FUN-MAZA-MASTI
रसीली चुदाई जवानी की दीवानी की-6
ये ले रंडी और जोर से कुतिया
आआआआआआआआआआआआआआआआआआआ और अब की बार सुनील का लंड कांता की
गांड के छले में जा कर फस जाता है ओःःःःःःःःःःः
अब आगे :-
**********
सुनील :- चुप साली कुतिया नहीं तो और जोर से चोदुगा साली रांड को
आआआआआआआआआआआ साली कुतिया क्या गांड है मादरचोद
कांता :- चीखते हुए बोलती है हरामी कुते निकल अपने लंड को साले मर डालेगा क्या
ऊय़ीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई माँ मर गयी
ऋएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएए आओओओओओओओओओओओओओ
सुनील :- छिनाल रंडी गांड ले रही है या कोई घास काटने की आरी साली कुतिया पूरा लंड की खाल
छिल गयी है रंडी ओओओओओओओओओओओओओओओओओओओओ ऊFFFFFFFFFFFFF
सुनील का लंड गांड के छले में फसने से उसके लंड की खाल ऊपर से फट जाती है क्यों की आज से
पहले सुनील ने कभी किसी चूत और गांड को नहीं चोदा था इस लिए आज तक उसके लंड की खाल
नहीं फटी थी पहले सुनील ने कांता की चूत मरी लेकिन चूत की बात कुछ और होती है क्यों की चूत के
अंदर की सतह नरम और मखमली होती है जिस से उसको कुछ नहीं पता चलता है लेकिन गांड का
छला बहुत सकत होता है ! हा आहा अह आहा आहा आहा अह और फिर सुनील कांता के चूचो को
पकड के उसकी कमर पर ही गिर जाता है और कमर पर KISS करने लगता है
ऊफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ साली क्या गांड है तेरी
कांता :- अपने दर्द को बहुत मुस्किल से बर्दास्त कर रही थी और फिर बोलती है साले कशुर मेरी गांड
का बता रहा है हरामी लंड तो घोड़े जैसा ले रहा है अब सकत गांड में घुसेगा तो दर्द तो होगा ही थोड़े से
दर्द से तरफ उठा यह देख कितना मोटा मुसल गांड में घुसवाया है फिर भी सहन कर रही हु
सुनील :- साली इस में भी तो तेरे को मजा आ रहा है ना मजे ले रहिहै और ढोस दिखा रही है कुतिया
और फिर कांता के बालो को पकड के और लंड को भर की तरफ खीच के पूरी ताकत से साथ ढाका
मरता है ये ले साली आज मेरा लंड चाहए फट जाये कुतिया पर तेरी गांड का गुड्गावा बना दुगा
मादरचोद ह आहा आहा आहा आहा आहा आहा आहा अह ओःःःःःःःःःःःः
कांता :- ऊय़ीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई माँ
आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ मर
घ्य़ीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ऋएएएएएएएएएएएएएएएएए हरामी फाड़ डाली मेरी गांड कुते
ने छोड़ साले नहीं मरवानी मैंने तेरॆऎऎऎऎऎऎऎऎऎऎऎऎऎए गांड छोड़ मेरे को अपने हाथ को पकड़ी
हुयी पानी की ठुथी पर जोर जोर से पटक के मरती है
आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ
सुनील :- बोल साली कुतिया अब बोलो और फिर कास कास के कांता की गांड में अपना लंड पेलने
लगता है सुनील पुरे जोश में धके मरता है वो अब अपने दर्द को भूल कर बस कान्ता की गांड को
फाड़ने में लग जाता है ये ले साली और जोर से ढाका धक् ढाका धक् ढाका धक्
कांता :- अह अहा आहा आहा आहा आहा आहा आहा ह मर
घ्य़ीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई राम ऋएएएएएएएएएएएएएएएएएएए छोड़ कुते मेरे
को छोड़ हरामी ओःःःःःःःःःःःःःःःःः कुछ देर तक चिलाने के बाद अब कांता
का दर्द में आराम होजाता है और उसको भी मजा आने लगता है और गांड को पीछे सुनील के लंड पर
धकाने लगती है हा आहा हा अह ऊष्ष्ष्ष्ष्ष्ष्ष्ष्ष्ष हा आहा अहा आहा आहा आहा आहा आह और
जोर से मारा धका साले ओःःःःःःःः ह हा आहा आह्गा आहा आह
सुनील :- ये ले साली कुतिया और जोर से ले रंडी फच फच फच फच फच फच फच फच फच हा आहा
अहा आहा आहा ह साली कुतिया मेरे लंड की भूखी रांड साली
ओःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः
मेरी रंडी ओह आआआआआआआआआआआ मेरा निकलने वाला है साली बोल कहा निकालू छिनाल
रांड ओःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः
कांता :- भर दे मेरी गांड को तेरे अमृत रस से हा आहा अहा आहा आहा आहा आहा आहा आह
ओःःःःःःःःःःःःःःःःःः और इस के सत्रह ही कांता फिर से झड जाती है
और सुनील भी दो चार धको के बाद एक पूरी जोर से धका मरता है और अपने पुरे लंड को कांता की
गांड में घुसो कर झटके खाने लगता है ओःःःःःःःःःःःःःःःः जानू ये ले मेरा
अमृत रस ओःःःःःःःःःःःःःःःःःःः
आआआआआआआआआआआआआआआआआ और कांता के ऊपर गिर के हफ्ने लगता है
और कुछ देर बाद दोनों बेडरूम में आते है और एक दुसरे से चिपक कर सो जाते है
सुबह ४ बजे कांता की आख खुलती है और वो खड़ी हो कर अपने कपडे पहनती है और सुनील
की तरफ देख कर उसके माथे पर KISS करती है और फिर अपने रूम में जाने लगती है
लेकिन उसको चलने में बहुत परेशानी होती है क्यों की रात की चुदाई से उसकी गांड और चूत फुल के
पाँव रोटी की तरह से हो जाती है ! किसी तरह से वो लगडाते हुए अपने रूम में पहुच जाती और जाते
ही अपने बेड पर लेट जाती है और अपने हाथ को चूत पर लगाती है जिस से उसके पुरे बदन में एक
दर्द की टिट्स सी उठती है लेटे लेटे सुनील के बारे में सोचने लगती है की सुनील का कितना बड़ा लंड है
अगर सुनील मेरे को पूरी जिन्दगी ऐसे ही चोदता रहे तो कितना मजा आएगा कैसे सुनील को अपने
पास रखु जो ये सारी जिन्दगी मेरे को ही ऐसे ही चोदता रहे कुछ देर सोचती रहती है और फिर कुछ
सोच कर मुस्कराती है और मन ही मन अपनी सोच पर फक्र करती है और सोच लेती है की किसी न
किसी तरह से वो सुनील को अपना बना के रहेगी चाहेये उसके लिए उसको कुछ भी न करना पड़े और
फिर ये ही सोचते हुए वो न जाने कब नींद की आगोश चली जाती है
सुबह ६ बजे लाली उठती है और उठ कर फ्रेश होने चली जाती है और फ्रेश हो कर चाय बनती है और
चाय बना कर वो सब से पहले वो गेस्टरूम में सुनील को चाये देने जाती है और जैसे ही वो गेस्ट रूम
में घुसती है तो वो सुनील को देख कर एक दम से चौक क्यों की उसके सामने सुनील एक दम से नंगा
बेड पर सोया होता है रात को कांता को चोदने के बाद वो इतना थक गया था की उसने अपने कपडे भी
पहने का होश नहीं रहता है और बेड पर लेटते ही उसको नींद आ जाती और इतनी गहरी नींद में सो
जाता है की उसके रूम में कोई आये कोई जाये उसको कुछ नहीं नहीं मालूम होता लाली सुनील के लंड
को बड़े घुर को देखती है और मन ही मन बुरी तरह से घबरा जाती है उसको यकीन नहीं होता है की
किसी का लंड इतना बड़ा हो सकता है और कुछ देर तक देखने के बाद वो अपने मन को यकीन
दिलाने के लिए चाये का कप साथ वाली मेज पर रखती और सुनील का लंड जो पेशाब के दबाव में पूरी
तरह से खड़ा हो रहा होता है उसको अपना हाथ लगा कर देखने लगती है जैसे ही वो सुनील के लंड को
हाथ लगाती है तो उसकी गर्मी लाली का पूरा बदन कपने लगता है और अपना हाथ एक दम से हटा लेती है !
लेकिन उसका मन उसको हाथ हटाने से मन करता है और वो फिर से अपना हाथ आगे बड़ा कर
सुनील के लंड को छूती है इस बार उसको एक अजीब सा मजा आता है और उस मजे में इतना खो
जाती है की वो सुनील के लंड को सहलाने लगती है हा आहा हा हा आहा आह आहा आहा अह आहा ह
अह कितना गर्म लंड है उफ्फ्फ माँ मैंने अपनी जिन्दगी में इतना बड़ा लंड कभी नहीं देखा
सुनील :- अपने लंड पर नर्म नर्म हाथो की गर्मी को महसूस करता है और आखे बंद किये किये ही बोलता है
ओह्ह्ह कांता क्या बात है जान सुबह सुबह लगता है रात की चुदाई से मन नहीं भरा है
लाली :- सुनील के मुह से कांता का नाम सुनकर चौक जाती है और अपना हाथ एक दम से सुनील के लंड पर से हटा लेती है
सुनील :- अपने लंड से हाथ हटते ही आखे खोलता है और सामने लाली को देख कर सहम जाता है और जल्दी से
अपनी चादर को खीच कर अपने लंड को छिपता है
सुनील :- लाली तुम कब आई और आने से पहले दरवाजे को खडकाया क्यों नहीं ?
लाली :- मुस्कारते हुए जी मैं तो बहुत देर से यही हु अगर दरवाजा खड्कती तो मेरे को इतनी जरुरी बात का कैसे पता चलता ?
सुनील :- हडबडाते हुए कौन सी बात का लाली ??
लाली :- इठला के सुनील के कान के पास आ कर बोलती है उस्सी बात का जो पूरी रात यह हुयी है !
सुनील :- ठुक को मुह में निगलते हुए कौन सी बात तुम क्या बोल रही हो मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा है
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रसीली चुदाई जवानी की दीवानी की-6
ये ले रंडी और जोर से कुतिया
आआआआआआआआआआआआआआआआआआआ और अब की बार सुनील का लंड कांता की
गांड के छले में जा कर फस जाता है ओःःःःःःःःःःः
अब आगे :-
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सुनील :- चुप साली कुतिया नहीं तो और जोर से चोदुगा साली रांड को
आआआआआआआआआआआ साली कुतिया क्या गांड है मादरचोद
कांता :- चीखते हुए बोलती है हरामी कुते निकल अपने लंड को साले मर डालेगा क्या
ऊय़ीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई माँ मर गयी
ऋएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएए आओओओओओओओओओओओओओ
सुनील :- छिनाल रंडी गांड ले रही है या कोई घास काटने की आरी साली कुतिया पूरा लंड की खाल
छिल गयी है रंडी ओओओओओओओओओओओओओओओओओओओओ ऊFFFFFFFFFFFFF
सुनील का लंड गांड के छले में फसने से उसके लंड की खाल ऊपर से फट जाती है क्यों की आज से
पहले सुनील ने कभी किसी चूत और गांड को नहीं चोदा था इस लिए आज तक उसके लंड की खाल
नहीं फटी थी पहले सुनील ने कांता की चूत मरी लेकिन चूत की बात कुछ और होती है क्यों की चूत के
अंदर की सतह नरम और मखमली होती है जिस से उसको कुछ नहीं पता चलता है लेकिन गांड का
छला बहुत सकत होता है ! हा आहा अह आहा आहा आहा अह और फिर सुनील कांता के चूचो को
पकड के उसकी कमर पर ही गिर जाता है और कमर पर KISS करने लगता है
ऊफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ साली क्या गांड है तेरी
कांता :- अपने दर्द को बहुत मुस्किल से बर्दास्त कर रही थी और फिर बोलती है साले कशुर मेरी गांड
का बता रहा है हरामी लंड तो घोड़े जैसा ले रहा है अब सकत गांड में घुसेगा तो दर्द तो होगा ही थोड़े से
दर्द से तरफ उठा यह देख कितना मोटा मुसल गांड में घुसवाया है फिर भी सहन कर रही हु
सुनील :- साली इस में भी तो तेरे को मजा आ रहा है ना मजे ले रहिहै और ढोस दिखा रही है कुतिया
और फिर कांता के बालो को पकड के और लंड को भर की तरफ खीच के पूरी ताकत से साथ ढाका
मरता है ये ले साली आज मेरा लंड चाहए फट जाये कुतिया पर तेरी गांड का गुड्गावा बना दुगा
मादरचोद ह आहा आहा आहा आहा आहा आहा आहा अह ओःःःःःःःःःःःः
कांता :- ऊय़ीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई माँ
आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ मर
घ्य़ीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ऋएएएएएएएएएएएएएएएएए हरामी फाड़ डाली मेरी गांड कुते
ने छोड़ साले नहीं मरवानी मैंने तेरॆऎऎऎऎऎऎऎऎऎऎऎऎऎए गांड छोड़ मेरे को अपने हाथ को पकड़ी
हुयी पानी की ठुथी पर जोर जोर से पटक के मरती है
आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ
सुनील :- बोल साली कुतिया अब बोलो और फिर कास कास के कांता की गांड में अपना लंड पेलने
लगता है सुनील पुरे जोश में धके मरता है वो अब अपने दर्द को भूल कर बस कान्ता की गांड को
फाड़ने में लग जाता है ये ले साली और जोर से ढाका धक् ढाका धक् ढाका धक्
कांता :- अह अहा आहा आहा आहा आहा आहा आहा ह मर
घ्य़ीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई राम ऋएएएएएएएएएएएएएएएएएएए छोड़ कुते मेरे
को छोड़ हरामी ओःःःःःःःःःःःःःःःःः कुछ देर तक चिलाने के बाद अब कांता
का दर्द में आराम होजाता है और उसको भी मजा आने लगता है और गांड को पीछे सुनील के लंड पर
धकाने लगती है हा आहा हा अह ऊष्ष्ष्ष्ष्ष्ष्ष्ष्ष्ष हा आहा अहा आहा आहा आहा आहा आह और
जोर से मारा धका साले ओःःःःःःःः ह हा आहा आह्गा आहा आह
सुनील :- ये ले साली कुतिया और जोर से ले रंडी फच फच फच फच फच फच फच फच फच हा आहा
अहा आहा आहा ह साली कुतिया मेरे लंड की भूखी रांड साली
ओःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः
मेरी रंडी ओह आआआआआआआआआआआ मेरा निकलने वाला है साली बोल कहा निकालू छिनाल
रांड ओःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः
कांता :- भर दे मेरी गांड को तेरे अमृत रस से हा आहा अहा आहा आहा आहा आहा आहा आह
ओःःःःःःःःःःःःःःःःःः और इस के सत्रह ही कांता फिर से झड जाती है
और सुनील भी दो चार धको के बाद एक पूरी जोर से धका मरता है और अपने पुरे लंड को कांता की
गांड में घुसो कर झटके खाने लगता है ओःःःःःःःःःःःःःःःः जानू ये ले मेरा
अमृत रस ओःःःःःःःःःःःःःःःःःःः
आआआआआआआआआआआआआआआआआ और कांता के ऊपर गिर के हफ्ने लगता है
और कुछ देर बाद दोनों बेडरूम में आते है और एक दुसरे से चिपक कर सो जाते है
सुबह ४ बजे कांता की आख खुलती है और वो खड़ी हो कर अपने कपडे पहनती है और सुनील
की तरफ देख कर उसके माथे पर KISS करती है और फिर अपने रूम में जाने लगती है
लेकिन उसको चलने में बहुत परेशानी होती है क्यों की रात की चुदाई से उसकी गांड और चूत फुल के
पाँव रोटी की तरह से हो जाती है ! किसी तरह से वो लगडाते हुए अपने रूम में पहुच जाती और जाते
ही अपने बेड पर लेट जाती है और अपने हाथ को चूत पर लगाती है जिस से उसके पुरे बदन में एक
दर्द की टिट्स सी उठती है लेटे लेटे सुनील के बारे में सोचने लगती है की सुनील का कितना बड़ा लंड है
अगर सुनील मेरे को पूरी जिन्दगी ऐसे ही चोदता रहे तो कितना मजा आएगा कैसे सुनील को अपने
पास रखु जो ये सारी जिन्दगी मेरे को ही ऐसे ही चोदता रहे कुछ देर सोचती रहती है और फिर कुछ
सोच कर मुस्कराती है और मन ही मन अपनी सोच पर फक्र करती है और सोच लेती है की किसी न
किसी तरह से वो सुनील को अपना बना के रहेगी चाहेये उसके लिए उसको कुछ भी न करना पड़े और
फिर ये ही सोचते हुए वो न जाने कब नींद की आगोश चली जाती है
सुबह ६ बजे लाली उठती है और उठ कर फ्रेश होने चली जाती है और फ्रेश हो कर चाय बनती है और
चाय बना कर वो सब से पहले वो गेस्टरूम में सुनील को चाये देने जाती है और जैसे ही वो गेस्ट रूम
में घुसती है तो वो सुनील को देख कर एक दम से चौक क्यों की उसके सामने सुनील एक दम से नंगा
बेड पर सोया होता है रात को कांता को चोदने के बाद वो इतना थक गया था की उसने अपने कपडे भी
पहने का होश नहीं रहता है और बेड पर लेटते ही उसको नींद आ जाती और इतनी गहरी नींद में सो
जाता है की उसके रूम में कोई आये कोई जाये उसको कुछ नहीं नहीं मालूम होता लाली सुनील के लंड
को बड़े घुर को देखती है और मन ही मन बुरी तरह से घबरा जाती है उसको यकीन नहीं होता है की
किसी का लंड इतना बड़ा हो सकता है और कुछ देर तक देखने के बाद वो अपने मन को यकीन
दिलाने के लिए चाये का कप साथ वाली मेज पर रखती और सुनील का लंड जो पेशाब के दबाव में पूरी
तरह से खड़ा हो रहा होता है उसको अपना हाथ लगा कर देखने लगती है जैसे ही वो सुनील के लंड को
हाथ लगाती है तो उसकी गर्मी लाली का पूरा बदन कपने लगता है और अपना हाथ एक दम से हटा लेती है !
लेकिन उसका मन उसको हाथ हटाने से मन करता है और वो फिर से अपना हाथ आगे बड़ा कर
सुनील के लंड को छूती है इस बार उसको एक अजीब सा मजा आता है और उस मजे में इतना खो
जाती है की वो सुनील के लंड को सहलाने लगती है हा आहा हा हा आहा आह आहा आहा अह आहा ह
अह कितना गर्म लंड है उफ्फ्फ माँ मैंने अपनी जिन्दगी में इतना बड़ा लंड कभी नहीं देखा
सुनील :- अपने लंड पर नर्म नर्म हाथो की गर्मी को महसूस करता है और आखे बंद किये किये ही बोलता है
ओह्ह्ह कांता क्या बात है जान सुबह सुबह लगता है रात की चुदाई से मन नहीं भरा है
लाली :- सुनील के मुह से कांता का नाम सुनकर चौक जाती है और अपना हाथ एक दम से सुनील के लंड पर से हटा लेती है
सुनील :- अपने लंड से हाथ हटते ही आखे खोलता है और सामने लाली को देख कर सहम जाता है और जल्दी से
अपनी चादर को खीच कर अपने लंड को छिपता है
सुनील :- लाली तुम कब आई और आने से पहले दरवाजे को खडकाया क्यों नहीं ?
लाली :- मुस्कारते हुए जी मैं तो बहुत देर से यही हु अगर दरवाजा खड्कती तो मेरे को इतनी जरुरी बात का कैसे पता चलता ?
सुनील :- हडबडाते हुए कौन सी बात का लाली ??
लाली :- इठला के सुनील के कान के पास आ कर बोलती है उस्सी बात का जो पूरी रात यह हुयी है !
सुनील :- ठुक को मुह में निगलते हुए कौन सी बात तुम क्या बोल रही हो मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा है
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