FUN-MAZA-MASTI
रसीली चुदाई जवानी की दीवानी की-4
कांता :- चल ठीक है देख लेना मैं देखती हूँ कितना फल खाने की ताकत है तेरे में
अब आगे
***********
सुनील :- देख लेना हम भी आज तुम को दिखाते है की हम भी क्या चीज है
कांता :- ठीक है बेटा रात को मैं सब के सोने के बाद गस्ट रूम में आती हूँ
सुनील :- कांता की बात सुन कर गस्ट रूम में चला जाता है !
और कांता का इंतजार करते हुए इधर से उधर टहलने लगता है आज सुनील की आखो से नींद कोषों दूर थी बस उसको तो कांता की चूत का इंतजार था कुछ देर बाद कांता एक जाली nighty पहन कर गस्ट रूम में आती है !
सुनील:- कांता को देखता और और उसको रूम में घुसने से पहले ही बहाव में लेकर उसके चहरे पर चुमियो की बोछार कर देता है
कांता :- ओहो बेटा सब्र कर अंदर तो चल मैं कोई भागे नहीं जा रही हूँ पूरी रात तुम्हारे साथ हूँ
सुनील:- सब्र कैसा आंटी अब तक जिस चीज के सपने देखता था वो चीज आज रियल में मिलने जा रही है और तुम सब्र करने को बोल रही हो
कांता :- अच्छा बेटा अगर मैं अभी नहीं आती तो और कुछ देर सब्र करते ना और फिर धका दे कर अंदर घुस जाती और अंदर से दरवाजा बंद कर देती और सुनील को बेड के पास ले जा कर सुनील को बेड पर धका देती हो आप बेड के पास कड़ी हो कर सुनील को देखते हुए अपनी nighty को खोल कर एक तरफ फेक देती है और अपने घुटने को मोड़ कर बेड पर रखते हुए सुनील के ऊपर झुकती है और सुनील की शर्ट के बटन को ख्गोलती है और सुनील कांता को पागलो की तरह देखता है क्यों की कांता अब उसके सामने काली चडी और काली ब्रा में होती काली चडी और काली ब्रा में उसका चिकना बदन ऐसा लग रहा था जैसे चाँद में कला दाग लग के उसकी सुन्दरता को और ज्यदा बड़ा रहा हो उसकी सासे ऊपर की ऊपर और निचे की निचे थम जाती है बस वो तो उसके हुस्न में इतना खो जाता है की उसको कुछ भी याद नहीं रहता है की कांता उसके साथ क्या कर रही है
कांता :- उसको ऐसे देखते हुए मुस्कराती है और फिर सुनील को चुटी से कटती है
सुनील :- एक दम से ऐसे उछलता है जैसे किसी सपने से जागा हो और फिर सुनील कांता के गले में अपनी बहाए दल कर उसकी आखो में देखते हुए बोलता है ओह्ह्ह्ह आंटी तुम कितनी अछि हो और फिर अपने कापते हुए होठो को कांता के लाल - लाल होठो पर रख देता है और अपनी जिव्हा को कांता के मुह में घुसो कर उसको गोल -गोल घुमाता है और एक हाथ कांता के मोटे चूचो पर रख के उन को सहलाने लगता है !
कांता :- भी अपनी बहावओ को सुनील के लगे में डाल कर उसको किस्स करती है अपने हाथ से सुनील के बालो को सहलाने लगती है
सुनील :- कांता को जोर से बहवो में भीच कर किस्स करते हुवे उसके चूचो को दबाने लगता है और दोनों बड़े जोर से एक दुसरे के साथ गुथम- गुथ होने लगते है और कभी कांता सुनील के निचे तो कभी सुनील कांता के निचे तक़रीबन १५ मिनट तक वो दोनों एक दुसरे से कुश्ती डालते है और फिर सुनील कांता को सीने से लगा कर अपने सीने से कांता के मोटे चूचो को मसलने लगता है और एक हाथ उसकी पीठ के पीछे ले जा कर उसकी कमर को अपने हाथ के मजबूत पंजे से दबाता है
कांता :- हाआआअ जालिम क्या पकड है तेरी सुनील मेरे बेटा आज मसल दे अपनी आंटी के बदन को बेटा कब से मैं इस सुख के लिए तरस रही थी ओह आआआआआआआआ बेटा उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़
सुनील :- कांता को पेट के बल बेड पर लेता देता है और अपने होठो को कांता की पीठ पर रख के उसकी पीठ को चूमने लगता है और ऐसा करते हुए सुनील कांता की ब्रा के हूक के ऊपर अपने दातो को रख के उसको दातो से खोल देता है और फिर से कमर को जिव्हा से चाटने लगता है ओह औनती जी आज तेरे पुरे बदन को चाट कर तुम्हारे बदन को साफ कर दुगा लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर
कांता :- आआआआआआ बेटा चाट अपनी आंटी का बदन खा जा अज अपनी आंटी के हर एक अंग को उयीईईईईईईईईईइ माआआआआआआआआआआआआअ ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बेटा आआआआआआआ कांता की सिस्कारिया सुनील को गर्म किये जा रही थी
सुनील :- अब कांता को सीधा लेटा देता है और कांता के पिंक निप्पल को अपनी उंगलियों में पकड के उन को कास कास के मसलने लगता है !
कांता :- जोर से हाय भरने लगती है और फिर सुनील की शर्ट को निकल देती है और उसकी बालो से भरी छाती पर से अपना हाथ घुमने लगती है और एक हाथ निचे कर के सुनील के अंडर वियर में हाथ डाल कर उसके लंड को पकड लेती है
सुनील:- कांता के हाथ को जैसे ही सुनील अपने लंड पर महसूस करता है वेसे ही और ज्यदा जोश में आ कर वो अपने होठो को कांता के चूचो पर रख देता है और पिंक निप्पल को जिह्वा से ऊपर निचे हिलाने लगता है
कांता :- सुनील की इस हरकत से और ज्यदा मचल जाती है और सुनील के बालो को पकड के उसके सर को पुरे जोर से अपने चूचो के ऊपर दबाती है ऒऒऒऒऒऒऒओ बेटा आज खा जा आंटी के चूचो को ओह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआआआआआआअ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ जालिम क्या मस्त कर रहा है आज तक मेरे को किसी ने इतना बेचैन नहीं किया बेटा आआआआआआआआआआआआ ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआआ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्बेताआआआआआआआअ जोर से चूस अपनी आंटी के चूचो को ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआआआआआअ अपनी जिह्वा को मेरे निप्पल के चारो और बने हुए काले घेर में से घुमा बेटा मेरॆऎऎऎऎऎऎए को बहुत मजा आता है ऐसा करने से कर बेटा आआआआआआआआआआआआआआआआअ
बहुत मजा आता है ओह बेटा चूस अपनी आंटी की चूचो को आआआआआआआअ ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
सुनील :- ओह आंटी उफ़ फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ क्या चुचे है तुम्हारे दोनों हाथो में लेकर दबा रहा हु और फिर सुनील आंटी के चूचो को अपने दातो से कटता है तो कभी निप्पल को उंगलियों से पकड के खिचता है और एक हाथ से आंटी के गदराये पेट पर रखता है जो उभर के थोडा सा भार आया हुवा था उसको अपने हाथ से भीच कर मसलते हुए किस्स करता है और अपनी ऊँगली को कांता की नाभि में डाल कर गोल गोल घुमाने लगता है और फिर अपनी जिह्वा को नाभि में डाल देता है
कांता :- अब पूरी तरह से झटपटाति है ! और अपनी आखो को बंद किये हुए ही अपने दोनों हाथो से चूचो को मसलने लगती है ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बेटा आज अपनी आंटी के बदन को नोच कर खा जा मेरे हरामी बेटे ओह आआआआआआआ और जोर से चाट मेरे बदन को खा जा आज हर जगह पर अपने प्यार के निशान डाल दे बेटा ओह आआआआआआआआआआ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ बेटा
सुनील :- कांता के मुह से गालिया सुन कर और जोश में आ जाता है और फिर अपने दातो के निशान कांता के बदन पर देने लगता है और ऐसे ही निशान देते हुए वो निचे की तरफ जा कर कांता की चडी को अपने दातो में पकड के निचे की तरफ खिचता चला जाता है और उसको कांता के पैरो से निकल कर एक तरफ फेक देता है और फिर कांता के पंजो को अपने हाथ में पकड के उन पे से अपनी उंगलिया घुमाते हुए उन को किस्स करता हुए अपनी जिह्वा को पैरो की उंगलियों के बिच से घुमाने लगता है पुच पुच पुच पुच पुच
कांता :- सुनील की हरकतों से पागल होने लगती है और अपने हाथ को अपनी चूत पर रख के उसको मसलने लगती है और जोर जोर से सास ले कर कुछ कुछ बुद्बदाने लगती है ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बेटा सुनी ओह आआआआआआआआआआआ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ कमीने और कितना तडफ़ायेग अपनी आंटी को आआआआआआआआअ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़
सुनील :- अब वो भी जोश में पूरा आ जाता है चुप साली कुतिया अभी देखती जा तेरा क्या हल करता हु रडी आज के बाद साली तू मेरे लंड के लिए तड्फ़ेगि कुतिया हर वक़्त तेरी आखे के सामने मैं और मेरा लंड रहेगा साली और फिर वो ऊपर की तरफ आ कर कांता की चूत के ऊपर अपने होठ को रख देता है उफ्फ्फ्फ़ साली क्या खुसबू है तेरी चूत की रंडी छिनाल कुतिया आआआआआअ और अपनी जिह्वा को बहार निकल के उसको पूरा फेला कर चूत के दोनों किनारियो को एक साथ चाटने लगता है!
कांता :- जैसे ही सुनील अपनी जिह्वा को चूत पर रखता है वो कप उठती है और अपनी टैंगो को आप से में भिचने लगती है और दोनों हाथ से चूचो को दबाते हुए जोर जोर से ससे लेने लगती है ओह्ह्ह्ह्ह सुनील कमीने आज मेरे को मर डालेगा क्या हरामी ओह आआआआआआआआआआआआआआअ उयीईईईईईईईईईईईईई माआआआआआआआआआआआआआ उफ़ बेटा और न तड़फा अपनी कुतिया आंटी को आआआआआआआआअ ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
सुनील ;- चुप साली छिनाल कुतिया और उसके ऊपर बिच होते हुए चूचो को देखता हुए अपने हाथो से कांता की चूत के गुलाबी होठो को खोल कर अपनी जिह्वा को चूत में घुसो देता है यूं य्तुम यूं यूं यूं यूं यूं यूं यूं ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह साली क्या सवादिस्ट है तेरी चूत का रस साली खा छुप रखा था तुमने ये कुदरत का नायब तोफा रंडी कब से इसके लिए तड़फ रहा है साली और फिर जिह्वा को चूत में गोल गोल घुमाने लगता है लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर
कांता :- तेरे लिए ही बचा के रखा था हरामी मैंने इस तोफे को पि ले इस रस को आज इसको पि कर बुझा ले अपनी प्यास मादरचोद साली कुते जोर जोर से चाट चूत को हरामी ओह आआआआआआआआआआआआ और जोर से चाट हरामी ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआआआआआआअ और अपने हाथो से सुनील के सर को जोर से अपनी चूत पर दबा लेती है उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ माआआआआआआ
मर्ग्यीईईईईईईईईईईईईईइ रॆऎऎऎऎऎऎऎऎ हरामी ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआआआआआ और तभी कांता के सब्र का बांध टूट जाता है और वो पानी छोड़ने लगती है और पूरा बदन अकड़ जाता है ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह माआआआआआआआआआ बेताआआआआआअ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ और फिर एक दम से ढीली पड़ जाती है
सुनील:- छपल छपल छपल छपल कर के चूत के रस को चाटने लगता है ओह रंडी छोड़ जितना पानी तूने छोड़ना आज तेरे रस की एक एक बूंद को पि जाउगा रैंड साली कुतिया उफ़ क्या टेस्टी है तेरी चूत का पानी साली रंडी ओह मुह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और कांता की चूत को जिह्वा से एक दम से साफ कर के सुनील कांता की टांगो के बीच से उठ जाता है और कांता की तरफ देखता है और मुस्करा देता है और फिर अपनी होठो को कांता के होठो पर रख देता है
कांता :- सुनील का इशारा समझ जाती है और सुनील के मुह को अपनी जिह्वा से चाटने लगती है और चाट कर उसके मुह को साफ करती है
सुनील :- मुह साफ होने पर कांता के बालो को पकड के उसको अपने लंड की तरफ खिचता है
कांता :- को सुनील का इशारा समझने में देर नहीं लगती है और वो बैठ कर सुनील के लंड को अपने हाथ में पकड के हिलाने लगती है और फिर उस को अपने होठो के पास ल कर उसको किस्स करती है और फिर से हिलाने लगती है उफ़ बेटा कितना बड़ा है तेरा लंड तेरे अंकल का तो इसके सामने बहुत छोटा था और ये बोल कर अपनी जिह्वा से सुनील के लंड के चिर को चाटने लगती है और फिर लंड पर ठुकती है थु थु थु थु थु और लंड पर थूक के उसको अपने हाथो से पूरा थूक से गिला कर के पूरी जोर से हिलाने लगती है आआआआआअ क्या लंड है बेटा आज तो इस घोड़े से मेरी चूत को फाड़ देना बेटा
सुनील :- हा आंटी आज देख तेरी चूत को कैसे फाड़ता हु आज के बाद तू मेरे लंड की गुलाम न हुयी तो बोलना साली जोर जोर से हिल कुतिया क्या हाथो में जान नहीं है रंडी और ये बोल के वो कांता के मुह को पकड लेता है और अपनी उंगलिया उसके गालो में गद देता है जिस से कांता का मुह खुल जाता है और सुनील कांता के मुह में थूकता है थु थु थु .......... और थूक के उसके मुह में अपना लंड घुसो देता है ये ले रंडी चूस इसको साली कुतिया और उसके सर को ३ मं तक पूरी जोर से लंड पर दबाये रखता है
कांता :- हा बेटा चूस रही हु गु गु गु गु गु गु गु गु गु गु गु गु गु गु गु गप्ल गप्ल गप्ल गप्ल गप्ल गप्ल गप्ल कर के लंड को चुस्ती है लेकिन सुनील ने जो पूरा ८.५ इंच का लंड कांता के हलक में घुसो रखा था को कांता को सास लेने मैं बहुत दिक्कत हो रही थी और फिर जैसे ही सुनील लंड को ३ मिनट बाद मुह से बहार निकलता है तो कांता को सास आता है और जोर जोर से सास लेने लगती है और फिर से सुनील के लंड को पकड के अपनी हिलाने लगती है
सुनील :- अब कांता को घोड़ी बनने को बोलता है
कांता :- ये ले बेटा बन गयी घोड़ी !
सुनील :- कांता के पीछे आता है और निचे झुक के कांता की चूत को अपने हाथ से मसलता है
और अपने लंड के टॉप को कांता की चूत के ऊपर लगा के चूत के पिंक दाने को रगड़ने लगता है
और अपने एक हाथ से कांता की हिप्स को जोर जोर से मरता है जिस से कांता की हिप्स उसके थपडो से हिलती है और फिर वो कांता की हिप्स को पूरी जोर से पकड के और लंड को छेद पर लगा के धका मरता है ये ले आंटी जी ओह ह आहा हां आहा आहा आह साली क्या चूत है तेरी रंडियो एक ही धके में आधा लंड चूत में घुस जाता है ओह आआआअ
कांता :- जब से उसका पति मर था तब से वो बस एक दो बार ही किसी से चुदी थी नहीं तो वो अपनी कम वाली भाई को ही अपनी चूत चटवा के अपनी प्यास बुझती थी और उसके पति का लंड भी मुस्किल से ५ इंच का था जिस से वो कभी खुश नहीं हो पाई थी आज पहली बार किसी ने ३.५ इंच मोटा और ८.५ इंच बड़ा लंड चूत में घुसोया था जिस से उसके मुह से चीख निकल जाती है उयीईईईईईई माआआआआआअ मर ग्यीईईईरॆऎऎऎऎऎऎऎऎ हरामी जरा प्यार से कुते फाड़ दी तुमने मेरी चूत ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआआआआआआ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ और उसकी अखो से आशु आ जाते है
सुनील कांता की एक नहीं सुनता और वो फिर से लंड को बहार खिचता है और बस थोडा सा टॉप चूत में रहने के बाद कांता के बालो को एक हाथ से पकड़ता है दुसरे हाथ से कांता की हिप्स को पकड के पूरी ताकत के साथ धका मरता है ये ले साली कुतिया ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआआआ बहनचोद रंडी साली क्या चूत है तेरी मादरचोद छिनाल कुतिया ओह आ गया अब की बार पूरा लंड चूत की दिवार को चीरते हुए और लंड कांता की बच्चेदानी को जा कर लगता है ओह साली उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ आज तेरी चूत को फाड़ दुगा रंडी ओह आआआआआआआआआआअ
कांता :- आउच ओह माआआआआआआ मर गीईईईईईईईईईईईईई हरामी निकल अपने घोड़े जैसे लंड को नहीं लेना मेरे को साली कुते रंडी की ओलाद साले हरामी ओह आआआआआआआआआआआआआअ निकल साली ओह आआआआआआअ और जोर से चीखने लगती है
सुनील :- उसको चीखता देख अपना एक हाथ कांता के मुह पर रख लेता है और फिर सटा स्ट सटा स्ट
सटा स्ट सटा स्ट सटा स्ट सटा स्ट सटा स्ट सटा स्ट सटा स्ट सटा स्ट सटा स्ट सटा स्ट कर के धके मरने शरु कर देता है
और कुछ देर तक धके मरने के बाद अब कांता को भी मजा आने लगता है
कांता :- आआआआआआआआअ हरामी ओह उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ अपनी गंद को पीछे की तरफ सुनील के लंड पर पटक पटक के मरने लगती है ओह आआआआअ बेटा चोद मेरे को और जोर से चोद साले कुते जोर से चोदआआआआआआ क्या लंड है तेरा हरामी पूरी घुसो दसे अपना घोड़े जैसा लंड कुतिया ओह आआआआआआआआआअ हा ऐसे ही चोद हरामी जोर से चोद साली भडवे आआआआआआआआअ ,आआआआआआअ माआआआआआआअ मर गयी रॆऎऎऎऎऎऎऎ ओह अ उफ़ और जोर से कुते ओह आआआआआअ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ और फिर कांता का बदन एक फिर से अकड़ने लगता है और वो चिलाते हुवे सुनील को बोलती है ओह्ह्ह्ह साले और जोर से कुते मादरचोद रंडी के बिज चोद जोर से चोद हरामी ओह आआआआआआआआआआआआअ मैं गये बेटा आआआआआआआआआआआआआआआआआआअ और इसके साथ ही कांता की चूत से फक फक फचेर फचेर फचेर कर के पानी निकल जाता है आज तक कांता का इतना पानी कभी नहीं निकल था जितना आज निकल रहा था
सुनील :- हा ले और जोर से कुतिया आआआआआअ सज तेरी बच्चेदानी को फाड़ दुगा रंडी और जोर से ले कास के ले कुतिया और जोर से धक्जा धक् धका धक् धक् कर के चोदने लगता है
कांता :- दो बार पहले झड चुकी होती है इस लिए अब उसकी चूत में दर्द होने लगता है और वो फिर से चिलने छोड़ हरामी बस कर अब और नहीं शान होता कुते छोड़ मेरे को हरामी ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उयीईईईईईइ माआअ मर्गीईईईईईईईईईईईई उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ छोड़ हरामी ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
सुनील :- कांता की एक नहीं सुनता है और अपनी स्पीड बड़ा देता है और उधर कांता की चूत फिर से पानी छोड़ देती है और अब सुनील के लंड का कड्क्पन बाद जाता है और नशे पूरी सकत हो जाती ओह और कुछ तीन चार धको के बाद सुनील एक धका पूरी ताकत के साथ मरता है जिस से कांता को मुह आगे जा कर लगता है और उसके साथ ही सुनील उसके ऊपर देहर हो जाता है और उसको जोर से अपनी मजबूत बहाव में बीच के अपने लंड के पानी की बरसता कांता की बच्चेदानी पर करने लगता है और रुक रुक कर लंड को चूत की घस्रायी में उतरते हुए अपने लंड के पानी की एक एक बूंद को कांता की बच्चेदानी पर कर देता है और तभी उसको भी लंड के ऊपर किसी चीज की पकड महसूस होती है और ऐसा लगता है जेसे किसी ने लंड को अपने हाथ से पकड के उसको निचोड़ डाला हो
राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ
रसीली चुदाई जवानी की दीवानी की-4
कांता :- चल ठीक है देख लेना मैं देखती हूँ कितना फल खाने की ताकत है तेरे में
अब आगे
***********
सुनील :- देख लेना हम भी आज तुम को दिखाते है की हम भी क्या चीज है
कांता :- ठीक है बेटा रात को मैं सब के सोने के बाद गस्ट रूम में आती हूँ
सुनील :- कांता की बात सुन कर गस्ट रूम में चला जाता है !
और कांता का इंतजार करते हुए इधर से उधर टहलने लगता है आज सुनील की आखो से नींद कोषों दूर थी बस उसको तो कांता की चूत का इंतजार था कुछ देर बाद कांता एक जाली nighty पहन कर गस्ट रूम में आती है !
सुनील:- कांता को देखता और और उसको रूम में घुसने से पहले ही बहाव में लेकर उसके चहरे पर चुमियो की बोछार कर देता है
कांता :- ओहो बेटा सब्र कर अंदर तो चल मैं कोई भागे नहीं जा रही हूँ पूरी रात तुम्हारे साथ हूँ
सुनील:- सब्र कैसा आंटी अब तक जिस चीज के सपने देखता था वो चीज आज रियल में मिलने जा रही है और तुम सब्र करने को बोल रही हो
कांता :- अच्छा बेटा अगर मैं अभी नहीं आती तो और कुछ देर सब्र करते ना और फिर धका दे कर अंदर घुस जाती और अंदर से दरवाजा बंद कर देती और सुनील को बेड के पास ले जा कर सुनील को बेड पर धका देती हो आप बेड के पास कड़ी हो कर सुनील को देखते हुए अपनी nighty को खोल कर एक तरफ फेक देती है और अपने घुटने को मोड़ कर बेड पर रखते हुए सुनील के ऊपर झुकती है और सुनील की शर्ट के बटन को ख्गोलती है और सुनील कांता को पागलो की तरह देखता है क्यों की कांता अब उसके सामने काली चडी और काली ब्रा में होती काली चडी और काली ब्रा में उसका चिकना बदन ऐसा लग रहा था जैसे चाँद में कला दाग लग के उसकी सुन्दरता को और ज्यदा बड़ा रहा हो उसकी सासे ऊपर की ऊपर और निचे की निचे थम जाती है बस वो तो उसके हुस्न में इतना खो जाता है की उसको कुछ भी याद नहीं रहता है की कांता उसके साथ क्या कर रही है
कांता :- उसको ऐसे देखते हुए मुस्कराती है और फिर सुनील को चुटी से कटती है
सुनील :- एक दम से ऐसे उछलता है जैसे किसी सपने से जागा हो और फिर सुनील कांता के गले में अपनी बहाए दल कर उसकी आखो में देखते हुए बोलता है ओह्ह्ह्ह आंटी तुम कितनी अछि हो और फिर अपने कापते हुए होठो को कांता के लाल - लाल होठो पर रख देता है और अपनी जिव्हा को कांता के मुह में घुसो कर उसको गोल -गोल घुमाता है और एक हाथ कांता के मोटे चूचो पर रख के उन को सहलाने लगता है !
कांता :- भी अपनी बहावओ को सुनील के लगे में डाल कर उसको किस्स करती है अपने हाथ से सुनील के बालो को सहलाने लगती है
सुनील :- कांता को जोर से बहवो में भीच कर किस्स करते हुवे उसके चूचो को दबाने लगता है और दोनों बड़े जोर से एक दुसरे के साथ गुथम- गुथ होने लगते है और कभी कांता सुनील के निचे तो कभी सुनील कांता के निचे तक़रीबन १५ मिनट तक वो दोनों एक दुसरे से कुश्ती डालते है और फिर सुनील कांता को सीने से लगा कर अपने सीने से कांता के मोटे चूचो को मसलने लगता है और एक हाथ उसकी पीठ के पीछे ले जा कर उसकी कमर को अपने हाथ के मजबूत पंजे से दबाता है
कांता :- हाआआअ जालिम क्या पकड है तेरी सुनील मेरे बेटा आज मसल दे अपनी आंटी के बदन को बेटा कब से मैं इस सुख के लिए तरस रही थी ओह आआआआआआआआ बेटा उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़
सुनील :- कांता को पेट के बल बेड पर लेता देता है और अपने होठो को कांता की पीठ पर रख के उसकी पीठ को चूमने लगता है और ऐसा करते हुए सुनील कांता की ब्रा के हूक के ऊपर अपने दातो को रख के उसको दातो से खोल देता है और फिर से कमर को जिव्हा से चाटने लगता है ओह औनती जी आज तेरे पुरे बदन को चाट कर तुम्हारे बदन को साफ कर दुगा लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर
कांता :- आआआआआआ बेटा चाट अपनी आंटी का बदन खा जा अज अपनी आंटी के हर एक अंग को उयीईईईईईईईईईइ माआआआआआआआआआआआआअ ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बेटा आआआआआआआ कांता की सिस्कारिया सुनील को गर्म किये जा रही थी
सुनील :- अब कांता को सीधा लेटा देता है और कांता के पिंक निप्पल को अपनी उंगलियों में पकड के उन को कास कास के मसलने लगता है !
कांता :- जोर से हाय भरने लगती है और फिर सुनील की शर्ट को निकल देती है और उसकी बालो से भरी छाती पर से अपना हाथ घुमने लगती है और एक हाथ निचे कर के सुनील के अंडर वियर में हाथ डाल कर उसके लंड को पकड लेती है
सुनील:- कांता के हाथ को जैसे ही सुनील अपने लंड पर महसूस करता है वेसे ही और ज्यदा जोश में आ कर वो अपने होठो को कांता के चूचो पर रख देता है और पिंक निप्पल को जिह्वा से ऊपर निचे हिलाने लगता है
कांता :- सुनील की इस हरकत से और ज्यदा मचल जाती है और सुनील के बालो को पकड के उसके सर को पुरे जोर से अपने चूचो के ऊपर दबाती है ऒऒऒऒऒऒऒओ बेटा आज खा जा आंटी के चूचो को ओह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआआआआआआअ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ जालिम क्या मस्त कर रहा है आज तक मेरे को किसी ने इतना बेचैन नहीं किया बेटा आआआआआआआआआआआआ ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआआ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्बेताआआआआआआआअ जोर से चूस अपनी आंटी के चूचो को ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआआआआआअ अपनी जिह्वा को मेरे निप्पल के चारो और बने हुए काले घेर में से घुमा बेटा मेरॆऎऎऎऎऎऎए को बहुत मजा आता है ऐसा करने से कर बेटा आआआआआआआआआआआआआआआआअ
बहुत मजा आता है ओह बेटा चूस अपनी आंटी की चूचो को आआआआआआआअ ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
सुनील :- ओह आंटी उफ़ फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ क्या चुचे है तुम्हारे दोनों हाथो में लेकर दबा रहा हु और फिर सुनील आंटी के चूचो को अपने दातो से कटता है तो कभी निप्पल को उंगलियों से पकड के खिचता है और एक हाथ से आंटी के गदराये पेट पर रखता है जो उभर के थोडा सा भार आया हुवा था उसको अपने हाथ से भीच कर मसलते हुए किस्स करता है और अपनी ऊँगली को कांता की नाभि में डाल कर गोल गोल घुमाने लगता है और फिर अपनी जिह्वा को नाभि में डाल देता है
कांता :- अब पूरी तरह से झटपटाति है ! और अपनी आखो को बंद किये हुए ही अपने दोनों हाथो से चूचो को मसलने लगती है ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बेटा आज अपनी आंटी के बदन को नोच कर खा जा मेरे हरामी बेटे ओह आआआआआआआ और जोर से चाट मेरे बदन को खा जा आज हर जगह पर अपने प्यार के निशान डाल दे बेटा ओह आआआआआआआआआआ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ बेटा
सुनील :- कांता के मुह से गालिया सुन कर और जोश में आ जाता है और फिर अपने दातो के निशान कांता के बदन पर देने लगता है और ऐसे ही निशान देते हुए वो निचे की तरफ जा कर कांता की चडी को अपने दातो में पकड के निचे की तरफ खिचता चला जाता है और उसको कांता के पैरो से निकल कर एक तरफ फेक देता है और फिर कांता के पंजो को अपने हाथ में पकड के उन पे से अपनी उंगलिया घुमाते हुए उन को किस्स करता हुए अपनी जिह्वा को पैरो की उंगलियों के बिच से घुमाने लगता है पुच पुच पुच पुच पुच
कांता :- सुनील की हरकतों से पागल होने लगती है और अपने हाथ को अपनी चूत पर रख के उसको मसलने लगती है और जोर जोर से सास ले कर कुछ कुछ बुद्बदाने लगती है ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बेटा सुनी ओह आआआआआआआआआआआ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ कमीने और कितना तडफ़ायेग अपनी आंटी को आआआआआआआआअ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़
सुनील :- अब वो भी जोश में पूरा आ जाता है चुप साली कुतिया अभी देखती जा तेरा क्या हल करता हु रडी आज के बाद साली तू मेरे लंड के लिए तड्फ़ेगि कुतिया हर वक़्त तेरी आखे के सामने मैं और मेरा लंड रहेगा साली और फिर वो ऊपर की तरफ आ कर कांता की चूत के ऊपर अपने होठ को रख देता है उफ्फ्फ्फ़ साली क्या खुसबू है तेरी चूत की रंडी छिनाल कुतिया आआआआआअ और अपनी जिह्वा को बहार निकल के उसको पूरा फेला कर चूत के दोनों किनारियो को एक साथ चाटने लगता है!
कांता :- जैसे ही सुनील अपनी जिह्वा को चूत पर रखता है वो कप उठती है और अपनी टैंगो को आप से में भिचने लगती है और दोनों हाथ से चूचो को दबाते हुए जोर जोर से ससे लेने लगती है ओह्ह्ह्ह्ह सुनील कमीने आज मेरे को मर डालेगा क्या हरामी ओह आआआआआआआआआआआआआआअ उयीईईईईईईईईईईईईई माआआआआआआआआआआआआआ उफ़ बेटा और न तड़फा अपनी कुतिया आंटी को आआआआआआआआअ ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
सुनील ;- चुप साली छिनाल कुतिया और उसके ऊपर बिच होते हुए चूचो को देखता हुए अपने हाथो से कांता की चूत के गुलाबी होठो को खोल कर अपनी जिह्वा को चूत में घुसो देता है यूं य्तुम यूं यूं यूं यूं यूं यूं यूं ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह साली क्या सवादिस्ट है तेरी चूत का रस साली खा छुप रखा था तुमने ये कुदरत का नायब तोफा रंडी कब से इसके लिए तड़फ रहा है साली और फिर जिह्वा को चूत में गोल गोल घुमाने लगता है लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर लपर
कांता :- तेरे लिए ही बचा के रखा था हरामी मैंने इस तोफे को पि ले इस रस को आज इसको पि कर बुझा ले अपनी प्यास मादरचोद साली कुते जोर जोर से चाट चूत को हरामी ओह आआआआआआआआआआआआ और जोर से चाट हरामी ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआआआआआआअ और अपने हाथो से सुनील के सर को जोर से अपनी चूत पर दबा लेती है उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ माआआआआआआ
मर्ग्यीईईईईईईईईईईईईईइ रॆऎऎऎऎऎऎऎऎ हरामी ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआआआआआ और तभी कांता के सब्र का बांध टूट जाता है और वो पानी छोड़ने लगती है और पूरा बदन अकड़ जाता है ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह माआआआआआआआआआ बेताआआआआआअ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ और फिर एक दम से ढीली पड़ जाती है
सुनील:- छपल छपल छपल छपल कर के चूत के रस को चाटने लगता है ओह रंडी छोड़ जितना पानी तूने छोड़ना आज तेरे रस की एक एक बूंद को पि जाउगा रैंड साली कुतिया उफ़ क्या टेस्टी है तेरी चूत का पानी साली रंडी ओह मुह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और कांता की चूत को जिह्वा से एक दम से साफ कर के सुनील कांता की टांगो के बीच से उठ जाता है और कांता की तरफ देखता है और मुस्करा देता है और फिर अपनी होठो को कांता के होठो पर रख देता है
कांता :- सुनील का इशारा समझ जाती है और सुनील के मुह को अपनी जिह्वा से चाटने लगती है और चाट कर उसके मुह को साफ करती है
सुनील :- मुह साफ होने पर कांता के बालो को पकड के उसको अपने लंड की तरफ खिचता है
कांता :- को सुनील का इशारा समझने में देर नहीं लगती है और वो बैठ कर सुनील के लंड को अपने हाथ में पकड के हिलाने लगती है और फिर उस को अपने होठो के पास ल कर उसको किस्स करती है और फिर से हिलाने लगती है उफ़ बेटा कितना बड़ा है तेरा लंड तेरे अंकल का तो इसके सामने बहुत छोटा था और ये बोल कर अपनी जिह्वा से सुनील के लंड के चिर को चाटने लगती है और फिर लंड पर ठुकती है थु थु थु थु थु और लंड पर थूक के उसको अपने हाथो से पूरा थूक से गिला कर के पूरी जोर से हिलाने लगती है आआआआआअ क्या लंड है बेटा आज तो इस घोड़े से मेरी चूत को फाड़ देना बेटा
सुनील :- हा आंटी आज देख तेरी चूत को कैसे फाड़ता हु आज के बाद तू मेरे लंड की गुलाम न हुयी तो बोलना साली जोर जोर से हिल कुतिया क्या हाथो में जान नहीं है रंडी और ये बोल के वो कांता के मुह को पकड लेता है और अपनी उंगलिया उसके गालो में गद देता है जिस से कांता का मुह खुल जाता है और सुनील कांता के मुह में थूकता है थु थु थु .......... और थूक के उसके मुह में अपना लंड घुसो देता है ये ले रंडी चूस इसको साली कुतिया और उसके सर को ३ मं तक पूरी जोर से लंड पर दबाये रखता है
कांता :- हा बेटा चूस रही हु गु गु गु गु गु गु गु गु गु गु गु गु गु गु गु गप्ल गप्ल गप्ल गप्ल गप्ल गप्ल गप्ल कर के लंड को चुस्ती है लेकिन सुनील ने जो पूरा ८.५ इंच का लंड कांता के हलक में घुसो रखा था को कांता को सास लेने मैं बहुत दिक्कत हो रही थी और फिर जैसे ही सुनील लंड को ३ मिनट बाद मुह से बहार निकलता है तो कांता को सास आता है और जोर जोर से सास लेने लगती है और फिर से सुनील के लंड को पकड के अपनी हिलाने लगती है
सुनील :- अब कांता को घोड़ी बनने को बोलता है
कांता :- ये ले बेटा बन गयी घोड़ी !
सुनील :- कांता के पीछे आता है और निचे झुक के कांता की चूत को अपने हाथ से मसलता है
और अपने लंड के टॉप को कांता की चूत के ऊपर लगा के चूत के पिंक दाने को रगड़ने लगता है
और अपने एक हाथ से कांता की हिप्स को जोर जोर से मरता है जिस से कांता की हिप्स उसके थपडो से हिलती है और फिर वो कांता की हिप्स को पूरी जोर से पकड के और लंड को छेद पर लगा के धका मरता है ये ले आंटी जी ओह ह आहा हां आहा आहा आह साली क्या चूत है तेरी रंडियो एक ही धके में आधा लंड चूत में घुस जाता है ओह आआआअ
कांता :- जब से उसका पति मर था तब से वो बस एक दो बार ही किसी से चुदी थी नहीं तो वो अपनी कम वाली भाई को ही अपनी चूत चटवा के अपनी प्यास बुझती थी और उसके पति का लंड भी मुस्किल से ५ इंच का था जिस से वो कभी खुश नहीं हो पाई थी आज पहली बार किसी ने ३.५ इंच मोटा और ८.५ इंच बड़ा लंड चूत में घुसोया था जिस से उसके मुह से चीख निकल जाती है उयीईईईईईई माआआआआआअ मर ग्यीईईईरॆऎऎऎऎऎऎऎऎ हरामी जरा प्यार से कुते फाड़ दी तुमने मेरी चूत ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआआआआआआ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ और उसकी अखो से आशु आ जाते है
सुनील कांता की एक नहीं सुनता और वो फिर से लंड को बहार खिचता है और बस थोडा सा टॉप चूत में रहने के बाद कांता के बालो को एक हाथ से पकड़ता है दुसरे हाथ से कांता की हिप्स को पकड के पूरी ताकत के साथ धका मरता है ये ले साली कुतिया ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआआआ बहनचोद रंडी साली क्या चूत है तेरी मादरचोद छिनाल कुतिया ओह आ गया अब की बार पूरा लंड चूत की दिवार को चीरते हुए और लंड कांता की बच्चेदानी को जा कर लगता है ओह साली उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ आज तेरी चूत को फाड़ दुगा रंडी ओह आआआआआआआआआआअ
कांता :- आउच ओह माआआआआआआ मर गीईईईईईईईईईईईईई हरामी निकल अपने घोड़े जैसे लंड को नहीं लेना मेरे को साली कुते रंडी की ओलाद साले हरामी ओह आआआआआआआआआआआआआअ निकल साली ओह आआआआआआअ और जोर से चीखने लगती है
सुनील :- उसको चीखता देख अपना एक हाथ कांता के मुह पर रख लेता है और फिर सटा स्ट सटा स्ट
सटा स्ट सटा स्ट सटा स्ट सटा स्ट सटा स्ट सटा स्ट सटा स्ट सटा स्ट सटा स्ट सटा स्ट कर के धके मरने शरु कर देता है
और कुछ देर तक धके मरने के बाद अब कांता को भी मजा आने लगता है
कांता :- आआआआआआआआअ हरामी ओह उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ अपनी गंद को पीछे की तरफ सुनील के लंड पर पटक पटक के मरने लगती है ओह आआआआअ बेटा चोद मेरे को और जोर से चोद साले कुते जोर से चोदआआआआआआ क्या लंड है तेरा हरामी पूरी घुसो दसे अपना घोड़े जैसा लंड कुतिया ओह आआआआआआआआआअ हा ऐसे ही चोद हरामी जोर से चोद साली भडवे आआआआआआआआअ ,आआआआआआअ माआआआआआआअ मर गयी रॆऎऎऎऎऎऎऎ ओह अ उफ़ और जोर से कुते ओह आआआआआअ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ और फिर कांता का बदन एक फिर से अकड़ने लगता है और वो चिलाते हुवे सुनील को बोलती है ओह्ह्ह्ह साले और जोर से कुते मादरचोद रंडी के बिज चोद जोर से चोद हरामी ओह आआआआआआआआआआआआअ मैं गये बेटा आआआआआआआआआआआआआआआआआआअ और इसके साथ ही कांता की चूत से फक फक फचेर फचेर फचेर कर के पानी निकल जाता है आज तक कांता का इतना पानी कभी नहीं निकल था जितना आज निकल रहा था
सुनील :- हा ले और जोर से कुतिया आआआआआअ सज तेरी बच्चेदानी को फाड़ दुगा रंडी और जोर से ले कास के ले कुतिया और जोर से धक्जा धक् धका धक् धक् कर के चोदने लगता है
कांता :- दो बार पहले झड चुकी होती है इस लिए अब उसकी चूत में दर्द होने लगता है और वो फिर से चिलने छोड़ हरामी बस कर अब और नहीं शान होता कुते छोड़ मेरे को हरामी ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उयीईईईईईइ माआअ मर्गीईईईईईईईईईईईई उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ छोड़ हरामी ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
सुनील :- कांता की एक नहीं सुनता है और अपनी स्पीड बड़ा देता है और उधर कांता की चूत फिर से पानी छोड़ देती है और अब सुनील के लंड का कड्क्पन बाद जाता है और नशे पूरी सकत हो जाती ओह और कुछ तीन चार धको के बाद सुनील एक धका पूरी ताकत के साथ मरता है जिस से कांता को मुह आगे जा कर लगता है और उसके साथ ही सुनील उसके ऊपर देहर हो जाता है और उसको जोर से अपनी मजबूत बहाव में बीच के अपने लंड के पानी की बरसता कांता की बच्चेदानी पर करने लगता है और रुक रुक कर लंड को चूत की घस्रायी में उतरते हुए अपने लंड के पानी की एक एक बूंद को कांता की बच्चेदानी पर कर देता है और तभी उसको भी लंड के ऊपर किसी चीज की पकड महसूस होती है और ऐसा लगता है जेसे किसी ने लंड को अपने हाथ से पकड के उसको निचोड़ डाला हो
राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ
No comments:
Post a Comment