FUN-MAZA-MASTI
हाय दोस्तों में निशा आपके लिए “पति का भरोसा तोड़ा 1″ का दूसरा भाग लेकर आई हूँ। “पति का भरोसा तोड़ा 1″ को पसंद करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद.
तो दोस्तों उसके बाद एक दिन सुनील ने मुझे बुरी खबर दी उसको कोई एक दूसरी सिटी मे कन्ट्रेक्शन का एक का बड़ा काम मिला हैं इसलिये उसको वहा जाना हैं सुनील बोला अब ऑफिस का ऐग्रीमेन्ट भी ख़त्म हो रहा हैं और मैं भी मुंबई मे ही हूँ तो ऑफिस छोड़ देते हैं सुनील के जाने के 2 दिन पहले हमने बहुत इन्जॉय किया फिर सुनील चला गया मैं वापस जहाँ थी वहां ही रह गई अकेली प्यासी। 5-6 दिन हो गये एक दिन रात मे मेरी नींद खुली और मुझे पेशाब भी लगी थी मैं बाथरूम में जाने लगी तब मुझे मेरे सास और ससुर के रूम मे से कुछ आवाज़ सुनाई दी में दरवाजे के पास जाकर सुनने लगी. पति का भरोसा तोड़ा -2
हाय दोस्तों में निशा आपके लिए “पति का भरोसा तोड़ा 1″ का दूसरा भाग लेकर आई हूँ। “पति का भरोसा तोड़ा 1″ को पसंद करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद.
मेरी सास ससुर को बोल रही थी की अभी भी तुम्हारा सेक्स कम नही हुआ क्या मुझे इस उम्र मे क्यों तक़लीफ देते हो बाहर किसी रंडी के पास जाकर अपनी प्यास बुझाने जाया करो ना फिर मेरे ससुर की आवाज़ आई तुझे पता हैं ना मैं कितनी बार रंडी के पास गया लेकिन मेरा इतना बड़ा लंड देख के कोई मुझसे चुदवाती नहीं हैं ये बात सुन के मेरे होश उड़ गये इतना बड़ा लंड मतलब कितना बड़ा हैं फिर थोड़ी देर कुछ आवाज़ नही आई और 2 मिनिट के बाद सास के चिल्लाने की आवाज़ आई धीरे धीरे से करो मर गई मैं मेरी चूत से पानी भी नही निकलता अब इसलिये और दर्द होता हैं मुझे फिर ससुर की आवाज़ सुनाई दी आज मुझे रोको मत पूरे 20 दिन के बाद मैं चूत चोद रहा हूँ कुछ देर बाद सब शांत हो गया और में बेडरूम में जाकर वापस बेड पर आई लेकिन नींद नही आ रही थी मेरे सास और ससुर की बाते सामने आ रही थी देर रात मे नींद लगी.
अगले दिन मैं सुबह 7 बजे उठी मेरे पहले ही मेरे सास ससुर रोज उठ जाते हैं ससुर हॉल मे टी.वी देख रहे थे पता नही लेकिन उस दिन पहली बार मैने मेरे ससुर की और ध्यान से देखा करीब 58 साल उम्र होगी उनकी लम्बाई अच्छी थी और बॉडी किसी पहलवान जैसे थी बड़ी बड़ी मूँछे थी और मर्दानी शरीर था उस दिन मैने बहुत ध्यान से देखा ससुर को मन मे एक अजीब ख्याल आया की एक बार ससुर से और मुझे खुद पर शर्म आई ये क्या सोच रही हूँ मैं 2-3 दिन ऐसे ही निकल गये गर्मी के दिन थे वो मेरे ससुर नहाने गये थे दोपहर मे मुझे पता नही था और मैं नहाने के लिये बाथरूम में चली गई ससुर कभी बाथरूम अन्दर से बन्द नही करते हैं.
ये मुझे पता नही था जैसे ही मै बाथरूम मे अन्दर गई तो सामने ससुर पूरे नंगे खड़े थे और अपने हाथ से उनका लंड हिला रहे थे जेसे ही मेरी नज़र उनके लंड पर पड़ी तो मुझे चक्कर आना बाकी रह गया गधे जैसा लंड था उनका और पूरा काला काला और मैं तुरंत सॉरी बोल के बाहर चली गई लेकिन मेरे सामने बार बार वही सीन आ रहा था ससुर के लंड देखने का और फिर ससुर बाहर आये तो मेरी हिम्मत नही हुई उनकी तरफ देखने की उस रात मे मैने बहुत देर तक चूत मे उंगली डाली और उंगली डालते हुये सोच लिया की अब ससुर से सेक्स करुँगी चाहे कुछ भी हो जाये दूसरे दिन ससुर जब न्यूज़ पेपर पढ़ रहे थे और सास किचन मे खाना बना रही थी मुझे झाड़ू लगाना था रूम मे मैने नाइट गाउन पहना था.
मैने मेरी नाइटी के उपर के दोनो बटन खोल दिये और झाड़ू लगाते हुये ससुर के सामने आ गई मैं इतनी झुकी हुई थी की ससुर को मेरे दोनो बूब्स साफ साफ दिखाई दे उसी पोज़िशन मे मैं बहुत देर तक एक ही जगह पर झाड़ू मार रही थी और चुपके से एक आँख से ससुर की और देखा तो ससुर मेरे दोनो गोरे और भरे हुये बूब्स को देख रहे थे मेरा मन खुशी से झुमने लगा फिर मैं नीचे इस पोज़िशन मे बैठी की झाड़ू लगाने की मेरी काले कलर की पेंटी ससुर को दिखाई दे वेसा ही हुआ अब की बार मेरे ससुर मेरी पेंटी देख रहे थे फिर मैं पूरे घर मे झाड़ू लगा के ऐसे चली गई की कुछ हुआ ही नहीं पहला तीर मैने मार दिया था और निशाने पर लग गया था उसी दिन शाम को मेरी सास मंदिर गई तब मै नहाने चली गई और जानबूझ कर मेरी ब्रा पेंटी और टावल बेडरूम मे रखा ससुर उस वक़्त घर मे टी.वी देख रहे थे.
नहाने के बाद मैने ससुर को आवाज़ लगाई की मेरे सारे कपड़े बेडरूम मे हैं प्लीज दे दो मुझे और बाथरूम का दरवाजा थोडा सा खोल के बाहर देखने लगी कुछ देर मे ससुर मेरी पेंटी ब्रा और टावल ले के आये और फिर अचानक रुके मैं बाथरूम के छोटे से छेद में से देख रही थी फिर ससुर ने मेरी पेंटी एक हाथ मे ली और नाक पर लगा के कुछ देर सूंघा मेरी चूत में से पानी निकलने लगा मुझे मंज़िल करीब दिखाई देने लगी लेकिन मुझे जल्दबाज़ी नही करनी थी नही तो काम बिगड़ सकता था फिर ससुर आगे बड़े तब मै चेहरे पर साबुन लगाने लगी ससुर ने आवाज़ दी बहु मैं ले के आया हूँ कहा रखूं कपड़े मैने ससुर को कहा मैने साबुन लगाया हैं प्लीज अन्दर मेरे हाथ मे दो ना जैसे ही ससुर ने दरवाजा खोला मैं सामने पूरी नंगी थी और चेहरे पर साबुन था मेरे फिर भी मैं देख रही थी मेरा बदन देखते ही ससुर की हालात खराब होने लगी 1 मिनिट तक सिर्फ़ मुझे देखते रहे.
फिर होश मे आके बोले बहु ये लो कपड़े मैने कहा की 2 मिनिट रूको मैं साबुन साफ करती हूँ और मैने मेरे मुँह पर 3-4 मग पानी डाला और ससुर की तरफ़ देखा तब उनकी आँखे बड़ी की बड़ी थी मैने नज़रे झुकाते हुये कपड़े हाथ मे लिये और जेसे कुछ हुआ ही नहीं करके दरवाजा बंद कर दिया दूसरा तीर भी सही जगह लगा था। अब बस मुझे आखरी वार करना था और मैं उस मोके की तलाश कर रही थी जल्दी हो वो मोका आ गया मेरी सास बीमार हो गई थी तो उसको हॉस्पिटल मे भर्ती किया डॉक्टर ने कहा की कमजोरी हैं 2-3 दिन हॉस्पिटल मे रखो ठीक हो जायेगे उस रात को मुझे मेरा काम करना था.
रात को मेरा खाना होने के बाद मैं सास के लिये टिफिन ले के हॉस्पिटल गई वहा ससुर भी थे सास का खाना होने के बाद मैने ससुर को कहा की आप भी चलो ना घर अब माँ जी सो जायेगी कुछ देर मे तब सास ससुर से बोली आप जाओ बहु घर पर अकेली हैं। फिर हम दोनो ऑटो से घर आ गये घर आकर ससुर ने खाना खा लिया और टी.वी देखने लगे हॉल मे मैं बेडरूम मे गई लेकिन मैने साड़ी चेंज नही की और एक प्लान बनाया और बाहर आई और ससुर को कहा पापा मेरा पूरा बदन दर्द हो रहा हैं कोई गोली हैं क्या ससुर बोले आइयो-ड़ेक्स लगा लो आराम मिलेगा मैने कहा कौन लगायेगा मेरी पीठ पर आइयो-ड़ेक्स फिर ससुर बोले चलो मैं लगा देता हूँ और मेरे पीछे मेरे बेडरूम मे आ गये मैने उनको आइयो-ड़ेक्स दिया और उल्टी सो गई बेड पर ससुर ने पूछा कहा दर्द हैं.
मैने कहा पूरे बदन मे लेकिन पहले कमर मे मालिश करो वहा ज़्यादा दर्द हो रहा हैं फिर ससुर ने धीरे से मेरी कमर पर आइयो-ड़ेक्स लगाया और मालिश करने लगे वैसे मेरे बदन मे आग लगने लगी क्योकी सुनील से सेक्स किये हुये बहुत दिन हो चुके थे कुछ देर बाद मैं बोली की और नीचे मालिश करो ना पापा ससुर बोले तुम्हारी साड़ी हैं ना बेटा इसलिये मालिश नही करने में आ रही है फिर मैं उठी और बिना सोचे ससुर के सामने मैने मेरी साड़ी और पेटीकोट को निकाल दिया अब मैं सिर्फ़ पेंटी और ब्लाउज मे थी और वापस से उल्टी लेट गई.
मेरे गोरे बदन को देख के ससुर भी गर्म होने लगे और अपनी पेन्ट मे उनका लंड सेट करने लगे मेरा ध्यान था बराबर फिर उन्होंने मेरी कमर की मालिश की फिर टाँगे फिर जांघे मुझे बुखार चड़ने लगा सेक्स का। लेकिन मैं धीरज से काम ले रहे थी सब फिर ससुर को बोली की अब पीट की मालिश करो ससुर ने कहा ब्लाउज हैं बेटी वहा मैने कहा पीछे ही बटन है आप निकाल दो ना प्लीज फिर ससुर ने मेरे सारे बटन खोले ब्लाउज के फिर मैं बोली ब्रा का हुक भी निकाल दो ताकि अच्छे से मालिश कर सकोगे फिर उन्होंने हुक निकाला ब्रा का और पीठ पर मालिश करने लगे उनके हाथ बहुत कड़क थे फिर मैं सीधी हो गई और अपने ब्लाउज और ब्रा निकाल के साइड मे रख दिये और ससुर को कहा की छाती मे भी कुछ दर्द हैं प्लीज वहा भी मालिश करो ना अब ससुर भी आउट ऑफ कंट्रोल होने लगे थे उनकी आवाज़ भी अलग आने लगी थी एक भूखे शेर जैसे मेरे बूब्स पर थोड़ा आइयो-ड़ेक्स लगाया और धीरे धीरे बूब्स को सहलाने लगे तो में बोली पापा ज़रा ज़ोर से करो ना बहुत दर्द हैं वहा अब ससुर दोनो हाथ मे मेरे बूब्स को ले के दबाने लगे और मसलने लगे.
10 मिनिट मालिश की तब मैने कहा की अब थोड़ा कमर पर करो जैसे ही ससुर नीचे आये और मेरी पेंटी देखी जो पूरी पानी से गीली हो चुकी थी उसको देख के बोले बेटा ये पेंटी इतनी क्यों गीली हैं तब मैने कहा पापा जब से आप मेरी मालिश कर रहे हो पता नही मुझे क्या हो रहा है लेकिन वहा से बहुत पानी निकल रहा हैं आप देखो ना ज़रा ससुर ने एक स्माइल दी मुझे और बोले समझ गया मैं बेटी क्या दर्द हैं वहा और मेरी पेंटी एक झटके मे नीचे खीच के निकाल फेकी और दोनो टाँगे अलग की और नीचे झुक के मेरी गर्म चूत पर अपना मुँह रख दिया और कुत्ते जैसे चाटना शुरू कर दिया ओह क्या बताऊँ आपको उस वक़्त की बात मैं तो जन्नत मे पहुँच गई थी 10 मिनिट चूत चाटने के बाद ससुर ने अपनी पेन्ट निकाल दी और उनके गधे जैसा लंड मेरे सामने कर दिया.
मेरी आँखे फटी की फटी रह गई इतना बड़ा लंड दोनो हाथो से मैने उनके लंड को पकड़ा तब ससुर बोले इतना बड़ा लंड अपनी चूत मे ले सकोगी बेटा मैं बोली मुश्किल हैं पापा लेकिन आप चाहो तो इसको मेरी चूत की सैर करा सकते हो पापा बोले सोच लो बेटा एक बार हाँ कहा और जब मै करूँगा तब ना मत कहना तब मैं तुम्हारी बात नही मानूंगा मैने कहा आप शुरू तो करो पापा फिर ससुर ने उनका गधे जैसा लंड मेरी चूत पर रखा डाला नही वैसे ही रखा जरा झुके नीचे एक हाथ मेरे मुँह पर रखा और मुँह बंद कर दिया मैं समझी नही ऐसा क्यों कर रहे है पापा और कुछ और सोचती उसी वक़्त मेरी आँखों के सामने तारे चमकने लगे और अंधेरा आ गया और कमर मे दर्द की लकीर निकली.
मैने देखा ससुर ने एक ज़ोरदार धक्का मार के उनका बड़ा लंड मेरी चूत मे डाला हैं अब में चिल्लाने की कोशिश करने लगी लेकिन ससुर का हाथ मेरे मुँह पर था और ज़ोर से मुँह बंद करके रखा था वापस से उन्होंने दूसरा एक ज़ोरदार धक्का मारा मैं रोने लगी लेकिन ससुर मेरी तरफ़ देख के और 2-3 धक्के मारे और कुछ देर रुक गये मुझे ऐसे लगने लगा की किसी ने एक गर्म लोहे की चीज़ मेरी चूत मे घुसा दी हैं पापा को मैं इशारो से बोली की बाहर निकालो तब पापा बोले की बेटा अभी तो सिर्फ़ आधा ही अन्दर गया हैं आधा बाकी हैं सुन के मेरे होश उड़ गये फिर वापस से उन्होंने एक ज़ोरदार धक्का मारा और धक्के मारते गये करीब 3-4 मिनिट के बाद उन्होंने पूरा लंड मेरी चूत मे अन्दर तक डाल दिया.
अब भी मेरी आँखों के सामने अंधेरा था क्योकि समझ में नही आ रहा था क्या करूँ वहा ससुर नॉनस्टॉप धक्के पर धक्के मारते जा रहे थे करीब 15 मिनिट के बाद मेरा दर्द कुछ कम हुआ और मैं थोड़ी रिलेक्स हुई और चुदाई का मज़ा लेने लगी जब ससुर ने देखा मैं कुछ रिलेक्स हूँ तब उन्होंने मेरे मुँह से अपना हाथ हटाया और मेरे मुँह मे मुँह डाल दिया उनके मुँह से तंबाकू की स्मेल आ रही थी लेकिन मुझे उनका होंठ चूसना अच्छा लग रहा था ससुर मुझे चोदते रहे मैं 5 बार झड़ चुकी थी लेकिन पापा का पानी निकलने का नाम नही ले रहा था दोनो पसीने से भीग गये करीब एक घंटे बाद पापा ने 4-5 बार झड़ दिया और पूरा लंड मेरी चूत मे डाल दिया और हाफते हुये मेरे बदन पर पड़ गये करीब करीब एक घंटे तक ससुर ने मेरी जमकर चुदाई की थी 20 मिनिट तक हम दोनो वैसे ही पड़े रहे फिर ससुर मेरे पास मे लेट गये और मुझसे पूछा कैसा लगा बेटा मेरा लंड मै एकदम से बोल गई तुम आदमी हो की जानवर ससुर ज़ोर से हँसने लगे और बोले आदमी ही हूँ बेटा लेकिन लंड जानवर का हैं.
