FUN-MAZA-MASTI
दोस्तो मेरा नाम सोनिया है। और में अपनी उम्र नही बताउंगी वैसे तो आप सभी मेरी उम्र मेरी कहानी पढ़ कर समझ जाएगे। में एक शादीशुदा लड़की हूँ। मेरा ससुराल दिल्ली शहर की एक कॉलोनी मे है। और मेरा मायका भी कुछ ही दूरी पर है। अब में अपने बारे मे कुछ बताती हूँ। मैने लव मेरिज की है मेरी एक छोटी सी बच्ची भी है। पर मुझे देख कर कोई भी नही कह सकता की में एक बच्चे की माँ हूँ। में बहुत खूबसूरत हूँ। पर मेरा पति जो है वो उतना ही बदसूरत है देखने मे। पता नही मैने कैसे उनसे लव मेरिज कर ली। अब में बहुत पछता रही हूँ। उससे शादी करने के बाद से उसके साथ कही भी जाने मे मुझे शरम आती है। मेरे पति की कटिंग की दुकान है उसका नाम देवेन्द्र है।
अब इन सब बातो पर ज़्यादा वक़्त ना बर्बाद करते हुए में अपनी स्टोरी पर आती हूँ। बात आज से कुछ साल पहले की है। जब में किसी शोपिंग माल मे काम करती थी। तब वहाँ पर मेरी दोस्ती एक लड़के से हो गई थी। वो मुझे बहुत अच्छा लगा में उसे पसंद करती थी। लेकिन में तो देवेन्द्र से प्यार करती थी। पर मुझे ना जाने कैसे उस लड़के से प्यार हो गया। और मेरा झुकाव देवेन्द्र की तरफ कम हो गया। वो लड़का जो मेरे साथ काम करता था। वो भी मुझे बहुत पसंद करता था।शादी से पहले का प्यार
दोस्तो मेरा नाम सोनिया है। और में अपनी उम्र नही बताउंगी वैसे तो आप सभी मेरी उम्र मेरी कहानी पढ़ कर समझ जाएगे। में एक शादीशुदा लड़की हूँ। मेरा ससुराल दिल्ली शहर की एक कॉलोनी मे है। और मेरा मायका भी कुछ ही दूरी पर है। अब में अपने बारे मे कुछ बताती हूँ। मैने लव मेरिज की है मेरी एक छोटी सी बच्ची भी है। पर मुझे देख कर कोई भी नही कह सकता की में एक बच्चे की माँ हूँ। में बहुत खूबसूरत हूँ। पर मेरा पति जो है वो उतना ही बदसूरत है देखने मे। पता नही मैने कैसे उनसे लव मेरिज कर ली। अब में बहुत पछता रही हूँ। उससे शादी करने के बाद से उसके साथ कही भी जाने मे मुझे शरम आती है। मेरे पति की कटिंग की दुकान है उसका नाम देवेन्द्र है।
कुछ दिन बस ऐसा ही चलता रहा। एक दिन उसने मुझसे कहा की में तुम से बहुत प्यार करता हूँ। लेकिन मैने उसे कोई जवाब नही दिया। वो मुझे रोज प्यार भारी नज़रो से देखता था। मुझसे अब रहा नही गया अब मैने उसे हाँ कह दिया। हम दोनो साथ मे काम करते थे। इस वजह से हम लोगो के उपर मेरे पति को बिलकुल भी शक नही होता था। कुछ दिन ऐसे ही बीत गये एक दिन काम ख़त्म होने के बाद उस लड़के ने मुझे अपने घर चलने को कहा पहले तो मैने मना किया फिर उसके कहने पर मैने हा कह दिया।
में उसके साथ उसके घर पर चली गयी। उसने मुझे वहाँ पर चाय बनाकर पिलाई। हम दोनो ने साथ मे बैठ कर चाय पी उसके बाद उसने अचानक मेरा हाथ पकड़ लिया। में तो डर ही गयी पर उसका हाथ पकड़ना मुझे बहुत अच्छा लगा। वो मेरा हाथ पकड़ कर बहुत देर तक बैठा रहा। और मुझे प्यार भरी नजरों से देखता रहा। उसके ऐसे देखने से मुझे कुछ देर बाद कुछ कुछ होने लगा। मुझसे अब रहा नही गया में उससे लिपट गयी।
उसने भी मुझे कस कर अपनी बाँहों मे जकड़ लिया। मेरी चुचियां उसके सीने से टच हो रही थी। हम दोनो का सुरूर बढ़ता जा रहा था। ना तो उससे रहा जा रहा ना तो मुझसे। वो अपनी पकड़ बडाता जा रहा था। फिर वो मेरे लिप्स पर किस करने लगा। वो मेरे होंठो को चूसता जा रहा था। अब में भी उसका पूरा अच्छे से साथ दे रही थी। एका एक मेरा हाथ उसकी पैंट की ज़िप पर चला गया। उसका लंड एक दम लम्बा और कड़क हो गया था।
मैने उसके लंड को पेंट से बाहर कर दिया। वो तन कर 7 इंच का लम्बे सांप की तरह हो गया था। में तो उसका लंड देख कर पागल हुई जा रही थी। अचानक उसका हाथ मेरे बूब्स पर चला गया वो उन्हें पागलो की तरह दबाए जा रहा था। उससे भी रहा नही गया उसने धीरे धीरे मेरे सारे कपड़े उतार दिये। अब में सिर्फ़ पेंटी और ब्रा मे थी। उसने पहले मेरी ब्रा उतार दी और फिर वो मेरी निप्पल को बुरी तरह चूसता जा रहा था। और मेरे मुहं से सिसकिया निकाल रही थी। अया आआआः में कहे जा रही थी चूसो और ज़ोर से चूसो। उसके चूसने पर मुझे बहुत मज़ा आ रहा था क्योकि आज से पहले मेरे पति ने कभी मेरे बूब्स नही चूसे लेकिन आज मेरे दोस्त के चूसने पर मुझे कुछ होने लगा।
उसने करीबन 15 मिनट तक वो मेरी चुचियों को चूसता रहा। मेरे बूब्स को चूसते हुए उसने अपना एक हाथ मेरी पेंटी मे डाल दिया। तब तक मेरी पेंटी गीली हो चुकी थी। उसमें से पानी टपक रहा था। अब वो मेरी चूत मे उंगलियां डालने लगा मुझे थोड़ा सा दर्द हुआ। लेकिन बहुत अच्छा लग रहा था। मेरे मूह से अजीब अजीब सी अवाज़े आ रही थी। उूउउंम फिर उसने मेरी पेंटी उतार दी मेरी चूत देख कर तो वो पागल सा हुआ जा रहा था। मेरी चूत तो ऐसी है की कोई भी लड़का हो या लड़की मेरा चूत चाटने लगेगी और हर एक लड़का मेरी चूत चोदना चाहेगा। फिर उसने मेरी चूत को पागल कुत्ते की तरह चाटना शुरू कर दिया। फिर कुछ देर बाद हम दोनो 69 के पोज मे आ गये वो मेरी चूत चाट रहा था। और में उसका लंड चूस रही थी बहुत मज़ा आ रहा था लंड चूसने मे मुझे।
मुझसे अब रहा नही जा रहा था। मैने उससे कहा अब ज़्यादा ना तड़पाओ चोदो मुझे अब ज़्यादा ना तड़पाओ। फिर उसने अपना लंड मेरे मुहं से निकाल कर मेरी चूत के मुहं पर रगड़ने लगा।
मुझसे रहा नही गया तो मैने कहा हनी अब इतना भी ना तड़पाओ फाड़ दो मेरी चूत को बना दो मुझे रंडी। फिर उसने मेरी चूत के छेद पर अपना लंड रख कर एक ज़ोरदार झटका मार दिया। मेरे मुहं से चीख निकाल पड़ी और वो मुझे किस करने लगा। अब वो धीरे धीरे लंड को अंदर बाहर करने लगा। मेरे कहने पर उसने रफ्तार बड़ा दी अब वो बिना रुके तेज रफ्तार से मुझे चोदे जा रहा था। आज मुझे लगा था की इस चुदाई से वो मेरी चूत फाड़ देगा चूत पर हाथ लगाने से मालूम पड़ा की चूत से खून निकल रहा था। उसने लगातार 15 मिनट तक मुझे चोदा। मे इस बीच में दो बार झड़ चुकी थी। अब वो भी कुछ समय के बाद झड़ने वाला था। तो उसने मुझसे पूछा वीर्य बाहर निकालू तो मैने कहा नही अंदर ही अपना पूरा वीर्य निकाल दो।
उसने अपना सारा वीर्य मेरी चूत मे ही निकाल दिया। फिर हम लोग कुछ देर बिना हिले इसी तरह पड़े रहे। फिर में उठी फ्रेश हुई और उसके पास आकर बैठ गई उसने मुझे किस किया वो फिर से चोदना चाहता था। उसने मेरे कपड़े उतारे और मुझे हर जगह से चाटने लगा। अब वो मेरी चूत तक आ गया और चाट रहा था। मैने कहा की कल के लिये भी बाकी छोड़ो। और में कपड़े पहन कर अपने घर चली गयी। कुछ दिन बाद हम दोनो के अफेयर के बारे मे मेरे पति को पता चल गया। तो उसने मुझसे बहुत लड़ाई की मेरी नौकरी छुड़वा दी। में उससे कई बार चुदवा चुकी हूँ। क्योकि मेरे पति का लंड जो है उससे बहुत छोटा है। और वो मुझे उस तरह नही चोदता जैसे वो चोदता है। और में अपने पति के साथ खुश नही रह सकती हूँ।
उसके बाद मेरा कई लड़को से अफेयर चला। मै कई लड़को से चुदवा चुकी हूँ। उन सब के लंड के आगे मेरे पति का लंड सबसे खराब है। मुझे जब भी टाइम मिलता है। में किसी ना किसी फ्रेंड को फोन करके उससे बात कर के उसके पास चुदने चली जाती हूँ। मेरा पति भी दूसरी लड़कियो के चक्कर मे पड़ा रहता है। एक दिन तो मैने उससे फोन पर बात करते हुए सुना था की वो किसी की गांड भी मारता है। लेकिन उसका लंड तो बहुत छोटा है।
वो मेरी भी कई सहेलियों की गांड मार चुका है। मुझे लगता है की वो इसी लायक साले का लंड तो बड़ा नही है तो गांड ही तो मारेगा चूत नहीं। मेरा ससुर भी साला बहुत बड़ा चुदक्कड़ है। वो भी बहुत मुझको लाईन मरता रहता है। वो भी मौका ढूंढता रहता है की कब मुझे चोदे। दोस्तो ये मेरी रियल स्टोरी है जो मैने आप लोगो को बताई है।
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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