Wednesday, May 18, 2016

FUN-MAZA-MASTI उह्ह्हह्ह प्लीज थोड़ा धीरे

FUN-MAZA-MASTI





उह्ह्हह्ह प्लीज थोड़ा धीरे

हैल्लो दोस्तों, में पिछले करीब दो साल से फन-मजा-मस्ती पर सेक्सी कहानियाँ पड़ता आ हूँ और में बहुत मज़े भी करता हूँ। दोस्तों यह बात करीब 8 साल पुरानी है। उस समय मेरा एक दोस्त था उसके घर पर मेरा आना जाना बहुत था। मेरे उससे करीब घर की तरह रिश्ता था। में बिना किसी झिझक के कभी भी उसके घर पर चल जाता और मेरे उस दोस्त की शादी गुजराती लड़की से हुई थी। वो लड़की दिखने में बिल्कुल ठीक थी और वो दिखने में एकदम सीधी साधी हाउसवाईफ थी, लेकिन उसका जिस्म बहुत भरा हुआ था और उसका हर एक अंग बहुत सेक्सी था। उसका वो गदराया हुआ बदन मुझे भी हमेशा अपनी तरफ आकर्षित करता था, लेकिन में फिर भी ज्यादा उन बातों पर ध्यान नहीं देता था।
फिर बहुत साल ऐसे ही गुज़रते गए और अब देखते ही देखते मेरा वो दोस्त अपने तीन बच्चों का बाप बन चुका था। मुझे बहुत ख़ुशी हुई मेरे रिश्ते अब उससे और उसकी वाइफ से और भी मज़बूत हो गये। उसको में हमेशा भाभी कहकर बुलाता था। वो भी मुझसे ठीक तरह से एकदम खुलकर तक बातचीत किया करती थी, लेकिन मैंने कभी भी सपने में नहीं सोचा था कि एक दिन ऐसा भी वक़्त आएगा कि जो औरत इतनी सीधी है वो एक दिन इस तरह चुदवाएगी? तो ऐसे ही वक़्त गुज़रता रहा और एक दिन वो दोपहर आ ही गई जब उस दिन हमारी जिन्दगी का सब कुछ बदल गया। दोस्तों में उस दिन अपने दोस्त के घर किसी जरूरी काम से गया हुआ था और लगातार तीन चार बार बाहर खड़े होकर घंटी बजाने के बाद भी जब किसी ने भी दरवाज़ा नहीं खोला तो में दूसरी तरफ से अंदर देखने चला गया।
मैंने उस समय अंदर की तरफ झांककर देखा तो वो सब देखकर मेरे तो एकदम से होश ही उड़ गए। मैंने देखा कि मेरे दोस्त की पत्नी बिना टॉप के आईने के सामने खड़ी थी और वो अपने आप को देख रही थी और अपने जिस्म पर हाथ घुमा रही थी। उसे देखने में लग रहा था कि वो अब तक बहुत गरम हो चुकी थी और यह नजारा देखकर में बिल्कुल पागल सा हो गया क्योंकि उसका बहुत भरा हुआ जिस्म था। वो बहुत बला की सुंदर लग रही थी। तभी अचानक से उसने मुझे देख लिया कि में पर्दे की आड़ से उसे देख रहा हूँ और वो मुझे देखते ही अपने बूब्स को छुपाकर भाग गई। मैंने बड़ी हिम्मत करके घर की घंटी दोबारा बजाई, लेकिन उसने अब भी दरवाज़ा नहीं खोला मुझ पर अब उसको इस तरह पूरा नंगा देखकर सेक्स का भूत सवार हो गया था। मेरा तो दिल कर रहा था कि बस साली को पकड़कर बुरी तरह से चोद डालूं। दोस्तों उसका बड़ा ही सेक्सी जिस्म था। उसके फिगर का साईज़ करीब 36-28-40 होगा। अब में भी खड़ा खड़ा लगातार घंटी बजाता रहा और फिर थोड़ी ही देर में उसने दरवाज़ा खोला। डर से वो पसीने पसीने हो गई थी और उसकी तरह मेरा भी यही हाल था, लेकिन मेरे दिमाग में तो अब भी उसका वो पूरा नंगा जिस्म घूम रहा था। मैंने हिम्मत करके उसने कहा कि क्या ऐसे खड़ी है? और मैंने ज़ोर से धक्का देकर दरवाज़ा खोल दिया वो मेरी इस हरकत से बहुत घबरा गई थी और उसने बड़ी कोशिश की वो दरवाजा बंद कर ले, लेकिन में जबरदस्ती खोलकर अंदर घुस गया और फिर मैंने दरवाज़ा अंदर से बंद कर लिया। वो मेरे यह सब करने की वजह से बहुत डर गई थी। वो पसीने से बिल्कुल गीली हो चुकी थी और उसके चेहरे का रंग उड़ सा गया था और मैंने भी इतनी बड़ी हिम्मत कभी नहीं की थी। दोस्तों मुझे बिल्कुल भी पता नहीं कि में कैसे यह सब कर रहा था?

