Saturday, February 15, 2014

बदनाम रिश्ते-- रीमा एक मुंह बोली माँ --25

FUN-MAZA-MASTI
बदनाम रिश्ते--
 रीमा एक मुंह बोली माँ --25 रीमा की चूत तो मेरे होंठ उसके बदन से लगते ही गर्मी से भर गयी थी। रीमा ने अपना हाथ अपनी गोरी मुलायम टाँगो के बीच रखा और अपनी चूत से खेलने लगी। मेरी हरकतो से रीमा बहुत मजे ले रही थी और अपनी सारी गर्मी निकाल देना चाहती थी। फिर जैसे ही मैंने रीमा के कंधे से नीचे उसके बदन का पानी पीने के लिये अपने होंठ उसकी बदन पर रखे रीमा ने मुझको अलग कर दिया और बोली अबे साले अपनी ही माँ के दलाल क्या सारे बदन का पानी पियेगा अभी थोडी देर पहले तो मेरा सारे बदन को चाट कर उसका पसीना पिया है। फिर से शुरु हो गया अब फिर से मुझे चाटेगा तो मुझे फिर से नहाना पडेगा। चल तौलिया उठा और मेरे बदन को तौलिये से साफ़ कर। मैंने तौलिया लेकर रीमा के बदन को साफ करना शुरु कर दिया। बडे ही प्यार से मे रीमा के बदन को साफ कर रहा था। उसका पेट गहरी नाभी मोटी जाँघे मुलायम हाथ उसके सुंदर पैरे उसकी भारे भरकम चूचीयाँ और मस्ती से भरे उसके चूतड सब कुछ मैंने तौलिये से साफ करने मे १० मिनट लगाये। रीमा ने भी पूरे मजे लेकर मुझसे अपना बदन साफ करवाया। फिर मैंने खुद जल्दी से अपना बदन साफ कर लिया।

तभी दरवाजे पर घंटी बजी। अब कौन आ गया माँ तुमने को डू नॉट डिस्ट्रब का बोर्ड लगाया था। अरे मेरे चोदू बेटे इतनी देर हो गयी है मैंने खाने ऑडर दिया था लगता है की वह आ गया है। तू ऐसा कर तू यंही रह अंदर बाथरुम मे मैं दरवाजा बाहर से बंद कर देती हूँ और जाकर उससे खाना ले लेती हूँ। रीमा ने बाथरुम मे टंगा बाथरोब उठाया और पहन लिया। और दरवाजा बंद करके बाहर निकल गयी। मैं वही कमोड पर बैठ कर उसके दरवाजा खोलने का इंतजार करने लगा।

" मैंने सोच क्यो न अपने पाठको को अपने अगले भाग की थोडी से झलक दे दी जाये इसलिये रीमा ने बाहर जाकर क्या किया और किससे मिली वही तीसरे भाग मे रीमा का साथ देगा"

रीमा जब बाथरुम से बाहर निकली और दरवाजा बन्द कर के रूम के दरवाजे की तरफ बढी। उसने दरवाजे के पास जाकर बाहर देखा और मुस्कुरा दी। उसने अपना बाथरोब खोल कर पास के खूंटी पर टाँग दिया और पूरी नंगी हो गयी। फिर उसने दरवाजे के पीछे जाकर दरवाजा खोल दिया। आओ रजनी मैं तुम्हारा ही इंतजार कर रही थी। रजनी खाने के ट्रे लेकर अंदर आ गयी। और रीमा ने दरवाजा बंद कर दिया। रजनी काले रंग की एक भरे पूरे बदन वाली ४० साल की औरत थी। वह शादी शुदा थी और होटल मे हेड वेटर्स थी। वेटर्स के साथ साथ होटल मे आने वाले कुछ आमीर लोगो का बिस्तर भी गर्म करती थी। उसके इसके अच्छे पैसे मिल जाते थे पर वह यह काम पैसे के लिये नंही करती थी। वह यह काम मजे के लिये करती थी। ऐसा मुझे रीमा ने बाद मे बताया। उसे मर्द और औरत दौनो पसन्द थे और वह दोनो के साथ मजा लेती थी। गौरी के बदन बहुत ही माँसल था। ३८ डीडी साइज की उसकी चूचीयाँ। ४४ साइज के उसके चूतड और उसका पेट भी बाहर निकला हुया था। देखने मे वह मोटी लगती थी। पर कई जवान मर्दो को उसके तरह कि मोटी औरते ही पसन्द थी। और इसी लिये उसकी बहुत माँग थी।

