FUN-MAZA-MASTI
तीन आंटियों की एक्सर्साइज़-1
मेरा नाम अभिमन्यहु है और में दिल्ली का रहने वाला हू . में 21 साल का नौजवान लड़का हू . दिल्ली से बी टेक की पढ़ाई कर रहा हू. फाइनल एअर का स्टूडेंट हू. इसलिए मेरे को कॉलेज कम हे जाना होता है. मेरे को जिम का बहुत शोक है में अक्सर एक्सर्साइज़ के साथ साथ दूसरो की भी एक्सर्साइज़ करने में हेल्प करता हू. आज मैं आप को मेरे लंड के एक यादगार अनुभव के बारें में बताने जा रहा हूँ. यह कहानी हैं मेरे लंड की और तिन प्यासी औरतों की चूत की.
यह बात नये साल के आस पास की है जब मेरे जिम में तीन आंटियीयो ने जिम जोइन करा. उन तीनो की टाइम 2:30 बजे की थी ओर मेरी 5 बजे की लेकिन में अक्सर शाम को कही जाने के कारण 2 3 बजे के आसपास च्ला जया करता था. मेरी जिम वाले से अच्छी जान पहचान होने के कारण में उससे जिम की चाभी ले आकर एक्सर्साइज़ कर लिया करता था. में काफ़ी टाइम से एक्सर्साइज़ कर रहा हू तो मेरे को पूरा शेड्यूल पता है
एक दिन जिम वेल भैया ने बताया 2:30 बजे तीन आंटिया भी एक्सर्साइज़ करने आएँगी और उन्होने बताया की उन्हे कुछ दिनो के लए कुछ काम है तो तू उन्हे ट्रैंनिंग दे दे उन्हे आती तो है बस थोड़ी गाइडेन्स की ज़रूरत है और तू अक्सर उसी टाइम पे आता है तो मेने भी कहे दिया ठीक है. तो फिर भैया ने कहा तू दोपहर में घर पर से मेरी पत्नी से चाभी ले जाया कारियो फिर में अपने घर चला गया ओर ये तो नॉर्मल हे था क्यूकी मेरेको जिम में टाइम बीतना पसंद हे था.
अगले दिन जब में भैया के घर गया तो भाभी को देखता का देखता हे रहे गया काया माल लग रही थी उस दिन मस्त चुचे थे यार उनके मेने उनसे चाभी माँगी तो वो जैसे हे चाभी लेने के अंदर गयी में तो उनके ख़यालो में हे खो गया फिर वो आई चाभी लेकर मेने उनसे पानी माँगा ओर इधर उधर की बाते करने लगा की भैया कहा है वगेरा वगेरा फिर मेने उनसे चाभी ली और जिम चला गया.
फिर मेने जिम खोला ओर म्यूज़िक सिस्टम ओं करके कपड़े बदलने चेंजिंग रूम चला गया जब में आया तो वो तीनो आंटियीया आ गयी थी. में तो उन्हे देखता का देखता हे रहे गया दो तो एक डम माल थी एक थोड़ी मोटी थी पर उसके चुचे और गॅंड सबसे बाड़ी थी. तीनो कटाल थी यारो में तो उनको देखता का देखता हे रह गया फिर एक मधुर सी आवाज़ मेरे कानो में पाडी पर में कुछ सुन्न नही पाया तो मेने सॉरी कहा तो उन्होने ट्रेनर के बारे पूछा तो मेने उन्हे अपना नाम बताया ओर कहा में ही आप लोगो का ट्रेनर हू फिर उनमे से एक ने कहा तुम हम तीनो को संभाल लोगो तो मेने कहा हां कहा ओर कहा वैसे भी मेरे को दूसरी की मदत्त करना पसंद ही है फिर उन्होने अपना नाम बताया सोनिया आरती ओर शीतल. तीनो की काया फिगर थी यारो सोनिया 34-30-34 आरती 34-32-36 शीतल 36-32-38 .
तीनो ही आमिर घारने की थी फिर मेने उन्हे चेंजिंग रूम लॉकर्स की चाभी दी ओर कहा आप लोग कपड़े चेंज कर लेजिए फिर हम लोग एक्सर्साइज़ सुरू करते है फिर वो तीनो चेंजिंग रूम में कपड़े चेंज करने चली गयी. ओर में स्ट्रेचिंग करने लगा.
जिम में उस वक़्त शांति होने के कारण उन तीनो की बाते मेरे को बाहर सुनाई दे रही थी उनमे से एक ने कहा क्या हॅंडसम लड़का है यार अब तो मज़ा आएगा पर दूसरी ने कहा हां यार ओर बॉडी भी मस्त है उसकी. तो तेस्रि बोली तुम दोनो तो शांत हे रहे देखा नही कैसे वो मेरी गंड को देख रहा था तो में समझ गया ये शीतल है. फिर उन्होने कुछ कहा पर बाहर तक सुनाई नही दिया थोड़ी देर बाद वो जब वो तीनो बाहर आई तो योगा पॅंट्स में सेक्सी लग रही थी मेरा तो लंड हे खड़ा हो गया पर मेने सपोर्टर पहेन रखा था तो उन्हे दिखा नही पर उसमे मेरे 6.5 इंच के लंड में काफ़ी अनकंफर्टबल फील कर रहा था. शीतल की गंड तो अलग हे लग रही थी फिर मेने अपने को कंट्रोल किया ओर उन्हे एक्सर्साइज़ कराने लगा. अभी स्टार्टिंग होने के कारण मेने उन्हे कुछ दिन कार्डीयो करने को कहा.
फिर कुछ दिन ऐसे हे बीत गये में भी स्टार्टिंग होने के कारण सिर्फ़ एक्सर्साइज़ की ही बाते करते. में लड़कियो की बहुत इज़्ज़त करता था इसलिए कभी उनके बारे में ग़लत नही सोचता था ओर में भी नही चाहता था मेरी वजह से किसी को बुरा लगे अगर ताली बजाती है तो दोनो तरफ से बजे नही तो नही हे सही.
एक दिन ऐसे ही हे हम लोग बाते करने लगे तो
शीतल – आप बहुत आछे ट्रेनर हो अभिमन्यहु ज़ी ओर आपके शिखना का तरीका भी अछा है
मेने भी उनकी इस बात पे उनका धनय्वाद दिया.
शीतल – आप करते को क्या हो अभिमन्यहु ज़ी
में – आप लोगो को ट्रेन करने के आलवा में बी टेक कर रहा हू
तो आरती ने कहा – ह्म्म्म्मम नाइस
मेरी भी उनसे पूछा नही था उनके बारे में तो में कहा आप लोग क्या क्या करते हो ओर आपकी फॅमिली में कौन कौन है
सोनिया – में एक टीचर हू ओर ओर मेरा एक बेटा है ओर मेरे हज़्बेंड बॅंक मॅनेजर है
आरती – में हाउस वाइफ हू ओर मेरा भी एक बेटा है ओर मेरे हज़्बेंड डॉक्टर है
शीतल – में भी एक हाउस वाइफ हू ओर मेरी दो बेटी है
में- ह्म्म्म्म नाइस
में – शीतल जी आपने अपने हज़्बेंड के बारे में नही बताया
तो शीतल ने कहा मेरे पति प्राइवेट फर्म के मॅनेजर है ओर अक्सर बाहर ही रहते है ओर ओर में घर पर अक़्सा अकली हे रहती हू कहने के बाद उसका मूह उतार गाया. ओर आरती ने उसके कंधे पर हाथ रख लिया
में समझ गया ये तीनो हे प्यासी है बस थोड़ी पहल करनी की देर है
में- शीतल जी आपको कोई भी हेल्प की ज़रूरत हो तो मेरे को बता देना
फिर हम सब घर चले गये अगले दिन से मेने नोटिस किया ये तीनो ही काफ़ी खुल गयी है. जब शीतल ओर आरती दोनो चेंजिंग रूम से आई तो दोनो ने हे सूट पहने रखा था ओर दोनो ने ब्रा नही पहनी थी जो मेरे को बाद में पता चला. फिर जब हम एक्सर्साइज़ कर रहे तो उन्हे में चेस्ट की एक्सर्साइज़ करा रहा था तो जैसे हे तो स्ट्रेच करती तो उससे चुचे बाहर आने को फटने को तियार थे में भी एक लड़का था तेर्चि नज़र से देखता रहा. मेरे को हे पता है कैसे मेने अपने लंड को काबू किया. फिर एक दो दिन ऐसा हे चलता रहा ऐसे लग रहा था वो तीनो मेरे को सिड्यूस कर रहे हो.
फिर एक दिन जब में जिम पूछा तो वाहा आरती ओर सोनिया ही थी तो मेने शीतल के बारे मे पूछा तो उन्होने बताया की उसकी पति एक महीने के लए ऑस्ट्रेयिला जा रहे है तो ओर उसके बचे भी नानी के यहा गये है ओर उसके घर प्र कोई नही है तो वो जिम नही आ पाएगी. मेरे को भी थोड़ा बुरा लगा अब एक मह्ने तक शीतल नही आएगी.
उस दिन हम तीनो ने हे सही से एक्सर्साइज़ नही की. तो मेने कहा क्यू ना में तुम तीनो को शीतल के घर पे आकर ट्रैंनिंग दू तो वो दोनो खुश हो गयी ओर कहा हम शीतल को फोन करके बताते है में मान हे मान खुश हो रहा था अब तो मेरा कम बन सकता है.
फिर शीतल ने हां कर दी पर समान के लिए कहा तो वो मेने कुछ समान का लिस्ट बनाई ओर कहा हम कल ही लेने चल लेंगे तो उन्होने कहा ठीक है ओर पहली बार उन दोनो ने मेरे को गाले मिले वो दोनो ही बहुत खुश थी ओर चेंजिंग रूम मे बाते कर रही थी अब तो मज़ा आने वाला है. मेने भी यह सुन कर खुश था.
अगले दिन तेय शामे पे हम मिले ओर शमन लेकर शीतल के घर पुंछ गये शीतल ने दरवाजा खोला उसने ब्लॅक सारी पह्न रखी थी ओर रेड ब्लाउस. मेरे मूह से निकल गया वाउ तो वो तीनो हे हस पाडी फिर शीतल ने हूमे अंदर बुलाया ओर सोफे पे बहतने को कहा ओर वो किचन में चली गयी में तो उसकी गंड ही देख रहा था थोड़ी देर बाद शीतल जूस लेकर आई ओर जैसे नीचे देने को झुकी उसका फल्लू नीचे गिर गिर गया ओर उसके 38 इंच हे चुचे मेरे मूह के सामने थे मेरा तो मूह खुला खुला का खुला रह गया ओर मेरा लंड भी धीरे धीरे खड़ा होगा जो की मेरे ट्राउज़र में से सॉफ दिख रहा था फिर उसने आराम से अपना पल्लू ठीक किया ओर सामने बेथ गयी तीनो ही मेरे खड़े लंड को देख रही थी.
फिर मेने कहा चलो एक्सर्साइज़ सुरू करते है तो वो तीनो कपड़े चेंज करने सामने वाले बेडरूम में चली गयी ओर गेट बंद नही किया ऐसा लग रहा था जैसे वो तो बस चूड़ना ही चाती हो में वही सोफे पे बेथ कर सब देख रह था उसमे शीशे लग रहा था जिससे मेरे को सब दिख रहा था उन तीनो ने अपने कपड़े उतरे ओर तीनो एक दूसरे के चुचे को पकड़ कर डब्बा रही थी मेरे से तो काबू हे नही हो रहा था फिर वो तीनो हे एक दूसरे के चुचो को चूसने लगी. उन तीनो को पता था में शीशे में से उन तीनो को देख रहा हू फिर भी वो तीनो लगी रही. थोड़ी देर बाद शीतल ने शीशे में मेरी तरफ हाथ करके अंदर आने का इशारा किया में तो यही चाहता था की पहल उनकी तरफ से ही फिट में खड़ा हुआ ओर अंदर च्ला गया
पूरा रूम आहह आअहह आआआआहह की आवाज़ से गूँज रहा था अंदर आते ही आरती मेरे पास आई ओर मेरे को किस करना सुरू कर दिया फिर में सोनिया ओर शीतल मेरे पास आई ओर मेरे कपड़े उतरने सुरू कर दिए धीरे धीरे हम तीनो एक दूसरे को किस कर रहे थे करीब 15 20 मिनिट तक हम लोग किस करते रहे ओर पता हे नही चला कब हम सब नंगे हो गये.
शीतल- हम तीनो तो पहले दिन से हे तैयार थे बस तुम्हरा वाहवार देखना चाहते थे
आरती ओर सोनिया दोनो हे हमम्म ह्म्म्म्म हम्म की आवाज़ निकल रहे थे.
फिर मेने उन तीनो को बेड पे लेटया ओर तीनो के चुचो को चूसने लगा क्या रस था उन तीनो के चुचो में .
फिर मेने कहा- शीतल ये तुम्हारा घर है तो सबसे पहले में तुम्हारी चूत चुसूंगा
तो उसकी आँख से आसू आ गये.
में- क्या हुआ मेने कुछ ग़लत कह दिया क्या?
शीतल – नही जानू मेरे पति ने आज तक मेरी चाटी नही है बस आते है अपना काम करके चले जाते है ओर में पूरी रात तडपती रहती हू आज जो तुम्हे करना है कर लो आज से तुम ही मेरे पति हो.
फिर में ओर शीतल 69 की पोज़िशन में आ गये ओर साथ में हे आरती ओर सोनिया दोनो भी 69 में आ गई.
पूरे कमरे में आअहह आआअहह आआअहह की आवाज़ खुँज रही थी
5 मिनिट चाटने के बाद आरती ओर सोनिया दोनो ही झाड़ गये फिर वो दोनो एक मेरे लंड की ट्राफ् आगयइ जहा शीतल चुश रही थी ओर एक शीतल की छूट की तरफ़ह फिर हम लोग ऐसे ही 10 मिनिट तक चूस्ते रहे ओर हम
दोनो का भी माल निकल गया फिर हम चारो ऐसे हे लेटे रहे.
शीतल- आज तक मेरे को किसी ने ऐसे नही चूसा.
में- में हू ना अब तुम तीनो को टेन्षन लेनी की ज़रूरत नही है
फिर शीतल ने मेरे उपर आगयइ ओर मेरे को एक लंबा चुम्मा दिया ओर देखते हे देखते सोनिया ओर आरती भी मेरेको किस करने लगे हम चारो मिलकर एक दूसरे को किस कर रहे थे. फिर में उनके चुचो को चूसने लगा इतने में मेरे लंड को आरती फिर से तैयार करने लगी.
आरती मेरे पास बैठी और उसने मेरे लंड को अपने मुहं में फिर से डाला और चूसने लगी. वो लंड को गले तक भर चुकी थी और निचे मेरे टट्टे पकड के दबा रही थी. अंडकोष को दबाते ही मेरे मुहं से सिसकी निकल पड़ी. यह देख के सोनिया और शीतल आंटी हंस पड़े. तभी शीतल आंटी ने अपनी एक ऊँगली चूत में डाली और वो चूत में ऊँगली को आगे पीछे करने लगी. सोनिया ने भी चूत को खोला और वो हँसते हुए मेरे पास आ खड़ी हुई. आरती के बेतहाशा सेक्सी ब्लोजोब से मेरा मन ओतप्रोत हुआ था. सोनिया आंटी ने मेरा मुहं पकड के अपनी चूत उसके ऊपर रख दी. बाप रे उसकी गरम गरम चूत में मुहं देते ही उसे जैसे की चंदन की ठंडक मिल गई. सोनिया आंटी ने आह निकाली और मैं उसकी चूत को जोर जोर से चूसने लगा. उसकी गांड के ऊपर हाथ रखे हुए मैं उसे अपनी और खींचने लगा और उसकी चूत के होंठो को किस देता रहा. उधर आरती अब मेरे लंड को बहार निकाल कर उसे जोर जोर से हिलाने लगी.
मैंने तीनो आंटियों को जमीन के ऊपर लेटने को कहा और टाँगे खोल देने का अनुरोध किया. यह तीनो हॉट आंटियां निचे लेट गई और अपनी टांगो को हवा में उठा ली. आंटी की चूतें देख के मैं भी बोखला गया. एक एक चूत से चुदाई की महक आ रही थी जैसे. मैंने शीतल आंटी की चूत को चाटना चालु किया जो बिच में लेटी हुई थी. आरती और सोनिया आंटी की चूत को शांत करने के लिए मैंने अपनी ऊँगली चूत में डाली और हिलाने लगा. तीनो आंटियां आह आह आह करने लगी और मुझे मजे देने लगी. मैं भी उत्तेजित था और उनकी तिन चूतें भी. मैंने बारी बारी सभी की चूत को चाटा और तीनो को बहुत ही मजा आया. अब वो चाहती थी की मैं उनकी चूत में लंड डालूं.
मैं भी कब से इन गरम चूतों को चोदने के लिए रेडी था. सब से पहले सोनिया आंटी उठी और मेरे लंड को एक हाथ से पकड के अपनी चूत के छेद के ऊपर सेट करने लगी. जैसे ही लंड सेट हुआ मैंने निचे से एक धक्का लगाया और लंड को अंदर कर दिया. सोनिया आंटी के मुहं से आह निकली और उसे बहुत मजा आ गया. अब वो पूरी मेरे लंड के ऊपर बैठ गई और मेरा लंड पूरा चूत में था. सोनिया आंटी ने अपने हाथो को घुटनों के ऊपर रख दिया और वो ऊपर निचे होने लगी. मेरा लंड उसके भोसड़े के अंदर बहार होने लगा और वो क्रमश: अपनी झडप को बढाती गई. शीतल आंटी ने जरा भी वक्त गवाएं बिना अपनी चूत को मेरे मुहं में डाल दिया. मैं सोनिया आंटी को चोद रहा था और उसी वक्त शीतल आंटी की चूत को चाट रहा था. दोनों को देख के फिर भला आरती क्यूँ पीछे रहती. वो उठ क मेरी गांड के पास आ बैठी और मेरे लंड को देखने लगी जब वो चूत को चोद रहा था. अब उसने धीरे से मेरे अंडकोष को चुसना चालू किया. और फिर वो धीरे धीरे निचे आने लगी. अब वो अंडकोष के निचे के भाग को और फिर तो मेरी गांड के छेद को ही चाटने लगी. कसम से बड़ा मजा आ रहा था जब आरती ने पहली बार गांड के छेद को चाटा. मैंने अपनी चुदाई की झडप बढ़ा दी और जोर जोर से आंटी को चोदने लगा. अब मेरे हाथ सोनिया आंटी के चुंचे पकड के उन्हें मसलने लगे. सोनिया आंटी सब से ज्यादा मजा लुट रही थी अभी तीनो में. आरती आंटी वही बैठी मेरी गांड चाटने में व्यस्त थी और तभी शीतल आंटी ने चूत को मेरे मुहं से दूर किया. अब वो अपनी गांड को मेरी तरफ कर के खड़ी होगई. और उसकी चूत सोनिया आंटी के मुहं के पास थी. सोनिया आंटी ने अपनी जबान अब शीतल आंटी की चूत में लगा दी और उसे चाटने लगी.
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मेरा नाम अभिमन्यहु है और में दिल्ली का रहने वाला हू . में 21 साल का नौजवान लड़का हू . दिल्ली से बी टेक की पढ़ाई कर रहा हू. फाइनल एअर का स्टूडेंट हू. इसलिए मेरे को कॉलेज कम हे जाना होता है. मेरे को जिम का बहुत शोक है में अक्सर एक्सर्साइज़ के साथ साथ दूसरो की भी एक्सर्साइज़ करने में हेल्प करता हू. आज मैं आप को मेरे लंड के एक यादगार अनुभव के बारें में बताने जा रहा हूँ. यह कहानी हैं मेरे लंड की और तिन प्यासी औरतों की चूत की.
यह बात नये साल के आस पास की है जब मेरे जिम में तीन आंटियीयो ने जिम जोइन करा. उन तीनो की टाइम 2:30 बजे की थी ओर मेरी 5 बजे की लेकिन में अक्सर शाम को कही जाने के कारण 2 3 बजे के आसपास च्ला जया करता था. मेरी जिम वाले से अच्छी जान पहचान होने के कारण में उससे जिम की चाभी ले आकर एक्सर्साइज़ कर लिया करता था. में काफ़ी टाइम से एक्सर्साइज़ कर रहा हू तो मेरे को पूरा शेड्यूल पता है
एक दिन जिम वेल भैया ने बताया 2:30 बजे तीन आंटिया भी एक्सर्साइज़ करने आएँगी और उन्होने बताया की उन्हे कुछ दिनो के लए कुछ काम है तो तू उन्हे ट्रैंनिंग दे दे उन्हे आती तो है बस थोड़ी गाइडेन्स की ज़रूरत है और तू अक्सर उसी टाइम पे आता है तो मेने भी कहे दिया ठीक है. तो फिर भैया ने कहा तू दोपहर में घर पर से मेरी पत्नी से चाभी ले जाया कारियो फिर में अपने घर चला गया ओर ये तो नॉर्मल हे था क्यूकी मेरेको जिम में टाइम बीतना पसंद हे था.
अगले दिन जब में भैया के घर गया तो भाभी को देखता का देखता हे रहे गया काया माल लग रही थी उस दिन मस्त चुचे थे यार उनके मेने उनसे चाभी माँगी तो वो जैसे हे चाभी लेने के अंदर गयी में तो उनके ख़यालो में हे खो गया फिर वो आई चाभी लेकर मेने उनसे पानी माँगा ओर इधर उधर की बाते करने लगा की भैया कहा है वगेरा वगेरा फिर मेने उनसे चाभी ली और जिम चला गया.
फिर मेने जिम खोला ओर म्यूज़िक सिस्टम ओं करके कपड़े बदलने चेंजिंग रूम चला गया जब में आया तो वो तीनो आंटियीया आ गयी थी. में तो उन्हे देखता का देखता हे रहे गया दो तो एक डम माल थी एक थोड़ी मोटी थी पर उसके चुचे और गॅंड सबसे बाड़ी थी. तीनो कटाल थी यारो में तो उनको देखता का देखता हे रह गया फिर एक मधुर सी आवाज़ मेरे कानो में पाडी पर में कुछ सुन्न नही पाया तो मेने सॉरी कहा तो उन्होने ट्रेनर के बारे पूछा तो मेने उन्हे अपना नाम बताया ओर कहा में ही आप लोगो का ट्रेनर हू फिर उनमे से एक ने कहा तुम हम तीनो को संभाल लोगो तो मेने कहा हां कहा ओर कहा वैसे भी मेरे को दूसरी की मदत्त करना पसंद ही है फिर उन्होने अपना नाम बताया सोनिया आरती ओर शीतल. तीनो की काया फिगर थी यारो सोनिया 34-30-34 आरती 34-32-36 शीतल 36-32-38 .
तीनो ही आमिर घारने की थी फिर मेने उन्हे चेंजिंग रूम लॉकर्स की चाभी दी ओर कहा आप लोग कपड़े चेंज कर लेजिए फिर हम लोग एक्सर्साइज़ सुरू करते है फिर वो तीनो चेंजिंग रूम में कपड़े चेंज करने चली गयी. ओर में स्ट्रेचिंग करने लगा.
जिम में उस वक़्त शांति होने के कारण उन तीनो की बाते मेरे को बाहर सुनाई दे रही थी उनमे से एक ने कहा क्या हॅंडसम लड़का है यार अब तो मज़ा आएगा पर दूसरी ने कहा हां यार ओर बॉडी भी मस्त है उसकी. तो तेस्रि बोली तुम दोनो तो शांत हे रहे देखा नही कैसे वो मेरी गंड को देख रहा था तो में समझ गया ये शीतल है. फिर उन्होने कुछ कहा पर बाहर तक सुनाई नही दिया थोड़ी देर बाद वो जब वो तीनो बाहर आई तो योगा पॅंट्स में सेक्सी लग रही थी मेरा तो लंड हे खड़ा हो गया पर मेने सपोर्टर पहेन रखा था तो उन्हे दिखा नही पर उसमे मेरे 6.5 इंच के लंड में काफ़ी अनकंफर्टबल फील कर रहा था. शीतल की गंड तो अलग हे लग रही थी फिर मेने अपने को कंट्रोल किया ओर उन्हे एक्सर्साइज़ कराने लगा. अभी स्टार्टिंग होने के कारण मेने उन्हे कुछ दिन कार्डीयो करने को कहा.
