FUN-MAZA-MASTI
रसीली चुदाई जवानी की दीवानी की-5
और कुछ देर ऐसे ही लेटे रहते है और सुनील का लंड सिमिट कर एक मुमफली के दाने जैसा हो जाता
है! और वो कांता के पास लेट जाता है !
कांता :- सुनील के साइन के ऊपर अपना सिर रख के लेट जाती है और एक हाथ से सुनील के लंड को
सहलाने लगती है और उसके होठो पर होठ रख के उसके होठो को चूसने लगती है और फिर सुनील की
आखो में देखते हुए बोलती है बीटा सुनील आज तुमने अपनी आंटी को अपने लंड की गुलाम बना
लिया है
सुनील :- कांता के चूचो को अपने हाथ में पकड के उन को दबाने लगता है और बोलता है आंटी अभी
कहा गुलाम बनी हो अभी तो देखती जाओ तुम्हारे साथ क्या क्या होता है और फिर से कांता के
निप्पल को मुह में लेलेता है और दुसरे हाथ को कांता की गांड पर रख के उसकी गांड के छेद पर
अपनी ऊँगली रख के गांड को कुरेदने लग जाता है
कांता :- सुनील की ऊँगली गांड के छेद पर जाते ही उसके बदन में सिरहन उठती है और वो सुनील की
आखो में देखते हुए सुनील से पूछती है अब जनाब का क्या इरादा है ?
सुनील :- इरादा तो नेक है
कांता :- लेकिन मेरे को तो कुछ अलग ही लग रहा है ?
सुनील :- क्या लग रहा है ?
कांता :- इतने भोले न बनो मैं समझती नहीं की अब तुम क्या चाहते हो ?
सुनील :- अच्छा क्या चाहता हूँ ?
कांता :- ऊँगली कहा है तुम्हारी ...?
सुनील :- तुम को मालूम नहीं कहा है ?
कांता :- वही तो बोल रही हूँ की कहा है ?
सुनील :- तुम्हारी गांड के छेद पर और कहा है ?
कांता :- वह क्या कर रही है ?
सुनील :- क्या कर रही है तुम्हारी गांड के छेद को देख रहा हूँ की कैसा है वो ?
कांता :- उसको देख कर क्या करेगा ?
सुनील :- अभी तुम्हारी गांड का उद्घाटन जो करना है इस लिए देख रहा हूँ की तेल लगाने की जरूरत
है या सुखा ही घुसोने की ??
कांता :- मैं नहीं वहा डालने दुगी !
सुनील :- बहन की लोड़ी फिर क्या तेरी बेटी की गांड में घुसुगा जो तू नहीं घुसने देगी तो ??
कांता :- अब बेटी पर भी नजर डाल दी तुमने ?
सुनील :- हा डाल दी एक न एक दिन किसी न किसी से तो चुदाना ही है तेरी बेटी ने अगर मेरे से ही
पहले चुद लेगी तो क्या जायेगा उसका ?
कांता :- बहुत बड़ा कमीना है तू माँ बेटी दोनों को छोड़ने की सोच रहा है ?
सुनील :- अभी देखा कहा है तुमने मेरा कमीनापन? और फिर अपनी ऊँगली को कांता की गांड में
थोरा सा अंदर करता है
कांता :- अह आहा आहा आहा आहा अहा आहा अह सुनील यार मन जाओ न अज तक किसी ने नहीं
डाला और न ही किसी को डालने दिया मैंने यहा पर !
सुनील :- अपनी ऊँगली को गांड से निकलता है और फिर ऊँगली के ऊपर थूकता है थू थू और अच्छी
तरह से गीली करके फिर से गांड में घुसो देता है चुप साली आज तक जो नाशी हुवा वो आज हो
जायेगा
कांता :- नहीं यार उसको छोड़ कर कही भी डाल लेकिन वहा नहीं !
सुनील:- गुस्सा हो कर कांता के बालो को पकड़ता है और उसके मुह पर अपना लंड लगता है ये ले रंडी
भोसड़ी की रैंड साली चूस मेरे लंड को मादरचोद रांड !
कांता :- सुनील की गोटियो को पकड के उन पर से अपना हाथ फेरने लगती है और सुनील के लंड को
अपनी जिह्वा की नोक लगा कर उस के अंदर से निकलने वाली बूंद को चाटती है
सुनील :- कांता के सिर पर हाथ रखता है और फिर उसके सिर को पूरी जोर से अपने लंड पर दबा देता
है ! और ऐसा करने से सुनिल का लंड पूरा का पूरा कांता के हलक में घुस जाता हो लेकिन कांता
सुनील के इस हमले के लिए बिलकुल भी तैयार नहीं थी और वो अचानक हुए हमले के करण सुनील
के लंड को अपने मुह से निकलने की कोशिस करती है लेकिन सुनील ने कांता का सिर पूरी जोर से
दबा रखा था जिस से कांता के कोशिस नाकाम हो जाती है और वो बस गु गु गु गु ........ ही करती
रहती है और आखो से पानी आ जाता है उसको सास लेने में बहुत परेशानी होती है और सुनील
तक़रीबन ३ मिनट तक कांता के सिर को दबाये रखता है और फिर उसके बालो को पकड के अपना
लंड कांता के मुह से निकलता है लंड के साथ ही कांता को हिचकी आती है जिस से साथ ही कांता के
मुह से उलटी गिरने को होती है और कांता भाग के बाथरूम में घुस जाती है और अब सुनील भी कांता
के पीछे बाथरूम में घुस कर कांता के बालो को फिर से पकड़ता है और उसके मुह को ऊपर उठा कर
उसकी आखो में देखता है और एक जोर से चाटा कांता के मुह पर मरता है चाटा लगते ही कांता जोर
से चीखती है और सुनील की तरफ देखती है और सुनील उसके बालो को पकड के पूरी ताकत से
खिचता है और धका दे कर उसको निचे गिरता है और फिर अपने एक पैर कांता के मुह पर रख कर
कांता के मुह पर मुतने लगता है और जोर जोर से कांता को बोलता है
सुनील :- चल बहनचोद रांड साली कुतिया पि मेरे मूत को रंडी
श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सूऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊउ
कांता :- आआआआआआआआआआआआआआआ मेरे मालिक और मूत मेरे को पिला अपना मूत
आज तेरा मूत पि कर अपनी प्यास बुझागी रल्प गल्प गल्प आआआआआआआआआआ कितना
स्वादिस्ट है राजा तेरा मूत ओःःःःःःःःः आज नेहला दे अपने मूत से मेरे मालिक
सुनील :- हा रंडी साली कुतिया आज तेरे को अपने मूत से नहला के तेरी जवानी को और निखर दुगा
साली रंडी एक एक बूंद को अपनी जिह्वा से चाट ले बहनचोद रांड साली और फिर सुनील कांता को
ऐसे ही पेट के बल फर्श पर गिराए हुए उसकी गंद पर जोर जोर से चाटे मरता है और फिर कांता को
उठा कर उसका सिर दिवार पर लगता है और आप उसके पीछे बेठ कर उसकी हिप्स को अपने दोनों
हाथो में पकड के खोलता है और कांता की गांड में थूकता है थू थू थू और फिर कांता की गांड में अपनी
दो उंगलिया घुसो देता है !
कांता:- ऊय़ीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई माँ
आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ ऊफ उफ़ उफ़ उफ़ उफ्द
उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ बेटा यह नहीं बहुत दर्द होता है यह पर आज तक कभी नहीं लिया इधर मैंने
सुनील :- चुप बहनचोद रंडी आज तेरे हर एक शुराख को बंद करादुगा तू देखती जा साली आज तेरी
क्या हालत करता हु मादरचोद रांड और फिर उंगलियों को बड़े प्यार से गांड में अंदर भर करने लगता
है और बिच बिच में थू थू थू गांड में थूकता रहता है और अपनी उंगलियों को पुयरा घुमा घुमा कर गांड
में घुसोने लगता है
कांता :- हा हा हा हा ओह माँ आआआआआआआआआ प्यार से बेटा मर
घ्य़ीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई रेएएएएएएएएएएएएएएएएए और अपनी गांड को इधर
उधर घुमाने लगती है
सुनील :- अब अपनी उंगलियों को गांड में कुण्डी की तरह से मोड़ लेता है और गांड के छले को जोर
जोर से उंगलियों से रगड़ने लगता है जिस से कांता की सकत गांड का छला पहले से मुलायम हो
जाता है कुछ देर ऐसे ही रगड़ते हुए सुनील अपनी उंगलियों को गांड से निकल लेता है और अपने
सकत मोटे लंड के टॉप को गांड के छेद पर रख के कांता के बालो को पकड के पूरी ताकत के साथ
धका मरता है
कांता :- ऊय़ीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ओःःःःःःःःःःःः बेटा मर
गयी ओह्ह्ह निकल कुते अपने लंड को गांड में से ओओओओःःःःःःःःःःःःःःःः
आआआआआआआआआआआआआआआआआआ
सुनील कांता की एक नहीं सुनता क्यों की वो जनता था की अब लंड एक बार बहार आ गया तो फिर
दुबारा ये गांड में से जाने से रहा है चुप साली कुतिया ज्यादा बोली तो साली रंडी तेरी गांड को बुरी तरह
से फाड़ दालुगा साली और फिर एक और पूरी जोर से धका मरता है ये ले रंडी और जोर से कुतिया
आआआआआआआआआआआआआआआआआआआ और अब की बार सुनील का लंड कांता की
गांड के छले में जा कर फस जाता है ओःःःःःःःःःःः
आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ
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रसीली चुदाई जवानी की दीवानी की-5
और कुछ देर ऐसे ही लेटे रहते है और सुनील का लंड सिमिट कर एक मुमफली के दाने जैसा हो जाता
है! और वो कांता के पास लेट जाता है !
कांता :- सुनील के साइन के ऊपर अपना सिर रख के लेट जाती है और एक हाथ से सुनील के लंड को
सहलाने लगती है और उसके होठो पर होठ रख के उसके होठो को चूसने लगती है और फिर सुनील की
आखो में देखते हुए बोलती है बीटा सुनील आज तुमने अपनी आंटी को अपने लंड की गुलाम बना
लिया है
सुनील :- कांता के चूचो को अपने हाथ में पकड के उन को दबाने लगता है और बोलता है आंटी अभी
कहा गुलाम बनी हो अभी तो देखती जाओ तुम्हारे साथ क्या क्या होता है और फिर से कांता के
निप्पल को मुह में लेलेता है और दुसरे हाथ को कांता की गांड पर रख के उसकी गांड के छेद पर
अपनी ऊँगली रख के गांड को कुरेदने लग जाता है
कांता :- सुनील की ऊँगली गांड के छेद पर जाते ही उसके बदन में सिरहन उठती है और वो सुनील की
आखो में देखते हुए सुनील से पूछती है अब जनाब का क्या इरादा है ?
सुनील :- इरादा तो नेक है
कांता :- लेकिन मेरे को तो कुछ अलग ही लग रहा है ?
सुनील :- क्या लग रहा है ?
कांता :- इतने भोले न बनो मैं समझती नहीं की अब तुम क्या चाहते हो ?
सुनील :- अच्छा क्या चाहता हूँ ?
कांता :- ऊँगली कहा है तुम्हारी ...?
सुनील :- तुम को मालूम नहीं कहा है ?
कांता :- वही तो बोल रही हूँ की कहा है ?
सुनील :- तुम्हारी गांड के छेद पर और कहा है ?
कांता :- वह क्या कर रही है ?
सुनील :- क्या कर रही है तुम्हारी गांड के छेद को देख रहा हूँ की कैसा है वो ?
कांता :- उसको देख कर क्या करेगा ?
सुनील :- अभी तुम्हारी गांड का उद्घाटन जो करना है इस लिए देख रहा हूँ की तेल लगाने की जरूरत
है या सुखा ही घुसोने की ??
कांता :- मैं नहीं वहा डालने दुगी !
सुनील :- बहन की लोड़ी फिर क्या तेरी बेटी की गांड में घुसुगा जो तू नहीं घुसने देगी तो ??
कांता :- अब बेटी पर भी नजर डाल दी तुमने ?
सुनील :- हा डाल दी एक न एक दिन किसी न किसी से तो चुदाना ही है तेरी बेटी ने अगर मेरे से ही
पहले चुद लेगी तो क्या जायेगा उसका ?
कांता :- बहुत बड़ा कमीना है तू माँ बेटी दोनों को छोड़ने की सोच रहा है ?
सुनील :- अभी देखा कहा है तुमने मेरा कमीनापन? और फिर अपनी ऊँगली को कांता की गांड में
थोरा सा अंदर करता है
कांता :- अह आहा आहा आहा आहा अहा आहा अह सुनील यार मन जाओ न अज तक किसी ने नहीं
डाला और न ही किसी को डालने दिया मैंने यहा पर !
सुनील :- अपनी ऊँगली को गांड से निकलता है और फिर ऊँगली के ऊपर थूकता है थू थू और अच्छी
तरह से गीली करके फिर से गांड में घुसो देता है चुप साली आज तक जो नाशी हुवा वो आज हो
जायेगा
कांता :- नहीं यार उसको छोड़ कर कही भी डाल लेकिन वहा नहीं !
सुनील:- गुस्सा हो कर कांता के बालो को पकड़ता है और उसके मुह पर अपना लंड लगता है ये ले रंडी
भोसड़ी की रैंड साली चूस मेरे लंड को मादरचोद रांड !
कांता :- सुनील की गोटियो को पकड के उन पर से अपना हाथ फेरने लगती है और सुनील के लंड को
अपनी जिह्वा की नोक लगा कर उस के अंदर से निकलने वाली बूंद को चाटती है
सुनील :- कांता के सिर पर हाथ रखता है और फिर उसके सिर को पूरी जोर से अपने लंड पर दबा देता
है ! और ऐसा करने से सुनिल का लंड पूरा का पूरा कांता के हलक में घुस जाता हो लेकिन कांता
सुनील के इस हमले के लिए बिलकुल भी तैयार नहीं थी और वो अचानक हुए हमले के करण सुनील
के लंड को अपने मुह से निकलने की कोशिस करती है लेकिन सुनील ने कांता का सिर पूरी जोर से
दबा रखा था जिस से कांता के कोशिस नाकाम हो जाती है और वो बस गु गु गु गु ........ ही करती
रहती है और आखो से पानी आ जाता है उसको सास लेने में बहुत परेशानी होती है और सुनील
तक़रीबन ३ मिनट तक कांता के सिर को दबाये रखता है और फिर उसके बालो को पकड के अपना
लंड कांता के मुह से निकलता है लंड के साथ ही कांता को हिचकी आती है जिस से साथ ही कांता के
मुह से उलटी गिरने को होती है और कांता भाग के बाथरूम में घुस जाती है और अब सुनील भी कांता
के पीछे बाथरूम में घुस कर कांता के बालो को फिर से पकड़ता है और उसके मुह को ऊपर उठा कर
उसकी आखो में देखता है और एक जोर से चाटा कांता के मुह पर मरता है चाटा लगते ही कांता जोर
से चीखती है और सुनील की तरफ देखती है और सुनील उसके बालो को पकड के पूरी ताकत से
खिचता है और धका दे कर उसको निचे गिरता है और फिर अपने एक पैर कांता के मुह पर रख कर
कांता के मुह पर मुतने लगता है और जोर जोर से कांता को बोलता है
सुनील :- चल बहनचोद रांड साली कुतिया पि मेरे मूत को रंडी
श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सूऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊउ
कांता :- आआआआआआआआआआआआआआआ मेरे मालिक और मूत मेरे को पिला अपना मूत
आज तेरा मूत पि कर अपनी प्यास बुझागी रल्प गल्प गल्प आआआआआआआआआआ कितना
स्वादिस्ट है राजा तेरा मूत ओःःःःःःःःः आज नेहला दे अपने मूत से मेरे मालिक
सुनील :- हा रंडी साली कुतिया आज तेरे को अपने मूत से नहला के तेरी जवानी को और निखर दुगा
साली रंडी एक एक बूंद को अपनी जिह्वा से चाट ले बहनचोद रांड साली और फिर सुनील कांता को
ऐसे ही पेट के बल फर्श पर गिराए हुए उसकी गंद पर जोर जोर से चाटे मरता है और फिर कांता को
उठा कर उसका सिर दिवार पर लगता है और आप उसके पीछे बेठ कर उसकी हिप्स को अपने दोनों
हाथो में पकड के खोलता है और कांता की गांड में थूकता है थू थू थू और फिर कांता की गांड में अपनी
दो उंगलिया घुसो देता है !
कांता:- ऊय़ीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई माँ
आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ ऊफ उफ़ उफ़ उफ़ उफ्द
उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ बेटा यह नहीं बहुत दर्द होता है यह पर आज तक कभी नहीं लिया इधर मैंने
सुनील :- चुप बहनचोद रंडी आज तेरे हर एक शुराख को बंद करादुगा तू देखती जा साली आज तेरी
क्या हालत करता हु मादरचोद रांड और फिर उंगलियों को बड़े प्यार से गांड में अंदर भर करने लगता
है और बिच बिच में थू थू थू गांड में थूकता रहता है और अपनी उंगलियों को पुयरा घुमा घुमा कर गांड
में घुसोने लगता है
कांता :- हा हा हा हा ओह माँ आआआआआआआआआ प्यार से बेटा मर
घ्य़ीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई रेएएएएएएएएएएएएएएएएए और अपनी गांड को इधर
उधर घुमाने लगती है
सुनील :- अब अपनी उंगलियों को गांड में कुण्डी की तरह से मोड़ लेता है और गांड के छले को जोर
जोर से उंगलियों से रगड़ने लगता है जिस से कांता की सकत गांड का छला पहले से मुलायम हो
जाता है कुछ देर ऐसे ही रगड़ते हुए सुनील अपनी उंगलियों को गांड से निकल लेता है और अपने
सकत मोटे लंड के टॉप को गांड के छेद पर रख के कांता के बालो को पकड के पूरी ताकत के साथ
धका मरता है
कांता :- ऊय़ीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ओःःःःःःःःःःःः बेटा मर
गयी ओह्ह्ह निकल कुते अपने लंड को गांड में से ओओओओःःःःःःःःःःःःःःःः
आआआआआआआआआआआआआआआआआआ
सुनील कांता की एक नहीं सुनता क्यों की वो जनता था की अब लंड एक बार बहार आ गया तो फिर
दुबारा ये गांड में से जाने से रहा है चुप साली कुतिया ज्यादा बोली तो साली रंडी तेरी गांड को बुरी तरह
से फाड़ दालुगा साली और फिर एक और पूरी जोर से धका मरता है ये ले रंडी और जोर से कुतिया
आआआआआआआआआआआआआआआआआआआ और अब की बार सुनील का लंड कांता की
गांड के छले में जा कर फस जाता है ओःःःःःःःःःःः
आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ
राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ
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