जब रीमा अपने बॉस के साथ होटल मे रहने आयी थी रजनी ने रीमा और उसके बॉस के साथ बहुत मजे लिये थे। तभी से रीमा के नजर उस पर थी और वह चाहती थी रजनी आकर दीपक को देख ले और फिर वह दोनो मिल कर उस जवान मर्द के साथ मजे लेंगी। रजनी ने बाडर वाली हरे रंग की साडी पहनी थी। और लो कट बलाउस पहना हुया था। उसकी बडी चूचीयाँ उसके बलाउस मे नंही समा पा रही थी। और साडी पारदर्शी होने की वजह से साफ दिख रही थी। उसने ऊची ऐडी के सैंडल पहन रखे थे। जिससे उसके चूतड और भी बाहर को निकल रहे थे। अंदर आने के बाद रजनी ने रीमा को नंगा देखा और उसके गले लग कर बोली क्या दीदी मजे कर रही हो अपने बेटे के साथ। हाँ मेरी रानी बडे मजे कर रही हूँ। तुझे भी करवाउगी मजे चिंता क्यो करती है मस्त छोकरा है। जैसा मैं कहती हूँ वैसा ही करता है तेरे को भी बडा मजा आयेगा। हाँ वह तो है रीमा की चूचीयो को अपने हाथ मे लेकर मसलते हुये रजनी ने कहा।


रीमा ने अपने होंठ रजनी के होंठो पर रख दिये और दोनो एक दूसरे के होंठ चूसने लगी। रीमा ने अपनी जीभ रजनी के मुँह मे घुसा दी और उसकी जीभ से जीभ भिडाने लगी। रजनी के हाथ रीमा के नंगे बदन पर चल रहे थे और और वह रीमा की चूचीयो को अपने हाथो मे पकड कर मसल रही थी। रीमा भी अपने हाथ रजनी के मोटे चूतडो पर चला रही थी। थोडी देर एक दूसरे का चुम्बन लेने के बाद दौनो अलग हो गयी। कहाँ है तुम्हारे साहब जादे जरा हम से भी तो मिलवाओ उनको। मिलवाउंगी पर अभी नही कल सुबह। कल सुबह जल्दी तैयार रहना जैसे ही मैं फोन करु मेरे कमरे मे आ जाना मैं कमरे का दरवाजा खुला रखूंगी। तुम दीपक के लिये मेरा एक गिफ़्ट होगी। ठीक है जान जैसा तुम कहो। फिर दोनो कुछ देर बात करती रही। और चली गयी। बाहर जो कुछ हुया उसका मुझे बिल्कुल पता नंही था पर अगले दिन रीमा ने मुझे ये सब बताया।

अंदर मैं सोच रहा था कि इतनी देर हो गयी अभी तक रीमा ने दरवाजा क्यो नंही खोला। करीब ५ मिनट के बाद रीमा ने दरवाजा खोला और अंदर आ गयी। रीमा पूरी नंगी थी। रीमा मेरे पास आयी और बोली खाना आ गया है चल अब और फिर रीमा ने मेरा लंड पकडा और मुझे लंड से खींचते हुये और कमरे मे ले गयी। और मैं उसके पीछे किसी पालतू कुत्ते कि तरह चलता हुया आ गया। खाना टेबल पर लगा था। पर रीमा ने एक ही प्लेट रखी थी। मेरे को रीमा ने चेयर पर बैठने को कहा मैं चेयर पर बैठा तो मेरा लंड मस्ती मे तन कर उपर की और खडा था रीमा ने मेरे लंड को अपने हाथ से नीचे के तरफ दबाया और अपने चूतड मेरे लंड पर रखे और मेरी गोदी मे बैठ गयी। मेरे लंड रीमा के बदन के भार के कारण उसके चूतडो और मेरी जाँघ के बीच दब गया। फिर रीमा अपने चूतडो का दबाव मेरे लंड पर देती हुयी बोली अब हम दोनो माँ बेटा एक ही प्लेट से खाना खायेंगे। रीमा ने रोटी का एक टुकुडा तोडा और सब्जी लगा कर खाने लगी। उसको अपने मुँह मे चबा कर रीमा ने अपने होंठ मेरे होंठो पर रख दिये और अपने मुँह का टुकुडा जीभ से मेरे मुँह मे डाल दिया। रीमा का चबाया हुयी रोटी का स्वाद ही कुछ अलग था। मैं बहुत स्वाद लेकर देर तक उसको अपने मुँह मे लेकर चबाया। कैसा है खाना। बहुत अच्छा माँ तुम्हारे मुँह मे जाने से इसका स्वाद और भी अच्छा हो गया है। रीमा ने मुझे चूम लिया। रीमा ने मुझे इसी तरह अपने मुँह से चबा चबा कर ही पूरा खाना खिलाया। मेरा लंड उसके चूतडो की कैद मे फडफडाता रहा। फिर इसी तरह हम ने पूरा खाना समाप्त किया।