फिर वो मुझसे बोली कि यह क्या कर रहे हो, बाहर जाओ? तो मैंने कहा कि तू वहां पर आईने के सामने खड़ी खड़ी क्या कर रही थी? क्या में तेरे पति को बता दूँ कि तू कितनी भोली बनती है और तू उसके पीछे से यह सब करती है? तो वो बोली कि प्लीज किसी को कुछ मत बोलना, तुमको कसम है। में आज ही पहली बार ऐसा कर रही थी और फिर तुमने वो सब देख लिया। मैंने बोला कि अब में क्या करूं तूने ही मुझे दिखाया है और मेरा दिमाग खराब किया है? तो अब तू जल्दी से मेरा यह लंड को शांत कर। वो बोली कि नहीं, यह सब बिल्कुल ग़लत है। में तुम्हारे साथ ऐसा कुछ भी नहीं करूंगी जैसा तुम सोच रहे हो और बाहर किसी को पता चल गया तो मेरी बहुत बदनामी होगी। मैंने कहा कि ग़लत तो अभी कुछ देर पहले यह सब भी था कि तू पूरी नंगी होकर उस आईने में देख रही थी और बाहर किसको पता चलेगा यह बात या तो तुझे पता है या फिर में जानता हूँ? तू अब जल्दी से इसको शांत कर दे और उससे यह बात कहते हुए मैंने उसको अपनी बाहों में भर लिया और में उसे बिल्कुल पागल की तरह किस करने लगा। वो अपना मुहं बार बार हटा रही थी, लेकिन में उसे लगातार किस किए जा रहा था। मैंने उसे बहुत कसकर अपनी बाहों में जकड़ रखा था और अब वो भी धीरे धीरे ठंडी पढ़ने लगी थी। दोस्तों ये कहानी आप फन-मजा-मस्ती पर पड़ रहे है।
अब में गरम तो पहले से ही बहुत था। अब में उसके बूब्स को बहुत बेरहमी से दबाने लगा और उसके मुहं से आह्ह्ह्ह उह्ह्हह्ह प्लीज थोड़ा धीरे करो ऐसी आवाज़ आ रही थी, लेकिन मुझ पर चूत का भूत सवार था में बहुत पागल हो चुका था। में बस उसको पागलों की तरह किस किए जा रहा था और फिर देखते ही देखते उसके कपड़े फाड़ दिए। अब वो भी बहुत गरम हो चुकी थी। उसने भी मेरे पजामे का नाड़ा खोल दिया और मैंने उसको बहुत धीरे से धक्का देकर बेड पर पटक दिया और उसे नीचे से ऊपर तक अपनी जीभ से चूमने, चाटने लगा और उसके जिस्म का एक एक हिस्सा चूमने लगा। अब वो बहुत पागल सी हो गई थी। अब हम दोनों जोश में थे और मेरा लंड तनकर बहुत टाईट हो चुका था और बहुत बड़ा भी। फिर मैंने उससे मेरा लंड चूसने को कहा तो वो बोली कि यह सब सही नहीं है और वो यह सब नहीं करेगी, उसको यह बिल्कुल भी पसंद नहीं है। मैंने बोला कि साली तुझे चूसना तो पड़ेगा। में उसके ऊपर चड़ गया और अपने लंड को उसके होंठ पर रखकर ज़बरदस्ती मुहं में डालने लगा। वो थोड़ी देर मना करती रही, लेकिन फिर मैंने उसकी नाक बंद कर दी सांस लेने के लिए जैसे ही उसने अपना मुहं खोला तो मैंने लंड उसके मुहं में डाल दिया और कस कसकर झटके देने लगा कि जैसे में उसके मुहं को चोद रहा हूँ। वो ऑश आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह करती रही, में अब बहुत गरम हो गया था। थोड़ी देर झटके देने पर मेरा वीर्य उसके मुहं में ही निकल गया और अब वो लंड को मुहं से बाहर निकाला चाहती थी, लेकिन मैंने नहीं निकालने दिया और मैंने सारा वीर्य उसकी मुहं में निकाल दिया और जैसे ही सारा वीर्य निकला में तुरंत उसके ऊपर से हट गया तो वो जल्दी से बाथरूम की तरफ भागी और जो उसके मुहं में बचा हुआ वीर्य था उसको उसने झट से बाहर थूक दिया और फिर मुझ पर बहुत गुस्सा करने लगी।
