FUN-MAZA-MASTI
RajSharma stories
रानी, कल तुम मेरे घर आ जाना--2
गतान्क से आगे...........
मैने शेव क्रीम अपनी चूत पर लगाना शुरू कर दिया और रेज़र ले कर साफ करने लाफ़ी. रेज़र लगते ही मेरी चूत और गरमा गयी. उप्पेर से मैने शवर खोल दिया और नीचे से चूत की शेव करने लगी. मेरी चुचि कड़ी हो रही थी. मैने ज़ोर ज़ोर से अपनी चुचि को भींचना शुरू कर दिया. मुझे ध्यान ही नहीं रहा कि नीचे से ब्लेड ने मेरी चूत पर कट लगा दिया और खून बहने लगा. चूत की शेव हो चुकी थी लेकिन मैं एक हाथ से चूत में उंगली कर रही थी और दूसरे से अपनी चुचि मल रही थी. मेरे चूतड़ आगे पीच्छे हो कर मेरी चूत को उंगली से चोदने में मदद करने लगे.” ओह राजा, मेरे राजा साले चोद मुझे, मैं मरी, हाई हइईई” मेरे मूह से आहें निकलने लगी और उधर मेरी चूत पानी छ्चोड़ने लगी.” दीदी क्या हुआ? आपको चोट तो नहीं लगी? अगर चोट लगी है तो राजा भैया को बुला लूँ? आप चीख किओं रही हैं?” मेरा भाई राजू बाहर खड़ा पुच्छ रहा था.
मुझे होश आया कि मैं बाथरूम में ही अपनी उंगली से झाड़ रही थी और मेरा भाई सोच रहा था कि मैं ज़ख़्मी हो गयी हूँ. मैं झट से नहा कर टवल लपेट कर बाहर निकली. मैने पहले चूत के कट पर आफ्टर शेव लोशन लगा लिया था.” मुझे कुच्छ नहीं हुआ, राजू. हम दोनो आज राजा भैया के घर चलेंगे, ठीक है? तुम वहाँ खेल लेना और मैं राजा से किताबें ले लूँगी.” राजू खुश हो गया और जल्दी से नहाने लगा. मेरी नज़र जब बाथरूम में पड़ी तो देखा कि राजू का लंड भी कोई 5 इंच का हो चुका था और मेरा भाई उसको मसल रहा था. इसका मतलब है के साला कुच्छ दिन में ये भी चोदने लायक हो जाएगा!
अभी हम घर पर ही थे कि बारिश शुरू हो गयी. मेरा दिल करता था कि कब बारिश रुके और मैं अपने राजा के पास चली जायूं. मेरी चूत राजा के लंड को तरस रही थी. तभी मेरा भाई आया और मेरे चूतड़ पर थप्पड़ मारता हुआ बोला”दीदी, आपको राजा भैया अच्छे लगते हैं? मुझे तो बहुत अच्छे लगते हैं. चलो ना उनके घर चलें, बारिश में भीग गये तो क्या है, चलो दीदी, चलें. मैं उनकी नयी वीडियो गेम खेलना चाहता हूँ. तुम किताब पढ़ लेना, चलो दीदी, चलो” मैं तो शायद राजू को कह देती की बारिश रुकने दो लेकिन मेरी चूत कुच्छ और ही कह रही थी. वो चिल्ला रही थे,” नंदिनी, साली यहाँ क्या कर रही जब तेरा चोदु राजा भैया घर पर तेरा इंतज़ार कर रहा है. चल जा कर अपनी चूत को उसके लंड से भर ले, नंदिनी!” खैर हम राजा के घर पहुच गये लेकिन भीग कर. मैने मल मल की कुरती और पाजामा पहना हुआ था जिसके नीचे मेरी चूत और चुचि फड़ फाडा रही थी.
राजा मुझे देखते ही मुस्कुरा पड़ा.”कैसी हैं नंदिनी दीदी?” मैने शर्मा कर नज़रें झुका ली.” बस ठीक हूँ भैया” और क्या कहती कि”राजा भैया आपके लंड की याद में सारी रात तड़पति रही और सुबह होते ही फिर चुदवाने आ गयी?” लेकिन राजा मेरी हालत समझ सकता था. वो जल्दी से बोला” राजू, तुम चलो टीवी पर नयी गेम खेलो. और दीदी, मेरे पास कुच्छ नयी किताबें है आपके लिए. राजू हम दोनो पढ़ने लगे हैं, इस लिए हम को डिस्टर्ब मत करना. ओके?” राजू टीवी वाले कमरे में दौड़ गया. राजा ने मेरा भीगा हुआ बदन देखा और आगे बढ़ कर मुझे कंधों से पकड़ लिया. मेरी भीगी कुरती से मेरी चुचि सॉफ दिख रही थी. राजा ने मेरी चुचि को कस कर दबोच लिया. मैं कामुक सिसकी लेती हुई उसके जिस्म से चिपक गयी,” ओह्ह्ह्ह राजा….तेरे बिन नहीं रहा जाता…..तेरी याद सारी रात सताती रही मुझे….राजा तुझे मेरी याद नहीं आई क्या?”
“राजा को तेरी याद भी आई और तेरी चूत की भी, दीदी? सवेरे से दो बार मूठ मार चुका हूँ, दीदी. सच बतायो नंदिनी, तुझे भी चुदवाने की इच्छा सता रही थी या नहीं? तेरी कड़ी चुचि बता रही है कि तुम भी चुदासि हो लंड की” राजा मेरी कुरती उतारते हुए बोला. मैं उसके शब्द सुन कर बहुत उतेज़ित होने लगी थी. मैने शरमाते हुए राजा को अपने सपने के बारे में बताया जिसमे मुझे बहुत से लंड नज़र आए थे और किस तरह मेरे नंगे जिस्म पर रेंग रहे थे और मेरे होंठों को, मेरी चूत और गांद को चोद रहे थे. राजा सुन कर जोश में आ गया और मेरी चूत को पाजामे के अप्पर से रगड़ने लगा. उसने मेरा नाडा खोल दिया और मुझे मदरजात नंगी कर दिया.
‘ वाह नंदिनी, आज तो अभी अभी शेव की है तुमने अपनी चूत! इसको चखने में मज़ा आए गा. तुम बिस्तर पर चलो मैं अभी आता हूँ. आज तुझे बहुत मज़ा देने वाला हूँ. तेरा रात वाला सपना सच करने वाला हूँ.” राजा दूसरे कमरे में जा कर किसी को फोन करने लगा.” हां यार आधे घंटे में आ जाना बेह्न्चोद, मस्त माल है….ओह बेह्न्चोद तुझे अपना जीजा बनाने का इरादा है, मदेर्चोद, जल्दी कर.
थोड़ी देर में वो फोन रख कर आया और उसके हाथ में दो ग्लास थे जिनमे कोक था.” राजा, ये क्या है? मुझे कॉक नहीं पीना है. इतनी सुभह मैं कोक नहीं पीती.” वो हंस कर बोला,” राजा नहीं, नंदिनी दीदी, राजा भैया कह कर पुकारो मुझे. तुमने ही तो कहा था कि सब के सामने एक दूसरे को भाई और बेहन बोलेंगे. और ये कोक जादू का कोक है, अगर यकीन नहीं है तो पी कर देख लेना. इसको पी कर तेरी कॉक की भूख जागृत हो जाएगी. अब बोलो, तुझे कॉक चाहिए या नहीं?” उसने ज़बरदस्ती मेरे मूह से ग्लास लगा कर मुझे दो घूँट पीला दिए. ग्लास से गंदी से स्मेल आई और कड़वा टेस्ट. जैसे ही कोक मेरे गले से नीचे उत्तरा, मेरे पेट में एक आग सी लगती चली गयी.” भैया इसमे क्या मिलाया है तुमने राजा? इसने तो मुझे जला डाला”
राजा ने भी कॉक पिया और फिर बोला,”नंदिनी बेहन, इसमे शराब है. शराब के साथ शबाब का मज़ा दोगुना हो जाता है. आज तुम वो मज़ा लोगि जो आज तक नहीं लिया. तुम ग्लास खाली करो और चुप चाप टाँगें खोल कर लेट जाओ और फिर देखो राजा भैया के चमत्कार.” मैने ग्लास ख़त्म किया और जैसे राजा बोला, लेट गयी. शराब का नशा मेरे दिमाग़ पर चढ़ा और उसकी आग सीधी मेरी चूत के होल में लगी. राजा भैया ने मुझे खींच कर बिस्तर के कोने पर लिटा दिया जिस से मेरे चूतड़ पलंग के किनारे पर पहुँच गये. राजा मेरी जाँघो के बीच आ गया और झुक कर मेरी चूत चाटने लगा,” आह भैया, चातो मेरी चूत को, साली ये तो पहले ही पानी पानी हो रही है तेरे लंड के लिए” मैं सिसकारी लेती हुई बोली.
राजा ने अपनी ज़ुबान मेरी चूत में घुसा दी और मेरे चूतदों के नीचे अपने हाथ रख कर उप्पेर उठा दिया. उसकी उंगलियाँ मेरी गांद से टकरा गयी तो मेरी उतेज्ना तीन गुना हो गयी. राजा ने मेरी चूत का सारा भाग चूमा, चटा और अपनी एक उंगली को मेरी गांद पर रगड़ना जारी रखा.’ आहह राजा भैया….मेरी गांद को मत छुओ भाई, इसको छ्चोड़ दो…..मेरो चूत जल रही है…इसको खूब चॅटो भैया.’ मैने उसको रोका. लेकिन उसने अपनी उंगली पर क्रीम लगा कर मेरी गांद को चोदना शुरू कर दिया. क्रीम लगने से उंगली आसानी से गांद में घुस गयी और मैने भी विरोध बंद कर दिया. कुच्छ देर में उसने गांद में एक और उंगली डाल दी. मुझे दर्द हुआ तो राजा जा कर दो और ग्लास ले आया और मुझे ज़बरदस्ती पिलाने लगा. मुझे पर नशा चढ़ चुका था किओं की मैने पहले कभी शराब नहीं पी थी.
“अब मेरी रंडी नंदिनी बेहन को लंड चूसने की इच्छा हो रही है, ठीक है? चल चूस ले मेरी बहना, मेरा लंड तेरा ही तो है.” राजा बोला और शराब के नशे में मुझे रंडी कहे जाने का भी गुस्सा नहीं लगा. मैने झुक कर राजा का लंड मूह में डाल लिया. मैं उसका लंड चूसने लगी और वो मेरी गांद को सहलाने लगा. मेरी गांद दरवाज़े की तरफ थी और मेरा मूह उसके लंड पर उप्पेर नीचे हो रहा था कि अचानक किसी ने दरवाज़े पर लात मारी और दरवाज़ा खुल गया. मैने घबरा कर लंड मूह से निकाल दिया और दरवाज़े की तरफ देखा तो मेरी आँखें फटी की फटी रह गयी. दरवाज़े पर एक हॅटा कॅटा लड़का खड़ा था जो एक पहलवान लगता था. उसका कद कम से कम 6 फीट का होगा और वो मुस्कुरा रहा था.
“अर्ररे राजा, साले बेह्न्चोद, ये क्या हो रहा है? बड़े मज़े से लंड चुस्वा रहा है इस रंडी से. हम को भूल गया मदेर्चोद? हम दोनो मिल बाँट कर खाते हैं हैं और चोद्ते हैं तो आज क्या बात हुई?” मैं घबरा कर राजा से लिपट गयी,” राजा भैया, ये कौन है? भैया तुमने दरवाज़ा बंद नहीं किया था?” मैने पूछा तो अजनबी हंस पड़ा” ओह तो ये तेरी जान है, साले? अगर तुम दोनो ये सब करते हो तो राजा मुझे अपना पार्टनर समझो. ऐसी मक्खन जैसी चूत ले कर च्छूपा बैठा है, साले, अपने भाई का ख्याल नहीं आया? और मेरी पत्नी, तेरा नाम क्या है रानी?” राजा गुस्सा होने की बजाए मुस्कुराने लगा,” नंदिनी दीदी, जैसे हम भाई और बेहन हैं, इस्सको अपना भाई बना लो. ये मेरा दोस्त ज़कु है. इस से कोई बात च्छूपी नहीं है, दीदी, आज हम दोनो दोस्त तेरी चूत और गांद की तस्सली करवाने वाले हैं. किओं भाई, माल कैसा लगा?”
मैं कुच्छ नहीं समझी. राजा ने मुझे जान बुझ कर अपने दोस्त के सामने भेंट किया था. आज राजा ने मेरे साथ विश्वासघात किया था. मेरा दिमाग़ सुध बुध खो बैठा. ज़कु भी अपने कपड़े उतारने लगा. उस मदेर्चोद का लंड कम से कम 8 इंच का था और मोटा भी बहुत था. वो मुझे बालों से पकड़ कर खींचता हुआ बोला,” रंडी, अब मेरा लोड्ा चूस जैसे अपने भैया का चूस रही थी. मैं तेरा पति हूँ और राजा मेरा भाई. हम दोनो मिल कर तुझे जान्नत ना दिखा दें तो मुझे कहना” नशे में मुझे अपनी ज़िल्लत भी अच्छी लगी किओं के मैं बे-इंतेहा चुदासि हो चुकी थी. जब मेरा यार राजा ही हरामी है तो क़िस्सी से क्या शिकायत करनी?
मैं झुक कर अब ज़कु के लंड को चूसने लगी. ज़कु ने भी अपनी झांते शेव की हुई थी और उसके लंड से मुझे एक भीनी खुश्बू आ रही थी. मैने भी शरम छ्चोड़ कर पूरी बेशर्मी से उसके लंड को उप्पेर से नीचे तक अपनी ज़ुबान से चॅटा, उसस्के अंडकोषों पर ज़ुबान फेरी और उसकी गांद में उंगली घुसेड डाली. उतेज्ना से ज़कु तो फुदकने लगा,” वाह मेरी बीवी, वाह रंडी, तू तो बहुत बड़ी रंडी है, साली क्या लंड चुस्ती है. तेरी मा को चोदु, मैं झाड़ रहा हूँ, मेरी जान!” कहते ही ज़कु के लंड ने पूछकारी छ्चोड़ दी जो मेरे होंठों पर और चुचि पर जा गिरी.