फिर हमने उठ कर टेबल साफ की और बाथरुम मे जाकर हाथ साफ किये। फिर रीमा बोली पेट पूजा तो हो गयी पर मेरी चूत की भूख अभी भी बाकि है अब मेरी चूत की भूख शांत करो। हम लोग बाहर कमरे मे आ गये। रीमा सोफे पर बैठ गयी मैं उसके बगल में बैठने लगा तो बोली तू चल नीचे बैठ मेरी टाँगो के बीच और मेरे मेरे पैर और जाँघो से खेल कर मुझे गर्म कर। मैं रीमा के टाँगो के बीच बैठ गया और उसके पैरो के चूमने लगा। बडे ही सुन्दर पैर थे रीमा के। उसके तलवो को चूमा उसकी पैरो के उंगलियो को चूमा। फिर घुटनो तक उसकी टाँगो को चूमा। मैन ऐसा उसकी दोनो टाँगो के साथ किया। रीमा को बहुत मजा आ रहा था और वह गर्म होने लगी थी। रीमा ने अपनी घुंडियाँ अपने हाथ मे लेकर मसल रही थी। उसके चूत भी रसीली हो चुकी थी। मैं ५ मिनट तक उसके पैरो को प्यार करता रहा। रीमा भी मेरे चूमने से काफी गर्म हो गयी थी। रीमा ने पास मे पडा अपने पेटीकोट का नाडा उठाया और बोली ला तेरे लंड को बांध दूँ। मैंने कहा माँ अब मुझे आदत हो गयी है अब मैं इसके बिना भी कट्रोल कर सकता हूँ। मुझे पता है पर मैं चाहती हूँ इसलिये तुझे बंधवाना पडेगा। मुझे जब मैं तेरे लंड पर नाडा बाँधती हूँ तो बहुत मस्ती चढ जाती है और मेरी चूत बहुत गीली हो जाती है इसलिये नाडा बाँधना बहुत जरूरी है। और जो मैं करने जा रही हूँ उसके लिये तेरे लंड का टनटनाये रहना बहुत ही जरुरी है पता चला तूने मुठ मार लिया तो। जैसी तुम्हारी मर्जी माँ पर तुम क्या करने जा रही हो वह मैं तुझे बाद में बताऊंगी । रीमा ने फिर कस के नाडा मेरे लंड और बाल्स पर बाँध दिया।

रीमा ने नाडा बहुत ही टाईट बाँधा था मेरे लंड की सारे नसे तन कर लंड पर दिखायी दे रही थी और लंड भी पत्थर के समान हो गया था। रीमा ने मेरे सर पर हाथ रखा और बोली मेरे राजा बेटे तेरे लिये तेरी रंडी माँ ने एक सप्राईज रखा है। वो क्या है माँ उसने पास मे रखा लिफाफा उठाया और मेरे को देती हुयी बोली। मैं अंदर बेडरुम मे तैयार होने जा रही हूँ। और तैयार होने के बाद मैं तुझको अंदर बुलाउंगी। तब तू ये लिफाफा खोल कर पढना। और फिर अंदर आना। ठीक है। मैंने कहा ठीक है। मैं होटल मे आने के बाद अभी तक उसके बेडरुम मे अभी तक नही घुसा था। रीमा ने मेरे गाल पर एक चुमा लिया और बेडरुम के और अपने चूतड मटकाती हुयी चली गयी। और दरवाजे पर जाकर पीछे मुड कर अपने चूतड थोडा उठा कर देखा और बोली देख जब मैं बुलाऊं तभी अंदर आना और मेरा लेटर पढना समझा नंही तो सारा मजा किरकिरा हो जायेगा और मुझे आँख मार कर अंदर चली गयी। मेरा लंड उसके मटकते चूतड देख कर मचल रहा था। पता नही रीमा ने क्या सोच रखा है रात के लिये। कुछ घंटो मे ही मुझे रीमा के साथ जो मजा अया था उसको सोच कर ही मेरा लंड मचल रहा था। पर शायद अभी बहुत कुछ बाकी था। अभी तो मुझे उसकी गाँड और चूतड से बहुत प्यार करना था थोडी ही देर में मै रीमा के चूतड और गाँड का गुलाम हो चला था।

रीमा ने जाते हुये मुझे कयी मस्त राम के कहानियो के किताब दे गयी थी। और कहा के इसको पढो और अपने लंड को मस्त टनटना कर रखो मुझे तैयार होने मे थोडी देर लगेगी। तब तक ये मस्त चुदायी की कहानियाँ तुम्हारा साथ देंगी। मैं मस्त राम की कहानीयाँ पढने लगा और मेरा लंड जो पहले से ही खडा था और भी भूखे शेर के तरह हो गया। वह कहानियाँ सिर्फ माँ बेटे की चुदायी की रास लीला से भरी हुयी थी। रीमा को तैयार होने मे करीब१ घंटा लगा। मैंने तब तक दो तीन किताब खत्म कर दी थी। और अपने खडे लंड के साथ खेल रहा था। रीमा ने अंदर से मुझे आवाज लगायी बेटा मे तैयार हो गयी हूँ अंदर आ जा जल्दी से। रीमा की आवाज सुनते ही मेरे अंदर एक नया उत्साह आ गया और मैंने कमरे की तरफ भागा पर तभी मुझे याद आया की रीमा ने एक लेटर भी दिया था मैंने रीमा का लेटर लिया और खोल कर पढने लगा।

