FUN-MAZA-MASTI
पापा प्लीज........22
डिंपल भाभी गेट खोली तो चिन्नी धड़धड़ाती हुई अंदर आई और रेलगाड़ी की तरह पीं करती हुई बैग रखने अंदर चली गई... डिंपल भाभी चिन्नी को देख ना चाहते हुए भी हंस पड़ी... चिन्नी रूम के अंदर से ही चिल्लाती हुई बोली,"मम्मी, आड ना मेला वो डोस्त पढ़ने लहीं आया..."
डिंपल भाभी गेट बंद कर वापस आती हुई पूछी,"क्यों बेटा..." तब तक रूपा बाथरूम से फ्रेश हो निकल गई और तौलिये से हाथ मुंह पोंछती वापस सोफे की तरफ बढ़ गई... तब तक चिन्नी बड़ी ही मासूमियत और उदासी से बोली...
चिन्नी,"मम्मी, उसकी डीडी है ना वो कह लही थी उठकोे बुखाल हो गया...वो बुखाल से लो भी लहा ठा... फिल उछके मम्मी पापा उठे डॉक्टल अंकल के पाछ ले गए... डॉक्टल अंकल उसे कान वाला लगा कल चेक किए थे मम्मी...फिल दवा दिए तो वो उछकी मम्मी ने दवा खिला कल उछे फिल छे छुला डी..."
चिन्नी तुतलाती हुई पूरी राम कहानी सुनाने लग गई जिसे सुन रूपा शरारत से आँख नचा कर भाभी से इशारों में ही बात की,"क्यों भाभी, मैं बोल रही थी ना..." डिंपल भाभी रूपा के मंसूबे समझ उसे इशारों में डाँटती मुस्कुरा दी...
डिंपल भाभी,"हाँ बेटा, वो ठीक होगा ना तब आएगा...तुम नाश्ता कर लो...भूख लग गई होगी ना..." तब तक चिन्नी की नजर रूपा पर पड़ी जिसे वो देखते ही रूपा की तरफ दौड़ती चली आई... रूपा हंसती हुई उसे प्यार से चूमती हुई गोद में बिठा ली...
फिर रूपा चिन्नी की प्यारी प्यारी सवालों का जवाब देने लग गई... तब तक डिंपल भाभी उसके लिए नाश्ता ले आई और उसे अपनी गोद में बिठा नाश्ता करवाने लगी... नाश्ता देख अचानक रूपा को याद आया कि ओह गॉड, मम्मी मुझे भी नाश्ता दी थी पर मैं भूल कर इधर चली आई...
वो उठी और भाभी से विदा ले बाहर निकल गई और सरपट भागी...नीचे पहुँच जैसे ही वो अपने घर की तरफ बढ़ी कि उसकी नजर बाहर मेन गेट की तरफ गई... जहाँ मंझली भाभी सीमा नजर आई...
सीमा भाभी को अपनी तरफ देखती पा रूपा थोड़ी ठिठकी... और अपने होंठो पर मुस्कान बिखेड़ दी... ये मुस्कान जबरदस्ती थी... तब तक सीमा भाभी तेजी से रूपा की तरफ बढ़ती चली आई...
रूपा से कुछ ही दूर पर थी सीमा भाभी कि तब तक रूपा बोल पड़ी,"क्या हाल है भाभी, आज बड़ी बन ठन के घूमने गई थी... कोई था क्या...ही...ही...ही..."
सीमा भाभी तब तक रूपा के निकट आ गई थी और रूपा के समीप खड़ी हो रूपा को हल्की चपत लगाती हुई बोली,"अरे मुझ जैसी बूढ़ी के लिए कोई भला क्यों इंतजार करेगा... वो सब तो तुम जैसी नई नई माल के फिराक में रहते हैं..."
सीमा भाभी बातों में माहिर थी एकदम...कोई एक बोले तो वो दो सुना देती थी... रूप रंग में डिंपल भाभी से बराबर थी पर फैशन में वो डिंपल भाभी से दो कदम जरूर आगे थी... डिंपल भाभी पूरी तरह भारतीय नारी की तरह बालों को रखना पसंद करती थी वहीं ये रखती थी उन्हीं की तरह पर आगे से कुछ बाल हमेशा बाईं आँखों पर लहराती रहती थी...
डिंपल भाभी सिंपल सी ब्लाउज पहनती थी और वो पूरी तरह साड़ी से ढ़की रहती वहीं इनकी डीप कट रहती थी और एक चुची तो हमेशा बाहर ही रहती थी... और गले में पहनी हार उनकी चुची की दरार में फंसी रहती थी जिसे देख किसी की भी आह निकल पड़ती...
सीमा भाभी की नाभी तो भला कौन नहीं जानता था... बिल्कुल किसी कुएं की तरह गहरी जिसमें हर डूबना चाहता हो...और नाभी के नीचे बंधी कमरबंध, वो तो जानलेवा ही थी...
उनकी दाहिनी कलाई में सिर्फ एक लहठी होती थी वो भी पतली सी जबकि बाईं कलाई में केहुनी तक चूड़ी भरी रहती हमेशा...पांवों में खनकती पायल जिसे दूर से ही सब की नजर आवाजों की तरफ मुड़ जाती... हर तरह के आभूषण व श्रृंगार से लबालब...
रूपा इठलाई, बलखाई और कटाक्ष नयनों को नचाती अदा से बोली,"हाँ पर जब तक कुंवारें लोट पोट, तब तक ब्याहे तीन चोट...और जो सुगंध खिली फूल में मिले वो कली में थोड़े ना मिल पाती..."
सीमा भाभी,"अरे वाह, बड़ी बात बनाने लग गई हो... कहीं कोई गुरू से सीख रही हो क्या..." कहती हुई सीमा भाभी रूपा से सवाल कर गई... रूपा इनकी बात से थोड़ी रूढ़ सी बोली...
रूपा,"क्या भाभी,इसमें गुरू का क्या काम... ये सब तो सब ऊपर से ही सीख के आते हैं... और रही बात बोलने की तो वो बस इधर उधर से थोड़ी बहुत सीख ली..." रूपा के बोलते ही सीमा भाभी अपनी रंग में आनी शुरू कर दी...
सीमा भाभी,"वो जो ऊपर है ना तेरी गुरू...वो नहीं सिखाती क्या? हमें मत घुमाओ, मैं सब जानती हूँ..." सीमा भाभी बोलने के साथ ऐसे नाक भौं सिकुड़ी मानों इशारों में ही उन्हें घिन्न आ गई...
रूपा,"भाभी, आप भी ना हमेशा...उफ्फ्फ... जैसे आप से बात कर लेती वैसी उनसे भी करती हूँ... और पता नहीं किस बात से आपको उनसे एलर्जी रहती है..." रूपा तंग सी आ गई थी ऐसी बात सुनते सुनते...
