FUN-MAZA-MASTI
ठरकी की लाइफ में ..11
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अब आगे
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रिया : "वैसे दीदी.....आप इस गाउन मे काफ़ी सेक्सी लग रही हो...''
रिया की बात सुनकर वो एकदम से शरमा गयी..
प्राची : "जब तेरी शादी होगी ना उसके बाद तू भी ऐसे गाउन पहन सकेगी...''
रिया : "क्यों...अभी क्यो नही पहन सकती...मेरे पास तो एक गाउन है भी ऐसा..कल पहन कर दिखाउंगी आपको...''
उसकी बात सुनकर प्राची की हँसी निकल गयी, कैसे किसी अबोध की तरह वो बोल रही थी,वो कुछ बोलने ही वाली थी की तभी दरवाजे की बेल बज उठी...अब तो अजय के अलावा कोई और हो ही नही सकता था..पर प्राची से पहले रिया एकदम से दरवाजे तक गयी और उसने दरवाजा खोल दिया.
अजय के सामने एक बार फिर से उसकी सेक्सी साली खड़ी थी...इतनी रात को वो उसके घर पर होगी ये उसने सोचा भी नही था..वो अंदर आ गया और अंदर आते ही उसकी नज़र जब अपनी बीबी पर पड़ी तो एक बार फिर से उसकी आँखे फैल गयी...ये गाउन प्राची ने सुहागरात पर पहना था..पर उस वक़्त भी उसने ब्रा के साथ पहना हुआ था जिसमे वो काफ़ी सेक्सी लग रही थी..आज तो उसने अंदर कुछ भी नही पहना हुआ,जिसकी वजह से उसका बदन उस झीने से कपड़े मे सॉफ दिख रहा था...और रिया के सामने भी प्राची उसे पहन कर खड़ी थी,जिसका अचंभा ज़्यादा लग रहा था उसे..
रिया : "जीजू...आप दीदी से ऐसे नाराज़ न रहा करो...देखो ना कितनी देर से आपका वेट कर रही है...मैं तो बस इनका साथ देने के लिए आ गयी थी,मुझे भी नींद नही आ रही थी...पर अब आप आ गये है तो मैं भी चलती हू...गुड नाइट..''
और इतना कहकर वो अपनी गांड मटकाती हुई बाहर निकल गयी..प्राची ने दरवाजा बंद किया अपने रूम में आ गयी जहाँ अजय अपने कपड़े उतार कर नाइट सूट पहनने की तैयारी कर रहा था...प्राची आगे आई और उसके हाथ से कपड़े लेकर नीचे फेंक दिए.
प्राची : "अजय...मुझे माफ़ कर दो...शाम को मुझे आपके साथ वैसा व्यवहार नही करना चाहिए था...आई एम सॉरी...''
इतना कहकर वो अजय से लिपट गयी,अजय ने इस वक़्त सिर्फ़ अंडरवीयर और बनियान ही पहना हुआ था.और थोड़ा गुस्सा दिखाने के लिए उसने अपनी तरफ से कोई रिस्पोंड भी नही किया...पर उसका क्या जो उसके अंडरवीयर में था...उसका 8 इंची लंड ...जो शाम से ना जाने कितनी बार खड़ा हो चुका था...अपने दोस्त की बीबी अंजलि की वो बातें सुनकर..और उसके बाद अपनी बीबी की वो पिक्स देखकर...घर आकर अपनी साली रिया को देखकर ...और अपनी बीबी को उस गाउन में देखकर...और अब एक बार फिर से जब प्राची उससे लिपटी तो वो खड़ा होने लगा...शाम से यही करता चला जा रहा था वो बेचारा लंड..
अजय को ऐसे ही खड़ा देखकर प्राची ने एक कदम और बढ़ाया अपनी तरफ से और अपने होंठों को गीला करते हुए उसके होंठों पर रख दिया और उसे चूसने लगी..
अजय ने बड़ी मुश्किल से अपने हाथों को उसके स्तनों के उपर जाने से रोका हुआ था..और प्राची थी की भूखी कुतिया की तरह उसके चेहरे को अपनी गर्म ज़ुबान से चाट रही थी..
प्राची : "अजय....अब गुस्सा छोड़ भी दो ना...सॉरी तो बोल दिया है मैने...''
अब अजय को टूटना तो था ही...इसलिए उसने अपनी टाँग उपर रखते हुए मूक सा बना रहकर ही प्राची के चेहरे को पकड़ा और उसे नीचे धकेल दिया...प्राची को शुरू से ही लंड चूसने में थोड़ी परेशानी होती थी..पर आज अजय उसे अपना लंड ही चुसवाना चाहता था..और वो बेचारी मना भी नही कर सकती थी..
वो बैठती चली गयी नीचे और उसके अंडरवीयर को खींचकर नीचे कर दिया...मन ही मन वो खुश भी हो रही थी की आख़िरकार उसने अपने पति को मना ही लिया.
और अजय का लंड दिखते ही उसने धीरे से अपना मुंह आगे किया और उसे अपने अंदर निगल गयी...ऐसा करते हुए हमेशा से उसे उबाकी आती थी..पर पता नही आज ऐसा कुछ नही हुआ..अजय का लंड बड़े ही आराम से उसके मुँह में चला गया उसे चूसने में भी मज़ा आने लगा..
