FUN-MAZA-MASTI
अगला भाग बताने जा रहा हूँ
अगली सुबह ननद भाभी की बातों का मज़ा लेने के लिए मेने फिर से किचन की खिड़की से कान लगा दिया सुषमा ने काजल को छेडते हुए कहा क्यों बन्नो भैया से चूत चटाई मे मज़ा आया या नही? काजल : भाभी आपका एहसान मे जिंदगी भर नही भूलूंगी मे सोच भी नही सकती थी की इसमे इतना मज़ा आता होगा सुषमा : फिर कभी दिल करे तो मुझसे बोल देना बाहर के लड़कों के चक्कर मे ना पड़ना काजल : एक बात तो है भाभी जब भैया की जीभ अंदर बाहर हो रही थी तो इतना मज़ा आ रहा था मे बयान नही कर सकती सुषमा : अरी ये मज़ा तो कुछ भी नही है जब चूत के अंदर लंड लेकर देखेगी तो इस मज़े को भूल जाओगी तुम स्वर्ग मे गोते लगाने लगोगी लंड की ठोकर जब चूत की गहराई मे लगती है तो औरत सब कुछ भूल कर आनंद लोक मे विचरण करने लगती है.
काजल : सच भाभी, क्या लंड डलवाने मे इतना मज़ा आता है? काश एक बार मे भी किसी का लेकर देख सकती सुषमा : और किसी के बारे मे सोचना भी मत यदि दिल करे तो मे तेरा काम तेरे भैया से ही बनवा दूँगी मेरे पास ऐसा आइडिया है की तुम लंड अंदर लेने का मज़ा भी ले लोगी और तुम्हारे भैया को पता भी नही चलेगा काजल : सच भाभी, प्लीज़ बताओ ना वो आइडिया सुषमा : बता दूँगी इतनी भी जल्दी क्या है कुछ दिनो के बाद राखी का दिन था और उस दिन काजल ने मुझे राखी बांधी और सुषमा का भाई तरुण मेरी पत्नी से राखी बंधवाने आया। जब मेरी पत्नी ने अपने भाई को राखी बांधी तो उसने अपनी बहन को गले लगा कर मुँह पर किस लिया मैं बहुत शक्की किस्म का आदमी हूँ और मैने चोर निगाह से देखा की मेरे साले ने मेरी पत्नी की चूची को दबाया दोनो गालों को मुँह मे भर कर चूसा और फिर उसकी गांड पर भी हाथ फेर दिया मैं क्या देख रहा था मेरा साला कहीं खुद की सग़ी बहन का पुराना आशिक़ तो नहीं है? या मेरी पत्नी कहीं अपने भाई पर आशिकी तो नहीं हो रही? तरुण की पेंट का सामने वाला हिस्सा भी उभर गया और मुझे साफ दिख रहा था की मेरे साले का लंड अपनी बहन के स्पर्श के बाद पूरा खड़ा हो चुका था.चालाक बीवी--2
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अगली सुबह ननद भाभी की बातों का मज़ा लेने के लिए मेने फिर से किचन की खिड़की से कान लगा दिया सुषमा ने काजल को छेडते हुए कहा क्यों बन्नो भैया से चूत चटाई मे मज़ा आया या नही? काजल : भाभी आपका एहसान मे जिंदगी भर नही भूलूंगी मे सोच भी नही सकती थी की इसमे इतना मज़ा आता होगा सुषमा : फिर कभी दिल करे तो मुझसे बोल देना बाहर के लड़कों के चक्कर मे ना पड़ना काजल : एक बात तो है भाभी जब भैया की जीभ अंदर बाहर हो रही थी तो इतना मज़ा आ रहा था मे बयान नही कर सकती सुषमा : अरी ये मज़ा तो कुछ भी नही है जब चूत के अंदर लंड लेकर देखेगी तो इस मज़े को भूल जाओगी तुम स्वर्ग मे गोते लगाने लगोगी लंड की ठोकर जब चूत की गहराई मे लगती है तो औरत सब कुछ भूल कर आनंद लोक मे विचरण करने लगती है.
राखी के बाद मेरी पत्नी और साला दूसरे कमरे में चले गये और काजल मेरे पास बैठ गयी भैया आपको क्या हो गया? आपका तो रंग उतर गया क्या मेरे भैया अपनी पत्नी से कुछ पल भी अलग नहीं रह सकते भैया! भाभी अपने भाई से मिलने दूसरे रूम मे गयी है मैं आपके साथ बैठ जाती हूँ मेरे प्यारे भैया उदास क्यों होते हो? कहते ही मेरी बहन ने अपनी बाहें मेरी गर्दन पर डाल दी और मेरी गोद में बैठ गयी मेरे लंड को करंट सा लगा और मेरा लंड तन गया और काजल के चूतड़ के बीच की दरार में दाखिल होने लगा काजल मेरे गालों पर अपना गाल रगड़ने लगी और मुझे ना जाने क्या हुआ की मुझे उधार याद आ गई और मैने अपनी बहन के रसीले होंठों पर अपने होंठ टीका कर किस कर लिया मेरी बहन पहले तो मेरे साथ चिपक गयी और उसके होंठ खुल गये मे उसकी मीठी जीभ का रस पान करने लगा लेकिन जब मैने उसकी चूची ज़ोर से मसल डाली तो वो उठ कर भाग गयी मुझे लगा की वो मेरी कामुकता को समझ गयी और मुझसे नाराज़ हो गयी.
मुझे बहुत शर्मिंदगी हुई और डर भी लगा की कहीं अपनी भाभी से कुछ ना कह दे मेरी पत्नी तो मुझे पहले से ही बहन का यार कहती रहती है अगर आज की ये बात सुषमा को पता चल गयी तो ना जाने क्या सोचेगी? थोड़ी देर मे काजल फिर आई और मेरे कान मे फुसफुसा कर बोली भैया चलो एक चीज़ दिखाती हूँ और मेरा हाथ पकड़ कर सुषमा के रूम की खिड़की के पास ले गयी काजल ने आँख लगा कर अंदर देखा और मुझे भी देखने का इशारा किया मेने काजल के पीछे सट कर अंदर का नज़ारा देखा को लंड एकदम तन गया और काजल के चूतडो के बीच मे गड़ गया मेने काजल के गाल से गाल सटा कर देखा की मेरी बीवी और साला पूरे नंगे होकर एक दूसरे से लिपटे हुए किस कर रहे थे.
तरुण के हाथ उसकी बहन के नितंबो को भींच रहे थे। तो सुषमा अपने भाई का 8 इंच का लंड प्यार से सहला रही थी फिर मेरी पत्नी घुटनो के बल नीचे बैठ गयी और उसने अपने भाई का विशाल लंड चाटना शुरू कर दिया और लंड को चूसने लगी काजल के मुँह मे पानी आ गया उसने सुन्दर मुखड़ा मेरी और मोड़ा तो हमारी जीभे भी एक दूसरे का रस पान करने लगी फिर हमने देखा की मेरा साला मेरी बीवी को बेड पर ले गया और 69 की पोज़िशन मे हो गये लंड और चूत का रसपान एक साथ शुरू हो गया थोड़ी ही देर मे सुषमा के होंठो के किनारो से वीर्य छलकने लगा तो मे समझ गया की दोनो झड़ गये है पर सुषमा ने लंड को दबा दबा कर आख़िरी बूँद तक चूसती रही तो तरुण का लंड फिर खड़ा हो गया.
सुषमा खुश हो कर चूतडो के नीचे तकिया लगा कर लेट गयी और जांघे चौड़ी करके बोली लाओ भैया अब राखी का असली गिफ्ट दो तरुण ने जैसे ही विशाल लंड का सुपाड़ा अपनी बहन की चूत पर रखा तो सुषमा के साथ-साथ काजल के मुँह से भी सिसकारी निकल गयी और पलट कर मुझसे लिपट गयी और मेरी कलाई पर बांधी गयी राखी को सहलाते हुए कान मे धीरे से बोली भैया मेरा गिफ्ट? मेने देखा की तरुण के दाये हाथ पर पवित्र राखी चमक रही थी और उसने अपना विकराल लंड उसकी सगी बहन की चूत मे जड़ तक घुसेड दिया था मेने काजल को गोदी में भर कर उठा लिया और दूसरे रूम मे बेड पर ले गया वैसे तो मुझे तजुर्बे से मालूम था की तरुण अभी-अभी झड़ा था और बहन भाई का मिलन भी कई दिनो के बाद हो रहा था इसलिये वो सारी कसर पूरी करके ही बाहर निकलेंगे सावधानी के तौर पर मेने अंदर से कुण्डी लगा ली.
काजल शर्म के मारे बेड पर उल्टी हो करके लेट गयी मेने उसकी मस्त गदराई जाँघो पर से स्कर्ट को कमर तक उपर किया तो मेरी आँखे चोक गयी काजल ने चड्डी नही पहनी हुई थी और वही चौड़ा गौरा पिछवाड़ा बिना चड्डी के मुझे बुला रहा था मे झट से नंगा हो कर अपनी कमसिन बहन के उपर चढ़ गया मेरा लंड सीधा उसके गदराये चूतड़ को अलग करता हुआ गांड पर जा टिका नीचे हाथ डाल कर मेने उसके दोनो अनारो को दबोच लिया और प्यार से उसकी गर्दन कान और गालों को चाटने और चूसने लगा उत्तेजना मे काजल के मुँह से सिसकियाँ निकल रही थी। जैसे ही मेने लंड का दबाव गांड पर बढ़ाया तो काजल दर्द मे बोली की भैया अभी उपर-उपर से कर लो कहीं भाभी ना आ जाये.
मे उसकी बेबी कट ज़ुल्फो की महक लेता हुआ बोला की वो कई दिन की कसर पूरी करके ही बाहर निकलेंगे फिर मेने उसके पेट के नीचे तकिया लगाया जिससे उसके चूतड़ उपर हो गये और मेने झट से उस ख़ज़ाने को चूमना चाटना शुरू कर दिया उसकी रोम विहीन योनि से लेकर गांड तक पागलों की तरह चाटने लगा मेरे साले और बीवी की रासलीला देख कर काजल की झिझक ख़त्म हो गयी थी काजल की चूत से अमृत की बारिश होने लगी मेने एक बूँद भी बर्बाद नही की काजल ने बेबस होकर अपने चूतड़ उपर उठा लिए और बोली की भैया जो करना है जल्दी कर लो कहीं भाभी ना आ जाये मे उसके गोरे पिछवाड़े को फिर चूमने और चाटने लगा तो काजल बोली की हाय भैया अब डाल भी दो मेने भी गांड को जीभ से और गीला किया फिर आलू जैसा मोटा सुपाड़ा गांड पर रख कर दबाव बढ़ाया पर लंड नही घुसा काजल बोली की भैया मेरी गांड कुँवारी है और आपका लंड मोटा भी ज़्यादा है लाओ इसे चिकना कर दूँ.
यह कह कर वो मेरी और मुड़ी और लंड को मुँह मे लेने की कोशिश करने लगी मोटाई से पूरा मुँह ब्लॉक हो गया तो वो सारे लंड को जीभ से चाटने लगी जब लंड पूरा गीला हो गया तो उसने तकिये पर गाल टीका कर गांड को उँचा उठा लिया मे भी घुटनो के बल उसकी गांड पर लंड टिका कर दोनो चूचियों को पकड़ कर शॉट लगाया तो गांड के टांके उधड़ गये और आधा लंड बहन की गांड मे घुस गया काजल के मुँह से एक छोटी सी चीख निकली “उई माँ…हाय भैया रूको” मेने एक और करारा शॉट मारा और मेरे अंडकोष उसके चूतडो से जा लगे अब पूरा 3 इंच मोटा लंड काजल की गांड मे था और वो सिसक रही थी मे उसके गालों पर बहते आँसू को चाटने लगा ताकि उसे कुछ धीरज बँधा सकूँ.
एक हाथ नीचे ले जाकर मेने उसकी चूत के लहसुन को सहलाना शुरू कर दिया थोड़ी ही देर मे काजल नॉर्मल हो गई और जाँघो को चौड़ा करके लंड को गांड मे अच्छी तरह एड्जस्ट कर लिया काजल सी सी कर रही थी और मैं उसके चूची को दबा रहा था और अपना लंड उसकी मस्त गांड मैं अंदर बाहर कर रहा था काजल आआहाहह आआआअहह आह ऊऊओह किये जा रही थी थोड़ी देर के बाद काजल सिर्फ़ सीईईईईई सीयी सीईइ कर रही थी अब उसे भी मजा आ रहा था वो भी गांड को धीरे धीरे पीछे कर रही थी 10 मिनिट पूरे ज़ोर से धक्कों के बाद काजल ने भी तेज़ी से जवाबी धक्के देने शुरू कर दिये और झड़ गयी मैने भी अपना पानी काजल रानी की गांड मैं ही छोड़ दिया और मैं काजल के होंठो को चूमने लगा और हल्के हल्के उसकी चूची दबा रहा था थोड़ी देर मैं हम दोनो ठंडे हो गये.
काजल ने मुझे प्यार से मारते हुये कहा की मैं आप से कभी ये सब नही करवाउंगी आप बहुत ज़ोर से करते हो और मुझे मारने लगी मैने उसे किस करके शांत किया और बोला मेरी प्यारी बहन मुझे माफ़ कर दो मैने तुम्हारे प्यार मैं पागल होकर ऐसा किया और फिर काजल ने कपड़े बदले और जाकर सो गई मैं सोते समय सोच रहा था की मैने बहन की गांड तो मार ली लेकिन किसी को पता नही की वो मुझसे चुद गई है उस दिन शाम को मेरी पत्नी ने सुझाव दिया सुधीर मैने तरुण से काजल की शादी की बात चलाई थी मेरे भाई को काजल पसंद है तरुण की नौकरी भी अच्छी है दिखने में भी सुंदर और स्मार्ट है कोई बुराई भी नहीं है अगर तुम काजल से उसकी पसंद पूछ लो तो बात आगे बढ़ा दूँ? अपनी लड़की घर की घर में ही रह जायेगी क्यों कैसा लगा मेरा विचार?”
मैं सुन कर हैरान हो उठा मेरी बहन की शादी मेरे साले के साथ? “यानी की मैं तरुण की बहन को चोदूं और साला तरुण मेरी बहन को चोदे? यह कैसे हो सकता है? वो बहनचोद तरुण मेरा साला है जीजा कैसे हो सकता है?” बात मुझे कुछ जच नहीं रही थी लेकिन जैसे मैं सोचने लगा तो इसमे बुराई भी कुछ नहीं थी। सुषमा मेरी बात से चिड़ गयी और बोली तुम होंगे बहनचोद मेरे भाई को कुछ मत कहना। मैं बात कर लूंगी काजल से वो मेरी बात मान जायेगी। तुम सीधे सीधे क्यों नहीं कहते की अपनी बहन को खुद चोदना चाहते हो क्या मैं नहीं देखती की तेरी नज़रें कैसे पीछा करती हैं तेरी बहन की गांड और चूची की जब भी मैं तेरी बहन का जिक्र करती हूँ तेरा लंड फड़फड़ा उठता है मेने कहा की तू कोंन सी कम है जब से आया है अपने भाई से चिपकी हुई है.
शादी से पहले भी तू अपने भाई से सुहागरातें मनाती रही होगी और उम्मीद करती है की काजल को सील बंद सोप दूँ करारा जवाब सुनकर मेरी बीवी कुछ ढीली पड़ी और बोली की साफ-साफ़ कहो ना की शादी से पहले तुम काजल की सील तोड़ना चाहते हो तो ठीक है मे आपकी ये शर्त भी मानने को तैयार हूँ लेकिन अगर काजल राज़ी ना हुई तो? फिर भी मे कोशिश करूँगी काजल को इस रिश्ते से कोई एतराज़ ना था और कुछ ही दिनो में काजल और तरुण की शादी हो गयी काजल ने शादी की रात हमारे घर पर ही मनाई मेरी बहन शादी के जोड़े में एक परी जैसी लग रही थी मेरी पत्नी ने उसे सुहागरात के लिए खूब सजाया था मेहन्दी लगे हाथों मे हरी-हरी चूड़ीयां,नाक मे नथनी,कानो मे झुमके,पावं मे चम-चम करती पायल मे तो काजल को देख-देख कर पागल हो रहा था मे जानता था की काजल मुझे देने से इनकार नही करेगी पर बीवी की सहमति के बिना मौका नही मिल सकता था.
मेने सुषमा को उसका वादा याद दिलाया की वो मेरा काम बनवा देगी रात को काजल और वो दूसरे कमरे मे गयी जहाँ काजल सुहागरात के सपनो मे खोई हुई थी मे खिड़की की आड़ मे सुन रहा था मेरी पत्नी कह रही थी मेरी प्यारी ननद अब हमसे दूर चली जायेगी काजल तुम्हारे भैया का हाल बहुत बुरा है वो रो रहे हैं की उनकी बहन पराई हो गई है काजल तुम ही अपने भैया को कुछ धीरज बंधाओ की तुम उनके पास आती रहोगी काजल तुम्हारे भैया को मे यहाँ भेजती हूँ भावना मे बह कर तुम्हे बाहों मे ले या किस कर ले तो तुम भी उतना ही प्यार जताना ताकि उनका कुछ गम हल्का हो जाए कुछ देर बातें करके उनको नॉर्मल करो 12.00 बजे तक मे मेरे भैया के पास रहूंगी वो भी तुम्हारे इंतज़ार मे बेचैन हो रहे होंगे.
सुषमा ने काजल के गाल चूमे और बाहर आ गई मेने बेचैनी से पूछा की क्या प्लान है सुषमा बोली आप काजल के पास जाओ और उससे बिछुड़ने के दुख को बताओ और आहिस्ता-आहिस्ता उससे प्यार करो वो आपका इंतज़ार कर रही है मेरी ख़ुशी का कोई ठिकाना ना था मेरी बीवी ने फिर कहा लूँगी पहन लो और अंडरवेयर उतार कर जाना काजल को धीरे-धीरे प्यार करना सारा एकदम मत घुसेड देना आपका बहुत मोटा और लंबा है मुझे यकीन है की आहिस्ता-आहिस्ता करोगे तो वो आपका लंड झेल लेगी एक बार एड्जस्ट होने के बाद उसे इतना मज़ा आयेगा की वो खुद आपको नही छोड़ेगी मेरी बेचारी बीवी को क्या मालूम था की हमें तो मौका चाहिये था जो उसने खुद दे दिया मे काजल के रूम मे पहुँचा और अंदर से कुण्डी लगा दी काजल दुल्हन की ड्रेस मे सेज पर बैठी थी उसने उठ कर मेरे पावं छुये तो मेने उसके कंधे पकड़ कर ऊपर उठाया और हम दोनो एक दूसरे से लिपट गये.
फिर काजल बोली ठहरो भैया मे सेज पर ही जाती हूँ इतना उतावलापन भी ठीक नही काजल ने सुहाग सेज पर बैठ कर घूँघट निकाल लिया मे समझ गया की मन ही मन उसने मुझे ही पति मान लिया है मेने दोनो हाथो से काजल का घूँघट उठाया काजल की आँखे झुकी हुई थी मेने उसकी ढाढ़ी के नीचे उंगली रख कर मुखड़ा ऊपर उठाया हमने एक दूसरे की आँखो मे देखा और हमारे होंठ मिल गये वाह क्या खुशबू थी मेरी बहन की साँसों की जल्द ही काजल ने अपनी जीभ मेरे मुँह मे डाल दी और मे उसका मीठा-मीठा मुखरस पीने लगा फिर काजल मेरे कान मे फुसफुसा कर बोली भैया आज हम भाभी से बदला लेंगे जैसे उसने पहली सुहागरात तरुण से मनाई थी आज आप भी मेरे से पहली सुहागरात मनाओ भाभी ने कहा है की 2 बजे तक वो उसके भाई के पास रहेगी.
मेने काजल का सुर्ख जोड़ा उतार दिया फिर उसकी नथ भी उतार दी और उसे पूरा नंगा करके चूतडो के नीचे तकिया लगा दिया काजल ने खुद ही टाँगे चौड़ी कर ली मे उसकी योनि देखता ही रह गया आज तो उसकी योनि कुछ ज़्यादा ही खूबसूरत लग रही थी जो थोड़े से रुये थे वो भी उसने हेयर रिमूवर से सॉफ कर रखे थे बिना टाइम बर्बाद किए मेने अपना मुँह उसकी फुली हुई योनि पर टीका दिया और योनि को चूमने और चाटने लगा काजल की उंगलियां मेरे सिर के बालो को सहला रही थी उसकी चूत का लहसुन एकदम खड़ा हो गया जिसे मे मुँह मे लेकर चूसने लगा.