सीमा भाभी,"मुझे भला क्यों एलर्जी होगी... ऐं... अरे मैं किसी से नाराज या गुस्सा नहीं रहती पर हाँ किसी की चाल चलन अगर घिनौनी हो ना तो मैं उसे देखना तक पसंद नहीं करती... और मम्मी पापा तो उसी महारानी की हमेशा गुण गाते रहते हैं...हुंहह.."
उफ्फ्फ...ऐसी घटिया बात सुनते ही रूपा की तो सर से पांव गुस्से से भर आई... उसके अंदर पावर हाउस की करंट दौड़ गई... मन ही मन बोलने लगी कमीनी, वेश्या की तरह तुम बन ठन के मटकती हुई घूमती रहती हो और बदचलन उसे कह रही हो जो आज तक कभी तुम्हारी तरह पहरावे की सोची भी नहीं...
और घमंड से तुम मुंह फिरा के रहती हो सबसे और दोष उन्हें देती हो जो हर वक्त मौजूद रहती हैं... वो गुस्से में पागल सी हो गई और क्या बोलती, उसे खुद समझ नहीं आ रही थी... आखिरकार वो दिमाग को किसी तरह रोकी और काफी मशक्कत के बाद बोली...
रूपा,"भाभी, ये क्या कह रही हो आप फिजूल की बातें... ये गलत है किसी को बदनाम करना..." रूपा की बात सुनते ही वो भड़कती सी उठी और नाक मुंह हाथ पांव सब एक साथ चमकाती हुई बोली...
सीमा भाभी,"रूपा, मेरे सर सर सींग नहीं उग आए हैं जो बेवजह किसी को कुछ बोल दूँ...चल आ मेरे साथ मैं तुम्हें दिखाती हूँ..." कहती हुई सीमा भाभी चमकती हुई पलटी और चल दी अपने फ्लैट की ओर... पीछे पीछे रूपा भी एकबुत बनी... वो क्या सुन रही थी उसे कतई विश्वास नहीं हो रही थी...
सीमा भाभी अपने फ्लैट में दाखिल होते ही सीधी बेडरूम में घुस गई... रूपा भी उनके पीछे खींचती हुई चली गई... उसके अंदर सवालों को मकड़जाल सा बुन गया... आखिर सीमा भाभी क्या दिखाना चाहती है...
डिंपल भाभी को नीचा दिखाने की उसने कई बार कोशिश तो जरूर की थी पर हर बार वो मात खा गई... आखिर वो झूठ का चोला जो पहन कर कोशिश करती थी... पर आज तो इनके तेवर देख किसी को भी सोचने पर मजबूर कर सकता है कि हो ना हो जरूर कोई चीज है, तभी तो इतना उड़ रही है...
तभी सीमा भाभी अपना लैपटॉप निकाली और ऑन करती बेड पर बैठ गई... रूपा भी उनकी बगल में गुमशुम बैठ स्क्रीन पर नजर गड़ा दी और जल्द से जल्द देखने को आतुर हो गई...
तभी सीमा भाभी खटखटाती हुई एक प्राइवेट फोल्डर खोली जो कि पासवर्ड से सिक्योर थी... पहले उसने उस फोल्डर की जन्मतिथि दिखाई जो की आज सुबह की ही है.. मतलब ये अस्त्र आज ही मिली थी उन्हें...
सीमा भाभी ने फोल्डर ओपेन की तो छोटी छोटी कई पिक्चर थी...रूपा पिक्स देखते ही स्क्रीन की ओर आँख सटाती हुई देखने की कोशिश करने लगी... जिसे देख सीमा भाभी कुटील हंसी के साथ बोली,"अरे रूपा, इतनी परेशान होने की जरूरत नहीं है... ये ओपेन भी होती है...ये देखो फूल स्क्रीन में..."
पिक्चर खुलते ही रूपा तो गश खा गिरते गिरते बची...उसे अपनी आँखों पर विश्वास नहीं हो रहा था... वो कभी फोटो देखती तो कभी सीमा भाभी को हताश भरी नजरों से...
फोटों डिंपल भाभी की शादी से पहले की थी और वो एक लड़के की गोद में सर रख लेटी थी और अपने हाथ उस लड़के के गाल पर रखी थी... साथ ही वो लड़का भी मुस्काता हुआ डिंपल भाभी के होंठो को टच किए हुए था...
फोटो देख तो हर कोई समझ सकता था कि ये प्रेमी जोड़े हैं... रूपा बड़ी गौर से डिंपल भाभी को देखी तो भी सुकून नहीं... क्योंकि वो डिंपल भाभी ही थी जिनके निचली होंठ पर तिल साफ साफ दिख रही थी...
सीमा भाभी,"रूपा ये तो कुछ भी नहीं है, अपनी प्यारी भाभी के और कारनामे देखेगी... ये लो. देखो..." कहती हुई सीमा भाभी ने नेक्सट बटन दबा दी... फोटो देखते ही सीमा भाभी आय-हाय छम्मक छल्लो.. करती हुई मुस्कुरा दी...
डिंपल भाभी की आँखें बंद थी और उनकी साँसें ऊपर खींच कर रोकी सी लग रही रही थी...जबकि वो लड़का डिंपल भाभी के उभारों के ठीक उपर चूम रहा था मस्ती से और उसका हाथ नीचे से चुची से सटा हुआ था जिसे डिंपल भाभी कस के पकड़ी हुई थी...
सीमा भाभी कुटीलता से हंसती मौका देख नेक्स्ट बटन... ये तो और सर चकराने वाली थी... अबकी बार उसका हाथ डिंपल भाभी की सीधी चुची पर थी और डिंपल भाभी के हाथ उस लड़के के हाथ पर... फोटो से प्रतीत हो रही थी कि मामला गरम हो रही होगी उस वक्त... फिर नेक्सट...
दोनों के होंठ आपस में चिपक गए थे अब और लड़के के हाथों की नस उभरी नजर आ रही थी... मतलब चुची मर्दन शुरू हो चुकी थी... नेक्सट...
अचानक डिंपल भाभी टापलेस...सिर्फ ब्रॉ में...नीचे कुरती पहनी थी...और वो लड़का भी सिर्फ जींस में... डिंपल भाभी के दोनों पैर को बीच में हटा ठीक बूर के ऊपर लंड टिका दबाए था और चुची मसल किस कर रहा था...नेक्सट...
काफी क्लोजअप सीन... डिंपल भाभी की सफेद ब्रॉ की... वो लड़की निप्पल को चुटकी से पकड़ ऊपर की तरफ उठा कर क्लोजअप पिक्स था... डिंपल भाभी की उत्तेजना कड़ी हो चुकी निप्पल से साफ मालूम चल रही थी...नेक्सट...
इतनी हॉट पोज धीरे धीरे बढ़ रही हो और देखने वाले का कुछ ना हो... असंभव... भले ही रूपा हैरान परेशान थी, वो विश्वास ना कर पा रही थी... ना सीमा भाभी पर, ना डिंपल भाभी पर, ना खुद पर किंतु सामने सच्चाई तो कुछ और ही रंग बिखेर रही थी...