अब राजा से बदला लेने की बारी थी,” राजा भैया, आपके दोस्त ने तो पिचकारी छ्चोड़ दी मेरे मूह पर और मेरी चुचि पर, इसको चट कर साफ कर दो ना, प्लीज़, राजा भैया. ज़कु, मेरे मालिक, अपने दोस्त से कहो ना मेरे होंठों और चुचिओ से आपका माल सॉफ कर दे.” मैने कहा तो ज़कु ने राजा की तरफ रौब से देखा. राजा शायद ज़कु से डरता था. वो एक दम से मेरी चुचि से लंड रस चाटने लगा. शकल से लगता था कि राजा को ये करना अच्छा नहीं लगता था लेकिन मज़बूरी में करना पड़ रहा था. मैं जान बुझ कर राजा को चिडाने के लिए कहा” शाबाश राजा भैया, आपके दोस्त के लंड का रस कैसा है, टेस्टी है ना? चट लो भैया, हो सकता है जिज़्जु आप से खुश हो कर आपको अपनी बेहन को चोदने का मौका भी दे दें” अगर राजा मुझे अपने दोस्त के साथ शेर करना चाहता है तो फिर वो वाकई ही अपनी बेहन को शेर करे.
जब राजा सब कुच्छ चाट चुका था तो मैने ज़कु को नीचे लिटा दिया और उप्पेर चढ़ कर उसके लंड पर अपनी चूत रगड़ने लगी,” ज़कु, मेरे मालिक अब तो अपनी बीवी को चोद सकोगे या नहीं? पहली बारी में तो मूह में ही झाड़ गये थे, अगर मर्द हो तो अब चूत में झाड़ कर बतायो. बहनचोद औरत की चूत चोदने के लिए होती है, ना कि उसका मूह, अब खड़ा करो और चोदो मुझे अगर आगे से मुझे पत्नी कहना है तो.” मैने ज़कु को भी उकसाने की कोशिश की. मेरी चुचि उसके मूह के पास लटक रही थी. उसने मेरे निपल को मूह में ले लिया और नीचे से उसका लंड मेरी चूत के दरवाज़े पर दस्तक दे रहा था. मैने उसको और छेड़ा,” ज़कु, बेटा, शाबाश, मम्मी की चुचि चूस रहे हो? चूसो बेटा, पी लो मम्मी का दूध.”
ज़कु तिलमिला उठा और उसने मेरे चूतड़ कस कर थाम लिया और मुझे अपने लंड पर गिरा दिया. उसका हलब्बी लंड एक ही झटके में मेरी चूत में घुस्स गया. मेरी चूत पहले ही अपन जूस से चिकनी हो चुकी थी. मैने उप्पेर से झटके मारते हुए चुदवाना शुरू कर दिया. उसका मोटा लंड मुझे बहुत मज़ा दे रहा था,” राजा भाई, देख तेरा दोस्त तेरी बेहन को ठीक से चोद रहा है ना? अपनी रान्ड को चुदते हुए देख कर मेरा बालमा मज़े ले रहा है ना? राजा भाई, तुमने मुझे अपने दोस्त को तोहफे के रूप में देकर साबित कर दिया है कि तुम अपनी बीबी के दलाल हो. अपनी बीबी के नंगे जिस्म से लंड खड़ा हो रहा है ना तेरा. अपने दोस्त के लंड का रस पीने वाले नमार्द साले देख क्या हो रहा है? अब चोद ले अपनी बेहन की गांद भी साले”
राजा अपनी बे-इज़्ज़ती को भूल कर मेरे पीछे जा खड़ा हुआ और मेरी गांद चाटने लगा. फिर उस्णे मेरी गांद पर अपना लंड टीका दिया और उस्खो अंदर धकेलने लगा. क्रीम लगी होने के कारण लंड घुसने में कोई खास परेशानी नहीं हुई और नंदिनी रंडी करने लगी दो दो लंडो से डबल चुदाई. नंदिनी साली का सॅंडविच बना हुआ था और ज़कु नीचे से और राजा उप्पेर से मेरी चुदाई कर रहे थे. राजा ने ठीक कहा था, ऐसी चुदाई का मज़ा औरत को रोज़ रोज नहीं मिलता. शराब का नशा और ज़कु और राजा के लंड मुझे जन्नत की सैर करवा रहे थे. मुझे नहीं याद की कितनी देर चुदति रही मैं, कितनी देर दोनो मर्द मुझे नोचते रहे. लेकिन मज़ा बहुत मिला मुझे. पहले झड़ने वाला राजा था जो हाँफ रहा था और मेरी गांद चोद रहा था,” ओह्ह्ह्ह ज़ाआन, मैं झाड़ा…..तुम चोद्ते रहो मेरी नंदिनी दीदी को…बहुत बड़ी गश्ती है आपकी बीवी……मुझे बहुत मज़ा देती है साली….ओह ज़कु चोद मेरी रान्ड को.”
