FUN-MAZA-MASTI
फरजाना भाभी ने रज्जाक के मन को जैसे पढ़ लिया था. उसका लंड बहार आते ही वो उलटी हो गई और भाभी के बूब्स हवा में झूलने लगे. रज्जाक पीछे आ गया और उसने अपने लंड को पीछे से ही चूत के ऊपर सेट किया. भाभी की चूत को पीछे से एक ही झटका देने पे लंड बिना किसी रुकावट के अंदर धंस गया. इसबार फरजाना भाभी के मुहं से बड़ी सिसकी निकल गई. लेकिन रज्जाक को इस से जैसे कोई फर्क नहीं पड़ा. वो अपने हाथ आगे कर के भाभी के बूब्स मसलने लगा और फिर से उसकी चूत को जोर जोर से पेलने लगा. भाभी के मुहं से आह आह ओह ओह और जोर से मारो मेरी फुदी को अपना लंड पूरा अंदर डालो और मुझे अपनी रखेल बना लो. मेरी चूत की खुजली अल्ताफ नहीं मिटा सकते हैं तुम्ही मेरी चूत की प्यास को मिटा दो. आह आह और जोर से करो मेरे आज रात के खाविंद मेरी चूत में अपने लंड के झंडे गाड़ दो.
रज्जाक अपनी पूरी शक्ति लगा के भाभी की चूत को ठोकता रहा और ऐसा करने में उसके बदन का पसीना ठंडी में भी छुट चूका था. भीगे ही बदन से वो आह आह करते हुए चूत में डंडा देता रहा.
तभी उसने भाभी से पूछा, “भाभीजान बड़े दिन से आप की गांड में देने की ख्वाहिश थी. आप कहो तो मैं आज पीछे दे दूँ आप के.”
फरजाना हंस पड़ी और बोली: पीछे मुझे बहुत दर्द होता हैं, आप की लुल्ली जैसे कांटे की तरह चुभती हैं. आप आगे ही कीजिए ना.
रज्जाक लंड को धीरे से चूत के अंदर बहार करते हुए: भाभीजान यह मेरी सुहागरात हैं और मुझे पीछे करना हैं!
फरजाना समझ गई की रज्जाक पीछे ले के ही छोड़ेंगा. भाभी के बूब्स हवा में झुलना बंध हुए क्यूंकि उसने अपनी गांड को हिलाना बंध किया था.
फरजाना भाभी: मैं अलमारी से सरसों का तेल ले आऊँ, उसे लगाने के बाद ही पीछे करना मुनासिब रहेंगा. ऐसी ही किया तो मैंने कल चल ही नहीं पाऊंगी.
भाभी उठी और अलमारी से बोतल ले आई. भाभी के बूब्स पुरे लाल हो गए थे रज्जाक के जोर जोर से दबाने से. जैसे ही भाभी करीब आई रज्जाक ने बोतल उसके हाथ से ले ली. भाभी फिर से झुक गई अपनी गांड दिखाते हुए. रज्जाक ने गांड पे तेल की मालिश की और कुछ तेल उसने भाभी के बूब्स पर भी लगा दिया.
रज्जाक ने तेल को भाभी की गांड पे मस्त मला और उसके लौड़े को भी उसने चिकना और नूकिला बना दिया. भाभी की गोल गांड देख के उसके मन में कब से ही उसके पीछे भी अपना बड़ा लंड डालने को था. और आज कही मौका आया था भाभी की गांड में लंड देने का. सरसों के तेल से छेद गिला और चिकना हो चूका था. फरजाना भाभी के हाथ को पीछे ले के रज्जाक ने अपना लंड उसके हाथ में थमाते हुए कहा, “भाभीजान आप ही इसे सेट कर दें प्लीज़. आप रखेंगे तो सही सेट होंगा….!” फरजाना ने लंड को हाथ में पकड़ते हुए कहा, “इतना बड़ा लंड हैं तेरा, तू मेरी गांड फाड़ डालेंगा इस से!”