मेरे प्यारे मेरी रसीली चूत और भरपूर गाँड के दीवाने बेटे दीपक,

आज मैं तुमसे मिल कर बहुत खुश हूँ। तुम बिलकुल वैसे ही हो जैसा मैंने सोचा था। काश तुमने मेरी कोख से जनम लिया होता और तुम मेरे सगे बेटे होते। तुमने कुछ घंटो मे जो मुझे मजा दिया मेरी चूत को जो सुख पहुंचाया है वह तो मुझे अपने पूरी जिंदगी मैं भी नही मिला। मेरे बदन को प्यार करने वाला तुम्हारे जैसा रसीया मर्द मुझे कभी मिल ही नंही सकता और तुम्हारे अंदर जो मेरे प्रति जो स्मर्पण की भावना है वह एक बेटे के अंदर ही हो सकती है और तुम्हारी माँ भी अपने बेटे को मादरचोद बना कर आज बहुत खुश है। तुम जैसे मेरी हर बात मानते हो वह मुझे बहुत मस्त कर देता है और तुम्हारे लंड पर नाडा बाँध कर तडपाने मे मुझे जो मजा आता है उसको तो मैं बयान ही नंही कर सकती। आज हम पहेली बार मिल रहें है तो आज ये हमारी पहली रात है। औरत और आदमी के बीच पहली रात सुहाग रात होती है तो मैं इस रात हो सुहाग रात की तरह ही मनाना चाहाती थी। और मैं अंदर सुहगिन की तरह तैयार होने ही गयी थी। मेरे राजा बेटे तेरी माँ तेरा अंदर सजी धजी तेरा इंतजार कर रही है आ और आकर अपने अरमान पूरे कर ले बेटा। आज की रात तू मेरा मर्द है और मैं तेरी औरत। आज अंदर सुहाग सेज पर तू अपनी माँ को भोगेगा इसलिये आज की रात तेरी रात है बेटा आजा अब और देर न कर और अंदर आजा। आज तेरे अरमान पूरे होने के रात है और आकर तू अपने अरमान पूरे कर ले। कर ले जो करना है तुझे अपनी इस माँ के मोटे बदन के साथ जो नयी नवेली दुल्हन की तरह सजी दझी अपनी चूत खोल कर अपने लाडले बेटी की दुल्हन बनी इंतजार कर रही है।

तेरी रंडी माँ,

रीमा


 और खत के अंत मे रीमा ने अपने होठो से किस करके अपने गुलाबी होठों की छाप भी छोडी थी। अब तो अपने आप को रोक पाना मेरे लिये बिल्कुल ही नामुमकिन था। मैं दौड कर बेडरुम के तरफ बढा। और रुम क दरवाजा खोल कर अंदर घुसा। रुम मे घुसते ही वहाँ का नजारा देख कर मेरे होश ही उड गये। रीमा दरवाजे के थोडी दूर पर ही खडी हुयी थी। और सामने बिस्तर सजा हुया था। उस पर फूल पडे हुये थे। और एक बडी सुन्दर से चादर बिछी हुयी थी। बिसतर बिल्कुल ऐसा ही सजा हुया था जैसे सुहागरात मे सजाते है। फूलो के खुशबू से भरपूर। रीमा पूरी एक सजी धजी खडी थी। रीमा का सारा शरीर गहनो से लदा हुया था। उसने सर पर लाल रंग की पारदर्शी चुनरी पहन रखी थी। और माथे पर माँग टीका था। और माथे पर एक बडी से बिंदी लगी हुयी थी। आखो के उपर छोटी छोटी बिंदिया लगी थी जैसे एक नयी नवेली दुल्हन लगाती है। चहरे पर काफी मेकप किया था रीमा ने। गालो पर लाली लगायी थी और होठों पर गहरे लाल रंग के लिप्सटिक जो मौके के पूरे अनुकूल थी। वैसे तो रीमा बहुत सुन्दर थी पर दुल्हन के रुप मे उसकी सुन्दरता और बढ गयी थी। उसके हाथ भी पूरे गहनो से लदे थे। दोनो हाथो मे बाजू बंध और उंगलियो मे अंगूठीयाँ और हाथो मे काफी मंहगी चूडीयाँ पहनी थी। साथ ही सोने के कडे भी पहन रखे थे। उसने कमर के उपर सिर्फ ब्रा पहन रखी थी। और उस ब्रा मे कप नही थे। उसकी चूचीयाँ पूरी नंगी थी। और उसकी घुंडियाँ एक दम तन कर खडी थी। उसने अपनी घुडियाँ और उसके आस पास का हिस्सा लिप्सटिक से लाल कर रखा था। गोरे रंग की चूचीयाँ और उस पर लाल रंग की घुंडियाँ बहुत मस्त लग रही थी और लंड कि मस्ती को बढाने वाली थी। उसका लाल रंग एक अलग ही आमंत्रण दे रहा था। उसने गले मे मंगल सूत्र और हार पहन रखा था। जो उसके गोरे रंग पर बहुत फब रहा था। उसका मंगल सूत्र ठीक उसकी चूचीयो के बीच आकर ठहरा था। उसने अपनी कमर मे सोने के तगडी बाँघ रखी नाभी के ठीक नीचे। उसकी तगडी से झालर लटक रही थी जो उसकी चूत के थोडी ही उपर थी। उसने कोच्रलस पेंटी पहन रखी थी। जिसका रंग काला था। उसकी चूत पेंटी के बीच पूरी खुली हुयी थी। उसने पैरो मे स्टाकिंग पहन रखी थी। काले रंग की। जो उसकी मोटी जाँघो के आधा ढके हुये थी। उसने पैरो मे पायल और पैरो के उंगलियो मे बिछुये पहने हुये थे। और ६ इंच हील पहनी हुयी थी। वह बिल्कुल उसी तरह से सजी हुयी थी जैसे उत्सव फिल्म मे रेखा सजी थी। वह इस समय किसी अप्सरा से कम नंही थी। उसके हाथो मे एक ट्रे थी जिसमे एक बडा गिलास रखा था। जो की पूरा भरा हुया था। उसमे कुछ पीले रंग का दर्व्य था।

कैसी लगी तुझे अपने दुल्हन मेरे लाल। आज इस दुल्हन को तुझे भोगना है आज तेरी और तेरी माँ की सुहाग रात है बेटा। बहुत मजेदार माँ बहुत ही सुंदर दुल्हन हो तुम माँ। बेटा तूने इतनी देर से मेरी चूत को इतना मजा दिया है। तो आज की रात तेरी है। मैं तेरे सामने हूँ जो करना है कर ले मेरे साथ अपने सारे अरमान पूरे कर ले। सुबह से तूने मेरी चूत झडा झडा कर इसका बुरा हाल कर दिया है की मेरी चूत भी तोबा बोलने लगी है। तो मेरे लाल इसलिये मैं तुझे अपनी चूत मे लंड नंही डालने दूंगी पर बाकी तू जो चाहे कर सकता है। हाँ चूत चुसना चहाता है तो चूस सकता है पर मेरी चूत बहुत ही संवदनशील हो चुकी है तेरा लंड नंही ले पायेगी अपने अंदर। सुबह से मेरे चूतडो के पीछे पडा है। आ अब करले अपनी हसरत पूरी। अब मैं तुझे अपने चूतडो के साथ खेलने को मना नंही करूंगी। आज के पूरी रात कर ले अपनी मर्जी की। रीमा ने अपने चूतडो और गाँड से खेलने की पूरी छूट दे दी थी। वैसे पूरी रात तू मुझे भोगेगा तो तुझे बहुत मेहनत करनी पडेगी। और पूरी रात मेहनत करने मे तुझे थोडी ताकत की जरुरत होगी। उसके लिये भी मैंने इंतजाम कर लिया है। ये ले इसी पी ले अपनी ट्रे आगे बढाते हुये बोली। अपने बेटे को ताकत देने के लिये उसकी माँ के मूत से बढ कर क्या होगा। माँ का मूत वैसे भी लंड को शक्ति देने के लिये बहुत जरुरी है। मैंने अभी अभी इस गिलास मे मूता है। देख कितनी देर से तेरे लिये बचा कर रखा था मैंने अपना मूत। खाने के बाद काफी पाने पिया था ताकि काफी मूत बना सकूं तेरे लिये। मेरे मूत से पूरा गिलास ही भर गया। इसको पीने से तेरे को पूरी रात मेरे को रौदने की ताकत मिलेगी मेरे लाल। मुझे पता है कि क्या है तेरे मन में कैसे तडप रहा है तू मेरे बदन को उधेडने के लिये और तेरा लंड तडप रहा है मेरी गाँड फाड डालने के लिये और इन सब के लिये तेरे तेरे को रात मे भी मूत की जरुरत पडेगी ताकत के लिये फिर मैं तो हुँ ही जब भी रात मे मन कर मुझे बता देना तेरे को अपना मूत पीला दूंगी।

मैं तो इतनी देर से रीमा की सुंदरता को निहार रहा था और उसके प्रेम भरे वचन सुन रहा था। रीमा के बात सुनते ही मेरा सरा शरीर मे मस्ती की एक लहर दौड गयी। रीमा ने ट्रे आगे बढा कर मूत से भरा हुया गिलास मुझे दे दिया। मैं मूत से भरे गिलास को अपनी नाक के नीचे रख कर सुंघने लगा। मूत की तीखी मस्त कर देने वाली गंध मेरी नाक मे घुस गयी। मेरा लंड नाडे मे बंधा फडफडाने लगा। बेटा मैंने तेरा लंड बाँध के रखा था क्योकी मैं नंही चाहाती थी कि कमरे मे आने से पहले तू झडे और मुझे इस रूप मे देखने का पूरा मजा न ले सके। वैसे तो तू मजा लेने के लिये आजाद है और चाहे तो नाडा खोल सकता है और कितनी भी बार झड सकता है। क्योकी आज की रात तू मेरा मर्द है और मैं तेरी औरत और मर्द को मजा देने मे औरत को खुशी होती है पर मुझे अच्छा लगेगा अगर तुम रात भर इसी तरह नाडा बाँधे रहो और करीब सुबह जाकर ही अपना नाडा खोलो। क्योकि अगर मैं तुम्हारे लंड पर नाडा बंधे हुये देखूंगी तो मेरी चूत पूरी रात गर्म रहेगी और मैं तुम्को बहुत मजा दे सकूंगी। मैं रीमा के बात का मतलब समझ गया और मैंने नाडा ना खोलने का ही विचार किया। और वैसे भी मुझे रीमा की हर बात मानने मे बहुत खुशी होती थी और मेरा लंड भी मस्त हो जाता था। फिर मैंने रीमा के मूत से भरा गिलास मुँह मे लगाया और उसका गर्म गर्म मूत पीने लगा। रीमा क मूत मैं एक बार पी चूका था और उसका स्वाद मेरे दिल मे बस गया था। उसका खारा गर्म मूत मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और मैं उसको स्वाद लेकर पी रहा था। रीमा का मूत एक बार मैं सीधा रीमा की चूत से पी चुका था पर अब गिलास से मूत पीने का अलग ही आंनद आ रहा था। मैं रीमा का मूत चुसकियाँ लेकर पी रहा था और रीमा अपनी वासना भरी निगाहो से मुझे निहार रही थी और मुझे अपने मूत को पीते हुये देख रही थी। और थोडी देर मैं ही मूत पीकर गिलास खाली कर दिया। सचमुच माँ तुम्हारा मूत ये खारा गर्म मूत पीकर मेरे अंदर एक नया उत्साह भर गया है। मैंने मूत पीकर गिलास रीमा के ट्रे मे रख दिया। रीमा ने ट्रे ली और पीछे मुड कर ट्रे रखने चल दी। रीमा का गोरा बदन और उसके भारी चूतड जो उंची ऐडी की हील होने के वजह से और भी उभर आये थे और उस पर उसकी मटकती चाल अब तो मेरे लिये रुकना बिल्कुल मुशकिल था। और अब तो रीमा ने मुझे पूरी आजादी भी दे दी थी कुछ भी करने की।


