Friday, September 25, 2015

FUN-MAZA-MASTI भाभी ने कराई मेरी चुदाई--4

FUN-MAZA-MASTI



भाभी ने कराई मेरी चुदाई--4






26 फरबरी, 2010…
रोज़ की तरह, मैं आज भी उठी फ्रेश हुई और ब्रेकफास्ट बनाया।
फिर, राज भी उठा फ्रेश हुआ और हम ब्रेकफास्ट के लिए टेबल पर बैठ गये।
अभी ब्रेकफास्ट ख़त्म भी नहीं हुआ था के दरवाजा की बेल बजी।
यहाँ, कौन आ सकता हैमैंने घबराते हुए पूछा..
मेरे दोस्त आने वाले थेवोही होंगेराज वहाँ से उठा और दरवाजा की तरफ बढ़ा..
थोड़ी देर में, दो लड़के अंदर आ गये।
ये विक्की है और ये अकरमराज ने, मेरी तरफ बढ़ते हुए बोला..
मैंने उन दोनों को हल्की स्माइल दी और हायबोला..
फिर मैंने उन्हें ब्रेकफास्ट के लिए इन्वाइट किया पर उन्होंने मना कर दिया..
हम, ब्रेकफास्ट कर के आए हैंविक्की ने जवाब दिया..
मैंने ब्रेकफास्ट किया और किचन में प्लेट्स रखने गई और राज को भी बुलाया।
ये लोग यहाँ क्यों आए हैंमैंने राज से पूछा..
मेरी जान, तेरे साथ चुदाई करने आए हैंऔर क्या… – राज ने बहुत बेशर्मी से, बिना झिझके जवाब दिया..
तुम… … मेरी बात पूरी भी नहीं हुई थी के राज हॉल में चला गया।
मैं वहीं खड़ी रही।
मुझे पसीने आने लगे, बदन में कपकपी होने लगी।
मैं डरने लगीबहुत ज़्यादा, डरने लगी… …
 डॉली… … – राज ने, ज़ोर से आवाज़ दी..
मैं हॉल में आई, धीरे धीरे क़दमों से..
मेरे दिल में, बहुत से सवाल उठ रहे थे।
मैंने देखा के विक्की ने अपने शर्ट के अंदर से, एक सीडी बॉक्स निकाला और उस में से एक सीडी प्लेयर में डाली।
आ!! यहाँ बैठ, रंडी… – राज ने, सोफे की तरफ इशारा करते हुए कहा..
रंडीसुनके, मैं थोड़ा सदमे में आ गई..
लेकिन, मैं जा के बैठ गई।
सीडी शुरू हुई तो मेरे तो होश ही उड़ गये।
मैं बिस्तर पर, नंगी सोई हुई थी!! !! !! !!
विक्की और अकरम भी नंगे थे और राज शूट कर रहा था।
विक्की और अकरम, मेरे एक एक साइड में आ के लेट गये।
दोनों का हाथ, मेरे एक एक दूध पर था।
दोनों दूध दबा रहे थे और बीच बीच में, निपल्स चूस रहे थे।
यही चीज़, काफ़ी देर तक चलती रही।
फिर मेरे चेहरे का क्लोज अप था और फिर निपल्स का क्लोज अप और फिर मेरी चूत का।
अकरम ने मेरी चूत को, अपनी उंगलियो से फैलाया हुआ था।
पूरे टीवी स्क्रीन पर, मेरी चूत दिख रही थी।
और तो और, चूत फैला के छेद का भी क्लोज अप था।
मेरी चूत के ऊपर के तिल और शरीर के बाकी तिल पर भी क्लोज अप किया था।
दोनों ने मिल के, मुझे उल्टा किया और गाण्ड पर यहाँ तक की मेरी गाण्ड के छेद को चौड़ा करके, उसका क्लोज अप तक लिया।
यही सब, करीब एक घंटे तक चलता रहा।
मैं अब तक, सोफे पर जम चुकी थी.. टीवी को एकटक देखे जा रही थी और रोते जा रही थी..
क्यों कर रहे हो, मेरे साथ ये सब… – मैंने राज को देखते हुए पूछा..
मेरी आवाज़ भी ठीक से नहीं निकल रही थी।
राज ने टीवी बंद कर दिया।
मैं विक्की और शब्दिता का कज़िन हूँविक्की, शब्दिता का सगा भाई है और ये प्रॉपर्टी अकरम की है… – राज, बोले जा रहा था..
मुझे विक्की ने तेरे भाई और शब्दिता के अफेयर के बारे में बताया के तेरे भाई ने शब्दिता के साथ बहुत मज़े किएये बात मोहल्ले में और रिश्तेदारों में भी फैला दी और हमारे परिवार की बहुत बदनामी हुईइतनी की इन्हें मकान बेच कर, दूसरी जगह जाना पड़ाहर कोई हमारी बहन को रंडी की तरह देखने लगा और उसे अपनी पर्सनल प्रॉपर्टी समझने लगामैंने विक्की और अकरम के साथ मिलके तुझे तेरे भाई के सामने ही चोदने का प्लान बनाया और तू मेरे प्लान में पूरी तरह आ गईअब अगले तीन दिन, हम तीनों तेरे साथ रहेंगे और तुझे किसी सड़क की कुतिया की तरह चोदेंगेंसमझी, मेरी जान
लेकिन, इसमें मेरी क्या ग़लती है… – मैंने राज से पूछा..
ग़लती तो मेरी बहन की भी नहीं थीचल माना, ग़लती तेरी नहीं है पर तेरे भाई के सामने, तुझे चोद के उसको उसकी औकात दिखाएँगे, हम लोग… – राज काफ़ी गुस्से में बोल रहा था..
प्लीज़ऐसा मत करो, मेरे साथ… – मैं गिड़गिड़ाने लगी..
इससे पहले तो तुझे सेक्स में, बहुत मज़ा आ रहा थाअब क्या हुआगाण्ड हिला हिला कर, चुद रही थी, मुझसेराज ने ताना मरते हुए कहा..
मैं प्यार करती हूँ, तुमसेइसलिए, तुम्हारे साथ खुश थीसमझेमगर, मेरे गिड़गिड़ाने का, गुस्से का या किसी चीज़ का, कोई फायदा मुझे नहीं दिख रहा था।
मैं काफ़ी देर तक रिक्वेस्ट करती रही पर मुझे लगने लगा, जैसे मुझे कोई नहीं सुन रहा है।
अकरम, ऊपर के कमरे में गया और एक डिजिटल कैमरा ले आया और राज को दे दिया..

