FUN-MAZA-MASTI
मेरी लेस्बियन पार्टनर्स
ये लेस्बियन सेक्स कहानी मेरी एक फ्रेंड की हैं, उसने मुझे अपनी यह कहानी मुझे हिंदी में लिखने के लिए कही थी. तो उसने मुझे जो कहा वो मैंने हिंदी में निचे लिखा हुआ हैं!
मेरा नाम इमान है. मैं लाहौर, पाकिस्तान में रहती हु. मुझे स्नातक के लिए ऐआईआर यूनीवेर्सिटी में जाना पड़ा. लाइफ में पहली दफा हॉस्टल में रहने गयी थी. मैं बहुत डर रही थी. मैं हॉस्टल में रहने के लिए बहुत एक्साइटइंग थी पर सुना था, वहां गर्ल बहुत रेग्गिंग करती है. हॉस्टल में रहनेका शौक बहुत था, तो मैं अपने सारे डर को मन ही दबाकर इस्लामाबाद आ गयी. पापा छोड़ने आये थे और वो मुझे छोड़कर शाम को वापस चले गये. जब मैं रूम में घुसी, तो देखती ही रह गयी.
मेरी २ रूममेट थी. एक फर्स्ट इयर में थी और एक हमारी सीनियर थी. सीनियर ने जूनियर को मुर्गा बनाया हुआ था और उसकी हिप्स पर हाथ फेर रही थी; जैसे की कुछ चेक कर रही हो. मैं वापस जाने लगी, तो उसने मुझे पकड़ लिया और बेड पर धक्का दे दिया. मैं रोने लगी, कि मुझे छोड़ दो. उसने मुझे चुप करवाया और बाथरूम में फ्रेश होने को कहा. मैं चली गयी, शावर लेके और ड्रेस करने के वापस आ गयी. जैसे ही मैं वापस आई, तो मेरे चेहरे का रंग उड़ गया. अरूबा (सीनियर) लैपटॉप पर बैठी क्लिप देख रही थी, जो मेरा था. मैं अब समझ गयी, कि बाथरूम में कैम लगा हुआ था. मैं रोने लगी और उसकी मिन्नतें करने लगी. वो कहने लगी, कि अगर मैं उसकी हर बात मानूंगी, तो वो ये क्लिप वो डिलीट कर देंगी; वरना नेट पर अपलोड कर देंगी. मैने हाँ भर ली. उसने कहा – एक वीक टेस्ट दो, फिर डिलीट कर दूंगी. अब मुझे थोड़ी तसल्ली मिली. उसने मुझसे और महम (जूनियर) से ब्रा और पेंटी का कलर पूछा. हमने शरमाते हुए बता दिया. मेरी रेड ब्रा और पेंटी थी और महम की ब्लैक पेंटी और ब्लू ब्रा थी. अरूबा बहुत ही गुस्से से बोली – झूठ मत बोलो. हमने कहा – हम बिलकुल सच बोल रहे है.
अरूबा ने झट से महम का पायजामा खीचा और मैं तो सन्न रह गयी. महम झूठ बोल रही थी. उसने पायजामे के नीचे पेंटी पहनी ही नहीं थी. महम ने पायजामा फ़ौरन ऊपर कर लिया. लेकिन, हमें उसकी चूत दिख गयी थी. अब अरूबा मेरी तरफ आई और मैने कहा – मैं बिलकुल सच बोल रही हु. उसने कहा – खुद दिख दोगी या मैं उतारू? मैने आहिस्ता से कमीज़ ऊपर किया, सलवार थोड़ी ढीली करके नीचे की, तो मेरी रेड पेंटी दिख रही थी. अरूबा शांत हो गयी. फिर उसने फिगर पूछा – महम के बूब्स उसकी बॉडी के हिसाब से काफी मोटे थे. उसने फिगर बताया – ३६-२६-३४. अरूबा ने उसके बूब्स दबाये और बोली – ये तो ३८ के लगते है. चलो ये बाद में चेक करेंगे. मैने अपना फिगर ३६-२६-३६ बताया. तो वो बहुत खुश हुई और बोली – अब मज़ा आएगा. अरूबा शोर्ट टी-शर्ट और शॉर्ट्स में थी. उसकी नेवल पर मेरी नज़र चली गयी.
अरूबा ने मुझे देख लिया और पूछा – पसंद है ये?
मैने कहा – क्या?
अरूबा – बनो मत.
मैं – वैसे ही नज़र चली गयी.
अरूबा – चाटो इसे.
मैं – व्हाट?
अरूबा (गुस्से से) – इ सेड, चाटो इसे.
मैं नीचे झुककर इससे चाटने लगी. उसने टी-शर्ट फुल ऊपर कर ली. मैं देखती रह गयी, उसने ब्रा नहीं पहनी हुई थी. उसके ऑलमोस्ट ३८ के बूब्स नंगे दिखने लगे. उसने महम को इशारा किया और वो उसके बूब्स चूसने लगी. ऐसा करते-करते हुए हमें रात हो गयी. ८ बजे उसने कहा – डिनर पर चलो, तुम साथ ही. हम लोग तैयार हो गये. हॉस्टल में ही डिनर किया. बिल का सिस्टम महम को पता था, मुझे नहीं मालूम था. तो मैने कह दिया, कि सब अपने-अपने पैसे देते है. अरूबा ने खीचकर एक थप्पड़ मारा और बोली – सीनियर के सामने जूनियर पैसे नहीं देते. मैं हैरान थी. अरूबा ने हम सब की पेमेंट की और हम हॉस्टल वापस आ गये. ओ हाँ, रास्ते में मुझे एक लड़के ने छेड़ने की कोशिश की; तो अरूबा ने उसे थप्पड़ रसीद कर दिया और वो वहां से भाग गया. अब मैं उसकी थोड़ी इज्ज़त करने लगी, क्युकि उसने मेरा क्लिप भी डिलीट कर दिया था. नेक्स्ट डे, हम क्लास गये. महम और मैं एक ही क्लास में थे. क्लास ख़तम करके हम वापस हॉस्टल में आये. तो हमें अरूबा ने कहा, कि तुम दोनों वाशरूम में फ्रेश हो जाओ. मैं पहले अन्दर चली गयी और महम बाहर वेट कर रही थी. मुझे आवाज़ आई नोंक की और मैने आवाज़ सुनकर दरवाजा खोला.
महम फ़ौरन अन्दर आ गयी. मैं न्यूड थी. मैने उसको बाहर निकालना चाह, पर उसने बताया, कि अरूबा ने बोला है, महम तुम भी अन्दर दफा हो. मैने अपने बूब्स पर हाथ रखे और नीचे बैठ गयी; ताकि महम को कुछ नज़र ना आ सके. फिर महम ने कपडे उतार दिए और नहाने लगी. तो मैं भी नहाने लगी. सामने देखा, तो अरूबा दरवाजे पर खड़ी हुई हमें घूर रही थी. उसने हमें बोला – एक दुसरे को साबुन लगाओ. पहले तो हम ऐसे ही खड़े रहे और फिर उसने गुस्से से हमें घूरा, तो महम मुझे साबुन लगाने लगी. महम ने मुझे हर जगह मेरी बगल, नेवल, बूब्स, हिप्स, पुसी हर जगह पर साबुन लगाया और मैने उसे. बाद मैं अरूबा भी अन्दर आ गयी और उसने भी अपने कपडे उतार दिए और हमें कहा – मुझे नहलाओ. फिर महम उसके बदन पर साबुन लगाने लगी और मैं पानी डाल रही थी. अरूबा ने मुझे कहा, मेरी अलमारी से हेयर रिमोविंग क्रीम लेके आओ. मैं लायी. उसने कहा – अब मेरी पुसी शेव करो. हमने वैसा ही किया और उसकी पुसी को एकदम क्लीन कर दिया. जब उसने मिरर में देखा, तो वो खुश हो गयी. हमने बिना कपडे पहने ही बाहर आ गये. अब तक हम लोगो की शर्म खुल चुकी थी.
ऐसे ही शाम तक रहे और फिर अरूबा ने लेस्बियन ब्लूफ्लिम लगा दी. हम देखते ही हॉट हो गये. अरूबा मेरे बूब्स दबाने लगी और मैं आँखे बंद करके मज़े लेने लगी. अचानक देखा, कि महम मेरी पुसी चाट रही थी. मेरे मुह से सिसकिया निकल रही थी. मैं मज़े से तड़प रही थी. मैने अरूबा के होठो पर अपने होठ रख दिए और फ्रेच किस करने लगी. महम ने अपनी एक ऊँगली मेरी पुसी में डाल दी, बहुत मज़ा आ रहा था. मैं झड़ने लगी थी और महम ने चाटना जारी रखा. महम ने मेरा पूरा पानी पी लिया. फिर हम दोनों अरूबा की पुसी पर आ गये. मैं उसकी पुसी चाट रही थी और महम उसके बूब्स. वो भी गरम होकर झड़ गयी. मैने फर्स्ट टाइम किसी का पानी पिया था, लेकिन, मुझे मज़ा आया. फिर अरूबा महम की पुसी चाटने लगी और महम के मुह अहहहहः हहहः निकलने लगी. फिर उसका पानी निकला. रात को सब इकठ्ठे नहाये. एक दुसरे की पुसी में फिंगर करते रहे और एन्जॉय किया.
अब हम तीनो में रोज़ लेस्बियन सेक्स चलता था. हम हॉस्टल में सारा दिन न्यूड रहते, बस यूनीवेर्सिटी जाते वक्त ही कपडे पहनते थे. बाथरूम में पेशाब छोटा/बड़ा भी दरवाजे ही खोलकर करते थे. कभी-कभी हम दोनों एक साथ बैठ जाते. एक दिन सेक्स चालू था और मुझे महम के बूब्स चूसने में बड़ा मज़ा आ रहा था. मैं उसके बूब्स चूस रही थी और अरूबा उसकी चूत चाट रही थी. अचानक से मुझे पानी की आवाज़ आई और अरूबा भी रुक गयी. मैने देखा, महम ने अरूबा के मुह पर पेशाब कर दिया. मैं डर गयी, लेकिन अचानक अरूबा ने मुह लगाकर बाकी का पेशाब पी लिया. फिर अपनी टाँगे खोल के महम के मुह पर अपनी पुसी रखी और पेशाब करने लगी, उसके मुह और बूब्स पर. महम भी बहुत शौक से पी गयी. मेरा भी दिल किया और मैने उसके बूब्स से पेशाब को चाट लिया. बहुत अजीब टेस्ट था पर मुझे मज़ा आया.
फिर महम ने उसकी पुसी चाट के साफ़ कर दी और मैं लेटी हुई पुसी हिलाने लगी. वो समझ गयी और वो मुझे चाटने लगी. महम मेरी पुसी में ऊँगली कर रही थी और अरूबा फ्रेंच किस के साथ मेरे बूब्स दबा रही थी. मैने भी पेशाब कर दिया. दोनों ने खूब मज़े से चाटा. अब हमारा ये ही रूटीन बन गया था. सुबह एक दुसरे को उठाने के लिए एक दुसरे की न्यूड बॉडी पर पेशाब कर देते थे. अब तो पीरियड में भी पेड पहनना छोड़ दिया था. जब ब्लड सारा निकल जाता था सब गन्दा हो जाता था, तो भी हम पेड नहीं पहनते थे. कामवाली को भी पता था, इसलिए वो भी कुछ नहीं बोलती थी. एकदिन, पापा ने मुझे कॉल किया और बताया, कि मेरी कजिन इस्लामाबाद आ रही थी – आयशा. और कुछ दिन वो मेरे साथ ही रहने वाली थी. मैं बहुत खुश थी. वो मुझे बहुत दिनों बाद मिल रही थी. मैने सोचा – उसके बदन से भी खेलने का मौका मिलेगा. मैने प्लान बनाया. मैने महम और अरूबा को एक फ्लेट पर भेज दिया, ताकि मैं अकेले मज़े ले सकू.
आयशा को मैने पिक किया और उसे हॉस्टल ले आई. मैने आते ही अपनी शर्ट पेंट उतार दी. मैने उसको कहा – बहुत गर्मी है. मैने उसके आने से पहले अपने रूम का मेन स्विच बंद कर दिया था. आयशा मुझे ब्रा-पेंटी में देखकर हैरान खड़ी थी और बिलकुल नार्मल बिहेव कर रही थी. मैने उसको कहा – कि मैं शावर लेके आती हु. मैं शावर से बिलकुल नंगी बाहर आई. टॉवल से बाल सुखाये. आयशा को देखकर बोली – ओह, मुझे याद नहीं रहा और टॉवल अपने बूब्स और पुसी पर रख लिया. वो हँसने लगी और बोली – कोई बात नहीं. मैने टॉवल गिरा दिया और बेड पर लेट गयी. आयशा भी शावर लेने गयी और मैं बाहर टॉवल लपेट कर लेटी रही. मैं मन ही मन खुश हो रही थी. वो भी टॉवल में बाहर आई. तो मैने उसके ३६ के बूब्स पकड़ कर कहने लगी..वाओ बहुत अच्छे है. उसने बोला – तुमसे अच्छे नहीं है. मैने उसका टॉवल नीचे किया और उसके पिंक निप्पल बाहर निकल आये. मैने ऊपर किस किया.
उसने एक आह भरी और टॉवल गिरा दिया. हम फ्रेंच किस करने लगे और बूब्स दबाने लगे. मेरा हाथ उसकी पुसी पर गया, तो मैं हैरान रह गयी. मेरे हाथ में उसका हाफ इरेक्ट डिक आ गया. वो शीमेल थी. वो हँसने लगी. मैं हैरान थी. उसने मुझे पकड़कर हिलाया और बताया, कि ये बात उसके मम्मी-पापा को पता है. सब उसे लड़का ही समझते है. मैं अभी तक वैसे ही खड़ी थी और उसका हाफ इरेक्ट डिक जो मेरे हाथ में था, वो इरेक्ट हो चूका था. उसने मुझे बेड पर धक्का दे दिया. मैं तो पहले से ही न्यूड थी. वो मेरे बूब्स, होठो को चूसने लगी. मेरी पुसी पूरी गीली हो चुकी थी. उसका डिक ४’५” का होगा. उसने मेरी पुसी में अपने डिक को डाल दिया और मेरी हलकी-हलकी चीखे निकलने लगी. उसका डिक भी बहुत गरम था, जैसे कि कोई आयरन रोड हो. फिर उसने आगे-पीछे करना शुरू कर दिया. मेरे बूब्स ऊपर-नीचे हो रहे थे. काफी देर बाद, उसने बोला – मैं डिस्चार्ज होने लगी हु. मैने कहा – मुझे पिला दो. उसने मेरे मुह में डिक डाला और मैं उसे ब्लोजॉब देने लगी. अचानक थोडा सा पानी निकला, जो मैं पी गयी. फिर मैने कामवाली से एक खीरा मंगवाया और आयशा की गांड मारी. जो के पहले ही काफी फटी हुई थी. फिर, मैने वो खीरा आयशा को खिला दिया. तो ये मेरी पहली चुदाई जिसपे बहुत हंसी आती है अब. फिर मैने महम और अरूबा को भी आयशा से चुदवाया!
मेरी लेस्बियन पार्टनर्स
ये लेस्बियन सेक्स कहानी मेरी एक फ्रेंड की हैं, उसने मुझे अपनी यह कहानी मुझे हिंदी में लिखने के लिए कही थी. तो उसने मुझे जो कहा वो मैंने हिंदी में निचे लिखा हुआ हैं!
मेरा नाम इमान है. मैं लाहौर, पाकिस्तान में रहती हु. मुझे स्नातक के लिए ऐआईआर यूनीवेर्सिटी में जाना पड़ा. लाइफ में पहली दफा हॉस्टल में रहने गयी थी. मैं बहुत डर रही थी. मैं हॉस्टल में रहने के लिए बहुत एक्साइटइंग थी पर सुना था, वहां गर्ल बहुत रेग्गिंग करती है. हॉस्टल में रहनेका शौक बहुत था, तो मैं अपने सारे डर को मन ही दबाकर इस्लामाबाद आ गयी. पापा छोड़ने आये थे और वो मुझे छोड़कर शाम को वापस चले गये. जब मैं रूम में घुसी, तो देखती ही रह गयी.
मेरी २ रूममेट थी. एक फर्स्ट इयर में थी और एक हमारी सीनियर थी. सीनियर ने जूनियर को मुर्गा बनाया हुआ था और उसकी हिप्स पर हाथ फेर रही थी; जैसे की कुछ चेक कर रही हो. मैं वापस जाने लगी, तो उसने मुझे पकड़ लिया और बेड पर धक्का दे दिया. मैं रोने लगी, कि मुझे छोड़ दो. उसने मुझे चुप करवाया और बाथरूम में फ्रेश होने को कहा. मैं चली गयी, शावर लेके और ड्रेस करने के वापस आ गयी. जैसे ही मैं वापस आई, तो मेरे चेहरे का रंग उड़ गया. अरूबा (सीनियर) लैपटॉप पर बैठी क्लिप देख रही थी, जो मेरा था. मैं अब समझ गयी, कि बाथरूम में कैम लगा हुआ था. मैं रोने लगी और उसकी मिन्नतें करने लगी. वो कहने लगी, कि अगर मैं उसकी हर बात मानूंगी, तो वो ये क्लिप वो डिलीट कर देंगी; वरना नेट पर अपलोड कर देंगी. मैने हाँ भर ली. उसने कहा – एक वीक टेस्ट दो, फिर डिलीट कर दूंगी. अब मुझे थोड़ी तसल्ली मिली. उसने मुझसे और महम (जूनियर) से ब्रा और पेंटी का कलर पूछा. हमने शरमाते हुए बता दिया. मेरी रेड ब्रा और पेंटी थी और महम की ब्लैक पेंटी और ब्लू ब्रा थी. अरूबा बहुत ही गुस्से से बोली – झूठ मत बोलो. हमने कहा – हम बिलकुल सच बोल रहे है.
अरूबा ने झट से महम का पायजामा खीचा और मैं तो सन्न रह गयी. महम झूठ बोल रही थी. उसने पायजामे के नीचे पेंटी पहनी ही नहीं थी. महम ने पायजामा फ़ौरन ऊपर कर लिया. लेकिन, हमें उसकी चूत दिख गयी थी. अब अरूबा मेरी तरफ आई और मैने कहा – मैं बिलकुल सच बोल रही हु. उसने कहा – खुद दिख दोगी या मैं उतारू? मैने आहिस्ता से कमीज़ ऊपर किया, सलवार थोड़ी ढीली करके नीचे की, तो मेरी रेड पेंटी दिख रही थी. अरूबा शांत हो गयी. फिर उसने फिगर पूछा – महम के बूब्स उसकी बॉडी के हिसाब से काफी मोटे थे. उसने फिगर बताया – ३६-२६-३४. अरूबा ने उसके बूब्स दबाये और बोली – ये तो ३८ के लगते है. चलो ये बाद में चेक करेंगे. मैने अपना फिगर ३६-२६-३६ बताया. तो वो बहुत खुश हुई और बोली – अब मज़ा आएगा. अरूबा शोर्ट टी-शर्ट और शॉर्ट्स में थी. उसकी नेवल पर मेरी नज़र चली गयी.
अरूबा ने मुझे देख लिया और पूछा – पसंद है ये?
मैने कहा – क्या?
अरूबा – बनो मत.
मैं – वैसे ही नज़र चली गयी.
अरूबा – चाटो इसे.
मैं – व्हाट?
अरूबा (गुस्से से) – इ सेड, चाटो इसे.
मैं नीचे झुककर इससे चाटने लगी. उसने टी-शर्ट फुल ऊपर कर ली. मैं देखती रह गयी, उसने ब्रा नहीं पहनी हुई थी. उसके ऑलमोस्ट ३८ के बूब्स नंगे दिखने लगे. उसने महम को इशारा किया और वो उसके बूब्स चूसने लगी. ऐसा करते-करते हुए हमें रात हो गयी. ८ बजे उसने कहा – डिनर पर चलो, तुम साथ ही. हम लोग तैयार हो गये. हॉस्टल में ही डिनर किया. बिल का सिस्टम महम को पता था, मुझे नहीं मालूम था. तो मैने कह दिया, कि सब अपने-अपने पैसे देते है. अरूबा ने खीचकर एक थप्पड़ मारा और बोली – सीनियर के सामने जूनियर पैसे नहीं देते. मैं हैरान थी. अरूबा ने हम सब की पेमेंट की और हम हॉस्टल वापस आ गये. ओ हाँ, रास्ते में मुझे एक लड़के ने छेड़ने की कोशिश की; तो अरूबा ने उसे थप्पड़ रसीद कर दिया और वो वहां से भाग गया. अब मैं उसकी थोड़ी इज्ज़त करने लगी, क्युकि उसने मेरा क्लिप भी डिलीट कर दिया था. नेक्स्ट डे, हम क्लास गये. महम और मैं एक ही क्लास में थे. क्लास ख़तम करके हम वापस हॉस्टल में आये. तो हमें अरूबा ने कहा, कि तुम दोनों वाशरूम में फ्रेश हो जाओ. मैं पहले अन्दर चली गयी और महम बाहर वेट कर रही थी. मुझे आवाज़ आई नोंक की और मैने आवाज़ सुनकर दरवाजा खोला.
महम फ़ौरन अन्दर आ गयी. मैं न्यूड थी. मैने उसको बाहर निकालना चाह, पर उसने बताया, कि अरूबा ने बोला है, महम तुम भी अन्दर दफा हो. मैने अपने बूब्स पर हाथ रखे और नीचे बैठ गयी; ताकि महम को कुछ नज़र ना आ सके. फिर महम ने कपडे उतार दिए और नहाने लगी. तो मैं भी नहाने लगी. सामने देखा, तो अरूबा दरवाजे पर खड़ी हुई हमें घूर रही थी. उसने हमें बोला – एक दुसरे को साबुन लगाओ. पहले तो हम ऐसे ही खड़े रहे और फिर उसने गुस्से से हमें घूरा, तो महम मुझे साबुन लगाने लगी. महम ने मुझे हर जगह मेरी बगल, नेवल, बूब्स, हिप्स, पुसी हर जगह पर साबुन लगाया और मैने उसे. बाद मैं अरूबा भी अन्दर आ गयी और उसने भी अपने कपडे उतार दिए और हमें कहा – मुझे नहलाओ. फिर महम उसके बदन पर साबुन लगाने लगी और मैं पानी डाल रही थी. अरूबा ने मुझे कहा, मेरी अलमारी से हेयर रिमोविंग क्रीम लेके आओ. मैं लायी. उसने कहा – अब मेरी पुसी शेव करो. हमने वैसा ही किया और उसकी पुसी को एकदम क्लीन कर दिया. जब उसने मिरर में देखा, तो वो खुश हो गयी. हमने बिना कपडे पहने ही बाहर आ गये. अब तक हम लोगो की शर्म खुल चुकी थी.
ऐसे ही शाम तक रहे और फिर अरूबा ने लेस्बियन ब्लूफ्लिम लगा दी. हम देखते ही हॉट हो गये. अरूबा मेरे बूब्स दबाने लगी और मैं आँखे बंद करके मज़े लेने लगी. अचानक देखा, कि महम मेरी पुसी चाट रही थी. मेरे मुह से सिसकिया निकल रही थी. मैं मज़े से तड़प रही थी. मैने अरूबा के होठो पर अपने होठ रख दिए और फ्रेच किस करने लगी. महम ने अपनी एक ऊँगली मेरी पुसी में डाल दी, बहुत मज़ा आ रहा था. मैं झड़ने लगी थी और महम ने चाटना जारी रखा. महम ने मेरा पूरा पानी पी लिया. फिर हम दोनों अरूबा की पुसी पर आ गये. मैं उसकी पुसी चाट रही थी और महम उसके बूब्स. वो भी गरम होकर झड़ गयी. मैने फर्स्ट टाइम किसी का पानी पिया था, लेकिन, मुझे मज़ा आया. फिर अरूबा महम की पुसी चाटने लगी और महम के मुह अहहहहः हहहः निकलने लगी. फिर उसका पानी निकला. रात को सब इकठ्ठे नहाये. एक दुसरे की पुसी में फिंगर करते रहे और एन्जॉय किया.
अब हम तीनो में रोज़ लेस्बियन सेक्स चलता था. हम हॉस्टल में सारा दिन न्यूड रहते, बस यूनीवेर्सिटी जाते वक्त ही कपडे पहनते थे. बाथरूम में पेशाब छोटा/बड़ा भी दरवाजे ही खोलकर करते थे. कभी-कभी हम दोनों एक साथ बैठ जाते. एक दिन सेक्स चालू था और मुझे महम के बूब्स चूसने में बड़ा मज़ा आ रहा था. मैं उसके बूब्स चूस रही थी और अरूबा उसकी चूत चाट रही थी. अचानक से मुझे पानी की आवाज़ आई और अरूबा भी रुक गयी. मैने देखा, महम ने अरूबा के मुह पर पेशाब कर दिया. मैं डर गयी, लेकिन अचानक अरूबा ने मुह लगाकर बाकी का पेशाब पी लिया. फिर अपनी टाँगे खोल के महम के मुह पर अपनी पुसी रखी और पेशाब करने लगी, उसके मुह और बूब्स पर. महम भी बहुत शौक से पी गयी. मेरा भी दिल किया और मैने उसके बूब्स से पेशाब को चाट लिया. बहुत अजीब टेस्ट था पर मुझे मज़ा आया.
फिर महम ने उसकी पुसी चाट के साफ़ कर दी और मैं लेटी हुई पुसी हिलाने लगी. वो समझ गयी और वो मुझे चाटने लगी. महम मेरी पुसी में ऊँगली कर रही थी और अरूबा फ्रेंच किस के साथ मेरे बूब्स दबा रही थी. मैने भी पेशाब कर दिया. दोनों ने खूब मज़े से चाटा. अब हमारा ये ही रूटीन बन गया था. सुबह एक दुसरे को उठाने के लिए एक दुसरे की न्यूड बॉडी पर पेशाब कर देते थे. अब तो पीरियड में भी पेड पहनना छोड़ दिया था. जब ब्लड सारा निकल जाता था सब गन्दा हो जाता था, तो भी हम पेड नहीं पहनते थे. कामवाली को भी पता था, इसलिए वो भी कुछ नहीं बोलती थी. एकदिन, पापा ने मुझे कॉल किया और बताया, कि मेरी कजिन इस्लामाबाद आ रही थी – आयशा. और कुछ दिन वो मेरे साथ ही रहने वाली थी. मैं बहुत खुश थी. वो मुझे बहुत दिनों बाद मिल रही थी. मैने सोचा – उसके बदन से भी खेलने का मौका मिलेगा. मैने प्लान बनाया. मैने महम और अरूबा को एक फ्लेट पर भेज दिया, ताकि मैं अकेले मज़े ले सकू.
आयशा को मैने पिक किया और उसे हॉस्टल ले आई. मैने आते ही अपनी शर्ट पेंट उतार दी. मैने उसको कहा – बहुत गर्मी है. मैने उसके आने से पहले अपने रूम का मेन स्विच बंद कर दिया था. आयशा मुझे ब्रा-पेंटी में देखकर हैरान खड़ी थी और बिलकुल नार्मल बिहेव कर रही थी. मैने उसको कहा – कि मैं शावर लेके आती हु. मैं शावर से बिलकुल नंगी बाहर आई. टॉवल से बाल सुखाये. आयशा को देखकर बोली – ओह, मुझे याद नहीं रहा और टॉवल अपने बूब्स और पुसी पर रख लिया. वो हँसने लगी और बोली – कोई बात नहीं. मैने टॉवल गिरा दिया और बेड पर लेट गयी. आयशा भी शावर लेने गयी और मैं बाहर टॉवल लपेट कर लेटी रही. मैं मन ही मन खुश हो रही थी. वो भी टॉवल में बाहर आई. तो मैने उसके ३६ के बूब्स पकड़ कर कहने लगी..वाओ बहुत अच्छे है. उसने बोला – तुमसे अच्छे नहीं है. मैने उसका टॉवल नीचे किया और उसके पिंक निप्पल बाहर निकल आये. मैने ऊपर किस किया.
उसने एक आह भरी और टॉवल गिरा दिया. हम फ्रेंच किस करने लगे और बूब्स दबाने लगे. मेरा हाथ उसकी पुसी पर गया, तो मैं हैरान रह गयी. मेरे हाथ में उसका हाफ इरेक्ट डिक आ गया. वो शीमेल थी. वो हँसने लगी. मैं हैरान थी. उसने मुझे पकड़कर हिलाया और बताया, कि ये बात उसके मम्मी-पापा को पता है. सब उसे लड़का ही समझते है. मैं अभी तक वैसे ही खड़ी थी और उसका हाफ इरेक्ट डिक जो मेरे हाथ में था, वो इरेक्ट हो चूका था. उसने मुझे बेड पर धक्का दे दिया. मैं तो पहले से ही न्यूड थी. वो मेरे बूब्स, होठो को चूसने लगी. मेरी पुसी पूरी गीली हो चुकी थी. उसका डिक ४’५” का होगा. उसने मेरी पुसी में अपने डिक को डाल दिया और मेरी हलकी-हलकी चीखे निकलने लगी. उसका डिक भी बहुत गरम था, जैसे कि कोई आयरन रोड हो. फिर उसने आगे-पीछे करना शुरू कर दिया. मेरे बूब्स ऊपर-नीचे हो रहे थे. काफी देर बाद, उसने बोला – मैं डिस्चार्ज होने लगी हु. मैने कहा – मुझे पिला दो. उसने मेरे मुह में डिक डाला और मैं उसे ब्लोजॉब देने लगी. अचानक थोडा सा पानी निकला, जो मैं पी गयी. फिर मैने कामवाली से एक खीरा मंगवाया और आयशा की गांड मारी. जो के पहले ही काफी फटी हुई थी. फिर, मैने वो खीरा आयशा को खिला दिया. तो ये मेरी पहली चुदाई जिसपे बहुत हंसी आती है अब. फिर मैने महम और अरूबा को भी आयशा से चुदवाया!
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