रज्जाक के मन में लड्डू फुट रहे थे जब भाभी ऐसे कह रही थी. फरजाना भाभी ने वो बड़ा लंड अपनी गांड के छेद पर घिसा और फिर उसे एक जगह स्थिर कर दिया. रज्जाक समझ गया की यही वो जगह हैं जहाँ पे उसे ठोकना हैं. वैसे यह चालाक देवर को पता था की गांड क्या हैं और उसमे लंड कैसे डालते हैं. लेकिन वो जानबूझ के भाभी को तंग कर रहा था. और ऐसा करने से भाभीजान को बड़प्पन का अहसास भी होता था. रज्जाक ने थोडा सरसों का तेल ले के अपने सुपाड़ें पर ऊपर से ही डाला. फरजाना भाभी की गांड पर तेल की बुँदे गिरने से वो थोडा हिली. रज्जाक ने भाभी के कुल्हों को फैला के जैसे ही एक झटका मारा की भाभी की आंखे बहार आ गई., उसका आवाज गले में ही मर गया जैसे. 10 सेकंड्स के बाद मुश्किल से उसकी आवाज बहार आई, “उईई माँ मर गई बाप रे रज्जाक अपना बड़ा लंड जल्दी से मेरी गांड से निकालो, कसम से बहुत दर्द हो रहा हैं मुझे. मेरी गांड फाड़ दी इस तगड़े लंड ने तो……आह्ह अह्ह्ह्ह ओह ओह मार डाला मेरी गांड आह ह ह्ह्ह्हह्हह्ह्ह……!”
रज्जाक ने भाभी के बूब्स को पकड के फिर से अपने लंड को हिलाने लगा. फरजाना भाभी की साँस फुल गई थी क्यूंकि इतना बड़ा लौड़ा उसने पीछे कभी नहीं लिया था. रज्जाक भी शायद सुहागरात की बातों से बहुत उत्तेजित हुआ था और उसका लंड और भी लम्बा हुआ था. फरजाना भाभी 5 मिनिट और रज्जाक को लंड निकालने के लिए कहती रही. फरजाना भाभी: रज्जाक प्लीज़ मुझे बहुत दर्द हो रहा हैं. प्लीज़ इसे निकाल लो ना. तुम कहो तो पूरी रात अपनी चूत और मुहं में ले लुंगी इसे लेकिन पीछे बहुत दुःख रहा हैं.
रज्जाक ने भाभी की गांड पर एक हलकी चमाट लगाई और बोला, “भाभीजान बस एक मिनिट और, अगर आप को एक मिनिट में मजा नहीं आया तो हम नहीं करेंगे.” और भाभी ने एक मिनिट और इस लंड को झेलना उचित समझा. रज्जाक ने लंड को हलके हलके गांड में हिलाया और सच में एक मिनिट के भीतर भाभी को भी मजा आने लगा. उसे भी बड़ा लंड गांड में ख़ुशी दे रहा था.
फरजाना भाभी को रज्जाक ने पूछा, “अभी कैसी हैं आप भाभीजान?” फरजाना भाभी: अभी तो दर्द नहीं हो रहा हैं बिलकुल भी. लेकिन जोर से मत करना अभी. अभी कुछ मजा आने लगा हैं.
गांड में लंड घिसते घिसते रज्जाक ने पूछा, “मेरा माल निकलने वाला हैं, कहो तो पीछे ही निकाल दूँ आप की गांड के अंदर.”
फरजाना भाभी: हाँ निकाल दो अपना गरम गरम पानी मेरे पिछवाड़े में. सच में रज्जाक चूत से भी ज्यादा मजा गांड में तुम्हारा बड़ा लंड लेने से आया. कसम खाओ की तुम जब भी चोदोंगे मुझे तो पीछे जरुर डालोंगे. रज्जाक: आह आह ह्ह्ह्हह अह्ह्ह आह्ह्ह्ह…! रज्जाक का पानी निकल गया था. भाभी की गांड के अंदर ही उसका बड़ा लंड अपना पानी छोड़ चूका था. फरजाना भाभी ने गांड को दबा के पूरा पानी अंदर ले रखा. जैस ही रज्जाक ने लंड निकाला, वीर्य भी गांड से बहार आ गया. फरजाना भाभी के सवाल का जवाब अब रज्जाक ने दिया.