राज, तुरंत कैमरा चालू करके शूट करने लगा।
विक्की ने मुझे सोफे पर से उठ के, खड़े होने के लिए कहा।
मैं खड़ी हो गई।
मैंने राज की एक वाइट शर्ट पहनी हुई थी और नीचे एक लोअर.. मैंने अंदर कुछ भी नहीं पहना था..
अकरम, मेरे पीछे आ के खड़ा हो गया और विक्की, मेरे सामने खड़ा था।
आज 3 लोगों से, तू पूरे होश में चुदने वाली हैये सोच के, कैसा लग रहा है तुझे… – विक्की ने कहा..
मैं चुप रही..
अकरम ने पीछे से, मेरी जीन्स नीचे खींच दी।
मैंने अपना हाथ, तुरन्त अपनी चूत के आगे रख दिया।
क्या यार, दो दिनों से मज़े ले ले के चुदवा रही हैआज देखो, कैसी शरम आ रही है, रांड़ को… – विक्की ने फिर बोला..
मैंने उसकी तरफ देखा तो वो मुस्कुरा रहा था।
अकरम ने पीछे से मेरा हाथ पकड़ के, मेरी चूत पर से हटाया।
राज और नज़दीक आ गया और घुटने पर बैठ गया और कैमरा, मेरी चूत के एकदम नज़दीक ला के शूट करने लगा।
फिर अकरम ने मुझसे शर्ट निकालने के लिए कहा, पर मैं ऐसे ही खड़ी रही।
उसने पीछे से मेरी गाण्ड पर, एक ज़ोरदार तमाचा मार दिया।
मैं समझ गई थी के मेरे पास उनकी बात मानने के सिवा और दूसरा कोई रास्ता नहीं है।
मैं अपना, शर्ट निकालने लगी।
कुछ ही देर में, मैं 3 लड़कों के सामने नंगी थी!! !!
पहले, कौन इसको चोदेगा… – राज ने पूछा दोनों से..
अकरम बोला बारी बारी से, तीनों इसे चोदते हैंऔर क्या
फिर विक्की मेरे पास आया और मेरी कमर पर, दोनों हाथ रख दिए।
उसने मुझे खींच के, अपनी तरफ किया।
मैं उससे चिपक गई।
फिर वो मेरी गर्दन के पास आ के, मुझे चूमने लगा और अपना हाथ मेरे पीछे डाल के, मेरी पीठ और गाण्ड सहलाने लगा।
फिर उसने मुझे उल्टा किया और डॉगी स्टाइल में कर दिया और वो भी नंगा हो गया।
अब राज ने उसे कंडोम दिया।
उसने तुरंत, अपने लण्ड पर लगा लिया और मेरे पीछे घुटने पर आ गया।
कुछ देर तक वो अपना लण्ड मेरी चूत पर रगड़ता रहा.. जिससे, मैं भी अब गरम हो रही थी..
मेरी चूत में, अब पानी भर गया था।
फिर उसने अपना लण्ड, मेरी चूत में डाल दिया।
लण्ड आसानी से, चूत में चला गया..
आख़िर अब तक राज ने चोद चोद कर, मेरी चूत का तियापांचा कर दिया था।
अब मुझे भी, मज़ा आने लगा!! !!

उसका लण्ड तो राज से छोटा था और वो मुझे चोद भी धीरे धीरे रहा था।
अब तक, अकरम भी नंगा हो चुका था और राज भी..
तीनों में सबसे बड़ा लण्ड, राज का ही था।
फिर अकरम का और सबसे छोटा और पतला लण्ड, विक्की का था।
ब्लू फिल्म जैसा लण्ड, अभी तक मैं नहीं देख पाई थी!! !!
थोड़ी देर में, विक्की ने चोदने की स्पीड बढ़ा दी..
कुछ देर तक, उसने बहुत तेज़ और ज़ोरदार झटके दिए.. फिर, अचानक से उसने अपना लण्ड बाहर निकाल लिया..
मैं तो जैसे, तड़प के रह गई।
उसके ज़ोर ज़ोर के झटको से, मुझे बहुत आनंद आ रहा था।
मुझे लगा, उसका पानी निकल गया पर उसका पानी नहीं निकला था।
मैं उसी पोज़िशन में थी।
फिर अकरम, मेरे पीछे आ गया और अपना लण्ड मेरी चूत में डाल दिया।
वो मुझे चोदते हुए, मेरी गाण्ड पर तमाचे भी मार रहा था।
सच बात तो ये है, मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।
पर, अकरम मुझे धीरे धीरे चोद रहा था।
कुछ देर के बाद, मेरा संयम टूट गया और मैं बोल पड़ी अब कर ही रहा है तो ज़ोर से कर ना
क्या ज़ोर से करूँअकरम ने जवाब दिया..
ज़ोर से अपनी छड़ी को अंदर-बाहर कर नामेरी ये बात सुन के तीनों हंस पड़े।
राज बोला अंदर बाहर करने को चुदाई कहते हैं, मेरी जानछड़ी को लण्ड
विक्की बोला साली, ये तो बड़ी कुत्ती चीज़ है, भाई लोगऐसे मचल रही है, जैसे तीन से चुदने को, ना जाने कब से बेताब थीमैं तो सोच रहा था की हम इसके साथ ज़बरदस्ती करनी पड़ेगीक्या भाई, मैं तो कहता हूँ, इसको अपनी रखेल बना लोसाली है तो वैसे भी, रांड़जब जिसका मन करे, इसको चोदे जी भर के
सब ज़ोर ज़ोर से हँसने लगे और फिर, अकरम ने मुझे ज़ोर ज़ोर से चोदना शुरू किया।
उसने कुछ तेज़ झटके दिए, फिर हट गया।
चल, राज अब तेरी बारी
मैं समझ गई थी के वो लोग, क्या कर रहे हैं
अब कैमरा अकरम के हाथ में था और राज, मुझे चोदने लगा।
पहले धीरे धीरे, फिर ज़ोर ज़ोर से फिर वो भी हट गया।
अब विक्की वापस से आया और मुझे सोफे पर, साइड करवट लिटा दिया।
उसने मेरी एक टाँग पकड़ के ऊपर की और लण्ड, मेरी चूत में डालने लगा।
मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उसके लण्ड को अपनी चूत में पकड़ कर, घुसा लिया।
उस पल, मुझे समझ आया की मैं सच में रांड़ बन चुकी हूँ और अपनी चूत पर, मेरा कोई काबू नहीं रह गया है..

वो भी मुझे, मस्ती से चोदने लगा!! !!
उसने मुझे कुछ देर तक चोदा और हट गया।
फिर अकरम ने मेरी एक टाँग पकड़ के ऊपर की और अपने लण्ड को मेरी चूत में डाल के, मुझे ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा।
कुछ देर तक उसने मुझे चोदा, फिर वो भी हट गया।
अब मेरी कमर दर्द करने लगी थी..
मैं पिछले आधे घंटे से, लगातार चुद रही थी।
अरे, कुछ तो रहम करोसब अभी ही कर लोगे के, कुछ बाद के लिए भी बचाओगे… – मैं खड़ी हो गई और बोलने लगी..
हमारा पानी तो निकालने दे… – अकरम ने बोला..
तीनों सोफे पर बैठोमैं सब का चूस के निकाल दूँगी… – मैंने विक्की को सोफे की तरफ, धक्का दे दिया..
वो बैठ गया, फिर बाकी दोनों भी बैठ गये।
सबसे पहले, मैं विक्की के पास गई और उसका लण्ड चूसने लगी।
मेरे इस बोल्ड और चुदक्कड़ व्यव्हारसे, वो तीनों अब मुझे अच्छी तरह से ट्रीट कर रहे थे और मेरी हर बात भी मान रहे थे।
अब चोदना तो उन्हें मुझे था ही, मैंने भी सोचा था ऐसा मौका जिंदगी में बार बार थोड़ी ना मिलेगा, जब तीन-तीन लण्ड मुझे चोदगें
खैर, जैसे ही विक्की के पानी की एक बूँद मेरे मुंह में गिरी, मैंने उसका लण्ड अपने मुंह से बाहर निकाल दिया और हाथ से हिलाने लगी।
उसका पानी, बहुत तेज़ी में निकला।
मैंने उसका सारा पानी, अपनी मम्मों पर ले लिया।
फिर, मैं राज के पास गई.. वो विक्की के बाजू में बैठा था..
पहले मैंने उसका लण्ड से अपनी चुचियाँ जी भर के चोदीं, फिर मुंह में ले के, चूसने लगी।
कुछ देर बाद ही, उसका भी पानी निकल गया और वो सारा भी मैंने अपने मम्मों पर ले लिया।
उन्हम: क्या गरम गरम लग रहा था, मुझे अपने मम्मों पर!! !!
फिर, मैं अकरम के पास गई.. जो राज के साइड में बैठा था और फ़ौरन, उसका लण्ड मुंह में ले के चूसने लगी..
जब उसका पानी निकलने को आया तो उसने मेरे सिर को ज़ोर से पकड़ लिया और मेरा मुँह अपने लण्ड पर दबा कर, सारा पानी मेरे मुंह में डाल दिया।
अब तक ये पहली बार था, जब मैंने वीर्य मुँह में लिया था।
मैंने उसका सारा पानी, मुंह से थूक कर बाहर निकाला..
मेरे मुंह से गले तक वीर्य ही वीर्य था और मुझे उबके आ रहे थे।
अब, हम चारों उठे और नहाने चले गये।
मैं तीन लड़कों के साथ, पूरी नंगी नहाई।











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