फिर कुछ दिन ऐसे हे बीत गये में भी स्टार्टिंग होने के कारण सिर्फ़ एक्सर्साइज़ की ही बाते करते. में लड़कियो की बहुत इज़्ज़त करता था इसलिए कभी उनके बारे में ग़लत नही सोचता था ओर में भी नही चाहता था मेरी वजह से किसी को बुरा लगे अगर ताली बजाती है तो दोनो तरफ से बजे नही तो नही हे सही.
एक दिन ऐसे ही हे हम लोग बाते करने लगे तो
शीतल – आप बहुत आछे ट्रेनर हो अभिमन्यहु ज़ी ओर आपके शिखना का तरीका भी अछा है
मेने भी उनकी इस बात पे उनका धनय्वाद दिया.
शीतल – आप करते को क्या हो अभिमन्यहु ज़ी
में – आप लोगो को ट्रेन करने के आलवा में बी टेक कर रहा हू
तो आरती ने कहा – ह्म्म्म्मम नाइस
मेरी भी उनसे पूछा नही था उनके बारे में तो में कहा आप लोग क्या क्या करते हो ओर आपकी फॅमिली में कौन कौन है
सोनिया – में एक टीचर हू ओर ओर मेरा एक बेटा है ओर मेरे हज़्बेंड बॅंक मॅनेजर है
आरती – में हाउस वाइफ हू ओर मेरा भी एक बेटा है ओर मेरे हज़्बेंड डॉक्टर है
शीतल – में भी एक हाउस वाइफ हू ओर मेरी दो बेटी है
में- ह्म्म्म्म नाइस
में – शीतल जी आपने अपने हज़्बेंड के बारे में नही बताया
तो शीतल ने कहा मेरे पति प्राइवेट फर्म के मॅनेजर है ओर अक्सर बाहर ही रहते है ओर ओर में घर पर अक़्सा अकली हे रहती हू कहने के बाद उसका मूह उतार गाया. ओर आरती ने उसके कंधे पर हाथ रख लिया
में समझ गया ये तीनो हे प्यासी है बस थोड़ी पहल करनी की देर है
में- शीतल जी आपको कोई भी हेल्प की ज़रूरत हो तो मेरे को बता देना
फिर हम सब घर चले गये अगले दिन से मेने नोटिस किया ये तीनो ही काफ़ी खुल गयी है. जब शीतल ओर आरती दोनो चेंजिंग रूम से आई तो दोनो ने हे सूट पहने रखा था ओर दोनो ने ब्रा नही पहनी थी जो मेरे को बाद में पता चला. फिर जब हम एक्सर्साइज़ कर रहे तो उन्हे में चेस्ट की एक्सर्साइज़ करा रहा था तो जैसे हे तो स्ट्रेच करती तो उससे चुचे बाहर आने को फटने को तियार थे में भी एक लड़का था तेर्चि नज़र से देखता रहा. मेरे को हे पता है कैसे मेने अपने लंड को काबू किया. फिर एक दो दिन ऐसा हे चलता रहा ऐसे लग रहा था वो तीनो मेरे को सिड्यूस कर रहे हो.
फिर एक दिन जब में जिम पूछा तो वाहा आरती ओर सोनिया ही थी तो मेने शीतल के बारे मे पूछा तो उन्होने बताया की उसकी पति एक महीने के लए ऑस्ट्रेयिला जा रहे है तो ओर उसके बचे भी नानी के यहा गये है ओर उसके घर प्र कोई नही है तो वो जिम नही आ पाएगी. मेरे को भी थोड़ा बुरा लगा अब एक मह्ने तक शीतल नही आएगी.
उस दिन हम तीनो ने हे सही से एक्सर्साइज़ नही की. तो मेने कहा क्यू ना में तुम तीनो को शीतल के घर पे आकर ट्रैंनिंग दू तो वो दोनो खुश हो गयी ओर कहा हम शीतल को फोन करके बताते है में मान हे मान खुश हो रहा था अब तो मेरा कम बन सकता है.
फिर शीतल ने हां कर दी पर समान के लिए कहा तो वो मेने कुछ समान का लिस्ट बनाई ओर कहा हम कल ही लेने चल लेंगे तो उन्होने कहा ठीक है ओर पहली बार उन दोनो ने मेरे को गाले मिले वो दोनो ही बहुत खुश थी ओर चेंजिंग रूम मे बाते कर रही थी अब तो मज़ा आने वाला है. मेने भी यह सुन कर खुश था.
अगले दिन तेय शामे पे हम मिले ओर शमन लेकर शीतल के घर पुंछ गये शीतल ने दरवाजा खोला उसने ब्लॅक सारी पह्न रखी थी ओर रेड ब्लाउस. मेरे मूह से निकल गया वाउ तो वो तीनो हे हस पाडी फिर शीतल ने हूमे अंदर बुलाया ओर सोफे पे बहतने को कहा ओर वो किचन में चली गयी में तो उसकी गंड ही देख रहा था थोड़ी देर बाद शीतल जूस लेकर आई ओर जैसे नीचे देने को झुकी उसका फल्लू नीचे गिर गिर गया ओर उसके 38 इंच हे चुचे मेरे मूह के सामने थे मेरा तो मूह खुला खुला का खुला रह गया ओर मेरा लंड भी धीरे धीरे खड़ा होगा जो की मेरे ट्राउज़र में से सॉफ दिख रहा था फिर उसने आराम से अपना पल्लू ठीक किया ओर सामने बेथ गयी तीनो ही मेरे खड़े लंड को देख रही थी.
फिर मेने कहा चलो एक्सर्साइज़ सुरू करते है तो वो तीनो कपड़े चेंज करने सामने वाले बेडरूम में चली गयी ओर गेट बंद नही किया ऐसा लग रहा था जैसे वो तो बस चूड़ना ही चाती हो में वही सोफे पे बेथ कर सब देख रह था उसमे शीशे लग रहा था जिससे मेरे को सब दिख रहा था उन तीनो ने अपने कपड़े उतरे ओर तीनो एक दूसरे के चुचे को पकड़ कर डब्बा रही थी मेरे से तो काबू हे नही हो रहा था फिर वो तीनो हे एक दूसरे के चुचो को चूसने लगी. उन तीनो को पता था में शीशे में से उन तीनो को देख रहा हू फिर भी वो तीनो लगी रही. थोड़ी देर बाद शीतल ने शीशे में मेरी तरफ हाथ करके अंदर आने का इशारा किया में तो यही चाहता था की पहल उनकी तरफ से ही फिट में खड़ा हुआ ओर अंदर च्ला गया
पूरा रूम आहह आअहह आआआआहह की आवाज़ से गूँज रहा था अंदर आते ही आरती मेरे पास आई ओर मेरे को किस करना सुरू कर दिया फिर में सोनिया ओर शीतल मेरे पास आई ओर मेरे कपड़े उतरने सुरू कर दिए धीरे धीरे हम तीनो एक दूसरे को किस कर रहे थे करीब 15 20 मिनिट तक हम लोग किस करते रहे ओर पता हे नही चला कब हम सब नंगे हो गये.
शीतल- हम तीनो तो पहले दिन से हे तैयार थे बस तुम्हरा वाहवार देखना चाहते थे
आरती ओर सोनिया दोनो हे हमम्म ह्म्म्म्म हम्म की आवाज़ निकल रहे थे.
फिर मेने उन तीनो को बेड पे लेटया ओर तीनो के चुचो को चूसने लगा क्या रस था उन तीनो के चुचो में .
फिर मेने कहा- शीतल ये तुम्हारा घर है तो सबसे पहले में तुम्हारी चूत चुसूंगा
तो उसकी आँख से आसू आ गये.
में- क्या हुआ मेने कुछ ग़लत कह दिया क्या?
शीतल – नही जानू मेरे पति ने आज तक मेरी चाटी नही है बस आते है अपना काम करके चले जाते है ओर में पूरी रात तडपती रहती हू आज जो तुम्हे करना है कर लो आज से तुम ही मेरे पति हो.
फिर में ओर शीतल 69 की पोज़िशन में आ गये ओर साथ में हे आरती ओर सोनिया दोनो भी 69 में आ गई.
पूरे कमरे में आअहह आआअहह आआअहह की आवाज़ खुँज रही थी
5 मिनिट चाटने के बाद आरती ओर सोनिया दोनो ही झाड़ गये फिर वो दोनो एक मेरे लंड की ट्राफ् आगयइ जहा शीतल चुश रही थी ओर एक शीतल की छूट की तरफ़ह फिर हम लोग ऐसे ही 10 मिनिट तक चूस्ते रहे ओर हम
दोनो का भी माल निकल गया फिर हम चारो ऐसे हे लेटे रहे.
शीतल- आज तक मेरे को किसी ने ऐसे नही चूसा.
में- में हू ना अब तुम तीनो को टेन्षन लेनी की ज़रूरत नही है
फिर शीतल ने मेरे उपर आगयइ ओर मेरे को एक लंबा चुम्मा दिया ओर देखते हे देखते सोनिया ओर आरती भी मेरेको किस करने लगे हम चारो मिलकर एक दूसरे को किस कर रहे थे. फिर में उनके चुचो को चूसने लगा इतने में मेरे लंड को आरती फिर से तैयार करने लगी.
आरती मेरे पास बैठी और उसने मेरे लंड को अपने मुहं में फिर से डाला और चूसने लगी. वो लंड को गले तक भर चुकी थी और निचे मेरे टट्टे पकड के दबा रही थी. अंडकोष को दबाते ही मेरे मुहं से सिसकी निकल पड़ी. यह देख के सोनिया और शीतल आंटी हंस पड़े. तभी शीतल आंटी ने अपनी एक ऊँगली चूत में डाली और वो चूत में ऊँगली को आगे पीछे करने लगी. सोनिया ने भी चूत को खोला और वो हँसते हुए मेरे पास आ खड़ी हुई. आरती के बेतहाशा सेक्सी ब्लोजोब से मेरा मन ओतप्रोत हुआ था. सोनिया आंटी ने मेरा मुहं पकड के अपनी चूत उसके ऊपर रख दी. बाप रे उसकी गरम गरम चूत में मुहं देते ही उसे जैसे की चंदन की ठंडक मिल गई. सोनिया आंटी ने आह निकाली और मैं उसकी चूत को जोर जोर से चूसने लगा. उसकी गांड के ऊपर हाथ रखे हुए मैं उसे अपनी और खींचने लगा और उसकी चूत के होंठो को किस देता रहा. उधर आरती अब मेरे लंड को बहार निकाल कर उसे जोर जोर से हिलाने लगी.
आरती ने अब लंड को छोड़ा और उसकी जगह शीतल आंटी आ गई. उसने अब लंड को मुहं में लिया और उसे चूसने लगी. आरती अब अपनी चूत में ऊँगली डाल के हिला रही थी और जोर जोर से आह आह कर रही थी. मौसम बड़ा ही रंगीन बना हुआ था जहाँ तिन चूत और एक लंड गरम हो चुके थे. अब मैं बड़ा मादक हो गया था और मैंने अपनी जबान को चूत के छेद में डाल के चूत के दाने को दबाने लगा. सोनिया आंटी ने मेरे माथे को चूत के ऊपर जोर से दबा दिया. अब शीतल और आरती खड़े हुए और अपनी अपनी चूत को मेरे सामने धरने लगे. वो दोनों भी चाहते थे की मैं उनकी चूत में भी अपना मुहं डालूं.
मैंने तीनो आंटियों को जमीन के ऊपर लेटने को कहा और टाँगे खोल देने का अनुरोध किया. यह तीनो हॉट आंटियां निचे लेट गई और अपनी टांगो को हवा में उठा ली. आंटी की चूतें देख के मैं भी बोखला गया. एक एक चूत से चुदाई की महक आ रही थी जैसे. मैंने शीतल आंटी की चूत को चाटना चालु किया जो बिच में लेटी हुई थी. आरती और सोनिया आंटी की चूत को शांत करने के लिए मैंने अपनी ऊँगली चूत में डाली और हिलाने लगा. तीनो आंटियां आह आह आह करने लगी और मुझे मजे देने लगी. मैं भी उत्तेजित था और उनकी तिन चूतें भी. मैंने बारी बारी सभी की चूत को चाटा और तीनो को बहुत ही मजा आया. अब वो चाहती थी की मैं उनकी चूत में लंड डालूं.
मैं भी कब से इन गरम चूतों को चोदने के लिए रेडी था. सब से पहले सोनिया आंटी उठी और मेरे लंड को एक हाथ से पकड के अपनी चूत के छेद के ऊपर सेट करने लगी. जैसे ही लंड सेट हुआ मैंने निचे से एक धक्का लगाया और लंड को अंदर कर दिया. सोनिया आंटी के मुहं से आह निकली और उसे बहुत मजा आ गया. अब वो पूरी मेरे लंड के ऊपर बैठ गई और मेरा लंड पूरा चूत में था. सोनिया आंटी ने अपने हाथो को घुटनों के ऊपर रख दिया और वो ऊपर निचे होने लगी. मेरा लंड उसके भोसड़े के अंदर बहार होने लगा और वो क्रमश: अपनी झडप को बढाती गई. शीतल आंटी ने जरा भी वक्त गवाएं बिना अपनी चूत को मेरे मुहं में डाल दिया. मैं सोनिया आंटी को चोद रहा था और उसी वक्त शीतल आंटी की चूत को चाट रहा था. दोनों को देख के फिर भला आरती क्यूँ पीछे रहती. वो उठ क मेरी गांड के पास आ बैठी और मेरे लंड को देखने लगी जब वो चूत को चोद रहा था. अब उसने धीरे से मेरे अंडकोष को चुसना चालू किया. और फिर वो धीरे धीरे निचे आने लगी. अब वो अंडकोष के निचे के भाग को और फिर तो मेरी गांड के छेद को ही चाटने लगी. कसम से बड़ा मजा आ रहा था जब आरती ने पहली बार गांड के छेद को चाटा. मैंने अपनी चुदाई की झडप बढ़ा दी और जोर जोर से आंटी को चोदने लगा. अब मेरे हाथ सोनिया आंटी के चुंचे पकड के उन्हें मसलने लगे. सोनिया आंटी सब से ज्यादा मजा लुट रही थी अभी तीनो में. आरती आंटी वही बैठी मेरी गांड चाटने में व्यस्त थी और तभी शीतल आंटी ने चूत को मेरे मुहं से दूर किया. अब वो अपनी गांड को मेरी तरफ कर के खड़ी होगई. और उसकी चूत सोनिया आंटी के मुहं के पास थी. सोनिया आंटी ने अपनी जबान अब शीतल आंटी की चूत में लगा दी और उसे चाटने लगी.
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