मैं रीमा के पीछे गया और घुटनो के बल उसके पीछे बैठ गया। मेर चेहरा उसके चूतडो के सामने था। जैसे ही उसने झुक कर ट्रे नीचे रखी वैसे ही उसके चूतड मेरे मुँह से टकरा गये और मैंने उसको एक चुम्बन दे दिया। रीमा के मुँह से एक आह निकल गयी। रीमा को श्याद मेरी इस हरकत की उंमीद नंही थी। तभी तो मेरी इस हरकत से रीमा एक दम से सकपका गयी। मैंने रीमा के दोनो चूतडो पर बडे ही प्यार से चुम्बन लिये और फिर अंत मे उसके चूतडो के बीच से झाँकती हुये काली झाँटो से भरी चूत का भी चुम्बन लिया फिर थोडी देर तक मैं रीमा के चूतडो को निहारता हुया उसके चूतडो को मसलने का मजा लेने लगा। उसका बदन से बहुत ही अच्छी महक आ रही थी श्याद उसने कोई पर्फूयम लगाया था। रीमा खडी हुयी सब कुछ कराती रही और मजे लेती रही उसने मुझे एक बार भी मना नंही किया। फिर मैंने रीमा से बिस्तर के तरफ चलने को कहा रीमा बोली जैसा तू बोले बेटा वर्ना मैं तो सोच रही थी की तू मुझे सारी रात ऐसे ही खडा रखेगा और मेरे चूतडो से ही खेलता रहेगा। अरे मेरी प्यरी चुदक्कड माँ सुहाग रात का मजा तो सुहाग की सेज पर ही आता है ये तो बस मैं अपनी प्यरी दुल्हन के चूतडो का थोडा मुआयना कर रहा था। रीमा एक अदा से मुस्कुरायी और बोली चल बिसतर पर चलते है कह कर वह बिस्तर की और चल दी। रीमा अपने चूतड मटकाते हुये बिस्तर की तरफ चलने लगी मैंने रीमा की कूल्हो को पकड रखा था और रीमा के चूतडो को अपनी आँखो के सामने रखना चाहाता था इसलिये मैं उसके पीछे घुटनो के बल चल रहा था और हर कदम पर उसके उसके चूतडो को चूमता जा रहा था। जब वो दाँया पैर आगे रखती तो मैं बाँये चूतड को चूमता और जब वह बाँया पैर आगे रखती तो दाँये चूतड को। रीमा को मेरा चूतड चूमना बडा ही अच्छा लग रहा था इसलिये उसने बिस्तर तक पहुंचने मे बहुत समय लगाया ताकि में पूरा मजा लेकर उसके चूतडो को चूम सकूं। रीमा बेड के पास पहुँच कर रुक गयी और मैंने उसके दोनो चूतडो पर जम कर चुम्बनो की बौछार कर दी। पागलो की तरह उसके कूल्हे पकड कर उसके चूतडो को चूमने लगा। चूतड थोडी देर चूमने के बाद मैने आगे बढने की सोची और मैं खडा हो गया। और रीमा पलट कर मेरे सामने आ गयी। अब हम दोनो एक दुसरे के बहुत पास थे।


 लगता है मेरे बेटे को अपनी दुल्हन बह्त पंसद आयी तेरे लंड को और तेरी हरकतो को देख कर तो यही लगता है। हाँ माँ तुम्को इस रूप मे देख कर तो मैं वासना मैं पागल हुये जा रहा हूँ मैं भी बहुत खुश हूँ बेटा सच कहूँ तो आज वर्षो बाद मुझे बहुत मजा आ रहा है। मुझे भी बडा मजा आ रहा है मैंने कहा। आज हमारी सुहाग रात है मेरे लाल तू अपनी दुल्हन को क्या तोहफा देगा। पहली रात को तो पत्नी को तोहफा देने के रस्म है बोल तू क्या देगा। तू अपनी इस सुंदर मस्तानी दुल्हन को क्या देगा आज रात तोहफे में। जो तुम माँगो माँ मैं वोह देने के लिये तैयार हूँ। तुम्हारे जैसी औरत तो किसी किसी को ही मिलती है। सोच ले फिर बोले की नही दे सकता तेरी माँ कुछ भी माँग सकती है। मैंने कहा तुम माँगो माँ मैं तुम्को जरुर दूँगा। ठीक है तू कहती है तो माँग लेती। मुझे एक ऐसी चीज चाहिये जिसे पाने का मन मेरा कई सालो से है और मुझे लगता है कि मेरा ये प्यारा मादरचोद बेटा मुझे ये दे सकता है। तो बताओ माँ वोह क्या है। मुझे सुहाग रात के तोहफे मे तेरी जिदंगी भर की गुलामी चाहिये। मैं चाहती हूँ की तू जिंदगी भर के लिये मेरा गुलाम बन कर रहे मेरे साथ। जो मैं कहूँ वही करे। तू मेरी खुशी और मेरी मुँह से निकली बात को पूरा करने के लिये जिये। बोल दे सकता है ये तोहफा। मैं रीमा के तरफ देख कर मुस्कुराया रीमा कि बात सुनकर मेरा लंड भी मस्ती मे फनफना गया। वैसे तो ये मेरा भी सपना था न जाने कितनी कहानियो मे पढा था इसके बारे में और रीमा आज वही मुझसे माँग रही थी या ये कहूँ वह इस इच्छा में मेरी इच्छा पूरी कर रही थी। मैंने रीमा को ये तोहफा देने का फैसला किया और बोला हाँ माँ मैं तुम्हारा गुलाम बनने को तैयार हूँ मैं तो खुद ही ये तुमसे कहने वाला था कि ये मेरी दिली इच्छा है। पर तुम्ने तो मेरा काम इतना आसान कर दिया। ठीक है जब तू भी यही चाहाता है तो आज से तू मेरा गुलाम हुआ समझ गया। जी माँ बिल्कुल समझ गया। चल अब मैं अपने गुलाम से क्या चाहाती ये सब बाकी बात बाद मैं आज मेरी मेरे बेटे के साथ सुहाग रात है और मुझे उसका मजा लेना है। रीमा और मैं आमने सामने खडे थे। रीमा झुकी और सबसे पहले मेरे पैर छुये मैंने कहा ये क्या कर रही हो माँ। अपने पति के पैर छू रही हूँ ये तो मेरा हक है। चलो मुझे आर्शीवाद दो। खुब लंड मिले तुम्को चुदवाने के लिये और तुम्को कभी भी लंडो की कमी न हो। बडा ही अच्छा आर्शीवाद दिया तुमने। फिर रीमा के मेरे लंड को हल्के से चूमा और बोली लो पतिदेव आपकी दासी तैयार है आपके लिये जैसे चाहे वैसे मसलिये अपनी दुल्हन को। माँ दासी तुम नंही मैं तुम्हारा दास हूँ हाँ मुझे पता है पर सुहाग रात को अगर पत्नी दासी न बने तो पति को उम्र भर के लिये दास कैसे बनायेगी बोल । माँ की बात को समझते हुये मैंने सर हिला दिया।

मैंने रीमा के माथे का चुम्बन लिया और उसको अपनी बाँहो मे भर लिया। उसकी बडी बडी चूचीयाँ मेरी छाती मे धंस गयी। मैंने एक हाथ उसकी पीठ पर रखा और दुसरे हाथ को उसके चूतडो पर फिराने लगा। और उसकी गर्दन पर अपनी सांसो के गर्मी फेकने लगा। उसकी कमर को अपने हाथ मे लेकर मसलने के कोशीश करने लगा। रीमा ने भी अपनी बाँहो को मेरी पीठ पर चलाना शुरु कर दिया। रीमा का गर्म बदन मेरे बदन से चिपक गया था जो मुझे अच्छा लग रहा था। मैंने अपना एक पैर उपर उठाया और उसकी जाँघ पर रगडने लगा। मैं इन सब हरकतो से रीमा के बदन की गर्मी बढा देना चाहाता था। मैंने रीमा की गर्दन पर चुम्बन लेने लगा और उसे कस के अपनी बाँहो मे जकड लिया। उसकी चूचीयाँ पूरी तरह से मेरे सीने मे दब गयी। रीमा ने अपने हाथ मेरी पीठ पर रखे और मुझे कसके अपनी और खीचने लगी। जैसे वह मुझमे समा जाना चाहाती हो। हम दोनो के बदन वासाना की आग से जल रहे थे। मैंने एक हाथ से रीमा का चेहरा उठाया और उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिया और उनको चूमने लगा। वह भी पूरी मस्ती मे मेरे होंठो को चूमे जा रही थी। मैंने उसके निचले होंठ को अपने होंठो मे लेकर चूम रहा था और वह मेरे उपरी होंठ को। उसके होंठो से मैं उसकी लिप्सटिक का स्वाद मेरे मुँह मे आ रहा था। उसकी सारी लिप्सटिक मेरे चूमने से खराब हो गयी थी और मेरे होंठो पर भी लग गयी थी। हम लोग मस्ती मे पूरी तन्लीन होकर एक दूसरे के होंठो को चूम रहे थे। मैं रीमा के रसीले होंठो का सारा रस पी जाना चाहाता था। इसलिये काफी जोर से उसके होंठो के चूस रहा था हमारी आँखे मस्ती मे पूरी तरह से बंद थी।

