FUN-MAZA-MASTI
एक सच्चा सेक्स अनुभव
हैल्लो दोस्तों.. यह मेरी पहली कहानी है। मैं इस साईट को भी बहुत
धन्यवाद देना चाहती हूँ.. क्योंकि इस साईट की वजह से हर किसी को अपने साथ
हुए अनुभव को शेयर करने का मौका मिला और में इसकी रेग्युलर पाठक हूँ। मेरा
नाम पूजा है और में पंजाब की रहने वाली हूँ। मैं आज आप सभी को अपना एक
सच्चा सेक्स अनुभव बताने जा रही हूँ.. जो मेरे साथ हुआ और जिससे मेरी पूरी
जिंदगी ही बदल गयी। दोस्तों मैंने आज तक किसी और को अपने जिस्म को छूने का
मौका भी नहीं दिया था.. सिर्फ अपने पति के अलावा। मेरी उम्र 34 साल है और
दिखने में बहुत सेक्सी हूँ.. रंग गोरा और फिगर का साईज़ 38-34-36 है..
दिखने में बहुत अच्छी दिखती हूँ । तो अब आप लोगों को ज़्यादा बोर ना करते
हुए अपनी स्टोरी पर आती हूँ।
दोस्तों.. यह एक रियल स्टोरी है। यह मेरी और मेरे जेठ जी के बेटे के बीच की कहानी है.. उसने कैसे मुझे गरम किया और तैयार किया सेक्स करने के लिए। मेरी फेमिली में मेरे पति और हमारा 8 साल का एक बेटा और मेरे ससुर रहते हैं। मेरे जेठ जी और उनकी फेमिली किसी और शहर में रहते है और उनका भी एक बेटा है जो 22 साल का है.. जो मुझसे अब तक बहुत बार सेक्स कर चुका है.. लेकिन में आप लोगों को विस्तार में बताऊँगी कि कैसे उसने मुझे अपनी तरफ आकर्षित किया। दोस्तों.. में शुरू से ही अपने पति को बहुत प्यार करती थी और उनके अलावा किसी और के बारे में सोच भी नहीं सकती थी.. क्योंकि वो मुझे पूरी तरह से संतुष्ट कर देते है.. लेकिन फिर भी में उससे बड़ी आसानी से पट गयी। उसका नाम रोहित है।
तो शुरू से ही रोहित की मेरे पति से बहुत अच्छी बनती थी। उनकी शादी से पहले और शादी के बाद वो मेरे साथ भी बहुत अच्छी तरह से घुल मिल गया था.. लेकिन मुझे नहीं पता था कि वह अपनी बातों से मुझे फसाने का और चोदने का प्लान बना रहा है.. नहीं तो शायद में उससे थोड़ा दूर रहती.. लेकिन जब भी वो लोग हमारे घर पर आते जाते या हम उनके घर पर जाते तो हम बहुत सारी बातें करते और रोहित और में अक्सर एक दूसरे को मैसेज भी भेजा करते थे। जिससे हम और नज़दीक आने लगे थे.. लेकिन मेरे मन में तब तक कोई इसी वैसी बात नहीं थी.. लेकिन एक दिन हम बैठे बातें कर रहे थे। तो मैंने रोहित से बोला कि क्यों तुम्हे मुझसे चेट करने का बड़ा शौक है? और मैंने बोला कि मेरे साथ भी कोई नहीं है जिससे में बात कर सकूं.. फिर उसने उसी टाईम बोला कि चाची में हूँ ना.. शायद यह मेरा पहला स्टेप था। तो अब जब मेरे पति सो जाते है तो में उसके साथ चेट करती तो ऐसे ही चेट करते हुए बहुत दिनों बाद एक दिन मैंने उसको पूछा।
में : क्या तेरी कोई गर्लफ्रेंड है?
रोहित : जी नहीं मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है।
में : सच सच बता ना।
रोहित : प्लीज आप कोई और बात करो।
में : अरे शरमा मत बता ना वैसे भी हम बहुत अच्छे दोस्त तो बन ही चुके है.. क्योंकि हम इतने दिनों से चेट कर रहे है।
रोहित : नहीं हम अच्छे दोस्त नहीं बने।
में : क्यों?
रोहित : क्या तुम मेरी अच्छी दोस्त बनोगी?
में : और अगर मेरे पति को पता चल गया तो।
रोहित : क्यों ऐसे कैसे पता चलेगा?
मेरी और उसके चेट के बारे में मेरे पति को नहीं पता था और यह बात रोहित भी जनता था।
रोहित : इतने दिनों से चेट कर रही हो.. यह तो आज तक उन्हें पता नहीं चला और अब कैसे उनको पता चल जाएगा?
में : ठीक है।
फिर उसके बाद हम किसी रिश्तेदार के घर पर शादी में मिले.. वहाँ पर उनकी बेटी की शादी थी और हम एक दूसरे से वहाँ पर बहुत हंसी मज़ाक करते रहे। तो उस दिन मेरी जिंदगी बदल सी गयी थी। हम सभी जब वहाँ पर गये तो 2-3 घंटे के बाद मेरे पति ने कुछ सामान घर से लेकर आने को कहा.. क्योंकि मेरे पति और जेठ जी ही शादी का पूरा काम कर रहे थे। तो मेरे पति ने रोहित को बुलाया और कहा कि जा चाची के साथ घर से कुछ सामान लेकर आना है। तो वो बोला कि में बाहर गेट पर जाकर पार्किंग से कार निकालता हूँ। फिर जब में उसकी कार के पास गयी.. तो उसने अंदर से गेट खोला और मुझे बोला कि आपका बहुत स्वागत है। फिर हम हंसने लगे और वह कार चलाने लगा। बाहर बहुत गर्मी थी इसलिए अंदर AC चल रहा था.. उसने सेंट भी लगाया हुआ था.. उसकी बहुत अच्छी खुशबू आ रही थी।
फिर हम दोनों गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड की तरह ही बातें करने लगे। तो वो बोला कि क्या बात है आज मेरी गर्लफ्रेंड बड़ी सुंदर लग रही है? तो में बोली कि इतनी ज्यादा भी नहीं जितनी तुम तारीफ कर रहे हो। तो उसने बोला कि आज मुझे अपनी गर्लफ्रेंड से कुछ गिफ्ट चाहिए। तो में बोली कि क्या? फिर वो बोला कि लिप किस। तभी में एकदम से चुप हो गयी और मैंने उसे एक थप्पड़ मारा.. यह क्या बोल रहे हो? लेकिन उसने कुछ नहीं कहा और हम घर पहुंच गये।
मैं अंदर गयी और समान लेकर वापस आई जब में गाड़ी में बैठ गयी तब वो थोड़ा शांत था और फिर में उसको बोली कि तुम अभी बच्चे हो.. तुम्हे नहीं पता यह बातें कहाँ तक चली जाती है और प्यार से समझाया। फिर मैंने उसे थप्पड़ मारने के लिए माफी भी माँगी.. लेकिन बहुत बातचीत के बाद जब वो फिर भी नहीं बोला। तो मैंने कहा कि तुम्हे क्या चाहिए? तो उसने कहा कि तुम। तभी में एकदम से चुप हो गयी और कुछ टाईम सोचने लगी कि कहीं मेरे पति और उनके भाई के बीच कुछ झगड़ा ना हो जाए। अगर इसने बता दिया कि चाची ने आज मुझे मारा.. तो अब क्योंकि ग़लती मेरी भी थी। में उससे चोरी छिपे चेट वगेरह भी करती थी और इसकी गर्लफ्रेंड भी बनी थी। तो मैंने इसको कहा कि ठीक है तुम मेरी सिर्फ़ किस ले सकते हो.. लेकिन वो कुछ भी नहीं बोला और में बहुत डर गयी..
फिर में उसको बोली कि तुम्हारा दिल जो कहे करो.. लेकिन हम चुदाई नहीं करेंगे। तो उसने कार साईड में लगाई और खुश होकर बोला धन्यवाद चाची डार्लिंग और मेरे होंठ पर अपने होंठ रख दिए.. तो मैंने उसको दूर हटाते हुए बोला कि हम लेट हो जाएगें। तो वो बोला कि लेट नहीं होंगे बस 5 मिनट और फिर से मेरे होंठ चूसने लगा और एक हाथ मेरे बूब्स पर ले जाकर सहलाने लगा। अब में भी क्या करती? आख़िर एक औरत थी.. तो गरम हो ही गयी और किस करने में उसका साथ देने लगी। उसने मुझे लगातार 5 मिनट तक किस किया। जो आज तक मेरे पति ने भी नहीं किया था.. वो बहुत अच्छे से किस कर रहा था और साथ में मेरे बूब्स भी दबा रहा था मुझे हर जगह चूमा और थोड़ी देर बाद उसने मेरे ब्लाउज के अंदर अपना एक हाथ डाल दिया और बूब्स सहलाने लगा।
उसके द्वारा मेरे बूब्स को हाथ लगाने से मेरे बदन में आग लग गई। में जिस्म की आग में जलने लगी। वो बस मेरे बूब्स को मसल रहा था और में सिसकियाँ ले रही थी। तो उसने मौका देखकर मेरा एक बूब्स बाहर निकाला और चूसने लगा। तो करीब दस मिनट चूसने के बाद मुझे होश आया और फिर मैंने अपना मन मारकर उसको अपने से दूर किया और रोक दिया और कहा कि अब चल अधूरा काम बाद में कर लेना.. अभी हमे बहुत देर हो रही है।
उसने मुझे ठीक है कहकर छोड़ दिया और मैंने अपनी साड़ी का पल्लू ब्लाउज ठीक किया और हम चल पड़े। तो मैंने उससे कहा कि एक तो जो हुआ वो किसी को नहीं बताएगा और दोबारा आगे से बस इतना ही किया करेंगे.. इसके आगे कुछ नहीं। तो वो बोला जी चाची जान आप जैसा कहे ठीक वैसा ही होगा। फिर उसके बाद हम अपनी मंजिल तक पहुंच गए.. लेकिन में अपनी ही लगाई हुई आग में जल रही थी। मुझे अब कैसे भी उसका लंड लेना था और एक दिन उसने मौका पाकर मुझे पकड़ लिया और मुझे बहुत जबरदस्त तरीके से चोदा और मेरी और अपनी आग को ठंडा किया ।।
दोस्तों.. यह एक रियल स्टोरी है। यह मेरी और मेरे जेठ जी के बेटे के बीच की कहानी है.. उसने कैसे मुझे गरम किया और तैयार किया सेक्स करने के लिए। मेरी फेमिली में मेरे पति और हमारा 8 साल का एक बेटा और मेरे ससुर रहते हैं। मेरे जेठ जी और उनकी फेमिली किसी और शहर में रहते है और उनका भी एक बेटा है जो 22 साल का है.. जो मुझसे अब तक बहुत बार सेक्स कर चुका है.. लेकिन में आप लोगों को विस्तार में बताऊँगी कि कैसे उसने मुझे अपनी तरफ आकर्षित किया। दोस्तों.. में शुरू से ही अपने पति को बहुत प्यार करती थी और उनके अलावा किसी और के बारे में सोच भी नहीं सकती थी.. क्योंकि वो मुझे पूरी तरह से संतुष्ट कर देते है.. लेकिन फिर भी में उससे बड़ी आसानी से पट गयी। उसका नाम रोहित है।
