Sunday, November 2, 2014

FUN-MAZA-MASTI मम्मी की चीख

FUN-MAZA-MASTI


मम्मी की चीख



हैल्लो फ्रेंड्स मेरा नाम विनीत सक्सेना है और में बूँदी, राजस्थान से हूँ और मेरी उम्र 23 साल की है। में लगभग पिछले तीन साल से कामुकता डॉट कॉम का रीडर हूँ और मुझे इस पर स्टोरियाँ पढना बहुत अच्छा लगता है और मेरे कई दोस्त भी स्टोरियाँ पढ़ते है। दोस्तों ये स्टोरी मेरी मम्मी की है, ये बात मेरे बचपन की है। उस समय मेरी उम्र 10 साल की रही होगी जब मेरे ताऊ जी के बेटे ने मेरी मम्मी को अच्छे से चोदा लेकिन किसी को इस बात का पता नहीं चला, इस बात को दबा दिया गया। अब में सीधे अपनी स्टोरी पर आता हूँ।
दोस्तों मेरी मम्मी का नाम उषा सक्सेना है और ताऊ जी के बेटे का नाम पिंकू सक्सेना है। मेरे पापा कोटा मे जॉब करते है। इसलिए हम लोग कोटा मे रहते है और बाकी फेमिली यानी बुआ जी जो की कुंवारी थी और ताऊ और उनकी फेमिली बूँदी मे रहती है। एक दिन बुआ का एक्सीडेंट हुआ और उनके पैर मे फ्रेक्चर हो गया। तभी उन्हे लेकर मेरे पापा और ताऊ जी, ताई जी जयपुर चले गये। अब घर पर में, मम्मी और पिंकू रह गया। पिंकू की उम्र उस समय 20-21 की रही होगी और मम्मी की 30-32 साल की होगी।
मेरी मम्मी का बदन बहुत सेक्सी था। बूब्स मीडियम थे जिनको हर एक मर्द चूस चूस कर बड़ा करने की इच्छा रखता है। उनकी मोटी गांड वाह क्या बदन था मम्मी का, आज भी मम्मी उतनी ही सेक्सी है। जयपुर मे सभी को ईलाज के समय एक सप्ताह का टाईम लगा था, फिर शुरू का एक दिन तो ठीक ठाक निकल गया लेकिन दूसरे दिन पिंकू मम्मी को घूरे जा रहा था, फिर मम्मी जब नहाने चली गई तो वो बाथरूम के डोर के छोटे से छेद से मम्मी को देख रहा था और अपने लंड पर हाथ फैर रहा था तभी थोड़ी देर बाद जब मम्मी नहाकर आ गई तो पिंकू मुझे लेकर मार्केट लेकर चला गया और वहाँ पर उसने मुझे चोकलेट दिलाई और कहा कि अगर में मम्मी से बाहर घूमने झील के पास जाने की ज़िद करूं तो मुझे वो बहुत साड़ी चोकलेट दिलाएगा और साथ में एक खिलौना भी दिलाएगा। मुझे झील के पास घूमना बहुत अच्छा लगता था और साथ में चोकलेट का लालच भी था। फिर में मान गया और घर जाकर मम्मी से ज़िद करने लगा तभी मम्मी ने मना कर दिया कहा कि पापा जब आएगे तब हम घूमने जायेंगे। लेकिन अब में बहुत जोर जोर से रोने लगा और पिंकू ने भी मम्मी से कहा चलो भैया नहीं है तो में साथ चलूँगा। मम्मी ने फिर कुछ सोचकर हाँ कर दी फिर थोड़ी देर बाद हम सब घूमने चले गये रास्ते से हमने नाश्ता भी किया और वहाँ चले गये। झील का एरिया सुनसान होता था झील से थोड़ी दूर हमने चादर बिछाई और बैठ गये और थोड़ा बहुत नाश्ता किया।
फिर मैंने कहा कि चलो छुप छिपाई खेलते है दोनो ने भी हाँ कर दी लेकिन मम्मी ने कहा कि झील के पास नहीं जाना, साथ में पिंकू ने भी यही कहा फिर मैने कहा ठीक है वैसे भी मुझे पानी से बहुत डर लगता था। फिर मैने कहा सबसे पहले पिंकू भैया आप हमें खोजोगे, तभी पिंकू मान गया।
फिर मम्मी और में छुप गये अलग अलग जगह पर पिंकू ने पहले मुझे पकड़ लिया, और कहा कि अब तेरी बारी। मैंने कहा नहीं नहीं तो उन्होंने कहा कि ठीक है तू यहीं पर छुपा रह में तेरी मम्मी को पकड़ता हूँ। फिर उसने मम्मी को पकड़ लिया अब मम्मी की बारी थी। फिर में और पिंकू छुपने गये। जब हम छुपने की जगह ढूंढ रहे थे तब पिंकू ने मुझेसे कहा कि क्या तू छुपम छुपाई खेलते हुआ एक नाटक देखेगा? तेरी मम्मी ने तेरे लिए एक नाटक तैयार किया है। तभी मैने हाँ कर दी, पिंकू ने कहा कि नाटक में मूवी के जैसे हीरो हीरोईन प्यार करते है हीरोईन चिल्लाती है वो सब कुछ होगा अगर तेरी मम्मी चिल्लाए तो तू घबरा ना नहीं। अब में खुश हो गया और कहा कि ठीक है। फिर वो मुझे एक जगह बैठाकर चला गया जहाँ से में सब कुछ देख सकता था।
फिर पिंकू धीरे धीरे मम्मी की तरफ़ बड़ा और ऐसी जगह जा बैठा की मम्मी उसे आसानी से पकड़ सके और हुआ भी वही मम्मी ने उसे पकड़ लिया। तब मम्मी ने पिंकू से मेरे बारे में पूछा कि में कहा छुपा हूँ तो पिंकू ने झाड़ियों की तरफ इशारा किया उन झाड़ियों के पीछे एक टूटा मकान भी था। मम्मी और पिंकू वहाँ गये लेकिन में वहाँ पर नहीं मिला तो पिंकू ने कहा कि वो शायद मकान के अंदर चला गया होगा। अब मम्मी आगे आगे चली और पिंकू उनके पीछे पीछे, मम्मी मकान में अंदर गयी तो में वहाँ भी नहीं दिखा। मम्मी पिंकू से पूछने के लिए पीछे मुड़ी पिंकू मम्मी के ठीक पीछे खड़ा हुआ था। फिर पीछे मुड़ते ही मम्मी पिंकू से टकरा गई वो हड़बड़ा कर थोड़ा पीछे हुई लेकिन अनबेलेन्स हो गई और गिरने लगी। तभी पिंकू ने झट से मम्मी का हाथ पकड़ा और अपनी और खींचा। मम्मी पिंकू की छाती (चेस्ट) से टकरा गयी।
तभी इससे मम्मी के बूब्स पिंकू के चेस्ट से भीड़ गये और पिंकू ने मम्मी को गले लगा लिया और कहा कि चाची तुम्हारे बूब्स कितने सॉफ्ट और बड़े है। तभी मम्मी पिंकू से अलग हुई और कहा कि तू ये क्या बोल रहा है में तेरी चाची हूँ चाची से ऐसी बाते करेगा क्या और फिर मम्मी वहाँ से जाने लगी लेकिन पिंकू वहाँ इसलिए गया था कि मम्मी को आराम से चोदे। तभी पिंकू ने मम्मी को पकड़ा और गोदी में उठा लिया उन्हे लेकर उसी मकान टूटे हुए मकान में ले गया। मम्मी छूटने के लिए हाथ पैर चलाने लगी लेकिन सब बैकार। पिंकू ने उन्हे नहीं जाने दिया।
मम्मी ने कहा कि छोड़ वरना में शोर मचाऊँगी। पिंकू ने कहा कि मचा ले कोई नहीं आने वाला काफ़ी सुनसान है और कोई आ भी गया तो चाची जी आज दो मर्दो से चुदना पड़ेगा। तभी मम्मी यह सुनकर चुप हो गई लेकिन फिर बोली में घर पर सबको बता दूँगी और पुलिस में रिपोर्ट करूंगी। पिंकू ने कहा घर पर कुछ कहा तो कोई तेरी मानेगा ही नहीं में कह दूँगा तुम पहले से ही मेरे साथ कुछ गलत काम करना चाहती थी फिर पिंकू बोला चुपचाप मान जावो। इतना सब सुनकर मम्मी डर गई और रोना चालू हो गया मुझे तो लग रहा था कि ये सब नाटक हो रहा है जैसे टीवी में होता है और में खुश हो रहा था। फिर मम्मी का रोना तेज हो गया था पिंकू ने मम्मी को वहीं पत्थर के फ्लोर पर लिटाने लग गया बिल्कुल मूवी में होता है वैसे ही और फिर मम्मी को लिटाते ही उसने मम्मी के पल्लू को उनके बूब्स पर से हटा दिया और ब्लाउज के बटन खोलने लगा। तभी मम्मी ने पिंकू के हाथ पकड़ लिए पिंकू ने कहा कि चाची जी हाथ तो छोड़ो ताकि में आपकी आधी इज़्ज़त को बाहर निकाल सकूँ आपके बूब्स को चूसकर उनके दूध का टेस्ट कर सकूँ। ये कहते हुए पिंकू ने मम्मी के बूब्स से हाथ हटा दिए और सारे बटन जल्दी से खोल दिए। दोस्तों ये कहानी आप कामुकता डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
मम्मी ने अंदर वाईट कलर की ब्रा पहनी हुई थी पिंकू ने कहा क्या चाची कितना तड़पाओगी अपने देवर को कितने कपड़े पहनती हो। फिर इतना कहकर उसने मम्मी की ब्रा उतारी और एक तरफ फेंक दी। पिंकू मम्मी के बूब्स पर टूट पड़ा। फिर उसने एक बूब्स को मुहं में लिया और दूसरे को हाथो से मसलने लगा। ऐसे ही उसने बूब्स चेंज कर लिये अब पिंकू नीचे की और बड़ा उसने मम्मी की बाकी की साड़ी उतार दी अब मम्मी सिर्फ़ पेटिकोट में थी।
तभी पिंकू ने उसे भी जल्दी से उतार दिया। मम्मी पेंटी नहीं पहनती थी इसलिए पेटिकोट हटते ही मम्मी पूरी नंगी हो गई। पिंकू ने मम्मी को ऊपर से नीचे देखा और फिर मम्मी की जांघो के बीच में अपना सर घुसा दिया और चूत चाटने लगा। चूत चाटने की वजह से मम्मी आहे भरने लगी। मम्मी मन से भले ही साथ नहीं दे रही हो लेकिन उनका बदन पिंकू के हर हरकत का जवाव दे रहा था। फिर कुछ देर चूत चाटने के बाद पिंकू ने अपने कपड़े उतार दिए अब पिंकू मम्मी के सामने न्यूड खड़ा था।
फिर पिंकू ने मम्मी को देखा मम्मी ने अपने एक हाथ से अपनी चूत छुपा ली थी और एक हाथ से अपने बूब्स छुपाने की नाकाम कोशिश कर रही थी। तभी मम्मी ने पिंकू से कहा कि रुक जाओ मुझे छोड़ दो तुमने मुझसे संबंध बना लिया तो में किसी को मुहं दिखाने लायक नहीं रहूँगी मुझे छोड़ दो जाने दो प्लीज। तभी पिंकू ने कहा कि चाची जी अब सिर्फ़ लंड ही तो घुसाना बाकी रह गया है तुम आज ये सोच लो कि में तुम्हारा पति हूँ और रही मुहं दिखाने की बात तो ना तो में और ना ही आप किसी को कुछ बताओगी। तो किसी को पता ही नहीं चलेगा अब पिंकू ने मम्मी की चूत से उनका हाथ हटाया और अपना लंड रगड़ने लगा और फिर एक ज़ोर का झटका लगाया जिससे लंड चूत के अंदर चला गया एक ही बार में पूरा और दर्द के मारे मम्मी की चीख निकल गई और आंखे बड़ी बड़ी हो गई।
फिर पिंकू ने लंड अंदर ही रखा वो मम्मी के ऊपर झुका और मम्मी के बूब्स को दबाने चूसने लगा। अब उसने धीरे धीरे धक्के मारे चालू किए धक्को से मम्मी के बूब्स ऊपर नीचे हिलने लगे जिन्हे देखने में मज़ा आता। पिंकू बूब्स हिलते हुए देखता तो और जोश में आ जाता वो ज़ोर के झटके मारता। फिर कुछ पांच मिनट की चुदाई के बाद पिंकू ज़ोर ज़ोर से झटके मारने लगा शायद उसका निकलने वाला था। वो मम्मी को कह रहा था चाची जी में गया में गया और उसने मम्मी की चूत में ही सारा वीर्य निकाल दिया और वो मम्मी के ऊपर ही गिर गया और तेज तेज सांस लेने लगा।
फिर मम्मी भी उसके साथ ही झड़ गई थी उनकी भी सांस तेज थी। थोड़ी देर में जब पिंकू की सांस नॉर्मल हुई तो वो उठा और मम्मी को देखने लगा मम्मी के बाल बिखरे हुए थे वो पसीने से भीगी हुई थी उनके बूब्स पर पिंकू के चूसने के निशान थे और मम्मी रो रही थी। तभी मम्मी को इस कंडीशन में देख वो मुस्कुराया और बूब्स को सहला दिया अब वो उठा उसने मम्मी के ऊपर उनके कपड़े फेक दिए और खुद के कपड़े पहनने लगा। मम्मी ने भी अपने आप को संभाला और साड़ी पहनी पिंकू ने मम्मी को कहा कि वो अब मुझे ला रहा है उसके सामने और भी नॉर्मल रहना वरना याद है ना में उसके साथ क्या करूंगा। फिर मम्मी ने रोते हुए हाँ कर दी पिंकू मुझे लेकर आ गया तब मम्मी ने मुझे अपने गले से लगाया और गोद में ले लिया। वहाँ पर हमे कोई ऑटो नहीं मिला थोड़ी दूर पैदल चलने पर हमे ऑटो मिला।
फिर हम लोग ऑटो में बैठकर घर आए थे लेकिन फिर पिंकू हमे घर पर छोड़कर बाहर चला गया और मम्मी अपने रूम में जाकर रोने लगी। फिर 30 मिनट बाद मम्मी नहाने चली गई मम्मी के नहाने जाते ही पिंकू अपने एक दोस्त के साथ घर आ गया। फिर पिंकू ने शायद अपने दोस्त को सारी बात बता दी थी इसलिए वो लड़का बोला क्या सच में तूने अपनी चाची को चोदा है।
फिर पिंकू तुझे यकीन नहीं होता ना तो तुझे अभी चोदकर बताऊँ? तभी लड़के ने हाँ कहा। फिर पिंकू ने मुझसे पूछा कि मम्मी कहा है मैने बता दिया कि मम्मी नहाने गई है। मम्मी को पता नहीं था की पिंकू घर आ गया है क्योंकि बाथरूम दूसरी तरफ़ था। पिंकू ने दोस्त को कहा तू जाकर रूम में छुप जा में चाची को लेकर आता हूँ। पिंकू जानता था कि मम्मी उसके कहने पर डोर ओपन नहीं करेगी इसलिए पिंकू ने मुझसे कहा कि में तुझे एक चोकलेट और भी दूँगा अगर तू मम्मी से डोर ओपन करवा दे पर उन्हे ये मत बताना की में आ गया हूँ। तभी मैने जल्दी से हाँ कर दी।
फिर पिंकू ने अपने कपड़े उटार दिए और अंडरवियर में आ गया। मैने उससे पूछा कि कपड़े क्यो उतारे तो उसने कहा कि चाची को ये कपड़े देने है धोने के लिए इसलिए। फिर मैने मम्मी को आवाज़ देकर डोर ओपन करने को कहा मम्मी ने जैसे ही डोर ओपन किया पिंकू अंदर चला गया। मम्मी पूरी तरह से भीगी हुई थी। मम्मी ने उस टाईम सिर्फ़ पेटिकोट पहना हुआ था जो कि बूब्स के ऊपर तक बंधा हुआ था। तभी मम्मी चिल्लाई लेकिन पिंकू ने मम्मी को पकड़ लिया और उनके बदन पर हाथ फैरने लगा और फिर गोदी में उठा कर रूम में ले गया डोर क्लोज़ कर दिया। मम्मी झटपटाई लेकिन क्या करती वो बेबस थी। पिंकू का दोस्त उस रूम से लगे हुए रूम में छुपकर बैठा था। पिंकू ने मम्मी का पेटिकोट उतार कर फेंक दिया जो कि उसके दोस्त के पास ही जाकर गिरा।
फिर पिंकू ने मम्मी को एक बार फिर चोद दिया और मम्मी को वही बेड पर रोता छोड़ दिया। पिंकू उठा और मम्मी को देखकर शैतानी मुस्कान दी और पिंकू ने मम्मी का गीला पेटिकोट उठाया और अपने लंड को साफ किया और उसे मम्मी को दे दिया। फिर पिंकू ने मम्मी को उठाया और बाथरूम में ले गया वहाँ भी उसने मम्मी को एक बार और चोदा और मम्मी को छोड़ कर बाहर आया दोस्त के पास गया तो उसने बोला वाह यार क्या चोदा है तूने तू तो सच कह रहा था। क्या में भी इन्हें एक बार चोद लूँ?
इस पर पिंकू ने उसे डांटा और डांटकर मना कर दिया अब वो दोनो चले गये। मम्मी बाहर आई वो रोए जा रही थी। मम्मी को रोता देखकर में भी मम्मी से चिपक गया मुझे भी रोना आ गया। मम्मी मुझे लेकर रूम में गयी और पूरे दिन तक बाहर नहीं निकली। फिर नेक्स्ट दे पापा घर आ गये क्योंकि जयपुर में ताई जी ताऊ जी थे। पापा को देखकर मम्मी ने चैन की साँस ली पर उन्होने पापा को कुछ नहीं बताया और मैंने भी नहीं ।।







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