Wednesday, July 24, 2013

FUN-MAZA-MASTI मेरी बीवी की होली से बात बढ़ी आगे-4

FUN-MAZA-MASTI मेरी बीवी की होली से बात बढ़ी आगे-4 मुझे जो भी कुछ हो रहा था वो सामान्य से अलग लग रहा था. कर्नल साहेब हमेशा से बहुत ही शालीन रहे हैं. पर आज मुझे लग रहा था की कुछ अलग हो रहा है. मै पानी पीने के बहाने उठा. किचेन से आइने के रास्ते सोनिया और कर्नल दिख रहे थे. सोनिया की गोरी जांघें और पिंडलियाँ चमक रही हैं. कर्नल का हाथ सोनिया की पिंडलियों के बहुत करीब था. फिर कर्नल का हाथ सोनिया की पिंडलियों पर था. सोनिया थोडा कसमसाई. तुरंत एक नज़र किचेन की तरफ देखा फिर कर्नल की तरफ देखने लगी. उसकी नज़रों में जैसे एक बिनती थी! मेरा दिमाग खराब हो गया. ये साला कौन नया खिलाड़ी आ गया? कल तक जो इतना शालीनता से पेश आ रहा था वो आज सोनिया पर हाथ फेर रहा है. और सोनिया, कल तक जो शराफत की मूर्ति थी वो आज खिलौना बन चुकी थी जिसे जो भी आया खेल गया. कर्नल पर सोनिया की बिनती का फर्क नहीं पड़ रहा था. उसके हाथ अब सोनिया के घुटनों से ऊपर थे. जांघ के निचले भाग पर वो गोल गोल हलके हलके चल रहे थे. धीरे धीरे हाथ ऊपर की ओर जा रहे थे. मैंने कुछ आवाज़ करते हुए गिलास किचेन के प्लेटफ़ोर्म पर रखा और कुछ पल रूककर बहार आ गया. कर्नल का हाथ अब सोनिया के पैर से हट गया था पर अभी भी बेड पर रखा था. हल्की मुस्कराहट के साथ वो मुझे देख रहा था. सोनिया बड़े ध्यान से टी वी देख रही थी. मैंने हल्का सा कर्नल की ओर देखकर मुस्कुराया और लेटकर टी वी देखने लगा. में ऐसे लेटा था कि पीछे कि गतिविधियाँ विभिन्न जरियों से दिख सके. मेरे ध्यान जैसे ही मैच कि ओर गया वैसे ही कर्नल का ध्यान फिर सोनिया के जांघों पर चला गया. उसका हाथ सीधा सोनिया के जांघों के अंदर के भाग पर पहुँच गया बिलकुल जहाँ से शोर्ट शुरू होती है. सोनिया चुपके से मुझे देख लेती और फिर कर्नल को आँखों आँखों में कुछ कहने कि कोशिश करती. पर कर्नल था बहुत हिम्मतवाला. उसे सोनिया की घबराहट का कोई फर्क नही पड़ रहा था. अब उसकी उंगलियां नीचे से सोनिया के शोर्ट्स में जा चुकी थीं. सोनिया ने उठने की कोशिश की तो कर्नल ने उसकी जांघ दबा दी. सोनिया भी ज्यादा विरोध करके सब जाहिर करने की स्थिति में नही थी. कर्नल इस बात का पूरा फायदा उठा रहा था. सुन्दर और फैसल तक तो ठीक था पर कर्नल तो मेरे पिता जी और सोनिया के ससुर की उम्र का था! ये सोनिया को हो क्या गया था. तभी सोनिया के मुंह से हल्की सि उंह की आवाज़ आई. अब लगभग कर्नल की पूरी हथेली सोनिया की शोर्ट्स में थी और उंगलियां निश्चित ही पैंटी के साइड से चुत की ओर बढ़ रही थीं. सोनिया जांघों को एक के ऊपर एक