तो शुरू से ही रोहित की मेरे पति से बहुत अच्छी बनती थी। उनकी शादी से पहले और शादी के बाद वो मेरे साथ भी बहुत अच्छी तरह से घुल मिल गया था.. लेकिन मुझे नहीं पता था कि वह अपनी बातों से मुझे फसाने का और चोदने का प्लान बना रहा है.. नहीं तो शायद में उससे थोड़ा दूर रहती.. लेकिन जब भी वो लोग हमारे घर पर आते जाते या हम उनके घर पर जाते तो हम बहुत सारी बातें करते और रोहित और में अक्सर एक दूसरे को मैसेज भी भेजा करते थे। जिससे हम और नज़दीक आने लगे थे.. लेकिन मेरे मन में तब तक कोई इसी वैसी बात नहीं थी.. लेकिन एक दिन हम बैठे बातें कर रहे थे। तो मैंने रोहित से बोला कि क्यों तुम्हे मुझसे चेट करने का बड़ा शौक है? और मैंने बोला कि मेरे साथ भी कोई नहीं है जिससे में बात कर सकूं.. फिर उसने उसी टाईम बोला कि चाची में हूँ ना.. शायद यह मेरा पहला स्टेप था। तो अब जब मेरे पति सो जाते है तो में उसके साथ चेट करती तो ऐसे ही चेट करते हुए बहुत दिनों बाद एक दिन मैंने उसको पूछा।
में : क्या तेरी कोई गर्लफ्रेंड है?
रोहित : जी नहीं मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है।
में : सच सच बता ना।
रोहित : प्लीज आप कोई और बात करो।
में : अरे शरमा मत बता ना वैसे भी हम बहुत अच्छे दोस्त तो बन ही चुके है.. क्योंकि हम इतने दिनों से चेट कर रहे है।
रोहित : नहीं हम अच्छे दोस्त नहीं बने।
में : क्यों?
रोहित : क्या तुम मेरी अच्छी दोस्त बनोगी?
में : और अगर मेरे पति को पता चल गया तो।
रोहित : क्यों ऐसे कैसे पता चलेगा?
मेरी और उसके चेट के बारे में मेरे पति को नहीं पता था और यह बात रोहित भी जनता था।
रोहित : इतने दिनों से चेट कर रही हो.. यह तो आज तक उन्हें पता नहीं चला और अब कैसे उनको पता चल जाएगा?
में : ठीक है।
फिर उसके बाद हम किसी रिश्तेदार के घर पर शादी में मिले.. वहाँ पर उनकी बेटी की शादी थी और हम एक दूसरे से वहाँ पर बहुत हंसी मज़ाक करते रहे। तो उस दिन मेरी जिंदगी बदल सी गयी थी। हम सभी जब वहाँ पर गये तो 2-3 घंटे के बाद मेरे पति ने कुछ सामान घर से लेकर आने को कहा.. क्योंकि मेरे पति और जेठ जी ही शादी का पूरा काम कर रहे थे। तो मेरे पति ने रोहित को बुलाया और कहा कि जा चाची के साथ घर से कुछ सामान लेकर आना है। तो वो बोला कि में बाहर गेट पर जाकर पार्किंग से कार निकालता हूँ। फिर जब में उसकी कार के पास गयी.. तो उसने अंदर से गेट खोला और मुझे बोला कि आपका बहुत स्वागत है। फिर हम हंसने लगे और वह कार चलाने लगा। बाहर बहुत गर्मी थी इसलिए अंदर AC चल रहा था.. उसने सेंट भी लगाया हुआ था.. उसकी बहुत अच्छी खुशबू आ रही थी।
फिर हम दोनों गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड की तरह ही बातें करने लगे। तो वो बोला कि क्या बात है आज मेरी गर्लफ्रेंड बड़ी सुंदर लग रही है? तो में बोली कि इतनी ज्यादा भी नहीं जितनी तुम तारीफ कर रहे हो। तो उसने बोला कि आज मुझे अपनी गर्लफ्रेंड से कुछ गिफ्ट चाहिए। तो में बोली कि क्या? फिर वो बोला कि लिप किस। तभी में एकदम से चुप हो गयी और मैंने उसे एक थप्पड़ मारा.. यह क्या बोल रहे हो? लेकिन उसने कुछ नहीं कहा और हम घर पहुंच गये।
मैं अंदर गयी और समान लेकर वापस आई जब में गाड़ी में बैठ गयी तब वो थोड़ा शांत था और फिर में उसको बोली कि तुम अभी बच्चे हो.. तुम्हे नहीं पता यह बातें कहाँ तक चली जाती है और प्यार से समझाया। फिर मैंने उसे थप्पड़ मारने के लिए माफी भी माँगी.. लेकिन बहुत बातचीत के बाद जब वो फिर भी नहीं बोला। तो मैंने कहा कि तुम्हे क्या चाहिए? तो उसने कहा कि तुम। तभी में एकदम से चुप हो गयी और कुछ टाईम सोचने लगी कि कहीं मेरे पति और उनके भाई के बीच कुछ झगड़ा ना हो जाए। अगर इसने बता दिया कि चाची ने आज मुझे मारा.. तो अब क्योंकि ग़लती मेरी भी थी। में उससे चोरी छिपे चेट वगेरह भी करती थी और इसकी गर्लफ्रेंड भी बनी थी। तो मैंने इसको कहा कि ठीक है तुम मेरी सिर्फ़ किस ले सकते हो.. लेकिन वो कुछ भी नहीं बोला और में बहुत डर गयी..
फिर में उसको बोली कि तुम्हारा दिल जो कहे करो.. लेकिन हम चुदाई नहीं करेंगे। तो उसने कार साईड में लगाई और खुश होकर बोला धन्यवाद चाची डार्लिंग और मेरे होंठ पर अपने होंठ रख दिए.. तो मैंने उसको दूर हटाते हुए बोला कि हम लेट हो जाएगें। तो वो बोला कि लेट नहीं होंगे बस 5 मिनट और फिर से मेरे होंठ चूसने लगा और एक हाथ मेरे बूब्स पर ले जाकर सहलाने लगा। अब में भी क्या करती? आख़िर एक औरत थी.. तो गरम हो ही गयी और किस करने में उसका साथ देने लगी। उसने मुझे लगातार 5 मिनट तक किस किया। जो आज तक मेरे पति ने भी नहीं किया था.. वो बहुत अच्छे से किस कर रहा था और साथ में मेरे बूब्स भी दबा रहा था मुझे हर जगह चूमा और थोड़ी देर बाद उसने मेरे ब्लाउज के अंदर अपना एक हाथ डाल दिया और बूब्स सहलाने लगा।
उसके द्वारा मेरे बूब्स को हाथ लगाने से मेरे बदन में आग लग गई। में जिस्म की आग में जलने लगी। वो बस मेरे बूब्स को मसल रहा था और में सिसकियाँ ले रही थी। तो उसने मौका देखकर मेरा एक बूब्स बाहर निकाला और चूसने लगा। तो करीब दस मिनट चूसने के बाद मुझे होश आया और फिर मैंने अपना मन मारकर उसको अपने से दूर किया और रोक दिया और कहा कि अब चल अधूरा काम बाद में कर लेना.. अभी हमे बहुत देर हो रही है।
उसने मुझे ठीक है कहकर छोड़ दिया और मैंने अपनी साड़ी का पल्लू ब्लाउज ठीक किया और हम चल पड़े। तो मैंने उससे कहा कि एक तो जो हुआ वो किसी को नहीं बताएगा और दोबारा आगे से बस इतना ही किया करेंगे.. इसके आगे कुछ नहीं। तो वो बोला जी चाची जान आप जैसा कहे ठीक वैसा ही होगा। फिर उसके बाद हम अपनी मंजिल तक पहुंच गए.. लेकिन में अपनी ही लगाई हुई आग में जल रही थी। मुझे अब कैसे भी उसका लंड लेना था और एक दिन उसने मौका पाकर मुझे पकड़ लिया और मुझे बहुत जबरदस्त तरीके से चोदा और मेरी और अपनी आग को ठंडा किया ।।
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