Thursday, April 16, 2015

FUN-MAZA-MASTI सुन्दरता मेरी इज़्ज़त की दुश्मन

FUN-MAZA-MASTI




सुन्दरता मेरी इज़्ज़त की दुश्मन

हेलो दोस्तों.. मैं इशिका हूँ और जैसा कि मेरे बारे में बताया गया है कि मैं बेहद ही सुंदर लड़की हूँ.. मेरी हाईट 5.10 इंच, रंग गोरा, आँखे बड़ी बड़ी, छाती गोल गोल, बाल लम्बे काले है.. और मेरा फिगर 36-24-36 है. मुझे कोई भी देखे तो बार बार अपने ख्यालों में मुझे याद करके मुठ मारता रहे. बस यह सुन्दरता अब मेरी इज़्ज़त की दुश्मन बन गयी है.. अब इस मुसीबत से निकलने का कोई रास्ता भी मुझे नज़र नहीं आ रहा है. अब मैं सीधे आपको अपनी कहानी पर ले जाती हूँ. यह बात तब की है जब मैं अपना बीए का कोर्स खत्म करके काम ढूँडने के लिए निकली थी. मैंने अपना बीए फाईनेन्स और अकाउंटिंग में किया है और बड़े ही अच्छे नम्बर से पास हुई थी. तो मेरे सभी घर वाले मुझसे बड़े ही खुश थे.. क्योंकि मैं मेहनती और ऊँचे ख्यालों वाली लड़की हूँ. हमेशा ही हंसमुख रहती थी.. लेकिन शायद किस्मत को यह मंज़ूर नहीं था.
कॉलेज में भी कई लड़के मुझ पर लाईन मारते थे.. लेकिन मैं उन पर ज्यादा ध्यान नहीं देती थी. मेरा एक सीनियर लड़का हमेशा मुझसे अच्छी तरह से बात करता और वो मेरी मदद भी करता रहता था. जिसे मैं हमेशा भैया कहकर बुलाती थी. उनका नाम अतुल भैया है और मैं हमेशा उन्ही से ज़्यादातर बात करती थी और वो पढ़ाई में मेरी मदद किया करते थे. तो अब मैं  नौकरी की तलाश में इंटरव्यू के लिए पहले दिन गयी जो अतुल भैया ने मुझे बताया कि वो कंपनी बहुत बड़ी फाईनेन्स और लोन देने वाली कंपनी है और इंटरव्यू बोर्ड में तीन लोग बैठे थे. फिर उन्होंने अपना परिचय दिया.. उनका नाम अजय, राजू और तीसरा अतुल भैया था. फिर जब मैं इंटरव्यू के लिए गयी तो मैंने पाया कि सभी की नज़रें मुझ पर टिकी थी और सभी लोग मेरे बदन के अंग अंग को घूर रहे थे.. लेकिन मुझे इन सबकी आदत पड़ चुकी थी.. क्योंकि कॉलेज में भी सारे लड़के मुझे इसी तरह से देखा करते थे.
फिर जब मैं इंटरव्यू के लिए बैठी तो मुझसे सवाल पूछना शुरू हुआ.. अतुल भैया भी वहीं पर उनके साथ मेरा इंटरव्यू ले रहे थे और उन्होंने ज्यादातर मुझसे सवाल किए बाकी सब इंटरव्यूवर शांत थे. तो मैंने सोचा कि चलो अच्छा है भैया ही पूछ ले तो वो ज़्यादा कड़े सवाल नहीं पूछेगें.. लेकिन धीरे धीरे वो मेरी पर्सनल लाईफ के बारे में पूछने लगे और सिर्फ़ दो सवाल ही मेरी पढ़ाई के ऊपर पूछे गए.. मैं नयी थी और मुझे किसी काम का अनुभव भी नहीं था और यह मेरा पहला इंटरव्यू था. तभी अचानक मुझसे यह सवाल पूछा कि क्या आपका कोई बॉयफ्रेंड है? क्या आपने कभी सेक्स किया है या नहीं? आप बाल रखती है.. या शेव करती है? आपकी छाती का साईज़ क्या है? आप क्या कपड़े पहन कर सोती है? अभी अपने किस कलर की पेंटी पहनी है?