जिसका असर रूपा पर साफ देखी जा सकती थी...ये बात सीमा भाभी नोट भी कर चुकी थी... जिसे देख वो मंद मंद मुस्कुरा रही थी... रूपा अपनी जांघों को भींच वासना को दबाने की भरकस प्रयास कर रही थी...
अगली पिक्स में डिंपल भाभी सिर्फ पेंटी ब्रॉ में...लड़का अब बगल में बैठ डिंपल भाभी की चुची को ब्रॉ के ऊपर से ही चूम रहा था और हाथ नाभी को कुरेद रहा था...नेक्सट...
रूपा के अंदर तो कोई लावा उसे जला कर राख किए जा रही थी... सीमा भाभी तो वैसे भी डिंपल भाभी को हमेशा नीचा दिखाने की ताक में रहती थी... कितनी पसंद थी.... रूपा, पुष्पा, कालिया और जितने जाननेवाले परिचित लोग थे सबके... पर वो सब एक ही झटके में चूर चूर...
अभी तो रूपा पर बिजली गिर रही थी... जब ये सब मम्मी, पापा लोग देखेंगे तब क्या बीतेगी डिंपल भाभी पर...सीमा भाभी से अगर इस बात पर चर्चा भी की तो वो तो ऐसे बरसेगी जैसे आग में पेट्रोल छिड़कने पर होती है...
रूपा की तो देख कर हालत खराब हो ही गई थी और उससे भी घिनौनी उसे तब महसूस होती जब डिंपल भाभी की हंसमुख चेहरे को याद कर... डिंपल भाभी के चेहरे पर की खुशी उसे एक पल में मिटती नजर आई और उसके बाद की जो तस्वीरें सामने आई उसे देख तो रूपा कांप सी गई....
रूपा अब बर्दाश्त करने की हालत में नहीं थी और वो बेड से उठने के लिए जैसे ही हुई कि सीमा भाभी उसे कंधे पर हाथ रख बोली,"रूपा, बुरा लगा क्या...ओके इसके लिए माफ कर देना क्योंकि सबकी चहेती का असली रूप सामने ला दी... और सबको दुख दी.. पर मैं क्या कर सकती हूँ... सच तो सच है ना..."
रूपा कुछ बोलने की हालत में नहीं थी... वो बस टुकुर टुकुर देखे जा रही थी... सीमा भाभी को वो सुन भी रही थी या नहीं ,पता नहीं...सीमा भाभी तभी रूपा के चेहरे को वापस स्क्रीन की ओर मोड़ दी...
अब तो सब ओपेन थी...लड़का भी पूरा नंगा, डिंपल भाभी की पैंटी उनके एक पैर में आ फंसी थी...और लड़का भाभी के दोनों पैर को अपने कमर में लिपटाए पड़ा था... एकदम साफ दिख रही थी कि भाभी की बूर में उसका लंड समाया था...नेक्सट...
उसी पोज की पिक्स थी पर अब वो भाभी के चेहरे की एक्सपीरीशन थी...भाभी मुँह खोले उचकी थी, आँखें बंद थी...लड़का सर नीचे किए भाभी की एक चुची मुंह में ठूंसे था और दूसरे की निप्पल को दूसरे हाथ से ढ़ंके था...
तभी सीमा भाभी बोली,"रूपा, तेरी प्यारी भाभी तो बड़ी पतिव्रता निकली..."रूपा सीमा भाभी की ये कटाक्ष सुन फड़फड़ा कर जख्मी सी हो गई... सीमा भाभी अब सीधी रूपा पर वार करने लग गई थी... रूप खून के घूंट पी कर रह गई...
सीमा भाभी आगे बोली,"अब तुम सोच रही होगी कि ये पिक्स कहाँ से आई..." सीमा भाभी की सुनते ही रूपा हामी की नजरों से उनकी तरफ देखने लगी... सीमा भाभी अपनी नैन चमकाती हुई रूपा को जवाब दी...
सीमा भाभी,"ये सब फेसबुक की देन है...ये लड़का उसी नानी की मायके में पड़ोसी है... पैसे वाला है... पहले तो मैं इसके रिक्वेस्ट को इग्नॉर कर रही थी पर जब उसकी प्लेस देखी तो रिप्लाई दे दी..."
सीमा भाभी आगे बोली,"और फिर जैसा कि सब लौंडो की आदत है ना लड़की इम्प्रेस्ड करने की तो उसी चक्कर में इसने ये सब हमें दिखाया... मैं भी पहले देख के चकरा गई..."
रूपा हैरान परेशान धीमी आवाज में पूछी,"कुछ समझी नहीं भाभी..."
सीमा भाभी,"अरे पहले तो नॉर्मल चैट हुई... मैं जब देखी कि ये तुम्हारी भाभी के शहर से है तो सोची थोड़ी चैटिंग कर लेती हूँ...फिर वो धीरे धीरे बोल्ड होता गया...तो मैं भी कुछ झूठी बात बना कर बताने लगी कि मेरे भी कई ब्वायफ्रेंड थे...सेक्स भी की थी... वगैरह वगैरह.. और मस्ती करती गई..."
सीमा भाभी की बात अब रूपा की समझ में आने लगी थी...सीमा भाभी आगे बोली,"फिर जब उसके गर्लफ्रेंड के बारे में पूछी तो वो पहले तो ना किया...जब दो चार लेक्चर दी कि झूठे पसंद नहीं और मैं यहां मस्ती करने आती हूँ और बात बनी तो रिलेशन भी...वगैरह वगैरह... तो उसने कबूला और अपनी गर्लफ्रेंड का नाम बताया... नाम सुनते ही मुझे तो करंट लग गई और विश्वास नहीं कर पा रही थी..."
"मैं ये नहीं बोली कि ये अब हमारी घर की रानी है और बात बदल के पूछी कि इनके साथ सेक्स कैसी रही तो उसने हमें दिखा के पूछा देख के बताओ तुम ही...फिर ये सब तस्वीरें भेज दी... पर मैंने उससे ये भी पूछी कि यार ऐसी तस्वीरें तुम्हारे पास है तो कुछ फायदा उठाते कि नहीं..."
सीमा भाभी की बात सुन रूपा जिज्ञासापूर्ण उनकी तरफ देखी कि वो क्या बोला...सीमा भाभी,"..तो ये नहीं बता पाया और वो डिस्कनेक्ट हो गया...शायद नेटवर्क में प्रॉब्लम आ गई थी उसे... आज फिर चैट करूंगी रात में तो मालूम पड़ जाएगी.."
रूपा की समझ में सारी बात तो आ गई पर एक बात फिर खटक गई...रूपा,"अगर वो अभी भी ब्लैकमेल करता होगा तब तो बहुत ही गड़बड़ है..."