मेरा लंड रीमा की चूत के उपर रगड खा रहा था। रीमा भी अपने चूतड धीरे धीरे हिला रही थी जिसकी वजह से लंड कभी उसकी झाँटो से टकराता तो कभी उसकी चिकनी जाँघो से मेरे लंड पर मस्ती की कुछ बूंदे निकल आयी थी जो रीमा की जाँघो को गीला कर रही थी और मुझे अब इस सब मे मजा आने लगा था। फिर मैंने रीमा की कमर को अपने हाथो मे पकडा और उसकी गर्दन और सीने पर चुम्बन लेने लगा। साथ ही साथ उसकी कमर को अपने हाथो से कस कस मसल रहा था। रीमा की सांसे गर्म हो रही थी। रीमा भी मेरी कंधे पर चुम्बन लेने लगी। अब हम दोनो का ही खडे रहना मुशकिल हो रहा था। मैंने रीमा के बेड पर बिठा दिया और झुक कर उसकी चूचीयो के चुम्बन लेने लगा। रीमा एक दम नयी नवेली दुल्हन के तरह शर्माते हुये मुझे सब कुछ करने दे रही थी। मैंने उसकी दोनो चूचीयो का चुम्बन लिया और उसकी घुंडियो का भी चुम्बन लिया। और उसकी चूचीयो पर चुम्बन के बौछार कर दी। रीमा की चूची के एक एक इंच को मैंने चूमा रीमा के मुँह से अब हल्की सिसकियाँ आनी शुरु हो गयी थी। उसकी चूत अब गर्म होने लगी थी जिसका अहसास मैं अपनी जाँघो पर कर सकता था जो मैंने उसकी चूत पर रख रखी थी। फिर से मैंने उसके होंठ को एक चुम्बन लेकर उसके जेवर गले का हार उतारने के कोशिश करने लगा। ये क्या कर रहो हो बेटा मेरे शरीर से एक भी चीज अलग नही करनी। और मुझे इस रूप मे देख कर तेरा लंड ऐसे ही मस्त डंडे के तरह रहेगा और ऐसा लंड से मजा लेने मे मुझे भी अच्छा लगेगा। मैं जैसी हूँ ऐसे ही मुझको प्यार करना पडेगा। समझे पति देव। और कोई भी औरत सुहाग रात के दिन बैठा हुया लंड देखना पंसद नंही करती समझा। ठीक है मेरी जाने मन ऐसा ही करूंगा। मैं फिर से रीमा के बदन का चुम्बन लेने मैं जुट गया। और फिर से उसकी चूचीयो का चुम्बन लेने लगा। उसकी घुंडियाँ एक दम कडी हो गयी थी। मैंने उसकी बाँयी घुंडी को मुँह मे पकड कर चूसने लगा। और दाँयी घुंडी हो अपने अंगूठे और उंगली मैं पकड कर मसलने लगा। आह ये क्या कर है आप मेरे सारे बदन मैं कुछ कुछ हो रहा है। रीमा पूरी एक नयी नवेली दुल्हन के तरह व्यहार कर रही थी। जैसे वह अनचुदी सेक्स से अंजान नारी हो। और उसे पता ही न हो कि चूची मसलवाने से क्या होता है पर उसका ऐसा करना मेरी मस्ती को बढा रहा था।


हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | मराठी जोक्स | ट्रैनिंग | kali | rani ki | kali | boor | सच | | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | छातियाँ | sexi kutiya | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bharat | india | japan |funny animal video , funny video clips , extreme video , funny video , youtube funy video , funy cats video , funny stuff , funny commercial , funny games ebaums , hot videos ,Yahoo! Video , Very funy video , Bollywood Video , Free Funny Videos Online , Most funy video ,funny beby,funny man,funy women bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ हिंदी सेक्सी कहानिया चुदाई की कहानियाँ उत्तेजक कहानिया ,रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की सेक्सी कहानियाँ , मराठी सेक्स स्टोरीज , चूत की कहानिया , सेक्स स्लेव्स , Tags = कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ stories , kaamuk kahaaniya , हिंदी सेक्सी कहानिया चुदाई की कहानियाँ उत्तेजक कहानिया Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka maza,garam stories ,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया ,garam stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन ,kamuk-kahaniyan.blogspot.com,लड़कियां आपस , blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator