Wednesday, January 2, 2013

ब्यूटी सेन्टर



ब्यूटी सेन्टर

एक शान्त कमरा,
कमरे में बेड पर लेटा हुआ एक व्यक्ति,
जिसके हाथ में एक मोबाइल था,
एक स्मार्ट फोन,
स्मार्ट फोन से एक वायर लैपटॉप से जुड़ा हुआ था,
लैपटॉप पर इस वक्त गूगल अर्थ सक्रिय था,
उसकी उंगलियों ने जल्दी-जल्दी एक नम्बर डायल किया-
9....4...5...2.........0...1
मोबाइल को कान से लगाया गया।
'डायल किया गया नम्बर सेवा में नहीं है।'

थोड़ी देर बाद दूसरा नम्बर डायल किया गया-
9....4....5....2.......0...2
घण्टी गई....
दूसरी तरफ फोन उठाया गया-
"......हैलो...."-किसी नर की भारी सी आवाज।
'बिप्प्'-फोन काट दिया गया।

एक तीसरा नम्बर डायल किया गया-
9....4....5....2.......0...3
'...हैSSलोSS....'-एक काँपती हुई आवाज जो शायद किसी बुढ़िया की थी।
'बिप्प्'-फोन पुनः काट दिया गया।

चौथा नम्बर-
9....4....5....2.......0...4
'घूSSSS....घूSSSS'
घण्टी जा रही थी।
थोड़ी देर बाद दूसरी तरफ से फोन उठाया गया,
उसी के साथ गूगल मैप पर एक बिन्‍दु चमका जो की दिल्ली के अशोक बिहार में कहीं था-

"हैलो"-दूसरी तरफ से किसी मादा की बेहद सुरीली आवाज।
"मैम, मेरा नाम है समीर सक्सेना। मैं दिल्ली से बोल रहा हूँ।"- बेड पर लेटा हुआ व्यक्ति एकाएक उठकर बैठ गया।
उसने लैपटॉप पर एक बटन दबाया।
फोन पर की जाने वाली बातचीत रिकार्ड होने लगी।
"ओ.के...मैं आपकी बात सुन रही हूँ बोलिये"
"मैम मैं काया ब्यूटी सेन्टर में मार्केटिंग एनालिस्ट हूँ। मेरा काम है दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों में फोन पर घरेलू महिलाओं से बात करके उनकी हेल्थ व ब्यूटी संम्बधी समस्याओं को सुनना और अपनी कम्पनी के प्रोडक्ट के बारे में आप लोगों को जानकारी देना। अगर आपके पास समय हो तो मैं आधे घण्टे आपसे बातचीत करना चाहता हूँ।"
"मिस्टर समीर....आपने यहीं नाम बताया अभी.."
"यस मैम.....समीर सक्सेना.."
"देखिए मिस्टर समीर अभी तो मैं कॉलेज में हूँ। बात करना सम्‍भव नहीं होगा। अगर हो सके तो आप मुझे शाम को फोन कर सकते हैं।..."
"ओ.के मैम.....नो प्राब्लम....आप टाइम बता दीजिए मैं आपको कॉल कर लूँगा।"
"शाम को आप मेरे पास करीब...........5 से 6 के बीच में फोन कर सकते हैं।"
"ओ.के मैम.....इससे पहले आप फोन रखे क्या मैं आपका नाम जान सकता हूँ? रिकार्ड के लिए..."
"ईशिका ठाकुर.......मैं यूनिवर्सिटी में इंग्लिश की प्रोफेसर हूँ।"
"थैंक्यू मैम...आपका दिन शुभ हो..."
**********************************************************
शाम के करीब 6 बजे।
"हैलो मैम....मेरे ख्याल से अब आप फ्री होंगी..."
"जी हाँ....हालाँकि ये मेरा फेसबुक पर होने का समय है बट नो प्राब्लम...मैं आपसे बात करते हुए भी मैनेज कर लूंगी।....आप ने तभी अपना नाम शायद समीर बताया था।"
"यस मैम...समीर सक्सेना...मैं काया ब्यूटी सेन्टर में मार्केटिंग एनालिस्ट हूँ।"
"तो मिस्टर समीर....बताइए मैं आप की क्या मदद कर सकती हूँ।....इससे पहले आप कुछ भी बोले मैं आपको ये बता दूँ कि यदि अगले 5 मिनट में आपकी बात मेरी समझ में नहीं आई या आपकी बातों से मैं संतुष्ट नहीं हुई तो मैं बिना बताएं फोन काट दूंगीं। चाहे आप इसे सावधानी समझ लीजिए या फिर बदतमीज़ी...चलिए बोलिये आपको क्या कहना है?"
"कुछ भी बताने से पहले मैं आपसे कुछ जनरल सवाल पूँछना चाहूंगा?"
"पूछिए?"
"क्या आपने कभी काया ब्यूटी का कोई कास्मैटिक प्रयोग किया है?"
"जी नहीं..."
"क्या आपको कोई ब्यूटी प्राब्लम है?"
"हूं....आई थिंक थोड़ी सी तो है"
"क्या आप थोड़ा विस्तार से बताएंगी?"
"हूं....मेरी स्किन थोड़ी सी डल है..रात को मैं मौइस्चराइज़र लगा के सोती हूँ बट दिन भर मेरी स्किन डल ही रहती है।"
"डल से आपका मतलब है रूखी-रूखी सी बेजान..."
"हाँ...कुछ-कुछ वैसी ही"
"आप कोई कोल्ड क्रीम यूज नहीं करती..."
"ऐक्चुअली मेरी स्किन बहुत ही सेन्सिटिव है...इसलिए मैं कुछ भी नहीं लगाती.."
"ओ.के...यानि आपकी स्किन 'टाइप बी' में आती है। ऐसी स्किन किसी भी केमिकल के लिए बहुत ही संवेदनशील होती है...बट नो प्राब्लम....आपकी इस समस्या का समाधान काया ब्यूटी के स्पेशल ट्रीटमेन्ट से हो जायेगा...क्या आप ये ट्रीटमेन्ट करवाना चाहती हैं?"
"करवाना तो चाहूँगी लेकिन उससे पहले मैं ये जानना चाहती हूँ कि क्या ये मेरी नार्मल बजट में पासिबल है या नहीं.."
"आफ कोर्स पासिबल है......क्योंकि शुरुआती ट्रीटमेन्ट हम फ्री ऑफ चार्ज करते हैं। जिसमें हम सबसे पहले आपकी स्किन के लिए केमिकल का सही कम्पोजीशन बनाने के लिए एक निम्न स्तर के डायग्नोसिस से इसकी शुरूआत करेंगे.."
"ओ.के....इसके लिए मुझे कहाँ आना पड़ेगा?"
"कहीं नहीं....घर बैठे ही आपको ये डायग्नोसिस मिल जायेगी। हमारा एक आदमी आपके घर तक ये डायग्नोसिस पहुंचा देगा। आपको इसे सिर्फ दो दिन अपने चेहरे पर लगाना है अगर रिजल्ट ठीक रहा तब हम दूसरा डायग्नोसिस भेजेंगे ये प्रौसेस तब तक चलेगा जब तक हमें आपकी स्किन की टोनल लिमिट का पता नहीं चल जाता.."
"ओ.के.....वैसे मैं इस वक्त लैपटॉप पर हूँ तो क्या आप मुझे अपनी वेबसाइट का लिंक बता सकते हैं ताकि मैं पूरी तरह से आश्वस्त हो जाउं..."
"यस मैम, वाई नॉट....
***********************************************************
अगले दिन सुबह के 9 बजे,
एक युवक एक पार्शल देकर गया।
और..............
***********************************************************
शाम के 6 बजे,
"क्या आपने यूज किया मैम?"
"जी हाँ....मैं उसे लगाकर कॉलेज गई थी...."
"रिजल्ट कैसा रहा?"
"काफी साफ्ट-साफ्ट लग रहा था।"
"हमने जो पाशर्ल आपको भेजा था वो लेवल वन का सीमेंट था अब हम आपको लेबल टू का भेजेंगे लेकिन उससे पहले हम आपका अनुभव जानना चाहेंगे। सीमेंट लगाने के बाद आपको कैसा लगा?"
"एक अजीब सी सनसनाहट और ठन्डेपन का अनुभव हुआ।"
"स्किन पर कोई लालिमा तो नहीं उभरी?"
"जी नहीं.."
"गुड...यानि अब आप लेबल टू प्रयोग कर सकती हैं?....आज सोने से पहले आप बचा हुआ सारा सीमेंट अपने चेहरे पर लगा लीजिएगा.....आई थिंक सुबह आपको काफी अच्छा रिजल्ट मिलेगा।..."
"ओ.के..."
*********************************************************
अगले दिन एक और पार्शल आया।
लाने वाला वही युवक था।
*********************************************************
शाम को 6 बजे,
"सीमेंट-2 का आपने प्रयोग किया?"
"जी हाँ.....ये पहले वाले से ज्यादा इफेक्टिव था।"
"गुड....अब ये प्रक्रिया पूरे 14 दिनों तक चलेगी।..अब मैं आपको चौदवे दिन फोन करूंगा तब तक हर दूसरे दिन आपको पार्शल मिलता रहेगा..."
*********************************************************
चौदहवें दिन-
"हैलो मैम...कैसी हैं आप?"
"पहले से काफी बेहतर..."
"यानि आपको सीमेंट का फाइनल वर्जन पसंद आया..."
"हाँ..इसे लगाने के बाद मेरी स्किन पहले से बहुत ज्यादा साफ्ट हो गई है..."
"चलिए अब मैं आपको बताता हूँ सीमेंट में ऐसा क्या है जिसने आपकी स्किन को इतना साफ्ट बना दिया। क्या आप ये जानने की इच्छुक हैं?"
"हाँ...आई एम सो क्युरियश अबाउट इट..."
"सीमेंट-1 में था एलोवेरा(20%), पिपरमेन्ट(15%), तुलसी(5%),कपूर(3%),गुलाब जल(10%),ग्लिसरीन(5%), और शेष था एक जैविक एन्जाइम........सीमेंट-2 में भी यही सब था बस उसमें जैविक एन्जाइम की मात्रा ज्यादा थी। इसी तरह हम लगातार जैविक एन्जाइम की मात्रा को बढ़ाते गये और फाइनल वर्जन में इसकी मात्रा थी 90%...."
"इस जैविक एन्जाइम का नाम क्या है?"
"पुरुष का सीमेन यानि वीर्य.....लेकिन इस वीर्य की विशेषता ये है कि इसे किसी हैन्डसम, सेक्सी, स्मार्ट, इन्टेलिजेन्ट, हयुमरस पुरुष द्वारा हर दो दिन बाद निकला गया है वो भी सिर्फ आपके लिए....."
"................."-इतना सुनकर ईशिका की सांसे गहरी हो चलीं।
"क्या आप कुछ पूछना चाहती हैं?"-समीर की आवाज एकाएक काफी भारी हो गई।
"....उसका न....नाम क्या है?"-ईशिका की आवाज कांप रही थी।
"मेरे ख्याल से इस सवाल का जवाब देने की अब मुझे कोई जरूरत नहीं।....."
धड़कते दिल के साथ ईशिका ने अपनी शंका जाहिर कि-
"वो पार्सल वाला लड़का.....वो तुम्हीं हो न....समीर..."
"...सक्सेना  .....मैं कौन हूँ? अगर जानना चाहती हो तो..... जवाब मिल जायेगा।.....मैं फोन रख रहा हूँ।"
"एक...एक मिनट प्लीज......मैं एक और पार्सल चाहूँ तो...."-जवाब से पहले ही ईशिका का दिल जोर-जोर से धड़कने लगा था।
"सॉरी फ्री सर्विस अब खत्म हो चुकी है।....अगर आप 100% प्योर सीमेंट चाहती हैं तो उसकी एक कीमत आपको चुकानी पड़ेगी...क्या आप चुका पायेंगी?"
"क...कितना?"
"मुझे पैसा नहीं चाहिए?"
"तो.."
"आपने कहा था कि आप टीचर हैं?"
"हाँ.."
"क्या आप   कहानियाँ लिख सकती हैं?"
"किस तरह की?"
"कामुक...सेक्सी...गंदी....और....चुदाई वाली.."
"त...तुम क्या सच में सेक्स बांड हो?"
"अपने आपको तो मैं यही समझता हूँ दूसरे चाहे जिस नाम से मुझे बुलाये..."
//बीच की कुछ बातों का मैं यहाँ पर जिक्र नहीं कर रहा हूँ।//
"तो कहानियाँ लिखने से मुझे क्या मिलेगा?"
"सीमेंट"
"डन!"

तो इस तरह से जन्म हुआ   एक और संचालिका का।
 
कहते हैं-
'खुद पर अगर गुमां रखते हो तो....
..........................उस गुमां के लिए मर जाओ'
 

--
Raj Sharma

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator