FUN-MAZA-MASTI
रसीली चुदाई जवानी की दीवानी की-8
लाली :- साहेब आप तो बड़े जालिम हो कोई इतनी पूरी तरह करता है जितना आप ने किया !
अब आगे
***********
तभी संगीता लाली को आवाज़ देती हुई गेस्ट रूम की तरफ आती है !
लाली जल्दी से अपने कपडे ठीक कर के बहार आ जाती है
संगीता :- लाली तुम इधर क्या कर रही हो ?
लाली :- बेबी हम साहेब की चाय लेकर आये थे
संगीता:- ठीक है हम को स्कूल में देर हो रही है तुम जल्दी से नाश्ता तेयार करदो हमारे लिए
लाली :- जी बेबी ! और ये बोल कर लाली किचन में चली जाती हो और सोनाली गेस्ट रूम में सुनील के पास
जाती है
संगीता :- गुड मोर्निंग
सुनील :- संगीता को देखता है और बोलता है गुड मोर्निंग
संगीता :- रात कैसी बीती जनाब की ?
सुनील :- अच्छी बीती और सोनाली के मोटे चूचो और भीगे बालो को देख कर लेकिन नींद बहुत देर से आई
संगीता :- अच्छा क्यों देर से आई हम भी जान सकते है जनाब ऐसा क्यों हुआ ? ये बोलते हुए उसकी नज़ारे
उसके चौड़े सीने पर होती है
सुनील :- उसकी आखो में देखने लगता है और फिर उसकी नजरो का पीछा करते हुए वो पता है की सोनाली
उसके सीने को बड़ी घुर के देख रही है और फिर बोलता है की हम को अकेला सोने की आदत नहीं है इस लिए देर
से आई अगर कोई साथ में सोने वाला होता तो और मस्त नींद आती
संगीता :-शर्मा जाती है और बोलती है ठीक अब स्कूल नहीं चलना है क्या ?
सुनील :- चलाना तो है
संगीता :- ठीक है अब जल्दी से तैयार हो जाओ मेरे को रस्ते में छोड़ देना
सुनील :-ओके अभी तैयार हो के आता हूँ
संगीता अपने रूम में चली जाती है और अपनी ड्रेस बदलने लगती है और सुनील उठ कर बथरोम में जा कर
नहाने लगता है और नहाते हुए अपने लंड को देखता है जो एक दम से बड़ा मोटा हो गया था सूज के और अपने
हाथ से लंड की खाल को खोलता है तो उसको बहुत दर्द करता है फिर वो अपने लंड को छोड़ देता है नहाने लगता
है जल्दी से नहा कर अपने स्कूल के कपडे पहन कर तैयार हो जाता है तभी लाली वह आ जाती है
लाली:- साहेब नाश्ता तैयार है जल्दी से आ जाओ बेबी इंतजार कर रही है आप का
सुनील लाली के साथ चल पड़ता है लेकिन उसका लंड चलते वक़्त उसकी जन्घो में लगता है जिस से सुनील को
बहुत दर्द होता है और उसको चलने में बहुत परेशानी होती है
सुनील :- मन ही मन साला बहुत बड़ी आफत मोल लेली गंद की चुदाई कर के
ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊआआआआआआआआआआ और फिर अपनी दोनों टांगो को खोल के आराम आराम से चलते
हुए ड्रिंगरूम में आ जाता है जहा सोनाली उसका इंतजार कर रही थी
संगीता :- सुनील को ऐसे चलता देख उस से पुछती है की क्या हुवा तुम ऐसे क्यों चल रहे हो ?
सुनील :- सोनाली की बात सुन कर चौक जाता है क्यों की वो बहुत कोशिश कर रहा था की किसी को ये ना
महसूस हो की वो टांगो को खोल कर चल रहा है लेकिन संगीता की पैनी नजरो से वो बचा ना सका वो बोला कुछ
नहीं नहाते वक़्त पैर मोड़ गया है इस लिए चला नहीं जा रहा है
संगीता फिर सुनील सेर कुछ नहीं पूछती है बस सवालियो नजरो से सुनील की तरफ देखती रहती है लेकिन लाली
सब समझ जाती है और वो अपना मुह घुमा कर अपनी हसी को रोकने की कोशिश करती है
सुनील :- संगीता की तरफ देखता है और बोलता है संगीता मेरे को माफ़ करना मैं स्कूल में नहीं जा सकता हूँ
संगीता :- सुनील की तरफ देख कर बोलती है क्यों नहीं जा सकते हो ?
सुनील :- मेरे पैर में बहुत दर्द है लिए मेरे को चलने में बहुत प्रॉब्लम है अगर हो सके तो तुम मेरे को मेरे घर तक
छोड़ दो
संगीता :- कुछ सोचती है और बोलती है सुनील अगर तुम को मैं घर CHODNE चली GYI तो मेरे को बहुत देर
हो जाएगी स्कूल हा अगर मेरे स्कूल से आने तक इंतजार करो गे तो मैं स्कूल से वापिस आने पर तुम को घर
छोड़ दुगी
सुनील :- लेकिन संगीता तब तक मैं यह क्या करुगा और घर पर माँ को पता चलेगा की मैं स्कूल न जा कर
कही और हूँ तो वो तो ये सोचेगी की मैं स्कूल से भाग कर मस्ती कर रहा हु अगर घर जा कर माँ को सब बता
दुगा तो वो मेरे बारे में बुरा तो नहीं सोचेगी
संगीता :- तुम घर फोन कर के बोल दो की तुम आज स्कूल नहीं जा रहे हो तब तो आंटी जी कुछ बुरा नहीं
सोचेगी
सुनील:- अपने घर फोन लगता है फोन उसकी माँ सुमित्रा उठती है
सुमित्रा :- हेल्लो कौन ??
सुनील :- माँ मैं हूँ सुनील
सुमित्रा :- हा बेटा बोल ?
सुनील :- माँ मैं जा स्कूल नहीं जा रहा हु तुम स्कूल में फोन कर के बोल दो !
सुमित्रा :- क्यों बेटा क्या हुआ ?
सुनील :- माँ नहाते हुए मेरा पैर मोड़ गया है इस लिए चला नहीं जा रहा है
सुमित्रा:- हाये राम ऐसा क्या हुआ बेटा जायदा तो नहीं लगी है मैं अभी वही पर आती हूँ !
सुनील :- नहीं माँ रहने दो यह मत आना मैं दोहपर बाद सोनाली के साथ aa jauga चिंता की koi बात नहीं है
सुमित्रा:- thik है बेटा अगर चिंता की बात हो तो बता देना ?
सुनील:- नहीं माँ
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रसीली चुदाई जवानी की दीवानी की-8
लाली :- साहेब आप तो बड़े जालिम हो कोई इतनी पूरी तरह करता है जितना आप ने किया !
अब आगे
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तभी संगीता लाली को आवाज़ देती हुई गेस्ट रूम की तरफ आती है !
लाली जल्दी से अपने कपडे ठीक कर के बहार आ जाती है
संगीता :- लाली तुम इधर क्या कर रही हो ?
लाली :- बेबी हम साहेब की चाय लेकर आये थे
संगीता:- ठीक है हम को स्कूल में देर हो रही है तुम जल्दी से नाश्ता तेयार करदो हमारे लिए
लाली :- जी बेबी ! और ये बोल कर लाली किचन में चली जाती हो और सोनाली गेस्ट रूम में सुनील के पास
जाती है
संगीता :- गुड मोर्निंग
सुनील :- संगीता को देखता है और बोलता है गुड मोर्निंग
संगीता :- रात कैसी बीती जनाब की ?
सुनील :- अच्छी बीती और सोनाली के मोटे चूचो और भीगे बालो को देख कर लेकिन नींद बहुत देर से आई
संगीता :- अच्छा क्यों देर से आई हम भी जान सकते है जनाब ऐसा क्यों हुआ ? ये बोलते हुए उसकी नज़ारे
उसके चौड़े सीने पर होती है
सुनील :- उसकी आखो में देखने लगता है और फिर उसकी नजरो का पीछा करते हुए वो पता है की सोनाली
उसके सीने को बड़ी घुर के देख रही है और फिर बोलता है की हम को अकेला सोने की आदत नहीं है इस लिए देर
से आई अगर कोई साथ में सोने वाला होता तो और मस्त नींद आती
संगीता :-शर्मा जाती है और बोलती है ठीक अब स्कूल नहीं चलना है क्या ?
सुनील :- चलाना तो है
संगीता :- ठीक है अब जल्दी से तैयार हो जाओ मेरे को रस्ते में छोड़ देना
सुनील :-ओके अभी तैयार हो के आता हूँ
संगीता अपने रूम में चली जाती है और अपनी ड्रेस बदलने लगती है और सुनील उठ कर बथरोम में जा कर
नहाने लगता है और नहाते हुए अपने लंड को देखता है जो एक दम से बड़ा मोटा हो गया था सूज के और अपने
हाथ से लंड की खाल को खोलता है तो उसको बहुत दर्द करता है फिर वो अपने लंड को छोड़ देता है नहाने लगता
है जल्दी से नहा कर अपने स्कूल के कपडे पहन कर तैयार हो जाता है तभी लाली वह आ जाती है
लाली:- साहेब नाश्ता तैयार है जल्दी से आ जाओ बेबी इंतजार कर रही है आप का
सुनील लाली के साथ चल पड़ता है लेकिन उसका लंड चलते वक़्त उसकी जन्घो में लगता है जिस से सुनील को
बहुत दर्द होता है और उसको चलने में बहुत परेशानी होती है
सुनील :- मन ही मन साला बहुत बड़ी आफत मोल लेली गंद की चुदाई कर के
ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊआआआआआआआआआआ और फिर अपनी दोनों टांगो को खोल के आराम आराम से चलते
हुए ड्रिंगरूम में आ जाता है जहा सोनाली उसका इंतजार कर रही थी
संगीता :- सुनील को ऐसे चलता देख उस से पुछती है की क्या हुवा तुम ऐसे क्यों चल रहे हो ?
सुनील :- सोनाली की बात सुन कर चौक जाता है क्यों की वो बहुत कोशिश कर रहा था की किसी को ये ना
महसूस हो की वो टांगो को खोल कर चल रहा है लेकिन संगीता की पैनी नजरो से वो बचा ना सका वो बोला कुछ
नहीं नहाते वक़्त पैर मोड़ गया है इस लिए चला नहीं जा रहा है
संगीता फिर सुनील सेर कुछ नहीं पूछती है बस सवालियो नजरो से सुनील की तरफ देखती रहती है लेकिन लाली
सब समझ जाती है और वो अपना मुह घुमा कर अपनी हसी को रोकने की कोशिश करती है
सुनील :- संगीता की तरफ देखता है और बोलता है संगीता मेरे को माफ़ करना मैं स्कूल में नहीं जा सकता हूँ
संगीता :- सुनील की तरफ देख कर बोलती है क्यों नहीं जा सकते हो ?
सुनील :- मेरे पैर में बहुत दर्द है लिए मेरे को चलने में बहुत प्रॉब्लम है अगर हो सके तो तुम मेरे को मेरे घर तक
छोड़ दो
संगीता :- कुछ सोचती है और बोलती है सुनील अगर तुम को मैं घर CHODNE चली GYI तो मेरे को बहुत देर
हो जाएगी स्कूल हा अगर मेरे स्कूल से आने तक इंतजार करो गे तो मैं स्कूल से वापिस आने पर तुम को घर
छोड़ दुगी
सुनील :- लेकिन संगीता तब तक मैं यह क्या करुगा और घर पर माँ को पता चलेगा की मैं स्कूल न जा कर
कही और हूँ तो वो तो ये सोचेगी की मैं स्कूल से भाग कर मस्ती कर रहा हु अगर घर जा कर माँ को सब बता
दुगा तो वो मेरे बारे में बुरा तो नहीं सोचेगी
संगीता :- तुम घर फोन कर के बोल दो की तुम आज स्कूल नहीं जा रहे हो तब तो आंटी जी कुछ बुरा नहीं
सोचेगी
सुनील:- अपने घर फोन लगता है फोन उसकी माँ सुमित्रा उठती है
सुमित्रा :- हेल्लो कौन ??
सुनील :- माँ मैं हूँ सुनील
सुमित्रा :- हा बेटा बोल ?
सुनील :- माँ मैं जा स्कूल नहीं जा रहा हु तुम स्कूल में फोन कर के बोल दो !
सुमित्रा :- क्यों बेटा क्या हुआ ?
सुनील :- माँ नहाते हुए मेरा पैर मोड़ गया है इस लिए चला नहीं जा रहा है
सुमित्रा:- हाये राम ऐसा क्या हुआ बेटा जायदा तो नहीं लगी है मैं अभी वही पर आती हूँ !
सुनील :- नहीं माँ रहने दो यह मत आना मैं दोहपर बाद सोनाली के साथ aa jauga चिंता की koi बात नहीं है
सुमित्रा:- thik है बेटा अगर चिंता की बात हो तो बता देना ?
सुनील:- नहीं माँ
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