"हाँ हो सकता है कि कर रहा हो पर उससे पहले अपनी इस महारानी की तो देखोऽ.. ये गई तभी तो वो कुछ किया, नहीं जाती तो थोड़े ही... रंडी कहीं की..." सीमा भाभी बोलते बोलते रूक सी गई क्योंकि रूपा उन्हें कच्ची चबा जाने वाली नजरों से घूरने जो लग गई थी...
सीमा भाभी सोची की अभी के लिए इतनी ही काफी है... तो उन्होंने स्क्रीन से फोटो गायब कर दी और कोई जख्मी भरे नगमें प्ले कर लैपी साइड में कर दी...फिर कुटीलता से रूपा की तरफ देखने लगी...
रूपा क्या बोलती, पर बिना कुछ कहे तो रह नहीं सकती...रूपा,"भाभी, ये तो गलत है...साले ऐसे कमीने लड़के को तो..." रूपा दिल की भड़ास निकालनी चाही पर बीच में ही सीमा भाभी टपक पड़ी...
सीमा भाभी,"ना...ना..बेबी... उस लड़के को गाली मत दो... अगर गाली देनी ही है तो उस महारानीऽ... को सुनाओ...जो मयके में पता नहीं कितनों से मुंह काला की है और अब शरीफ की चादर ओढ़ सबको दिखला रही कि मैं पतिव्रता हूँ.. ये हूँ..वो हूँ...ऐसी पहन नहीं सकती..वैसे मुझे शर्म आती है...."
रूपा की तो लग गई... पर विवश हो बोली,"भाभी...ऽ प्लीजऽ... आपसे एक रिक्वेस्ट है मेरी अभी... प्लीज मना मत करना..." रूपा की आवाजें रूआंसी सी हो गई थी जिसे सीमा भाभी ताड़ गई और हामी भर दी...
रूपा,"भाभी, आप ये सब प्लीज मम्मी- पापा या किसी और को मत दिखाना और ना जिक्र करना... मैं डिंपल भाभी से पहले बात करूँगी...फिर सोचेंगे...अगर अभी किसी को मालूम पड़ गई तो पता नहीं गुस्से में मम्मी पापा या भैया क्या एक्शन लें ले..."
सीमा भाभी रूपा की बात सुनते ही कुटीलता से आँख चमकाई और प्यार से रूपा के गालों को सहलाती बोली,"अरे कैसी बात करती हो रूपा...मैं अगर ऐसी बात सोचती तो भला तुम्हें पहले क्यों बताती...मैं तो डिंपल से ही सीधे पूछने जाती पर वो मुझे देखते ही भड़क उठती है तो ये सब देखेगी तो पता नहीं क्या करती..."
"तब सोची कि अगर तुम्हें बताई जाई तो कुछ सोची भी जा सकती है और तुम तो उनसे पूछ ही सकती हो...अरे शक तो मुझे पहले से ही था पर वो इतना शरीफ बनी फिरती है कि मुंह खोलते भी नहीं बन रही थी और वो मेरी किसी बात का ढ़ंग से जवाब नहीं देती थी...तभी तो मेरी उससे नहीं पटती थी...और बातचीत बंद हो गई ..."सीमा भाभी कहती हुई रूपा को तसल्ली दी...
रूपा तो सब समझ रही थी पर स्थिति ही कुछ ऐसी थी कि उसे सीमा भाभी की बात टालते बन नहीं रही थी... खास कर ऐसे मौके पर जहाँ थोड़ी सी कड़वी बात कुछ भी करवा सकती थी... रूपा मन को किसी तरह दिलासा दी और बोली...
रूपा,"ठीक है भाभी, मैं चलती हूँ ...मम्मी आंटी के यहाँ गई है तो मुझे किचन का काम करने बोल गई थी...बाद में आपसे मिलती हूँ..." कहती हुई रूपा जाने के उठी तो साथ में सीमा भाभी भी उठती हुई बोली...
सीमा भाभी,"ठीक है...कल बता दूँगी और सारी बातें... पता नहीं कहाँ से ये रंडी इस खानदान में आ गई और सबकी इज्जत दांव पर लगा दी...कलमुंही इतनी खुजली थी तो अपने मां बाप के यहाँ रहती और मुंह मारती फिरती..." और ढ़ेर सारी दुआए सुनाती चली गई...
रूपा गेट के पास आती सिर्फ "प्लीज भाभी..ऽ "कह सकी और निकल गई... रूपा कुछ समझ पाने की हालत में नहीं थी कि क्या करे...वो अंदर अपने रूम में इतनी तेजी से घुसी जितनी तेज बिजली दौड़ी हो और वो बेड पर धम्म से गिरती सुबकने से लगी...
वो रो रही थी क्योंकि सीमा भाभी इस मौके को किसी कीमत पर खोती नहीं...परिणामतः डिंपल भाभी के साथ क्या होता वो तो सोच भी नहीं सकती.. साथ साथ उसके मम्मी पापा की इज्जत की भी धज्जियाँ उड़ जाती...
डिंपल भाभी अगर अभी आ जाए रूपा के सामने तो उसका मुंह नोंच लेती... कमीनी कितनी साफ सुथरी छवि दिखाती फिरती है सबको... शाली पता नहीं कितनों संग गुल खिला चुकी है... अभी तो एक ही है...
काफी देर तक रूपा बस यूँ ही पड़ी रही और सोचती रही...पर कुछ सूझ नहीं रही थी... वो सीमा भाभी से उस लड़के की आई डी मांगती तो वो देती नहीं...वो लड़का जब इतने दिनों से तस्वीरे संभाल के रखा है तो ब्लैकमेल भी जरूर करता होगा...
फिर तो डिंपल भाभी...नहीं नहीं... वो सिर्फ अपने लिए करता होगा... अगर वैसी बात होती तो डिंपल भाभी किसी को जरूर बताती इतने दिनों में... और सबसे बड़ी बात कि उसे ये बात छुपाने की क्या जरूरत थी अगर वो ब्लैकमेल कर रहा होगा तो... हाँ अगर रिलेशन खत्म हो गए होंगे तो बस सबको ढ़ंग से समझाने की जरूरत होगी... और अगर नहीं हुई होगी तो आफत आ जाएगी...
ये बात तो अब कल ही मालूम पड़ेगी सीमा भाभी से...
Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | उत्तेजक | कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना मराठी जोक्स | कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी कहानियाँ | मराठी | .blogspot.com | जोक्स | चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी कहानी | पेलता | कहानियाँ | सच | स्टोरी | bhikaran ki | sexi haveli | haveli ka such | हवेली का सच | मराठी स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | की कहानियाँ | मराठी कथा | बकरी की | kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | kutiya | आँटी की | एक कहानी | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | | pehli bar merane ke khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | मारो | मराठी रसभरी कथा | | ढीली पड़ गयी | चुची | स्टोरीज | गंदी कहानी | शायरी | lagwana hai | payal ne apni | haweli | ritu ki hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | www. भिगा बदन | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कामरस कहानी | मराठी | मादक | कथा | नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | bua | bahan | maa | bhabhi ki chachi ki | mami ki | bahan ki | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi, nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories, hindi stories,urdu stories,bhabi,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi maa ,desi bhabhi,desi ,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story, kahaniyan,aunty ,bahan ,behan ,bhabhi ko,hindi story sali ,urdu , ladki, हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी , kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी , ,raj-sharma-stories कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन , ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी , ,जीजू , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की कहानियाँ , मराठी स्टोरीज , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
पापा प्लीज........22
डिंपल भाभी गेट खोली तो चिन्नी धड़धड़ाती हुई अंदर आई और रेलगाड़ी की तरह पीं करती हुई बैग रखने अंदर चली गई... डिंपल भाभी चिन्नी को देख ना चाहते हुए भी हंस पड़ी... चिन्नी रूम के अंदर से ही चिल्लाती हुई बोली,"मम्मी, आड ना मेला वो डोस्त पढ़ने लहीं आया..."
डिंपल भाभी गेट बंद कर वापस आती हुई पूछी,"क्यों बेटा..." तब तक रूपा बाथरूम से फ्रेश हो निकल गई और तौलिये से हाथ मुंह पोंछती वापस सोफे की तरफ बढ़ गई... तब तक चिन्नी बड़ी ही मासूमियत और उदासी से बोली...
चिन्नी,"मम्मी, उसकी डीडी है ना वो कह लही थी उठकोे बुखाल हो गया...वो बुखाल से लो भी लहा ठा... फिल उछके मम्मी पापा उठे डॉक्टल अंकल के पाछ ले गए... डॉक्टल अंकल उसे कान वाला लगा कल चेक किए थे मम्मी...फिल दवा दिए तो वो उछकी मम्मी ने दवा खिला कल उछे फिल छे छुला डी..."
चिन्नी तुतलाती हुई पूरी राम कहानी सुनाने लग गई जिसे सुन रूपा शरारत से आँख नचा कर भाभी से इशारों में ही बात की,"क्यों भाभी, मैं बोल रही थी ना..." डिंपल भाभी रूपा के मंसूबे समझ उसे इशारों में डाँटती मुस्कुरा दी...
डिंपल भाभी,"हाँ बेटा, वो ठीक होगा ना तब आएगा...तुम नाश्ता कर लो...भूख लग गई होगी ना..." तब तक चिन्नी की नजर रूपा पर पड़ी जिसे वो देखते ही रूपा की तरफ दौड़ती चली आई... रूपा हंसती हुई उसे प्यार से चूमती हुई गोद में बिठा ली...
फिर रूपा चिन्नी की प्यारी प्यारी सवालों का जवाब देने लग गई... तब तक डिंपल भाभी उसके लिए नाश्ता ले आई और उसे अपनी गोद में बिठा नाश्ता करवाने लगी... नाश्ता देख अचानक रूपा को याद आया कि ओह गॉड, मम्मी मुझे भी नाश्ता दी थी पर मैं भूल कर इधर चली आई...
वो उठी और भाभी से विदा ले बाहर निकल गई और सरपट भागी...नीचे पहुँच जैसे ही वो अपने घर की तरफ बढ़ी कि उसकी नजर बाहर मेन गेट की तरफ गई... जहाँ मंझली भाभी सीमा नजर आई...
सीमा भाभी को अपनी तरफ देखती पा रूपा थोड़ी ठिठकी... और अपने होंठो पर मुस्कान बिखेड़ दी... ये मुस्कान जबरदस्ती थी... तब तक सीमा भाभी तेजी से रूपा की तरफ बढ़ती चली आई...
रूपा से कुछ ही दूर पर थी सीमा भाभी कि तब तक रूपा बोल पड़ी,"क्या हाल है भाभी, आज बड़ी बन ठन के घूमने गई थी... कोई था क्या...ही...ही...ही..."
सीमा भाभी तब तक रूपा के निकट आ गई थी और रूपा के समीप खड़ी हो रूपा को हल्की चपत लगाती हुई बोली,"अरे मुझ जैसी बूढ़ी के लिए कोई भला क्यों इंतजार करेगा... वो सब तो तुम जैसी नई नई माल के फिराक में रहते हैं..."
सीमा भाभी बातों में माहिर थी एकदम...कोई एक बोले तो वो दो सुना देती थी... रूप रंग में डिंपल भाभी से बराबर थी पर फैशन में वो डिंपल भाभी से दो कदम जरूर आगे थी... डिंपल भाभी पूरी तरह भारतीय नारी की तरह बालों को रखना पसंद करती थी वहीं ये रखती थी उन्हीं की तरह पर आगे से कुछ बाल हमेशा बाईं आँखों पर लहराती रहती थी...
डिंपल भाभी सिंपल सी ब्लाउज पहनती थी और वो पूरी तरह साड़ी से ढ़की रहती वहीं इनकी डीप कट रहती थी और एक चुची तो हमेशा बाहर ही रहती थी... और गले में पहनी हार उनकी चुची की दरार में फंसी रहती थी जिसे देख किसी की भी आह निकल पड़ती...
सीमा भाभी की नाभी तो भला कौन नहीं जानता था... बिल्कुल किसी कुएं की तरह गहरी जिसमें हर डूबना चाहता हो...और नाभी के नीचे बंधी कमरबंध, वो तो जानलेवा ही थी...
उनकी दाहिनी कलाई में सिर्फ एक लहठी होती थी वो भी पतली सी जबकि बाईं कलाई में केहुनी तक चूड़ी भरी रहती हमेशा...पांवों में खनकती पायल जिसे दूर से ही सब की नजर आवाजों की तरफ मुड़ जाती... हर तरह के आभूषण व श्रृंगार से लबालब...
रूपा इठलाई, बलखाई और कटाक्ष नयनों को नचाती अदा से बोली,"हाँ पर जब तक कुंवारें लोट पोट, तब तक ब्याहे तीन चोट...और जो सुगंध खिली फूल में मिले वो कली में थोड़े ना मिल पाती..."
सीमा भाभी,"अरे वाह, बड़ी बात बनाने लग गई हो... कहीं कोई गुरू से सीख रही हो क्या..." कहती हुई सीमा भाभी रूपा से सवाल कर गई... रूपा इनकी बात से थोड़ी रूढ़ सी बोली...
रूपा,"क्या भाभी,इसमें गुरू का क्या काम... ये सब तो सब ऊपर से ही सीख के आते हैं... और रही बात बोलने की तो वो बस इधर उधर से थोड़ी बहुत सीख ली..." रूपा के बोलते ही सीमा भाभी अपनी रंग में आनी शुरू कर दी...
