FUN-MAZA-MASTI
हाय दोस्तों, इस पर मेरी यह पहली स्टोरी है मेरा नाम राहुल है ओर में 20 साल का हूँ में अपनी माँ की ओर मेरी कहानी बताने जा रहा हूँ मेरी माँ का नाम आशा है। और ब्रा का साइज़ 34 वो बहुत ही सुन्दर हैं और मैं उनसे बहुत प्यार करता हूँ मेरी नियत कभी खराब नही थी लेकिन कुछ घटनाओ से मेरा नज़रिया बदल गया था। ये जब की बात है जब मेरी उम्र 19 साल की थी ओर मेरी माँ की 37 साल की थी.
मेरे घर में मेरी माँ ओर पापा और 2 बहने ही रहते है अब आता हूँ स्टोरी पर यह एक सच्ची घटना है बात अगस्त 2005 की हैं मैं 10 वी क्लास मे था उस दिन शनिवार था और मैं स्कूल से जल्दी आ गया था करीब 12.30 को माँ खाना बना रही थी और बड़ी बहने नहा रही थी पापा ऑफीस गये थे मम्मी ने सब कुछ काम ख़त्म किया और मुझे खाना दिया और टी.वी देखने लगी टी.वी देखते देखते मम्मी लेट गयी और थोड़ी देर बाद उन्हे नींद आ गयी करीब 2 बजे मैं किचन से निकल कर जब टी.वी रूम मे पहुँचा तो देखा की माँ का पेटीकोट उपर आ गया था घुटने तक और उनके पैर बहुत चिकने लग रहे थे मैं छोटा था पर मेरे मन मे पता नही क्या हुआ मुझे नशा सा आ गया मैं पास मे आकर देखने लगा मम्मी के गोरे गोरे पैर देख कर मुझसे रहा नही गया और उनकी साड़ी को और उपर उठाने लगा मुझे उनकी जाँघ दिख रही थी वो बहुत सेक्सी है मेरा पहली बार में फैल हो गया फिर कुछ दिनो तक यही चलता रहा मैं उन्हे सोते हुये सिर्फ़ देखता था. माँ के साथ सोने का मजा
हाय दोस्तों, इस पर मेरी यह पहली स्टोरी है मेरा नाम राहुल है ओर में 20 साल का हूँ में अपनी माँ की ओर मेरी कहानी बताने जा रहा हूँ मेरी माँ का नाम आशा है। और ब्रा का साइज़ 34 वो बहुत ही सुन्दर हैं और मैं उनसे बहुत प्यार करता हूँ मेरी नियत कभी खराब नही थी लेकिन कुछ घटनाओ से मेरा नज़रिया बदल गया था। ये जब की बात है जब मेरी उम्र 19 साल की थी ओर मेरी माँ की 37 साल की थी.
दूसरी घटना :- कुछ महीने बीत गये पापा को कुछ काम से बाहर जाना था घर पर मैं, मम्मी और बहने रहती थी दोनो बहने एक ही रूम मे सोती थी बात हैं मार्च 2006 की उस दिन लाइट गयी थी रात को करीब 10 बजे को सबने खाना खा लिया और सोने गये दोनो बहने अपने कमरे मे और माँ हॉल मे मैं भी हॉल मे ही लेटा था रात को 11 बजे होंगे मम्मी उठी और अपने रूम मे गयी 5 मिनिट मे वापस आई तो उन्होने साड़ी उतार दी थी शायद उन्हे गर्मी लग रही थी सिर्फ़ ब्लाउज और पेटीकोट मे आकर लेट गयी 1-2 घंटे बाद मम्मी सो चुकी थी.
मैं मम्मी के पास आकर लेट गया मैने झट से मम्मी की तरफ खिसकना शुरू किया और उनके पास जा सटा अब माँ उनकी आधी करवट ले के सोई हुई थी मैने हल्के हल्के अपना हाथ उनकी कमर पर रखा उनकी कमर मानो शीशे की तरह हो मेरा हाथ फिसला जा रहा था मैने कुछ देर तक अपना हाथ वैसे ही रखा रहा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था फिर मैने अपना हाथ उनके बूब्स पर रखा उनके बूब्स काफ़ी भरे भरे हुये हैं मम्मी अभी भी गहरी नींद मे थी फिर मैने अपने हाथो को उनकी जाँघो पर रखा वैसा अनुभव मुझे बहुत ही मदहोश कर रहा था थोड़ी देर तक मैने हाथ को उनकी जांघों पर ही रखा रहा अब मैंने हिम्मत करके अपने हाथ उनके पेटिकोट मे ले गया मुझे डर लग रहा था की अगर मम्मी की नींद खुल गयी तो क्या होगा पर मेरे सर पर मानो आज मम्मी से मज़ा लेने का भूत सवार था। में अपने हाथो को उनकी जांघों पर ले गया अहह क्या मुलायम थी उनकी जांघ रियली मुझे किस करने की इच्छा हुई.
मैं घर मे देख कर आया की कोई जाग तो नही रहा हैं सब कुछ देखने के बाद मैने लाइट बंद कर दी और मम्मी के पैर के पास टॉर्च लेकर बैठ गया अब मैं पेटीकोट उपर उठाने लगा मुझे मेरी मम्मी की हिप्स की लाइन्स दिखने लगी मैने हिम्मत करके पूरा हिप्स तक उठा दिया और हिप्स पर किस किया फिर मम्मी के बाजू मे लेट गया और मूठ मारने लगा जैसे ही फैल होने वाला था मैने मम्मी को पकड़ लिया और मम्मी जाग गयी और मुझे दूर कर दिया उन्हे लगा मैं नींद मे था मैं सो गया ऐसे ही चलता रहा मैं मम्मी को चुप चुप कर देखता था.
तीसरी घटना :- कुछ महीनो बाद सितम्बर मे घर पर मैं, मम्मी और पापा ही थे सुबह उठने के बाद हमने नाश्ता किया और मैं टी.वी देखने लगा और पापा कुछ देर बाद ऑफीस चले गये और मम्मी खाना बनाने लगी आज मम्मी ने लाइट ग्रीन साड़ी पहनी थी जिसमे वो बहुत अच्छी लग रही थी मैं बाथरूम मे टायलेट करने गया तो देखा मम्मी की दो ब्रा और पेटीकोट रखा था मम्मी ऐसे कभी नही रखती थी सिर्फ़ ब्रा और पेटीकोट ही था मैने सोचा की मम्मी पेंटी नही पहनती क्या मैं बहुत दिनो से माँ को नहाते हुये देखना चाहता था आज घर पर कोई था भी नही मैने दरवाजे के कॉर्नर पर एक छेद कर दिया और मैं बाहर आ गया 30 मिनिट के बाद मम्मी ने खाने के लिये पूछा तो मैने कहा की अभी नही आप नहा लो आने के बाद दे देना उन्होने कहा की मुझे आज काफी वक्त लगेगा आज बहुत कपड़े हैं मैने कहा तुम जाओ मुझे जब भूख लगेगी तब मैं ले लूँगा मम्मी बोली ठीक हैं.
मम्मी बेडरूम मे कपड़े लेने गयी मैं किचन मे पानी पीने गया पानी पीते वक़्त मम्मी बेडरूम से आई और बाथरूम मे गयी मैं बाथरूम के पास गया और छेद से देखने लगा मैं मम्मी को साफ देख सकता था मम्मी ने नल चालू किया और अपने कपड़े उतारने लगी पहले साड़ी उतारी फिर ब्लाउज अब मम्मी सिर्फ़ ब्रा और पेटीकोट मे थी आज उन्होने वाइट कलर की ब्रा पहनी थी ब्रा उतारने के बाद उन्होने पेटीकोट को अपने बूब्स के उपर बांध लिया और कपड़े धोने लगी मैं लगातार मम्मी को देखता जा रहा था मैने 2 बार मूठ मारा उन्हे 1-2 घंटा लगा नहाने मे मैं पूरी तरह से उन्हे नंगी नही देख पाया था लेकिन मैं देखना चाहता था जब भी घर पर कोई नही होता था तो मैं उन्हे नहाते हुये देखता था.
चोथी घटना :- 2 साल बीत गये मैं माँ को नहाते देखता और मूठ मारता हूँ मुझे और कोई औरत अच्छी नही लगती थी। एक बार की बात हैं दिन था 2 फरवरी 2008 पापा घर से बाहर थे कुछ दिनो के लिये दोनो बहने गावं गयी थी मैं और मम्मी अकेले थे दिन भर उन्होने टी.वी देखा और शाम को खाना बनाने लगी मेरे मन मे बहुत दिनो से था की मम्मी की चूत देखना हैं मैं शाम को मेडिकल स्टोर गया और नींद की गोली माँगी पर मेडिकल वाला नही दे रहा था। बहुत रिक्वेस्ट करने पर 3 गोलिया दी मैं घर आया और टी.वी देखने लगा करीब 8 बजे खाना खाया और हम दोनो टी.वी देखने लगे 9 बज रहे थे.
मैंने मम्मी से कहा की कोल्ड ड्रिंक लोगी तो मम्मी ने कहा की हाँ ठीक हैं पर थोड़ा ही देना मैं किचन मे गया और कोल्ड ड्रिंक मे 2 नींद की गोली डाल दी और मम्मी को दे दी मम्मी ने पीते वक़्त कहा की कड़वा लग रहा हैं मैने कुछ नही कहा अब माँ लेट कर टी.वी देखने लगी मैं भी सोफे पर बैठा था मम्मी ने उस दिन पिंक कलर की साड़ी पहनी थी मैं बाथरूम गया 20 मिनिट के बाद आकर देखा तो मम्मी की आँख लग गयी थी टी.वी चल रहा था मैं मन ही मन खुश हुआ और थोड़ा और वेट किया फिर मैं माँ के पास आया और उन्हे जगाने की कोशिश करने लगा मेरे बहुत कोशिश करने पर भी वो नही उठी मेरी दिल की धड़कन बड़ गयी थी मैने सोचा की जो मैं करने जा रहा हूँ क्या वो सही हैं फिर मैने सोचा की मैं तो सिर्फ़ देखना चाहता हूँ मैं मम्मी के पैरो के पास बैठ गया उनकी दोनो टाँगे फैली थी मैं धीरे धीरे साड़ी उठाने लगा.
मेरी दिल की धड़कन तेज़ हो गयी थी घुटने तक साड़ी उठाने के बाद मैने पेटिकोट उठाया तो मम्मी की चूत मेरे सामने थी आहह मम्मी ने अंडरवेयर नही पहनी थी और चूत के छोटे बाल साफ दिख रहे थे मैं पागल सा हो गया मैंने चेक करने के लिये मम्मी को हिलाया पर वो कोई हरकत नही दे रही थी मैने धीरे से पल्लू हटाया उनके बड़े बड़े बूब्स (दूध) दिख रहे थे और गोरे पेट को देख रहा था साड़ी घुटनो तक थी आप सोच सकते हैं वो सीन कैसा होगा मैं आउट ऑफ कंट्रोल हो गया था तभी मैं मम्मी के पास आकर उनका पेट पकड़ कर लेट गया और पल्लू को हटा दिया अब मैं मम्मी के बड़े बड़े बूब्स साफ देख सकता था मम्मी के इतनी गहरी नींद में होने के बाद भी मैं डर रहा था पर मैने हिम्मत करके मम्मी के बूब्स पर हाथ रख दिया.
अब मेरा हौसला बड़ने लगा था मैने मम्मी को हिलाया असल मे मैं मम्मी की हिप्स देखना चाहता था मैने उन्हे एक साइड मे कर दिया उन्होने पिंक ब्लाउज के अंदर काली ब्रा पहनी थी मैने उनके कंधे पर हल्का सा किस किया और ब्लाउज का कोना सरकाया और मुझे मम्मी की ब्रा की स्ट्रीप दिखी उनकी बॉडी सफेद बॉडी पर काली ब्रा बहुत ही अच्छी लग रही थी मैं ब्रा देख कर पागल हो गया मैं उनकी पीट पर किस करने लगा किस करने के बाद मैं बेड से नीचे आया और उनकी साड़ी धीरे धीरे उठाने लगा पूरी उनकी हिप्स तक उठा दिया अब मैं उनकी हिप्स साफ–साफ देख सकता था बहुत ही भरी हुई थी मैने सोचा पापा कितने लकी हैं उन्हे मेरी मम्मी मिली मैने उनकी हिप्स को किस किया और फोटो भी खीचे.
फिर कमर पर, गर्दन पर, पेट पर हर जगह किस किया उस रात मैं 2 घंटो तक मम्मी के पास रहा और उन्हे देखता रहा मैने 4 बार मूठ मारा फिर मम्मी को सही पोज़िशन मे करके सो गया मैने उनके साथ कुछ ग़लत नही किया हमारे रीलेशन नॉर्मल हैं मैं अभी भी उन्हे कभी कभी सोते हुये देखता हूँ और मैं इसे ग़लत नही मानता क्योकि मैने कुछ ग़लत नही किया और सभी लोगो के मन मे थोड़ा तो रहता हैं अपनी माँ की बॉडी देखकर सबके मन मे ख्याल आते हैं किसी के मन में ज़्यादा रहता हैं किसी मे कम मैं यही ख़त्म करता हूँ आगे अगर कुछ होगा तो मैं आपको बताऊंगा।
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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