FUN-MAZA-MASTI
आंटी और उसकी बड़ी बहन
हैल्लो दोस्तों.. मेरा नाम नितिन है और मेरी उम्र 26 साल है। दोस्तों आप सभी को मेरी पिछली कहानी “आंटी की चुदाई” बहुत पसंद आई। अब में आज आप सभी के सामने अपना एक नया सेक्स अनुभव लिख रहा हूँ और शायद मेरी पिछली कहानी भी आप सभी को याद होगी कि कैसे मैंने अपनी आंटी को बजाया और अब में उसके आगे की कहानी शुरु करता हूँ..
दोस्तों आंटी के साथ सेक्स करने के बाद आंटी मेरे लंड की दीवानी हो गयी और फिर जब भी अंकल बाहर जाते तो हम बहुत दिनों तक कई कई घंटो तक सेक्स करते। फिर एक दिन अंकल को किसी काम से कुछ दिनों के लिए बाहर जाना था और मुझे तो मज़ा आ गया कि में अब मज़े से आंटी की चुदाई करूंगा.. तो अंकल के जाते ही में आंटी के घर पर पहुंच गया। आंटी किचन में अपना काम कर रही थी और में उनके पीछे खड़ा हो गया और मैंने अपने लंड को आंटी की गांड से छू दिया। तभी आंटी ने कहा कि इतनी जल्दी क्या हैं? अभी तो हमारे पास पूरा एक हफ्ता पड़ा हैं.. तुम जी जैसे चाहो वैसे जी भरकर चुदाई करना। तो मैंने कहा कि मुझे अभी इसी वक़्त चुदाई करनी हैं.. आंटी बोली कि ठीक हैं और मैंने आंटी की साड़ी को खोल दिया और उनके बूब्स चूसने लगा।
तो आंटी कहने लगी कि मुझे कब से इस दिन का बड़ी बेसब्री से इंतजार था कि तुम जी भरकर मुझे चोदो और वैसे भी तुम्हारे अंकल के लंड में अब वो दम नहीं हैं.. जो तुम्हारे लंड में है। फिर मैंने आंटी की चूत चाटनी शुरू कर दी और आंटी सिसकियाँ लेने लगी हाए आह्ह्ह ऊँह्ह्ह और जोर से चूसो। फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और आंटी की चूत पर रखकर जोर जोर से धक्के मारने लगा। आंटी वाह मेरे राजा मार आज फाड़ दे मेरी चूत को और जोर से मार कसकर धक्के मार बना दे मुझे अपनी रंडी.. में भी कहे जा रहा था कि ले रंडी ले मेरा लंड ले में आज तेरी चूत के दो टुकड़े कर दूंगा और में पूरे जोश में आकर बहुत जोर जोर से धक्के देकर उसकी चूत मार रहा था और इस चुदाई के चक्कर में हमने दरवाजा बंद नहीं किया था और हम पूरे जोश के साथ सेक्स में लगे हुए थे।
तभी आंटी की बड़ी बहन जिसे में बड़ी माँ कहता था वो आ गयी.. लेकिन हम लोगों को पता नहीं था और हम तो सेक्स में व्यस्त होकर मज़े कर रहे थे और हमे उस समय इस बात का पता नहीं चला और सेक्स के बाद हमने कपड़े पहने और आंटी ने कहा कि बच्चे स्कूल से आते होगें.. जान तुम आज रात को आना हम फिर से मजा करेंगे। तो में उस समय अपने घर पर चला गया और जब रात को आंटी के घर गया तो देखा कि आंटी कुछ परेशान लग रही थी.. तो मैंने पूछा कि आंटी क्या बात है? और आप इतनी टेंशन में क्यों हो? तब उन्होंने मुझे बताया कि जब हम दिन में सेक्स कर रहे थे.. तब हमे मेरी दीदी ने देख लिया। फिर मेरे तो होश ही उड़ गये और में कुछ देर बाद बोला कि आप यह क्या बोल रही हो? लेकिन हमे बड़ी मम्मी ने कब देख लिया? तो उन्होंने कहा कि हाँ में एकदम सच बोल रही हूँ.. हमे उन्होंने सेक्स करते हुए देख लिया है। फिर मैंने बोला कि अब क्या होगा? तो वो बोली कि उन्होंने कहा हैं कि वो रात को यहाँ पर आएगी.. लेकिन हम बहुत डर गये थे कि अब सबको पता चल जाएगा।
फिर आंटी ने अपने दोनों बच्चो को खाना खिलाकर जल्दी ही सुला दिया और हम बैठे बैठे उनका इंतजार करने लगे.. बड़ी माँ रात के 10 बजे आई और उन्होंने कहा कि में तुम दोनों के बारे में तुम्हारे अंकल को बताउंगी। तो मैंने कहा कि जाओ बताओ में भी बता दूँगा कि तुम्हारा पति कुछ नहीं कर पता.. क्योंकि उसका लंड खराब हो गया हैं और तुम अपनी चूत में मोमबत्ती घुसाती हो। तो उन्होंने कहा कि तुम्हे यह सब किसने बताया? फिर मैंने कहा कि वो तो छोड़ो.. तभी वो रोने लगी और कहा कि मुझे सिर्फ़ यह कहना था कि बेटा तुम मेरी भी प्यास बुझा दो। तो मैंने कहा कि आपको ऐसा पहले कहना था और हम तो बिना बात के डर ही गये थे। तो आंटी ने कहा कि आज तो बहुत मज़ा आएगा और मैंने बड़ी माँ को गले लगा लिया। मेरी बड़ी माँ के बूब्स 40 के होंगे और गांड 34 की.. मैंने उनकी साड़ी खोल दी और कहा कि चल अपने बूब्स दिखा रंडी। तो उसने ब्रा को खोल दिया और में तो दंग ही रह गया कि उसके बूब्स इतने बड़े थे और मैंने बूब्स चूसना शुरू कर दिया। एक बूब्स में चूस रहा था और एक आंटी.. फिर हमने थोड़ी देर बाद बड़ी माँ को लेटा दिया और में उनकी चूत पर चड़ गया और उनकी चूत को चाटने, चूसने लगा और आंटी उनके बूब्स चूस रही थी। तो बड़ी माँ सिसिकियाँ भर रही थी और कह रही थी कि वाह मज़ा आ गया यार प्लीज़ और चूसो.. में चूसता रहा और थोड़ी देर बाद उनकी चूत से पानी निकल गया और वो कांपने लगी और कहने लगी कि मेरी शादी के इतने साल बाद आज पहली बार मेरी चूत से पानी निकला हैं। तो मैंने कहा कि में अब आपकी चूत फाड़ दूंगा.. तभी वो बोली कि फाड़ दे बेटा मेरी चूत और दिखा अपने लंड का जोश।
फिर मैंने अपना लंड पेंट से बाहर निकाला.. तभी वो मेरा बड़ा लंड देखकर डर गयी और बोली कि यह 7 इंच का लंड अब तक कहाँ पर छुपाकर रखा था? और मुझे पहले पता होता तो में हमेशा तुझसे ही चुदवाती। मैंने बिना देर किए अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया.. उनके मुहं से आह्ह्ह निकल गयी और वो जोर से चिल्लाने लगी.. ऊई हहाहह माँ मार दिया मुझे.. चोद मुझे और जोर से चोद दे फाड़ दे माँ उईईई में गई.. तो मैंने कहा कि अब मेरा वीर्य निकलने वाला है.. कहाँ पर डालूं? तो उन्होंने कहा कि डाल दे अंदर ही और मैंने उनकी चूत के अंदर ही अपना वीर्य डाल दिया.. आंटी देख रही थी और उसने अपनी बहन से कहा कि आपका काम तो हो गया दीदी बताओ अब मेरा क्या होगा? तब बड़ी माँ ने कहा कि आज में एक सेक्स पावर की गोली लाई हूँ हम इसको खिला देते हैं और यह हम दोनों को आज रात भर चोदेगा।
तो मैंने कहा कि नहीं में गोली नहीं खाऊंगा.. आंटी ने कहा कि बेटा खाले नहीं तो तेरी बड़ी माँ कूद कूदकर शोर मचाएगी क्योंकि उसे बड़े दिनों के बाद लंड जो मिला हैं। फिर मैंने वो गोली खा ली और थोड़ी देर बाद जब उस गोली का असर हुआ तो मेरा लंड ऐसा हो गया था जैसे मानो की लोहे का सरिया हो.. मेरा लंड तनकर अकड़ रहा था और मुझे बहुत दर्द हो रहा था.. मेरी हालत एसी थी कि मुझे जो कोई भी मिल जाए में उसे ही चोद दूँ। मैंने आंटी को कहा कि जल्दी से कुतिया बन जाओ और में आंटी के बाल पकड़कर उनके ऊपर चड़ गया और चुदाई शुरू की.. गोली की वजह से मुझे वीर्य गिरने का भी डर नहीं था इसलिए में पागलों की तरह कसकर धक्के मार रहा था। तो आंटी बोली कि क्या आज मेरी चूत फाड़ ही दोगे? मैंने कहा कि साली कुतिया चुपकर अपने पति से सन्तुष्टि नहीं मिलती तो मुझसे चुदवाती हैं साली कुतिया ले मेरा लंड।
तो आंटी सिसकियाँ लेने लगी.. उई माँ उऊफ़ में मर गयी उईउऊफ़ मज़ा आ रहा हैं यार.. मार कसकर मार ईईईऊफ़.. तभी बड़ी माँ बोली कि क्या उसे ही चोदेगा या मुझे भी चोदेगा कुत्ते? तो मैंने कहा कि आजा रंडी तू भी और मैंने कहा कि चल घोड़ी बन और उसकी गांड में लंड घुसा दिया.. वो रोने लगी हाए बाहर निकाल आज तू क्या मुझसे बदला लेगा? तो मैंने कहा कि चुप कुतिया ले मेरा लंड ले बहुत गोली खिलाने का शौक था ना तुझे.. ले अब और गांड मरवा। मैंने उसकी गांड मार मारकर उसकी गांड का छेद बड़ा कर दिया। वो उई उऊफ़ गया पूरा लंड मेरी गांड में गया.. में मर जाऊंगी.. में आज मर गई.. उउफ वो यही कह रही थी और फिर आंटी ने कहा कि मेरी भी गांड मार बेटा।
तो मैंने अपना लंड आंटी की गांड में घुसा दिया.. वाह मुझे मज़ा आ गया यार में बहुत धक्के मारता गया और मैंने उस रात बहुत देर तक उन दोनों की चुदाई की और उन दोनों की हालत खराब हो गई.. लेकिन गोली की वजह से मेरा वीर्य निकल ही नहीं रहा था.. तभी मुझे एक आईडिया आया और मैंने कहा कि आज में तुम दोनों को मार ही डालूँगा.. मैंने आंटी से कहा कि अपना मुहं खोलो। तो उन्होंने मुहं खोल दिया और मैंने उनके मुहं में अपना लंड घुसा दिया और आंटी के मुहं को चोदने लगा। आंटी को बहुत मज़ा आ रहा था.. लेकिन में इतनी जोर से धक्के मार रहा था कि आंटी की सांसे तक रुक रही थी और उनकी आखों से आंसू आने लगे थे। तो आंटी बोली कि मुझे नये तरीके से चोद.. मैंने कहा कि ठीक हैं और मैंने उनको हवा में उठा दिया और चोदने लगा.. आंटी की हालत खराब हो रही थी। तो आंटी ने कहा कि तो अब मुझे छोड़ दे और दीदी को चोद.. मैंने बड़ी माँ को पकड़ा उसकी गांड को जोर से काट लिया और फिर उसकी गांड बहुत जोर से मारने लगा। मैंने उस रात उन दोनों को 4 बार चोदा दिया अब मुझे लगने लगा कि मेरा वीर्य निकलने वाला है तो मैंने कहा कि जो भी मेरा वीर्य गिराएगा में उसे कल फिर गोली ख़ाकर चोदूंगा। तो तुम दोनों सोच लो कि जो कोई भी जीतेगा वो कल कितने मजे करेगा। फिर मैंने पहले बड़ी माँ को बहुत चोदा.. लेकिन मेरा वीर्य नहीं गिरा और जब आंटी को चोदा तो भी वीर्य नहीं गिर रहा था। तो आंटी ने अपना दिमाग़ लगाया और कहा कि जान आज बहुत मज़ा आ रहा है और वो मेरे पास आती जा रही थी और बोलने लगी कि अपना लंड मेरे मुहं में डालो.. अपना वीर्य मेरे मुहं में डालो.. यह सुनकर मेरा वीर्य गिरने लगा था.. मैंने अपना लंड आंटी के मुहं में घुसा दिया और वो सारा वीर्य पी गयी और हम तीनो ऐसे ही नंगे सो गये ।।
आंटी और उसकी बड़ी बहन
हैल्लो दोस्तों.. मेरा नाम नितिन है और मेरी उम्र 26 साल है। दोस्तों आप सभी को मेरी पिछली कहानी “आंटी की चुदाई” बहुत पसंद आई। अब में आज आप सभी के सामने अपना एक नया सेक्स अनुभव लिख रहा हूँ और शायद मेरी पिछली कहानी भी आप सभी को याद होगी कि कैसे मैंने अपनी आंटी को बजाया और अब में उसके आगे की कहानी शुरु करता हूँ..
दोस्तों आंटी के साथ सेक्स करने के बाद आंटी मेरे लंड की दीवानी हो गयी और फिर जब भी अंकल बाहर जाते तो हम बहुत दिनों तक कई कई घंटो तक सेक्स करते। फिर एक दिन अंकल को किसी काम से कुछ दिनों के लिए बाहर जाना था और मुझे तो मज़ा आ गया कि में अब मज़े से आंटी की चुदाई करूंगा.. तो अंकल के जाते ही में आंटी के घर पर पहुंच गया। आंटी किचन में अपना काम कर रही थी और में उनके पीछे खड़ा हो गया और मैंने अपने लंड को आंटी की गांड से छू दिया। तभी आंटी ने कहा कि इतनी जल्दी क्या हैं? अभी तो हमारे पास पूरा एक हफ्ता पड़ा हैं.. तुम जी जैसे चाहो वैसे जी भरकर चुदाई करना। तो मैंने कहा कि मुझे अभी इसी वक़्त चुदाई करनी हैं.. आंटी बोली कि ठीक हैं और मैंने आंटी की साड़ी को खोल दिया और उनके बूब्स चूसने लगा।
तो आंटी कहने लगी कि मुझे कब से इस दिन का बड़ी बेसब्री से इंतजार था कि तुम जी भरकर मुझे चोदो और वैसे भी तुम्हारे अंकल के लंड में अब वो दम नहीं हैं.. जो तुम्हारे लंड में है। फिर मैंने आंटी की चूत चाटनी शुरू कर दी और आंटी सिसकियाँ लेने लगी हाए आह्ह्ह ऊँह्ह्ह और जोर से चूसो। फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और आंटी की चूत पर रखकर जोर जोर से धक्के मारने लगा। आंटी वाह मेरे राजा मार आज फाड़ दे मेरी चूत को और जोर से मार कसकर धक्के मार बना दे मुझे अपनी रंडी.. में भी कहे जा रहा था कि ले रंडी ले मेरा लंड ले में आज तेरी चूत के दो टुकड़े कर दूंगा और में पूरे जोश में आकर बहुत जोर जोर से धक्के देकर उसकी चूत मार रहा था और इस चुदाई के चक्कर में हमने दरवाजा बंद नहीं किया था और हम पूरे जोश के साथ सेक्स में लगे हुए थे।
तभी आंटी की बड़ी बहन जिसे में बड़ी माँ कहता था वो आ गयी.. लेकिन हम लोगों को पता नहीं था और हम तो सेक्स में व्यस्त होकर मज़े कर रहे थे और हमे उस समय इस बात का पता नहीं चला और सेक्स के बाद हमने कपड़े पहने और आंटी ने कहा कि बच्चे स्कूल से आते होगें.. जान तुम आज रात को आना हम फिर से मजा करेंगे। तो में उस समय अपने घर पर चला गया और जब रात को आंटी के घर गया तो देखा कि आंटी कुछ परेशान लग रही थी.. तो मैंने पूछा कि आंटी क्या बात है? और आप इतनी टेंशन में क्यों हो? तब उन्होंने मुझे बताया कि जब हम दिन में सेक्स कर रहे थे.. तब हमे मेरी दीदी ने देख लिया। फिर मेरे तो होश ही उड़ गये और में कुछ देर बाद बोला कि आप यह क्या बोल रही हो? लेकिन हमे बड़ी मम्मी ने कब देख लिया? तो उन्होंने कहा कि हाँ में एकदम सच बोल रही हूँ.. हमे उन्होंने सेक्स करते हुए देख लिया है। फिर मैंने बोला कि अब क्या होगा? तो वो बोली कि उन्होंने कहा हैं कि वो रात को यहाँ पर आएगी.. लेकिन हम बहुत डर गये थे कि अब सबको पता चल जाएगा।
फिर आंटी ने अपने दोनों बच्चो को खाना खिलाकर जल्दी ही सुला दिया और हम बैठे बैठे उनका इंतजार करने लगे.. बड़ी माँ रात के 10 बजे आई और उन्होंने कहा कि में तुम दोनों के बारे में तुम्हारे अंकल को बताउंगी। तो मैंने कहा कि जाओ बताओ में भी बता दूँगा कि तुम्हारा पति कुछ नहीं कर पता.. क्योंकि उसका लंड खराब हो गया हैं और तुम अपनी चूत में मोमबत्ती घुसाती हो। तो उन्होंने कहा कि तुम्हे यह सब किसने बताया? फिर मैंने कहा कि वो तो छोड़ो.. तभी वो रोने लगी और कहा कि मुझे सिर्फ़ यह कहना था कि बेटा तुम मेरी भी प्यास बुझा दो। तो मैंने कहा कि आपको ऐसा पहले कहना था और हम तो बिना बात के डर ही गये थे। तो आंटी ने कहा कि आज तो बहुत मज़ा आएगा और मैंने बड़ी माँ को गले लगा लिया। मेरी बड़ी माँ के बूब्स 40 के होंगे और गांड 34 की.. मैंने उनकी साड़ी खोल दी और कहा कि चल अपने बूब्स दिखा रंडी। तो उसने ब्रा को खोल दिया और में तो दंग ही रह गया कि उसके बूब्स इतने बड़े थे और मैंने बूब्स चूसना शुरू कर दिया। एक बूब्स में चूस रहा था और एक आंटी.. फिर हमने थोड़ी देर बाद बड़ी माँ को लेटा दिया और में उनकी चूत पर चड़ गया और उनकी चूत को चाटने, चूसने लगा और आंटी उनके बूब्स चूस रही थी। तो बड़ी माँ सिसिकियाँ भर रही थी और कह रही थी कि वाह मज़ा आ गया यार प्लीज़ और चूसो.. में चूसता रहा और थोड़ी देर बाद उनकी चूत से पानी निकल गया और वो कांपने लगी और कहने लगी कि मेरी शादी के इतने साल बाद आज पहली बार मेरी चूत से पानी निकला हैं। तो मैंने कहा कि में अब आपकी चूत फाड़ दूंगा.. तभी वो बोली कि फाड़ दे बेटा मेरी चूत और दिखा अपने लंड का जोश।
फिर मैंने अपना लंड पेंट से बाहर निकाला.. तभी वो मेरा बड़ा लंड देखकर डर गयी और बोली कि यह 7 इंच का लंड अब तक कहाँ पर छुपाकर रखा था? और मुझे पहले पता होता तो में हमेशा तुझसे ही चुदवाती। मैंने बिना देर किए अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया.. उनके मुहं से आह्ह्ह निकल गयी और वो जोर से चिल्लाने लगी.. ऊई हहाहह माँ मार दिया मुझे.. चोद मुझे और जोर से चोद दे फाड़ दे माँ उईईई में गई.. तो मैंने कहा कि अब मेरा वीर्य निकलने वाला है.. कहाँ पर डालूं? तो उन्होंने कहा कि डाल दे अंदर ही और मैंने उनकी चूत के अंदर ही अपना वीर्य डाल दिया.. आंटी देख रही थी और उसने अपनी बहन से कहा कि आपका काम तो हो गया दीदी बताओ अब मेरा क्या होगा? तब बड़ी माँ ने कहा कि आज में एक सेक्स पावर की गोली लाई हूँ हम इसको खिला देते हैं और यह हम दोनों को आज रात भर चोदेगा।
तो मैंने कहा कि नहीं में गोली नहीं खाऊंगा.. आंटी ने कहा कि बेटा खाले नहीं तो तेरी बड़ी माँ कूद कूदकर शोर मचाएगी क्योंकि उसे बड़े दिनों के बाद लंड जो मिला हैं। फिर मैंने वो गोली खा ली और थोड़ी देर बाद जब उस गोली का असर हुआ तो मेरा लंड ऐसा हो गया था जैसे मानो की लोहे का सरिया हो.. मेरा लंड तनकर अकड़ रहा था और मुझे बहुत दर्द हो रहा था.. मेरी हालत एसी थी कि मुझे जो कोई भी मिल जाए में उसे ही चोद दूँ। मैंने आंटी को कहा कि जल्दी से कुतिया बन जाओ और में आंटी के बाल पकड़कर उनके ऊपर चड़ गया और चुदाई शुरू की.. गोली की वजह से मुझे वीर्य गिरने का भी डर नहीं था इसलिए में पागलों की तरह कसकर धक्के मार रहा था। तो आंटी बोली कि क्या आज मेरी चूत फाड़ ही दोगे? मैंने कहा कि साली कुतिया चुपकर अपने पति से सन्तुष्टि नहीं मिलती तो मुझसे चुदवाती हैं साली कुतिया ले मेरा लंड।
तो आंटी सिसकियाँ लेने लगी.. उई माँ उऊफ़ में मर गयी उईउऊफ़ मज़ा आ रहा हैं यार.. मार कसकर मार ईईईऊफ़.. तभी बड़ी माँ बोली कि क्या उसे ही चोदेगा या मुझे भी चोदेगा कुत्ते? तो मैंने कहा कि आजा रंडी तू भी और मैंने कहा कि चल घोड़ी बन और उसकी गांड में लंड घुसा दिया.. वो रोने लगी हाए बाहर निकाल आज तू क्या मुझसे बदला लेगा? तो मैंने कहा कि चुप कुतिया ले मेरा लंड ले बहुत गोली खिलाने का शौक था ना तुझे.. ले अब और गांड मरवा। मैंने उसकी गांड मार मारकर उसकी गांड का छेद बड़ा कर दिया। वो उई उऊफ़ गया पूरा लंड मेरी गांड में गया.. में मर जाऊंगी.. में आज मर गई.. उउफ वो यही कह रही थी और फिर आंटी ने कहा कि मेरी भी गांड मार बेटा।
तो मैंने अपना लंड आंटी की गांड में घुसा दिया.. वाह मुझे मज़ा आ गया यार में बहुत धक्के मारता गया और मैंने उस रात बहुत देर तक उन दोनों की चुदाई की और उन दोनों की हालत खराब हो गई.. लेकिन गोली की वजह से मेरा वीर्य निकल ही नहीं रहा था.. तभी मुझे एक आईडिया आया और मैंने कहा कि आज में तुम दोनों को मार ही डालूँगा.. मैंने आंटी से कहा कि अपना मुहं खोलो। तो उन्होंने मुहं खोल दिया और मैंने उनके मुहं में अपना लंड घुसा दिया और आंटी के मुहं को चोदने लगा। आंटी को बहुत मज़ा आ रहा था.. लेकिन में इतनी जोर से धक्के मार रहा था कि आंटी की सांसे तक रुक रही थी और उनकी आखों से आंसू आने लगे थे। तो आंटी बोली कि मुझे नये तरीके से चोद.. मैंने कहा कि ठीक हैं और मैंने उनको हवा में उठा दिया और चोदने लगा.. आंटी की हालत खराब हो रही थी। तो आंटी ने कहा कि तो अब मुझे छोड़ दे और दीदी को चोद.. मैंने बड़ी माँ को पकड़ा उसकी गांड को जोर से काट लिया और फिर उसकी गांड बहुत जोर से मारने लगा। मैंने उस रात उन दोनों को 4 बार चोदा दिया अब मुझे लगने लगा कि मेरा वीर्य निकलने वाला है तो मैंने कहा कि जो भी मेरा वीर्य गिराएगा में उसे कल फिर गोली ख़ाकर चोदूंगा। तो तुम दोनों सोच लो कि जो कोई भी जीतेगा वो कल कितने मजे करेगा। फिर मैंने पहले बड़ी माँ को बहुत चोदा.. लेकिन मेरा वीर्य नहीं गिरा और जब आंटी को चोदा तो भी वीर्य नहीं गिर रहा था। तो आंटी ने अपना दिमाग़ लगाया और कहा कि जान आज बहुत मज़ा आ रहा है और वो मेरे पास आती जा रही थी और बोलने लगी कि अपना लंड मेरे मुहं में डालो.. अपना वीर्य मेरे मुहं में डालो.. यह सुनकर मेरा वीर्य गिरने लगा था.. मैंने अपना लंड आंटी के मुहं में घुसा दिया और वो सारा वीर्य पी गयी और हम तीनो ऐसे ही नंगे सो गये ।।
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