तब मैंने कहा कि यह क्या बेहूदा सवाल है? मैं यहाँ पर इंटरव्यू देने आई हूँ अपनी इज़्ज़त लुटाने नहीं और मेरे होश उड़ गये.. यह कैसा इंटरव्यू है. फिर मैंने अतुल से कहा कि देखो ना अतुल भैया यह लोग मुझसे कैसे कैसे सवाल कर रहे है? प्लीज़ आप इन्हे रोको.. मैं कोई ऐसी लड़की नहीं हूँ. तभी अतुल हंस पड़ा.. तो में समझ गयी कि इसमें अतुल भी शामिल है. अजय ने फिर पूछा कि आप नीचे के बाल साफ रखती है या नहीं? आपकी ब्रा का साईज़ क्या है? तो मेरा मुहं खुला का खुला रह गया और मैं समझ गयी कि यह सब एक नाटक है मुझे फँसाने का.. भाड़ में गई नौकरी और इंटरव्यू इज़्ज़त बची तो बहुत नौकरी करूँगी. फिर मैं उठने लगी तो अतुल ने मुझे ज़बरदस्ती बैठा दिया और रवि ने फिर पूछा कि मिस इशिका क्या आपने कभी सेक्स किया है?
अब मेरे बर्दाश्त से बाहर था और इस सवाल पर मुझे बहुत गुस्सा आ गया और मैं वहाँ से गुस्से से उठकर जाने ही वाली थी कि अचानक दरवाज़ा बंद हो गया और मैं बहुत डर गयी. फिर उन सभी ने मुझसे कहा कि आज मैं उनकी प्यास बुझाए बगैर कहीं नहीं जा सकती. तो मुझे दाल में कुछ काला लगा और में समझ गयी कि यह सारा अतुल का ही बनाया हुआ कोई जाल है और मेरी आँखो में आँसू आ गये.. मैं रोकर अतुल भैया से विनती करने लगी.. अतुल भैया मैंने आपको हमेशा बड़ा भाई माना है.. आप तो मुझे बचा लो इन दरिंदो से प्लीज मुझे जाने दो.
अतुल ने कहा कि मेरी नज़र तुझ पर तब से पड़ी थी जब से मैंने तुझे कॉलेज में देखा था. आज तू मेरी और मेरे सभी दोस्तों की प्यास बुझाएगी.. हम सब आज तेरी जवानी का मज़ा लूटेंगे और तुझे अपनी रंडी बनाएँगे.. तू चली जाना.. लेकिन पहले हम तेरी जवानी का रस पी ले तब.. हम रूपनगर के चीते है और शिकार पर ही जीते है. फिर सब के सब मुझे वहाँ पर घेरकर खड़े थे और मैं अकेली उनके बीच थी और मैं रो रही थी और फिर मैं मदद के लिए चिल्लाने ही वाली थी कि पीछे से एक बंदे ने मेरे मुहं में रुमाल भरकर मेरा मुहं बंदकर दिया और दूसरे ने मेरे हाथ बांध दिए. फिर एक बंदे ने बाहर जाकर कहा कि इंटरव्यू बंद और सबको जाने के लिए कह दिया और फिर वो अंदर आया. तो मैं अब अकेली पूरे ऑफिस में उन भूखे कुत्तों के सामने थी और मुझे बहुत डर लग रहा था. फिर उन सब ने मेरे कपड़े फाड़ दिए और सबसे पहले अतुल मुझ पर झपटा. मैं अपने आपको छुड़ाने के लिए कोशिश करने लगी.. लेकिन उन सब ने मुझे नीचे लेटा दिया और एक ने मेरी पेंटी खींचकर निकाल दी और दूसरे ने मेरी ब्रा फाड़कर निकाली. मैं उन सब के सामने नंगी लेटी हुई थी और मेरे पूरे बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था. फिर वो सब भी अपने कपड़े निकाल कर पूरे नंगे हो गये.. उन सबके लंड बहुत बड़े बड़े और मोटे मोटे थे. तो मैं देखकर डर गयी कि वो इतने मोटे लंड से मुझे चोदेगे और अगर अतुल को चोदना ही था तो मुझे बताता.. इतना नाटक करने की क्या ज़रूरत थी और इतने सारे लंड को में कैसे अपनी छोटी सी चूत में लूँगी? मेरी तो जान निकल जाएगी और यह सोच सोचकर मेरे आंसू निकल रहे थे. तभी उन्होंने मेरे मुहं से कपड़ा निकल दिया और फेंक दिया और जैसे ही मैंने चिल्लाने की कोशिश की अतुल ने मेरे मुहं में अपना लंड घुसा दिया और एक मेरी दोनो टाँगे चौड़ी करके मेरी बालों से भरी चूत सहलाने लगा गया. फिर वो बोला कि कितने बाल है यहाँ.. पूरा जंगल बना रखा है. घर में हेयर रिमूवर या रेज़र नहीं है क्या? इसे साफ रखना चाहिए ना.
वो अपने हाथ से मेरी चूत के बाल खींच रहा था.. शायद वो हज्जाम का बेटा था. उसके खींचने से मेरे बाल टूट रहे थे और मुझे बहुत दर्द भी हो रहा था और वो मेरी चूत को सूंघ रहा था मानो मैंने पर्फ्यूम लगा रखा हो. फिर उसने मेरी चूत को किस किया और उसके किस करने से इतनी मुश्किल में भी मेरा शरीर सिहर गया. वो बार बार मेरी चूत को किस कर रहा था. फिर उसने मेरी चूत के होंठ पर अपना मुहं रख दिया और फिर वो मेरी चूत को फैलाकर चाटने लगा. उधर अतुल का लंड मेरे मुहं में था जिसे वो ज़ोर ज़ोर से झटके दे रहा था.. अतुल मेरा मुहं बेरहमी से चोदे जा रहा था और उसका लंड मेरे गले तक घुसे जा रहा था.. जिससे मुझे सांसे लेने में दिक्कत हो रही थी. नीचे वो बंदा मेरी चूत चाटे जा रहा था और वो अपनी जीभ मेरी चूत के अंदर तक घुसाकर पूरी मस्ती में मेरी चूत का स्वाद ले रहा था और मैं अब गीली होने लगी थी और इसका अहसास उसे भी हो रहा था. वो मज़े से मेरी गीली होती चूत के रस का मज़ा ले रहा था. उसने मेरी चूत के दाने को ढूँढ लिया और उसे चूसने लगा. तो मेरा हाथ खुद ही उसके सर पर चला गया और उसे दबाने लगी.
यह देखकर एक बंदा बोला कि साली को राजू का चूत चाटना बहुत पसंद आ रहा है.. देखो कैसे वो उसके सर को पकड़ के अंदर धकेल रही है.. अतुल तूने क्या मस्त माल दिलाया है हम दोस्त तेरे कायल हो गये. तो अतुल बोला कि यार हम सब मिल बाँट कर खाते है. आज इसकी चूत की सील में तोड़ूँगा और तुम सब इसे बारी बारी से चोदना. फिर एक बंदा बोला कि मुझे तो इसके बूब्स ज़्यादा पसंद है. में इसे चूसता हूँ और वो मेरे बूब्स मसलने लग गया और मेरे निप्पल को चूसने लग गया. फिर अतुल बोला कि रवि जरा कैमरा तो बाहर निकाल हम इसकी चुदाई का वीडियो बनाएँगे. तो मैंने कहा कि अतुल मेरी वीडियो मत बनाओ.. चाहो तो तुम मुझे चोद लो.. मैं कुछ नहीं कहूँगी.. लेकिन प्लीज़ रीकॉर्डिंग मत करो.. लेकिन वो कहाँ मानने वाला था. एक बंदा अलमारी से कैमरा निकाल कर मेरी चुदाई की वीडियो बना रहा था. अतुल का लंड मेरे मुहं में हरकत करने लग गया था और एक बंदा मेरी चूची चूस रहा था और दूसरा मेरी चूत चाट रहा था.
में चाहकर भी अपनी आँखे खुली नहीं रख पा रही थी.. मुझ पर धीरे धीरे मदहोशी छा रही थी. अतुल के चेहरे पर कई भाव आ रहे थे और उसका बदन अकड़ने लगा और मुझे लगा कि अब वो अपना वीर्य छोड़ेगा. फिर में उसका लंड बाहर निकालना चाहती थी.. लेकिन इससे पहले कि मैं कुछ कर पातीअतुल ने अपना पहला वीर्य सीधा मेरे गले में उतार दिया.. में खाँसती रह गयी और उसका लंड मेरे कंठ को छू गया और उसका ज्यादातर वीर्य मेरे गले के नीचे उतार गया. उसका कुछ वीर्य मेरी नाक के रास्ते से बहकर बाहर आ गया. मैंने पहली बार उस दिन किसी का लंड चूसा था और उसका रस पिया था.. नीचे वाले बंदे ने अपनी हरकत तेज़ कर दी.. वो मेरी चूत के दाने को बहुत ज़ोर से चूस रहा था.. मेरे मन पर उसका जुनून छाने लगा था और मुझे उसका चूत चूसना अच्छा लग रहा था.. मेरी साँसे तेज़ हो रही थी और मेरी धड़कन की रफ्तार दोगुनी हो गयी थी और मुझे लगा कि अब मैं स्वर्ग में हूँ और लगा कि मैं भी झड़ने वाली हूँ. मेरी चूत में हरक़त हुई और बिना किसी चेतावनी के मेरा पानी निकल गया. तो मैंने उसके सर को ज़ोर से पकड़ लिया.. उसका मुहं मेरी चूत से एक पल को भी नहीं हटा और वो बदमाश मेरी चूत का पानी ऐसे पी गया जैसे वो गंगाजल हो. फिर वो सब ज़ोर ज़ोर से हँसने लगे. तो एक कहने लगा कि राजू ने इसकी चूत का पानी निकाल दिया और अब यह चुदाई के लिए तैयार है.
फिर मैं खांसती रही और दूसरा बंदा अभी भी मेरी चूची चूस रहा था. अतुल का और मेरा पानी निकलते देख नीचे वाला बंदा भी जोश में आ गया.. वो मेरे ऊपर आ गया और उसने मेरी चूत में अपना लंड रगड़ना शुरू कर दिया. फिर उसने एक ज़ोर का झटका देकर अपना आधे से ज्यादा लंड एक ही बार में मेरी चूत में डाल दिया. उस वक्त मेरा चूत का छेद बहुत छोटा था और मैंने कभी उसमे पेन्सिल भी नहीं घुसाई थी और यहाँ पर इसने अपना मोटा मूसल जैसा लंड एक धक्के में ही पूरा का पूरा घुसेड दिया. मुझे ज़ोर का दर्द हुआ और में चिल्ला उठी साले मदारचोद मेरी चूत फाड़ दी रे तूने हरामी.. धीरे से चोद अह्ह्ह.. क्या इसे अपनी माँ की चूत समझा है? अह्ह्ह उफफ मेरी चूत फट गयी. क्योंकि मेरी चूत कुवारीं थी तो मैं दर्द सहन नहीं कर पाई और ज़ोर से चीख पड़ी.. लेकिन उस वक़्त वहाँ पर उन तीनों के अलावा कोई नहीं था.. इसीलिए मेरी चीखे अनसुनी होकर रह गयी. फिर उसने और ज़ोर से मेरी चूत पर अपने लंड का दबाव डालकर अपना पूरा लंड मेरी चूत में भर दिया और वो अब अपने लंड को आगे पीछे करने लगा और में नीचे पड़ी चुदवा रही थी.
मैंने अपने दोनों पैर पूरी तरह से फैला दिए थे और राजू अब मस्ती से मुझे चोद रहा था.. पूरा कमरा हमारे चोदने की आवाज़ से गूँज रहा था.. ठप ठप ठप लगातार मेरी चुदाई की आवाज़ आ रही थी. फिर जो बंदा मेरी चूची चूस रहा था उसने अपना लंड मेरे मुहं में डाल दिया और मैं चूसने लगी और मैंने सोचा कि अब चुदाई हो ही रही है तो क्यों ना उसका मज़ा भी ले लूँ. फिर राजू ने भी चोदने की रफ्तार बड़ा दी और वो पूरे जोश से मुझे चोद रहा था.. अब मुझे भी चुदवाने में मज़ा आ रहा था.. लेकिन दर्द भी हो रहा था. फिर राजू बोल भी रहा था आज मस्त माल मिला है चोदने को.. एकदम कुँवारा माल.. कितनी टाईट चूत है इसकी? और उसका लंड मेरी चूत पर ज़ोर से धक्के लगा रहा था और तभी मेरी सील टूट गई और बहुत ज़ोर से दर्द हुआ और चूत से धीरे धीरे खून आने लगा. फिर भी मैं चिल्ला नहीं सकी क्योंकि अजय का लंड मेरे मुहं में था और में बहुत डर गयी.. लेकिन चुप रही.
यह देख अतुल हँसने लगा और बोला कि देखो साली कुतिया अजय का लंड मज़े से चूस रही है.. चुदाई के लिए परेशान थी और नौकरी खोज़ रही थी.. तू हमारी कंपनी में नौकरी कर ले और हम तुझे मोटी तनख़्वाह देंगे और रोज़ तेरी चुदाई भी करेंगे.. बोल क्या तुझे मंज़ूर है? आज तेरा अपायंटमेंट लेटर तुझे दे देते है. मेरी चूत से लगातार खून बह रहा था और अतुल ने ऊपर से मेरे दोनों हाथ पकड़ रखे थे और वो बंदा मेरी चूत लगातार चोदे जा रहा था और फिर उसने अपनी चोदने की गति बड़ा दी.. लेकिन मैं चीख नहीं पा रही थी क्योंकि राजू का लंड मेरे मुहं में था और अतुल ने मेरे हाथ पकड़ रखे थे. मेरी आँखो से आँसू निकलते गये और दूसरा बंदा मुझे दर्द देने के लिए मेरी चूची और निप्पल मसलता गया और उसे नाखूनो से नोचता गया और मेरी चूची पर उसके नाखूनो के निशान पड़ गए. उसके चोदने से में भी मस्ती में आ गयी और में भी नीचे से अपने चूतड़ हिलाने लगी और उसके हर धक्के के साथ में भी धक्के लगाने लगी. इससे वो और जोश में आकर मुझे धक्के मारने लगा और करीब 15 मिनट चोदने के बाद उसके लंड में हरक़त शुरू हुई..
वो एक पल तो थमा फिर वो मेरी चूत में ही झड़ गया. उसका पूरा बदन अकड़ा हुआ और उसने आँखे बंद की और अपना वीर्य मेरी चूत में छोड़ दिया. साले ने मेरे झड़ने का इंतज़ार भी नहीं किया.. लेकिन वो कुछ पल और अंदर वीर्य छोड़ता तो में भी साथ ही झड़ जाती.. हरामी साला.. मैंने मन ही मन उसे ढेरो गलियां दी और मैं आँसू का घूंट पीकर रह गयी. उसने अपने वीर्य की आखरी बूँद तक मेरी चूत में भर दी और उसका लंड फिर मुरझाकर मेरी चूत से बाहर निकल गया. फिर उसके हटते ही अजय ने अपना लंड मेरे मुहं से निकाला और मेरी चूत में डाल दिया.. तब राजू ने अपना वीर्य और मेरी चूत के खून से सना लंड मेरे मुहं में डाल दिया और बोला कि मेरे लंड को चाटकर साफ कर दो इसमें मेरा वीर्य और तुम्हारा खून लगा है. तो मैंने देखा तो वास्तव में उसका लंड खून से सना था और मैं इससे पहले ना कह पाती.. उसने मेरे मुहं में डाल दिया और में चुपचाप उसे चूसने लगी.. लेकिन वीर्य का स्वाद बहुत अजीब था. उधर अजय मेरी नई नई चुदी हुई चूत को चोद रहा था और अतुल मेरी चूची दबा रहा था.. में फिर से मस्ती में आ गयी. वो बहुत धीरे धीरे चोद रहा था. दो चार झटको के बाद रुकता फिर चोदता और में उसकी इस हरक़त से खुश हो रही थी और धीरे धीरे में भी चरम सीमा पर पहुँची और अब में भी झड़ने का इंतज़ार करने लगी.
मैं मस्ती में बोलने लगी और चोदो मुझे.. मेरी मस्ती निकल दो.. मुझे भी झड़ने दो आआहह माँ कितना मज़ा रहा है उइईई. फिर कुछ पल बाद अजय का बदन अकड़ गया और मन समझ गयी कि वो अब झड़ेगा. तो राजू बोला कि ले मेरे लंड का पानी ले.. साली तेरी चूत में मेरा पानी ले.. उसकी ऐसी बातें मुझे अब खराब नहीं लग रही थी. उसी पल मैं भी चरम सीमा पर पहुँची और उसके झड़ने के दौरान में भी झड़ गयी. फिर उसने भी मेरी चूत में अपना वीर्य छोड़ा और कुछ देर तक मेरे बदन पर लेटा रहा और अब मुझमे उठने की ताक़त नहीं रही और मैं अपनी हालत पर रोने लगी. करीब 15 मिनट बाद में शांत हुई तो मैंने उनसे कहा कि अब मुझे जाने दो अतुल. तुम लोगों ने मेरे शरीर को कहीं का नहीं छोड़ा मेरा बदन दर्द कर रहा है.. प्लीज मुझ जाने दो. तो अतुल बोला कि अभी कैसे अभी मैंने तुम्हारी चूत कहाँ चोदी है और ना तुम्हारी चूत का रस पिया है. तो अजय बोला कि अतुल ने इसके मुहं की सील तोड़ी.. राजू ने इसकी चूत की सील तोड़ी और अब मैं इसकी गांड की सील तोड़ूँगा. मुझे इसकी गांड मारनी है.. क्यों रानी तैयार हो ना? यह सुन कर मैं रोने लगी और कहने लगी कि नहीं.. गांड नहीं. मुझे बहुत दर्द होगा.. आज वैसे भी बहुत दर्द है मेरे छेद का बहुत बुरा हाल है.. देखो कितना खून निकला है प्लीज मुझे जाने दो.. गांड मत मारो और चाहो तो सब फिर कभी एक बार और चोद लेना. अभी मुझे जाने दो.. लेकिन वो सब कहाँ मानने वाले थे और सब एक साथ मुझ पर टूट पड़े. फिर मुझे पेट के बल लेटा दिया और मेरी चूतड़ उँची कर दी. फिर अजय मेरी गांड का छेद चाटने लगा और मुझे अजीब सा एहसास होने लगा. राजू ने अपना लंड मेरे मुहं में डाल दिया और अतुल मेरी चूत को रगड़ने लगा. उसकी उगंली में मेरी चूत से टपकने वाला रस लग रहा था और उसने अपनी उगंली बाहर निकालकर एक बार चूसी और मज़े से स्वाद लेने लगा. अजय पहले मेरे चूतड़ चाट रहा था और मेरे चूतड़ को चूस रहा था.. उसने मेरी गांड के छेद को फैलाया और अपनी जीभ को घुसा दी. अजय की जीभ मेरी गांड के छेद में प्रवेश कर रही थी और थोड़ा सा दर्द भी हुआ. तभी अतुल ने अलमारी से वेसलीन निकाली और अजय को दिया.. ले अजय इसकी गांड के छेद में इसे लगा दे.. इससे गांड बहुत चिकनी हो जाएगी. तो अजय ने ढेर सारा वेसलीन मेरी गांड के छेद पर लगा दिया और कुछ अपने मोटे लंड पर भी.
मैं डर रही थी कि इतना मोटा लंड मेरी गांड में नहीं जाएगा. फिर उसने मेरी गांड के छेद को फैलाते हुए अपना लंड मुहं पर लगाया और कुछ पल रुकने के बाद उसने एक धक्का लगाया.. तो उसके लंड का सुपाड़ा थोड़ा अंदर गया और मेरी चीख निकल गयी.. मर गयी रे बहुत दुख रहा है.. निकालो इसे उइईई.. छोड़ मुझे.. तुम मेरी चूत मार लो.. लेकिन मेरी गांड छोड़ दो आआआहह. फिर भी वो नहीं रुका और मुझे चोदने लगा और मेरी छोटी सी गांड में उसका मूसल सा लंड और उधर राजू का लंड मेरे मुहं में था. तभी अतुल नीचे से हाथ डालकर मेरी चूत रगड़ने लगा. फिर उसने मुझ थोड़ा उठाया और मेरे नीचे लेट गया. मैं अब पेट के बल लेटी थी और मेरे नीचे अतुल था और मेरे ऊपर अजय. तो अतुल ने अजय को रुकने का इशारा किया और अजय रुका तो मुझे थोड़ी राहत मिली. अतुल ने अपना खड़ा लंड नीचे से मेरी चूत में लगाया और ज़ोर का धक्का मारा.. आधा लंड मेरी चूत के अंदर चला गया. अजय को इशारा मिल गया और उसने भी अपने धक्के मारने शुरू कर दिए. अब एक साथ मेरी चूत और गांड चुद रही थी और मैं एक लंड चूस रही थी. शायद इसे ही तीन से चुदाई या चार से चुदाई कहते है. में एक साथ तीन लंड के मज़े ले रही थी और में भी मदहोशी में आ गई थी.. अब मुझे दर्द नहीं हो रहा था बल्कि मज़ा आ रहा था.
फिर मैं भी अपनी चुदाई में खो रही थी. फिर अजय बोल रहा था.. बहुत टाईट है इसकी गांड.. मेरे लंड को पकड़ लिया है इसकी गांड ने.. मैं अब इसकी गांड रोज़ मारूँगा. मेरी चुदाई में 15 मिनट बीत गये.. लेकिन मुझे लगा अभी कुछ पल बीते है. तो सबसे पहले अजय का बदन अकड़ा और बोला कि मेरे लंड का पानी ले अपनी गांड में.. मैं झड़ रहा हूँ आआआआ. फिर इसके बाद अतुल का पानी निकला और उसके साथ ही मैं भी झड़ी आआऊऊ में भी झड़ रही हूँ. वो कितना मधुर एहसास था जब हम सब पानी छोड़ रहे थे.. सबसे अंत में राजू का पानी मेरे मुहं में निकला और उसके पानी को मुहं में रखे ही मैंने अतुल को किस किया.. जिससे राजू का पानी थोड़ा सा अतुल के मुहं में भी गया.. तो अतुल को मेरी यह हरक़त पसंद आई.
फिर हम सब गले मिले और मैंने बारी बारी सबको किस किया.. सब मेरी चूची दबाने लगे और मैं अभी तक नंगी थी और मेरी चूत, गांड से माल निकल रहा था और मुझ पर भी बेहोशी छाने लगी थी. उनको उस वक़्त मेरी हालत पर रहम आया.. तो उस वक़्त वो तीनों मुझे उठाकर बाथरूम में ले गये और उन सब ने मुझ पर पानी डालकर मेरे बदन और चेहरे को साफ किया और मेरे पूरे बदन को नहलाया. फिर शेविंग रेज़र से मेरी चूत के बाल साफ किए. बिना बाल के चूत बहुत स्मूद दिख रही थी और फिर सबने बारी बारी से चूत को चूमा और चूत के अंदर उंगली डालकर लंड का पानी निकाला. उन्होंने मेरी नंगी साफ चूत के कई फोटो खींचे. मैं मदहोश हो रही थी और मैं फिर से चुदवाने के लिए गरम हो रही थी.. फिर मेरी हालत कुछ ठीक हुई
तो राजू मेरे लिए बज़ार से नई ड्रेस खरीदकर लाया.. तो तब तक मैं नंगी ही उनके आगे बैठी रही क्योंकि मेरे कपड़े तो उन्होंने फाड़ दिए थे. उतने वक़्त भी सब लगातार मेरी चूची और चूत को सहला रहे थे. फिर उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे उसी कंपनी में उनके नीचे काम करना पड़ेगा और जब भी वो चाहे उनके साथ चुदना पड़ेगा और अगर मैंने यह बात किसी को भी बताई तो वो उस रीकॉर्डिंग की सीडी बनाकर पूरे मार्केट में फैला देंगे. वैसे भी यह मेरी चुदाई वीडियो में रीकॉर्ड हो ही रही थी. आज मैं उसी कंपनी में हूँ और रोज़ चुदाई का आनन्द लेती हूँ ..
 




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