FUN-MAZA-MASTI
हवस का ग़ुलाम--2
मैंने गहरे लाल रंग की लिपस्टिक और भीनी खुश्बू वाला इत्र लगाया, फिर आईने में देखा।
मैं एक शाही नग्न रानी की तरह लग रही थी, एक कामुक गदराई रति की देवी, एक मस्त चुदासी, प्यासी पोर्न-स्टार सी।
मैंने देखा, खान बाथरूम के दरवाजे पर खड़ा था पूरी तरह से नग्न !
गठीले शरीर के साथ लगभग 6 फीट, उसका बड़ा लण्ड एक बडे अफ़्रीकी केले की तरह लटक रहा था…
मैं सम्मोहित थी और वहीं उसे चूसना चाहती थी।
वह मुस्कुराया और करीब आया और कहा- इंशा अल्लाह ! तुम अद्भुत, बहुत सेक्सी लग रही है… रण्डियों की रानी…पोर्न-स्टारों की मल्लिका।
मैंने कहा- थैंक यू खान ! इन क़ीमती गहनों के लिए !
उसने कहा- तुम्हें अपनी रण्डी बनाने के लिए कुछ भी करूँगा सोना बेगम !
उसने मुझे अपनी बाहों में उठा लिया, मेरी योनि में एक अजीब जंगली अनुभूति होने लगी।
उसने मुझे चुम लिया लिया।
मेरी चूचियाँ उसके बाल वाले सीने से रगड़ खा रही थीं। मेरी बड़ी गांड वाले बदन को उसने आसानी से सँभाले हुए बिस्तर के क़रीब ले आया।
फिर शाही बिस्तर पर फेंक कर खुद भी उस पर कूद गया…!
वह बेसब्री से मेरे नग्न शरीर का स्वाद लेना चाहता था।
प्रेम आकर सोफे पे बैठ गया और डिजिटल कैमरे से हमारी नग्न तस्वीरें लेने लगा।
खान मेरे ऊपर आ गया, उसका भारी शरीर मुझे कुचल रहा था। सोने का हार मेरी सांवली बड़ी चूचियों से हटाते हुए उसने दोनों चूचियाँ चूमीं और बारी-बारी से दोनों तने हुए बड़े, गोल और भूरे चूचक को चूसने लगा।
मैंने उसके सर को अपनी चूचियों की तरफ दबाया, उसके सर के बाल मेरी नाक में गुदगुदी कर रहे थे।
उसका बड़ा लण्ड सांप की तरह मेरे फ़ूले हुए पकोड़े जैसी चूत को रगड़ने लगा। फिर उसका लण्ड मेरी कमरबंद के नीचे से मेरी बड़ी और गहरी नाभि में घुसने की कोशिश करने लगा।
मैंने उसकी छाती पर मेरी नाक की नथनी को रगड़ा और दांतों से उसके सीने को काटा, फिर उसके विशाल लण्ड को छुआ और पहली बार हाथों में पकड़ा।
फिर मैंने उसके साथ खेलना शुरू कर दिया, सहलाते हुए उसके बड़े लण्ड के गेंदों के साथ भी खेली मैं।
उसका लण्ड और भी विशाल हो गया था।
मैंने फुसफुसा कर कहा- तुम्हारा लण्ड तो बुर्ज़ से भी बड़ा महसूस हो रहा है।
उसने कहा- तुम्हारी भी चूचियाँ ताजमहल के गुंबद जैसी हैं और बड़े चूतड़ जैसे दो तरबूज !
मैं खिलखिला कर हँस दी।
उसने कहा- हँसती हो तो माधुरी जैसी लगती हो तुम कुतिया ! जी करता है कि लण्ड मुंह में डाल दूँ !
डिजिटल कैमरे के साथ सोफे पर नग्न बैठा हुआ प्रेम मेरी और खान की सेक्सी तस्वीरें लेते जा रहा था।
‘खान ! तुम्हारा लण्ड… वास्तव में एक घोड़े की तरह है…’ मैं उसके कान में फिर फुसफुसाई।
‘इसका स्वाद चाहिए?’ खान ने पूछा।
मैंने निचले होठों को काटते हुए हाँ कहा।
अब वह अपने बिस्तर पर घुटनों के बल बैठ गया और गर्व से अपने विशाल लण्ड को पकड़ कर हिलाने लगा।
मैंने नग्न प्रेम के छोटे लण्ड को देखा और खान के साथ तुलना की। खान का लण्ड लगभग तीन गुना बड़ा और मोटा था। किसी लोहे के हथोड़े जैसा !
मैं अब लण्ड का स्वाद चाहती थी, मैं अपने हाथों और घुटनों पर कुतिया की तरह बिस्तर पर खड़ी होकर हो गई, मेरी बड़ी चूचियाँ बड़े बेलफ़ल की तरह लटक रही थीं।
मैंने प्यासी नज़रों से उसके मोटे और तने हुए विशाल लण्ड को देखा।
अति-उत्तेजना के कारण उसके लण्ड से रस की बूंदें टपक रही थीं।
उसने लण्ड मेरी नाक पर छुआया, फिर मेरे मुँह पर !