वो शायद इसलिए की आज वो खुद सेक्स से भरी पड़ी थी...अगर औरत अंदर से खुद सेक्स करना चाहे तो उसे हर क्रिया अच्छी लगती है...फिर चाहे वो लंड चूसना हो या अपनी गांड मरवानी हो..और आज वो दोनों काम करना चाहती थी ,क्योंकि अजय को ये दोनों ही काम करने में मजा आता था
और अंदर से मज़ा आता देखकर उसने अपने शरीर पर पड़ा वो झीना सा गाउन भी उतार फेंका और नंगी होकर अपने पति का लंड चूसने लगी.
अजय भी अब पूरी रंगत में आ गया
उसके मुँह से गालियां निकलने लगी...जो शायद पहली बार निकल रही थी प्राची के सामने..
''साली ......कुतिया......जब इतना ही चुदवाने की आग भरी है तेरे अंदर तो शाम को नाटक क्यों कर रही थी....भेंन की लोड़ी ...अब चूस मेरे लंड को पहले...आआआआआआआहह....''
प्राची को पहले तो अजीब सा लगा क्योंकि उसका पति बड़ा ही सोफेस्टिकेटेड था..आज तक उसने अजय के मुँह से कोई भी गाली नही सुनी थी...पर आज ऐसे मौके पर उसके मुँह से गंदी गालियां सुनकर उसकी चूत तक गीली हो गयी....और वो भी उसके रंग मे रंगकर उसका साथ देने लगी.
''आआआआआआहह मेरे राजा...............आपको तो पता है..मेरी चूत के अंदर जब तक आपका लंड नही जाता...इसको चैन नही आता.....आगे से ऐसी ग़लती नही करूँगी....तरसना तो मुझे ही पड़ता है ना....आज मैं आपको ऐसे खुश करूँगी की आपको कोई शिकायत नही रहेगी मुझसे....''
इतना कहकर वो खड़ी हुई और अजय को बेड पर धक्का देकर उसके उपर चढ़ गयी....और पलक झपकते ही उसने अपनी चूत को उसके लंड के उपर लगा दिया..
अजय : "ऊऊओ भेंन चोद ....साली इतनी चुदासी चढ़ी है तुझे....पहले मुझे अपनी चूत तो चूसने दे....''
प्राची : "वो बाद में चूसना मेरे राजा....अभी तो अपना ये मूसल मेरे अंदर डालो...और चोदो मुझे...सज़ा दो मुझे मेरी ग़लती की....सूजा दो अपने लंड से मेरी चूत को मारकर.....''
और इतना कहते-2 वो फिसल कर उसके लंबे डंडे को अपनी चूत के अंदर निगल गयी..
और फफकती हुई वो अजय के लंड के उपर डांस करने लगी..
''आआआआआआआआआहह मेरे राजा......................उम्म्म्मममममममममममममम मज़ा आ गया.............आआआअहह ...चोदो मुझे ......................''
और अजय के सिर को अपनी ब्रेस्ट के उपर लगाकर उसे अपना मुम्मा चूसने के लिए दे दिया...
अजय ने भी अपने पंजाबी झटकों से उसकी चूत का बेंड बजाना शुरू कर दिया..
शाम से माल अंदर फँसा पड़ा था...इसलिए दोनो ही सिर्फ़ 2 मिनट के अंदर ही झड़ने के करीब पहुँच गये...
''आआआआआआआअहह मेरे राजा .................. मैं तो गयी ................''
और अपनी रानी की आवाज़ सुनकर अजय भी उसके पीछे -2 झड़ता चला गया..
और उसके बाद काफ़ी देर तक प्राची उसके उपर ही लेटी रही....अपनी सांसो पर नियंत्रण पाने की कोशिश करते हुए...
बाद में दोनो ने काफ़ी बातें भी की...और एक बार फिर चुदाई भी, जिसमे अजय ने उसकी गांड भी मारी ...और इस बार काफ़ी आराम से...एक दूसरे को चूस-चूस्कर...
और फिर वो दोनो सो गये.
सोते हुए अजय के दिमाग़ में रिया ही घूम रही थी...अगले पूरे दिन वो उसके साथ जो रहने वाली थी.
सुबह अजय की नींद जल्दी ही खुल गयी..भले ही वो रात को लेट सोया था पर रिया के साथ जाने की बाते सोच-सोचकर उसे ढंग से नींद ही नही आई थी...7 बजे से उठकर वो फ्रेश हुआ,शेव बनाई,नहाया और फिर उसने रिया को फोन किया...उसने बताया की वो भी 7 बजे से उठी हुई है. अजय ने उसे तैयार होकर 9 बजे तक अपने घर आने के लिए कहा.
प्राची ने उठकर नाश्ता बनाया तो तब तक रिया भी आ गयी..और आज तो वो कमाल की लग रही थी.
रेड कलर की टी शर्ट और टाइट फिटिंग जीन्स में वो ग़जब ढा रही थी...पर सबसे बड़ी बात ये थी की वो टी शर्ट शॉर्ट में थी जिसकी वजह से उसका नाभि वाला हिस्सा नंगा दिख रहा था..और उसके सपाट और सफेद पेट को सॉफ देखा जा सकता था.
अजय ने जब दरवाजा खोला तो एक पल के लिए वो उसे देखता ही रह गया..
उसने जल्दी से उसे अंदर लेजाकर बिठाया ताकि खड़ी रहने पर उसका नंगा पेट देखकर प्राची उसे कपड़े बदलने को ना कह दे..
उन दोनों ने जल्दी-2 नाश्ता किया और बाहर निकल गये.शुक्र था की जाते हुए भी प्राची किचन में थी वरना कुछ ना कुछ ज़रूर बोलती वो.
गाड़ी मे बैठकर रिया को काफ़ी एक्ससाइमेंट हो रही थी..
अजय के दिमाग़ मे सब प्लानिंग हो चुकी थी पहले से ही..अभी तक तो रिया उसके हिसाब से ही चल रही थी...और जिस तरह उसने रिया को इमोशन का इस्तेमाल करके बोतल में उतार लिया था,उसके बाद वो अब वही सब करने वाली थी जो अजय ने प्लान किया था..और उसका प्लान एक तीर से दो शिकार करने का था.
पहला शिकार था पूजा ...और दूसरी रिया.
रिया पर वो अपनी सारी तरकीबों का इस्तेमाल करता जाएगा,जिसका सीधा असर पूजा पर होगा.क्योंकि वो जानता था की भोली रिया अपने साथ हुई हर बात को पूजा तक पहुँचा ही देगी..
पर उसे जो भी करना था वो काफ़ी संभाल कर करना था
क्योंकि इन सबके बीच उसकी बीबी प्राची भी थी,जिसे अगर ज़रा भी भनक मिल गयी की वो क्या करना चाह रहा है उसकी बहनो के साथ तो वो ना तो वहाँ का रहेगा और ना ही यहाँ का..
और वैसे भी अजय काफ़ी सहनशील व्यक्ति था,और शायद उसे जल्दी इसलिए भी नही थी की अपनी सेक्स की भूख को शांत करने के लिए उसके पास उसकी बीबी थी..वो ना होती तो शायद वो कुछ ग़लत कदम उठा चुका होता..पर यहाँ वो ऐसा कुछ नही सोच सकता था...
खैर, दोनो घर से निकल कर 2-3 इन्स्टिट्यूट गए और सभी के कोर्सस देखने के बाद अजय ने एक अच्छे से कोर्स में उसका एडमिशन करवा दिया...पूरे दिन एक साथ निकले अजय और रिया ने वो काम सिर्फ़ 2 घंटे के अंदर ही निपटा लिया था..
अब रिया पूरे दिन के लिए उसके साथ थी..अजय के कहने पर वो दोनो मूवी देखने चले गये..और मूवी भी कौन सी, सन्नी लिओनी की...जैकपॉट , रिया तो सेक्स की दुनिया से बेख़बर थी इसलिए xxx दुनिया की क्वीन सन्नी को वो जानती नही थी...उसने तो बस सोचा था की कोई नही हीरोइन आई है,जो देखने मे काफ़ी सुन्दर और सेक्सी है..
मूवी शुरू हुई तो उसके कपड़े और बॉडी को देखकर वो हैरान रह गयी...
रिया : "वाव जीजू...कितनी सुन्दर है ये...भले ही हिन्दी सही से नही बोल पा रही पर ऐसी हीरोइन मैने तो पहले देखी ही नही...''
अजय मंद-2 मुस्कुराता रह गया...
वो बोला : "अभी तो तुम आगे देखना, इसका जो मेन काम है वो जब करेगी...तब देखना..''
और कुछ ही देर में उसका एक काफ़ी हॉट सीन आ ही गया फिल्म के हीरो के साथ...जिसमे वो टॉपलेस होकर उसके साथ सेक्स करती है...और बड़ी ही बेफिक्री से बिना कपड़ो के घूम भी रही होती है..
और वो देखकर तो रिया का सिर ही चकरा गया..
वो फिर से फुसफुसाई : "जीजू....ये तो बड़ी बेशरम है...मैने तो आज तक किसी मूवी में किसी भी हेरोइन को ऐसे नही देखा.....''
अजय : "तुमने अभी इसकी बेशर्मी देखी ही कहाँ है...वो देखनी है तो घर जाकर गूगल पर इसका नाम सर्च करना..और फिर देखना.इसकी हॉट फोटो और वीडियो ...''
रिया : "कैसे वीडियो....इस फिल्म के ..?''
अजय : "अरे नही....जो इसने बॉलीवुड में आने से पहले बनाए है...''
वो बेचारी कुछ समझ नही पा रही थी...दरअसल उसका दिमाग़ उस तरफ जा ही नही रहा था जिसका इशारा अजय कर रहा था..अगर कोई आम या चालू लड़की होती तो कब का समझ गयी होती...पर रिया को जब तक पूरा नही समझाया जाए वो समझ ही नही सकती...
उसके बाद कुछ और भी सीन आए पर पूजा ने उनपर कोई प्रतिक्रिया नही की...वो शायद समझ चुकी थी की ये हेरोइन है ही ऐसी...... बेशरम.
मूवी देखने के बाद उन्होने एक रेस्टोरेंट में खाना खाया, अब भी उनके पास 3 घंटे का समय था..अजय उसे लेकर लोधी गार्डेन में चला गया..जहाँ दिन के समय काफ़ी युगल जोड़े एक साथ घूम रहे थे...और कोने-2 में छिपकर एक दूसरे के साथ चूमा चाटी भी कर रहे थे.
अजय और रिया एक बेंच पर जाकर बैठ गये...वो काफ़ी अंदर आ चुके थे..इसलिए जहां वो बैठे थे उसके चारों तरफ की झाड़ियों के आस पास, और पेड़ो के पीछे काफ़ी जोड़े बैठे थे.
ये प्लान था अजय का रिया को उत्तेजित करने का..
एक तो पहले से ही वो फिल्म देखकर आई थी..उपर से अपने चारों तरफ ऐसी हरकतें होती देखकर वो थोड़ी असहज हो रही थी..इतना खुलापन उसने अपनी लाइफ में शायद पहली बार देखा था.
वो अजय को बोलना चाह रही थी की वहां से चलते है..पर अंदर ही अंदर उन युगल जोड़ो को देखकर उसके दिल की धड़कन भी बड़ रही थी...वो कनखियों से उन्हे चूमा चाटी करते हुए देख रही थी..और अजय उसे ऐसा करता देखकर मंद-2 मुस्कुरा रहा था.
अजय तो खुद ही चाहता था की रिया वो सब देखकर थोड़ी बहुत खुल जाए..
रिया ने अजय को मुस्कुराता हुआ देख लिया और बोली : "क्या हुआ जीजू...आप ऐसे क्यों मुस्कुरा रहे हो..?''
अजय : "वो दरअसल...मैं नही जानता था की यहाँ ये सब अभी तक चल रहा होगा...''
रिया : "अभी तक....!!! मतलब आप पहले भी यहां आए हो ?''
अजय : "हाँ , शादी से पहले, मैं तुम्हारी दीदी को लेकर अक्सर यहाँ आया करता था...''
रिया का चेहरा ये सुनकर लाल सा हो उठा और वो बोली : "अच्छा..यानी की आप लोग भी यहां आकर ये सब किया करते थे...और यहाँ का माहोल ऐसा है, ये जानते हुए भी आप मुझे लेकर इधर आ गये..''
अजय : "अरे बाबा, वो तो 1 साल पहले की बात है...बीच में मैने सुना था की पोलीस ने इस पार्क में ऐसे लोगो के खिलाफ सख्ती बरतनी शुरू कर दी है...मैं तो तुम्हे इसलिए यहा लेकर आया था ताकि तुम भी देख सको की दिल्ली में कितनी ग्रीनरी है...''
रिया : "हाँ ...वो तो मैं देख ही रही हूँ ...चारो तरफ कितनी ग्रीनरी है...''
उसने उन युगल जोड़ो की तरफ इशारा करते हुए कहा.
अजय ये सुनकर जोरो से हंस दिया...और उसके साथ -2 रिया भी.
अजय : "चलो फिर...चलते हैं...तुम यहा कमफर्टेबल फील नही कर रही तो..''
इतना कहते-2 अजय ने उसका हाथ पकड़ा और उसे लेकर बाहर की तरफ चल दिया..
रिया ने भी . हाथ अजय के हाथ ही रहने दिया.
कुछ आगे चलकर अचानक रिया बोली : "नही जीजू...इतना भी अन-कमफर्टेबल नही हूँ मैं ...आओ,यहाँ बैठते है..''
इतना कहकर वो एक पेड़ के नीचे बैठ गयी..ठीक वैसे ही जैसे दूसरी लड़कियाँ बैठी हुई थी..अपने-2 बी-एफ के साथ..
अजय समझ गया की उसके दिल में भी जवानी के हिचकोले आ रहे है...अजय से छुपकर ही सही पर वो उन लोगो को किस्स करते हुए और एक दूसरे से मज़े लेते हुए देखना चाहती थी..फ़र्क सिर्फ़ इतना था की अब वो बीच में नही बैठे थे, जिसकी वजह से एक-2 लोगो ने चूमा चाटी रोक दी थी..
और अब वहां से बैठकर वो सब कुछ सॉफ-2 देख पा रही थी.
एक जोड़े को देखकर तो वो वहीं की वहीं अटक कर रह गयी..क्योंकि वो लोग किस्स से आगे निकल चुके थे...लड़के का एक हाथ लड़की की टी शर्ट के अंदर था और उसे अंदर से दबाते हुए वो उसे उपर तक ले आया था..और बड़ी आसानी से उसके बिफर चुके निप्पल को बुरी तरह से चूस रहा था...जिसे देखकर रिया की साँसे तेज़ी से चलने लगी. फिर दोनों बुरी तरह से एक दूसरे से लिपट कर स्मूच कर रहे थे
ठरकी की लाइफ में ..11
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अब आगे
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रिया : "वैसे दीदी.....आप इस गाउन मे काफ़ी सेक्सी लग रही हो...''
रिया की बात सुनकर वो एकदम से शरमा गयी..
प्राची : "जब तेरी शादी होगी ना उसके बाद तू भी ऐसे गाउन पहन सकेगी...''
रिया : "क्यों...अभी क्यो नही पहन सकती...मेरे पास तो एक गाउन है भी ऐसा..कल पहन कर दिखाउंगी आपको...''
उसकी बात सुनकर प्राची की हँसी निकल गयी, कैसे किसी अबोध की तरह वो बोल रही थी,वो कुछ बोलने ही वाली थी की तभी दरवाजे की बेल बज उठी...अब तो अजय के अलावा कोई और हो ही नही सकता था..पर प्राची से पहले रिया एकदम से दरवाजे तक गयी और उसने दरवाजा खोल दिया.
अजय के सामने एक बार फिर से उसकी सेक्सी साली खड़ी थी...इतनी रात को वो उसके घर पर होगी ये उसने सोचा भी नही था..वो अंदर आ गया और अंदर आते ही उसकी नज़र जब अपनी बीबी पर पड़ी तो एक बार फिर से उसकी आँखे फैल गयी...ये गाउन प्राची ने सुहागरात पर पहना था..पर उस वक़्त भी उसने ब्रा के साथ पहना हुआ था जिसमे वो काफ़ी सेक्सी लग रही थी..आज तो उसने अंदर कुछ भी नही पहना हुआ,जिसकी वजह से उसका बदन उस झीने से कपड़े मे सॉफ दिख रहा था...और रिया के सामने भी प्राची उसे पहन कर खड़ी थी,जिसका अचंभा ज़्यादा लग रहा था उसे..
रिया : "जीजू...आप दीदी से ऐसे नाराज़ न रहा करो...देखो ना कितनी देर से आपका वेट कर रही है...मैं तो बस इनका साथ देने के लिए आ गयी थी,मुझे भी नींद नही आ रही थी...पर अब आप आ गये है तो मैं भी चलती हू...गुड नाइट..''
और इतना कहकर वो अपनी गांड मटकाती हुई बाहर निकल गयी..प्राची ने दरवाजा बंद किया अपने रूम में आ गयी जहाँ अजय अपने कपड़े उतार कर नाइट सूट पहनने की तैयारी कर रहा था...प्राची आगे आई और उसके हाथ से कपड़े लेकर नीचे फेंक दिए.
प्राची : "अजय...मुझे माफ़ कर दो...शाम को मुझे आपके साथ वैसा व्यवहार नही करना चाहिए था...आई एम सॉरी...''
इतना कहकर वो अजय से लिपट गयी,अजय ने इस वक़्त सिर्फ़ अंडरवीयर और बनियान ही पहना हुआ था.और थोड़ा गुस्सा दिखाने के लिए उसने अपनी तरफ से कोई रिस्पोंड भी नही किया...पर उसका क्या जो उसके अंडरवीयर में था...उसका 8 इंची लंड ...जो शाम से ना जाने कितनी बार खड़ा हो चुका था...अपने दोस्त की बीबी अंजलि की वो बातें सुनकर..और उसके बाद अपनी बीबी की वो पिक्स देखकर...घर आकर अपनी साली रिया को देखकर ...और अपनी बीबी को उस गाउन में देखकर...और अब एक बार फिर से जब प्राची उससे लिपटी तो वो खड़ा होने लगा...शाम से यही करता चला जा रहा था वो बेचारा लंड..
अजय को ऐसे ही खड़ा देखकर प्राची ने एक कदम और बढ़ाया अपनी तरफ से और अपने होंठों को गीला करते हुए उसके होंठों पर रख दिया और उसे चूसने लगी..
अजय ने बड़ी मुश्किल से अपने हाथों को उसके स्तनों के उपर जाने से रोका हुआ था..और प्राची थी की भूखी कुतिया की तरह उसके चेहरे को अपनी गर्म ज़ुबान से चाट रही थी..
प्राची : "अजय....अब गुस्सा छोड़ भी दो ना...सॉरी तो बोल दिया है मैने...''
अब अजय को टूटना तो था ही...इसलिए उसने अपनी टाँग उपर रखते हुए मूक सा बना रहकर ही प्राची के चेहरे को पकड़ा और उसे नीचे धकेल दिया...प्राची को शुरू से ही लंड चूसने में थोड़ी परेशानी होती थी..पर आज अजय उसे अपना लंड ही चुसवाना चाहता था..और वो बेचारी मना भी नही कर सकती थी..
वो बैठती चली गयी नीचे और उसके अंडरवीयर को खींचकर नीचे कर दिया...मन ही मन वो खुश भी हो रही थी की आख़िरकार उसने अपने पति को मना ही लिया.
और अजय का लंड दिखते ही उसने धीरे से अपना मुंह आगे किया और उसे अपने अंदर निगल गयी...ऐसा करते हुए हमेशा से उसे उबाकी आती थी..पर पता नही आज ऐसा कुछ नही हुआ..अजय का लंड बड़े ही आराम से उसके मुँह में चला गया उसे चूसने में भी मज़ा आने लगा..
वो शायद इसलिए की आज वो खुद सेक्स से भरी पड़ी थी...अगर औरत अंदर से खुद सेक्स करना चाहे तो उसे हर क्रिया अच्छी लगती है...फिर चाहे वो लंड चूसना हो या अपनी गांड मरवानी हो..और आज वो दोनों काम करना चाहती थी ,क्योंकि अजय को ये दोनों ही काम करने में मजा आता था
और अंदर से मज़ा आता देखकर उसने अपने शरीर पर पड़ा वो झीना सा गाउन भी उतार फेंका और नंगी होकर अपने पति का लंड चूसने लगी.
अजय भी अब पूरी रंगत में आ गया
उसके मुँह से गालियां निकलने लगी...जो शायद पहली बार निकल रही थी प्राची के सामने..
''साली ......कुतिया......जब इतना ही चुदवाने की आग भरी है तेरे अंदर तो शाम को नाटक क्यों कर रही थी....भेंन की लोड़ी ...अब चूस मेरे लंड को पहले...आआआआआआआहह....''
प्राची को पहले तो अजीब सा लगा क्योंकि उसका पति बड़ा ही सोफेस्टिकेटेड था..आज तक उसने अजय के मुँह से कोई भी गाली नही सुनी थी...पर आज ऐसे मौके पर उसके मुँह से गंदी गालियां सुनकर उसकी चूत तक गीली हो गयी....और वो भी उसके रंग मे रंगकर उसका साथ देने लगी.
''आआआआआआहह मेरे राजा...............आपको तो पता है..मेरी चूत के अंदर जब तक आपका लंड नही जाता...इसको चैन नही आता.....आगे से ऐसी ग़लती नही करूँगी....तरसना तो मुझे ही पड़ता है ना....आज मैं आपको ऐसे खुश करूँगी की आपको कोई शिकायत नही रहेगी मुझसे....''
इतना कहकर वो खड़ी हुई और अजय को बेड पर धक्का देकर उसके उपर चढ़ गयी....और पलक झपकते ही उसने अपनी चूत को उसके लंड के उपर लगा दिया..
अजय : "ऊऊओ भेंन चोद ....साली इतनी चुदासी चढ़ी है तुझे....पहले मुझे अपनी चूत तो चूसने दे....''
प्राची : "वो बाद में चूसना मेरे राजा....अभी तो अपना ये मूसल मेरे अंदर डालो...और चोदो मुझे...सज़ा दो मुझे मेरी ग़लती की....सूजा दो अपने लंड से मेरी चूत को मारकर.....''
और इतना कहते-2 वो फिसल कर उसके लंबे डंडे को अपनी चूत के अंदर निगल गयी..
और फफकती हुई वो अजय के लंड के उपर डांस करने लगी..
''आआआआआआआआआहह मेरे राजा......................उम्म्म्मममममममममममममम मज़ा आ गया.............आआआअहह ...चोदो मुझे ......................''
और अजय के सिर को अपनी ब्रेस्ट के उपर लगाकर उसे अपना मुम्मा चूसने के लिए दे दिया...
अजय ने भी अपने पंजाबी झटकों से उसकी चूत का बेंड बजाना शुरू कर दिया..
शाम से माल अंदर फँसा पड़ा था...इसलिए दोनो ही सिर्फ़ 2 मिनट के अंदर ही झड़ने के करीब पहुँच गये...
''आआआआआआआअहह मेरे राजा .................. मैं तो गयी ................''
और अपनी रानी की आवाज़ सुनकर अजय भी उसके पीछे -2 झड़ता चला गया..
और उसके बाद काफ़ी देर तक प्राची उसके उपर ही लेटी रही....अपनी सांसो पर नियंत्रण पाने की कोशिश करते हुए...
बाद में दोनो ने काफ़ी बातें भी की...और एक बार फिर चुदाई भी, जिसमे अजय ने उसकी गांड भी मारी ...और इस बार काफ़ी आराम से...एक दूसरे को चूस-चूस्कर...
और फिर वो दोनो सो गये.
सोते हुए अजय के दिमाग़ में रिया ही घूम रही थी...अगले पूरे दिन वो उसके साथ जो रहने वाली थी.
सुबह अजय की नींद जल्दी ही खुल गयी..भले ही वो रात को लेट सोया था पर रिया के साथ जाने की बाते सोच-सोचकर उसे ढंग से नींद ही नही आई थी...7 बजे से उठकर वो फ्रेश हुआ,शेव बनाई,नहाया और फिर उसने रिया को फोन किया...उसने बताया की वो भी 7 बजे से उठी हुई है. अजय ने उसे तैयार होकर 9 बजे तक अपने घर आने के लिए कहा.
प्राची ने उठकर नाश्ता बनाया तो तब तक रिया भी आ गयी..और आज तो वो कमाल की लग रही थी.
रेड कलर की टी शर्ट और टाइट फिटिंग जीन्स में वो ग़जब ढा रही थी...पर सबसे बड़ी बात ये थी की वो टी शर्ट शॉर्ट में थी जिसकी वजह से उसका नाभि वाला हिस्सा नंगा दिख रहा था..और उसके सपाट और सफेद पेट को सॉफ देखा जा सकता था.
अजय ने जब दरवाजा खोला तो एक पल के लिए वो उसे देखता ही रह गया..
उसने जल्दी से उसे अंदर लेजाकर बिठाया ताकि खड़ी रहने पर उसका नंगा पेट देखकर प्राची उसे कपड़े बदलने को ना कह दे..
उन दोनों ने जल्दी-2 नाश्ता किया और बाहर निकल गये.शुक्र था की जाते हुए भी प्राची किचन में थी वरना कुछ ना कुछ ज़रूर बोलती वो.
गाड़ी मे बैठकर रिया को काफ़ी एक्ससाइमेंट हो रही थी..
अजय के दिमाग़ मे सब प्लानिंग हो चुकी थी पहले से ही..अभी तक तो रिया उसके हिसाब से ही चल रही थी...और जिस तरह उसने रिया को इमोशन का इस्तेमाल करके बोतल में उतार लिया था,उसके बाद वो अब वही सब करने वाली थी जो अजय ने प्लान किया था..और उसका प्लान एक तीर से दो शिकार करने का था.
पहला शिकार था पूजा ...और दूसरी रिया.
रिया पर वो अपनी सारी तरकीबों का इस्तेमाल करता जाएगा,जिसका सीधा असर पूजा पर होगा.क्योंकि वो जानता था की भोली रिया अपने साथ हुई हर बात को पूजा तक पहुँचा ही देगी..
पर उसे जो भी करना था वो काफ़ी संभाल कर करना था
क्योंकि इन सबके बीच उसकी बीबी प्राची भी थी,जिसे अगर ज़रा भी भनक मिल गयी की वो क्या करना चाह रहा है उसकी बहनो के साथ तो वो ना तो वहाँ का रहेगा और ना ही यहाँ का..
और वैसे भी अजय काफ़ी सहनशील व्यक्ति था,और शायद उसे जल्दी इसलिए भी नही थी की अपनी सेक्स की भूख को शांत करने के लिए उसके पास उसकी बीबी थी..वो ना होती तो शायद वो कुछ ग़लत कदम उठा चुका होता..पर यहाँ वो ऐसा कुछ नही सोच सकता था...
खैर, दोनो घर से निकल कर 2-3 इन्स्टिट्यूट गए और सभी के कोर्सस देखने के बाद अजय ने एक अच्छे से कोर्स में उसका एडमिशन करवा दिया...पूरे दिन एक साथ निकले अजय और रिया ने वो काम सिर्फ़ 2 घंटे के अंदर ही निपटा लिया था..
अब रिया पूरे दिन के लिए उसके साथ थी..अजय के कहने पर वो दोनो मूवी देखने चले गये..और मूवी भी कौन सी, सन्नी लिओनी की...जैकपॉट , रिया तो सेक्स की दुनिया से बेख़बर थी इसलिए xxx दुनिया की क्वीन सन्नी को वो जानती नही थी...उसने तो बस सोचा था की कोई नही हीरोइन आई है,जो देखने मे काफ़ी सुन्दर और सेक्सी है..
मूवी शुरू हुई तो उसके कपड़े और बॉडी को देखकर वो हैरान रह गयी...
रिया : "वाव जीजू...कितनी सुन्दर है ये...भले ही हिन्दी सही से नही बोल पा रही पर ऐसी हीरोइन मैने तो पहले देखी ही नही...''
अजय मंद-2 मुस्कुराता रह गया...
वो बोला : "अभी तो तुम आगे देखना, इसका जो मेन काम है वो जब करेगी...तब देखना..''
और कुछ ही देर में उसका एक काफ़ी हॉट सीन आ ही गया फिल्म के हीरो के साथ...जिसमे वो टॉपलेस होकर उसके साथ सेक्स करती है...और बड़ी ही बेफिक्री से बिना कपड़ो के घूम भी रही होती है..
और वो देखकर तो रिया का सिर ही चकरा गया..
वो फिर से फुसफुसाई : "जीजू....ये तो बड़ी बेशरम है...मैने तो आज तक किसी मूवी में किसी भी हेरोइन को ऐसे नही देखा.....''
अजय : "तुमने अभी इसकी बेशर्मी देखी ही कहाँ है...वो देखनी है तो घर जाकर गूगल पर इसका नाम सर्च करना..और फिर देखना.इसकी हॉट फोटो और वीडियो ...''
रिया : "कैसे वीडियो....इस फिल्म के ..?''
अजय : "अरे नही....जो इसने बॉलीवुड में आने से पहले बनाए है...''
वो बेचारी कुछ समझ नही पा रही थी...दरअसल उसका दिमाग़ उस तरफ जा ही नही रहा था जिसका इशारा अजय कर रहा था..अगर कोई आम या चालू लड़की होती तो कब का समझ गयी होती...पर रिया को जब तक पूरा नही समझाया जाए वो समझ ही नही सकती...
उसके बाद कुछ और भी सीन आए पर पूजा ने उनपर कोई प्रतिक्रिया नही की...वो शायद समझ चुकी थी की ये हेरोइन है ही ऐसी...... बेशरम.
मूवी देखने के बाद उन्होने एक रेस्टोरेंट में खाना खाया, अब भी उनके पास 3 घंटे का समय था..अजय उसे लेकर लोधी गार्डेन में चला गया..जहाँ दिन के समय काफ़ी युगल जोड़े एक साथ घूम रहे थे...और कोने-2 में छिपकर एक दूसरे के साथ चूमा चाटी भी कर रहे थे.
अजय और रिया एक बेंच पर जाकर बैठ गये...वो काफ़ी अंदर आ चुके थे..इसलिए जहां वो बैठे थे उसके चारों तरफ की झाड़ियों के आस पास, और पेड़ो के पीछे काफ़ी जोड़े बैठे थे.
ये प्लान था अजय का रिया को उत्तेजित करने का..
एक तो पहले से ही वो फिल्म देखकर आई थी..उपर से अपने चारों तरफ ऐसी हरकतें होती देखकर वो थोड़ी असहज हो रही थी..इतना खुलापन उसने अपनी लाइफ में शायद पहली बार देखा था.
वो अजय को बोलना चाह रही थी की वहां से चलते है..पर अंदर ही अंदर उन युगल जोड़ो को देखकर उसके दिल की धड़कन भी बड़ रही थी...वो कनखियों से उन्हे चूमा चाटी करते हुए देख रही थी..और अजय उसे ऐसा करता देखकर मंद-2 मुस्कुरा रहा था.
अजय तो खुद ही चाहता था की रिया वो सब देखकर थोड़ी बहुत खुल जाए..
रिया ने अजय को मुस्कुराता हुआ देख लिया और बोली : "क्या हुआ जीजू...आप ऐसे क्यों मुस्कुरा रहे हो..?''
अजय : "वो दरअसल...मैं नही जानता था की यहाँ ये सब अभी तक चल रहा होगा...''
रिया : "अभी तक....!!! मतलब आप पहले भी यहां आए हो ?''
अजय : "हाँ , शादी से पहले, मैं तुम्हारी दीदी को लेकर अक्सर यहाँ आया करता था...''
रिया का चेहरा ये सुनकर लाल सा हो उठा और वो बोली : "अच्छा..यानी की आप लोग भी यहां आकर ये सब किया करते थे...और यहाँ का माहोल ऐसा है, ये जानते हुए भी आप मुझे लेकर इधर आ गये..''
अजय : "अरे बाबा, वो तो 1 साल पहले की बात है...बीच में मैने सुना था की पोलीस ने इस पार्क में ऐसे लोगो के खिलाफ सख्ती बरतनी शुरू कर दी है...मैं तो तुम्हे इसलिए यहा लेकर आया था ताकि तुम भी देख सको की दिल्ली में कितनी ग्रीनरी है...''
रिया : "हाँ ...वो तो मैं देख ही रही हूँ ...चारो तरफ कितनी ग्रीनरी है...''
उसने उन युगल जोड़ो की तरफ इशारा करते हुए कहा.
अजय ये सुनकर जोरो से हंस दिया...और उसके साथ -2 रिया भी.
अजय : "चलो फिर...चलते हैं...तुम यहा कमफर्टेबल फील नही कर रही तो..''
इतना कहते-2 अजय ने उसका हाथ पकड़ा और उसे लेकर बाहर की तरफ चल दिया..
रिया ने भी . हाथ अजय के हाथ ही रहने दिया.
कुछ आगे चलकर अचानक रिया बोली : "नही जीजू...इतना भी अन-कमफर्टेबल नही हूँ मैं ...आओ,यहाँ बैठते है..''
इतना कहकर वो एक पेड़ के नीचे बैठ गयी..ठीक वैसे ही जैसे दूसरी लड़कियाँ बैठी हुई थी..अपने-2 बी-एफ के साथ..
अजय समझ गया की उसके दिल में भी जवानी के हिचकोले आ रहे है...अजय से छुपकर ही सही पर वो उन लोगो को किस्स करते हुए और एक दूसरे से मज़े लेते हुए देखना चाहती थी..फ़र्क सिर्फ़ इतना था की अब वो बीच में नही बैठे थे, जिसकी वजह से एक-2 लोगो ने चूमा चाटी रोक दी थी..
और अब वहां से बैठकर वो सब कुछ सॉफ-2 देख पा रही थी.
एक जोड़े को देखकर तो वो वहीं की वहीं अटक कर रह गयी..क्योंकि वो लोग किस्स से आगे निकल चुके थे...लड़के का एक हाथ लड़की की टी शर्ट के अंदर था और उसे अंदर से दबाते हुए वो उसे उपर तक ले आया था..और बड़ी आसानी से उसके बिफर चुके निप्पल को बुरी तरह से चूस रहा था...जिसे देखकर रिया की साँसे तेज़ी से चलने लगी. फिर दोनों बुरी तरह से एक दूसरे से लिपट कर स्मूच कर रहे थे
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