उस दिन के बाद –पार्ट -२
आप सभी दोस्तों को राज शर्मा का प्यार भरा नमस्कार . दोस्तो आपने उस दिन के बाद -पार्ट -१ को काफ़ी पसंद किया
अब आप इस कहानी के दूसरे पार् ट का मज़ा लीजिए
अगले दिन भाभी की हालत खराब थी उन्हे सर्दी हो गयी थी. ओर
नहाओ बारिश मे मेने कहा ओर चला आया, मों को बता दि या की भाभी
की तबीयत खराब हो गयी है. उस रात फिर मों ही भाभी के पास
रुकी. मे घर पर पापा के पास. अगले रात को फिर मुझे ही भाभी के
पास जाना था उनका नंगा बदन बर्बर मेरी आखों के सामने कोंध
जाता था. खेर मे भाभी के घर गया खाना अपने साथ ले कर गया
जो मों ने बना कर दिया था. मेने ओर भाभी ने खाना खाया वो ठीक
लग रही थी पर बीच-बेच मे करहती जाती थी. दर्द हो रहा है
मेने पूचछा. हन वो बो ली पीठ, सर ओर सीने मे काफ़ी दर्द है.
खाना खा कर हम लेट गये पर वो कराह रही थी. मेने पूचछा “डॉवा
ली?” वो बोली हन कल तु म्हारी मों ने विक्क्स लगा दी थी काफ़ी आराम
मिला था. तो आज भी लगा लो मेने कहा. वो बोली पीठ पे कैसे
लगाऊं. लाओ मे लगा दे ता हून-मेने कहा. उन्होने विक् क्स दी. पर वो
गौण पहने थी विक्क्स लगती कैसे. मैने पूचछा कैसे लगा ऊं. वो
मुस्कुरा दी. उन्होने गौण उतार दिया. अब वो ब्लॅक ब् लाउस ओर पेंटी मे
थी. बोली ब्लाउस भी उतार देती हून वरना ब्लाउस मे ही लग जाएगी.
मेने मूह घुमा लिया. वो बोली लगा दो. मेने देखा वो उल्टी लेती थी ओर
उनकी पीठ पर अभी ब्लॅ क ब्रा बाकी थी. मेने लंबी साँ स ली ओर
विक्क्स लगाने लगा पी ठ पर. पर हाथ बार-बार ब्रा की स्ट्रीप से उलझ
जाता था. भाभी बोली अभी स्ट्रीप खोल दो विक्क्स लगा ने के बाद वापस
बाँध देना. स्ट्रीप मे ने खोल दी पर उनकी पूरी नंगी पी ठ देख कर
मेरा लॅंड फिर सर उठा ने लगा. मेने किसी तरह उसे रोका ओर विक्क्स
लगाने लगा पर अभी मई पूरी तरह लगा भी नही पाया था की
भाभी ने अचानक करवत् ले ली. अब वो सीधी लेती थी उनकी ब्रा भी
खुली हुई थी. पर एक सा इड से उनके बूब से चिपकी हुई थी . पर एक
बूब उनका सॉफ दिख रहा था.
मेने झटके से उनके चे हरे की तरफ देखा वो शायद सो गयी थी ओर
नींद मे ही उन्होने करवट ले ली थी. पर उनके बूब का मे क्या करता
बार-बार आँख उसी तरफ चली जाती थी. दिल कह रहा था वो तो
सोई हुई है फिर क्या दर्र है. पर मई जीटा मेने उनकी ब्रा उठा कर
उनके बूब पर रखी ही थी की उन्होने ऐसा मूह बनाया जैसे च्चिंक आ
रही हो पर आई नही उन् होने आँख खोली बोली – वीनू प्ली ज़ सीने ओर
गले पर भी विक्क्स मा ल दो कहते हुए उन्होने अपनी ब् रा उठा कर साइड मे
रख दी ओर आखों पर कला ई रख ली. अफ क्या पॉज़ था. मे एकदम
देखता ही रह गया. वो फिर कराह रही थी. प्लीज़ वीनू माल दो बहुत
दर्द हो रहा है. हार कर मैने उनके गले पर विक्क्स लगाई वो बोली
सीने पे भी लगा दो. मे ने उपेर उपेर से ही लगा दी तो वो बोली दोनो
के बीच मे भी लगा दो. उनकी बूब्स की दोनो चोटियाँ खड़ ी हुई थी.
लेते होने पर भी ऐसा लग रहा था जैसे वो किसी पर्वत की तरह से
खड़ी होंए विक्क्स लगा ने लगा तो मेरा लॅंड फिर खड़ा होने लगा.
मेने भाभी के चेहरे की ओर देखा वो वैसे ही आखों पे हा थ रखे
लेती थी. मैने बनियान उपेर उठा कर अपने लॅंड को सीधा करना
चाहा पर तभी उन्होने आख पर से हाथ हटा लिया ओर बोली क्या कर
रहे हो? मई दर्र गया बोला – “कुछ नही”. “कुछ तो”-वो बोली. ये क्या
कर रहे हो कहते हुए उनहोले निक्कर के उपर से ही मे रा लॅंड पकड़
लिया. अरे ये तो बहुत टाइट हो रहा है वो दबाते हुए बो ली. मई
हक्का-बक्का था. होश आया बोला छोड़ो मुझे टाय्लेट जा ना है ज़ोर से
आ रही है. ओह वो बोली सस्यू आ रही है, हन मैने कहा अब मेरा
लॅंड ढीला होने लगा था पर उन्होने छ्चोड़ा नही था. पकड़े हुए ही
बोली सस्यू जाना है सच मई. हन मैने कहा आप छ्चोड़ो ना इसे. वो
बोली नही तुम झूठ बोल रहे हो तुम्हे टाय्लेट नही जाना है. मेने
कहा आपको कैसे मालूम की मुझे नही जाना है. वो बोली अगर तुम्हे
टाय्लेट आ रही होती तो तुम्हारा सस्यू लूस नही होता. उन्होने अभी तक
मेरा लॅंड छ्चोड़ा नही था पकड़े ही हुए थी निक्कर के उपर से ही.
नही मैने कहा मुझे सच मे टाय्लेट जाना है. ठीक है उन् होने मेरा
लॅंड छ्चोड़ दिया. चलो तुम्हे टाय्लेट करा डून. “करा डून मतलब”
मई खुद कर आऊंगा. आप कपड़े पहन लो मेने कहा. पर वो बोली नही
कपड़े तो अब तुम्हे टा य्लेट करने के बाद ही पहनेंगे. चलो निक्कर
उतरो. नही मई कर आऊंगा . पर वो नही मानी बोली चुपचाप उतार दो
वरना मुझे ज़बरदस्ती करनी पड़ेगी. पर मे कैसे मान जा ता. मई
उठने लगा आप ऐसे ही करती हो मे आपसे बात नही करूँगा . पर
उन्होने मुझे फॉरन पकड़ लिया. जबरन मुझे बेड पर गि रा दिया ओर
मेरे उपेर चाड गयी बो ली मुझसे झूठ बोल रहे हो. अब दे खती हून
कितनी टाय्लेट आ रही है तुम्हे, निक्कर छ्चोड़ दो वरना फट जाएगा.
उन्होने मेरे हाथ अपने परॉन के नीचे दबा लिए ओर ज़ बरदस्ती मेरा
निक्कर उतार लिया ओर मेरा लॅंड पकड़ कर बोली अभी इतना टाइट था अब
इतना लूस है. झूठ बोल रहा है की सस्यू आ रही है. चलो अब
सस्यू करने. कह कर वो मेरे उपेर से हट गयी. पर मेरा लॅंड नही
छ्चोड़ा. बोली चलो बा तरूम मे. पर मेरा लॅंड तो छ्चो ड़ो मे
चिल्लाया. “ओहो तो इसे लॅंड कहते हैं”. अब तो मई ओर भी घबरा
गया. भाभी प्लीज़ छ्चो ड़ो नेया. पर वो नही मानी बोली अब तो तुम्हारा
लॅंड तभी छ्छूतेगा जब तुम टाय्लेट करने चलोगे. “अफ चलो” मैने
अपनी बनियान नीचे करते हुए कहा अब तो छ्चोड़ दो. वो बोली बातरूम
मे. मेरा लॅंड खिचते हुए वो उल्टी चल दी मे भी साथ- साथ चल
दिया. उसके बूब्स ताने हुए थे. क्योकि वो मेरा लॅंड पकड़े उल्टी चल
रही थी इसलिए उसके बू ब्स बिल्कुल मेरे सामने थे. वो मेरे लॅंड को
हाथून मे दबाए तो थी ही साथ ही उसे सहलाती भी जेया रही थी
इसलिए मेरा लॅंड फिर से टाइट ताना गया. उन्होने मेरा लॅंड देखा ओर
बोली अभी से ये इतना बड़ा है जब तुम ओर बड़े होगे तो कितना बड़ा हो
जाएगा. मे लॅंड च्छुपा ने लगा तो बोली लगता है टाय्ले ट तुम्हे ज़ोर से
आ रही है जल्दी चलो. मे टाय्लेट की तरफ बढ़ा तो उन् होने मुझे
बातरूम की तरफ खीच लि या. मेने कहा भाभी टाय्लेट जाना है. वो
बोली बातरूम मे करना. मेने कहा- बातरूम मे? वाहा तो बात लेते
हैं. वो बोली टाय्लेट भी कर लेते हैं, अब चलो.ओर वो मुझे ले कर
बातरूम मे घुस गयी. मे रा निक्कर उनके हाथ मे था. बा तरूम मे
अंदर ले जेया कर उन्हो ने मेरा लॅंड छ्चोड़ा तो मैने चैन की साँस ली.
पर इतनी देर मे उन्हो ने दरवाजा बंद करके चटकनी लगा दी ओर मेरा
निक्कर शवर की रोड पर लटका दिया, जहाँ मेरा हाथ नही पहुच
सकता था. मैने अपना लॅ ंड अपने हाथो के बीच मे च्छूपा लिया.
उन्होने मेरी तरफ देखा , मुस्कुरई ओर बोली– अब पेशाब नही आ रही
क्या? जो अपना, क्या कहते हैं इसे? “हन लॅंड”. अपना लॅंड हाथों मे
छुपाए खड़े हो. मुझे बड़ी शरम आ रही थी. मैने कहा आप जाओ
मई आता हून. पर वो मे रे ओर पास आ गयी. बोली तुम झूते हो मई
जानती हून तुम्हे सस् यू नही आ रही है. अब कर के दिखा ओ कहते हुए
उन्होने अपना हाथ मेरे हिप्स के बीच मे कर दिया ओर मे री गांद को
सहला दिया. मई जैसे का प सा गया. “भाभी” च्चिलते हुए मेने उनके
बूब्स को नोच लिया क् योंकि वो मेरे एकद्ूम सामने थे. “अया” उन्होने
सिसकारी ली ओर बोली आज तुम्हे सस्यू किए बागेर जाने नही दूँगी.
चलो सस्यू करो आ रही है नेया कहते हुए वो मेरे आयेज बेत गयी ओर
मेरे दोनो हाथ ज़बरदस् ती मेरे लॅंड पर से हटा दिए. मे रा लॅंड फुट
से बाहर आ कर टन गया. उन्होने फॉरन उसके उपेर एक चुम् मा दिया ओर
बोली करो पेशाब वरना आज तुम यही बंद रहोगे ऐसे ही. अब मे दर
ओर गया. मेने कहा आप इसे छ्चोड़ो तो सस्यू करूँ नेया . भाभी ने
हेस्ट हुए मेरा लॅंड छ्चोड़ दिया बोली करो. पर आप सा मने से तो हटो
मे बोला. वो मेरे पीछे आ गयी अपने बूब्स मेरे कंधो पर टीका
दिए ओर बोली अब करो मे देखूँगी तुम्हे सू-सू आती भी है या नही .
मैने कहा आप हटो मे नली पर कर लूँगा पर वो बोली यही करो.
मैने कहा यहाँ बीच बा तरूम मे? वो बोली हन यही. अफ मया, मई
साँस भर कर रह गया. उन्होने फिर से मेरा लॅंड पकड़ लिया ओर बोली
तुम बहुत देर से बहाने कर रहे हो चलो अब सस्यू करो कहते हुए
उन्होने मेरे लॅंड की खाल पीच्चे को खीच ली. अब मेरा लॅंड ओर कस
कर बाहर आ गया. वो बो ली करो. मैने पूरी कोशिश की पर पेशाब
तो वाकई मे आ ही नही रही थी. 10-12 बूँद तपाक कर रह गयी.
बस इतनी ही वो बोली ओर फिर मेरे आयेज आ गयी. उन्हो ने मेरे लॅंड को
झटका सा दिया कुछ बूं दे उनके उपेर जा गिरी. वो बोली- “है-है”
तुम्हारी पेशाब मेरे उपर आ गयी है सॉफ करो. मेने कहा आप मेरे
आयेज आई ही क्यो? अब मई सॉफ नही करूँगा आप खुद ही करो.
उन्होने घूर कर मुझे देखा ओर फिर मुस्कुरा कर अपने बदन पर
हाथ फिराया ओर मेरी सस्यू अपने पुर बदन पर रग़ाद लि ंऐ देखता
ही रह गया. अब भी उन् होने एक हाथ से मेरे लॅंड को पकड़ा हुआ था.
मेरा लॅंड फुल टाइट था ओर मस्ती से तनटना रहा था. वो बोली ये
अभी तक इतना टाइट क्यो है. पता नही मैने कहा ओर इसके साथ ही
मेरा लॅंड सिकुड़ना शु रू हो गया. वो बोली लगता है तु म्हारी सस्यू
ख़तम हो गयी पर अब मु झे सस्यू आ रही है. मैने कहा मे रा
निक्कर दे दो फिर आप सस्यू कर आना. वो बोली नही अभी नही पहले
मई भी सस्यू कर लून. चलो मेरी पेंटी उतरो. नही, मे पीछे हटने
लगा पर हट कैसे सकता था उन्होने मेरा लॅंड सख्ती से पकड़ रखा
था. बोली उतरो वरना मे तुम्हारा लॅंड नही छ्ोड़ूँगी. तुम भी देखो
सस्यू कितनी की जाती है. मैने कहा आप उतार लो मे खड़ ा तो हून पर
वो नही मानी हार कर मु झे उनकी पेंटी उतरनी ही पड़ी मे उनकी पेंटी
नीचे की ओर सरका रहा था ओर वो मेरे लॅंड को पकड़े हु ए खड़ी थी
बिल्कुल ऐसे की उनके बूब्स मेरे मूह से लग रहे थे. खेर मैने पेंटी
उतार दी तो वो मेरे लॅ ंड को पकड़े हुए वही बेत गयी ओर पेशाब
करने लगी बोली देखो ऐसे करते हैं सस्यू. मे पहली बा र किसी औरत
को पेशाब करते देख रहा था. पेशाब बाहर आने का रास्ता देखते
ही मुझे फिर से शरम आई ओर मे पीच्चे हटा ही था की भाभी
मेरा लॅंड पड़के हुए खड़ी हो गयी. वो अभी भी सस्यू कर रही थी
सारी सस्यू उनके परॉन पर आ कर बहने लगी. वो बोली ये तुमने क्या
किया. मैने कहा- क्या किया मैने आप खुद खड़े हुई. वो बोली तुम
पीच्चे हुए तो मुझे खड़ा होना पड़ा. मई उनकी सस्यू देख रहा था जो
एक च्छेद से निकल कर उनके परॉन से बहती हुई नीचे गि र रही थी.
फिर उन्होने सस्यू करनी बंद कर दी. अब तो छ्चोड़ दो मेरा लॅंड अब तो
आप भी सस्यू कर चुकी मेने लगभग चिल्लाते हुए कहा. उन्होने मेरा
लॅंड छ्चोड़ दिया. मई अपने निक्कर की तरफ बढ़ा पर वो उपेर लटका
undefined हुआ था मेरा हाथ नही पहुच सकता था. मेरा निक्कर दो भाभी-
मेने कहा. वो बोली दे ती हून पहले सू-सू तो धो लू. मै ने जल्दी से
हाथ धोए ओर बोला अब ला ओ निक्कर. “ओर लॅंड नही धूगे”- वो बोली.
गंदा रह जाता है ऐसे चलो यहाँ आओ. मे फिर वाश्बेसिन की ओर
बढ़ गया. जैसे ही मैने पानी के लिए वाश्बेसिन मे हाथ डाला
उन्होने फिर से मेरा लॅंड पक्कड़ लिया बोली तुम पानी डालो मे धो देती
हून. मैने कहा नही मे धो लूँगा. वो बोली सही से सॉफ नही होगा
मे धो देती हून. मेरे पास कहने को कुछ नही था जान गया था वो
वही करेंगी जो उनके मा न मई है. सो पानी अपने लॅंड पर डालने लगा
ओर वो उसे धीरे-धीरे रगार्ने लगी. मेरे लॅंड मे फिर से सख्ती
आने लगी. वो बोली लगता है फिर से सस्यू आ रही है. मे शर्मा
गया बोला नही आ रही है . पर ये तो फिर से टाइट हो रहा है वो
बोली. मैने कहा पता नही क्यो टाइट हो रहा है. वो बो ली मई बता
दूँगी क्यो टाइट हो रहा है. कहते हुए उन्होने मेरा लॅंड छ्चोड़ दिया
ओर बोली अब मे पानी डा लती हून तुम सॉफ करो. ये सॉफ हो चुका है
भाभी मई बोला. वो बोली ये तो सॉफ हो चुका है पर अभी ये रह
गयी है. उन्होने अपनी छूट की तरफ इशारा किया. बोली चलो तुम
इसे सॉफ करो. मेरे ला ख माना करने फिर भी वो नही मानी ओर मुझे
उनकी छूट सॉफ करने को तैयार होना पड़ा. उन्होने हाथ मे पानी
भर कर अपने पेट पर डा ला. जो बहता हुआ उनकी छूट तक आ गया.
