का ये हमला देख कर हैरान थे ! रात मे तीन बार हल्के होने के बाद भी कामया को देख मामा के हथियार ने पोसीसन लेनी शुरू कर दी ! उधर सन्नी तो और ज़्यादा परेशान था ! उसे लग रहा था जैसे दीदी जानबूझ कर उसे तड़पाने के लिए ऐसा कर रही है ! एक तो उसका काम नहीं बना रही है और ऊपर से इस तरह जान लेने पे उतारू है ! अगर बाप बेटे का बस चलता तो दोनो घर से जाते ही नहीं मगर क्या करें रजनी के रहते रुकने का कोई फ़ायदा भी नहीं था ! दोनो अपने अपने समय पर चल दिए ! सन्नी ने कॉलेज से कामया को फ़ोन किया !
कामया - - हेलो ! हाँ भैया बोलो !
सन्नी -- दीदी आप मेरे साथ ऐसा क्यों कर रही हैं ?
कामया - - क्यों मैने ऐसा क्या किया सन्नी ?
सन्नी - - दीदी आप मुझे मंज़िल पर लाकर धक्का दे देती हैं ! आप को मालूम तो है क़ि दिन मे कोई नहीं रहता है घर मे !
कामया - - नहीं सन्नी मैं घर मे कोई रिस्क नहीं ले सकती ! मैने तुम्हारा दुस्साहस देखा है !
सन्नी - - कैसा दुस्साहस दीदी ?
कामया - - भूल गये ! हनी मून ट्रिप ! तुमने मुझे किले मे , बाँध मे खुली जगह पर भी नहीं छोड़ा ! और तो और !!!!!!!
सन्नी - - और तो और क्या जान ?
कामया - - चुप कर ! और क्या तुझे नहीं पता क्या ? तूने तो आपने जीजू के रूम मे उनके बेड मे उनके बाजू मे ही तीन बार मेरे साथ किया था ! तुम बहुत गंदे हो भैया ! जीजू का तक ख्याल नहीं किए !
सन्नी - - जान तुम तो ऐसा बोल रही हो जैसे मैने जबरजना किया हो और फिर हनीमून मे भी जीजू आपका ख्याल नही कर रहे थे इसलिए हमने आपका ख्याल रख लिया ! !
कामया - - चुप कर ! तूने मुझे बहका दिया था ! वहाँ जो कुछ हुआ वो आज मैं याद भी करती हूँ तो काँपने लगती हूँ ! वहाँ तो तो भी केवल तेरे जीजू थे और वो भी नशे मे यहाँ तो हम दोनो के अलावा चार और लोग हैं ! मैं घर मे तो बिल्कुल नहीं करने दूँगी ! जब तक मैं ससुराल नहीं पहुँच जाती तब तक बस इंतज़ार कर !
सन्नी - - ठीक है दीदी जैसा आप समझो मैं तो आप के साथ हूँ ! अब सन्नी समझ गया क़ि घर मे कामया डर रही है इसका मतलब कामया को कहीं और ऐसी जगह ले जाना चाहिए जहाँ किसी का डर ना हो ! सन्नी ने कुछ सोचा और उसकी आँखें चमक गई " वाउ शाम को जानेमन को खेत मे ले चलता हूँ ! वो घर से कई मील दूर भी है और शाम को वहाँ कोई नहीं आने वाला ! एकांत मे तो रानी मान ही जाएगी !""
शाम को पाँच बजे सन्नी घर लौटा और चाय पीकर कामया से बोला
सन्नी - - दीदी आप दिन भर घर मे बोर हो जाती होगी ?
कामया - - हाँ मगर कर भी क्या सकती हूँ ?
सन्नी - - चलो दीदी कहनी घूमने चलते हैं ! आज आप को घुमा लाऊँ !
रजनी - - हाँ बेटा जा ज़रा भाई के साथ बाहर की हवा भी खा ले ! दिन भर घर मे ही पड़ी रहती है ! वो बेचारी नहीं जानती थी की वो कसाई के हाथ बकरी भेज रही है !
कामया - - कहाँ चलेगा ?
सन्नी - - अरे कई जगह हैं ! बाजार है , पार्क है ,मंदिर है ! बस तुम तैयार हो जाओ !
कामया - - तैयार तो मैं हूँ ही भैया !
सन्नी - - दीदी बाइक मे चलना है साड़ी मे चलॉगी तो कॉम्फर्ट नहीं रहेगा ! एक काम करो जीन्स पहन लो ! आजकल यहाँ भी लड़कियाँ पहनने लगी हैं ! क्यों ना मम्मी ?
रजनी - - हाँ पहन ले बेटा ! सन्नी गाड़ी धीरे चलाना ! तेरी दीदी पेट से है ! रजनी की बात सुन सन्नी मुश्कारा दिया उसी के बच्चे की खबर उसे दी जा रही थी !
हल्का धुँधला होते ही सन्नी अपने माल को बाइक मे बैठा चल दिया ! उसकी बाइक सरपट अपने खेत की ओर बढ़ी जा रही थी ! दोनो बाप बेटे माल मिलते ही यहीं लाते थे !
लेकिन लाख छुपाओ होता वही है जो मंजूरे खुदा होता है ! दोनो अपनी धुन मे खेत पहुँच गये ! सन्नी तो दिलेरी से लाया था उसे मालूम था की कोई देख भी लेगा तो कह देगा दीदी को खेत दिखाने लाया हूँ ! लेकिन एक गड़बड़ हो गई ! जब उनकी बाइक खेत की पगडंडी मे गुजर रही थी तो वहाँ से काफ़ी दूर एक शराब ठेके से दारू लेकर लौटता मामा उन्हे देख चोंक गया ! दरअसल वो खुद बोतल लेकर वहीं आना चाहता था मगर अब बेटवा ने सब गड़बड़ कर दी थी ! बुलेट की आवाज़ और सन्नी को तो वो एक नज़र मे ही पहचान गया मगर पीछे बैठी लड़की ने चुन्नी डाली हुई थी सो वो दूर से पहचान नहीं पाया ! जब वो लड़की बुलेट से उतर कर कमरे मे जाने लगी तो लड़की को जीन्स टॉप मे देख वो विस्मित हो गया ! वैसे वो सन्नी के मामलों मे कभी द्खल नहीं देता था मगर उसे आश्चर्य इस बात का हो रहा था की यहाँ आस पास जीन्स पहनने वाली कोई माल तो था नहीं ! वो वापस जाने की सोच रहा था मगर जीन्स वाली लड़की उसके दिमाग़ से उतर नहीं रही थी ! ऐसी हालात मे सन्नी के पास जाना उसे अच्छा नहीं लग रहा था किंतु जीन्स से झाँकती लौंडिया की पुष्ट जांघें उसे वापस नहीं जाने दे रही थी !बहुत कम औरतों की थाइस इतनी वेल शेप मे होती हैं ! अंत मे उसने फ़ैसला किया क़ि दरवाजे से केवल एक बार देख लेगा की लौंडिया है कौन फिर बाद मे वो भी बुलवा लेगा साली जाएगी कहाँ बच के ! वैसे भी दरवााज़ा जगह जगह से दरार वाला था और एक झटका मारो तो अपने आप भी खुल जाता था ! उसने अपनी गाड़ी दूर रोक दी और दबे पाँव कमरे की ओर जाने लगा ! दरार से उसने अंदर झाँका तो लौंडिया टॉप उतार कर पट लेटी हुई थी उसका चेहरा नहीं दिख रहा था ! सन्नी दिख नहीं रहा था मगर उसके कपड़े एक एक कर गिरते जा रहे थे अचानक सन्नी की आवाज़ आई
सन्नी - - रानी शर्मा क्या रही हो चलो पलटो ! तुम तो ऐसा कर रही हो जैसे पहली बार लोगी !
सन्नी की बात सुन मामा चौंक गया ! मतलब ये कातिल हसीना पहले भी यहाँ आ चुकी है और हमे पता ही नहीं चला ! वो बुदबुदाया ""साली कितनी सुंदर पीठ है इसकी और गाँड भी देखो कितनी उभरी हुई है ! ऐसी उभरी और चौड़ी गाँड वाली को तो घोड़ी बना के पिछवाड़े मे चोदुन्गा ! किसी अच्छे घर की लग रही है ! पढ़ी लिखी भी होगी ! नहीं नहीं इसको केवल चोदना नहीं है इससे बहुत काम ले सकते हैं ! ये केवल लौंडिया नहीं है लॉटरी का टिकट है मेरे भविष्य की सीडी है! इसको तो पार्टी का महिला मोर्चा जोइन करवा दूँगा ! जब ले जा के बड़े लीडरों की सेवा कर्वाऊंगा तो अपनी तो इस बार टिकट पक्की समझो ! क्या फिगर पाया है लौंडिया ने ऐसे फिगर की धंधे वाली इलाक़े मे दूसरी ना होगी ! ये तो दिल्ली तक के नेताओं मे अपनी पहुँच बनवा देगी ! अब तो दिल्ली तक के नेता यशवंत यशवंत पुकारते फिरेंगे ! रांड़ पलटे तो ज़रा चूची के भी दीदार कर लें और चेहरा देख लें तो वापस चलें सन्नी के रहते यहाँ रुकना सही नहीं होगा ! बस चेहरा देख लूँ ताकि कल ढूँढने मे आसानी हो ! चाहे कुछ भी हो साली कल यहीं इसी बिस्तर मे हमसे गाँड मरवाएगी ! पता नहीं अपने कस्बे की है या कहीं दूर से पकड़ लाया है सन्नी! ये सन्नी तो मुझसे भी चार कदम आगे आगे चल रहा है "" और जब मामा ख्याली पुलाव पका रहा था उसी वक्त लौंडिया पलट गई !
लौंडिया का चेहरा देख कर मामा गश खाते खाते बचा ! सामने उसकी प्यारी भांजी कामया अधनंगी पड़ी थी और उसे ही सन्नी कह रहा था क़ि कौन सा पहली बार लोगी ! मामा का तो सिर घूमने लगा ! मतलब कम्मो सन्नी का पहले से ले रही है ??????????
मामा समझ नहीं पा रहा था क़ि ये हो क्या रहा है ! सन्नी का शब्द "" शर्मा क्यों रही हो कौन सा पहली बार लोगी "" उसके दिमाग़ मे हथोड़े के समान बज रहा था ! वो सोच रहा था क़ि कामया की शादी तो चार साल पहले हो गई थी तब से सन्नी कभी उससे से मिला भी नहीं फिर ऐसा पहले कैसे हो सकता है ! उसका दिमाग़ काम नहीं कर रहा था ! कामया सामने टॉप लेस लेटी हुई थी मगर उसका ध्यान अभी वहाँ भी नहीं जा रहा था वरना कम्मो के बूब्स देखने केलिए तो वो हमेशा पागल रहता था ! हाथ की बोतल अभी खुली भी नहीं थी और उसे धरती घूमती नज़र आ रही थी ! साला दस साल से मैं इंतज़ार कर रहा था और ये सन्नी पहले ही बहनचोद बन गया ! मगर कब ? तभी उसे कुछ कुछ याद आने लगा ! एक दो बार से सन्नी खरीदी के लिए जा रहा था और वो कामया के ससुराल ही जा रहा था और हाँ बीच मे वो कामया और जीजा के साथ कहीं बाहर भी गया था ! तो क्या ये संबंध कामया के ससुराल मे बने ? ज़रूर वहीं बने होंगे और कहीं तो ये मिले नहीं हैं ! मगर ये संबंध बने क्यों ! तभी उसे याद आया क़ि कामया कैसे उसके बड़े औजार को हैरत से देखती थी और उसने खुद कबूला भी था क़ि ""मामा आपका बहुत बड़ा है सुनील का इतना नहीं है ! मतलब कहीं सुनील कमज़ोर तो नहीं है ! ज़रूर यही बात होगी ! एक तो सुनील बाहर रहता है और ऊपर से आकर कुछ उखाड़ भी नहीं पता होगा ! इसका मतलब कम्मो चार साल से प्यासी थी ! अब समझ आया सन्नी वहाँ गया होगा तो दोनो की आँखें लड़ गई होगी ! इस उमर मे कहाँ होश रहता है बच्चों को ! प्यासी बैठी कम्मो सन्नी जैसे जवान गबरू को देख अपने को रोक नहीं पाई होगी और दोनो फिसल गये होंगे ! और रही सन्नी की बात तो कामया को देख कौन अपने को रोक पाएगा ! जब हम इस उमर मे कल रजनी के रहते रुक नहीं पाए तो सन्नी तो नया खून है वो तो कामया जैसे परी को पाने के लिए आकाश पाताल एक कर देगा ! वैसे भी सन्नी को कोई ख़ास मेहनत भी नहीं करनी पड़ी होगी कम्मो तो पके आम के सामान टपक गई होगी उसकी बाहों मे ! वाह बेटा तूने बाप का सपना बिना पूछे ही पूरा कर दिया "" इधर मामा कहानी की कड़ियाँ जोड़ रहा था तभी वहाँ कामया ने अपनी जीन्स और पेंटी उतार कर दूर फेंक दी जहाँ उसका टॉप पड़ा था ! मामा हैरान रह गया "" जब हम इसके कपड़े उतारते थे तो कपड़े पकड़ कर शरमाने का नाटक करती थी और अभी खुद अपने कपड़े ऐसे फेंक रही है जैसे कपड़े उसके नाज़ुक बदन पर बहुत भारी बोझ हों !"" मामा बुदबुदाया ! अब मामा को भी होश आ गया था उसने तुरंत अपना मोबाइल चालू किया और दरवाजे की झिर्री पर लगा दिया !
मोबाइल मे कामया का मादक हुश्न रेकॉर्ड होने लगा ! मामा अपनी हसीन भांजी के जिस्म को शूट कर रहा था ! तभी फ्रेम मे सन्नी आने लगा ! वो बिल्कुल नंगा था और उसका खूँटा 90 डिग्री पर तना हुआ अपने जवान होने का एलान कर रहा था ! आज के पहले मामा ने सन्नी को केवल बचपन मे ही नंगा देखा था जब वो नुन्नि लटकाए घर मे घूमता फिरता था आज इस उमर मे उसे इस तरह देख उसको अच्छा नहीं लगा तो उसने उधर देखना बंद कर दिया केवल रिकॉर्डिंग हो रही थी ! थोड़ी देर तक तो मामा ने संयम बरता मगर फिर कामया को देखने का लोभ उसे फिर से झाँकने को मजबूर करने लगा ! मामा ने फिर झिर्री मे आँख लगा दी ! अब सन्नी कामया के बदन के दोनो तरफ ऊपर पहुँच घुटनों के बल खड़ा हो चुका था ! उसका कोबरा कामया के पास झूम रहा था !
सन्नी - - ले रानी प्यार कर ना इसे
कामया - - नहीं हम नहीं करेंगे ! आप हमे झूट बोल कर यहाँ लाए हो ! बाज़ार कहकर यहाँ ले आए ? ये कोई बाज़ार है क्या ? बोलो कहाँ है दुकान वगेरह ?
सन्नी - - जान तो क्या मम्मी को ये बोलता क़ि दीदी को खेत ले जा रहा हूँ चुदाई करने ! दो दिन से तड़पा रही है ! कंट्रोल नहीं हुआ इसीलिए तो लाया हूँ !
कामया - - कंट्रोल क्यों नहीं हुआ ? कामया ने इठलाते हुए कहा
सन्नी - - जान यहाँ बड़ा आईना नहीं है वरना तुझे उसके सामने ऐसे ही नंगी खड़ा कर के बताता क़ि कंट्रोल क्यों नहीं होता ! चल अब ज़रा प्यार कर इसको हमे लौटना भी है !
कामया ने बड़े प्यार और नज़ाकत से मूसल को पकड़ लिया और उससे से खेलने लगी ! वो कभी उसे अपने मुलायम हाथों से सहलाती तो कभी मसलने लगती ! कभी उसे स्ट्रोक देने लगती ! सन्नी मदहोश सा उसके चूची और बुर को देखे जा रहा था ! मामा सोचने लगा जब हम इसके हाथ मे पकड़ाते थे तो बार बार हाथ हटा लेती थी और अब देखो बिना कहे ही कितना प्यार बरसा रही है ! अब कामया ने अपने दूसरे हाथ मे सन्नी के दोनो आँड थाम लिए वो उन्हे बड़े प्यार से सहला रही थी जैसे जानती हो क़ि इन्हे हल्का प्यार पसंद है !थोड़ी देर तक तो सन्नी हस्त मैथुन का मज़ा लेता रहा फिर उसने कहा
सन्नी - - जान केवल हाथों का प्यार दोगी ?
कामया - - और कहाँ का प्यार चाहिए आपको ? कामया ने शरमाते हुए कहा
सन्नी - - जान थोड़ा चूस ले ना ! तेरे मुँह मे इसको बहुत अच्छा लगता है !
कामया - - धत गंदे कहीं के ! फिर कामया थोड़ा उठी और मूसल को अपने सेक्सी होंठों के बीच फँसा लिया ! सन्नी के मुख से सिसकारी निकल गई !
मामा अपनी सीधी सादी शर्मीली भांजी का खुलापन देख चकित था ! मामा सोच रहा था क़ि जब वो उसके होंठों के पास अपना लंड ले जाता था तो कामया शर्मा कर मुँह हटा लेती थी बड़ी मिन्नत करने पर ब्लो देती थी मगर अभी तो सन्नी के सिर्फ़ इशारे पर ही टोपे को निगल गई ! ऐसा लग रहा है क़ि सन्नी से ज़्यादा आग तो कम्मो के अंदर है ! खैर अपनी उमर के लड़के साथ मस्ती करने का रंग रेलियाँ मनाने का मन करता ही है ! भला हमारे साथ मस्ती का मूड कहाँ बनता होगा ! मामा दम सादे दोनो का रोमॅन्स देखने लगा ! कामया अब पूरा लंड निगलने की कोशिश कर रही थी जबकि सन्नी उसके दोनो संतरों को निचोड़ रहा था ! सन्नी शीघ्र ही खौलने लगा उसने कामया की बुर मे लंड का टोपा सेट किया और धकिया दिया ! लंड सनसनाता हुआ पनियाई बुर मे गायब हो गया ! अब सन्नी भकाभक चुदाई करने लगा ,कामया ने अपनी टाँगें सन्नी की कमर मे लपेट ली और उसकी गर्दन मे बाहें डाल दी ! दोनो जवानी के मज़े लूट रहे थे जबकि मामा अपनी नज़रों को धन्य कर रहा था ! थोड़ी देर तक सन्नी ऐसे ही पेलता रहा और कामया की चूची पीता रहा !फिर उसने उसे पलटने को कहा
सन्नी - - जान चल पलट ज़रा पीछे से डालूँगा ! पीछे से डालने की बात सुन कर कामया को मामा की पीछे से गाँड मारना याद आ गया ! वो सहम गई उसे लगा शायद सन्नी गाँड मारने के चक्कर मे है सो उसने कहा
कामया - - नहीं भैया ऐसे ही करते रहो
सन्नी - - अरे पलट यार ! तेरे को पलटने मे क्या परेशानी है !
कामया - - अरे तो ऐसे ही कर लो ना ! अभी भी तो कर रहे हो ना !
सन्नी - - जान तेरी गाँड देखते हुए चोदने का मज़ा ही अलग है ! पूरे हनिमून मे भी तो पीछे से करवाई हो तो अब क्या दिक्कत है ! हनीमून की बात सुन कामया को समझ आ गया क़ि सन्नी सिर्फ़ पीछे से डालेगा पीछे वाले मे नहीं डालेगा ! वो धीरे से पलट गई ! अब उसकी जानलेवा गाँड सामने आ गई ! कामया की मनोहारी किलर गाँड देखकर मामा ने अपने लंड को मुठियाना शुरू कर दिया ! सन्नी ने भी थोड़ी देर उसकी गाँड को चूमा दो चार स्पॅंक मारे और फिर बोला
सन्नी -- - दीदी तेरी गाँड बहुत मस्त है यार काश तू मेरी बीवी होती तो कितना मज़ा आता !!
कामया - - क्यों दीदी हूँ तो अभी मज़ा नहीं आ रहा क्या ?
सन्नी - - यार अभी तो और मज़ा आ रहा है बट
कामया - - क्या बट ??
सन्नी - - यार अभी तेरी गाँड रोज रोज तो नहीं देख सकता ना ? बीवी होती तो रोज देखने मिलता ! कमरे मे तो रोज तेरे को नंगी ही रखता !
कामया - - भैया चुप करो ! रोज रोज की छोड़ो अभी मिल रही है तो अभी वाला काम कर लो ! सन्नी ने फिर से टोपा बुर मे फँसाया और चाप दिया ! बुर टाइट हो जाने के कारण कामया कराह उठी
कामया - - आह !! आह !! भैया धीरे दरद दे रहा है
सन्नी -- बस दीदी दो चार शॉट मे ही मज़ा लेने लगोगी ! फिर सन्नी ने अपनी रेल पटरी मे सरपट दौड़ा दी ! कमरे मे आहों और कराहों की आवाज़ गूंजने लगी ! इधर दोनो अपनी काम लीला मे मस्त थे उधर तब तक मामा भी अपना प्लान तैयार कर चुका था ! उसने तय कर लिया क़ि जैसे ही सन्नी निपटेगा वो छापामार कार्यवाही कर देगा ! कामया का नग्न हुश्न उसे बिना कुछ किए जाने नहीं दे रहा था ! भांजी की सिसकारियाँ उसके पेंट मे तूफान खड़ा कर रही थी ! उधर सन्नी अब कामया पर प्यार की बरसात करने लगा ! चुदाई करते हुए वो उसकी गोरी चिकनी पीठ को जगह जगह चूम और काट रहा था ! कभी वो दीदी की गाँड मे हल्की चपत भी मार रहा था उसे अपनी दीदी की गाँड से खेलना बहुत अच्छा लगता था ! कभी वो उसकी गर्दन को चूमने लगता तो कभी उसका मुँह घुमा कर उसके होंठो को अपने होंठों मे ले लेता ! कामया तो अब पूरी तरह मे जवानी के नशे मे डूब चुकी थी ! उसकी पूरी चेतना अब केवल अपनी योनि मे केंद्रित हो गई थी जहाँ सन्नी का लंड कहर बरपा रहा था ! सन्नी को मोटा लंबा लंड कामया के योनि मार्ग के जर्रे जर्रे को रगड़ रहा था जिससे से मिलने वाले त्वचेंद्रीय सुख ने कामया को बावरी बना दिया था ! सन्नी का औजार उसके योनि मार्ग की मालिश करता हुआ अंदर बाहर हो रहा था जिससे कामया की बुर मे भयानक अग्नी उत्पन्न हो रही थी अब वो बहुत ज़ोर ज़ोर से सिसकी ले रही थी ! बीच बीच मे सन्नी अपने हाथ नीचे ले जाकर कामया के दशहरी आम को निचोड़ देता ! लगभग पाँच मिनिट के इस अलौकिक अनिर्वचनीय रसामृत का पान का दोनो एक साथ स्खलित हो गये ! सन्नी दीदी के ऊपर ही पसर गया ! उनका हर पल मामा के मोबाइल मे क़ैद हो रहा था ! आज फिर इतिहास दुहराया जा रहा था ! ऐसा ही कभी सन्नी ने रेकॉर्डिंग की थी !
पाँच मिनिट तक साँस ठीक करने के बाद सन्नी उठा और कामया की पेंटी से अपना औजार पोंछने लगा जबकि कामया सीधा होके लेट गई ! औजार सॉफ करने के बाद सन्नी ने अपना उंड़रवेअर पहन लिया ! मामा को ये मौका बिलकूल माकूल लगा ! उसकी रानी बिल्कुल नंगी दुकान खोले लेटी हुई थी यही समय विलेन के एंट्री के लिए अनुकूल था ! उसने एक धक्का मारा और दरवाजा खुल गया ! मामा मोबाइल से रेकॉर्डिंग करता हुआ अंदर घुस आया !
मामा को इस तरह अचानक देख कर सन्नी और कामया दोनो को साँप सूंघ गया ! दोनो जहाँ के तहाँ रह गये ! उनके मुँह से बोल नहीं फुट रहा था ! मामा ने कामया की ओर देखते हुए कहा
मामा - - कामया बड़ी अच्छी वीडियो बनी है ! तेरी मामी को भी दिखा दूँगा ! दोनो को काटो तो खून नहीं मामा ने ना केवल उनको पकड़ लिया था बल्कि वीडियो भी बना रहा था ! सन्नी की तो बोलती ही बंद हो गई थी ! वो सोच रहा था क़ि उसे ये ध्यान क्यों नहीं आया क़ि यहाँ तो शाम को अक्सर पापा आते हैं पीने के लिए !
कामया - - मामा प्लीज़ माफ़ कर दो ! ग़लती हो गई
मामा - - - अच्छा ये बताओ कब से चल रहा है ये चक्कर
सुनील - - सॉरी पापा पहली बार हुआ था !
मामा - - चुप साले ! झूट बोलता है ! मैने खुद रेकॉर्ड किया है जब तू बोल रहा था क़ि "" तुम तो ऐसे शर्मा रही हो जैसे पहली बार लोगी "" और अब बोल रहा है क़ि पहली बार है ! दोनो का मुँह सूख गया मतलब मामा काफ़ी देर से ये देख रहा है !
कामया - - मामा प्लीज़ माफ़ कर दो हम लोग बहक गये थे !
सन्नी - - हाँ पापा प्लीज़ हमसे ग़लती हो गई ! प्लीज़ माफ़ कर दो ! मामा ने सोचा ये दोनो ऐसे ही माफ़ कर दो कर दो करते रहे तो कहीं वो भावुक ना हो जाए इसलिए उसे कड़ा फ़ैसला ले लिया ! उसने सन्नी को डाँटते हुआ कहा
मामा - - तू चुप कर बेवकूफ़ ! और यहाँ से बाहर निकल तेरे से तो मैं बाद मे निपतूँगा ! चल जा यहाँ से ! बाप की फटकार सुन सन्नी चुपचाप बाहर चला गया ! उसके बाहर जाते ही मामा ने एक बार फिर दरवाजा बंद कर दिया ! सन्नी समझ गया क़ि अब अंदर क्या होने वाला है ! इतनी देर मे उसने अपने पापा की आँखों मे आई वासना को पहचान लिया था क़ि कैसे पापा की नज़र कामया के नंगे बदन से हट ही नहीं रही थी ! ख़ासकर कामया की टाँगों के बीचे तो नज़र जैसे चिपक ही गई थी ! उसको कुछ सूझ नहीं रहा था तो उसने कपड़ा निकाला और बुलेट सॉफ करने लगा इस वक्त यही काम उसे सूझ रहा था !
अंदर अब मामा ने मोबाइल जेब मे रखा और अपने कपड़े उतारने लगा !उसे ऐसा करते देख
कामया - - मामा नहीं प्लीज़ मत करिए ! आप बाद मे कर लेना कभी ! प्लीज़ मामा अभी मत करो रात को कर लेना ! सन्नी के सामने मत करो प्लीज़ !
मामा - - रानी मैं अभी इसीलिए कर रहा हूँ क़ि इसी मे हम सबका हित है ! और नंगा होकर उसने अपने आप को उसके दोनो टाँगों के बीच कर लिया ! कामया एक बार फिर बोली
कामया - - मामा प्लीज़ सन्नी के सामने मत करो ना ! वो क्या सोचेगा मेरे बारे मे !
मामा - - रानी अगर मैं अभी नहीं करूँगा तो समझ ले फिर तुझे कभी सन्नी नहीं मिल पाएगा ! अगर तुझे सन्नी के साथ रिश्ता रखना है तो आज मेरे साथ भी रिश्ता बनाना पड़ेगा ! आज हम तीनो के बीच की सब दीवार टूटना ज़रूरी है वरना तू जानती है भविष्य मे सन्नी मुझसे तेरे शहर जाने के बारे मे पूछ तक नहीं सकता ! फिर सन्नी कभी तेरे ससुराल नहीं आ पाएगा और ना तू कभी फिर गाँव आने का साहस कर सकेगी ! इस लिए हम दोनो का प्यार हमेशा के लिए पाना चाहती है तो आज सब मर्यादा टूट जाने दे ताकि भविष्य मे सिर्फ़ प्यार ही प्यार बचे ! और फिर मामा ने एक झटका मारा और उसका लंड कामया की पनियाई बुर जो पहले से ही सन्नी के मलाई से भरी थी उसमे जड़ तक समा गया ! कामया के मुख से आ निकल गई ! अब मामा लंबे और गहरे शॉट मारने लगा ! कामया आँख बंद किए लेटी रही ! उसे समझ नहीं आ रहा था क़ि उसकी जिंदगी धीरे धीरे किस मोड़ पर आ पहुँची है ! पहले ससुर से संबंध ,फिर भाई से संबंध और फिर मामा से संबंध !
इधर मामा काया की चुदाई तो कर रहा था मगर अभी अभी चुदी बुर मे लंड अपने आप फिसल कर अंदर बाहर हो रहा था जिस कारण मामा को मज़ा नही आ रहा था ! उसने सोचा इससे तो अच्छा है कम्मो डार्लिंग की टाइट गाँड ही मारी जाए ! उसने लंड निकाला और कामया से कहा
मामा - - रानी चल पलट कर घोड़ी बन जा पीछे करेंगे !
कामया - - पीछे मतलब ? कामया ने सहमते हुए कहा ! आज की छापामारी के बाद मामा अब डोमिनेंट पोसीसन मे था उसने कहा
मामा - - पीछे मतलब तेरी गाँड मारूँगा जैसे उस दिन मारी थी !
कामया - - मामा नहीं पीछे नहीं ! वहाँ बहुत दरद देता है ! दूसरे दिन बहुत दर्द दिया था !
मामा - - अरे यार उस दिन पहली बार था ! पहली बार तो आगे वाली मे भी दरद देता है ! अब नहीं देगा दर्द और फिर शुरू मे तो थोड़ा दर्द देगा ही !
कामया --- मामा थोड़ा नही बहुत दर्द देता है !
मामा - - चुपकर बहुत दर्द देता है बोलने वाली ! उस दिन जब पेलते हुए थोड़ी देर बाद हमने पूछा था क़ि कैसा लग रहा है तो तूने खुद कहा था क़ि मामा मज़ा आ रहा है जैसे आगे आता है ! कामया बेचारी अब क्या बोलती उसने खुद कह दिया था क़ि मज़ा आ रहा है तो भी उसने फिर कहा
कामया - - मामा बाद मे दर्द देता है दूसरे दिन !
मामा - - कम्मो तेरा फिगर बड़ा फोटोजेनिक है रे ! वीडियो मे तू इतनी सुंदर दिखती है कि दीदी तो अपनी बेटी को देख कर खुश हो जाएगी ! मामा अब अपनी पर उतर आया था !
कामया - - मामा पागल हो गये हो क्या ! मम्मी को दिखाओगे क्या ?
मामा - - ठीक है ये सब छोड़ तू पलट अब ! फिर मामा ने उसकी कमर को पकड़ कर पलटा दिया ! कामया की चौड़ी चकली उभरी हुई गाँड मामा के नज़रों के सामने आ गई ! मामा ने प्यार से दो चार चपत गाँड मे लगाई ! और फिर पास मे रखी तेल की शीशी से तेल निकाल कर गाँड के छेद मे भरने लगा ! कामया दाँत भींचे इंतज़ार करने लगी ! मामा ने कम्मो की गाँड मे खूब तेल भरा फिर अपने लंड को भी तेल से तरबतर कर दिया ! अब खेल शुरू करना था ! उसने कामया से कहा
मामा - - रानी बिस्तर मे अपना कंधा लगा दे और दोनो हाथ से ज़रा अपनी गाँड फैला ! गाँड फैली रहेगी तो तुझे ज़्यादा दर्द नही होगा ! चल फैला रानी ! कामया ने अपने दोनो हाथ मे दोनो चूतड़ थाम कर फैला दिया ! अब उसका गुदा द्वार काफ़ी फैल गया ! मामा ने टोपा वहाँ लगाया और कमर पकड़ कर दबाव डालने लगा ! टोपा एक एक सूत अंदर सरकने लगा और उसी के साथ कामया के चेहरे पर दर्द की लकीरें दिखने लगी
मामा - - रानी बस थोड़ा सा और दर्द होगा जहाँ टोपा अंदर हुआ दर्द ख़त्म ! मेरी जान है तू तो ! धीरे धीरे तेल की चिकनाई के सहारे पूरा टोपा अंदर समा गया कामया का छेद अब अपनी सीमा तक खुल चुका था ! अब मामा ने ज़्यादा समय लगाना उचित नहीं समझा और बाकी के शॅफ्ट मे एक बार फिर तेल लगाया ! दोनो हाथों से कामया की कमर थामी और एक मर्दाना शॉट मार दिया ! एक ही शॉट मे लंड पूरा गाँड मे घुस गया और कामया के मुख से घुटि घुटि सी चीख निकल गई !
कामया - - आ मम्मी ! धीरे धीरे मामा ! मेरी जान निकल जाएगी ! मामा प्लीज़ बाहर निकाल लो ना कहीं मेरी फट ना गई हो !
मामा - रानी कुछ नहीं हुआ है ! तू डरती ज़्यादा है ! लंड से भी कभी गाँड फटी है क्या ! अभी कल ही तो तूने अपनी मामी की गाँड कुटाई देखी थी ना कितना मज़ा ले रही थी वो ! अब देख तुझे भी वैसा ही मज़ा आएगा ! जन्नत की सैर करेगी मेरी कम्मो रानी !
उधर बाहर बैठा सन्नी बैठा अपनी बुलेट सॉफ कर रहा था ! शुरू मे तो वो बहुत अपसेट था मगर जैसे जैसे उसकी गाड़ी वॉश हो रही था वैसे वैसे उसका ब्रेन वाश भी होता जा रहा था ! उसे लगने लगा अगर पापा आज ये देख कर गुस्से मे सब भांडा फोड़ देते तो कामया उसके हाथ से हमेशा के लिए निकल जाती ! मगर अब पापा जो कर रहे हैं उससे ये तो सॉफ हो गया है क़ि अब कामया हमेशा उसे मिलती रहेगी ! बल्कि अब तो उसे पापा का सुपोर्ट भी मिलेगा ! थोड़ा पापा भी एंजाय कर लेंगे तो क्या फ़र्क पड़ता है कौन सा चूत कोई घिसने वाली चीज़ है ! जब मदनलाल के ऐश करने पर मुझे बुरा नहीं लगा तो भला मैं अपने पापा के ऐश करने पर क्यों बुरा मानूं ! अब उसके शन्सय के सब बादल हट चुके थे ! वो इन सब बातों के बारे मे सोच ही रहा था क़ि उसे कामया की हल्की सी कराह सुनाई दी वो समझ गया क़ि पापा की रेल पटरी मे दौड़ने लगी है उसने दरार से झाँका तो देखा क़ि अंदर पापा कामया को घोड़ी बना कर घुड़सवारी कर रहे थे !
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बहकती बहू--47
सन्नी - - ए राधा चल ज़रा चाय बना दे और सॉफ सफाई कर दे कमरे मे ! राधा चुपचाप उठकर खेत मे बने कमरे की ओर चल दी जबकि बाकी सब औरतें आपस मे मुश्काराने लगी ! वो सभी जानती थी क़ि राधा को किस चीज़ की सफाई करनी है आख़िर दोनो बाप बेटे उन्हे भी तो कमरे की सफाई करने ले जाते थे !
अब आगे -----------------------------------------
दूसरी सुबह भी शांति से बीत गई ! रात को सब अपने अपने कमरे मे चले गये ! मामा ने कामया को फिर इशारा किया क़ि खिड़की दरवाजे खुले रहेंगे ! बेचारी मामा का इशारा देख शर्म से दुहरी हो गई ! मामा आज पूरी तैयारी से था उसने एक पावर की गोली भी खा ली थी ! आज उसने मामी की आगे पीछे दोनो तरफ से बजा डाली ! सारा प्रोग्राम खिड़की पे खड़ी कामया देखती रही और अपनी उंगली से अपने को शांत करती रही ! मामी से ज़्यादा तो कामया ने पानी बहा दिया था ! जवान लड़की वैसे भी ज़्यादा पानी छोड़ती है !मामा ने पिछवाड़ा बजाने के बाद आज फिर अपने पानी से रजनी की पीठ तरबतर कर दी जो कामया देख रही थी ! और दूसरी बार जब उसने रजनी की अगाड़ी मे हवन किया तो आख़िरी मे माल रजनी को पिला दिया ! रजनी मामा की मलाई खा रही थी और उधर कामया अपनी जीभ अपने होंठों मे फेर रही थी मानो मलाई का स्वाद उसे भी मिल रहा हो ! रजनी की एक ख़ास आदत थी की उसे नींद बहुत गहरी आती थी और ख़ासकर जिस दिन उसकी चुदाई होती थी उस दिन तो सुबह ही उसकी आँख खुलती थी ! मामा लेट कर रजनी की नींद का इंतज़ार कर रहा था क्योंकि आज वो कामया के कमरे मे जाकर उसे चोदना चाहता था ! जब उसे महसूस हुआ की रजनी गहरी नींद मे चली गई है तो चुपचाप कमरे से बाहर निकल आया ! सबसे पहले उसने कमरे मे बाहर से सांकल लगा दी अब किसी भी हालत मे रजनी तो बाहर नहीं निकल सकती थी!
फिर उसने एक और काम किया ऊपर से नीचे आने वाली जो सीडी थी उसमे भी दरवाजा था उसे भी बंद कर दिया ! ये दरवाजा आज कई साल बाद बंद हुआ था ! अब वो चुपके से कामया के दरवाजे पर गया और नोक करने लगा ! दरवाजे पर खट खट की आवाज़ सुन कामया चोंक गई ! इतनी रात मे कौन आ सकता है ! सन्नी भी हो सकता है मामा भी ! उसे भय होने लगा की कहीं कुछ गड़बड़ ना जाए ! वो चुप पड़ी रही जिससे आनेवाला यही सोचे की वो सो चुकी है ! मगर आज रात उसकी किस्मत मे नींद कहाँ थी ! तभी उसका मोबाइल बाज उठा ! देखा तो सन्नी का फ़ोन था ! उसने सोचा ज़रूर दरवाजे मे सन्नी ही खड़ा है और दरवाजा नहीं खोलने पर फ़ोन किए है !
कामया - - क्या है ?
सन्नी - - रानी आए क्या ?
कामया - - पागल हो मामा मामी दरवाजा खोल कर सो रहे हैं ! और कामया ने फ़ोन ऑफ कर दिया और फिर फोन को स्विच ऑफ कर दिया ! इधर दरवाज़ फिर हौले से खटखटाया गया ! कामया मन ही मन बोली "" ऑफ ओ ये तो मानने को ही तैयार नहीं ! रूको इसको दरवाजे से डाँट कर भगाना पड़ेगा !"" वो गई और जैसे ही द्वार खोला चौंक गई ! सामने मामा सिर्फ़ केप्री पहने खड़ा था ! इससे से पहले की वो कुछ समझ पाती मामा ने अंदर आकर दरवाजा बंद कर दिया !
कामया - - मामा ये क्या कर रहे हो ? आप यहाँ क्यों आए ?
मामा - - तुम्हे प्यार करने आया हूँ ! तुम्हे उंगली करते देख मुझे लगा ये तो बहुत नाइंसाफी है !
कामया - - मामा पागल मत बनो ! मामी आ गई तो !
मामा - - चिंता मत कर ! बाहर से दरवाजा बंद कर के आया हूँ !
कामया - - मामा आप समझते क्यों नहीं ? कोई ऊपर से नीचे आ गया तो ! गजब हो जाएगा !
मामा - - रानी तू बिल्कुल मत दर ! सीडी का दरवाजा भी बंद करके आया हूँ ! अब तो ऊपर से बिल्ली भी नीचे नहीं उतर सकती ! अब तू बिल्कुल आराम से मज़े ले और हमे भी मज़े करा ! ऐसा कहते हुए मामा ने उसे उठाया और ले जाकर बेड मे पटक दिया ! मामा मामी का गेम देख कर कामया ऐसे ही गरमाई हुई थी उसने एक हल्का सा टॉप पहना हुआ था और नीचे लेगिंग पहन रखी ती ! मामा ने एक झटके मे ही उसका टॉप उतार दिया वो ना ना कहती रह गई मगर मामा ने खींच कर लेगिंग भी उतार दी ! अंदर पेंटी तो थी नहीं सो कामया का संगमरमरी बदन रोशनी मे दमकने लगा ! अपने को पूर्ण नग्न देख कामया ने शर्म के मारे चादर खींच कर अपने मे डाल ली !
इधर मामा भांजी जुटे हुए थे उधर सन्नी परेशान हो रहा था ! जब कामया ने फोन स्विच ऑफ कर दिया तो वो थोड़ी देर बाद खुद नीचे जाने लगा मगर दरवाजा बंद मिला ! उसने समझा ज़रूर ये कामया का ही काम है बेचारा मन मसोस कर वापस आ गया ! उसकी मानसिक हालत देखने लायक थी ! शिकार उसके घर मे ही था मगर वो शिकार नहीं कर पा रहा था !
इधर मामा ने कामया के तन्बदन मे आग लगाना शुरू कर दिया ! वो कामया के पूरे जिस्म मे अपने होंठों की मुहर लगाने लगा ! दो दिन से मामा मामी की चुदाई देख कामया वैसे ही बेहाल थी और इधर मामा ने उसका जीना मुहाल कर दिया !
कामया - - आ ओह शी ! मामा मत करो ! आप जाओ अपने कमरे मे ! प्लीज़ कोई लफड़ा मत करो !
मामा - - रानी चिंता मत ! तेरी मामी चुद्वाने के बाद बहुत गहरी नींद सोती है ! बस रानी पंद्रह मिनिट का ही तो काम है !
अब उसने कामया की एक चूची को अपने मुँह मे भर लिया ! कामया तड़प उठी ! मामा एक दम भूखे बच्चे की तरह कामया की चुची पी रहा था ! ये मस्तानी चूचियाँ उसकी के सामने अंकुरित और विकसित हुई थी ! इन चूचियों की विकास यात्रा के हर पल का वो साक्षी था ! वो दस बरसों से वो इनके रस पीने का इंतज़ार कर रहा था और अब जब उसे मौके मिल रहे थे तो वो कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता था ! वो बड़ी तल्लीनता से बारी बारी से दोनो बूब्स का पान करने लगा ! उसके इस कदम ने कामया के अंदर आग भरना शुरू कर दिया ! पिछले घंटे भर मे वो रजनी की अगाड़ी पिछाड़ी बजता देख कर पहले से ही गरम थी और अब मामा उस पर कहर बन कर टूट रहा था ! वो बेचैनी से अपनी जांघें आपस मे रगड़ने लगी ! उसके मुख से सिसकारियाँ फुट रही थी !
कामया - - आ ! ओह ! शी शी !! उई मान ! मामा प्लीज़ मत करो ! आप जाओ यहाँ से ! कहीं मामी को पता ना चल जाए ! नहीं प्लीज़ आप जाओ ! कामया बार बार जाओ बोल रही थी मगर एक बार भी उसने अपने को छुड़ाने का प्रयत्न नहीं किया ! मामा ने अब उसकी दोनो जांघों से जगह बना कर अपना दो उंगली उसकी बुर मे डाल दी ! कामया की बुर एक दम लस लसी हो चुकी थी ! पनियाई बुर मे उंगली फिसलते हुए अंदर बाहर होने लगी ! कामया के ऊपर पड़ी चादर का अब कहीं पता ही नहीं था और ना ही कामया को अब उस चादर की कोई चिंता थी !
कामया की बेपर्दा हुई बुर को देख मामा बोला
मामा - -- रानी छोटी छोटी झाँटो मे तुम्हारी बुर बड़ी सुंदर लगती है ! ऐसा लग रहा है जैसे घूँघट से दुल्हन का चेहरा झाँक रहा हो !
कामया - - चुप करो मामा ! हमेशा फालतू बात करते हो !
मामा - - रानी ये फालतू बात नहीं है जिंदगी की सबसे हसीन बात है ! कितनी सुंदर लग रही है मेरी बन्नो की प्यारी सी बुर ! मामा झुका और उसने झाँटो को चूम लिया !
कामया तड़प उठी! उसने सोचा बाप बेटे दोनो की चोइस एक सी है"" झाँटो से ढकी बुर ! कितनी तारीफ कर रहे हैं और एक सुनील है उसने कभी ध्यान से इस बुर को देखा भी नहीं मुआ तारीफ क्या करेगा ! सच बात है हीरे की कदर जोहरी को ही होती है भिखारी को नहीं ! इन मर्दों की भी क्या क्या पसंद होती है हे राम इन्हें झाँट भी अच्छी लगती है ! सुनील की जगह कोई और पूरा मर्द होता तो इस झांट पर कई नौकरी कुर्बान करके चला आता " अब उसका दिमाग़ सिर्फ़ एक जगह यानी की अपनी चूत मे आकर अटक गया था जहाँ मामा की उंगलियाँ कहर ढा रही थी ! मामा ने अपनी उंगली कामया के जी स्पॉट पर लगाया और वहीं गोल गोल घुमाने लगा ! कामया के नाज़ुक बदन मे आग बरसने लगी ! उसने उत्तेजना मे अपनी जांघें इतनी ज़ोर से कस ली की मामा को अपनी कलाई हिलाना मुश्किल होने लगा ! वो ज़ोर ज़ोर से अपना सिर दाएँ बाएँ फेंकने लगी और कमर ऊपर को उछालने लगी ! अब मामा का हाथ कुछ नहीं कर रहा था वो स्थिर था कामया ही कमर चला चला कर अपने को फक करवा रही थी ! लेकिन कहते हैं ना जहाँ तलवार की ज़रूरत हो वहाँ सुई से काम नहीं चल सकता ! जवानी के अपने सबसे स्वर्णिम उमर मे खड़ी भांजी को भला उंगली से क्या मज़ा मिलता ? उसे तो एक अदद लंबा तगड़ा लंड ही जन्नत दिखा सकता था ! सिसकारियाँ भर रही कामया अब और बर्दास्त नहीं कर पाई अपने जवान जिस्म की माँग के आगे वो हार गई आहें भरते हुए मामा से बोली
कामया - - आ ओह ! हे भगवान ! मामा ये क्या कर दिया आपने !
मामा - - रानी हमने तो अभी कुछ नहीं किया ! देख लो हमने तो अपने कपड़े भी नहीं उतारे अभी तक !
कामया - ओह मामा ! आपको जो करना है जल्दी कर लो और जाओ यहाँ से ! मुझे मामी का डर लग रहा है! प्लीज़ कर लो जल्दी से ! मामा भी खेल को ज़्यादा लंबा नहीं खींचना चाहता था ! वो बेशक दिलेरी दिखा रहा था मगर अंदर से वो भी सहमा हुआ था ! जिंदगी मे पहली बार वो अपने ही घर मे रजनी के बजाय किसी दूसरी औरत के पहलू मे था ! उसने समय ना गवान्ते हुए कामया की टांगे चौड़ी कर दी और अपने को उस मे सेट कर दिया ! लंड अपना शिकार सूंघता हुआ सीधा बुर से जा लगा ! बुर मे लंड का स्पर्श कामया को विचलित करने लगा
कामया - - ओह मामा ! डालो ना अब ! मामी सही कह रही थी क्या मुहूर्त देखकर डालोगे ?
मामा ने भी अपनी कमर सेट की और धक्का लगा दिया ! लंड सनसनाता हुआ पनियाई बर्ब मे घुस गया !
कामया - - आ ! ओह ! ऑफ ओ ! मामा धीरे से करो ! बहुत बड़ा है आपका ! मामा अब धीरे धीरे थाप पे थाप देने लगा ! ज्यों समय गुजरने लगा कामया अपने फॉर्म मे आने लगी उसकी आहें बॅडने लगी ! बुर मे लंड उसे ठंडी मे भी गर्मी का अहसास दिला देता था ! इधर तीसरा राउंड होने के कारण मामा का औजार ज़्यादा कड़ा नहीं हो पा रहा था जिसे कामया भी महसूस कर चुकी थी ! वो चुदाई का मज़ा लेती हुई बोली
कामया - - मामा अब आप बूढ़े हो गये हो !
मामा - - क्यों ऐसा क्यों कह रही हो !
कामया - - तीसरी बार मे अब आप मे वो दमखम नहीं दिख रहा जैसे हमारे घर मे दिख रहा था ! लगता है मामी ने आपको पूरा निचोड़ लिया है !
मामा - - जान कभी कभी ऐसा हो जाता है अब हम भी कोई बीस बरस के तो हैं नहीं ! लेकिन चिंता मत करो तुम्हे मंज़िल मे पहुँचा के ही दम लेंगे !
कामया - - मंज़िल की मुझे चिंता नहीं है मामा ! आपका इतना मोटा है क़ि अंदर जाते ही चाँद तारे दिखने लगते हैं ! आप तो बस लंबे लंबे शॉट लगाइए ! मेच जीतने की चिंता छोड़ दीजीये !
मामा - - ठीक है रानी ले लंबे शॉट ! अब मामा टोपे तक बाहर निकाल कर भांजी की चुदाई करने लगा ! घंटे भर से मामा मामी का सीधा प्रसारण देख रही भांजी पहले से ही भरी बैठी थी मामा की कोशिश तुरंत रंग ले आई ! कामया का बदन अकड़ने लगा कमर कमान बन गई ! निपल काले अंगूर बन गये और गाल कश्मीरी सेब बन गये वो चीखी
कामया - - ओह मामा ! यू आर ग्रेट ! मैं तो गई मामा ! मामा मैं तो गई ! और कहते हुए कामया पानी बहाने लगी ! इस बार उसने इतना पानी बहाया जैसे किसी ने नलका खोल दिया हो !
दूसरे दिन सुबह सुबह कामया ने नहा धोके पिंक कलर की साड़ी पहनी ! वो अपने आप को इस साड़ी मे बहुत सेक्सी फील करती थी ! पिंक कलर की साड़ी मे कामया किसी गुलाब की तरह खिल उठी थी !
बाप बेटे सुबह सुबह कामया का ये हमला देख कर हैरान थे ! रात मे तीन बार हल्के होने के बाद भी कामया को देख मामा के हथियार ने पोसीसन लेनी शुरू कर दी ! उधर सन्नी तो और ज़्यादा परेशान था ! उसे लग रहा था जैसे दीदी जानबूझ कर उसे तड़पाने के लिए ऐसा कर रही है ! एक तो उसका काम नहीं बना रही है और ऊपर से इस तरह जान लेने पे उतारू है ! अगर बाप बेटे का बस चलता तो दोनो घर से जाते ही नहीं मगर क्या करें रजनी के रहते रुकने का कोई फ़ायदा भी नहीं था ! दोनो अपने अपने समय पर चल दिए ! सन्नी ने कॉलेज से कामया को फ़ोन किया !
कामया - - हेलो ! हाँ भैया बोलो !
सन्नी -- दीदी आप मेरे साथ ऐसा क्यों कर रही हैं ?
कामया - - क्यों मैने ऐसा क्या किया सन्नी ?
सन्नी - - दीदी आप मुझे मंज़िल पर लाकर धक्का दे देती हैं ! आप को मालूम तो है क़ि दिन मे कोई नहीं रहता है घर मे !
कामया - - नहीं सन्नी मैं घर मे कोई रिस्क नहीं ले सकती ! मैने तुम्हारा दुस्साहस देखा है !
सन्नी - - कैसा दुस्साहस दीदी ?
कामया - - भूल गये ! हनी मून ट्रिप ! तुमने मुझे किले मे , बाँध मे खुली जगह पर भी नहीं छोड़ा ! और तो और !!!!!!!
सन्नी - - और तो और क्या जान ?
कामया - - चुप कर ! और क्या तुझे नहीं पता क्या ? तूने तो आपने जीजू के रूम मे उनके बेड मे उनके बाजू मे ही तीन बार मेरे साथ किया था ! तुम बहुत गंदे हो भैया ! जीजू का तक ख्याल नहीं किए !
सन्नी - - जान तुम तो ऐसा बोल रही हो जैसे मैने जबरजना किया हो और फिर हनीमून मे भी जीजू आपका ख्याल नही कर रहे थे इसलिए हमने आपका ख्याल रख लिया ! !
कामया - - चुप कर ! तूने मुझे बहका दिया था ! वहाँ जो कुछ हुआ वो आज मैं याद भी करती हूँ तो काँपने लगती हूँ ! वहाँ तो तो भी केवल तेरे जीजू थे और वो भी नशे मे यहाँ तो हम दोनो के अलावा चार और लोग हैं ! मैं घर मे तो बिल्कुल नहीं करने दूँगी ! जब तक मैं ससुराल नहीं पहुँच जाती तब तक बस इंतज़ार कर !
सन्नी - - ठीक है दीदी जैसा आप समझो मैं तो आप के साथ हूँ ! अब सन्नी समझ गया क़ि घर मे कामया डर रही है इसका मतलब कामया को कहीं और ऐसी जगह ले जाना चाहिए जहाँ किसी का डर ना हो ! सन्नी ने कुछ सोचा और उसकी आँखें चमक गई " वाउ शाम को जानेमन को खेत मे ले चलता हूँ ! वो घर से कई मील दूर भी है और शाम को वहाँ कोई नहीं आने वाला ! एकांत मे तो रानी मान ही जाएगी !""
शाम को पाँच बजे सन्नी घर लौटा और चाय पीकर कामया से बोला
सन्नी - - दीदी आप दिन भर घर मे बोर हो जाती होगी ?
कामया - - हाँ मगर कर भी क्या सकती हूँ ?
सन्नी - - चलो दीदी कहनी घूमने चलते हैं ! आज आप को घुमा लाऊँ !
रजनी - - हाँ बेटा जा ज़रा भाई के साथ बाहर की हवा भी खा ले ! दिन भर घर मे ही पड़ी रहती है ! वो बेचारी नहीं जानती थी की वो कसाई के हाथ बकरी भेज रही है !
कामया - - कहाँ चलेगा ?
सन्नी - - अरे कई जगह हैं ! बाजार है , पार्क है ,मंदिर है ! बस तुम तैयार हो जाओ !
कामया - - तैयार तो मैं हूँ ही भैया !
सन्नी - - दीदी बाइक मे चलना है साड़ी मे चलॉगी तो कॉम्फर्ट नहीं रहेगा ! एक काम करो जीन्स पहन लो ! आजकल यहाँ भी लड़कियाँ पहनने लगी हैं ! क्यों ना मम्मी ?
रजनी - - हाँ पहन ले बेटा ! सन्नी गाड़ी धीरे चलाना ! तेरी दीदी पेट से है ! रजनी की बात सुन सन्नी मुश्कारा दिया उसी के बच्चे की खबर उसे दी जा रही थी !
हल्का धुँधला होते ही सन्नी अपने माल को बाइक मे बैठा चल दिया ! उसकी बाइक सरपट अपने खेत की ओर बढ़ी जा रही थी ! दोनो बाप बेटे माल मिलते ही यहीं लाते थे !
लेकिन लाख छुपाओ होता वही है जो मंजूरे खुदा होता है ! दोनो अपनी धुन मे खेत पहुँच गये ! सन्नी तो दिलेरी से लाया था उसे मालूम था की कोई देख भी लेगा तो कह देगा दीदी को खेत दिखाने लाया हूँ ! लेकिन एक गड़बड़ हो गई ! जब उनकी बाइक खेत की पगडंडी मे गुजर रही थी तो वहाँ से काफ़ी दूर एक शराब ठेके से दारू लेकर लौटता मामा उन्हे देख चोंक गया ! दरअसल वो खुद बोतल लेकर वहीं आना चाहता था मगर अब बेटवा ने सब गड़बड़ कर दी थी ! बुलेट की आवाज़ और सन्नी को तो वो एक नज़र मे ही पहचान गया मगर पीछे बैठी लड़की ने चुन्नी डाली हुई थी सो वो दूर से पहचान नहीं पाया ! जब वो लड़की बुलेट से उतर कर कमरे मे जाने लगी तो लड़की को जीन्स टॉप मे देख वो विस्मित हो गया ! वैसे वो सन्नी के मामलों मे कभी द्खल नहीं देता था मगर उसे आश्चर्य इस बात का हो रहा था की यहाँ आस पास जीन्स पहनने वाली कोई माल तो था नहीं ! वो वापस जाने की सोच रहा था मगर जीन्स वाली लड़की उसके दिमाग़ से उतर नहीं रही थी ! ऐसी हालात मे सन्नी के पास जाना उसे अच्छा नहीं लग रहा था किंतु जीन्स से झाँकती लौंडिया की पुष्ट जांघें उसे वापस नहीं जाने दे रही थी !बहुत कम औरतों की थाइस इतनी वेल शेप मे होती हैं ! अंत मे उसने फ़ैसला किया क़ि दरवाजे से केवल एक बार देख लेगा की लौंडिया है कौन फिर बाद मे वो भी बुलवा लेगा साली जाएगी कहाँ बच के ! वैसे भी दरवााज़ा जगह जगह से दरार वाला था और एक झटका मारो तो अपने आप भी खुल जाता था ! उसने अपनी गाड़ी दूर रोक दी और दबे पाँव कमरे की ओर जाने लगा ! दरार से उसने अंदर झाँका तो लौंडिया टॉप उतार कर पट लेटी हुई थी उसका चेहरा नहीं दिख रहा था ! सन्नी दिख नहीं रहा था मगर उसके कपड़े एक एक कर गिरते जा रहे थे अचानक सन्नी की आवाज़ आई
सन्नी - - रानी शर्मा क्या रही हो चलो पलटो ! तुम तो ऐसा कर रही हो जैसे पहली बार लोगी !
सन्नी की बात सुन मामा चौंक गया ! मतलब ये कातिल हसीना पहले भी यहाँ आ चुकी है और हमे पता ही नहीं चला ! वो बुदबुदाया ""साली कितनी सुंदर पीठ है इसकी और गाँड भी देखो कितनी उभरी हुई है ! ऐसी उभरी और चौड़ी गाँड वाली को तो घोड़ी बना के पिछवाड़े मे चोदुन्गा ! किसी अच्छे घर की लग रही है ! पढ़ी लिखी भी होगी ! नहीं नहीं इसको केवल चोदना नहीं है इससे बहुत काम ले सकते हैं ! ये केवल लौंडिया नहीं है लॉटरी का टिकट है मेरे भविष्य की सीडी है! इसको तो पार्टी का महिला मोर्चा जोइन करवा दूँगा ! जब ले जा के बड़े लीडरों की सेवा कर्वाऊंगा तो अपनी तो इस बार टिकट पक्की समझो ! क्या फिगर पाया है लौंडिया ने ऐसे फिगर की धंधे वाली इलाक़े मे दूसरी ना होगी ! ये तो दिल्ली तक के नेताओं मे अपनी पहुँच बनवा देगी ! अब तो दिल्ली तक के नेता यशवंत यशवंत पुकारते फिरेंगे ! रांड़ पलटे तो ज़रा चूची के भी दीदार कर लें और चेहरा देख लें तो वापस चलें सन्नी के रहते यहाँ रुकना सही नहीं होगा ! बस चेहरा देख लूँ ताकि कल ढूँढने मे आसानी हो ! चाहे कुछ भी हो साली कल यहीं इसी बिस्तर मे हमसे गाँड मरवाएगी ! पता नहीं अपने कस्बे की है या कहीं दूर से पकड़ लाया है सन्नी! ये सन्नी तो मुझसे भी चार कदम आगे आगे चल रहा है "" और जब मामा ख्याली पुलाव पका रहा था उसी वक्त लौंडिया पलट गई !
लौंडिया का चेहरा देख कर मामा गश खाते खाते बचा ! सामने उसकी प्यारी भांजी कामया अधनंगी पड़ी थी और उसे ही सन्नी कह रहा था क़ि कौन सा पहली बार लोगी ! मामा का तो सिर घूमने लगा ! मतलब कम्मो सन्नी का पहले से ले रही है ??????????
मामा समझ नहीं पा रहा था क़ि ये हो क्या रहा है ! सन्नी का शब्द "" शर्मा क्यों रही हो कौन सा पहली बार लोगी "" उसके दिमाग़ मे हथोड़े के समान बज रहा था ! वो सोच रहा था क़ि कामया की शादी तो चार साल पहले हो गई थी तब से सन्नी कभी उससे से मिला भी नहीं फिर ऐसा पहले कैसे हो सकता है ! उसका दिमाग़ काम नहीं कर रहा था ! कामया सामने टॉप लेस लेटी हुई थी मगर उसका ध्यान अभी वहाँ भी नहीं जा रहा था वरना कम्मो के बूब्स देखने केलिए तो वो हमेशा पागल रहता था ! हाथ की बोतल अभी खुली भी नहीं थी और उसे धरती घूमती नज़र आ रही थी ! साला दस साल से मैं इंतज़ार कर रहा था और ये सन्नी पहले ही बहनचोद बन गया ! मगर कब ? तभी उसे कुछ कुछ याद आने लगा ! एक दो बार से सन्नी खरीदी के लिए जा रहा था और वो कामया के ससुराल ही जा रहा था और हाँ बीच मे वो कामया और जीजा के साथ कहीं बाहर भी गया था ! तो क्या ये संबंध कामया के ससुराल मे बने ? ज़रूर वहीं बने होंगे और कहीं तो ये मिले नहीं हैं ! मगर ये संबंध बने क्यों ! तभी उसे याद आया क़ि कामया कैसे उसके बड़े औजार को हैरत से देखती थी और उसने खुद कबूला भी था क़ि ""मामा आपका बहुत बड़ा है सुनील का इतना नहीं है ! मतलब कहीं सुनील कमज़ोर तो नहीं है ! ज़रूर यही बात होगी ! एक तो सुनील बाहर रहता है और ऊपर से आकर कुछ उखाड़ भी नहीं पता होगा ! इसका मतलब कम्मो चार साल से प्यासी थी ! अब समझ आया सन्नी वहाँ गया होगा तो दोनो की आँखें लड़ गई होगी ! इस उमर मे कहाँ होश रहता है बच्चों को ! प्यासी बैठी कम्मो सन्नी जैसे जवान गबरू को देख अपने को रोक नहीं पाई होगी और दोनो फिसल गये होंगे ! और रही सन्नी की बात तो कामया को देख कौन अपने को रोक पाएगा ! जब हम इस उमर मे कल रजनी के रहते रुक नहीं पाए तो सन्नी तो नया खून है वो तो कामया जैसे परी को पाने के लिए आकाश पाताल एक कर देगा ! वैसे भी सन्नी को कोई ख़ास मेहनत भी नहीं करनी पड़ी होगी कम्मो तो पके आम के सामान टपक गई होगी उसकी बाहों मे ! वाह बेटा तूने बाप का सपना बिना पूछे ही पूरा कर दिया "" इधर मामा कहानी की कड़ियाँ जोड़ रहा था तभी वहाँ कामया ने अपनी जीन्स और पेंटी उतार कर दूर फेंक दी जहाँ उसका टॉप पड़ा था ! मामा हैरान रह गया "" जब हम इसके कपड़े उतारते थे तो कपड़े पकड़ कर शरमाने का नाटक करती थी और अभी खुद अपने कपड़े ऐसे फेंक रही है जैसे कपड़े उसके नाज़ुक बदन पर बहुत भारी बोझ हों !"" मामा बुदबुदाया ! अब मामा को भी होश आ गया था उसने तुरंत अपना मोबाइल चालू किया और दरवाजे की झिर्री पर लगा दिया !
मोबाइल मे कामया का मादक हुश्न रेकॉर्ड होने लगा ! मामा अपनी हसीन भांजी के जिस्म को शूट कर रहा था ! तभी फ्रेम मे सन्नी आने लगा ! वो बिल्कुल नंगा था और उसका खूँटा 90 डिग्री पर तना हुआ अपने जवान होने का एलान कर रहा था ! आज के पहले मामा ने सन्नी को केवल बचपन मे ही नंगा देखा था जब वो नुन्नि लटकाए घर मे घूमता फिरता था आज इस उमर मे उसे इस तरह देख उसको अच्छा नहीं लगा तो उसने उधर देखना बंद कर दिया केवल रिकॉर्डिंग हो रही थी ! थोड़ी देर तक तो मामा ने संयम बरता मगर फिर कामया को देखने का लोभ उसे फिर से झाँकने को मजबूर करने लगा ! मामा ने फिर झिर्री मे आँख लगा दी ! अब सन्नी कामया के बदन के दोनो तरफ ऊपर पहुँच घुटनों के बल खड़ा हो चुका था ! उसका कोबरा कामया के पास झूम रहा था !
सन्नी - - ले रानी प्यार कर ना इसे
कामया - - नहीं हम नहीं करेंगे ! आप हमे झूट बोल कर यहाँ लाए हो ! बाज़ार कहकर यहाँ ले आए ? ये कोई बाज़ार है क्या ? बोलो कहाँ है दुकान वगेरह ?
सन्नी - - जान तो क्या मम्मी को ये बोलता क़ि दीदी को खेत ले जा रहा हूँ चुदाई करने ! दो दिन से तड़पा रही है ! कंट्रोल नहीं हुआ इसीलिए तो लाया हूँ !
कामया - - कंट्रोल क्यों नहीं हुआ ? कामया ने इठलाते हुए कहा
सन्नी - - जान यहाँ बड़ा आईना नहीं है वरना तुझे उसके सामने ऐसे ही नंगी खड़ा कर के बताता क़ि कंट्रोल क्यों नहीं होता ! चल अब ज़रा प्यार कर इसको हमे लौटना भी है !
कामया ने बड़े प्यार और नज़ाकत से मूसल को पकड़ लिया और उससे से खेलने लगी ! वो कभी उसे अपने मुलायम हाथों से सहलाती तो कभी मसलने लगती ! कभी उसे स्ट्रोक देने लगती ! सन्नी मदहोश सा उसके चूची और बुर को देखे जा रहा था ! मामा सोचने लगा जब हम इसके हाथ मे पकड़ाते थे तो बार बार हाथ हटा लेती थी और अब देखो बिना कहे ही कितना प्यार बरसा रही है ! अब कामया ने अपने दूसरे हाथ मे सन्नी के दोनो आँड थाम लिए वो उन्हे बड़े प्यार से सहला रही थी जैसे जानती हो क़ि इन्हे हल्का प्यार पसंद है !थोड़ी देर तक तो सन्नी हस्त मैथुन का मज़ा लेता रहा फिर उसने कहा
सन्नी - - जान केवल हाथों का प्यार दोगी ?
कामया - - और कहाँ का प्यार चाहिए आपको ? कामया ने शरमाते हुए कहा
सन्नी - - जान थोड़ा चूस ले ना ! तेरे मुँह मे इसको बहुत अच्छा लगता है !
कामया - - धत गंदे कहीं के ! फिर कामया थोड़ा उठी और मूसल को अपने सेक्सी होंठों के बीच फँसा लिया ! सन्नी के मुख से सिसकारी निकल गई !
मामा अपनी सीधी सादी शर्मीली भांजी का खुलापन देख चकित था ! मामा सोच रहा था क़ि जब वो उसके होंठों के पास अपना लंड ले जाता था तो कामया शर्मा कर मुँह हटा लेती थी बड़ी मिन्नत करने पर ब्लो देती थी मगर अभी तो सन्नी के सिर्फ़ इशारे पर ही टोपे को निगल गई ! ऐसा लग रहा है क़ि सन्नी से ज़्यादा आग तो कम्मो के अंदर है ! खैर अपनी उमर के लड़के साथ मस्ती करने का रंग रेलियाँ मनाने का मन करता ही है ! भला हमारे साथ मस्ती का मूड कहाँ बनता होगा ! मामा दम सादे दोनो का रोमॅन्स देखने लगा ! कामया अब पूरा लंड निगलने की कोशिश कर रही थी जबकि सन्नी उसके दोनो संतरों को निचोड़ रहा था ! सन्नी शीघ्र ही खौलने लगा उसने कामया की बुर मे लंड का टोपा सेट किया और धकिया दिया ! लंड सनसनाता हुआ पनियाई बुर मे गायब हो गया ! अब सन्नी भकाभक चुदाई करने लगा ,कामया ने अपनी टाँगें सन्नी की कमर मे लपेट ली और उसकी गर्दन मे बाहें डाल दी ! दोनो जवानी के मज़े लूट रहे थे जबकि मामा अपनी नज़रों को धन्य कर रहा था ! थोड़ी देर तक सन्नी ऐसे ही पेलता रहा और कामया की चूची पीता रहा !फिर उसने उसे पलटने को कहा
सन्नी - - जान चल पलट ज़रा पीछे से डालूँगा ! पीछे से डालने की बात सुन कर कामया को मामा की पीछे से गाँड मारना याद आ गया ! वो सहम गई उसे लगा शायद सन्नी गाँड मारने के चक्कर मे है सो उसने कहा
कामया - - नहीं भैया ऐसे ही करते रहो
सन्नी - - अरे पलट यार ! तेरे को पलटने मे क्या परेशानी है !
कामया - - अरे तो ऐसे ही कर लो ना ! अभी भी तो कर रहे हो ना !
सन्नी - - जान तेरी गाँड देखते हुए चोदने का मज़ा ही अलग है ! पूरे हनिमून मे भी तो पीछे से करवाई हो तो अब क्या दिक्कत है ! हनीमून की बात सुन कामया को समझ आ गया क़ि सन्नी सिर्फ़ पीछे से डालेगा पीछे वाले मे नहीं डालेगा ! वो धीरे से पलट गई ! अब उसकी जानलेवा गाँड सामने आ गई ! कामया की मनोहारी किलर गाँड देखकर मामा ने अपने लंड को मुठियाना शुरू कर दिया ! सन्नी ने भी थोड़ी देर उसकी गाँड को चूमा दो चार स्पॅंक मारे और फिर बोला
सन्नी -- - दीदी तेरी गाँड बहुत मस्त है यार काश तू मेरी बीवी होती तो कितना मज़ा आता !!
कामया - - क्यों दीदी हूँ तो अभी मज़ा नहीं आ रहा क्या ?
सन्नी - - यार अभी तो और मज़ा आ रहा है बट
कामया - - क्या बट ??
सन्नी - - यार अभी तेरी गाँड रोज रोज तो नहीं देख सकता ना ? बीवी होती तो रोज देखने मिलता ! कमरे मे तो रोज तेरे को नंगी ही रखता !
कामया - - भैया चुप करो ! रोज रोज की छोड़ो अभी मिल रही है तो अभी वाला काम कर लो ! सन्नी ने फिर से टोपा बुर मे फँसाया और चाप दिया ! बुर टाइट हो जाने के कारण कामया कराह उठी
कामया - - आह !! आह !! भैया धीरे दरद दे रहा है
सन्नी -- बस दीदी दो चार शॉट मे ही मज़ा लेने लगोगी ! फिर सन्नी ने अपनी रेल पटरी मे सरपट दौड़ा दी ! कमरे मे आहों और कराहों की आवाज़ गूंजने लगी ! इधर दोनो अपनी काम लीला मे मस्त थे उधर तब तक मामा भी अपना प्लान तैयार कर चुका था ! उसने तय कर लिया क़ि जैसे ही सन्नी निपटेगा वो छापामार कार्यवाही कर देगा ! कामया का नग्न हुश्न उसे बिना कुछ किए जाने नहीं दे रहा था ! भांजी की सिसकारियाँ उसके पेंट मे तूफान खड़ा कर रही थी ! उधर सन्नी अब कामया पर प्यार की बरसात करने लगा ! चुदाई करते हुए वो उसकी गोरी चिकनी पीठ को जगह जगह चूम और काट रहा था ! कभी वो दीदी की गाँड मे हल्की चपत भी मार रहा था उसे अपनी दीदी की गाँड से खेलना बहुत अच्छा लगता था ! कभी वो उसकी गर्दन को चूमने लगता तो कभी उसका मुँह घुमा कर उसके होंठो को अपने होंठों मे ले लेता ! कामया तो अब पूरी तरह मे जवानी के नशे मे डूब चुकी थी ! उसकी पूरी चेतना अब केवल अपनी योनि मे केंद्रित हो गई थी जहाँ सन्नी का लंड कहर बरपा रहा था ! सन्नी को मोटा लंबा लंड कामया के योनि मार्ग के जर्रे जर्रे को रगड़ रहा था जिससे से मिलने वाले त्वचेंद्रीय सुख ने कामया को बावरी बना दिया था ! सन्नी का औजार उसके योनि मार्ग की मालिश करता हुआ अंदर बाहर हो रहा था जिससे कामया की बुर मे भयानक अग्नी उत्पन्न हो रही थी अब वो बहुत ज़ोर ज़ोर से सिसकी ले रही थी ! बीच बीच मे सन्नी अपने हाथ नीचे ले जाकर कामया के दशहरी आम को निचोड़ देता ! लगभग पाँच मिनिट के इस अलौकिक अनिर्वचनीय रसामृत का पान का दोनो एक साथ स्खलित हो गये ! सन्नी दीदी के ऊपर ही पसर गया ! उनका हर पल मामा के मोबाइल मे क़ैद हो रहा था ! आज फिर इतिहास दुहराया जा रहा था ! ऐसा ही कभी सन्नी ने रेकॉर्डिंग की थी !
पाँच मिनिट तक साँस ठीक करने के बाद सन्नी उठा और कामया की पेंटी से अपना औजार पोंछने लगा जबकि कामया सीधा होके लेट गई ! औजार सॉफ करने के बाद सन्नी ने अपना उंड़रवेअर पहन लिया ! मामा को ये मौका बिलकूल माकूल लगा ! उसकी रानी बिल्कुल नंगी दुकान खोले लेटी हुई थी यही समय विलेन के एंट्री के लिए अनुकूल था ! उसने एक धक्का मारा और दरवाजा खुल गया ! मामा मोबाइल से रेकॉर्डिंग करता हुआ अंदर घुस आया !
मामा को इस तरह अचानक देख कर सन्नी और कामया दोनो को साँप सूंघ गया ! दोनो जहाँ के तहाँ रह गये ! उनके मुँह से बोल नहीं फुट रहा था ! मामा ने कामया की ओर देखते हुए कहा
मामा - - कामया बड़ी अच्छी वीडियो बनी है ! तेरी मामी को भी दिखा दूँगा ! दोनो को काटो तो खून नहीं मामा ने ना केवल उनको पकड़ लिया था बल्कि वीडियो भी बना रहा था ! सन्नी की तो बोलती ही बंद हो गई थी ! वो सोच रहा था क़ि उसे ये ध्यान क्यों नहीं आया क़ि यहाँ तो शाम को अक्सर पापा आते हैं पीने के लिए !