बस मैने पूछा इतना बड़ा लंड कैसे आपका आपके दोनो बेटो का लंड तो कितना छोटा हैं ससुर मेरी तरफ़ देखने लगे और बोले दोनो बेटो का मेरे दूसरे बेटे के लंड के बारे मे तुझे कैसे पता मैं शर्मा गई और कुछ नही बोली तब ससुर बोले अच्छा तो मेरा बड़ा बेटा यहाँ नही था तो तू मेरे छोटे बेटे से चुदवा रही थी क्या? चलो अच्छा हुआ इस घर के सभी लोगो से चुद गई तू और हंसने लगे फिर पापा ने मुझसे पूछा अब सोने जाऊं बेटा मैं मैने कहा नहीं पापा एक बार और करते हैं फिर चले जाना पापा बोले इस उम्र मे 2 बार सेक्स नही कर सकता बेटा मैं अब ये लंड कल ही खड़ा होगा तब मैं बोली कोई बात नही पापा कल करेगे हम लेकिन आप जाओ मत यही मेरे साथ सो जाओ पापा बोले ठीक हैं टी.वी बंद करके आता हूँ पापा टी.वी बंद करने गये तब मैं बेड से उठी तो देखा मेरी चूत मे से ससुर का बहुत सारा पानी बाहर निकल रहा था.
मैं बाथरूम में जाकर साफ़ करके आई फिर पापा भी आ गये फिर मैने कहा लाइट चालू रख के सो जाते हैं 20 मिनिट के बाद पापा सो गये लेकिन मुझे नींद नही आ रही थी अब सच मे पापा ने ऐसी चुदाई की मेरी तो पूरा बंदन दर्द कर रहा था कुछ देर बाद नींद खुली शायद रात के 3 बज रहे थे बाथरूम जाकर पेशाब करके आई मैं और पापा के पास आ गई और एक हाथ से उनका लंड सहलाने लगी 15 मिनिट तक ऐसे ही सहलाती रही तब देखा तो पापा के लंड मे कुछ हरक़त होने लगी हैं.
फिर मैने नीचे आकर उनका लंड चूसना शुरू कर दिया करीब 15 मिनिट चूसने के बाद पापा का लंड फिर से खड़ा होने लगा और पापा भी जाग गये और बोले बेटी लगता हैं तुम्हारी प्यास बुझी नही अभी कोई बात नही चलो वापस से तेरी चुदाई कर देता हूँ और मेरे उपर आ गये और मेरी चूत पर लंड रख के मेरे मुँह पर हाथ रख दिया और जोरदार धक्के के साथ आधा लंड चूत मे घुसा दिया मैंने चिल्लाने की कोशिश की लेकिन मुँह पर हाथ था ससुर का और 3 धक्के मे इस बार पापा ने पूरा का पूरा लंड चूत मे घुसा दिया और चोदते रहे 1 घंटा हो गया मैं वापस से 4-5 बार झड़ गई लेकिन पानी नही निकला मैं थक गई तो तब पापा को कहा की पापा अब बस करो मैं थक गई हूँ निकाल लो बाहर अब कल करेगें फिर पापा ने भी लंड निकाल लिया और मजे मे सो गये मुझे भी नींद आने लगी.
मैं सो गई सुबह 6.30 बजे को मैं चिल्ला उठी और देखा तो पापा मेरे उपर थे और उनका लंड मेरी चूत मे और तुरन्त मेरा मुँह बंद करके मुझे चोदना शुरू कर दिया इस बार 40-50 मिनिट मे पानी निकला उनका और हांफते हुये मेरे बाजू मे पड़ गये मैने पूछा क्यों इतनी सुबह मूड हुआ आपका तब पापा बोले बेटा रात को 3 बजे बिना पानी निकाला तूने लंड बाहर निकालने को कहा तब से मैं बेचैन था मेरा लंड छोटा हो ही नही रहा था सुबह ही हो गई फिर मैने सोचा यह चूत मे पानी निकाल के शांत होगा इसलिये मैने तुझे चोदा मैं बोली मैं कितना डर गई थी। पापा इतना दर्द हुआ और क्या हुआ नींद मे थी तो पता नही चला आप हो मेरे उपर फिर दोनो साथ मे नहाने चले गये उस रात मे भी 1 बार सेक्स किया हमने दूसरे दिन सुबह पापा को बोली मैं आज से माँ जी आ जायेगी तो हम कैसे करेगें पापा? पापा बोले चिन्ता मत कर तू सब ठीक होगा.
मेरी सास को शाम को 5 बजे डिसचार्ज मिल गया घर पर लेकर आये हम रात का खाना हुआ मैं सोने के लिये मेरे बेडरूम मे गई और मेरी सास और ससुर उनके बेडरूम मे फिर 20 मिनिट भी नहीं हुये थे तब तक दरवाजे पर लॉक किया किसी ने। मैने दरवाजा खोला तो सामने मेरे सास और ससुर दोनो थे मेरी सास मेरे पास आकर बोली बेटी आज से मुझे आज़ादी मिल गई हैं तू अपने ससुर के साथ जी भर के इन्जॉय कर मुझे तो आराम मिलेगा पिछले 35 साल से मैं तंग आ चुकी हूँ इनके बड़े लंड से आज से तुम दोनो साथ मे सोना मेरा बेटा दुबई से आने तक मुझे अपने आप पर विश्वास नही हो रहा था की मेरी सास ऐसा आकर मुझसे बोली सास के चले जाने के बाद ससुर मेरे बेडरूम मे आ गये और हमने सेक्स किया.
उस दिन से मैं और मेरे ससुर हम पति पत्नी जैसे रहने लगे 3-4 महीने के बाद मेरे पीरियड मिस हुये चेक किया तो मैं प्रेग्नेंट हूँ कहा डॉक्टर ने मैं डर गई अब क्या करूँ लेकिन मेरी सास बोली डर मत बेटे ये तो खुशी की बात हैं तू माँ बनने वाली हैं हमारे घर मे चिराग आयेगा में बोली लेकिन माँ जी आपको पता है ना आपका बेटा दुबई मे हैं और मैं यहा प्रेग्नेंट हो गई सास बोली मेरे बेटे की चिंता मत कर तू मैं उसको समझा दूंगी बस आज से तू अपने बेटे का ख्याल रख ससुर भी मेरी तरफ देख के मुस्कुराने लगे मैं शर्मा गई क्योकी मेरे पेट मे मेरे ससुर का ही बच्चा था 2 महीनो के बाद सुनील आया तो उसको पता चला मैं प्रेग्नेंट हूँ मुझे पूछा कैसे? मैं कुछ बोली नहीं उसने फिर ज़्यादा पूछा नहीं 2 दिन बाद चला गया देखते देखते 6 महीने हो गये मुझे 6 महीना शुरू था मेरा पेट भी बाहर आ गया था.
एक दिन मेरे पति का फोन आया की वो कल घर आ रहा हैं सुन के मुझे खुशी नही हुई और घबरा गई मैं अब क्या होगा लेकिन माँ जी बोली मैं हूँ तू डर मत में सब ठीक कर दूंगी 2 दिन के बाद मेरा पति आया ससुर लेने गये थे एयरपोर्ट मैं और माँ जी घर पर थे माँ जी ने मुझे मेरे बेडरूम मे जाने को कहा जब मेरा पति आया तब माँ जी उसको उनके बेडरूम ले के गई और 20 मिनिट तक पता नही क्या बात हुई फिर ससुर मेरे बेडरूम के पास आकर बोले की बेटी बाहर आ जाओ.
अब मैं शरमाते हुये माँ जी के बेडरूम मे आ गई सामने माँ जी और मेरा पति खड़ा था मेरा पेट देखते ही रह गया। माँ जी मुझे बोली देख तू माँ बनने वाली हैं तो ये कितना खुश हैं। है ना बेटा मेरा पति सिर्फ़ हंसा और मुझे बोला भरोसा तोड़ ही दिया मेरा। मैं कुछ नही बोली फिर 8 दिन बाद चला गया दुबई 9 महीने बाद मे मुझे लड़का हुआ घर मे सब खुश थे आज मेरा पति दुबई की जॉब छोड़ के इंडिया मे हैं मेरे साथ हम सब खुश हैं मेरे बेटे का नाम विशाल हैं आपको मेरी स्टोरी कैसी लगी आशा करती हूँ अच्छी ही लगी होगी।
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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