मैने जल्दी से उनकी छू ट पर हाथ फिराया ओर बोला हो गयी सॉफ अब
चले. वो बोली अभी कहा हुई, क्या मैने ऐसे है सॉफ किया था
त ुम्हारा लॅंड? ठीक से सॉफ करो वरना निक्कर नही मिले गा ओर आज
यही बंद रहोगे मेरे सा थ. “ओफो” डालो पानी, कर रहा हू न सॉफ-
कहते हुए मैने अपना हा थ फिर से उनकी गीली छूट पर रख दिया. वो
मुस्कुरई ओर पानी डा लने लगी. बोली- अभी से सीख जा ओगे तो अपनी बीवी
की छूट भी सही से सॉफ कर सकोगे. मैने जल्दी-जल्दी छू ट पर
हाथ फिराया इसी बीच मे री उंगली उसके छूट के च्छेद मे भी चली
गयी. हन यही पर रगर के सॉफ करो- वो बोली. अब मुझे भी मज़ा
आ रहा था. मई मज़े से अपनी उंगली उसकी गीली छूट मे घू मने लगा.
थोड़ी देर बाद मई बोला - अब बहुत हो गया भाभी, अब चलो. उसने
अपनी पेंटी वही पर छ् चोड़ दी ओर दरवाजे की तरफ चल दी . मैने कहा
भाभी मेरा निक्कर तो दे दो. उसने मेरा निक्कर उठाया, दरवाजा खोला
ओर बाहर चल दी. मैने कहा भाभी कुछ पहन तो लो ओर मेरा निक्कर
दो मई भी पहन लू. उसने कहा- मेरी पेंटी गीली हो चुकी है, अंदर
जा कर पहन लूँगी. मैने कहा मेरा निक्कर तो दे दो. उसने कहा अभी
गीले हो पहले टवल से पोंच्छ कर सूखा तो लो. नही रहने दो, मई
ऐसे ही पहन लूँगा- मई बोला. पर वो बोली- नही इस तरह से मेल
जमा हो जाता है. पहले सूखा लो. पर मुझे बातरूम से बा हर आते
हुए शरम आ रही थी. क् योकि बातरूम लॉबी के बाहर बना था. ओर
रूम तक खुले आसमान के नीचे से हो कर जाना पड़ता था. पर जब वो
मेरा निक्कर ले कर चली गयी तो मई वहाँ नंगा खड़ा हुआ क्या कर
सकता था. मेरा लॅंड मु रझाया हुआ लटका था. पर जैसे ही मे भाभी
के बूब्स ओर छूट के बा रे मे सोचने लगा, फिर से तनटा नने लगा.
मुझे लगा जैसे मैने कु छ मिस कर दिया मुझे भाभी की छू ट को
ओर सहलाना चाहिए था ओर उनके बूब्स का दूध पीना चाहि ए था. पर
अब तक तो भाभी कपड़े पहन चुकी होगी. ये सोचते हुए मई बातरूम
से बाहर निकला तभी भा भी जो की बातरूम की ड्यूवर से च्चिपी खड़ी
थी मेरे पीछे आ गयी ओर मेरे चूटरो के बीच मे हाथ फे र दिया.
मई चिहुक गया- क्या करती हो भाभी? वो बोली चलो रूम मे, सूखने
के बाद निक्कर पहन ले ना. वो अभी तक नंगी ही खड़ी थी. इस बार
मैने जो नज़रें उठाई तो उनके बूब्स पर ही जूम गयी. कितने बड़े-
बड़े थे ओर आयेज निपल् स ऐसे लग रहे थे जैसे खरबूजों मे अलग
से तो लंबे मोटी लगा दिए हों. जी चाहा खीच लून उनको. पर ऐसा
कर नही पाया.
फिर भाभी ओर मई बेडरू म मई गये. हम दोनो ही लगभग सूख
चुके थे. मैने फिर नि क्कर की माँग की तो भाभी बोली- उपेर से
सूख चुके हैं पर अभी नामी है उसे सूखने के बाद ही पहनना.
मुझे भी अब ऐसे ही मज़ ा आ रहा था. भाभी बोली बेड पर लेट जाओ
पहले मई तुम्हारा लॅं ड सूखा देती हून. फिर तुम मेरी छूट को सूखा
देना. मई जनता था की मेरे कहने से कुछ नही होने वाला , सो बेड पर
सीधा लेट गया. मेरा लॅ ंड कुछ ताना भी था ऑफ कुछ हल्का भी हो
रहा था. भाभी ने मेरा निक्कर एक तरफ डाला ओर मेरा लॅं ड अपने
हाथ मे ले लिया ओर मे रे पेट पर से नीचे की ओर फूक मरने लगी.
बहुत मज़ा आ रहा था. फिर उन्होने मेरे लॅंड की खाल पकड़ी उपेर
उठाई ओर मेरे लॅंड के अंदर एक हल्की फूक मारी. “आ” मज़ा आ
गया. वो धीरे-धीरे मे रे लॅंड को सहलाते हुए उसमे फू क मारती
रही. मेरा लॅंड टाइट हो कर टन चुका था. अब उन्होने मेरे लॅंड की
टोपी के नीचे फूक मा रनी शुरू कर दी, मुझे मज़े आ रहे थे.
अचानक उन्होने फूक की जगह मेरे लॅंड पर अपना थूक गिरा दिया.
मई चिल्ला पड़ा ये क् या किया भाभी. मेरे लॅंड पर थू क दिया. वो
बोली- सॉरी, अभी सॉफ कर देती हून. हन अब फिर धोऊॉगी ओर फिर
से सुखाऊगी. बस यही करते रहना. वो बोली- नही अब नही धोना.
फिर क्या अब गंदा ही रहेगा. पर उन्होने जवाब देने की जगह मेरे
लॅंड को अपने मूह मे घुसेड लिया ओर चूसने लगी. मेरे जिस्म मे जैसे
आग लग गयी. मई एकद्ूम उठ बेता-क्या करती हो भाभी “च् चि”. वो
बोली नही च्चि इसी मे तो मज़ा आता है. अच्छा बताओ दू ध पीना है.
नही रहने दो-मैने कहा. अरे नही पी लो. कहते हुए उन्हो ने मेरा
लॅंड छोड़ कर मेरे सर को अपने सीने से लगा लिया. उनके बूब्स मेरे
मूह से लग गये. अब मई समझा की वो किस दूध की बात कर रही है.
मैने जल्दी से एक नि पल को मूह मई भर लिया ओर दूध खी चने
लग.पर कुछ नही आया. अब मैने दूसे निपल को मूह मे ले कर दूध
पीना चाहा. पर यहाँ भी कुछ नही. दूध तो है ही नही भा भी
मई बोला तो वो हास पड़ ी, बोली- अभी से दूध थोड़े ही आता है. तो
कब आता है. बच्चा होने के बाद. बच्चा कब होगा. जब तु म्हारे
भैसाहब चाहेंगे, पर तु म उनसे पूच मत लेना. तुम थोड़ी देर रूको
मई अभी तुम्हे दूध पि लाती हून. कह कर वो उठी ओर कित् चान मे
चली गयी. मैने सोचा पी छा छ्होटा ओर जल्दी-जल्दी अपना निक्कर ओर
बनियान पहन लिया. पर वो जल्दी ही वापस आ गयी ओर खाली हाथ
ही, जबकि मई समझा था की वो दूध गिलास मे लेकर आएगी. आते ही
बोली अरे तुमने कपड़े पहन लिए क्यो? मैने कहा अब आप भी पहन लो
फिर सोते हैं. पर वो नही मानी बोली- मई तुम्हे दूध पिलाने आ
रही थी ओर तुमने कपड़े पहन लिए जल्दी से उतरो वरना मई उतारूगी
तो फट सकते हैं. मेरे काफ़ी माना करने पर भी वो नही मानी तो हार
कर मैने अपनी बनियान उतार दी. “ओर निक्कर”- वोबोली. नही भाभी अब
रहने दो मई तक गया हू न सोना है. तो सो जाना पर निक् कर तो
उतरना ही पड़ेगा वरना मई आ रही हून उतरने. हार कर मै ने
निक्कर भी उतार दिया. मेरा लॅंड मुरझा चुका था. वो दे खते ही बोली-
है तुम्हारा लॅंड तो फिर से सो गया. अभी इसे जागते हैं. चलो
पहले दूध पियो. कहते हुए वो बेड पर बेत गयी. मैने दे खा उनके
निपल्स कुछ चमक रहे थे . दूध आ गया क्या भाभी? मैने
पूछा. हन तुम पियो तो. मैने जैसे ही एक निपल को मूह मे लिए
जान गया भाभी शहद लगा कर आई थी. पर मीता निपल बड़ा
अच्छा लग रहा था तो मई चूसने लगा. अभी मई पहला नि पल ही
चूस रहा था की उन्होने मेरा लॅंड फिर से पकड़ लिया. जो की अब फिर
टन चुका था. जैसे ही उन्होने मेरे लॅंड को पकड़ा मई चिहुक गया.
अब आप इस कहानी के दूसरे पार्
अगले दिन भाभी की हालत खराब थी
नहाओ बारिश मे मेने
की तबीयत खराब हो गयी
रुकी. मे घर पर पापा
पास जाना था उनका नंगा
जाता था. खेर मे भाभी
जो मों ने बना कर दिया
लग रही थी पर बीच-बेच
मेने पूचछा. हन वो बो
खाना खा कर हम लेट गये
ली?” वो बोली हन कल तु
मिला था. तो आज भी लगा
लगाऊं. लाओ मे लगा दे
गौण पहने थी विक्क्स
मुस्कुरा दी. उन्होने
थी. बोली ब्लाउस भी
मेने मूह घुमा लिया.
उनकी पीठ पर अभी ब्लॅ
विक्क्स लगाने लगा पी
जाता था. भाभी बोली
बाँध देना. स्ट्रीप मे
मेरा लॅंड फिर सर उठा
लगाने लगा पर अभी मई
भाभी ने अचानक करवत्
खुली हुई थी. पर एक सा
बूब उनका सॉफ दिख रहा
मेने झटके से उनके चे
नींद मे ही उन्होने
बार-बार आँख उसी तरफ
सोई हुई है फिर क्या
उनके बूब पर रखी ही थी
रही हो पर आई नही उन्
गले पर भी विक्क्स मा
रख दी ओर आखों पर कला
देखता ही रह गया. वो
दर्द हो रहा है. हार
सीने पे भी लगा दो. मे
के बीच मे भी लगा दो.
लेते होने पर भी ऐसा
खड़ी होंए विक्क्स लगा
मेने भाभी के चेहरे की
लेती थी. मैने बनियान
चाहा पर तभी उन्होने
रहे हो? मई दर्र गया
कर रहे हो कहते हुए
लिया. अरे ये तो बहुत
हक्का-बक्का था. होश
आ रही है. ओह वो बोली
लॅंड ढीला होने लगा था
बोली सस्यू जाना है
बोली नही तुम झूठ बोल
कहा आपको कैसे मालूम
टाय्लेट आ रही होती तो
मेरा लॅंड छ्चोड़ा नही
नही मैने कहा मुझे सच
लॅंड छ्चोड़ दिया. चलो
मई खुद कर आऊंगा. आप
कपड़े तो अब तुम्हे टा
उतरो. नही मई कर आऊंगा
वरना मुझे ज़बरदस्ती
उठने लगा आप ऐसे ही
उन्होने मुझे फॉरन
मेरे उपेर चाड गयी बो
कितनी टाय्लेट आ रही
उन्होने मेरे हाथ अपने
निक्कर उतार लिया ओर
इतना लूस है. झूठ बोल
सस्यू करने. कह कर वो
छ्चोड़ा. बोली चलो बा
चिल्लाया. “ओहो तो इसे
गया. भाभी प्लीज़ छ्चो
लॅंड तभी छ्छूतेगा जब
अपनी बनियान नीचे करते
मे. मेरा लॅंड खिचते
दिया. उसके बूब्स ताने
रही थी इसलिए उसके बू
हाथून मे दबाए तो थी
इसलिए मेरा लॅंड फिर
बोली अभी से ये इतना
जाएगा. मे लॅंड च्छुपा
आ रही है जल्दी चलो.
बातरूम की तरफ खीच लि
बोली बातरूम मे करना.
हैं. वो बोली टाय्लेट
बातरूम मे घुस गयी. मे
अंदर ले जेया कर उन्हो
पर इतनी देर मे उन्हो
निक्कर शवर की रोड पर
सकता था. मैने अपना लॅ
उन्होने मेरी तरफ देखा
क्या? जो अपना, क्या
छुपाए खड़े हो. मुझे
मई आता हून. पर वो मे
जानती हून तुम्हे सस्
उन्होने अपना हाथ मेरे
सहला दिया. मई जैसे का
बूब्स को नोच लिया क्
सिसकारी ली ओर बोली
चलो सस्यू करो आ रही
मेरे दोनो हाथ ज़बरदस्
से बाहर आ कर टन गया.
बोली करो पेशाब वरना
ओर गया. मेने कहा आप
हेस्ट हुए मेरा लॅंड
मे बोला. वो मेरे पीछे
दिए ओर बोली अब करो मे
मैने कहा आप हटो मे
मैने कहा यहाँ बीच बा
साँस भर कर रह गया.
तुम बहुत देर से बहाने
उन्होने मेरे लॅंड की
कर बाहर आ गया. वो बो
तो वाकई मे आ ही नही
बस इतनी ही वो बोली
झटका सा दिया कुछ बूं
तुम्हारी पेशाब मेरे
आयेज आई ही क्यो? अब
उन्होने घूर कर मुझे
हाथ फिराया ओर मेरी
ही रह गया. अब भी उन्
मेरा लॅंड फुल टाइट था
अभी तक इतना टाइट क्यो
मेरा लॅंड सिकुड़ना शु
ख़तम हो गयी पर अब मु
निक्कर दे दो फिर आप
मई भी सस्यू कर लून.
लगा पर हट कैसे सकता
था. बोली उतरो वरना मे
सस्यू कितनी की जाती
वो नही मानी हार कर मु
नीचे की ओर सरका रहा
बिल्कुल ऐसे की उनके
उतार दी तो वो मेरे लॅ
करने लगी बोली देखो
को पेशाब करते देख रहा
ही मुझे फिर से शरम
मेरा लॅंड पड़के हुए
सारी सस्यू उनके परॉन
किया. मैने कहा- क्या
पीच्चे हुए तो मुझे
एक च्छेद से निकल कर
फिर उन्होने सस्यू
आप भी सस्यू कर चुकी
लॅंड छ्चोड़ दिया. मई
undefined हुआ था मेरा हाथ नही
मेने कहा. वो बोली दे
हाथ धोए ओर बोला अब ला
गंदा रह जाता है ऐसे
बढ़ गया. जैसे ही मैने
उन्होने फिर से मेरा
हून. मैने कहा नही मे
मे धो देती हून. मेरे
वही करेंगी जो उनके मा
ओर वो उसे धीरे-धीरे
आने लगी. वो बोली लगता
गया बोला नही आ रही है
बोली. मैने कहा पता
दूँगी क्यो टाइट हो
ओर बोली अब मे पानी डा
भाभी मई बोला. वो बोली
गयी है. उन्होने अपनी
इसे सॉफ करो. मेरे ला
उनकी छूट सॉफ करने को
भर कर अपने पेट पर डा
मैने जल्दी से उनकी छू
चले. वो बोली अभी कहा
त ुम्हारा लॅंड? ठीक से
यही बंद रहोगे मेरे सा
कहते हुए मैने अपना हा
मुस्कुरई ओर पानी डा
की छूट भी सही से सॉफ
हाथ फिराया इसी बीच मे
गयी. हन यही पर रगर के
आ रहा था. मई मज़े से
थोड़ी देर बाद मई बोला
अपनी पेंटी वही पर छ्
भाभी मेरा निक्कर तो
ओर बाहर चल दी. मैने
दो मई भी पहन लू. उसने
जा कर पहन लूँगी. मैने
गीले हो पहले टवल से
ऐसे ही पहन लूँगा- मई
जमा हो जाता है. पहले
हुए शरम आ रही थी. क्
रूम तक खुले आसमान के
मेरा निक्कर ले कर चली
सकता था. मेरा लॅंड मु
के बूब्स ओर छूट के बा
मुझे लगा जैसे मैने कु
ओर सहलाना चाहिए था
अब तक तो भाभी कपड़े
से बाहर निकला तभी भा
थी मेरे पीछे आ गयी
मई चिहुक गया- क्या
के बाद निक्कर पहन ले
मैने जो नज़रें उठाई
बड़े थे ओर आयेज निपल्
से तो लंबे मोटी लगा
कर नही पाया.
फिर भाभी ओर मई बेडरू
चुके थे. मैने फिर नि
सूख चुके हैं पर अभी
मुझे भी अब ऐसे ही मज़
पहले मई तुम्हारा लॅं
देना. मई जनता था की
सीधा लेट गया. मेरा लॅ
रहा था. भाभी ने मेरा
हाथ मे ले लिया ओर मे
बहुत मज़ा आ रहा था.
उठाई ओर मेरे लॅंड के
गया. वो धीरे-धीरे मे
रही. मेरा लॅंड टाइट
टोपी के नीचे फूक मा
अचानक उन्होने फूक की
मई चिल्ला पड़ा ये क्
बोली- सॉरी, अभी सॉफ
से सुखाऊगी. बस यही
फिर क्या अब गंदा ही
लॅंड को अपने मूह मे
आग लग गयी. मई एकद्ूम
बोली नही च्चि इसी मे
नही रहने दो-मैने कहा.
लॅंड छोड़ कर मेरे सर
मूह से लग गये. अब मई
मैने जल्दी से एक नि
लग.पर कुछ नही आया.
पीना चाहा. पर यहाँ भी
मई बोला तो वो हास पड़
कब आता है. बच्चा होने
भैसाहब चाहेंगे, पर तु
मई अभी तुम्हे दूध पि
चली गयी. मैने सोचा पी
बनियान पहन लिया. पर
ही, जबकि मई समझा था
बोली अरे तुमने कपड़े
फिर सोते हैं. पर वो
रही थी ओर तुमने कपड़े
तो फट सकते हैं. मेरे
कर मैने अपनी बनियान
रहने दो मई तक गया हू
उतरना ही पड़ेगा वरना
निक्कर भी उतार दिया.
है तुम्हारा लॅंड तो
पहले दूध पियो. कहते
निपल्स कुछ चमक रहे थे
पूछा. हन तुम पियो तो.
जान गया भाभी शहद लगा
अच्छा लग रहा था तो
चूस रहा था की उन्होने
टन चुका था. जैसे ही
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