सीमा भाभी,"वो जो ऊपर है ना तेरी गुरू...वो नहीं सिखाती क्या? हमें मत घुमाओ, मैं सब जानती हूँ..." सीमा भाभी बोलने के साथ ऐसे नाक भौं सिकुड़ी मानों इशारों में ही उन्हें घिन्न आ गई...
रूपा,"भाभी, आप भी ना हमेशा...उफ्फ्फ... जैसे आप से बात कर लेती वैसी उनसे भी करती हूँ... और पता नहीं किस बात से आपको उनसे एलर्जी रहती है..." रूपा तंग सी आ गई थी ऐसी बात सुनते सुनते...
सीमा भाभी,"मुझे भला क्यों एलर्जी होगी... ऐं... अरे मैं किसी से नाराज या गुस्सा नहीं रहती पर हाँ किसी की चाल चलन अगर घिनौनी हो ना तो मैं उसे देखना तक पसंद नहीं करती... और मम्मी पापा तो उसी महारानी की हमेशा गुण गाते रहते हैं...हुंहह.."
उफ्फ्फ...ऐसी घटिया बात सुनते ही रूपा की तो सर से पांव गुस्से से भर आई... उसके अंदर पावर हाउस की करंट दौड़ गई... मन ही मन बोलने लगी कमीनी, वेश्या की तरह तुम बन ठन के मटकती हुई घूमती रहती हो और बदचलन उसे कह रही हो जो आज तक कभी तुम्हारी तरह पहरावे की सोची भी नहीं...
और घमंड से तुम मुंह फिरा के रहती हो सबसे और दोष उन्हें देती हो जो हर वक्त मौजूद रहती हैं... वो गुस्से में पागल सी हो गई और क्या बोलती, उसे खुद समझ नहीं आ रही थी... आखिरकार वो दिमाग को किसी तरह रोकी और काफी मशक्कत के बाद बोली...
रूपा,"भाभी, ये क्या कह रही हो आप फिजूल की बातें... ये गलत है किसी को बदनाम करना..." रूपा की बात सुनते ही वो भड़कती सी उठी और नाक मुंह हाथ पांव सब एक साथ चमकाती हुई बोली...
सीमा भाभी,"रूपा, मेरे सर सर सींग नहीं उग आए हैं जो बेवजह किसी को कुछ बोल दूँ...चल आ मेरे साथ मैं तुम्हें दिखाती हूँ..." कहती हुई सीमा भाभी चमकती हुई पलटी और चल दी अपने फ्लैट की ओर... पीछे पीछे रूपा भी एकबुत बनी... वो क्या सुन रही थी उसे कतई विश्वास नहीं हो रही थी...
सीमा भाभी अपने फ्लैट में दाखिल होते ही सीधी बेडरूम में घुस गई... रूपा भी उनके पीछे खींचती हुई चली गई... उसके अंदर सवालों को मकड़जाल सा बुन गया... आखिर सीमा भाभी क्या दिखाना चाहती है...
डिंपल भाभी को नीचा दिखाने की उसने कई बार कोशिश तो जरूर की थी पर हर बार वो मात खा गई... आखिर वो झूठ का चोला जो पहन कर कोशिश करती थी... पर आज तो इनके तेवर देख किसी को भी सोचने पर मजबूर कर सकता है कि हो ना हो जरूर कोई चीज है, तभी तो इतना उड़ रही है...
तभी सीमा भाभी अपना लैपटॉप निकाली और ऑन करती बेड पर बैठ गई... रूपा भी उनकी बगल में गुमशुम बैठ स्क्रीन पर नजर गड़ा दी और जल्द से जल्द देखने को आतुर हो गई...
तभी सीमा भाभी खटखटाती हुई एक प्राइवेट फोल्डर खोली जो कि पासवर्ड से सिक्योर थी... पहले उसने उस फोल्डर की जन्मतिथि दिखाई जो की आज सुबह की ही है.. मतलब ये अस्त्र आज ही मिली थी उन्हें...
सीमा भाभी ने फोल्डर ओपेन की तो छोटी छोटी कई पिक्चर थी...रूपा पिक्स देखते ही स्क्रीन की ओर आँख सटाती हुई देखने की कोशिश करने लगी... जिसे देख सीमा भाभी कुटील हंसी के साथ बोली,"अरे रूपा, इतनी परेशान होने की जरूरत नहीं है... ये ओपेन भी होती है...ये देखो फूल स्क्रीन में..."
पिक्चर खुलते ही रूपा तो गश खा गिरते गिरते बची...उसे अपनी आँखों पर विश्वास नहीं हो रहा था... वो कभी फोटो देखती तो कभी सीमा भाभी को हताश भरी नजरों से...
फोटों डिंपल भाभी की शादी से पहले की थी और वो एक लड़के की गोद में सर रख लेटी थी और अपने हाथ उस लड़के के गाल पर रखी थी... साथ ही वो लड़का भी मुस्काता हुआ डिंपल भाभी के होंठो को टच किए हुए था...
फोटो देख तो हर कोई समझ सकता था कि ये प्रेमी जोड़े हैं... रूपा बड़ी गौर से डिंपल भाभी को देखी तो भी सुकून नहीं... क्योंकि वो डिंपल भाभी ही थी जिनके निचली होंठ पर तिल साफ साफ दिख रही थी...
सीमा भाभी,"रूपा ये तो कुछ भी नहीं है, अपनी प्यारी भाभी के और कारनामे देखेगी... ये लो. देखो..." कहती हुई सीमा भाभी ने नेक्सट बटन दबा दी... फोटो देखते ही सीमा भाभी आय-हाय छम्मक छल्लो.. करती हुई मुस्कुरा दी...
डिंपल भाभी की आँखें बंद थी और उनकी साँसें ऊपर खींच कर रोकी सी लग रही रही थी...जबकि वो लड़का डिंपल भाभी के उभारों के ठीक उपर चूम रहा था मस्ती से और उसका हाथ नीचे से चुची से सटा हुआ था जिसे डिंपल भाभी कस के पकड़ी हुई थी...
सीमा भाभी कुटीलता से हंसती मौका देख नेक्स्ट बटन... ये तो और सर चकराने वाली थी... अबकी बार उसका हाथ डिंपल भाभी की सीधी चुची पर थी और डिंपल भाभी के हाथ उस लड़के के हाथ पर... फोटो से प्रतीत हो रही थी कि मामला गरम हो रही होगी उस वक्त... फिर नेक्सट...
दोनों के होंठ आपस में चिपक गए थे अब और लड़के के हाथों की नस उभरी नजर आ रही थी... मतलब चुची मर्दन शुरू हो चुकी थी... नेक्सट...
अचानक डिंपल भाभी टापलेस...सिर्फ ब्रॉ में...नीचे कुरती पहनी थी...और वो लड़का भी सिर्फ जींस में... डिंपल भाभी के दोनों पैर को बीच में हटा ठीक बूर के ऊपर लंड टिका दबाए था और चुची मसल किस कर रहा था...नेक्सट...
काफी क्लोजअप सीन... डिंपल भाभी की सफेद ब्रॉ की... वो लड़की निप्पल को चुटकी से पकड़ ऊपर की तरफ उठा कर क्लोजअप पिक्स था... डिंपल भाभी की उत्तेजना कड़ी हो चुकी निप्पल से साफ मालूम चल रही थी...नेक्सट...
इतनी हॉट पोज धीरे धीरे बढ़ रही हो और देखने वाले का कुछ ना हो... असंभव... भले ही रूपा हैरान परेशान थी, वो विश्वास ना कर पा रही थी... ना सीमा भाभी पर, ना डिंपल भाभी पर, ना खुद पर किंतु सामने सच्चाई तो कुछ और ही रंग बिखेर रही थी...
जिसका असर रूपा पर साफ देखी जा सकती थी...ये बात सीमा भाभी नोट भी कर चुकी थी... जिसे देख वो मंद मंद मुस्कुरा रही थी... रूपा अपनी जांघों को भींच वासना को दबाने की भरकस प्रयास कर रही थी...
अगली पिक्स में डिंपल भाभी सिर्फ पेंटी ब्रॉ में...लड़का अब बगल में बैठ डिंपल भाभी की चुची को ब्रॉ के ऊपर से ही चूम रहा था और हाथ नाभी को कुरेद रहा था...नेक्सट...
रूपा के अंदर तो कोई लावा उसे जला कर राख किए जा रही थी... सीमा भाभी तो वैसे भी डिंपल भाभी को हमेशा नीचा दिखाने की ताक में रहती थी... कितनी पसंद थी.... रूपा, पुष्पा, कालिया और जितने जाननेवाले परिचित लोग थे सबके... पर वो सब एक ही झटके में चूर चूर...
अभी तो रूपा पर बिजली गिर रही थी... जब ये सब मम्मी, पापा लोग देखेंगे तब क्या बीतेगी डिंपल भाभी पर...सीमा भाभी से अगर इस बात पर चर्चा भी की तो वो तो ऐसे बरसेगी जैसे आग में पेट्रोल छिड़कने पर होती है...
रूपा की तो देख कर हालत खराब हो ही गई थी और उससे भी घिनौनी उसे तब महसूस होती जब डिंपल भाभी की हंसमुख चेहरे को याद कर... डिंपल भाभी के चेहरे पर की खुशी उसे एक पल में मिटती नजर आई और उसके बाद की जो तस्वीरें सामने आई उसे देख तो रूपा कांप सी गई....
रूपा अब बर्दाश्त करने की हालत में नहीं थी और वो बेड से उठने के लिए जैसे ही हुई कि सीमा भाभी उसे कंधे पर हाथ रख बोली,"रूपा, बुरा लगा क्या...ओके इसके लिए माफ कर देना क्योंकि सबकी चहेती का असली रूप सामने ला दी... और सबको दुख दी.. पर मैं क्या कर सकती हूँ... सच तो सच है ना..."
रूपा कुछ बोलने की हालत में नहीं थी... वो बस टुकुर टुकुर देखे जा रही थी... सीमा भाभी को वो सुन भी रही थी या नहीं ,पता नहीं...सीमा भाभी तभी रूपा के चेहरे को वापस स्क्रीन की ओर मोड़ दी...
अब तो सब ओपेन थी...लड़का भी पूरा नंगा, डिंपल भाभी की पैंटी उनके एक पैर में आ फंसी थी...और लड़का भाभी के दोनों पैर को अपने कमर में लिपटाए पड़ा था... एकदम साफ दिख रही थी कि भाभी की बूर में उसका लंड समाया था...नेक्सट...
उसी पोज की पिक्स थी पर अब वो भाभी के चेहरे की एक्सपीरीशन थी...भाभी मुँह खोले उचकी थी, आँखें बंद थी...लड़का सर नीचे किए भाभी की एक चुची मुंह में ठूंसे था और दूसरे की निप्पल को दूसरे हाथ से ढ़ंके था...
तभी सीमा भाभी बोली,"रूपा, तेरी प्यारी भाभी तो बड़ी पतिव्रता निकली..."रूपा सीमा भाभी की ये कटाक्ष सुन फड़फड़ा कर जख्मी सी हो गई... सीमा भाभी अब सीधी रूपा पर वार करने लग गई थी... रूप खून के घूंट पी कर रह गई...
सीमा भाभी आगे बोली,"अब तुम सोच रही होगी कि ये पिक्स कहाँ से आई..." सीमा भाभी की सुनते ही रूपा हामी की नजरों से उनकी तरफ देखने लगी... सीमा भाभी अपनी नैन चमकाती हुई रूपा को जवाब दी...
सीमा भाभी,"ये सब फेसबुक की देन है...ये लड़का उसी नानी की मायके में पड़ोसी है... पैसे वाला है... पहले तो मैं इसके रिक्वेस्ट को इग्नॉर कर रही थी पर जब उसकी प्लेस देखी तो रिप्लाई दे दी..."
सीमा भाभी आगे बोली,"और फिर जैसा कि सब लौंडो की आदत है ना लड़की इम्प्रेस्ड करने की तो उसी चक्कर में इसने ये सब हमें दिखाया... मैं भी पहले देख के चकरा गई..."
रूपा हैरान परेशान धीमी आवाज में पूछी,"कुछ समझी नहीं भाभी..."
सीमा भाभी,"अरे पहले तो नॉर्मल चैट हुई... मैं जब देखी कि ये तुम्हारी भाभी के शहर से है तो सोची थोड़ी चैटिंग कर लेती हूँ...फिर वो धीरे धीरे बोल्ड होता गया...तो मैं भी कुछ झूठी बात बना कर बताने लगी कि मेरे भी कई ब्वायफ्रेंड थे...सेक्स भी की थी... वगैरह वगैरह.. और मस्ती करती गई..."
सीमा भाभी की बात अब रूपा की समझ में आने लगी थी...सीमा भाभी आगे बोली,"फिर जब उसके गर्लफ्रेंड के बारे में पूछी तो वो पहले तो ना किया...जब दो चार लेक्चर दी कि झूठे पसंद नहीं और मैं यहां मस्ती करने आती हूँ और बात बनी तो रिलेशन भी...वगैरह वगैरह... तो उसने कबूला और अपनी गर्लफ्रेंड का नाम बताया... नाम सुनते ही मुझे तो करंट लग गई और विश्वास नहीं कर पा रही थी..."
"मैं ये नहीं बोली कि ये अब हमारी घर की रानी है और बात बदल के पूछी कि इनके साथ सेक्स कैसी रही तो उसने हमें दिखा के पूछा देख के बताओ तुम ही...फिर ये सब तस्वीरें भेज दी... पर मैंने उससे ये भी पूछी कि यार ऐसी तस्वीरें तुम्हारे पास है तो कुछ फायदा उठाते कि नहीं..."
सीमा भाभी की बात सुन रूपा जिज्ञासापूर्ण उनकी तरफ देखी कि वो क्या बोला...सीमा भाभी,"..तो ये नहीं बता पाया और वो डिस्कनेक्ट हो गया...शायद नेटवर्क में प्रॉब्लम आ गई थी उसे... आज फिर चैट करूंगी रात में तो मालूम पड़ जाएगी.."
रूपा की समझ में सारी बात तो आ गई पर एक बात फिर खटक गई...रूपा,"अगर वो अभी भी ब्लैकमेल करता होगा तब तो बहुत ही गड़बड़ है..."
"हाँ हो सकता है कि कर रहा हो पर उससे पहले अपनी इस महारानी की तो देखोऽ.. ये गई तभी तो वो कुछ किया, नहीं जाती तो थोड़े ही... रंडी कहीं की..." सीमा भाभी बोलते बोलते रूक सी गई क्योंकि रूपा उन्हें कच्ची चबा जाने वाली नजरों से घूरने जो लग गई थी...
सीमा भाभी सोची की अभी के लिए इतनी ही काफी है... तो उन्होंने स्क्रीन से फोटो गायब कर दी और कोई जख्मी भरे नगमें प्ले कर लैपी साइड में कर दी...फिर कुटीलता से रूपा की तरफ देखने लगी...
रूपा क्या बोलती, पर बिना कुछ कहे तो रह नहीं सकती...रूपा,"भाभी, ये तो गलत है...साले ऐसे कमीने लड़के को तो..." रूपा दिल की भड़ास निकालनी चाही पर बीच में ही सीमा भाभी टपक पड़ी...
सीमा भाभी,"ना...ना..बेबी... उस लड़के को गाली मत दो... अगर गाली देनी ही है तो उस महारानीऽ... को सुनाओ...जो मयके में पता नहीं कितनों से मुंह काला की है और अब शरीफ की चादर ओढ़ सबको दिखला रही कि मैं पतिव्रता हूँ.. ये हूँ..वो हूँ...ऐसी पहन नहीं सकती..वैसे मुझे शर्म आती है...."
रूपा की तो लग गई... पर विवश हो बोली,"भाभी...ऽ प्लीजऽ... आपसे एक रिक्वेस्ट है मेरी अभी... प्लीज मना मत करना..." रूपा की आवाजें रूआंसी सी हो गई थी जिसे सीमा भाभी ताड़ गई और हामी भर दी...
रूपा,"भाभी, आप ये सब प्लीज मम्मी- पापा या किसी और को मत दिखाना और ना जिक्र करना... मैं डिंपल भाभी से पहले बात करूँगी...फिर सोचेंगे...अगर अभी किसी को मालूम पड़ गई तो पता नहीं गुस्से में मम्मी पापा या भैया क्या एक्शन लें ले..."
सीमा भाभी रूपा की बात सुनते ही कुटीलता से आँख चमकाई और प्यार से रूपा के गालों को सहलाती बोली,"अरे कैसी बात करती हो रूपा...मैं अगर ऐसी बात सोचती तो भला तुम्हें पहले क्यों बताती...मैं तो डिंपल से ही सीधे पूछने जाती पर वो मुझे देखते ही भड़क उठती है तो ये सब देखेगी तो पता नहीं क्या करती..."
"तब सोची कि अगर तुम्हें बताई जाई तो कुछ सोची भी जा सकती है और तुम तो उनसे पूछ ही सकती हो...अरे शक तो मुझे पहले से ही था पर वो इतना शरीफ बनी फिरती है कि मुंह खोलते भी नहीं बन रही थी और वो मेरी किसी बात का ढ़ंग से जवाब नहीं देती थी...तभी तो मेरी उससे नहीं पटती थी...और बातचीत बंद हो गई ..."सीमा भाभी कहती हुई रूपा को तसल्ली दी...
रूपा तो सब समझ रही थी पर स्थिति ही कुछ ऐसी थी कि उसे सीमा भाभी की बात टालते बन नहीं रही थी... खास कर ऐसे मौके पर जहाँ थोड़ी सी कड़वी बात कुछ भी करवा सकती थी... रूपा मन को किसी तरह दिलासा दी और बोली...
रूपा,"ठीक है भाभी, मैं चलती हूँ ...मम्मी आंटी के यहाँ गई है तो मुझे किचन का काम करने बोल गई थी...बाद में आपसे मिलती हूँ..." कहती हुई रूपा जाने के उठी तो साथ में सीमा भाभी भी उठती हुई बोली...
सीमा भाभी,"ठीक है...कल बता दूँगी और सारी बातें... पता नहीं कहाँ से ये रंडी इस खानदान में आ गई और सबकी इज्जत दांव पर लगा दी...कलमुंही इतनी खुजली थी तो अपने मां बाप के यहाँ रहती और मुंह मारती फिरती..." और ढ़ेर सारी दुआए सुनाती चली गई...
रूपा गेट के पास आती सिर्फ "प्लीज भाभी..ऽ "कह सकी और निकल गई... रूपा कुछ समझ पाने की हालत में नहीं थी कि क्या करे...वो अंदर अपने रूम में इतनी तेजी से घुसी जितनी तेज बिजली दौड़ी हो और वो बेड पर धम्म से गिरती सुबकने से लगी...
वो रो रही थी क्योंकि सीमा भाभी इस मौके को किसी कीमत पर खोती नहीं...परिणामतः डिंपल भाभी के साथ क्या होता वो तो सोच भी नहीं सकती.. साथ साथ उसके मम्मी पापा की इज्जत की भी धज्जियाँ उड़ जाती...
डिंपल भाभी अगर अभी आ जाए रूपा के सामने तो उसका मुंह नोंच लेती... कमीनी कितनी साफ सुथरी छवि दिखाती फिरती है सबको... शाली पता नहीं कितनों संग गुल खिला चुकी है... अभी तो एक ही है...
काफी देर तक रूपा बस यूँ ही पड़ी रही और सोचती रही...पर कुछ सूझ नहीं रही थी... वो सीमा भाभी से उस लड़के की आई डी मांगती तो वो देती नहीं...वो लड़का जब इतने दिनों से तस्वीरे संभाल के रखा है तो ब्लैकमेल भी जरूर करता होगा...
फिर तो डिंपल भाभी...नहीं नहीं... वो सिर्फ अपने लिए करता होगा... अगर वैसी बात होती तो डिंपल भाभी किसी को जरूर बताती इतने दिनों में... और सबसे बड़ी बात कि उसे ये बात छुपाने की क्या जरूरत थी अगर वो ब्लैकमेल कर रहा होगा तो... हाँ अगर रिलेशन खत्म हो गए होंगे तो बस सबको ढ़ंग से समझाने की जरूरत होगी... और अगर नहीं हुई होगी तो आफत आ जाएगी...
ये बात तो अब कल ही मालूम पड़ेगी सीमा भाभी से...
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
No comments:
Post a Comment