यह कहानी आप फन मज़ा मस्ती पर पढ़ रहे हैं !
मैं उसे जीभ से चाट कर आनन्द लेने लगी। फिर मैं उसे पकड़ कर मुंह में डालने की कोशिश करने लगी पर वह लण्ड मेरे लिए बहुत बड़ा था, पूरी तरह से मुंह में लेने में असमर्थ थी मैं !
उसने कहा- ले खा ले मेरा लण्ड मेरी कुतिया।
इधर प्रेम मेरी बड़ी गाण्ड को सहलाने लगा।
फिर वो जीभ से मेरी गांड की छेद और चूत के होंठ चाटने लगा। मेरे चूत की नथनी की वह जब चाटता तो काफी गुदगुदी होती और मुझमें वासना और भी बढ़ जाती।
मैं गाण्ड हिला -हिला कर मज़े लेने लगी।
मैं खान के लण्ड में लटक गई। उसके लण्ड और अंडकोषों को जीभ से देर तक चाटा। काफी मज़ा आ रहा था। कुछ देर तक खान के लण्ड चूसने और प्रेम द्वारा गांड चटवाने के बाद मैं चुदने को बेकरार होने लगी।
मैं बिस्तर पर लेट गई और अपने भारी जांघों को फैला दिया। प्रेम करीब आया और मेरे चूत की क्लोज फोटो ली।
खान ने चूत का निरीक्षण किया और उसे छुआ… उसकी उंगलियाँ मेरी चूत में थीं, उसने कहा- तुम काफी जँच रही हो इन गहनों में !
तुम्हारे नाक की नथनी से भी सेक्सी तुम्हारी चूत की नथनी है। यह चूत एक बडे पिज़्ज़ा या सैंडविच की तरह है… मस्त गदराई हुई…!
ठीक से कभी चुदाई नहीं हुई इसकी ! सच में एक कली जैसी ही तुम्हारी कसी हुई लण्ड की प्यासी चूत ! आज इसे चोदकर एक कमल का फूल बना दूंगा सोना बेगम !
उसने थोड़ी कठोरता से मेरी चूत को थप्पड़ मारा… फिर मुझे उलट कर मेरे बड़े कूल्हों पर थप्पड़ मारा और कहा- एक विशाल और मस्त गांड है तेरी कुतिया ! इस गांड को भी ज़रूर चोदूंगा।
मैंने कहा- नहीं… मैंने कभी गाण्ड नहीं मरवाई।
उसने कहा- अभी नहीं बेगम ! जब तुम खुद गांड में लण्ड लेने कहोगी तभी चोदूंगा। तुम्हें तो मैं दुनिया की सबसे कामुक महिला समझता हूँ। बिना गांड मरवाये तुम असली चुदक्कड़ रांड नहीं बन सकती।
मैं मुस्कुरा कर बोली- लालची कहीं के ! पहले मेरी चूत तो चोद !
वह अब चोदने को तैयार था। मैंने उसके पहलवान लण्ड का बड़ा आकार देख चूत को प्रेम से चटवाकर गीला करने की सोची जिससे चूत में लण्ड आसानी से जाये।
प्रेम मेरी प्यासी योनि के दृश्य को देख बहुत गर्म था… वह सिर्फ अनुमति के लिए इंतज़ार कर रहा था… तत्काल मेरी बड़ी जांघों के बीच आ गया।
खान मेरे होंठ के रस चूसने लगा और बड़े स्तन सहलाने लगा, पहली बार, दो पुरुषों द्वारा मुझे सेवा मिल रही थी।
खान फुसफुसाया- …आह… रसदार अनार की तरह बड़ी और कसी चूचियाँ है तेरी रण्डी !
खान ने कहा- जब तक प्रेम तेरी चूत चाट कर गीली करता है मैं तेरे सेक्सी माधुरी दीक्षित जैसे मुख को लण्ड से चोदूँगा।
प्रेम मेरी प्यासी योनि के दृश्य को देख बहुत गर्म था… वह सिर्फ अनुमति के लिए इंतज़ार कर रहा था… तत्काल मेरी बड़ी जांघों के बीच आ गया।
खान मेरे होंठ के रस चूसने लगा और बड़े स्तन सहलाने लगा, पहली बार, दो पुरुषों द्वारा मुझे सेवा मिल रही थी।
खान फुसफुसाया-… आह… रसदार अनार की तरह बड़ी और कसी चूचियाँ है तेरी रण्डी !
