FUN-MAZA-MASTI
राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ
साली आधी घरवाली
होती है
हैल्लो दोस्तों, में
निहारिका एक बार फिर से आप सभी के सामने फन-मजा-मस्ती पर अपनी
चुदाई की एक और सच्ची घटना लेकर
आई हूँ। दोस्तों मेरा नाम तो आप लोग
पहले से ही जानते ही हो कि में
निहारिका हूँ और अब मेरा बदन, फिगर
थोड़ा बदल सा गया है तो इसलिए में फिर
से अपने फिगर का साईज बता रही हूँ मेरा
फिगर अब 36 -28 -38 हो गया है
दोस्तों यह मेरी आज की कहानी मेरी और
मेरे जीजू की है और मेरी पिछली कहानी
में मैंने बताया था कि में होली के दिन
जीजू के घर गई थी और फिर उस दिन
मैंने बहुत मज़े से होली खेली और अपने
बॉयफ्रेंड रोहन से एक बार चुदी और
उसके बाद रोहन ने मुझे मेरे घर पर छोड़
दिया था और उसके बाद क्या हुआ था वो
में आज अपनी इस आगे की कहानी में बता
रही हूँ।
फिर रोहन मुझे अपने घर पर छोड़कर चले आए और उसके चले जाने के बाद में ठीक तरह से चल भी
नहीं सकती थी क्योंकि कुछ देर पहले हुई उस ताबड़तोड़ चुदाई के बाद मेरी चूत
में बहुत दर्द हो रहा था। फिर जब में अपने घर के अंदर गई तो मैंने देखा
कि मेरे जीजू मेरी दीदी को नीचे फर्श पर लेटाकर बहुत मज़े से उनके कपड़ो में
हाथ डालकर रंग लगा रहे थे,
लेकिन उन्होंने अचानक से मुझे देखकर
मेरी दीदी को छोड़ दिया और फिर वो मुझसे बोले कि साली साहिबा
क्या आप आ गई? तो मैंने बोला कि हाँ
जीजू में आ गई और अब वो उठकर मेरे पास
आए और उन्होंने मेरा चेहरा पकड़कर
रंग लगा दिया और तब तक दीदी उठकर वहां
से चली गई थी। अब जीजू ने सही मौका
देखकर जानबूझ कर मेरे बूब्स पर हाथ लगा
दिया और फिर मेरे बूब्स को बहुत ज़ोर
से दबा दिया। मैंने जीजू से बहुत गुस्से
में कहा कि जीजू यह सब बहुत ग़लत
बात है प्लीज अब यह सब करना बंद करो
नहीं तो दीदी आ जाएगी। तो जीजू ने कहा
कि क्यों जब रोहन तुम्हारे बूब्स दबाए
वो तो सब सही है और जब में दबाऊँ वो
सब कुछ ग़लत है? तो
मैंने एकदम से आश्चर्यचकित होकर तुरंत उनसे पूछा कि क्यों
आपको कैसे पता कि रोहन ने मेरे बूब्स दबाए है?
तब जीजू ने कहा कि मुझे
तो यह भी पता है कि तुम और रोहन चुदाई करने ही गये हो और यह तुम्हारी बिल्कुल बदली हुई चाल सभी को सब कुछ फूट फूटकर बता रही है कि
रोहन ने तुम्हे बहुत जमकर चोदा है और साली साहिबा जब रोहन के साथ
तुम्हे यह सब करने में कोई भी आपत्ति नहीं तो फिर मेरे साथ करने में क्या आपत्ति
है? और फिर
में तो वैसे भी आपका जीजू हूँ और आप
मेरी साली और साली वैसे भी आधी घरवाली
होती है। यह बात कहते हुए उन्होंने मेरी
गर्दन पर एक किस कर दिया और मुझे
ज़ोर से हग किया और मेरे बूब्स भी दबा
दिए।
दोस्तों तब तक में जीजू की बाहों में जकड़कर पकड़े होने की वजह से बहुत गरम हो गई थी और
जीजू का लंड भी मेरी गांड में दब रहा था,
लेकिन फिर भी मैंने अपने आप पर बहुत
कंट्रोल करते हुए उनसे कहा कि जीजू,
दीदी अभी घर पर ही है कुछ बात हो गई तो
बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है प्लीज अभी मुझे आप छोड़ दो। अब जीजू
ने मुस्कुराते हुए मुझसे कहा कि क्यों तो फिर मेरा और आपका चुदाई
प्रोग्राम तो पक्का है ना? तब मैंने उनसे हाँ कहकर जीजू के लोवर के
ऊपर से ही उनका लंड दबा दिया,
जिसकी वजह से जीजू ने मीठी सी आअहह
निकाल दी और फिर मैंने कहा कि
हाँ मेरे प्यारे और हॉट जीजू में आपके
साथ चुदवाने के लिए एकदम तैयार हूँ,
लेकिन यह बात किसी को पता नहीं चलना
चाहिए और फिर उन्होंने मुझसे वादा
करके मुझे छोड़ दिया और तब तक दीदी भी
कमरे में आ गई थी। तो उन्होंने मुझसे
मुस्कुराते हुए पूछा कि क्यों तुम दोनों
जीजा और साली में ऐसी क्या खिचड़ी
पक रही है मुझे भी तो बताओ में भी तो
तुम्हारी थोड़ी सी बात सुन लूँ?
तब में
और जीजू एक दूसरे की तरफ देखकर हंस दिए और फिर मैंने दीदी को पकड़ लिया और जीजू ने दीदी के कपड़ो के अंदर हाथ डालकर उनके बूब्स पर
बहुत सारा रंग मल दिया। फिर दीदी ज़ोर से चिल्लाई तो जीजू ने उन्हें छोड़
दिया और फिर हँसने लगे।
फिर दीदी ने मुझसे कहा कि चल अब तू नहा
ले, सबसे ज़्यादा तुझ
पर ही रंग लगा है पता नहीं यह रंग
निकलेगा भी कि नहीं और अब दीदी ने मेरे
मुहं के अंदर लगा हुआ रंग देख लिया और
वो मुझसे पूछने लगी कि क्यों यह रंग
तेरे मुहं के अंदर कैसे रंग गया? अब
में उनकी यह बात सुनकर बहुत डर गई,
लेकिन तभी मुझे एक आईडिया आया और मैंने
उनसे कह दिया कि दीदी वो जब में
रोहन के साथ होली खेलने गई थी जब में
पानी पी रही थी तभी उस समय ग्लास में
रंग गिर गया था और मेरे मुहं के अंदर लग
गया। फिर दीदी ने ठीक है कहा और
मुझसे बोला कि चल जाकर नहा ले। तो में
बाथरूम में नहाने चली गई और करीब एक
घंटे तक अपने बदन से वो रंग निकालती रही
और फिर में आख़िर में रंग निकालने
में कमियाब रही और उसके बाद दीदी और
जीजू एक एक करके भी नहा लिए और फिर हम
लोगों ने एक साथ में ही खाना खाया और
उसके बाद दीदी घर के कामों में लग गई।
में और जीजू उनके रूम में बैठकर लेपटॉप
पर फिल्म देखने लगे और जब फिल्म
शुरू हुई तब जीजू ने मुझसे कहा कि
निक्की तुम बहुत हॉट सेक्सी हो और कहा कि
तुम्हारे इन बड़े बड़े बूब्स का तो कोई
जवाब ही नहीं है और यह बात कहते
हुए उन्होंने मेरे बूब्स दबा दिए और फिर
मुझे गाल पर एक किस कर दिया और फिर
मुझसे पूछा कि निहारीका मेरा नंबर कब है? तो
मैंने कहा कि में क्या कहीं
भागी जा रही हूँ? मैंने
कहा कि जब भी मौका मिलेगा तब में आपकी ही तो हूँ। फिर
जीजू उठकर नीचे देखने चले गये कि दीदी क्या कर रही है? उस
समय दीदी किचन में कुछ काम कर रही थी। जीजू कमरे में वापस आए और
उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने देखा है कि तुम्हारी दीदी अभी
किचन के कामों में व्यस्त है और अब
मुझे तुम्हारे बूब्स चूसने है।
फिर मैंने उनसे साफ मना किया तो जीजू ने मुझसे कई बार आग्रह किया और अब में उनकी बात मान गई। फिर
मैंने अपनी टी-शर्ट को जल्दी से ऊपर कर दिया और ब्रा की हुक को खोल दिया।
तभी मेरे बड़े और मोटे बूब्स ब्रा के खुलते ही लटककर बाहर आ गए और जीजू
मेरे बूब्स को देखकर एकदम से दंग रह गये,
वो मुझसे बोले कि तुम्हारे बूब्स तो
बहुत बड़े है और गोरे भी उतने ही है। फिर इतना कहकर उन्होंने मेरा
एक बूब्स पकड़कर मुहं में भर लिया और दूसरे बूब्स को हाथ से दबाने लगे।
फिर करीब दस मिनट बूब्स चूसने और दबाने के बाद मेरे बहुत बार मना करने पर
उन्होंने मुझे छोड़ दिया और मैंने अपनी ब्रा का हुक लगाकर अपनी टी-शर्ट को ठीक
किया। अब मैंने जीजू के लोवर में उनका खड़ा हुआ लंड देखा और जीजू ने भी
देख लिया कि में उनका लंड बहुत ध्यान से देख रही हूँ। फिर जीजू ने झट से
मेरा हाथ पकड़कर अपने लंड पर रख दिया और मैंने भी अब उनका लंड पकड़कर
धीरे धीरे सहला दिया। फिर जीजू ने अपना लोवर नीचे करके अपना लंड बाहर निकाल
दिया और मुझे एक बार फिर से हाथ में पकड़ा दिया।
दोस्तों मैंने महसूस किया कि उनका लंड रोहन के लंड से भी लंबा और मोटा था तो में उसे अपने सामने
आते ही गौर करके देखती ही रह गई। फिर जीजू ने मुझसे कहा कि निक्की प्लीज
इसे एक बार अपने मुहं में लेकर चूसो ना और अब मैंने भी उनके कहने पर लंड
को मुहं में भर लिया और चूसने लगी। तभी मैंने महसूस किया कि मेरे मुहं की
गरमी से जीजू का लंड अब और भी मोटा और लंबा हो गया था और वो मेरे मुहं में
पूरा अंदर तक जा भी नहीं रहा था। फिर जीजू ने मेरे सर के बाल पकड़कर अपने
लंड पर दबाव लगाया और अब उनका लंड मेरे मुहं में मेरे गले तक चला गया। फिर
थोड़ी देर लंड चूसने के बाद जीजू जब झड़ने वाले थे तो उन्होंने मुझसे कहा
कि में तुम्हारे मुहं में ही अपना वीर्य निकालूँगा। फिर मैंने भी हाँ
में अपना सर हिला दिया और फिर जीजू ने थोड़ी देर में ही गरम गरम फुहारा
मेरे मुहं में छोड़ दिया। अब मेरा पूरा मुहं उनके वीर्य से भर गया था और में
उनका सारा वीर्य पी गई। फिर जीजू ने मुझसे कहा कि निक्की अभी तो मैंने
सिर्फ़ तुम्हारा मुहं ही चोदा है तो इतना मज़ा आया, अभी
चूत और गांड तो बाकी ही है
मेरी जान उसमें कितना मज़ा आएगा? अब
में और जीजू फिल्म देखने लगे तो मैंने
और जीजू ने उस समय एक चद्दर ओढ़ रखी थी
जिसकी आड़ में जीजू ने अपना हाथ मेरे
लोवर में डाल दिया और अब वो मेरी चूत को
सहलाने लगे और अपनी दो उँगलियों
से मुझे चोदने लगे और फिर थोड़ी देर बाद
में झड़ गई। फिर जीजू ने मुझसे कहा
कि तुम्हारा भी काम हो गया है। मैंने
कहा कि हाँ फिर हम फिल्म देखकर उठे ही
थे कि दीदी हमारे लिए चाय लेकर आ गई और
हमें चाय दे दी। फिर जीजू ने कहा
कि तुम दोनों बहने तैयार हो जाओ हम कहीं
बाहर घूमकर आते है। फिर दीदी ने
कहा कि नहीं मुझे घर पर थोड़ा सा काम है
इसलिए में आपके साथ नहीं जा सकती, आप एक काम
करिए कि आप और निक्की कहीं बाहर घूमकर आ जाओ। फिर जीजू ने कहा कि तुम्हारे बिना,
लेकिन मज़ा कहाँ है? तो
दीदी ने कहा कि आप थोड़ा समझो
मुझे यहाँ घर में कुछ काम है तो आप
दोनों चले जाओ।
फिर मैंने और जीजू ने
कहा कि ठीक है और फिर में फ्रेश होने चली गई और मैंने काली कलर की शर्ट और नीले कलर की जीन्स पहनी जिससे जीजू को शर्ट खोलने में
ज्यादा दिक्कत ना हो और मैंने गुलाबी कलर की ब्रा और काली कलर की पेंटी पहनी हुई
थी और फिर मैंने अपने होंठो पर गुलाबी कलर की लिपस्टिक भी लगा ली थी
जिससे में जीजू को अपनी तरफ और भी ज्यादा आकर्षित कर लूँ। फिर में और जीजू उनकी कार में बैठकर
बाहर चले गये और थोड़ा आगे जाकर एक सुनसान रोड पर जीजू ने अपनी कार को रोक दिया और फिर उन्होंने मुझसे कहा कि निक्की डार्लिंग मुझे
लगता है कि आप आज तो मुझे मार डालने के मूड में ही हो। फिर मैंने स्माईल
दे दी और जीजू ने मेरे होंठो पर किस करना शुरू कर दिया और अब में उनका पूरा
पूरा साथ दे रही थी और फिर मैंने अपने ही हाथों से शर्ट के दो बटन खोल दिए
ताकि जीजू को मेरे बूब्स दबाने में ज्यादा समस्या ना हो और फिर हम दोनों ऐसे
ही 15 मिनट किस और बूब्स प्रेस करने लगे। अब जीजू
ने मुझसे कहा कि निक्की हम कोई होटल
में चलते है। फिर मैंने कहा कि हाँ तब
जीजू ने एक होटल में रूम बुक करवा
दिया। अब में और जीजू कार से होटल चले
गये। वहां से हमने रूम की चाबी ली और
अपने रूम में चले गये। दोस्तों ये कहानी
आप फन-मजा-मस्ती पर पड़ रहे है।
अब वहां
पर जाकर दरवाजा बंद करके जीजू ने मेरे होंठो को चूसना चालू कर दिया और मैंने जीजू के होंठो को चूसना चालू कर दिया और फिर जीजू ने
धीरे से मेरे होंठो को काट दिया और मैंने आईई की आवाज निकाली। फिर जीजू ने
मेरी शर्ट के बटन को खोलकर मेरी शर्ट को पूरा उतार दिया और अब मेरी जींस के
बटन को भी खोल दिया और मैंने जींस को उतार दिया। अब में सिर्फ़ ब्रा और
पेंटी में रह गई थी। तभी मैंने जीजू की शर्ट के बटन खोल दिए और फिर उन्होंने
अपनी जींस को भी उतार दिया। फिर वो सिर्फ़ अंडरवियर में ही रह गये और अब
में और जीजू किस कर रहे थे। में उनकी अंडरवियर में हाथ डालकर उनका लंड
पकड़कर सहला रही थी कि तभी जीजू ने मेरी ब्रा को खोलकर मुझे बेड पर लेटा दिया
और वो मेरे बूब्स को चूसने लगे और हल्का हल्का काट भी रहे थे और में आहह
उह्ह्ह्ह मर गई कर रही थी। फिर जीजू ने मेरी पेंटी उतारी और मेरी चूत को
चाटने और चूसने लगे। वो मुझसे बोले कि यह तो बहुत मस्त है और में उनका मुहं
मेरी चूत पर दबाती रही। फिर उसके कुछ देर बाद में झड़ गई और मेरी चूत को
जीजू ने चाट चाटकर साफ कर दिया और उन्होंने मुझे खड़ी करके अपना लंड मेरे
मुहं में दे दिया। में उनका लंड अपने मुहं में लेकर चूसने लगी और थोड़ी देर
चूसने के बाद जीजू ने मुझे बेड पर लेटा दिया और उन्होंने मेरे दोनों
पैरों को अपने कंधे पर रखकर मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया। मुझे बहुत दर्द
हुआ जिसकी वजह से में ज़ोर ज़ोर से चीखने चिल्लाने लगी और सिसकियाँ लेने
लगी उह्ह्हह्ह माँ मर गई उईईईईइ करने लगी। फिर भी जीजू मुझे लगातार धक्के
देकर चोदते रहे और कुछ देर बाद उन्होंने मुझे उठाकर खुद नीचे लेट गये और मुझसे
अपने लंड पर बैठने को कहा।
में उनके ऊपर आकर अपने एक हाथ से लंड के
मुहं पर सेट करके लंड पर बैठ गई और अब लंड धीरे धीरे मेरी चूत में जाने लगा, लेकिन
मुझे बहुत दर्द हुआ और मज़ा भी बहुत आ रहा था और में आहहहह आईईईइ मर
गई करके चुदवा रही थी और जीजू मुझे लगातार चोद रहे थे। फिर कुछ देर बाद
उन्होंने मुझे घोड़ी बनाकर मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया, लेकिन
करीब दस मिनट तक चोदने के बाद जब उनका वीर्य निकालने वाला था तो उन्होंने मुझे
उठाकर लंड मेरे मुहं में डाल दिया और ज़ोर ज़ोर से मेरे मुहं को चोदने
लगे फिर करीब तीन मिनट तक चोदने के बाद वो मेरे मुहं में ही झड़ गये और में
उनका सारा वीर्य गटक गई और फिर हम बेड पर ही लेट गये और अब थोड़ी देर बाद
में बाथरूम में चली गई तो वो वहां पर भी मेरे पीछे पीछे आ गये और मैंने
अपनी चूत को साफ किया और उनका लंड भी साफ किया और तब तक मेरे हाथों में ही
उनका लंड एक बार फिर से खड़ा होने लगा। उन्होंने मुझे वहीं पर बैठाकर लंड
मेरे मुहं में दे दिया और बहुत देर तक चुसवाया। अब उनका लंड पूरी तरह तनकर
खड़ा हो गया था।
फिर उन्होंने मुझे वहां से अपनी गोद में
उठाकर बेड पर लाकर पटक दिया और अब मुझसे घोड़ी बनने को कहा तो
में उनके सामने घोड़ी बन गई। फिर
जीजू ने मेरी गांड पर अपना हाथ रखकर
सहलाया और फिर मेरी गांड को चाटने लगे।
फिर थोड़ा थूक मेरी गांड पर लगाकर मेरी
गांड में अपना लंड डाल दिया। में
उस दर्द की वजह से कराह उठी और मेरी आँख
में से आँसू निकल गये तो जीजू
थोड़ी देर रुक गए और जब मेरा दर्द थोड़ा
कम हुआ तो वो एक बार फिर से मुझे
ज़ोर ज़ोर से झटके मारने लगे और में आहहह
माँ ऊईईईइ उह्ह्ह्हह्ह करके अपनी
गांड चुदवा रही थी। अब थोड़ी देर चोदने
के बाद उन्होंने मुझे अपने ऊपर
बैठाकर मेरी गांड में दोबारा लंड डाल
दिया तो में भी उनका लंड गांड में
लेकर उछल उछलकर चुदवाने लगी और जीजू
मेरे बूब्स को दबा रहे थे और फिर थोड़ी
देर बाद उन्होंने मुझे बेड पर उल्टा
लेटाकर मेरी गांड में अपना लंड डाल
दिया और मुझे पीछे से किस करने लगे। वो
मेरे गले पर किस करने लगे और मेरी
पीठ पर भी किस करने लगे और फिर अचानक से उन्होंने अपने धक्को की स्पीड को तेज कर दिया और थोड़ी देर चोदने के बाद वो झड़ गये। अब मैंने भी
उनका पूरा वीर्य अपनी गांड में ही ले लिया। फिर में उठी और अपनी गांड को
साफ करने बाथरूम में चली गई,
वहां पर भी जीजू मेरे पीछे आ गये। अब
मैंने उनका लंड भी साफ किया, लेकिन मुझे अब दर्द थोड़ा ज़्यादा था तो
मैंने जीजू से कहा तो उन्होंने कहा कि में तुम्हे दर्द खत्म
करने की दवाई दिलवा दूंगा और फिर में
जीजू साथ में ही नहाने लगे। अब में और
जीजू तैयार होकर घर के लिए निकल गये
और रास्ते में जीजू ने मेरे बहुत बार
बूब्स दबाए और ज़ोर ज़ोर से चूसे भी।
दोस्तों में उनकी इस चुदाई से बहुत खुश
थी क्योंकि उन्होंने मुझे बहुत
अच्छी तरह अलग अलग तरह से और मेरे हर एक
छेद में अपना लंड डालकर चोदा।
जिसकी वजह से में अब उनकी चुदाई से बहुत
संतुष्ट थी और मुझे उनसे चुदने में
बहुत मज़ा भी आया ।।
राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ
No comments:
Post a Comment