अब वो मुझसे बहुत गुस्से में बोली कि उसको यह सब पसंद नहीं है। मैंने आज तक अपने पति के साथ कभी भी ऐसा गंदा काम नहीं किया। में उसके मुहं से यह बात सुनकर ज़ोर ज़ोर से हंसने लगा और उससे बोला कि यह तो इतनी मस्त लोलीपोप है, अगर तुमने अभी तक इसको नहीं चूसा तो फिर क्या किया? और फिर में उसको जबरदस्ती बेड पर पटककर बहुत जंगली वाला प्यार करने लगा और वो भी अब मदहोश हो गई थी। मैंने उसके चूत के दाने को पागलों की तरह चूसा, चाटा और अपनी ज़बान से अंदर तक उसकी चूत को चाट डाली। वो पागल होकर मेरे बालों को कसकर मेरे सर को चूत पर दबा रही थी और मेरे मुहं को अपनी चूत पर रगड़ रही थी और सिसकियाँ ले रही थी। फिर थोड़ी ही देर में उसकी चूत का बहुत सारा पानी निकल गया। तब तक में एक बार फिर से थोड़ा गरम होने लगा था। मैंने उससे एक बार फिर से कहा कि मेरा लंड चूस, लेकिन वो नाटक करने लगी। मैंने उससे कहा कि साली मदारचोद आज नाटक कर रही है एक दिन तू खुद इसको चूसने के लिए तरसेगी। फिर मैंने उसको नीचे बैठाया और ज़बरदस्ती उसके मुहं में अपना लंड डाल दिया। वो अब धीरे धीरे चूसने, चाटने लगी।
फिर कुछ ही देर में मेरा लंड एकदम टाईट हो गया और मैंने उसको कुतिया बनाकर जल्दी से अपना लंड उसकी रसभरी चूत के छेद पर रखकर एक ऐसा ज़ोर का झटका दिया कि उसके मुहं से चीख निकल गई और में अब उसकी गांड पर कस कसकर थप्पड़ मारने लगा और उसके बालों को पीछे से पकड़कर बहुत कस कसकर झटके देने लगा। वो बहुत ज़ोर से चिल्लाने लगी और चीखने लगी आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह शईईईईइ उह्ह्ह्हहहह अब मेरी चूत फट गई है। प्लीज अब इसे बाहर निकालो, तुम्हारा बहुत बड़ा है आह्ह्ह्ह ऑश प्लीज अब छोड़ दो मुझे, लेकिन में कुछ नहीं सुन रहा था। बस जोरदार धक्के देकर चोदे जा रहा था। 5-6 मिनट तक ऐसे ही लगातार धक्के लगाता रहा और फिर मेरा वीर्य उसकी चूत में निकल गया और जब मैंने लंड को चूत से बाहर निकाला तो मैंने देखा कि उस पर थोड़ा सा खून लगा हुआ था। में उसे देखकर डर गया कि यह क्या हो गया और यह खून कैसे निकला? वो बोली कि तुम बिल्कुल भी मत घबराओ, ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उसके पति का लंड बहुत पतला है और छोटा भी है तो उनका लंड कभी इतना अंदर गया ही नहीं। मैंने उससे कहा कि चल अब लंड को चाट चाटकर साफ कर। वो मना करने लगी, लेकिन फिर मैंने कहा कि अब तो तुझे हमेशा यह सब करना है। चल आज से तू मेरी रंडी है। फिर वो बोली कि उसे आज तक कभी चुदने में इतना मज़ा नहीं आया, लेकिन आज मुझे वो मज़ा आ गया। में मन ही मन सोचने लगा कि यह बहुत ग़लत है और उसके बाद हम एक महीने तक नहीं मिले।
फिर एक दिन वो मुझसे मिली और बोली कि क्यों याद नहीं आता क्या वो प्यार? तो मैंने बोला कि साली तू कोई भूलने वाली चीज है क्या? इस बात पर वो बोली कि चलो आज करते है। आज घर पर कोई नहीं है। फिर मैंने उसको हाँ कह दिया और में उसी रात को उसके घर पर चला गया और मैंने यह सोच लिया था कि आज में इसको अपना लंड इतना चूसवाऊँगा और इतना चोदूंगा कि यह साली पागल हो ज़ायेगी। उस दिन मैंने उसको ज़बरदस्ती बैठाकर लंड को मुहं में डाल दिया और बहुत देर तक उसका मुहं चोदा। वो बहुत दिन बाद चुदवा रही थी तो ठीक से पूरा अंदर ले नहीं ले पा रही थी, लेकिन में कस कसकर झटके देता रहा। जिसकी वजह से उसको कई बार उल्टी आने लगी थी और अब ऐसा मौका हमको जब भी मिलता है तो में बस लंड से चूत को चोदता और वीर्य उसके मुहं में ही निकालता। वो अब धीरे धीरे मेरे लंड की दीवानी हो गई है और अब तो वो मेरा ऐसा लंड चूसती है कि में क्या कहूँ? फिर एक दिन मैंने उससे पूछा कि क्या तू मेरे लंड को याद करती है? तो वो बोली कि हाँ बहुत और हम दोनों जब भी मौका मिलता है तो बहुत जबरदस्त सेक्स करते है ।।















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