ज़कु ने मुझे अपने सीने से चिपका लिया और चोदने लगा. मेरी चूत अंदर भी लावा फूटने को था. मैं ज़ोर ज़ोर से ज़कु के लंड पर चूत मार रही थी.” ऊऊओह नंदिनी……मैं झार रहा हूऊऊ……अहह मैं झराअ” मेरी चूत का बुरा हाल था, रस नदी के समान बह रहा था.” मैं भी गइईई मालिक…मेरी चूत झड़ीईई” बस दोस्तो उसके बाद तो मुझे चुदाइ का ऐसा चस्का लगा की मैने अपने मुहल्ले का कोई भी जवान लंड नही छोड़ा जिससे मैने ना चुदवाया हो
समाप्त.................
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मुझे होश आया कि मैं बाथरूम में ही अपनी उंगली से झाड़ रही थी और मेरा भाई सोच रहा था कि मैं ज़ख़्मी हो गयी हूँ. मैं झट से नहा कर टवल लपेट कर बाहर निकली. मैने पहले चूत के कट पर आफ्टर शेव लोशन लगा लिया था.” मुझे कुच्छ नहीं हुआ, राजू. हम दोनो आज राजा भैया के घर चलेंगे, ठीक है? तुम वहाँ खेल लेना और मैं राजा से किताबें ले लूँगी.” राजू खुश हो गया और जल्दी से नहाने लगा. मेरी नज़र जब बाथरूम में पड़ी तो देखा कि राजू का लंड भी कोई 5 इंच का हो चुका था और मेरा भाई उसको मसल रहा था. इसका मतलब है के साला कुच्छ दिन में ये भी चोदने लायक हो जाएगा!
अभी हम घर पर ही थे कि बारिश शुरू हो गयी. मेरा दिल करता था कि कब बारिश रुके और मैं अपने राजा के पास चली जायूं. मेरी चूत राजा के लंड को तरस रही थी. तभी मेरा भाई आया और मेरे चूतड़ पर थप्पड़ मारता हुआ बोला”दीदी, आपको राजा भैया अच्छे लगते हैं? मुझे तो बहुत अच्छे लगते हैं. चलो ना उनके घर चलें, बारिश में भीग गये तो क्या है, चलो दीदी, चलें. मैं उनकी नयी वीडियो गेम खेलना चाहता हूँ. तुम किताब पढ़ लेना, चलो दीदी, चलो” मैं तो शायद राजू को कह देती की बारिश रुकने दो लेकिन मेरी चूत कुच्छ और ही कह रही थी. वो चिल्ला रही थे,” नंदिनी, साली यहाँ क्या कर रही जब तेरा चोदु राजा भैया घर पर तेरा इंतज़ार कर रहा है. चल जा कर अपनी चूत को उसके लंड से भर ले, नंदिनी!” खैर हम राजा के घर पहुच गये लेकिन भीग कर. मैने मल मल की कुरती और पाजामा पहना हुआ था जिसके नीचे मेरी चूत और चुचि फड़ फाडा रही थी.
राजा मुझे देखते ही मुस्कुरा पड़ा.”कैसी हैं नंदिनी दीदी?” मैने शर्मा कर नज़रें झुका ली.” बस ठीक हूँ भैया” और क्या कहती कि”राजा भैया आपके लंड की याद में सारी रात तड़पति रही और सुबह होते ही फिर चुदवाने आ गयी?” लेकिन राजा मेरी हालत समझ सकता था. वो जल्दी से बोला” राजू, तुम चलो टीवी पर नयी गेम खेलो. और दीदी, मेरे पास कुच्छ नयी किताबें है आपके लिए. राजू हम दोनो पढ़ने लगे हैं, इस लिए हम को डिस्टर्ब मत करना. ओके?” राजू टीवी वाले कमरे में दौड़ गया. राजा ने मेरा भीगा हुआ बदन देखा और आगे बढ़ कर मुझे कंधों से पकड़ लिया. मेरी भीगी कुरती से मेरी चुचि सॉफ दिख रही थी. राजा ने मेरी चुचि को कस कर दबोच लिया. मैं कामुक सिसकी लेती हुई उसके जिस्म से चिपक गयी,” ओह्ह्ह्ह राजा….तेरे बिन नहीं रहा जाता…..तेरी याद सारी रात सताती रही मुझे….राजा तुझे मेरी याद नहीं आई क्या?”
“राजा को तेरी याद भी आई और तेरी चूत की भी, दीदी? सवेरे से दो बार मूठ मार चुका हूँ, दीदी. सच बतायो नंदिनी, तुझे भी चुदवाने की इच्छा सता रही थी या नहीं? तेरी कड़ी चुचि बता रही है कि तुम भी चुदासि हो लंड की” राजा मेरी कुरती उतारते हुए बोला. मैं उसके शब्द सुन कर बहुत उतेज़ित होने लगी थी. मैने शरमाते हुए राजा को अपने सपने के बारे में बताया जिसमे मुझे बहुत से लंड नज़र आए थे और किस तरह मेरे नंगे जिस्म पर रेंग रहे थे और मेरे होंठों को, मेरी चूत और गांद को चोद रहे थे. राजा सुन कर जोश में आ गया और मेरी चूत को पाजामे के अप्पर से रगड़ने लगा. उसने मेरा नाडा खोल दिया और मुझे मदरजात नंगी कर दिया.
‘ वाह नंदिनी, आज तो अभी अभी शेव की है तुमने अपनी चूत! इसको चखने में मज़ा आए गा. तुम बिस्तर पर चलो मैं अभी आता हूँ. आज तुझे बहुत मज़ा देने वाला हूँ. तेरा रात वाला सपना सच करने वाला हूँ.” राजा दूसरे कमरे में जा कर किसी को फोन करने लगा.” हां यार आधे घंटे में आ जाना बेह्न्चोद, मस्त माल है….ओह बेह्न्चोद तुझे अपना जीजा बनाने का इरादा है, मदेर्चोद, जल्दी कर.
थोड़ी देर में वो फोन रख कर आया और उसके हाथ में दो ग्लास थे जिनमे कोक था.” राजा, ये क्या है? मुझे कॉक नहीं पीना है. इतनी सुभह मैं कोक नहीं पीती.” वो हंस कर बोला,” राजा नहीं, नंदिनी दीदी, राजा भैया कह कर पुकारो मुझे. तुमने ही तो कहा था कि सब के सामने एक दूसरे को भाई और बेहन बोलेंगे. और ये कोक जादू का कोक है, अगर यकीन नहीं है तो पी कर देख लेना. इसको पी कर तेरी कॉक की भूख जागृत हो जाएगी. अब बोलो, तुझे कॉक चाहिए या नहीं?” उसने ज़बरदस्ती मेरे मूह से ग्लास लगा कर मुझे दो घूँट पीला दिए. ग्लास से गंदी से स्मेल आई और कड़वा टेस्ट. जैसे ही कोक मेरे गले से नीचे उत्तरा, मेरे पेट में एक आग सी लगती चली गयी.” भैया इसमे क्या मिलाया है तुमने राजा? इसने तो मुझे जला डाला”
राजा ने भी कॉक पिया और फिर बोला,”नंदिनी बेहन, इसमे शराब है. शराब के साथ शबाब का मज़ा दोगुना हो जाता है. आज तुम वो मज़ा लोगि जो आज तक नहीं लिया. तुम ग्लास खाली करो और चुप चाप टाँगें खोल कर लेट जाओ और फिर देखो राजा भैया के चमत्कार.” मैने ग्लास ख़त्म किया और जैसे राजा बोला, लेट गयी. शराब का नशा मेरे दिमाग़ पर चढ़ा और उसकी आग सीधी मेरी चूत के होल में लगी. राजा भैया ने मुझे खींच कर बिस्तर के कोने पर लिटा दिया जिस से मेरे चूतड़ पलंग के किनारे पर पहुँच गये. राजा मेरी जाँघो के बीच आ गया और झुक कर मेरी चूत चाटने लगा,” आह भैया, चातो मेरी चूत को, साली ये तो पहले ही पानी पानी हो रही है तेरे लंड के लिए” मैं सिसकारी लेती हुई बोली.
राजा ने अपनी ज़ुबान मेरी चूत में घुसा दी और मेरे चूतदों के नीचे अपने हाथ रख कर उप्पेर उठा दिया. उसकी उंगलियाँ मेरी गांद से टकरा गयी तो मेरी उतेज्ना तीन गुना हो गयी. राजा ने मेरी चूत का सारा भाग चूमा, चटा और अपनी एक उंगली को मेरी गांद पर रगड़ना जारी रखा.’ आहह राजा भैया….मेरी गांद को मत छुओ भाई, इसको छ्चोड़ दो…..मेरो चूत जल रही है…इसको खूब चॅटो भैया.’ मैने उसको रोका. लेकिन उसने अपनी उंगली पर क्रीम लगा कर मेरी गांद को चोदना शुरू कर दिया. क्रीम लगने से उंगली आसानी से गांद में घुस गयी और मैने भी विरोध बंद कर दिया. कुच्छ देर में उसने गांद में एक और उंगली डाल दी. मुझे दर्द हुआ तो राजा जा कर दो और ग्लास ले आया और मुझे ज़बरदस्ती पिलाने लगा. मुझे पर नशा चढ़ चुका था किओं की मैने पहले कभी शराब नहीं पी थी.
“अब मेरी रंडी नंदिनी बेहन को लंड चूसने की इच्छा हो रही है, ठीक है? चल चूस ले मेरी बहना, मेरा लंड तेरा ही तो है.” राजा बोला और शराब के नशे में मुझे रंडी कहे जाने का भी गुस्सा नहीं लगा. मैने झुक कर राजा का लंड मूह में डाल लिया. मैं उसका लंड चूसने लगी और वो मेरी गांद को सहलाने लगा. मेरी गांद दरवाज़े की तरफ थी और मेरा मूह उसके लंड पर उप्पेर नीचे हो रहा था कि अचानक किसी ने दरवाज़े पर लात मारी और दरवाज़ा खुल गया. मैने घबरा कर लंड मूह से निकाल दिया और दरवाज़े की तरफ देखा तो मेरी आँखें फटी की फटी रह गयी. दरवाज़े पर एक हॅटा कॅटा लड़का खड़ा था जो एक पहलवान लगता था. उसका कद कम से कम 6 फीट का होगा और वो मुस्कुरा रहा था.
“अर्ररे राजा, साले बेह्न्चोद, ये क्या हो रहा है? बड़े मज़े से लंड चुस्वा रहा है इस रंडी से. हम को भूल गया मदेर्चोद? हम दोनो मिल बाँट कर खाते हैं हैं और चोद्ते हैं तो आज क्या बात हुई?” मैं घबरा कर राजा से लिपट गयी,” राजा भैया, ये कौन है? भैया तुमने दरवाज़ा बंद नहीं किया था?” मैने पूछा तो अजनबी हंस पड़ा” ओह तो ये तेरी जान है, साले? अगर तुम दोनो ये सब करते हो तो राजा मुझे अपना पार्टनर समझो. ऐसी मक्खन जैसी चूत ले कर च्छूपा बैठा है, साले, अपने भाई का ख्याल नहीं आया? और मेरी पत्नी, तेरा नाम क्या है रानी?” राजा गुस्सा होने की बजाए मुस्कुराने लगा,” नंदिनी दीदी, जैसे हम भाई और बेहन हैं, इस्सको अपना भाई बना लो. ये मेरा दोस्त ज़कु है. इस से कोई बात च्छूपी नहीं है, दीदी, आज हम दोनो दोस्त तेरी चूत और गांद की तस्सली करवाने वाले हैं. किओं भाई, माल कैसा लगा?”
मैं कुच्छ नहीं समझी. राजा ने मुझे जान बुझ कर अपने दोस्त के सामने भेंट किया था. आज राजा ने मेरे साथ विश्वासघात किया था. मेरा दिमाग़ सुध बुध खो बैठा. ज़कु भी अपने कपड़े उतारने लगा. उस मदेर्चोद का लंड कम से कम 8 इंच का था और मोटा भी बहुत था. वो मुझे बालों से पकड़ कर खींचता हुआ बोला,” रंडी, अब मेरा लोड्ा चूस जैसे अपने भैया का चूस रही थी. मैं तेरा पति हूँ और राजा मेरा भाई. हम दोनो मिल कर तुझे जान्नत ना दिखा दें तो मुझे कहना” नशे में मुझे अपनी ज़िल्लत भी अच्छी लगी किओं के मैं बे-इंतेहा चुदासि हो चुकी थी. जब मेरा यार राजा ही हरामी है तो क़िस्सी से क्या शिकायत करनी?
मैं झुक कर अब ज़कु के लंड को चूसने लगी. ज़कु ने भी अपनी झांते शेव की हुई थी और उसके लंड से मुझे एक भीनी खुश्बू आ रही थी. मैने भी शरम छ्चोड़ कर पूरी बेशर्मी से उसके लंड को उप्पेर से नीचे तक अपनी ज़ुबान से चॅटा, उसस्के अंडकोषों पर ज़ुबान फेरी और उसकी गांद में उंगली घुसेड डाली. उतेज्ना से ज़कु तो फुदकने लगा,” वाह मेरी बीवी, वाह रंडी, तू तो बहुत बड़ी रंडी है, साली क्या लंड चुस्ती है. तेरी मा को चोदु, मैं झाड़ रहा हूँ, मेरी जान!” कहते ही ज़कु के लंड ने पूछकारी छ्चोड़ दी जो मेरे होंठों पर और चुचि पर जा गिरी.
अब राजा से बदला लेने की बारी थी,” राजा भैया, आपके दोस्त ने तो पिचकारी छ्चोड़ दी मेरे मूह पर और मेरी चुचि पर, इसको चट कर साफ कर दो ना, प्लीज़, राजा भैया. ज़कु, मेरे मालिक, अपने दोस्त से कहो ना मेरे होंठों और चुचिओ से आपका माल सॉफ कर दे.” मैने कहा तो ज़कु ने राजा की तरफ रौब से देखा. राजा शायद ज़कु से डरता था. वो एक दम से मेरी चुचि से लंड रस चाटने लगा. शकल से लगता था कि राजा को ये करना अच्छा नहीं लगता था लेकिन मज़बूरी में करना पड़ रहा था. मैं जान बुझ कर राजा को चिडाने के लिए कहा” शाबाश राजा भैया, आपके दोस्त के लंड का रस कैसा है, टेस्टी है ना? चट लो भैया, हो सकता है जिज़्जु आप से खुश हो कर आपको अपनी बेहन को चोदने का मौका भी दे दें” अगर राजा मुझे अपने दोस्त के साथ शेर करना चाहता है तो फिर वो वाकई ही अपनी बेहन को शेर करे.
जब राजा सब कुच्छ चाट चुका था तो मैने ज़कु को नीचे लिटा दिया और उप्पेर चढ़ कर उसके लंड पर अपनी चूत रगड़ने लगी,” ज़कु, मेरे मालिक अब तो अपनी बीवी को चोद सकोगे या नहीं? पहली बारी में तो मूह में ही झाड़ गये थे, अगर मर्द हो तो अब चूत में झाड़ कर बतायो. बहनचोद औरत की चूत चोदने के लिए होती है, ना कि उसका मूह, अब खड़ा करो और चोदो मुझे अगर आगे से मुझे पत्नी कहना है तो.” मैने ज़कु को भी उकसाने की कोशिश की. मेरी चुचि उसके मूह के पास लटक रही थी. उसने मेरे निपल को मूह में ले लिया और नीचे से उसका लंड मेरी चूत के दरवाज़े पर दस्तक दे रहा था. मैने उसको और छेड़ा,” ज़कु, बेटा, शाबाश, मम्मी की चुचि चूस रहे हो? चूसो बेटा, पी लो मम्मी का दूध.”
ज़कु तिलमिला उठा और उसने मेरे चूतड़ कस कर थाम लिया और मुझे अपने लंड पर गिरा दिया. उसका हलब्बी लंड एक ही झटके में मेरी चूत में घुस्स गया. मेरी चूत पहले ही अपन जूस से चिकनी हो चुकी थी. मैने उप्पेर से झटके मारते हुए चुदवाना शुरू कर दिया. उसका मोटा लंड मुझे बहुत मज़ा दे रहा था,” राजा भाई, देख तेरा दोस्त तेरी बेहन को ठीक से चोद रहा है ना? अपनी रान्ड को चुदते हुए देख कर मेरा बालमा मज़े ले रहा है ना? राजा भाई, तुमने मुझे अपने दोस्त को तोहफे के रूप में देकर साबित कर दिया है कि तुम अपनी बीबी के दलाल हो. अपनी बीबी के नंगे जिस्म से लंड खड़ा हो रहा है ना तेरा. अपने दोस्त के लंड का रस पीने वाले नमार्द साले देख क्या हो रहा है? अब चोद ले अपनी बेहन की गांद भी साले”
राजा अपनी बे-इज़्ज़ती को भूल कर मेरे पीछे जा खड़ा हुआ और मेरी गांद चाटने लगा. फिर उस्णे मेरी गांद पर अपना लंड टीका दिया और उस्खो अंदर धकेलने लगा. क्रीम लगी होने के कारण लंड घुसने में कोई खास परेशानी नहीं हुई और नंदिनी रंडी करने लगी दो दो लंडो से डबल चुदाई. नंदिनी साली का सॅंडविच बना हुआ था और ज़कु नीचे से और राजा उप्पेर से मेरी चुदाई कर रहे थे. राजा ने ठीक कहा था, ऐसी चुदाई का मज़ा औरत को रोज़ रोज नहीं मिलता. शराब का नशा और ज़कु और राजा के लंड मुझे जन्नत की सैर करवा रहे थे. मुझे नहीं याद की कितनी देर चुदति रही मैं, कितनी देर दोनो मर्द मुझे नोचते रहे. लेकिन मज़ा बहुत मिला मुझे. पहले झड़ने वाला राजा था जो हाँफ रहा था और मेरी गांद चोद रहा था,” ओह्ह्ह्ह ज़ाआन, मैं झाड़ा…..तुम चोद्ते रहो मेरी नंदिनी दीदी को…बहुत बड़ी गश्ती है आपकी बीवी……मुझे बहुत मज़ा देती है साली….ओह ज़कु चोद मेरी रान्ड को.”
ज़कु ने मुझे अपने सीने से चिपका लिया और चोदने लगा. मेरी चूत अंदर भी लावा फूटने को था. मैं ज़ोर ज़ोर से ज़कु के लंड पर चूत मार रही थी.” ऊऊओह नंदिनी……मैं झार रहा हूऊऊ……अहह मैं झराअ” मेरी चूत का बुरा हाल था, रस नदी के समान बह रहा था.” मैं भी गइईई मालिक…मेरी चूत झड़ीईई” बस दोस्तो उसके बाद तो मुझे चुदाइ का ऐसा चस्का लगा की मैने अपने मुहल्ले का कोई भी जवान लंड नही छोड़ा जिससे मैने ना चुदवाया हो
समाप्त.................
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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