रखके दबा रही थी और दबाव से कर्नल का हाथ रोकने की कोशिश कर रही थी. अचानक उसने अपनी जांघें खोल दीं. अब कर्नल का हाथ कलाई तक ही नज़र आ रहा था. बाकी सोनिया की शोर्ट्स में था. कर्नल का सफर अबतक सोनिया की चुत तक पहुँच चूका होगा. ऊँगली जरुर अंदर होगी क्योंकि सोनिया की नज़रों में नशा सा दिखने लगा था. मैं सोच रहा था की दिन के उजाले में इससे आगे क्या हो सकता है? टी वी पर एड आ रहा था. तभी कर्नल ने बोला ‘रोहित कभी सोचा है अपनी सोनिया भी मोडलिंग कर सकती है.’ मैं उसकी हिम्मत से आवाक रह गया. मेरे कुछ बोलने से पहले सोनिया बोल पड़ी ‘अंकल आप भी; ऐसा कहीं होता है. मैं तो अपने घर में ही खुश हूँ.’ नहीं बेटा वो तो ठीक है पर शौकिया ही सही. चलो मैं तुम्हारे कुछ फोटोग्राफ्स लेता हूँ. अरे नहीं अंकल पर तब तक कर्नल उठ कर जा चूका था. कुछ ही देर में वो एक केमरा लेकर आ गया. केमरा आधुनिक था. लग रहा था की कर्नल को फोटोग्राफी आती है. उसने मुझे उठाया और सोनिया की वैसे ही लेटे लेटे तस्वीरें लेने लगा. कुछ तस्वीरें लेकर उसने सोनिया को सोनिया को पेट के बल लिटा दिया और कुछ और तस्वीरें लीं. ये सब वो मेरे सामने कर रहा था. तभी उसने हाथ बढ़ा कर सोनिया का टी शर्ट का बटन खोलने लगा. सोनिया ने उसका हाथ पकड़ लिया. कुछ भी हो सोनिया इतनी तैयार नहीं थी. मैं टी वी देखने का नाटक कर रहा था. मुझे अंदर ही अंदर बहुत गुस्सा आ रहा था. सुन्दर की बात अलग थी कर्नल तो मेरे पिता की उम्र का था. और सुन्दर या फैसल की बारी भले ही सोनिया चुदी पर पूरा कंट्रोल मेरे हाथों में था. यहाँ कर्नल ऐसे पेश आ रहा था जैसे उसे मेरी चिंता ही नहीं. पर मेरा लंड की अकड मेरे दिमाग की अकड पर भरी पड़ी. देखा जाएगा जो होगा. दोस्तों इंसान की फितरत होती है सब कुछ नियंत्रण में रखने की और कुदरत की आदत है कुछ अनदेखा अनजाना करने की. मेरे साथ भी ऐसा ही हो रहा था. कर्नल पूरे मन से मेरी सोनिया के मज़े ले रहा था. मेरे दिमाग में कुछ आ ही नहीं रहा था की इस स्थिति से कैसे निपटूं. सोनिया और कर्नल के बीच एक छोटा संघर्ष चल रहा था टी शर्ट के बटन खोलने को लेकर. आखिर कर्नल ने बटन खोल ही दिया. अब सोनिया के मम्मे काफी हद तक दिख रहे थे. कर्नल ने लालची बच्चे कि तरह फोटो खींचनी शुरू कर दीं. फिर सोनिया ने कहा ‘बस अंकल अब मूड नहीं है’. अब कर्नल रुक गया, शायद नयी रणनीति बना रहा था. वो फिर सोफे पर बैठ गया. सोनिया पानी पीने किचेन में गयी और फिर वापस आ कर लगभग उसी जगह लेट गयी. पर हाँ अब उसकी कर्नल से थोड़ी ज्यादा दूरी थी. फिर एक अंगडाई लेकर कर्नल उठ गया. सोनिया के पैर खिसकते हुए बोला ‘बेटा ज़रा खिसको थोडा थक गया हूँ.’ बेचारी सोनिया क्या बोलती, हल्का सा मेरी ओर खिसक गयी. और कर्नल ने सोनिया के पीछे मोर्चा संभाल लिया. अब कर्नल का ध्यान सोनिया कि पिछली गोलियों पर था. वो शोर्ट्स के ऊपर से सोनिया कि गांड सहला रहा था. सोनिया ने फिर उठने कि कोशिश की. कर्नल ने एक बार फिर सोनिया को उठने नहीं दिया. सब कुछ इतना तेज हो रहा था कि बस मेरे पास दर्शक बने रहने के सिवा चारा भी क्या था. जब आपकी बीबी खुद कोई विरोध न कर रही हो तो आप कर भी क्या सकते हैं. मर्दानगी इसीमें है कि मज़े लो. पर मैं तो मज़े भी नहीं ले सकता. पूरे उजाले में कोई सोनिया के साथ खेलेगा तो मैं कब तक अनजान बनने का नाटक कर सकता हूँ. मेरे पास सीन से हटने के सिवा कोई चारा नहीं था. मैंने अचानक अपने सर पर हाथ मारा ‘ओ यार मैं तो भूल ही गया, आज तो आर्डर फॉर्म भरने थे. मैं अभी कैफे से काम निपटा कर आता हूँ.’ ऐसा नहीं था कि काम अभी शाम को जरुर करना था और न ही ये कोई बहुत विश्वसनीय बहाना था. पर उस समय मुझे इससे अच्छा कुछ नहीं सुझा. ‘अरे आप कल भर देना आर्डर’ सोनिया ने जैसे बिनती कि. नहीं यार कल किया तो आर्डर लेट करने का बहाना हो जाएगा. फिर कमीशन पर भी फर्क पड़ेगा. ‘चलो तुम फॉर्म भरो और हम तुम्हारे हिस्से का मैच देखते हैं.’ एक हल्की हंसी के साथ कर्नल ने उम्मीद के अनुसार कहा. मैंने बिना कुछ और सोचे जल्दी से कपडे पहने और धीरे से बाय कह कर निकल गया. न जाने क्यों जाते हुए में सोनिया या कर्नल से मैं आँख नहीं मिला पाया. बाहर आते साथ ही मैंने अपनी वाही जगह संभल ली जहां से सुबह सोनिया और सुन्दर की चुदाई देखी थी. कर्नल ने मेरे जाते ही सोनिया सोनिया को कमर से पकड़ा और अपने आप से चिपका लिया. ‘अरे अंकल क्या करते हो’, और सोनिया उठ कर किचेन में चली गयी. कर्नल एक मिनट वैसे ही लेटा रहा. फिर उसने उठ कर अपना पैजामे में हाथ डालकर कुछ करने लगा. अब उसका लंड का उभार साफ़ दिख रहा था. साला पूरा खिलाड़ी था बुड्ढा! उसने तुरंत दरवाज़े कि सिटकिनी चढा दी और किचेन में चला गया. मैंने भी अपना एंगल बदला और आईने से किचेन देखने लगा. सोनिया किचेन के प्लेटफार्म से टिकी पानी पी रही थी. कर्नल ने उसे फिर पीछे से दबोच लिया. सोनिया ने उसके हाथ झटक दिए. आज क्या हो गया है अंकल आपको. रोहित आपकी कितनी इज्ज़त करते हैं और आप.. सोनिया सचमुच नाराज़ लगी. ‘अरे बेटा ऐसा क्या हुआ.’ कर्नल ने फिर से सोनिया की कमर को हाथों से घेर लिया. आप ये क्या कर रहे हैं? रोहित के सामने मैं सीन नहीं बनाना चाहती थी. पर आप. मैं आपकी बेटी कि तरह हूँ. तो मैंने ऐसा क्या किया? कर्नल ने अपनी कमर आगे बढाकर अपने लंड के भाग को सोनिया कि गांड से चिपका दिया. सोनिया पहले से ही प्लेटफार्म से चिपकी थी अब कर्नल के दबाव से दबी जा रही थी. सोनिया को समझ कहीं आ रहा था क्या करे. बेशर्मी करनाल का एक हथियार था. कर्नल ने सोनिया के गले में हाथ डाला और बोला ‘चलो मैच देखें.’ नहीं पहले आप बोलिए कि आप ये सब नहीं करेंगे ‘क्या सब बेटा?’ कर्नल ने सोनिया को आँखों में झांकते हुए कहा. ‘कुछ नहीं’ सोनिया बुदबुदाई. कर्नल सोनिया को खींचते हुए बेड पर ले आया. हल्के से धक्के के साथ सोनोया बेड पर थी. कर्नल बिना समय गवाए सोनिया के पीछे से चिपक कर लेट गया. कर्नल का हाथ सोनिया के पेट पर था और नाभि तलाश रहा था. सोनिया थोडा सा कसमसा रही थी. ये क्या कर रहे हैं अंकल! ‘क्या बेटा टी वी देख रहा हूँ.’ और तब तक उसकी ऊँगली सोनिया कि नाभि कि गहराई नापने लगी. सोनिया कि गर्दन के पीछे के भाग पर उसने हल्का सा चुम्बन जड़ दिया. सोनिया ने चेहरा ऊपर को उठा लिया. अब कर्नल का हाथ सोनिया के टी शर्ट के अंदर था. सोनिया ने टी शर्ट के ऊपर से उसका हाथ पकड़ा हुआ था. सीमा पर लड़ाई जारी थी. पर जीत कर्नल कि हुई उसका हाथ लगभग कोहनी तक टी शर्ट के अंदर था. सोनिया के मम्मों पर कर्नल कि हथेली का कब्ज़ा था. सोनिया अभी भी कर्नल का हाथ हटाने कि कोशिश कर रही थी. क्या अंकल छोडिये भी. क्यों बेटा तुमने मोडलिंग के बारे में क्यों नही सोचा कभी अंकल आप क्या कर रहे हैं! कर्नल ने फिर अपने होंठ से सोनिया के गर्दन के पीछे चूम लिया. चुम्बन इस बार कुछ लंबा और गीला था. सोनिया कर्नल से बचने के नीयत से पेट के बल लेट गयी. पर कर्नल का काम और आसान हो गया. वो तुरंत सोनिया के उपर लेट गया. हाथ उसका अभी भी सोनिया के मम्मों पर था. ‘अंकल ये सब मत करिये न प्लीज़.’ सोनिया के आवाज़ में हाफना और कंम्पना एक साथ था. ‘क्या बेटी सुन्दर को तो तुमने ऐसा नही कहा था.’ सोनिया एक दम से उठ बैठी. ‘आप क्या बोल रहे हैं अंकल.’ ‘बेटा सुन्दर मेरे भतीजे की तरह है और चाचा भतीजे कि पटती भी बहुत है.’ कर्नल ने आँख मारते हुए कहा. ‘तो क्या हुआ. मुझे नहीं पता सुन्दर ने आपको क्या कहा. किसी से अच्छे से बोलना भी गुनाह है.’ मैं सोनिया के आवाज़ सुनकर हैरान था. क्या कोंफिडेंस था. वही तो मुझसे भी ‘अच्छे’ से बात करने में तुम्हारा क्या हर्ज है. पर अंकल आप तो नाजायज़ फायदा उठा रहे हो. नहीं बेटा ऐसा कुछ नहीं है. तुम इतनी समझदार पढ़ी लिखी लड़की हो. और सोच इतनी पिछड़ी हुई. आज का समय तो दोस्ती का है. दोस्ती कोई गुनाह है. बात गोल गोल घूम रही थी. सोनिया अपने आप से तर्क कर रही थी उस बेहेस में जो वो पहेले ही हार चुकी थी. कर्नल ने बात बदल दी ‘गंगोली आज कपिल का रिकॉर्ड तो तोड़ ही देगा’ तभी गंगोली ने फिर एक और चक्का लगा दिया. ‘हम्म अंकल मैच तो हम पक्का जीतेंगे.’ ‘हाँ बेटा मैच तो जीतना ही पड़ेगा’. कर्नल अब भी सोनिया से चिपका था. कर्नल का दाहिना हाथ सोनिया कि नाभि के इर्द गिर्द घूम रहा था. उसने अपना दाहिना पैर सोनिया के पैरों पर रख दिया. सोनिया हल्का सा ही हिली जैसे विरोध की रस्म अदा कर रही है. ‘वैसे अंकल सचिन आउट हो जाता है तो इंटरेस्ट कम हो जाता है.’ कर्नल का हाथ फिर से टी शर्ट में जाने लगा. सोनिया ने इस बार हाथ को रोका नही. ‘सचिन के शोट में जो जोर होता है कि कब बाउंडरी पार कर जाती है पता ही नहीं चलता.’ सोनिया ने आगे कहा. कर्नल का हाथ सोनिया के मम्मों पर घूम रहा था. सोनिया कि नाभि जैसे अकेली रह गयी थी. कर्नल ने अपना पैर तो पहले ही सोनिया के पैरों पर रख दिया था; अब वो अपने पैर से सोनिया के नंगे पैरों को रगड़ने लगा. ‘बेटा तुम्हें सचिन बहुत पसंद है?’ कर्नल ने अपना और थोडा बोझ सोनिया पर डाल दिया. अब कर्नल पूरी तरह से सोनिया से पीछे से चिपका था. ‘उंह अंकल मैं दब रही हूँ. कर्नल ने हल्का सा अपना दबाव कम किया और हाथ जींस शोर्ट्स के बटन पर ले गया. सोनिया ने तुरंत कर्नल का हाथ पकड़ लिया. अब कर्नल सोनिया से अपना हाथ छुडाने कि कोशिश कर रहा था. ‘मैं तो अंकल मैंच देखती ही सचिन के लिए हूँ.’ सोनिया से कर्नल का हाथ छूट चूका था. उसने बिना देर किये शोर्ट्स का बटन खोल दिया. शोर्ट्स के बटन खुलते साथ ही सोनिया कि लाल पैंटी झाँकने लगी. कर्नल ने हाथ अंदर डालना चाहा तो सोनिया ने फिर हाथ पकड़ लिया. ‘मुझे तो बचपन से क्रिकेट पसंद है. जब टी वी नहीं था तो रेडियो पर कोमेंट्री सुनता था.’ कर्नल की कुछ उंगलिया ही शोर्ट्स के अंदर थीं और सोनिया ने उसका हाथ कसकर पकड़ा हुआ था. ‘रोहित भी क्रिकेट बहुत देखते हैं. बस कोई भी मैच हो मेरे पूरे सीरियल गए.’ सोनिया ने कहा. वहीँ सोनिया और कर्नल के हाथों का द्वन्द जारी था. आखिर सोनिया ने कर्नल का हाथ खींच ही लिया और अपने पेट पर छोड दिया. इस बार कर्नल ने सोनिया का हाथ पकड़ लिया. फिर धीरे हाथ को पीछे अपनी ओर ले आया. सोनिया ने हाथ तब हल्का सा झटका जब उसका हाथ पैजामे के ऊपर कर्नल के लंड पर था. पर कर्नल ने उसे हाथ हटाने नहीं दिया. आगे को झुककर सोनिया के बालों में फूंक दिया. ‘अरे अंकल गर्मी लगती है’ सोनिया ने सर आगे को खिसकते हुए कहा. ‘तो टी शर्ट उतार दो न बेटा’ ‘अच्छा जी!’ सोनिया ने पीछे मुड़कर आंखे शरारत में तरेरी. ‘क्यों ऐसा क्या हुआ?’ कर्नल ने असमंजस में पुछा. ‘अंकल आप न! और रोहित जब आयेंगे तब?’ ‘अरे वो कोई दरवाज़ा थोड़े ही तोड़ देगा. जब बेल बजायेगा तो पहेन लेना.’ कहते हुए कर्नल टीशर्ट ऊपर उठाने लगा. जब तक सोनिया ने कर्नल का हाथ पकड़ा तब तक उसकी टीशर्ट उसकी गोलाइयों को ऊपर थी. ब्रा तो उसने पहना नही था. कर्नल का हाथ अब उन गोलियों पर था. सोनिया ने फिर से कर्नल का हाथ पकड़ लिया. कर्नल ने सोनिया के हाथ को लेकर अपने पैजामे के अंदर घुसा दिया. सोनिया ने थोड़ी कोशिश जरुर कि हाथ निकलने कि पर कर्नल ने निकालने नहीं दिया. अपने लंड पर रख दिया. अब थोड़ी देर बाद सोनिया ने भी कोशिश बंद कर दी. कर्नल ने अपना पैर सोनिया के दोनों पैरों के बीच डाल दिया. सोनिया ने अपनी दोनों जांघों से कर्नल कि जांघ दबोच ली. तभी गंगोली ने एक और छक्का लगाया. ‘वाट ए शोट’ कर्नल उत्साह से बोला ‘क्या कमाल है यार’ ‘आप से कम है अंकल’ सोनिया ने शरारत में कहा. क्यों मैंने ऐसा क्या किया? अच्छा जी और ये क्या हो रहा है? ‘अरे तुम तो मेरी दोस्त हो.’ कह कर कर्नल ने सोनिया के मम्मे दबाने लगा. दोस्त कि बेटी? ‘दोनों. अभी दोस्त हो फिर बेटी हो जाओगी.’ कर्नल ने अपना लंड सोनिया कि गांड से चिपका दिया. सोनिया का हाथ जो पैजामे के अंदर था दब सा गया. हटो अंकल आप भी मेरा हाथ दबा दिया. ‘लाओ दिखाओ.’ कर्नल सोनिया का हाथ धीरे धीरे सहलाने लगा. फिर उसने सोनिया कि ऊँगली मुंह मे ले ली. फिर वो बारी बारी हाथ कि उंगलिया चूसने लगा. अब सोनिया कि साँसे सुनाई दे रहीं थीं. सोनिया का किला जर्जर तो पहले से था अब ढहने लगा. कर्नल ने दुसरे हाथ से सोनिया कि टीशर्ट उतार दी. अंकल ये आ गए तो? वैसे सोनिया जानती थी कि आर्डर भरने में मुझे आम तौर पर दो से तीन घंटे लगते हैं. ‘तुम बेकार सोचती हो. कुछ नही होगा.’ कर्नल ने कहा और सोनिया गे गाल पर अपने होंठ रख दिए. अंकल आप ऐसे होगे मैंने सोचा भी नहीं था. अरे बेटा हम दोस्त हैं न! ‘दोस्त कि तरह रहिये न फिर.’ सोनिया ने हल्के से मुस्कुरा कर कहा. कर्नल ने सोनिया को पीछे से भींच लिया. दोनों हाथों में उसके दोनों मम्मे थे. फिर उसने सोनिया को घुमा दिया. उधर गंगोली कि सेंचुरी हो गयी थी. इधर कर्नल कि बैटिंग जारी थी. उसने सोनिया को खिंचा और अपनी तरफ घुमा लिया. पैर को सोनिया के पैरों पर चढाकर अपनी ओर खींच लिया. फिर सोनिया को नीचे किया और खुद ऊपर चढ गया. तीन दिन में तीसरी बार सोनिया किसी गैर मर्द के नीचे आई थी. सोनिया के ऊपर तो कोई कपडा बचा नही था. बस गले में मंगलसूत्र था. नीचे शोर्ट्स का बटन खुल चूका था. पैन्टी नज़र आ रही थी. कर्नल ने एक झटके से अपना कुर्ता उतारा और वो भी ऊपर से वस्त्रहीन हो गया. सोनिया सच में हल्का सा घबरा गयी. ‘क्या करते हैं अंकल? ये आ गए तो?’ ‘अरे बेटी बेकार चिंता कर रही हो.’ और उसने फिर से सोनिया को अपने नीचे दबा लिया. सोनिया ने सरसरी नज़र घडी कि ओर डाली. शायद हिसाब लगा रही थी कि अभी मुझे आने में कितना समय लगेगा. मुझे बाहर आये अभी पौना घंटा हुआ था. सोनिया के अंदाजे से अभी कम से कम डेढ़ घंटा और लगता मुझे आने में. उसे क्या पता कि मैं तो बाहर ही था. और तभी आऊंगा जब खेल हो जायेगा. अब सोनिया कि काया पर सिर्फ एक छोटा शोर्ट दिख रहा था. उसका गोरा बदन कर्नल के नीचे दबा था. गोरे बदन पर मंगलसूत्र और हाथों में चूडियाँ बता रहीं थी कि कैसे किसी कि पत्नी लूटने को तैयार हो जाती है. कर्नल को भी समझ आ गया था कि अब खेल पूरा ही होगा. वो सोनिया के ऊपर झुक गया और पहली बार सोनिया के होंठ चूम लिया. क्या अंकल बहुत परेशान कर रहे हो दोस्त को तो परेशान करने का हक होता है. अब कर्नल अपना पैजामा खोल रहा था. सोनिया के होंठ उसके होंठों में कैद थे. ऑंखें मुंद गयी थीं. पैजामा उतारने के बाद कर्नल का ध्यान सोनिया के शोर्ट्स की ओर गया और एक पल में शोर्ट्स सोनिया के घुटनों तक पहुँच गया. जिस लाल पैन्टी कि पहले कर्नल झलक देख चूका था वो अब सोनिया के शरीर पर कसी हुई पूरी नज़र आ रही थी. कर्नल का लंड दिखने लगा. अब कर्नल ने ज्यादा देर करना उचित नही समझा. एक झटके से पैन्टी भी हटाई और लंड चुत के दरवाज़े पर दस्तक दे रहा था. क्या करते हो अंकल. रोहित आ जायेंगे. पर अब कर्नल पूरे कंट्रोल में था. उसने एक धक्के के साथ अपना लंड सोनिया कि चुत में डाल दिया. दो तिन धक्कों में पूरा लंड सोनिया के अंदर था. सोनिया कि चुत भी एक होटल का कमरा बन गयी थी जिसमें तीन दिन में तीन गेस्ट लंड चेक इन कर चुके थे. कर्नल धक्कों पे धक्के मारे जा रहा था और सोनिया उसके नीचे दबी थी. फिर धीरे से सोनिया के हाथ कर्नल कि पीठ सहलाने लगे. पर इतने में कर्नल का पानी छूट गया शायद. वो ढीला सा पड़ गया. सोनिया का चेहरा हल्का सा उदास लगा. ‘हटिये अंकल.’ और सोनिया उठी और कपडे ठीक करने लगी. मैंने भी पांच मिनट का समय देकर बेल बजा दी. Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | मराठी जोक्स | ट्रैनिंग | kali | rani ki | kali | boor | सच | | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | छातियाँ | sexi kutiya | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bharat | india | japan |funny animal video , funny video clips , extreme video , funny video , youtube funy video , funy cats video , funny stuff , funny commercial , funny games ebaums , hot videos ,Yahoo! Video , Very funy video , Bollywood Video , Free Funny Videos Online , Most funy video ,funny beby,funny man,funy women

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator