Monday, January 27, 2014

मेरी हॉट कजिन--1


मेरी हॉट  कजिन--1


पापा एअरपोर्ट से आनेवाले थे. फोन आ चुका था की लगभग १ घंटे में पहुँच जायेंगे. हम सब काफी excited थे आखिर बात ही कुछ ऐसी थी. पापा एअरपोर्ट गएथे मेरे मामाजी को रिसीव करने जो दो ढाई साल बाद अमेरिका से आ रहे थे अपनी बेटी केसाथ. इस वक़्त का इंतज़ार तो मुझे भी काफी था लेकिन मन में एक घबराहट भी थी की पतानहीं वो कैसा व्यवहार करेगी और उसके मन में क्या होगा. खैर इसी उधेड़बुन में टाइमनिकल गया और थोड़ी देर में दरवाज़े की घंटी सुनाई दी..........पहले घंटी और फिरमम्मी की आवाज़ से मेरा ध्यान टूटा.

मम्मी: अरे मनु बेटादेख तो सही शायद वो लोग आ गए हैं.

अच्छा मम्मी कह कर मेंदरवाज़े की तरफ चल दिया. दरवाज़ा खोला तो सामने पापा खड़े थे. पापा ने जैसे ही कदमअन्दर रखा मम्मी ने सवालों की बौछार कर दी.

मम्मी: अरे भैया कहाँहै? मिल गए आपको? रास्ते में कोई तकलीफ तो नहीं हुई? अनु भी साथ आई है?

मैं: हाँ पापा मामाजीकहाँ है?

पापा: अरे भाई सब्र तोकरो. थोडा सांस तो लेने दो. आ रहे हैं तुम्हारे भैया (मम्मी की तरफ देखते हुए) औरतुम्हारे मामाजी भी(मेरी तरफ देखते हुए). अब सारे सवाल खुद उन्ही से पूछ लेना.

तभी पीछे से मामाजी औरउनकी बेटी अनु की एंट्री हुई और उनके पीछे लगेज लिए ड्राईवर अन्दर आया. पापा नेड्राईवर की पेमेंट की और और वो सलाम ठोककरचलता बना.
मम्मी इतने दिनों बादअपने भाई और भतीजी को देख कर खुश थी और मैं अपने मामा की बेटी यानि अनु को देख करलेकिन मन में जो परेशानी थी वो अभी भी वैसी की वैसी ही थी.

मेरा नाम मनीष है और घर में सब मुझे मनु कह करबुलाते हैं. मैं B.Techका स्टुडेंट हूँ और फिलहाल अपनी vacations एन्जॉयकररहाहूँ. यह जो आये हैं यह हैं मेरे रमेश मामाजी और साथ में हैं उनकी बेटी अनु जो कीमुझसे दो साल बड़ी है इसलिए मैं उसे दीदी कह कर बुलाता था लेकिन अब में उसे दीदीकह कर बुलाता हूँ केवल औरों के सामने. मामीजी की मौत तभी हो चुकी थी जब अनु पांचया छ साल की रही होगी. मामीजी की मौत के बाद मामाजी अनु को लेकर अमेरिका चले गए औरवही सेटेल हो गए. अनु जिसका बचपन अमेरिका में गुज़रा और जो अमेरिका की खुली हवा मेंजवान हुई अपनी मेंटेलिटी,सोच, स्वभावऔर हर तरह से अमेरिकन हो चुकी थी. मामाजी का इंडिया आना होता रहता था और वो हमारेयहाँ ही आकर ठहरते थे. मामाजी का हमारे यहाँ ठहरना और अनु का खुलापन शायद यही वजहथी मेरे और अनु के बीच नजदीकियां बढ़ने की और वो सब होने की जो नहीं होना चाहिए थाऔर जिसकी समाज स्वीकृति नहीं देता.

मिलने का दौर अभी चल ही रहा था. मैंने आगे बढकरमामाजी के पैर छुए और अनु की तरफ देखा वो भी एक टक मुझे ही देख रही थी. मेरी धड़कनेतेज़ हो गयी और लगा की जैसे पसीना आ रहा है. लेकिन तभी वो आगे बढ़ी और चिल्लाते हुएमुझसे लिपट गयी. उसके लिपटते ही ऐसा लगा जैसे उसके बड़े बड़े नुकीले चूचे मेरीछाती में घुसकर पार निकल जायेंगे. मैंने अपने दिल की धडकनों पे कंट्रोल किया औरअपने हाथ उसकी कमर पर लपेट कर उससे चिपक गया.

अनु: हाय मनु ! कैसे हो माई डियर ! कितना टाइम हो गयातुमको देखे. इस बार तसल्ली से टाइम पास करूंगी तुम्हारे साथ.

मैं: हाय अनु दीदी ! मैं तो मस्त हूँ आप कैसी हो.बिलकुल तसल्ली से टाइम पास करेंगे इस बार एक साथ मेरी भी vacations चल रही हैं. तेरी तो मैं इस बार ऐसी तसल्ली करूँगा कि याद रखेगी साली लंडकि भूखी कुतिया मैंने अपने मन में सोचा.

इसी बीच मौका पाकर अनु ने मेरे कान के निचले हिस्सेको मुह में लिया और और चूसने लगी. मेरे पूरे शरीर में झनझनाहट दौड़ गयी और मेरीउंगलियाँ उसकी कमर में लगभग गड़ सी गयीं. मैं समझ गया कि इस बार भी यह पूरी तरह सेगरम है और फिर से मुझे अपनी जवानी कि भट्टी में जलाएगी. तभी उसने मेरा कान चबानाछोड़ा और फुसफुसाते हुए बोली.......

अनु: baby,I've got one more chance to enjoy your big and delicious cock (मुझे तुम्हारे बड़े और स्वादिष्ट लंड से मज़े लेने का एक और मौका मिल गया).

उसके मुहं से यह सुन कर मेरी जान में जान आई वरनामेरी तो गांड ही फट रही थी कि पहले जो कुछ हुआ उसको लेकर कहीं कोई बवाल न खड़ा करदे.

और क्या क़यामत लग रही थी अनु ! पिंक कलर कि टी-शर्टजो उसके बदन पे बिलकुल टाइट चिपकी हुई थी और उसके हसीं उभारों को और भी दिलकशतरीके से उभार रही थी और दुनिया को उनकी विशालता का अंदाज़ा करा रही थी. और उसकीटाइट फिट जींस जो कि उसकी टांगो से ऐसे चिपकी हुई थी जैसे उसके उसके शरीर काहिस्सा हो, उसकी मांसल केले जैसी गोरी गोरी और सांचे में ढली हुई जांघो को बड़े हीसेक्सी तरीके से सबकी नज़रों से ढकते हुए भी सबको उनके आकार का अनुमान करा रही थी.बड़ी ही सेक्सी लग रही थी अनु ऊपर से नीचे तक लेकिन उसकी टाइट जींस देखकर मेरे मनमें रह रह कर एक ही ख्याल आ रहा था कि इतनी टाइट जींस में बेचारी कोमल सी और छोटीसी चूत कैसे रह पा रही होगी,तड़प रही होगी बेचारी. मन तो कर रहा था कि अनु किजींस खोल कर वहीँ आज़ाद कर दूँ उस छोटी सी चूत नाम कि चिड़िया को, बेचारी खुलकर सांस तो ले लेगी और मुझे दुआएं देगी पता नहीं कब से बंद पड़ीकसमसा रही होगी. लकिन क्या करता माहौल ही ऐसा था कि मुझे यह ख्याल छोड़ना पड़ालेकिन मैंने सोच लिया था कि मौका मिलते ही छोटी अनु यानि अनु कि चूत की पूरीखातिरदारी करूंगा और अच्छी तरह से ख्याल रखूँगा उसका. शिकायत का मौका नहीं मिलेगान तो अनु को न ही उसकी चूत को.

मम्मी: और बताओ भैय्या कैसा चल रहा है? पूरे ढाई साल बाद आये हो. काम वाम अच्छा चल रहा है ना? और इन दोनों को देखो एक दूसरे को देख कर कैसे हो गए हैं जैसे सदियों बादमिले हों. मम्मी को क्या पता था की इतने दिनों बाद एक दूसरे से मिलके अनु की चूतकी गरमी भड़क रही थी और मेरे लंड में रुका हुआ लावा भी ज़ोर मार रहा था. चलो भैयाफ्रेश हो जाओ मैं नाश्ता लगाती हूँ. कुछ चाय पानी ले लो फिर आराम कर लो, बातें तो फिर होती रहेंगी इतने लम्बे सफ़र से आये हो थक गए होंगे. अनु बेटातुम भी फ्रेश हो जाओ और नाश्ता कर लो. फिर आराम से बात करना मनु से. मनु बेटा ज़राआओ मेरी हेल्प करो.

मम्मी की बात सुन कर अनु और मामाजी चल दिए फ्रेशहोने और मैं चल दिया किचन की तरफ मम्मी की हेल्प करने. अगर सावी होती तो कितनाअच्छा होता, मुझे किचन में नहीं जाना पड़ता, मैंने मन में सोचा. सावी मेरी छोटी बहन है जो की अजमेर मेंफैशन डिजायनिंग का कोर्से कर रही है.


मैं मम्मी के साथ किचन में था कि तभी अनु कीआवाज़ आई.

अनु: मनु, ज़राऊपर आकर मेरी थोड़ी हेल्प कर दोगे, प्लीज़?

माँ: मनु, जाओबेटा जाकर देखो दीदी को क्या हेल्प की ज़रुरत है?

मैं किचन से निकल कर ऊपर की तरफ चल दिया अनुके कमरे की तरफ. क्यूंकि मामाजी हमारे यहाँ आकर ठहरते हैं तो इसलिए नीचे के फ्लोरपर एक कमरा मामाजी के लिए रहता था और ऊपर के फ्लोर पर एक कमरा था मेरे कमरे के बगलवाला जिसमे अनु ठहरा करती थी. अनु ने अपने कमरे से ही आवाज़ दी थी. मैं ऊपर पहुंचाऔर कमरे के बाहर से आवाज़ दी - अनु दीदी क्या हुआ?

अनु: अन्दर आ जाओ मनु, मुझे तुम्हारी हेल्प चाहिए.

मैं अन्दर दाखिल हुआ तो अनु मुझे कहीं दिखाईनहीं दी.

मैं: कहाँ हो?

अनु: अरे इधर हूँ, बाथरूम में, इधरआओ. अनु के कमरे में अटेच्ड बाथरूम था यह आवाज़ उधर से ही आई थी.

मैं आगे चलकर बाथरूम कि तरफ पहुंचा और बाथरूमके दरवाज़े पे पहुँचते ही जैसे मेरी साँसे थम गयीं . अनु केवल एक जोड़ा पैंटी औरब्रा पहने खड़ी थी और वाश बेसिन के ऊपर आधी झुकी हुई थी, दरअसल वो वाश बेसिन के ऊपर लगे शीशे में अपना सेक्सीचेहरा देख रही थी.

अनु के खड़े होने स्टाइल बड़ा ही सेक्सी था उसेइस स्टाइल में खड़ा देख कर मेरे लंड ने एकदम अंगड़ाई लेते हुए उसकी उठ के पीछे कीतरफ निकली हुई गांड को सलाम ठोका. मैं खड़ा हुआ उसके मादक शरीर के दर्शन कर ही रहाथा की वो मेरी तरफ घूमी और इतराते हुए अपनी कमर पे हाथ रख कर सीधी खड़ी हो गयी.

अनु: क्यूँ ये आँखें फाड़ फाड़ कर क्या देखरहे हो? कैसी लगी मेरी नयी लौंजरी? विक्टोरिया सेक्रेट का बिलकुल नया कलेक्शन ख़रीदा है.कैसा लग रहा है,देखो तो ज़रा.

और ये कह कर वो घूम घूम कर मुझे अपना बदन आगेऔर पीछे से दिखाने लगी केवल उन दो छोटे छोटे कपड़ों में. मैं सचमुच उसे आँखें फाड़फाड़ कर ही देख रहा था. हलके पिंक कलर की पैंटी और ब्रा में वो सचमुच एक sex goddess लग रही थी. उसकी टाईट कसी हुई डिजाईनर ब्रा उसकेचूचों को नीचे से आधा कवर किये हुए थी इस तरह की निप्पल न दखाई दे बाकी निप्पल सेऊपर का पूरा पार्ट साफ़ साफ़ देखा जा सकता था और मेरी नजर अभी वहीँ टिकी हुई थी.मोटे मोटे और गोरे गोरे चूचों का ऊपर से दर्शन और उस ब्रा की वजह से बनी हुई गहरीघाटी जैसी cleavage मेरी प्यास बढ़ा रहा था और मुझे और देखने के लिए लालायित कर रहा था. अनु केहिलने के साथ साथ उसके चूचे भी हरकत कर रहे थे और लग रहा था जैसे कह रहे हों"हमें freeकर दो न प्लीज़, देखो ना ये नयी ब्रा बड़ी टाईट है, हमारा दम घुट रहा है. इतनी देर से तो बंद थे अभी इसअनु की बच्ची ने फ्री किया था तो लगा था की ज़रा सांस ले लेंगे लेकिन इस ने फिर इसनयी ब्रा में कैद कर दिया है और ये तो और भी टाईट है. प्लीज़ फ्री कर दो न हमें, प्लीज़..."

"ऐ मिस्टर, अब क्या एक टक इन्हें ही देखते रहोगे? मैंने पूरा देखने के लिए कहा है और तुम्हारे मुहं सेमैं अपनी और अपनी चौइस की तारीफ़ सुनने का इंतज़ार कर रही हूँ. चलो आगे बढ़ो."अनु ने मेरी आँखों के आगे चुटकी बजाते हुए कहा. उसकी आवाज़ से मेरा ध्यान टूटा औरअब मेरी नज़रें अनु की छातियों से हटकर नीचे की और बढ़ चलीं उसके गोरे मक्खन जैसेजिस्म को चूमते हुए.

मैंने उसकी ब्रा से थोडा नीचे नज़र डाली. वाह ! क्या सुता हुआ चिकना पेट था एकदम फ्लैट जैसे किसी एथलीट का हो और उस पर वो छोटी सी प्यारी सी और गहरी नाभि. एक एक इंच में मज़ा आ रहा था या यूँ कहूँ की अनु के जिस्म का एक एक इंच मस्ती और मादकता से भरा था. नाभि से थोडा और नीचे खिसकते ही मेरे मुहं में तो पानी आ गया और और मेरा लंड अकड़ कर और ऐंठ गया. जो उसने पहना था वो पैंटी नहीं पैंटी के नाम पे मज़ाक था. "अरे क्या सोच कर डिज़ाइन किया विक्टोरिया सेक्रेट वालों ने इस लौन्जरी सेट को ?" मेरे मन में ख्याल आया.शायद यही सोच कर किया होगा की जब लड़की का पार्टनर उसे इस लौन्जरी में देखे तो देखते ही उस के होश उड़ जायें और फिर दोनों के बीच में एक घमासान सेक्स का सेशन हो जाये.

उसकी वो पिंक कलर की पारदर्शी पैंटी बमुश्किल ही उसकी चूत को कवर कर रही थी. उस पारदर्शी पैंटी में से उसकी चूत के मोटे मोटे लिप्स के दर्शन हो रहे थे और पैंटी तो लगभग उन लिप्स के बीच में घुसी जा रही थी. बड़ा प्यारा camel toe बन रहा था. दरअसल वो नोर्मल पैंटी न होकर thong था जो उसने पहना था यह मुझे तब पता चला जब वो घूमी और अपनी गांड को मेरी आँखों के आगे थिरकाने लगी. पीछे से गांड को कवर करने के लिए कुछ नहीं था सिर्फ एक धागा सा था सपोर्ट के लिए. कुल मिला के मस्त लग रही थी अनु उस लोंजरी सेट में. मैं तो बस देखता ही रह गया और अच्छी तरह से रसपान कर रहा था उसके भरे हुए बदन का की तभी मेरा ध्यान टूटा.

अनु: कहाँ खो गए ? कुछ बताओगे नहीं ? कैसी लगी ? सेक्सी है ना...... ?

मैं: अरे सुपर्ब है सुपर्ब. वैसे इसको तुमने पहना है लेकिन कुछ ना भी पहनती तो भी चलता पर इस लोंजरी ने तो तुम्हारे सेक्सी फिगर को और भी सेक्सी बना दिया है. मन तो कर रहा था की वहीँ उसे दबोच लूं और उस नाम की पैंटी को साइड कर के लंड धकेल दूं उसकी चूत में लेकिन मैं अपनी तरफ से पहल नहीं करना चाहता था इसलिय मैं अपने आप को कंट्रोल किये हुए था.


तभी उसने मेरी टी-शर्ट पकड़ के मुझे अपनी तरफ खींचा और बोली"एक किस्सी तो दे दो मेरी जान, कब से प्यासी हूँ." और यह कहते हुए उसने अपने नर्म और गर्म होंठ मेरे होठों से भिड़ा दिए और लगी चूसने. मैं भी चाह तो यही रहा था बस हालात समझ कर मैं भी उसके होठों को चूसने लगा और हमारी जीभें एक दुसरे के मुहं के अन्दर अठखेलियाँ कर रही थी. कभी वो मेरी जीभ को अपने मुहं के अन्दर लपक कर चूसने लगती तो कभी मैं उसकी जीभ को लपकने की कोशिश कर रहा था. मेरे हाथ उसकी गांड के मोटे मोटे, मुलायम और चिकने ग्लोब्स को सहला रहे थे. चुम्मा चाटी के इस खेल में हाथ फिराते फिराते अचानक मैंने अपने दाएं हाथ की उँगलियाँ उसकी गांड की दरार में डाली और रगड़ डाला, मेरी इस अप्रत्याशित हरकत से वो एकदम चिहुंक उठी और उछल पड़ी. वो झटके से मुझसे अलग हुई और मेरे शॉर्ट के ऊपर से ही मेरे लंड पे हाथ रख के बोली - "चलो जल्दी से एक quicki हो जाए" ये कहते हुए उसने एक हाथ से अपनी पैंटी साइड की और दुसरे हाथ से मेरे शॉर्ट को नीचे करने की कोशिश करने लगी.

ऑफ़र तो बहुत अच्छा था लेकिन मैं कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहता था. मनु बेटा ज़रा समझदारी से काम लो , ये तो सेक्स की आग में पागल हो रही है खुद तो मरेगी ही तुझे भी मरवा देगी अपनी चूत मरवाने के चक्कर में, मैंने अपने मन में सोचा. ये सोच कर मैंने उसके हाथ को पकड़ा और अपने शॉर्ट से हटा दिया. ऐसा करते ही अनु ने मुझे चौंक कर देखा और बोली : "क्या हुआ, मारनी नहीं है क्या ? पांच मिनट ही तो लगेंगे फटाफट कर लेते हैं." मैंने उसकी आँखों में देखते हुए कहा : "समझा करो अनु, मुझे ऊपर आए टाइम हो चुका है. मम्मी नीचे इंतज़ार कर रही हैं और फिर तुम आज ही तो आई हो अभी तो बहुत मौके मिलेंगे. आज रात का ही प्रोग्राम बना लेते हैं." तभी नीचे से मम्मी की आवाज़ आई : मनु, क्या हुआ बेटा, कोई ज्यादा परेशानी तो नहीं है ? दीदी को लेकर जल्दी नीचे आ जाओ, नाश्ता तैयार है."
मैं : लो अब तो मम्मी ने भी आवाज़ लगा दी. अब नहीं रुक सकते, कपड़े पहनो और जल्दी चलो.

अनु: आए बुआ जी, कोई परेशानी नहीं है, बस आ रहे हैं. अनु ने माँ को आवाज़ लगा कर जवाब दिया. "लेकिन तुम इसका क्या करोगे ?" खिलखिलाते हुए उसने मेरी तरफ देख कर कहा. उसका इशारा मेरे शॉर्ट में बने हुए टैंट की तरफ था जिसमे अभी भी मेरा खड़ा हुआ लंड फुफकार रहा था. अब मेरी चूत तो इससे अभी मिल नहीं सकती, एक बार दर्शन ही करा दो. मैं उसकी बात सुन कर मुस्कुराया और अपने शॉर्ट और jockey को एक साथ पकड़ कर नीचे खिसकाने लगा.लेकिन शॉर्ट था की नीचे जाने का नाम ही न ले, जाता भी कैसे वो तो मेरे अकड़े हुए लंड की वजह से अटक रहा था. अनु का शायद इंतज़ार का बिलकुल भी मूड नहीं था. अटके हुए शॉर्ट को देखकर उसने अपना हाथ बढाया और एक ही झटके में मेरे शॉर्ट को jockey समेत खींच कर नीचे कर दिया. उफफ्फ्फ्फ़........ इस अचानक लगे झटके से एक बार को तो ऐसा लगा जैसे मेरा लंड टूट ही जायेगा हल्का सा दर्द भी हुआ लेकिन jockey हटते ही मेरा लंड एक झटका लेकर उछल कर ऐसे खड़ा हुआ जैसे उसके अन्दर कोई स्प्रिंग फिट हो. बाहर की हवा लगते ही मेरे लंड ने जैसे एक ज़ोर की सांस ली और लहराते हुए टक्क से अनु को सैल्यूट किया. अपनी मनपसंद चीज़ देखते ही अनु की आँखों में चमक आ गयी और बिना एक सेकंड गवाए वो नीचे होकर अपने पंजों पर बैठ गई और मेरे लंड के अगले हिस्से (सुपाड़े) को अपने मुहं में भर लिया. वो अपनी जीभ को बड़े ही मज़ेदार तरीके से मेरे सुपाड़े पर फिराने लगी ऐसा लगा जैसे उसकी जीभ मेरे लंड के सुपाड़े पर जिमनास्ट कर रही हो. उसकी जीभ का स्पर्श अपने लंड के इतने सेंसेटिव पार्ट पर पाकर वो भी इतने लम्बे टाइम के बाद,मेरी तो हालत ही ख़राब हो गयी ऐसा लगा की अब गया तब गया. कुछ एक सेकंड ऐसे ही मेरे लंड के सुपाड़े को अपनी जीभ से सहलाने के बाद उसने पक्क की आवाज़ के साथ मेरे लंड को अपने नर्म और गर्म होठों की कैद से आज़ाद किया.सुपाड़ा भीगा हुआ था उसके थूक और मेरे pre-cum के मिश्रण से और लंड और सुपाड़े के ठीक जोइंट वाली जगह पर थे उसकी लाल लिपस्टिक के निशान.

अनु: उम्म्मम्म....I really missed this taste a lot . आँख मारते हुए उसने कहा और ये कहते हुए वो खड़ी हो गयी और बोली : "जाओ अब इसका कुछ इलाज करो, नीचे भी चलना है. बुआजी बुला चुकी हैं." उसके होठों पे बड़ी कातिल और शैतानी भरी मुस्कान थी. उसकी ये बात सुनकर मैं हैरान रह गया. ऐसा धक्का लगा जैसे शेयर मार्केट में मेरा लाखों का नुक्सान हो गया हो. मंजिल के इतने करीब लाकर ये डायलाग , इसने तो सारी के एल पी डी कर दी.

मैं: ये क्या बात हुई, जब इतना कुछ कर ही दिया तो अब इसे ठंडा भी कर दो फिर चलते हैं नीचे. मैंने अपने अकड़े हुए और गीले लंड की तरफ इशारा करते हुए कहा.

अनु (उसी शैतानी मुस्कान के साथ) : भूल जाओ बच्चू, मैंने तो तुम्हें बिल्ली ऑफर की थी. तुमने मेरी बिल्ली को प्यासा छोड़ा अब तुम संभालो अपने डिक को अपने आप. ले कर घूमो हाथ में, मैं कुछ नहीं करने वाली अब. जानते हो न कितना प्यार करती हूँ मैं अपनी बिल्ली से. और ये कह कर वो खिलखिला कर हंसने लगी. (बिल्ली शब्द उसने अपनी प्यारी सी और छोटी सी चूत के लिए इस्तेमाल किया था और डिक था मेरे लंड का पर्यायवाची . इसके पीछे क्या कहानी है ये मैं आप लोगों को बाद में बताऊंगा). मेरी तो हालत ख़राब थी सो मैंने सोचा थोड़ी खुशामद कर के देख लिया जाए शायद काम बन जाये.

मैं: अनु दीदी, प्लीज़ कर दो ना... कितनी सेक्सी हो आप और कितनी क्यूट है आपकी बिल्ली. सच्ची अब नहीं सताऊंगा आपकी बिल्ली को. वो तो मौका ही कुछ ऐसा है कि कुछ कर नहीं सकते नहीं तो मैं सच में अभी चोद देता आपको. प्लीज़ समझा करो ना, मौका मिलते ही खुश कर दूंगा आपको और सारी प्यास बुझा दूंगा इस बिल्ली की लेकिन अभी तो मेरा कुछ करो.

लेकिन अनु की बच्ची पर कोई फर्क नहीं पड़ा और वो उसी शरारत के साथ बोली : "जाओ अभी अपने आप संभालो इसे, मौका मिलेगा तो फिर देखेंगे" और यह कहते हुए उसने अपनी ब्रा खोल दी. उसके बोलने का अंदाज़ बिलकुल ऐसा था जैसे कोई मल्लिका बोल रही हो और इससे मेरी खीज और बढ़ रही थी. उसके भरे हुए गोरे गोरे, गोल और आगे कि तरफ निकले हुए चूचे मेरी आँखों के सामने उछल रहे थे और उन पर वो हलके कॉफ़ी कलर के तने हुए निप्पल बड़े ही प्यारे लग रहे थे. ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने वनीला केक पर हलके कॉफ़ी कलर की टॉपिंग लगा दी हो. मैंने उन्हें छूने की नियत से हाथ आगे बढाया लेकिन अनु ने थोडा पीछे खिसकते हुए उन्हें मेरी पहुँच से बाहर कर दिया.
kramashah..........









Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया ,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन ,kamuk-kahaniyan.blogspot.com,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ हिंदी सेक्सी कहानिया चुदाई की कहानियाँ उत्तेजक कहानिया ,रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की सेक्सी कहानियाँ , मराठी सेक्स स्टोरीज , चूत की कहानिया , सेक्स स्लेव्स , Tags = कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ stories , kaamuk kahaaniya , हिंदी सेक्सी कहानिया चुदाई की कहानियाँ उत्तेजक कहानिया Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka maza,garam stories ,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया ,garam stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन ,kamuk-kahaniyan.blogspot.com,लड़कियां आपस , blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator