Wednesday, July 11, 2018

FUN-MAZA-MASTI तुस्सी बड़े खराब हो--6

FUN-MAZA-MASTI

तुस्सी बड़े खराब हो--6


दो प्रमियों का मिलन

कुछ समय के बाद दोनों होटल के एक आलीशान कमरे के बिस्तर पर लेटे हुए थे अकीरा विक्रांत से लिपटी हुई थी और उसके दिनभर की दास्तान सुन रही थी ।
अकीरा-बहुत थक गए होगे न तुम ? जाओ नहा लो ।
विक्रांत- ठीक है पर अकेले नहीं नहाऊंगा तुम्हें मेरे साथ नहाना होगा ।
अकीरा-बड़े वो हो पर मैं अपने कपड़े खुद नहीं उतारूंगी तुम्हें मेरी हेल्प करनी होगी ।
विक्रांत -हम्म आंखें बंद करो फिर ।
अकीरा ने अपनी आँखें बंद कर ली विक्रांत ने धीरे से उसकी टॉप को उतार दिया अकीरा के गोरे-2 और 38d साइज के मम्में काली रंग की 36d साइज की ब्रा में पिंजरे में कैद कबूतरों की तरह तड़प रहे आज़ाद होने को । "बला की खूबसूरत तुम" विक्रांत ने धीरे से अकीरा के कान में कहा और और उसके होंठों को चूम लिया अकीरा का पूरा बदन काँप गया । विक्रांत ने अपने भी कपड़े उतार दिए अब वो केवल कच्छे में था उसने जानभुझकर कच्छा नहीं उतारा वो चाहता था कि उसके अजगर को अकीरा खुद आज़ाद करे । अकीरा की आँखें अभी भी बंद थीं विक्रांत ने उसे लिटा दिया और उसकी स्किन टाइट जीन्स उतारी । अकीरा की टाँगे पतली मुलायम और किसी साँचे से ढली जान पड़ती थी । उसकी काले रंग की पैंटी उतारने से पहले विक्रांत ने उसकी टाँगों को चुमों से नेहला दिया । अकीरा की चूत बिल्कुल गुलाब की कली थी बेहद छोटी और गदराई हुई मुश्किल से एक इंच से ज्यादा बड़ा गुलाबी रंग का छेद ने विक्रांत के 10 साल के कंट्रोल को तोड़ दिया सब कुछ भूल के उसने पगलों की तरह उसने अपना कच्छे को उतार फेंका और अपने 10इंची अजगर को अकीरा की चूत पे रख ज़ोर का झटका दे मारा...लौड़ा तो चूत में नहीं गया पर इस अचानक हुए हमले से घबराकर अकीरा ने अपनी आँखें खोल ली और विक्रांत के मूसल लन्ड को फटी आंखों से देखती रह गयी ।
अकीरा- हे राम इतना बड़ा । उसका मुँह खुला का खुला रह गया ।
अकीरा की आवाज़ सुनकर विक्रांत को होश आया कि वो क्या करने जा रहा था ।
विक्रांत-मुझे माफ़ कर दो अकीरा तुम्हारे इस अप्सराओं से भी सुंदर रूप ने मुझ पर जादू कर दिया था ।
अकीरा (उठ के घुटनो के बल बैठते हुए )-ओह देखूँ तो शैतान दिखता कैसे है । अकीरा ने अपने छोटे-पतले मुलायम हाथों से विक्रांत के हैवी लन्ड को पकड़ लिया ।"कितना मोटा और लम्बा है तुम्हारा लन्ड ...और इसके टोपे को तो देखो एक दम फुला हुआ टमाटर लग रहा है वो भी आधाकिलो का " अकीरा ने धीरे-2 अपने हाथों को विक्रांत के लन्ड पर ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया ।
विक्रांत-आह.. आह...अकू बड़े प्यारे हाथ हैं तुम्हारे आह आह ....
अकीरा-इतना मूसल लौड़ा है थक गई मैं तो ....
विक्रांत-आह आह ...अब मत रुकना प्लीज ...आह आह...वो आँखें बंद किये हुए बोला
अकीरा का यह पहला अनुभव था ऊपर से इतने हैवी लन्ड की मुठ मारते-2 वो सच में थक गई थी । पर वो विक्रांत का मज़ा खराब नहीं करना चाहती थी इसिलए वो नीचे झुकी और अपना पूरा मुँह खोल के लन्ड को मुँह में ले लिया पर सिर्फ टोपे से उसका मुँह भर गया । मुँह की गर्मी विक्रांत से बर्दाश्त न हुई और एक लंबी आह के साथ उसने अकीरा के मुँह में ही झड़ना शुरू कर दिया । अकीरा का मुँह वीर्य से भर गया होंठ वीर्य से लथपथ हो गए उसने खाँसते हुए लन्ड मुँह से निकाल दिया लन्ड ने मुँह से बाहर आते ही एक के बाद एक उटियाँ करनी शुरू कर दी और अकीरा लगभग सारी विक्रांत के वीर्य से नहा गयी । विक्रांत ने आंखें खोली तो अकीरा को वीर्य लथपथ पाया ।
विक्रांत-ओह गॉड तुम तो पूरी भीग गयी ।
अकीरा-ऐसा भी कोई करता है क्या ? देख़ो तो क्या हालत कर दी है तुमने और तुम्हारे इस उल्टी महाराज ने । पर तभी उसकी नज़र विक्रांत के लन्ड पर पड़ी और उसकी हँसी छूट गयी।
विक्रांत-क्या हुआ अभी नाराज़ हो रही थी और हँस रही हो ।
अकीरा- नीचे देखो ....जनाब अभी भी तने हुए है खुद को गंदा कर लिया है।
विक्रांत ने देखा तो सच में उसका लन्ड वीर्य से बुरी तरह लथपथ था और अभी भी कड़क था । और ऐसे लग रहा था जैसे वो मक्खन से लथपथ हो । वो हँस पड़ा । विक्रांत लन्ड साफ करने के कपड़ा खोजने लगा पर अकीरा ने उसे रोक दिया ।"इसे साफ न करूँ?"
अकीरा- इतनी अच्छी लुब्रिकेशन और कँही मिलेगी ? अकीरा ने अपनी टाँगे खोल के अपनी चूत दिखाते हुए कहा ।
विक्रांत- इसे मत दिखो यार तुम्हारी चूत को देखते ही मुझे कुछ होने लगता है ।
अकीरा-क्यों अच्छी नहीं लगी मेरी चूत?
विक्रांत-अच्छी नहीं मैंने अपनी पूरी ज़िंदगी में इससे प्यारी और चूत नहीं देखी ।
अकीरा- तुमने बहुत सी लड़कियों की देखी हैं क्या ?
विक्रांत- अकीरा शायद तुम्हें अच्छा न लगे पर सच यही है ...मैंने 100 से ज्यादा औरतों के साथ संभोग किया है । सच बात तो यह है मुझसे ज्यादा ये रूपाली को पसंद था उसे सेक्स करने से ज्यादा मुझे दूसरी औरतों के साथ सेक्स करते हुए देखना पसंद और यह उसकी सनक थी ।पर सच में तुमसे सुंदर न कोई लगी और न किसी चूत तुम्हारी चूत जैसी थी ।
अकीरा-पता है रूपाली दीदी की यह आदत मुझ में भी है । कभी -2 मैं भी सोचती हूँ कि तुम्हे किसी और के साथ सेक्स करते देखना कितना रोमांचक होगा ।
विक्रांत ने अकीरा को बाँहों में भर लिया और अपने होंठ उसके होंठों पे रख उसके फूलों से मीठे होंठो को चूसना शुरू कर दिया ...धीरे धीरे वो अकीरा पर चढ़ता गया उसने अकीरा को लिटा दिया और खुद भी उसके ऊपर आ गया उसने अकीरा की ब्रा को खोल दिया अकीरा के मम्में ब्रा में भी खूबरसूरत लग रहे थे पर अब तो उसके 38d आकार के गोल-2 सुडौल और दूध से सफेद मंम्मों पर एक-एक इंच के गहरे गुलाबी रंग की चुचियाँ वैनिला आइसक्रीम पे स्ट्राबेरी जैसी लग रही थी । "तुम इतनी टाइट ब्रा क्यों पहनती हो ?" उसने अकीरा मंम्मों पर हाथ फेरते हुए पूछा ।
"टाइट ब्रा न पहनूँ तो सब घूरते ही रहें " अकीरा ने जवाब दिया ।
विक्रांत ने अपने होंठ अकीरा बड़े और कड़े निप्पल पर रख दिये और मंम्मों को दबाते हुए चूसना शुरू कर दिया ....घने-गाड़े मीठे दूध से उसका मुँह भर गया । वो काफी देर तक चूस्ता ही रहा । फिर एक हाथ से उसने अपने लौड़े को अकीरा की चूत पर सेट किया और मंम्मों को चूसते हुए लन्ड को अकीरा की चूत पर रगड़ने लगा । अकीरा के बदन में हल्की हल्की अकड़न आने लगी और हर गुज़रते पल के साथ अकीरा की आहें तेज़ और तेज़ होती जा रही थी । विक्रांत समझ गया कि अभी नहीं तो कभी नहीं । उसने अपने लौड़े को अकीरा की कमसिन चूत की फांको पे सेट करके ज़ोरदार शॉट लगा दिया
अकीरा- "आह....माँ.... मार दिया ..."
विक्रांत -बहुत दर्द हो रहा है
अकीरा -नहीं हँसी आ रही है ....किसी का होता है इतना बड़ा? लन्ड है या खम्बा? अकीरा ने नकली गुस्सा दिखाते हुए कहा । अकीरा ने गर्दन उठाकर देखा तो अभी केवल टोपा ही अंदर जा पाया था और कंहाँ वो सोच रही थी कि इतना दर्द हो रहा है तो पूरा ही चला गया होगा ।
विक्रांत ने अपने दोनों हाथों से अकीरा के खरबूजों जैसे मम्में पकड़ लिए और अपनी पूरी ताकत से धक्का लगाया । अकीरा की की जोरदार चीख पूरे कमरे में गूँज गयी । अकीरा की आँखें दर्द के कारण ऊपर चढ़ गईं ।विक्रांत ने नीचे देखा तो सफ़ेद चादर खून के लाल रंग से नहा चुकी थी पर आधा लन्ड अभी भी बाहर था । विक्रांत ने आँखे बंद कर ली और एक के बाद एक शॉट पेलता चला गया जब तक कि लन्ड अकीरा की कसी हुई चूत में पूरा न समा गया । चूत इतनी टाइट थी कि उसे लग रहा था कि उसका लन्ड निचड़ जाएगा । उसे चर्म सुख का अनुभव हो रहा था उसने आँखें खोली तो अकीरा ने अपने दोनों हाथों से अपना मुँह कस के बंद किया हुआ था और उसका पूरा चेहरा आँसुओं से भीगा हुआ था । दोनों ने एक दूसरे की तरफ देखा और विक्रांत ने अकीरा को अपनी बाहों में भर लिया ।
अकीरा-ई लव यू विक्रांत ।
विक्रांत- लव यू टू , और बहुत बहुत शुक्रिया मेरे लिए इतना दर्द सहने के लिये । उसका लन्ड अभी चूत में ही फंसा हुआ था और वो कसाव महसूस कर रहा था ।
अकीरा -(विक्रांत को चूमते हुए) तुम्हारे लिए कुछ भी । मैं ठीक हूँ तुम कर सकते हो ।
अकीरा ने अपनी टाँगे विक्रांत की हिप्स पर कस ली और बाजुओं से उसे अपने आगोश में ले लिया । विक्रांत ने हल्के-2 झटके लगाना शुरू किया और अकीरा की कामुक आहों से पूरा कमरा संगीतमयी हो उठा "आह ...आह... आह... ओह माँ ......उम्म...विक्रांत.. विक्रांत... आह..आह..." उसके नाखून विक्रांत की पीठ में जगह जगह गड गए । विक्रांत की रफ्तार बढ़ती ही जा रही थी वो किसी पागल घोड़े की तरह अकीरा को पेलते जा रहा था । और अकीरा की चूत का मंथन करता जा रहा था ...इतने ज़बरदस्त मंथन के आगे अकीरा ज्यादा देर टिक न पाई अचानक उसने अपने नाखून बुरी तरह विक्रांत की पीठ में गाड़ दिए और एक लंबी आह के साथ भरभरा के झड़ना शुरू कर दिया और काफी देर तक झड़ती चली गयी पूरा बिस्तर उसके पानी से गीला हो गया ।
अकीरा(झड़ने के बाद थक के निढाल होते हुए ) -आज तो जान ही निकाल दी तुमने ,कैसा लन्ड है तुम्हारा पूरा बदन दर्द कर रहा है पर मजा भी स्वर्ग जैसा आया ।तुम्हारी फैन तो थी है मैं पर तुम्हारे अजगर कि तो गुलाम हो गईं हूँ दिखाओ तो इतनी मेहनत के बाद कैसे लग रहे हैं अजगर महाराज ।
विक्रांत(लौड़े को अकीरा की चूत से बाहर निकालते हुए )-लो देख़ो , यह रहा जो सजा देनी है इसे देदो आज बड़ा तंग किया न इसने तुम्हें ।
अकीरा-ओह गॉड इट्स हार्ड इवन नाउ , यार क्या खिलाते हो इसे ? अब इसे कैसे शांत करोगे यह तो और डिमांड कर रहा है ।
विक्रांत -एक राउंड और हो जाये ?
अकीरा (डॉगी पोजीशन में आते हुए)- बिल्कुल तो करें शुरू ।
विक्रांत अकीरा के पीछे आ गया और अकीरा की चूत जो अब सूज गयी थी उसपे अपने लन्ड को सेट करके उसने एक जोरदार झटका मारा और लन्ड चूत के सारे अवरोधों को तोड़ता हुआ जड़ तक समा गया । वो किसी घोड़े की तरह उसपर चढ़ गया और उसके मंम्मों को पकड़ के उसे बुरी तरह चोदना चालु कर दिया ...
अकीरा-"आह आह.... वीक फाड़ दी तुमने आज मेरी ...आह कल तो चल भी नहीं पाऊँगी"
विक्रांत-सब तेरी इस चूत की गलती है ...आह...आह साली हद से ज्यादा टाइट है ...आह...अहह.....वो उसके मंम्मों को निचोड़ते हुए अकीरा की ठुकाई करता जा रहा था । विक्रांत के ज़ोरदार झटकों से अकीरा के नरम मुलायम चूतड़ लाल होने लगे थे । अकीरा ने मजबूती से चादर को पकड़ रखा था पर फिर भी हर शॉट उसे आगे की और धेकेल देता । विक्रांत भी अपने चरम पर आ गया था उसने अब लम्बे-2 घस्से मारना शुरू किए वो अपने मूसल लन्ड को पूरा बाहर निकाल लेता और फिर पूरा एक झटके में पेल देता ...20-25 शॉट्स के बाद दोनों एक साथ झड़ गए ।
विक्रांत और अकीरा की काम लीला न जाने कितने राउंड तक चली पर इस राउंड के बाद उन्होंने वोडका पी और कई बार चर्म सुख का अनुभव करने के बाद दोनों के दूसरे से लिपट के गहरी नींद में डूब गए पर वोदका पीने के बाद क्या हुआ ये विक्रांत को याद नहीं रहने वाला था ।

दो पत्र

सुबह लगभग 8 बजे बेलबॉय के बार बार बेल बजाने पर विक्रांत की नींद खुली ,उसका सिर दर्द कर रहा था और चक्कर आ रहा था ,टेबल एब्सोल्यूट वोडका की खाली बोतल पड़ी थी "यह कब पी हमने मुझे तो कुछ याद नहीं आ रहा और अकीरा कंहाँ हैं " वो सोचने लगा। विक्रांत ने से पूछा तो बेलबॉय ने बताया कि अकीरा उसके लिए ब्रेकफास्ट का ऑडर करके गयी थी । विक्रांत ने ब्रेकफास्ट ले लिया दरवाजे को कुंडी लगा के वापिस आ गया और सोफे पर धम से बैठ गया "तो वो चली गयी बिना गुडबाय कहे ही चली गयी " उसने खुद से कहा ।अकीरा के बारे में सोचते सोचते वो नहाने चला गया और काफी देर तक शावर लेता रहा । कपड़े वैगरह पहन के जब वो फ्रेश हो गया तो उसका ध्यान बिस्तर पर गया जिस पर काफी जगह खून के धब्बे थे ।
"कल फिर मैं आउट ऑफ कंट्रोल हो गया ....इसिलए शायद वो बिना कुछ कहे ही चली गयी ...बुरा मान गयी होगी" उसने खुद से कहा । पर तभी उसे टेबल पर एक कागज़ नज़र आया । अकीरा ने लिखा था ---
"विक्रांत आई लव यू ...कल की रात के लिए थैंक्स मैं अपने प्यार के हाथों ही लड़की से औरत बनना चाहती थी और तुमने यह तोफा मुझे दिया इसके लिए बहुत बहुत प्यार । मुझे एक खुफिया मिशन पर जाना था और 6 बजे की फ्लाइट थी और सोते हुए तुम इतने प्यारे लग रहे थे कि तुम्हें जगाने का मन नहीं हुआ । कल रात तुम घर से बिना बताए ही चले आये थे पर टेंशन मत लेना दिनेश जी से मेरी बात हो चुकी है उन्होंने तुम्हारे घर पर बता दिया है कि तुम्हारा दोस्त बीमार था जिसके कारण तुम्हें जल्दी में घर से निकलना पड़ा । कल तुमने मुझे स्वर्ग सा सुख तो दिया पर आखिरी राउंड में तुम आपा खो बैठे और किसी पागल घोड़े की तरह मुझे चोदते रहे पर इसका बदला अगली बार पूरा कर लूँ गी, और मैंने कल रात की वीडियो रिकॉर्डिंग कर ली थी भेज दूँगी लास्ट की एक घंटे की रिकॉर्डिंग देख लेना तुम्हें सब याद आ जायेगा । मैं जानती हूँ एक बार सेक्स करने के बाद तुम खुद पर काबू नहीं रख पाते इसिलए मैं चाहती हूँ कि जब तक मैं दूर हूँ तुमसे तुम मेरे लिए कुछ करो वो मैं तुम्हें फ़ोन पर बताऊँगी की क्या करना है । तुम्हारे फ़ोन में एक प्राइवेट नंबर वाला सिम डाल के जा रही हूं उसमें मेरा प्राइवेट नंबर भी फीड है । इसका कारण यह है कि जिस मिशन पर हूँ मैं उसमें मुझे किसी से बात करने की इजाज़त नहीं है । अपना ध्यान रखना तुम्हारी और सिर्फ तुम्हारी ...अकीरा । विक्रांत ने फ़ोन उठाया तो उस प्राइवेट नंबर पे अकीरा ने वीडियो भेजी हुई थी । पर उसने वीडियो को ऑफिस में देखने का निश्चय किया और नाश्ता करने लगा ।
विक्रांत की गाड़ी तो पटरी पर आ चुकी थी पर उसकी बेटी रूपिका दुविधा में थी खासकर कल जो हुआ उसके बाद वो कुछ डरी भी हुई थी पर उलझन में ज्यादा थी कि महेश कहीं उसे बेफकूफ तो नही तो नहीं बना रहा था ...क्या वो सच में प्यार करने लगी थी ?...ऐसी कई बातों में वो खोई हुई थी पर कल से उसके अंदर बदलाव हुआ था उसे वो साफ महसूस कर रही थी । आज उसने वेस्टर्न ड्रेस पहनने के बाजए साड़ी पहनना पसंद किया शिफ्फोन कि साड़ी और डीप नेक स्लीव लेस काले ब्लाउज में वो आज किसी ग्रीक देवी की तरह लग रही थी । आफिस आई तो सब मर्दों की नजरें चोरी चोरी उसे ही घूर रहीं थी । आखिर आज उसका तराशा हुआ बदन जो साफ नजर आ रहा था । उसने जूनियर मैनेजर को मैनेजर से कहते सुना "सर कसम से क्या माल है मैडम क्या कातिल फिगर है" और मैनेजर ने भी वैसा ही जवाब दिया था
मैनेजेर- यार कसम क्या बड़े-2 बूब हैं इसके कम से कम 36d साइज होगा और कमर तो देख मुश्किल से 26
जूनियर मैनेजर - सर गाँड़ तो देखो कितनी उभरी हुई है ।कसम से ऐसी बीवी हो किसी की तो काम काज छोड़ के दिनरात चुदाई ही करता रहे ।
आज से पहले रूपिका ने ऐसी बात सुनी होती तो खूब क्लास लेती दोनों कि पर आज उसने इग्नोर कर दिया ।
अपने ऑफिस की कुर्सी बैठी वो फाइल्स को देखने लगी । आधा दिन बिना किसी घटना के बीत गया लगभग 11 बजे चपरासी उसे एक लिफाफा यह कहकर दे गया कि मेहश दे गया है । रूपिका ने धड़कते दिल से लिफाफा खोला और पढ़ना शुरू किया ।
"रिस्पेक्टेड मैम ,
मैं आज सुबह उठा तो देखता हूँ कि आपकी कार मेरे पास नहीं है काफी सोचने की कोशिश की पर शराब के दो पेग के बाद कि कोई घटना मुझे याद न आ सकी ।अगर मुझसे कोई ऐसी वैसी हरकत हो गयी हो या मैंने कुछ गलत या अपमानजनक कह दिया हो तो आप मुझे जो सजा देना चाहें दे सकती हैं । बेहद शर्मिंदा महसूस कर रहा हूँ इसिलए फ़ोन करने की हिम्मत न कर सका ।
आपका सेवक
महेश ।
रूपिका ने पत्र न जाने कितनी बार पढ़ा हर बार पढ़ती तो उसे संतोष और खुशी का एहसास होता । उसने मेहश को मैसेज कर दिया कि कल महेश ने कुछ गलत नहीं किया बस उसने कुछ ज्यादा ही पी ली थी और वो उसे घर छोड़ने के 6.30 बजे आ जाये ।












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