खान ने कहा- जब तक प्रेम तेरी चूत चाट कर गीली करता है मैं तेरे सेक्सी माधुरी दीक्षित जैसे मुख को लण्ड से चोदूँगा।
वह बिस्तर से उतर गया और मेरे सर को बिस्तर से लटका दिया।
मेरे बड़े बाल और मेरा सिर बिस्तर से लटक रहा था जबकि मेरा गदराया शरीर बिस्तर पर खुला पड़ा था, खान मेरी बड़ी चूचियाँ मसलने लगा।
प्रेम ने मेरी योनि को मस्त होकर चाटना जारी रखा।
खान ने अपने बड़े गेंदों और लण्ड को मेरे होंठों के सामने रखा, मैंने उन गेंदों को चाटने की कोशिश की लेकिन वह मुझे तरसाने लगा और ललचाने लगा।
मैं अपनी जीभ बाहर ले जाकर लण्ड को चाटने की कोशिश करती और भीख माँगती।
फिर मैंने उसके बड़े लण्ड को झटके से पकड़ कर लण्ड की भूखी, तरसती औरत की तरह चाटना और चूसना शुरू कर दिया।
अब खान ने मेरे दोनों हाथ पकड़ लिए और मेरे होटों को एक वेश्या की योनि की तरह चोदना शुरू कर दिया। मैं एक गंदी, सस्ती, फूहड़ रण्डी की तरह महसूस कर रही थी।उसके अंडकोष मेरी ठुड्डी से ज़ोर से टकरा रहे थे और मेरे स्तन खान के धक्कों की वजह से ऊपर और नीचे उछल रहे थे, मेरी नाक के छेद हाथों से बंद कर उसने ज़ोर से लण्ड को मेरे मुंह में घुसेड़ा, मेरी सांसें रुक गईं।
मैंने खान को धक्का दे दिया- …कमीने… मुझे छोड़ !!
उसने लण्ड बाहर खींच लिया और मुस्कुराया- तुम्हें कहा था न कि तुम्हें रण्डी की तरह चोदूंगा… अब बिस्तर में तुम्हारी मोटी और नॉटी चूत का इलाज होगा बेगम !
मैंने वापस अपनी सांस वापिस पाई और उस जंगली कमीने को देख मुस्कुराई। शायद मैंने उस जंगली मर्द द्वारा दिए गए अनुभव को पसंद किया।
खान ने पूछा- चुदने के पहले ही डर गईं बेगम?
मैं बिस्तर पर पड़ी अपनी दोनों जांघों को फैला कर अपनी बड़ी चूत पे लटकी नथनी को सहलाते हुए बोली- ले चोद साले ! देखती हूँ क्या बिगाड़ लेगा तुम्हारा लण्ड मेरी चूत का। यह कहानी आप फन मज़ा मस्ती पर पढ़ रहे हैं !
खान ने मेरी बड़ी गदराई चूत को भूखी नज़रों से निहारा, फिर उसने मेरी दोनों जांघों को पकड़कर मेरे चूत की नथनी को चूम लिया।
मैं सिहर उठी।
फिर वह मेरी योनि के मोटे होठों को मुँह में लेकर दांतों से काटने लगा। फिर अपनी बड़ी जीभ मेरी गर्म और कसी चूत में डाल कर गोल-गोल हिलाने लगा और दाँत गड़ाने लगा, वो अपनी नाक से मेरे चूत की बड़ी और खड़ी क्लिट को रगड़ने लगा।
आनन्द के अतिरेक से मेरी नाक के छेद फड़कने लगे, मैं जैसे जन्नत में थी।
मैंने खान के सर को सहलाते हुए कहा- आअह्ह्ह्ह… धीरे से काटो मेरी नाज़ुक चूत को… खा जाओगे क्या?
खान ने जोश में कहा- हाँ रण्डी ! तेरी रसमलाई जैसी मोटी चूत खा जाऊंगा !
मैंने दोनों हाथों से अपनी चूत के होंठ फाड़ते हुए कहा- ले खा ले साले ! मेरी चूत के भूखे भेड़िये… खा ले मीठी बंगाली चमचम !!
प्रेम मेरी चूचियों को सहलाते हुए खान को मेरे चूत को चाटते हुए देख रहा था।
देर तक चूत चाटने के बाद खान ने अपना मोटा तगड़ा और भारी लण्ड मेरी गर्म और गीली चूत पर रख कर बोला- अब इस चूत को मेरा तगड़ा लण्ड चाहिए ! बोल मेरी रण्डी ! डाल दूँ?
मैं हँसते हुए अदा से बोली- हिम्मत है डाल दो न !
तब खान के अपने हाथ में लोहे जैसे 10 इंच के घोड़े लण्ड को पकड़ मेरे चूत की गुलाबी गीली छेद पर रगड़ा।
मेरी चूत उसके लण्ड के लिए फड़फड़ाने लगी।
हम दोनों ने एक दूसरे को देखा।
मैंने गर्म आहें भरकर कहा- देखते क्या हो? चोद दो… खान !
उसने कहा कहा- कहो… प्लीज़ मुझे चोदो… मैं एक चुदासी रण्डी हूँ।
मैंने कहा- मैं रण्डी हूँ ! मेरी तड़पती, प्यासी चूत को चोद दो प्लीज़ ! प्लीज़ !!
उसने लण्ड से चूत थपथपाया, फिर उसने मुझसे कहा कि प्रेम को कहूँ कि खान के लण्ड को पकड़ मेरी योनि में निर्देशित करे।
मैंने प्रेम को ऐसा कहा।
प्रेम ने खान के बड़े लण्ड को पकड़ मेरी मदहोश, गर्म और गीली चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया।
मेरी चूत में खान ने अपना बड़ा सुपाड़ा घुसेड़ा तो मैं चिल्ला उठी- नहीं… धीरे से… ओह्ह्ह्ह्ह्ह !
मेरी चूत काफी कसी हुई थी।
खान ने कहा- कुतिया… ऐसा लगता है कि तेरी चूत किसी के द्वारा कभी चोदा ही नहीं गया। इतनी टाइट चूत कभी नहीं चोदी। प्रेम के बच्चे जैसे लण्ड से तेरी चूत का कुछ भी नहीं हुआ, ऐसा लगता है !
मैं मुस्कुराई और कहा- …हाँ… तेरा बड़ा और भारी लण्ड मेरी चूत के काबिल है, तू इस चूत का मालिक है अब… मुझे अपने रण्डी बना ले, चोद…!
उसने लण्ड और अंदर डाला।
मैं चिल्लाई- नहींईईई… ओह… धीरे से डाल !
उसका लण्ड मेरे योनि के लिए काफी बड़ा था, मैं थोड़ा डर गई थी।
उसका बड़ा हथौड़ा लण्ड मेरी योनि फाड़ रहा था, वास्तव में थोड़ा मीठा दर्द हो रहा था। ऐसा लगा जैसे सच में मैं पहली बार चुद रही थी।
वह वास्तव में एक जानवर, एक असली जंगली आदमी था…! वह साण्ड अपने 90 किलो वजन के साथ मुझे कुचल रहा था। उसने अपना लण्ड मेरे चूत की गहराई में घुसेड़ दिया और अपनी बड़ी कमर को ऊपर नीचे कर के चूत को चोदने लगा।
मैंने सोचा नहीं था की मेरी चूत इतनी जल्दी उसके तगड़े जंगली लण्ड के ज़ोरदार धक्कों का आनन्द लेनी लगेगी।
‘आअह्हह्हह..’ मैं फुसफुसाई- …मुझे अपनी कुतिया बना लो… चुदासी हूँ मैं… आह यह बहुत अच्छा लग रहा है… हाँ जोर से… और ज़ोर से चोद।
मैं उसे उकसाने लगी- कहीं तुम प्रेम की तरह थक तो नहीं जाओगे मेरे साण्ड? और ज़ोर लगाओ खान जानू ! ओह्ह्ह्ह्ह म्म्म्म्म्म !!”
जोश से भरकर उसने मेरे बड़े बड़े चूतड़ों को दोनों हाथों से पकड़ा और अपने घोड़े जैसे लण्ड को मेरी योनि की गहरी गुफा में अंदर तक दफन कर दिया !
वो मेरी बड़ी चूचियों को बुरी तरह मसलते हुए उछल उछल कर मेरी चुदाई करने लगा।
शुक्र है कि मेरी गद्देदार कुशन जैसी चूत है जो उसके लण्ड के ज़बरदस्त धक्कों को मज़े से स्प्रिंग की तरह समायोजित कर रही थी।
मेरी चूत रस से लबालब भर गई थी।
खान के लण्ड प्रहार से चूत में से ‘फच-फच’ की आवाज़ आ रही थी जिसे सुनने में मुझे आनन्द आ रहा था।
चूत की खुशबू पूरे कमरे में भर गई थी।
इधर प्रेम जीभ से मेरी गांड को चाटने की कोशिश कर रहा था और मेरे गुदाद्वार तक पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहा था।
मैंने अपनी दोनों टांगें हवा में उठा कर प्रेम के लिए जगह बनाई। खान की जांघों के नीचे से घुस कर वो दोनों हाथों से मेरी बड़े तम्बूरे जैसी गाण्ड को पकड़ कर चूत चाटने लगा।
खान का लण्ड चूत में घर्षण कर रहा था और प्रेम चूत को और कभी गांड की छेद को चाटे जा रहा था।
आह्ह्हह्ह… मैं स्वर्ग में थी…!
मुझे लगता है मैं कितना वासना से भरी महसूस कर रही थी, यह नहीं बता सकती ! …एक ही समय में हथौड़े जैसे लण्ड से चूत की कुटाई और दूसरी तरफ पति के नरम जीभ से मेरी चूत का कोमल स्पर्श और दुलार।
अचानक खान ने अपने लण्ड को चूत से बाहर खींच लिया और मुझसे कहा कि प्रेम को मेरी चूत चाट कर साफ़ करने बोलूं क्योंकि चूत में काफी ज्यादा पानी हो गया था।
मैंने चिढ़ते हुए कहा- ओह्ह्ह्ह्ह ! कितना मज़ा आ रहा था। क्यों रोका जानू?
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हवस का ग़ुलाम--2
मैंने गहरे लाल रंग की लिपस्टिक और भीनी खुश्बू वाला इत्र लगाया, फिर आईने में देखा।
मैं एक शाही नग्न रानी की तरह लग रही थी, एक कामुक गदराई रति की देवी, एक मस्त चुदासी, प्यासी पोर्न-स्टार सी।
मैंने देखा, खान बाथरूम के दरवाजे पर खड़ा था पूरी तरह से नग्न !
गठीले शरीर के साथ लगभग 6 फीट, उसका बड़ा लण्ड एक बडे अफ़्रीकी केले की तरह लटक रहा था…
मैं सम्मोहित थी और वहीं उसे चूसना चाहती थी।
वह मुस्कुराया और करीब आया और कहा- इंशा अल्लाह ! तुम अद्भुत, बहुत सेक्सी लग रही है… रण्डियों की रानी…पोर्न-स्टारों की मल्लिका।
मैंने कहा- थैंक यू खान ! इन क़ीमती गहनों के लिए !
उसने कहा- तुम्हें अपनी रण्डी बनाने के लिए कुछ भी करूँगा सोना बेगम !
उसने मुझे अपनी बाहों में उठा लिया, मेरी योनि में एक अजीब जंगली अनुभूति होने लगी।
उसने मुझे चुम लिया लिया।
मेरी चूचियाँ उसके बाल वाले सीने से रगड़ खा रही थीं। मेरी बड़ी गांड वाले बदन को उसने आसानी से सँभाले हुए बिस्तर के क़रीब ले आया।
फिर शाही बिस्तर पर फेंक कर खुद भी उस पर कूद गया…!
वह बेसब्री से मेरे नग्न शरीर का स्वाद लेना चाहता था।
प्रेम आकर सोफे पे बैठ गया और डिजिटल कैमरे से हमारी नग्न तस्वीरें लेने लगा।
खान मेरे ऊपर आ गया, उसका भारी शरीर मुझे कुचल रहा था। सोने का हार मेरी सांवली बड़ी चूचियों से हटाते हुए उसने दोनों चूचियाँ चूमीं और बारी-बारी से दोनों तने हुए बड़े, गोल और भूरे चूचक को चूसने लगा।
मैंने उसके सर को अपनी चूचियों की तरफ दबाया, उसके सर के बाल मेरी नाक में गुदगुदी कर रहे थे।
उसका बड़ा लण्ड सांप की तरह मेरे फ़ूले हुए पकोड़े जैसी चूत को रगड़ने लगा। फिर उसका लण्ड मेरी कमरबंद के नीचे से मेरी बड़ी और गहरी नाभि में घुसने की कोशिश करने लगा।
मैंने उसकी छाती पर मेरी नाक की नथनी को रगड़ा और दांतों से उसके सीने को काटा, फिर उसके विशाल लण्ड को छुआ और पहली बार हाथों में पकड़ा।
फिर मैंने उसके साथ खेलना शुरू कर दिया, सहलाते हुए उसके बड़े लण्ड के गेंदों के साथ भी खेली मैं।
उसका लण्ड और भी विशाल हो गया था।
मैंने फुसफुसा कर कहा- तुम्हारा लण्ड तो बुर्ज़ से भी बड़ा महसूस हो रहा है।
उसने कहा- तुम्हारी भी चूचियाँ ताजमहल के गुंबद जैसी हैं और बड़े चूतड़ जैसे दो तरबूज !
मैं खिलखिला कर हँस दी।
उसने कहा- हँसती हो तो माधुरी जैसी लगती हो तुम कुतिया ! जी करता है कि लण्ड मुंह में डाल दूँ !
डिजिटल कैमरे के साथ सोफे पर नग्न बैठा हुआ प्रेम मेरी और खान की सेक्सी तस्वीरें लेते जा रहा था।
‘खान ! तुम्हारा लण्ड… वास्तव में एक घोड़े की तरह है…’ मैं उसके कान में फिर फुसफुसाई।
‘इसका स्वाद चाहिए?’ खान ने पूछा।
मैंने निचले होठों को काटते हुए हाँ कहा।
अब वह अपने बिस्तर पर घुटनों के बल बैठ गया और गर्व से अपने विशाल लण्ड को पकड़ कर हिलाने लगा।
मैंने नग्न प्रेम के छोटे लण्ड को देखा और खान के साथ तुलना की। खान का लण्ड लगभग तीन गुना बड़ा और मोटा था। किसी लोहे के हथोड़े जैसा !
मैं अब लण्ड का स्वाद चाहती थी, मैं अपने हाथों और घुटनों पर कुतिया की तरह बिस्तर पर खड़ी होकर हो गई, मेरी बड़ी चूचियाँ बड़े बेलफ़ल की तरह लटक रही थीं।
मैंने प्यासी नज़रों से उसके मोटे और तने हुए विशाल लण्ड को देखा।
अति-उत्तेजना के कारण उसके लण्ड से रस की बूंदें टपक रही थीं।
उसने लण्ड मेरी नाक पर छुआया, फिर मेरे मुँह पर !
यह कहानी आप फन मज़ा मस्ती पर पढ़ रहे हैं !
मैं उसे जीभ से चाट कर आनन्द लेने लगी। फिर मैं उसे पकड़ कर मुंह में डालने की कोशिश करने लगी पर वह लण्ड मेरे लिए बहुत बड़ा था, पूरी तरह से मुंह में लेने में असमर्थ थी मैं !
उसने कहा- ले खा ले मेरा लण्ड मेरी कुतिया।
इधर प्रेम मेरी बड़ी गाण्ड को सहलाने लगा।
फिर वो जीभ से मेरी गांड की छेद और चूत के होंठ चाटने लगा। मेरे चूत की नथनी की वह जब चाटता तो काफी गुदगुदी होती और मुझमें वासना और भी बढ़ जाती।
मैं गाण्ड हिला -हिला कर मज़े लेने लगी।
मैं खान के लण्ड में लटक गई। उसके लण्ड और अंडकोषों को जीभ से देर तक चाटा। काफी मज़ा आ रहा था। कुछ देर तक खान के लण्ड चूसने और प्रेम द्वारा गांड चटवाने के बाद मैं चुदने को बेकरार होने लगी।
मैं बिस्तर पर लेट गई और अपने भारी जांघों को फैला दिया। प्रेम करीब आया और मेरे चूत की क्लोज फोटो ली।
खान ने चूत का निरीक्षण किया और उसे छुआ… उसकी उंगलियाँ मेरी चूत में थीं, उसने कहा- तुम काफी जँच रही हो इन गहनों में !
तुम्हारे नाक की नथनी से भी सेक्सी तुम्हारी चूत की नथनी है। यह चूत एक बडे पिज़्ज़ा या सैंडविच की तरह है… मस्त गदराई हुई…!
ठीक से कभी चुदाई नहीं हुई इसकी ! सच में एक कली जैसी ही तुम्हारी कसी हुई लण्ड की प्यासी चूत ! आज इसे चोदकर एक कमल का फूल बना दूंगा सोना बेगम !
उसने थोड़ी कठोरता से मेरी चूत को थप्पड़ मारा… फिर मुझे उलट कर मेरे बड़े कूल्हों पर थप्पड़ मारा और कहा- एक विशाल और मस्त गांड है तेरी कुतिया ! इस गांड को भी ज़रूर चोदूंगा।
मैंने कहा- नहीं… मैंने कभी गाण्ड नहीं मरवाई।
उसने कहा- अभी नहीं बेगम ! जब तुम खुद गांड में लण्ड लेने कहोगी तभी चोदूंगा। तुम्हें तो मैं दुनिया की सबसे कामुक महिला समझता हूँ। बिना गांड मरवाये तुम असली चुदक्कड़ रांड नहीं बन सकती।
मैं मुस्कुरा कर बोली- लालची कहीं के ! पहले मेरी चूत तो चोद !
वह अब चोदने को तैयार था। मैंने उसके पहलवान लण्ड का बड़ा आकार देख चूत को प्रेम से चटवाकर गीला करने की सोची जिससे चूत में लण्ड आसानी से जाये।
प्रेम मेरी प्यासी योनि के दृश्य को देख बहुत गर्म था… वह सिर्फ अनुमति के लिए इंतज़ार कर रहा था… तत्काल मेरी बड़ी जांघों के बीच आ गया।
खान मेरे होंठ के रस चूसने लगा और बड़े स्तन सहलाने लगा, पहली बार, दो पुरुषों द्वारा मुझे सेवा मिल रही थी।
खान फुसफुसाया- …आह… रसदार अनार की तरह बड़ी और कसी चूचियाँ है तेरी रण्डी !
खान ने कहा- जब तक प्रेम तेरी चूत चाट कर गीली करता है मैं तेरे सेक्सी माधुरी दीक्षित जैसे मुख को लण्ड से चोदूँगा।
प्रेम मेरी प्यासी योनि के दृश्य को देख बहुत गर्म था… वह सिर्फ अनुमति के लिए इंतज़ार कर रहा था… तत्काल मेरी बड़ी जांघों के बीच आ गया।
खान मेरे होंठ के रस चूसने लगा और बड़े स्तन सहलाने लगा, पहली बार, दो पुरुषों द्वारा मुझे सेवा मिल रही थी।
खान फुसफुसाया-… आह… रसदार अनार की तरह बड़ी और कसी चूचियाँ है तेरी रण्डी !
खान ने कहा- जब तक प्रेम तेरी चूत चाट कर गीली करता है मैं तेरे सेक्सी माधुरी दीक्षित जैसे मुख को लण्ड से चोदूँगा।
वह बिस्तर से उतर गया और मेरे सर को बिस्तर से लटका दिया।
मेरे बड़े बाल और मेरा सिर बिस्तर से लटक रहा था जबकि मेरा गदराया शरीर बिस्तर पर खुला पड़ा था, खान मेरी बड़ी चूचियाँ मसलने लगा।
प्रेम ने मेरी योनि को मस्त होकर चाटना जारी रखा।
खान ने अपने बड़े गेंदों और लण्ड को मेरे होंठों के सामने रखा, मैंने उन गेंदों को चाटने की कोशिश की लेकिन वह मुझे तरसाने लगा और ललचाने लगा।
मैं अपनी जीभ बाहर ले जाकर लण्ड को चाटने की कोशिश करती और भीख माँगती।
फिर मैंने उसके बड़े लण्ड को झटके से पकड़ कर लण्ड की भूखी, तरसती औरत की तरह चाटना और चूसना शुरू कर दिया।
अब खान ने मेरे दोनों हाथ पकड़ लिए और मेरे होटों को एक वेश्या की योनि की तरह चोदना शुरू कर दिया। मैं एक गंदी, सस्ती, फूहड़ रण्डी की तरह महसूस कर रही थी।उसके अंडकोष मेरी ठुड्डी से ज़ोर से टकरा रहे थे और मेरे स्तन खान के धक्कों की वजह से ऊपर और नीचे उछल रहे थे, मेरी नाक के छेद हाथों से बंद कर उसने ज़ोर से लण्ड को मेरे मुंह में घुसेड़ा, मेरी सांसें रुक गईं।
मैंने खान को धक्का दे दिया- …कमीने… मुझे छोड़ !!
उसने लण्ड बाहर खींच लिया और मुस्कुराया- तुम्हें कहा था न कि तुम्हें रण्डी की तरह चोदूंगा… अब बिस्तर में तुम्हारी मोटी और नॉटी चूत का इलाज होगा बेगम !
मैंने वापस अपनी सांस वापिस पाई और उस जंगली कमीने को देख मुस्कुराई। शायद मैंने उस जंगली मर्द द्वारा दिए गए अनुभव को पसंद किया।
खान ने पूछा- चुदने के पहले ही डर गईं बेगम?
मैं बिस्तर पर पड़ी अपनी दोनों जांघों को फैला कर अपनी बड़ी चूत पे लटकी नथनी को सहलाते हुए बोली- ले चोद साले ! देखती हूँ क्या बिगाड़ लेगा तुम्हारा लण्ड मेरी चूत का। यह कहानी आप फन मज़ा मस्ती पर पढ़ रहे हैं !
खान ने मेरी बड़ी गदराई चूत को भूखी नज़रों से निहारा, फिर उसने मेरी दोनों जांघों को पकड़कर मेरे चूत की नथनी को चूम लिया।
मैं सिहर उठी।
फिर वह मेरी योनि के मोटे होठों को मुँह में लेकर दांतों से काटने लगा। फिर अपनी बड़ी जीभ मेरी गर्म और कसी चूत में डाल कर गोल-गोल हिलाने लगा और दाँत गड़ाने लगा, वो अपनी नाक से मेरे चूत की बड़ी और खड़ी क्लिट को रगड़ने लगा।
आनन्द के अतिरेक से मेरी नाक के छेद फड़कने लगे, मैं जैसे जन्नत में थी।
मैंने खान के सर को सहलाते हुए कहा- आअह्ह्ह्ह… धीरे से काटो मेरी नाज़ुक चूत को… खा जाओगे क्या?
खान ने जोश में कहा- हाँ रण्डी ! तेरी रसमलाई जैसी मोटी चूत खा जाऊंगा !
मैंने दोनों हाथों से अपनी चूत के होंठ फाड़ते हुए कहा- ले खा ले साले ! मेरी चूत के भूखे भेड़िये… खा ले मीठी बंगाली चमचम !!
प्रेम मेरी चूचियों को सहलाते हुए खान को मेरे चूत को चाटते हुए देख रहा था।
देर तक चूत चाटने के बाद खान ने अपना मोटा तगड़ा और भारी लण्ड मेरी गर्म और गीली चूत पर रख कर बोला- अब इस चूत को मेरा तगड़ा लण्ड चाहिए ! बोल मेरी रण्डी ! डाल दूँ?
मैं हँसते हुए अदा से बोली- हिम्मत है डाल दो न !
तब खान के अपने हाथ में लोहे जैसे 10 इंच के घोड़े लण्ड को पकड़ मेरे चूत की गुलाबी गीली छेद पर रगड़ा।
मेरी चूत उसके लण्ड के लिए फड़फड़ाने लगी।
हम दोनों ने एक दूसरे को देखा।
मैंने गर्म आहें भरकर कहा- देखते क्या हो? चोद दो… खान !
उसने कहा कहा- कहो… प्लीज़ मुझे चोदो… मैं एक चुदासी रण्डी हूँ।
मैंने कहा- मैं रण्डी हूँ ! मेरी तड़पती, प्यासी चूत को चोद दो प्लीज़ ! प्लीज़ !!
उसने लण्ड से चूत थपथपाया, फिर उसने मुझसे कहा कि प्रेम को कहूँ कि खान के लण्ड को पकड़ मेरी योनि में निर्देशित करे।
मैंने प्रेम को ऐसा कहा।
प्रेम ने खान के बड़े लण्ड को पकड़ मेरी मदहोश, गर्म और गीली चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया।
मेरी चूत में खान ने अपना बड़ा सुपाड़ा घुसेड़ा तो मैं चिल्ला उठी- नहीं… धीरे से… ओह्ह्ह्ह्ह्ह !
मेरी चूत काफी कसी हुई थी।
खान ने कहा- कुतिया… ऐसा लगता है कि तेरी चूत किसी के द्वारा कभी चोदा ही नहीं गया। इतनी टाइट चूत कभी नहीं चोदी। प्रेम के बच्चे जैसे लण्ड से तेरी चूत का कुछ भी नहीं हुआ, ऐसा लगता है !
मैं मुस्कुराई और कहा- …हाँ… तेरा बड़ा और भारी लण्ड मेरी चूत के काबिल है, तू इस चूत का मालिक है अब… मुझे अपने रण्डी बना ले, चोद…!
उसने लण्ड और अंदर डाला।
मैं चिल्लाई- नहींईईई… ओह… धीरे से डाल !
उसका लण्ड मेरे योनि के लिए काफी बड़ा था, मैं थोड़ा डर गई थी।
उसका बड़ा हथौड़ा लण्ड मेरी योनि फाड़ रहा था, वास्तव में थोड़ा मीठा दर्द हो रहा था। ऐसा लगा जैसे सच में मैं पहली बार चुद रही थी।
वह वास्तव में एक जानवर, एक असली जंगली आदमी था…! वह साण्ड अपने 90 किलो वजन के साथ मुझे कुचल रहा था। उसने अपना लण्ड मेरे चूत की गहराई में घुसेड़ दिया और अपनी बड़ी कमर को ऊपर नीचे कर के चूत को चोदने लगा।
मैंने सोचा नहीं था की मेरी चूत इतनी जल्दी उसके तगड़े जंगली लण्ड के ज़ोरदार धक्कों का आनन्द लेनी लगेगी।
‘आअह्हह्हह..’ मैं फुसफुसाई- …मुझे अपनी कुतिया बना लो… चुदासी हूँ मैं… आह यह बहुत अच्छा लग रहा है… हाँ जोर से… और ज़ोर से चोद।
मैं उसे उकसाने लगी- कहीं तुम प्रेम की तरह थक तो नहीं जाओगे मेरे साण्ड? और ज़ोर लगाओ खान जानू ! ओह्ह्ह्ह्ह म्म्म्म्म्म !!”
जोश से भरकर उसने मेरे बड़े बड़े चूतड़ों को दोनों हाथों से पकड़ा और अपने घोड़े जैसे लण्ड को मेरी योनि की गहरी गुफा में अंदर तक दफन कर दिया !
वो मेरी बड़ी चूचियों को बुरी तरह मसलते हुए उछल उछल कर मेरी चुदाई करने लगा।
शुक्र है कि मेरी गद्देदार कुशन जैसी चूत है जो उसके लण्ड के ज़बरदस्त धक्कों को मज़े से स्प्रिंग की तरह समायोजित कर रही थी।
मेरी चूत रस से लबालब भर गई थी।
खान के लण्ड प्रहार से चूत में से ‘फच-फच’ की आवाज़ आ रही थी जिसे सुनने में मुझे आनन्द आ रहा था।
चूत की खुशबू पूरे कमरे में भर गई थी।
इधर प्रेम जीभ से मेरी गांड को चाटने की कोशिश कर रहा था और मेरे गुदाद्वार तक पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहा था।
मैंने अपनी दोनों टांगें हवा में उठा कर प्रेम के लिए जगह बनाई। खान की जांघों के नीचे से घुस कर वो दोनों हाथों से मेरी बड़े तम्बूरे जैसी गाण्ड को पकड़ कर चूत चाटने लगा।
खान का लण्ड चूत में घर्षण कर रहा था और प्रेम चूत को और कभी गांड की छेद को चाटे जा रहा था।
आह्ह्हह्ह… मैं स्वर्ग में थी…!
मुझे लगता है मैं कितना वासना से भरी महसूस कर रही थी, यह नहीं बता सकती ! …एक ही समय में हथौड़े जैसे लण्ड से चूत की कुटाई और दूसरी तरफ पति के नरम जीभ से मेरी चूत का कोमल स्पर्श और दुलार।
अचानक खान ने अपने लण्ड को चूत से बाहर खींच लिया और मुझसे कहा कि प्रेम को मेरी चूत चाट कर साफ़ करने बोलूं क्योंकि चूत में काफी ज्यादा पानी हो गया था।
मैंने चिढ़ते हुए कहा- ओह्ह्ह्ह्ह ! कितना मज़ा आ रहा था। क्यों रोका जानू?
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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