Tuesday, September 1, 2015

FUN-MAZA-MASTI पराया पिया प्यारा लगे--3

FUN-MAZA-MASTI


पराया पिया प्यारा लगे--3



ये सब देख कर, मेरा यार और मस्ती में आ गया और तुम्हारी बीवी के चूत में और जल्दी जल्दी, अपना लण्ड अंदर बाहर करने लगा।
वो भी गाण्ड उछाल उछाल कर, चुदवाती रही।
काफ़ी देर की लगातार चुदाई के बाद, उसका लण्ड तुम्हारी बीवी की चूत में ही अपना पानी छोड़ने लगा।
इस पर वह और ज़्यादा मस्त हो कर, उस से और ज़ोर से चिपक गई।
अब उस की चूत ने भी पानी छोड़ना शुरू कर दिया।
दोनों काफ़ी देर तक, एक दूसरे से हाँफते हुए चिपके रहे फिर अलग हुए।
अब तुम्हारी बीवी ने अपनी चूत के, अगल बगल और मेरे यार के लण्ड के अगल बगल फैले चूत और लण्ड के मिश्रीत पानी को, चाट कर साफ़ करने का हुक्म मुझे दिया।
मैंने इनकार किया तो फिर मेरे पति से सब कुछ बता देने की धमकी देने लगी।
जिसके कारण, पहले उस की चूत को फिर अपने यार के लण्ड को चाट चाट कर मैं साफ़ करने लगी।
जब मैं अपने यार के लण्ड को चाट कर साफ़ कर रही थी तब नीरू मेरी चूत को फैला कर, मेरी चूत में अपनी जीभ डाल कर चाट रही थी।
मेरी चूत में चलती हुई उसकी जीभ का असर, मेरी चूत पर होने लगा।
मेरी फुददी, जो पहले से ही नीरू के चुदाई को देख देख कर पागल हो चुकी थी अब और ताव में आ गई।
उधर, मेरे यार के लण्ड पर भी मेरे मुँह का असर होने लगा।
उसका लण्ड फिर से खड़ा हो गया।
उसने फिर एक बार, मेरी चूत में अपना लण्ड डाल कर चोदना शुरू किया।
नीरू, अब मेरी गाण्ड सहला रही थी।
उसने मेरी गाण्ड में अपनी उंगली अंदर बाहर करना शुरू किया।
ये देख कर, मेरे यार के मन में ना जाने क्या आया की उसने मेरी चूत से अपना लण्ड निकाल कर मेरी गाण्ड में पेल दिया।
अब वो मेरी गाण्ड मार रहा था और झुक कर नीरू मेरी फुददी चाट रही थी और मेरा यार, अपनी जीभ से तुम्हारी बीवी की चूत चाट रहा था।
वो इतने ज़ोर से मेरी गाण्ड में अपना लण्ड पेल रहा था की लगता था मेरी गाण्ड फट जाएगी और मैं बेहोश हो जाउंगी।
मैं गिड गीडा कर उस से अपना लण्ड निकाल लेने को कहने लगी, जिस से उसे मुझ पर दया आ गई और उसने अपना लण्ड मेरी गाण्ड से खींच लिया।
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लेकिन, उसका लण्ड अब भी पुरे ताव में था इस लिए उसने तुम्हारी बीवी को कस के पकड़ते हुए उसकी गाण्ड में अपना लण्ड पेल दिया और ज़ोर ज़ोर से तुम्हारी बीवी की गाण्ड मारने लगा।
नीरू दर्द से छटपटाती रही, लेकिन बिना दया किए वो उसकी गाण्ड चोदता रहा।
अब उसका लण्ड तुम्हारी बीवी की गाण्ड में सटा सट अंदर बाहर हो रहा था।
नीरू भी अब मस्ती में आ चुकी थी और अपना चुत्तड़ हिला हिला कर, अपनी गाण्ड मरवा रही थी।
करीब दस पंद्रह मिनट तक लगातार तुम्हारी बीवी की गाण्ड में धक्का मारते मारते, उसने उसकी गाण्ड में ही अपना पानी छोड़ दिया।
फिर हम लोग, अपने अपने कपड़े पहन कर बैठ गये और बातें करने लगे तभी मेरे पति आ गये।
मैंने कहा अरे, भाभी ये सब बातें तो मुझे आज तक पता नहीं थी..! छीनाल की जनि, मेरे सामने सती साबित्री बनी रहती है और अकेले में गैर मर्द से अपना चूत ही नहीं गाण्ड भी चुदवाती है..! साली रंडी की गाण्ड में, जब भी मैं अपना लण्ड पेलने की कोशिश करता हूँ तो गुस्से में पागल हो जाती है..!
मिष्टी के मुँह से चुदाई और गाण्ड मरवाने की अपनी बीवी की कहानी सुन कर, मेरा लण्ड फिर से तैयार हो चुका था और मैं बोला आओ..! एक बार आप ही, अपनी गाण्ड मार लेने दो..!
उसने मेरे सामने घुटनों और कोहनी के बल झुक, गाण्ड हवा में उँची कर दी।
मैं उसके पीछे गया और उसकी मस्त गोल, गोरी, नरम गाण्ड फैला के उसके गाण्ड के छेद पर लण्ड का सुपाड़ा टीका दिया और मैं उसकी मस्त गाण्ड खूब मस्ती के साथ मारने लगा।
दस मिनट तक, मैंने उस की गाण्ड मारी और फिर उस की गाण्ड में झड़ गया।
मिष्टी भाभी की दस मिनट तक अच्छी तरह से गाण्ड मारकर, हम दोनों करवट के बल लेट गये।
बातों ही बातों में, मिष्टी एक और परदा खोलने लगी जैसा की मैं तुम्हें पहले भी बता चुकी हूँ की नीरू मेरी बहुत अच्छी सहेली है..! हम दोनों के बीच, किसी तरह की सीक्रेसी नहीं है..! हम अपनी अपनी चुदाई की कहानियाँ, एक दूसरे से अक्सर बताते रहते हैं..!
एक दूसरे की कहानी, सुनते सुनते कभी कभी हम उत्तेजित हो जाया करती हैं और एक दूसरे के बदन से चिपक कर एक दूसरे के गुप्तांगों को सहलाने, मसलने और चाटने लगते हैं।
एक दिन, ऐसे ही हम एक दूसरे के साथ मौज कर रहे थे।
मैं काफ़ी देर से उस की चूत को अपनी जीभ से सहला और चाट रही थी।
वो मेरी चूत में उंगलियाँ पेल रही थी। लेकिन, हमारी उत्तेजना शांत होने के बजाय और बढ़ते जा रही थी।
हमें किसी जवान मर्द के मोटे तगड़े लण्ड की जबरदस्त ज़रूरत महसूस होने लगी थी।
उसने कोई तरकीब निकालने को कहा।
थोड़ी देर के राय मशवरा के बाद, हम फेवा ताल (एक टूरिस्ट प्लेस, ..! में) की तरफ निकल पड़े।
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शाम का वक़्त था। इस समय अक्सर मनचले छोकरे ताल पर घूमने आई लड़कियों और औरतों को घूरते और कभी कभी, उन के साथ छेड़खानी करने का दुस्साहस करते पाए जाते थे।
हम दोनों ने वहाँ जाने से पहले, एक दूसरे को काफ़ी अच्छी तरह सज़ा संवार दिया था।
हम दोनों साड़ी ब्लाउज में थे।
हम ने बिना बाँह का लो-कट ब्लाउज पहन रखा था, जिस से हमारे पूरे पेट और कमर का हिस्सा नंगा तो था ही, लो कट ब्लाउज के बड़े गले से हमारी चूंचियों का काफ़ी हिस्सा नज़र आ रहा था।
ब्लाउज के कपड़े इतने महीन थे के उस में से हमारे ब्रा की सिलाई का एक एक धागा, साफ़ साफ़ नज़र आ रहा था।
साड़ी भी हम दोनों ने कमर के काफ़ी नीचे बाँध रखी थी।
जिस से हमारी खूबसूरत पेट और ढोंढी, साफ़ साफ़ नज़र आ रहे थे।
मैं पुरे यकीन से कह सकती हूँ के हमें इस पोज़ में देख कर किसी भी मर्द के लण्ड को हमें चोदने के लिए, व्याकुल हो जाना तो साधारण बात थी।
हम जैसी मनचली दूसरी लड़कियों का मन भी हमारी चूंचियों से खेलने और हमारे जवान अंगों से खेलने को हो सकता था।
हम झील के किनारे, इधर से उधर अपनी गाण्ड को मटकाते हुए किसी ऐसे मर्द की तालश में घूम रहे थे जो हमारे चूत की गरमी को अपने लण्ड से चोद चोद कर शांत कर सके।
अभी तक हमें कोई ऐसा मर्द नहीं दिखलाई दे रहा था।
शाम होने को थी।
हम मायूस होने लगे थे की आज कोई हमें चोद कर, हमारी जवानी की आग को शांत करने वाला नहीं मिलने वाला है।
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हम झील के किनारे, एक एकांत जगह पर एक दूसरे से सात बैठ गये और एक दूसरे के चूत को थप थापा कर सांत्वना दे रहे थे।
तभी एक हसीन जोड़ी, उसी तरफ आते हुए दिखाई दिया।
वो हम से कुछ ही दूरी पर आ कर, बैठ गये।
मर्द की उम्र, कोई 40-45 साल के आस पास होगी और उस के साथ आई लड़की की उम्र 17-18 के करीब रही होगी।
देखने में, वो दोनों बाप बेटी लग रहे थे।
लड़की देखने में काफ़ी खूबसूरत थी।
वो टाइट जीन्स में काफ़ी सेक्सी लग रही थी।
मर्द साधारण व्यक्तित्व का था।
हम ने उन के ऊपर, कोई ख़ास ध्यान नहीं दिया।
उन के हमारे करीब आ कर बैठ जाने से, हमें कुछ अच्छा नहीं लग रहा था क्यों की अब हम एक दूसरे से ना तो खुल कर चुदाई की बातें ही कर सकते थे और ना ही एक दूसरे के बदन के साथ छेड़खानी कर के आनंद ही उठा सकते थे.. इस लिए, हम वहाँ से झील के दूसरे किनारे की तरफ जाने के सल्लाह कर ही रहे थे की लड़की के खिल खिला कर हँसने की आवाज़ से, हम उन की तरफ आकर्षित हो गये..
वो मर्द, जो देखने में उस लड़की का बाप जैसा लग रहा था, वो हमारी उपस्थिति का ध्यान भी ना देते हुए, उस लड़की की चूचियों के साथ छेड़खानी कर रहा था।
यह सीन देख कर, मैंने तुम्हारी बीवी की चूची पर अपनी कोहनी से धक्का मारते हुए उधर देखने का इशारा किया।
वो खुद भी पहले से ही उधर देख रही थी।
वे लोग, हमारी तरफ बिल्कुल ध्यान दिए बिना अपने खेल में लगे रहे।
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अब उस मर्द ने उस लड़की को अपने गोद में खींच लिया था और उसके शर्ट के अंदर अपना हाथ डाल कर, उस लड़की की चूचियों से खेल रहा था।
वो लड़की, उस की गोद में बड़े अजीब ढंग से मचल मचल कर उस से अपनी चूचियों को मसलवा रही थी।
कुछ देर बाद, वो लड़की उसकी गोद से उतर कर उसके बगल में बैठ गई और उस मर्द के पैंट का ज़िपर खोलने लगी।
अब उस मर्द का लण्ड, उस के पैंट के बाहर उस लड़की के हाथ में झूल रहा था।
उस का लण्ड देख कर, मेरा दम घुटने लगा था,
उसके यार का साइज़, लगभग 10 इंच था।
इसे देख कर, नीरू आँह भरते हुए मेरे कानों के पास अपना मुँह लाकर बोली हाय!! मिष्टी, कितना लंबा और कैसा मोटा लण्ड है..! उसका, एक बार हमें मिलता तो मैं उस के लण्ड से अपनी चूत फाट्वा लेती..! वो लड़की तो बेहोश हो जाएगी, जब वो अपना पूरा लण्ड उसके नन्ही सी चूत में डालेगा..! इस के लण्ड से चूत फटवाने के बाद तो हम घोड़े से भी चुदवा सकती हैं, कोई उपाय सोचो इस के लण्ड से चुदवाने का, ऐसा लण्ड मैंने आज तक नहीं देखा है..!।
मैंने कहा मैं जैसा कह रही हूँ, वैसा करते जा..! वो खुद हमें चोदने को पागल हो जाएगा..!
और मैंने तुम्हारी बीवी की साड़ी उलट कर, उस की चूत पे अपना मुँह रख कर उस की चूत को अपनी जीभ से चाटने लगी।
वो अपने हाथों से, अपनी चूत फैलाए हुए थी।
हमें इस पोज़ में देख कर, वो मर्द उठ कर हमारी तरफ आने लगा और हमारे पास पहुँचते ही उस ने मेरी साड़ी को उलटा कर, मेरी गाण्ड में अपने उंगली घुसा दिया।
वो लड़की, तुम्हारी बीवी की चूची पकड़कर मसलने लगी।
थोड़ी देर तक, हम चारों ऐसे ही मस्ती लूटते रहे। फिर उस मर्द ने कहा अगर, तुम लोग पूरा मज़ा लेना चाहती हो तो हमारे साथ चलो
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मैंने कहा तुम्हारे साथ तो पहले से ही ये है, इसे चोदने के बाद क्या तुम हम दोनों की प्यास बुझा सकते हो..!
वो मर्द आजमा कर देखो, एक बार..! मुझ से चुदवाने के बाद, किसी और के लण्ड से तुम्हारी प्यास नहीं बुझेगी..! तुम दोनों के लिए, मैं अकेला काफ़ी हूँ परंतु अगर तुम लोग संभाल सकी तो मैं तुम दोनों की प्यासी चूत के लिए दर्जनों लड़कों का लाइन लगवा दूँगा..! हमारे ग्रूप में, हर उम्र के लड़के हैं जिन के पास हर साइज़ का लण्ड है..! हमारे ग्रूप में, 15 साल से लेकर 60 साल तक के चुड़क्कड़ मर्द हैं..! उनके लण्ड का साइज़ 4 इंच से लेकर 10 इंच लंबा तक है..! तुम जिस जिस को पसंद करोगी और जब तक चाहोगी, वो तुम्हें चोदते रहेंगे..! हमारे लड़के जवान से जवान लड़कियों की चूत से लेकर, बूढ़ी औरतों के फैले हुए भोस्डे तक को, पूरी तरह संतुष्ट करने का क़ाबलियत रखते हैं..!
मैं अच्छा चलो, एक बार आजमा कर देखते हैं की तुम्हारे और तुम्हारे लड़कों के लण्ड में कितनी ताक़त है..!
और वो हमें एक सुनसान इलाक़े में, एक सुनसान मकान के अंदर ले गया।












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