रज्जाक: भाभी आप की गांड सही में लाजवाब हैं. मैं जब भी अल्ताफ भाई नहीं होंगे पहली तुम्हारी गांड मारूंगा और फिर चूत को….!
दोनों ने बाथरूम जा के एकदूसरे को साफ़ किया. रज्जाक जल्द सुबह के अँधेरे में ही अपनी चारपाई में जाके लेट गया. उधर फरजाना भाभी को नींद नहीं आई, उसके ख्यालों में अभी भी वो बड़ा लंड घूम रहा था. वो राह देख रही थी अगले मौके का…..
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भाभी के घर में घुसा देवर--2
फरजाना भाभी ने रज्जाक के मन को जैसे पढ़ लिया था. उसका लंड बहार आते ही वो उलटी हो गई और भाभी के बूब्स हवा में झूलने लगे. रज्जाक पीछे आ गया और उसने अपने लंड को पीछे से ही चूत के ऊपर सेट किया. भाभी की चूत को पीछे से एक ही झटका देने पे लंड बिना किसी रुकावट के अंदर धंस गया. इसबार फरजाना भाभी के मुहं से बड़ी सिसकी निकल गई. लेकिन रज्जाक को इस से जैसे कोई फर्क नहीं पड़ा. वो अपने हाथ आगे कर के भाभी के बूब्स मसलने लगा और फिर से उसकी चूत को जोर जोर से पेलने लगा. भाभी के मुहं से आह आह ओह ओह और जोर से मारो मेरी फुदी को अपना लंड पूरा अंदर डालो और मुझे अपनी रखेल बना लो. मेरी चूत की खुजली अल्ताफ नहीं मिटा सकते हैं तुम्ही मेरी चूत की प्यास को मिटा दो. आह आह और जोर से करो मेरे आज रात के खाविंद मेरी चूत में अपने लंड के झंडे गाड़ दो.
रज्जाक अपनी पूरी शक्ति लगा के भाभी की चूत को ठोकता रहा और ऐसा करने में उसके बदन का पसीना ठंडी में भी छुट चूका था. भीगे ही बदन से वो आह आह करते हुए चूत में डंडा देता रहा.
तभी उसने भाभी से पूछा, “भाभीजान बड़े दिन से आप की गांड में देने की ख्वाहिश थी. आप कहो तो मैं आज पीछे दे दूँ आप के.”
फरजाना हंस पड़ी और बोली: पीछे मुझे बहुत दर्द होता हैं, आप की लुल्ली जैसे कांटे की तरह चुभती हैं. आप आगे ही कीजिए ना.
रज्जाक लंड को धीरे से चूत के अंदर बहार करते हुए: भाभीजान यह मेरी सुहागरात हैं और मुझे पीछे करना हैं!
फरजाना समझ गई की रज्जाक पीछे ले के ही छोड़ेंगा. भाभी के बूब्स हवा में झुलना बंध हुए क्यूंकि उसने अपनी गांड को हिलाना बंध किया था.
फरजाना भाभी: मैं अलमारी से सरसों का तेल ले आऊँ, उसे लगाने के बाद ही पीछे करना मुनासिब रहेंगा. ऐसी ही किया तो मैंने कल चल ही नहीं पाऊंगी.
भाभी उठी और अलमारी से बोतल ले आई. भाभी के बूब्स पुरे लाल हो गए थे रज्जाक के जोर जोर से दबाने से. जैसे ही भाभी करीब आई रज्जाक ने बोतल उसके हाथ से ले ली. भाभी फिर से झुक गई अपनी गांड दिखाते हुए. रज्जाक ने गांड पे तेल की मालिश की और कुछ तेल उसने भाभी के बूब्स पर भी लगा दिया.
रज्जाक ने तेल को भाभी की गांड पे मस्त मला और उसके लौड़े को भी उसने चिकना और नूकिला बना दिया. भाभी की गोल गांड देख के उसके मन में कब से ही उसके पीछे भी अपना बड़ा लंड डालने को था. और आज कही मौका आया था भाभी की गांड में लंड देने का. सरसों के तेल से छेद गिला और चिकना हो चूका था. फरजाना भाभी के हाथ को पीछे ले के रज्जाक ने अपना लंड उसके हाथ में थमाते हुए कहा, “भाभीजान आप ही इसे सेट कर दें प्लीज़. आप रखेंगे तो सही सेट होंगा….!” फरजाना ने लंड को हाथ में पकड़ते हुए कहा, “इतना बड़ा लंड हैं तेरा, तू मेरी गांड फाड़ डालेंगा इस से!”
रज्जाक के मन में लड्डू फुट रहे थे जब भाभी ऐसे कह रही थी. फरजाना भाभी ने वो बड़ा लंड अपनी गांड के छेद पर घिसा और फिर उसे एक जगह स्थिर कर दिया. रज्जाक समझ गया की यही वो जगह हैं जहाँ पे उसे ठोकना हैं. वैसे यह चालाक देवर को पता था की गांड क्या हैं और उसमे लंड कैसे डालते हैं. लेकिन वो जानबूझ के भाभी को तंग कर रहा था. और ऐसा करने से भाभीजान को बड़प्पन का अहसास भी होता था. रज्जाक ने थोडा सरसों का तेल ले के अपने सुपाड़ें पर ऊपर से ही डाला. फरजाना भाभी की गांड पर तेल की बुँदे गिरने से वो थोडा हिली. रज्जाक ने भाभी के कुल्हों को फैला के जैसे ही एक झटका मारा की भाभी की आंखे बहार आ गई., उसका आवाज गले में ही मर गया जैसे. 10 सेकंड्स के बाद मुश्किल से उसकी आवाज बहार आई, “उईई माँ मर गई बाप रे रज्जाक अपना बड़ा लंड जल्दी से मेरी गांड से निकालो, कसम से बहुत दर्द हो रहा हैं मुझे. मेरी गांड फाड़ दी इस तगड़े लंड ने तो……आह्ह अह्ह्ह्ह ओह ओह मार डाला मेरी गांड आह ह ह्ह्ह्हह्हह्ह्ह……!”
रज्जाक ने भाभी के बूब्स को पकड के फिर से अपने लंड को हिलाने लगा. फरजाना भाभी की साँस फुल गई थी क्यूंकि इतना बड़ा लौड़ा उसने पीछे कभी नहीं लिया था. रज्जाक भी शायद सुहागरात की बातों से बहुत उत्तेजित हुआ था और उसका लंड और भी लम्बा हुआ था. फरजाना भाभी 5 मिनिट और रज्जाक को लंड निकालने के लिए कहती रही. फरजाना भाभी: रज्जाक प्लीज़ मुझे बहुत दर्द हो रहा हैं. प्लीज़ इसे निकाल लो ना. तुम कहो तो पूरी रात अपनी चूत और मुहं में ले लुंगी इसे लेकिन पीछे बहुत दुःख रहा हैं.
रज्जाक ने भाभी की गांड पर एक हलकी चमाट लगाई और बोला, “भाभीजान बस एक मिनिट और, अगर आप को एक मिनिट में मजा नहीं आया तो हम नहीं करेंगे.” और भाभी ने एक मिनिट और इस लंड को झेलना उचित समझा. रज्जाक ने लंड को हलके हलके गांड में हिलाया और सच में एक मिनिट के भीतर भाभी को भी मजा आने लगा. उसे भी बड़ा लंड गांड में ख़ुशी दे रहा था.
फरजाना भाभी को रज्जाक ने पूछा, “अभी कैसी हैं आप भाभीजान?” फरजाना भाभी: अभी तो दर्द नहीं हो रहा हैं बिलकुल भी. लेकिन जोर से मत करना अभी. अभी कुछ मजा आने लगा हैं.
यह सुन के रज्जाक बड़ा ही खुश हुआ. उसकी कब से इच्छा थी अपना बड़ा लंड भाभी की गांड में देने की. वो अब हलके हलके अपनी कमर को हिलाने लगा. फरजाना भाभी भी अपनी गांड को धीरे धीरे हिलाने लगी थी. उसकी इंडियन गांड को भी लंड भा रहा था. रज्जाक अपना लंड पूरा गांड के अंदर डाल के फिर उसे पूरा बहार निकाल लेता था. भाभी को ऐसा करने से बहुत ही मजा आ रहा था क्यूंकि गरम गरम लंड उसकी गांड की त्वचा के साथ घिस रहा था. फरजाना भाभी भी अपने कुल्हें अब जोर जोर से उठा रही थी. रज्जाक के लंड को सही तरह दबोचने के लिए वो गांड को दबा भी रही थी. रज्जाक को भाभी की गांड दबने से बड़ा अच्छा लगता था क्यूंकि तब उसका बड़ा लंड सही प्रेशर पा रहा था. रज्जाक के मुहं और मस्तक पर पसीना आने लगा था. फरजाना भाभी भी गांड उठा उठा के चुदवाने से थक सी गई थी. रज्जाक ने अपनी थकान को कम करने के लिए गांड में अपना बड़ा लंड धीरे धीरे से हिलाना चालू किया. लंड की गति को कम होती हुई देख के भाभी ने भी कूल्हों को हिलाना कम किया. दोनों आहिस्ता आहिस्ता गांड में लंड की मस्ती लेने लगे. रज्जाक ने अब अपने हाथ से भाभी का गला पकड़ा और उसकी मुंडी को पीछे लिया. फरजाना भाभी के होंठो पर उसने फिर से एक प्यार भरा चुम्मा दिय. भाभी भी उसके होंठो को चूस के रज्जाक को खुश कर रही थी. रज्जाक का लंड अब धीरे धीरे भाभीजान की गांड को छिल रहा था. रज्जाक के मुहं से आह आह आह ओह ओह की आवाजें आ रही थी क्यूंकि गांड मारने के मजे ही कुछ और था. फरजाना भाभी को भी पहली बार अपनी गांड में इतना बड़ा लंड ले के बड़ा मजा आ रहा था.
गांड में लंड घिसते घिसते रज्जाक ने पूछा, “मेरा माल निकलने वाला हैं, कहो तो पीछे ही निकाल दूँ आप की गांड के अंदर.”
फरजाना भाभी: हाँ निकाल दो अपना गरम गरम पानी मेरे पिछवाड़े में. सच में रज्जाक चूत से भी ज्यादा मजा गांड में तुम्हारा बड़ा लंड लेने से आया. कसम खाओ की तुम जब भी चोदोंगे मुझे तो पीछे जरुर डालोंगे. रज्जाक: आह आह ह्ह्ह्हह अह्ह्ह आह्ह्ह्ह…! रज्जाक का पानी निकल गया था. भाभी की गांड के अंदर ही उसका बड़ा लंड अपना पानी छोड़ चूका था. फरजाना भाभी ने गांड को दबा के पूरा पानी अंदर ले रखा. जैस ही रज्जाक ने लंड निकाला, वीर्य भी गांड से बहार आ गया. फरजाना भाभी के सवाल का जवाब अब रज्जाक ने दिया.
रज्जाक: भाभी आप की गांड सही में लाजवाब हैं. मैं जब भी अल्ताफ भाई नहीं होंगे पहली तुम्हारी गांड मारूंगा और फिर चूत को….!
दोनों ने बाथरूम जा के एकदूसरे को साफ़ किया. रज्जाक जल्द सुबह के अँधेरे में ही अपनी चारपाई में जाके लेट गया. उधर फरजाना भाभी को नींद नहीं आई, उसके ख्यालों में अभी भी वो बड़ा लंड घूम रहा था. वो राह देख रही थी अगले मौके का…..
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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