कामया - - मामा प्लीज़ माफ़ कर दो ! ग़लती हो गई
मामा - - - अच्छा ये बताओ कब से चल रहा है ये चक्कर
सुनील - - सॉरी पापा पहली बार हुआ था !
मामा - - चुप साले ! झूट बोलता है ! मैने खुद रेकॉर्ड किया है जब तू बोल रहा था क़ि "" तुम तो ऐसे शर्मा रही हो जैसे पहली बार लोगी "" और अब बोल रहा है क़ि पहली बार है ! दोनो का मुँह सूख गया मतलब मामा काफ़ी देर से ये देख रहा है !
कामया - - मामा प्लीज़ माफ़ कर दो हम लोग बहक गये थे !
सन्नी - - हाँ पापा प्लीज़ हमसे ग़लती हो गई ! प्लीज़ माफ़ कर दो ! मामा ने सोचा ये दोनो ऐसे ही माफ़ कर दो कर दो करते रहे तो कहीं वो भावुक ना हो जाए इसलिए उसे कड़ा फ़ैसला ले लिया ! उसने सन्नी को डाँटते हुआ कहा
मामा - - तू चुप कर बेवकूफ़ ! और यहाँ से बाहर निकल तेरे से तो मैं बाद मे निपतूँगा ! चल जा यहाँ से ! बाप की फटकार सुन सन्नी चुपचाप बाहर चला गया ! उसके बाहर जाते ही मामा ने एक बार फिर दरवाजा बंद कर दिया ! सन्नी समझ गया क़ि अब अंदर क्या होने वाला है ! इतनी देर मे उसने अपने पापा की आँखों मे आई वासना को पहचान लिया था क़ि कैसे पापा की नज़र कामया के नंगे बदन से हट ही नहीं रही थी ! ख़ासकर कामया की टाँगों के बीचे तो नज़र जैसे चिपक ही गई थी ! उसको कुछ सूझ नहीं रहा था तो उसने कपड़ा निकाला और बुलेट सॉफ करने लगा इस वक्त यही काम उसे सूझ रहा था !
अंदर अब मामा ने मोबाइल जेब मे रखा और अपने कपड़े उतारने लगा !उसे ऐसा करते देख
कामया - - मामा नहीं प्लीज़ मत करिए ! आप बाद मे कर लेना कभी ! प्लीज़ मामा अभी मत करो रात को कर लेना ! सन्नी के सामने मत करो प्लीज़ !
मामा - - रानी मैं अभी इसीलिए कर रहा हूँ क़ि इसी मे हम सबका हित है ! और नंगा होकर उसने अपने आप को उसके दोनो टाँगों के बीच कर लिया ! कामया एक बार फिर बोली
कामया - - मामा प्लीज़ सन्नी के सामने मत करो ना ! वो क्या सोचेगा मेरे बारे मे !
मामा - - रानी अगर मैं अभी नहीं करूँगा तो समझ ले फिर तुझे कभी सन्नी नहीं मिल पाएगा ! अगर तुझे सन्नी के साथ रिश्ता रखना है तो आज मेरे साथ भी रिश्ता बनाना पड़ेगा ! आज हम तीनो के बीच की सब दीवार टूटना ज़रूरी है वरना तू जानती है भविष्य मे सन्नी मुझसे तेरे शहर जाने के बारे मे पूछ तक नहीं सकता ! फिर सन्नी कभी तेरे ससुराल नहीं आ पाएगा और ना तू कभी फिर गाँव आने का साहस कर सकेगी ! इस लिए हम दोनो का प्यार हमेशा के लिए पाना चाहती है तो आज सब मर्यादा टूट जाने दे ताकि भविष्य मे सिर्फ़ प्यार ही प्यार बचे ! और फिर मामा ने एक झटका मारा और उसका लंड कामया की पनियाई बुर जो पहले से ही सन्नी के मलाई से भरी थी उसमे जड़ तक समा गया ! कामया के मुख से आ निकल गई ! अब मामा लंबे और गहरे शॉट मारने लगा ! कामया आँख बंद किए लेटी रही ! उसे समझ नहीं आ रहा था क़ि उसकी जिंदगी धीरे धीरे किस मोड़ पर आ पहुँची है ! पहले ससुर से संबंध ,फिर भाई से संबंध और फिर मामा से संबंध !
इधर मामा काया की चुदाई तो कर रहा था मगर अभी अभी चुदी बुर मे लंड अपने आप फिसल कर अंदर बाहर हो रहा था जिस कारण मामा को मज़ा नही आ रहा था ! उसने सोचा इससे तो अच्छा है कम्मो डार्लिंग की टाइट गाँड ही मारी जाए ! उसने लंड निकाला और कामया से कहा
मामा - - रानी चल पलट कर घोड़ी बन जा पीछे करेंगे !
कामया - - पीछे मतलब ? कामया ने सहमते हुए कहा ! आज की छापामारी के बाद मामा अब डोमिनेंट पोसीसन मे था उसने कहा
मामा - - पीछे मतलब तेरी गाँड मारूँगा जैसे उस दिन मारी थी !
कामया - - मामा नहीं पीछे नहीं ! वहाँ बहुत दरद देता है ! दूसरे दिन बहुत दर्द दिया था !
मामा - - अरे यार उस दिन पहली बार था ! पहली बार तो आगे वाली मे भी दरद देता है ! अब नहीं देगा दर्द और फिर शुरू मे तो थोड़ा दर्द देगा ही !
कामया --- मामा थोड़ा नही बहुत दर्द देता है !
मामा - - चुपकर बहुत दर्द देता है बोलने वाली ! उस दिन जब पेलते हुए थोड़ी देर बाद हमने पूछा था क़ि कैसा लग रहा है तो तूने खुद कहा था क़ि मामा मज़ा आ रहा है जैसे आगे आता है ! कामया बेचारी अब क्या बोलती उसने खुद कह दिया था क़ि मज़ा आ रहा है तो भी उसने फिर कहा
कामया - - मामा बाद मे दर्द देता है दूसरे दिन !
मामा - - कम्मो तेरा फिगर बड़ा फोटोजेनिक है रे ! वीडियो मे तू इतनी सुंदर दिखती है कि दीदी तो अपनी बेटी को देख कर खुश हो जाएगी ! मामा अब अपनी पर उतर आया था !
कामया - - मामा पागल हो गये हो क्या ! मम्मी को दिखाओगे क्या ?
मामा - - ठीक है ये सब छोड़ तू पलट अब ! फिर मामा ने उसकी कमर को पकड़ कर पलटा दिया ! कामया की चौड़ी चकली उभरी हुई गाँड मामा के नज़रों के सामने आ गई ! मामा ने प्यार से दो चार चपत गाँड मे लगाई ! और फिर पास मे रखी तेल की शीशी से तेल निकाल कर गाँड के छेद मे भरने लगा ! कामया दाँत भींचे इंतज़ार करने लगी ! मामा ने कम्मो की गाँड मे खूब तेल भरा फिर अपने लंड को भी तेल से तरबतर कर दिया ! अब खेल शुरू करना था ! उसने कामया से कहा
मामा - - रानी बिस्तर मे अपना कंधा लगा दे और दोनो हाथ से ज़रा अपनी गाँड फैला ! गाँड फैली रहेगी तो तुझे ज़्यादा दर्द नही होगा ! चल फैला रानी ! कामया ने अपने दोनो हाथ मे दोनो चूतड़ थाम कर फैला दिया ! अब उसका गुदा द्वार काफ़ी फैल गया ! मामा ने टोपा वहाँ लगाया और कमर पकड़ कर दबाव डालने लगा ! टोपा एक एक सूत अंदर सरकने लगा और उसी के साथ कामया के चेहरे पर दर्द की लकीरें दिखने लगी
मामा - - रानी बस थोड़ा सा और दर्द होगा जहाँ टोपा अंदर हुआ दर्द ख़त्म ! मेरी जान है तू तो ! धीरे धीरे तेल की चिकनाई के सहारे पूरा टोपा अंदर समा गया कामया का छेद अब अपनी सीमा तक खुल चुका था ! अब मामा ने ज़्यादा समय लगाना उचित नहीं समझा और बाकी के शॅफ्ट मे एक बार फिर तेल लगाया ! दोनो हाथों से कामया की कमर थामी और एक मर्दाना शॉट मार दिया ! एक ही शॉट मे लंड पूरा गाँड मे घुस गया और कामया के मुख से घुटि घुटि सी चीख निकल गई !
कामया - - आ मम्मी ! धीरे धीरे मामा ! मेरी जान निकल जाएगी ! मामा प्लीज़ बाहर निकाल लो ना कहीं मेरी फट ना गई हो !
मामा - रानी कुछ नहीं हुआ है ! तू डरती ज़्यादा है ! लंड से भी कभी गाँड फटी है क्या ! अभी कल ही तो तूने अपनी मामी की गाँड कुटाई देखी थी ना कितना मज़ा ले रही थी वो ! अब देख तुझे भी वैसा ही मज़ा आएगा ! जन्नत की सैर करेगी मेरी कम्मो रानी !
उधर बाहर बैठा सन्नी बैठा अपनी बुलेट सॉफ कर रहा था ! शुरू मे तो वो बहुत अपसेट था मगर जैसे जैसे उसकी गाड़ी वॉश हो रही था वैसे वैसे उसका ब्रेन वाश भी होता जा रहा था ! उसे लगने लगा अगर पापा आज ये देख कर गुस्से मे सब भांडा फोड़ देते तो कामया उसके हाथ से हमेशा के लिए निकल जाती ! मगर अब पापा जो कर रहे हैं उससे ये तो सॉफ हो गया है क़ि अब कामया हमेशा उसे मिलती रहेगी ! बल्कि अब तो उसे पापा का सुपोर्ट भी मिलेगा ! थोड़ा पापा भी एंजाय कर लेंगे तो क्या फ़र्क पड़ता है कौन सा चूत कोई घिसने वाली चीज़ है ! जब मदनलाल के ऐश करने पर मुझे बुरा नहीं लगा तो भला मैं अपने पापा के ऐश करने पर क्यों बुरा मानूं ! अब उसके शन्सय के सब बादल हट चुके थे ! वो इन सब बातों के बारे मे सोच ही रहा था क़ि उसे कामया की हल्की सी कराह सुनाई दी वो समझ गया क़ि पापा की रेल पटरी मे दौड़ने लगी है उसने दरार से झाँका तो देखा क़ि अंदर पापा कामया को घोड़ी बना कर घुड़सवारी कर रहे थे !
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