काजल के दोनो हाथ मेरे सिर पर कस गये और ” हाय भैया मे गयी” कहते हुए वो झड़ गयी मेने उसका सारा अमृत रस चाट लिया कुछ देर की शांति के बाद उसने मुझे लेटने को कहा और बेठकर मेरे खड़े लंड को चूमने और चाटने लगी फिर वो सारे लंड को गले मे उतारने की कोशिश करने लगी लेकिन 9 इंच के लंड का आधा भाग ही उसके गले मे समा सका और उसकी साँसे घुटने लगी मे भी उसके भारी नितंभो और चूत को चाट-चाट कर मदहोश हो गया था इसलिये मेरे लंड ने उसके गले मे वीर्य की पिचकारी मारनी शुरू कर दी ज़्यादा होने के कारण कुछ वीर्य उसके होंठो के किनारों से निकलने लगा काजल भी दूसरी बार मेरे मुँह पर झड़ी और मेने उसके कुवांरे खट्टे रस का स्वाद चखा काजल ने वीर्य की एक एक बूँद को चाट कर ही मेरा लंड छोड़ा काजल समझदार थी इसीलिये उसने मुझे पहले ही हल्का कर दिया ताकि संभोग मे उसे ज़्यादा टाइम दे सकूँ हम अभी भी 69 की पोज़िशन मे थे जल्दी ही मेरा लंड ताजे माल को देख कर फिर अकड़ गया.
मेने उसकी गांड के नीचे तकिया लगाया तो उसने तकिये के ऊपर एक कपड़ा बिछाया और टाँगे चौड़ी करके मेरे कंधो पर रख दी और नीचे हाथ ले जा कर लंड तलाश करने लगी लंड को पकड़ कर उसने सुपाडे को चूत के मुँह पर रखा उसकी आँखो मे खुशी की चमक साफ दिखाई दे रही थी मेने पहाड़ी आलू जैसे सूपडे का दबाव चूत पर बढ़ाया पर ये तो कोरा फ्रेश माल था सूपड़ा कैसे अंदर जाता काजल मेरे कान मे फुसफुसा कर बोली भैया साइड मे कोल्ड क्रीम रखी है उसने पूरी तैयारी कर रखी थी मेने कुछ कोल्ड क्रीम उसकी योनि के मुँह पर और कुछ सूपडे पर लगाई और लंड को पुश किया तो योनि के होंठो ने रास्ता देना शुरू कर दिया मेरे लंड का टोपा अंदर ही गया था की वो ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने ओर चीखने लगी मूठी जैसा फूला हुआ सूपड़ा चूत मे फँस चुका था.
मेरे लंड का सूपड़ा योनि मे ढक्कन की तरह फिट हो गया फिर मे रुक गया ओर उसके बूब्स दबाने लगा ओर किस करने लगा ओर वो शांत हो गई फिर मैने धीरे धीरे धक्के लगाना शुरू किया ओर किस करने लगा फिर मेने एक ज़ोर का धक्का लगाया ओर मेरा लंड उसकी सील तोड़ता हुआ 4 इंच अंदर चला गया उउउईई माँ में मरर गई मर जाऊँगी मम्मी मैं मररर गइई भैया प्लीज भैया निकालो इसे फिर मेने निपल्स को बुरी तरह चूसते हुए तुरंत दूसरा शॉट लगाया ये शॉट इतना तेज लगाया की मेरा आधा लंड मेरी छोटी सी मासूम बहन की चूत के पतले होठो को चीरते हुए अंदर चला गया.
काजल की दर्द के मारे जान निकलने लगी और मुँह से जोरदार चीख निकल गई अहहा आहह में मर गई भैयाआ आआअहह भैया में मर गई प्लीज छोड़ दो मुझे उसकी आँखों से आँसू आने लगे उसे बहुत दर्द हो रहा था ओर मेरे लिप्स उसके लिप्स पर होने की वजह से अब उसके मुँह से चीख नही निकली वाह्ह्ह क्या अजीब मज़ा आने लगा काजल की चूत लेसदार पानी से भरी हुई उफ़फ्फ मे बूब्स को चूसते हुये लंड पर ज़ोर बडाने लगा ओर लंड 6 इंच अंदर चला गया। ओर काजल की हल्की सी चीख निकली होई होई ही भाई ये क्या कर रहे हो सारा ना डालो प्लीज मे मर जाऊंगी मेने कहा काजल थोड़ा सा अंदर करने दो काजल अपनी टांगो को भींचने लगी ओर आगे पीछे होने लगा लगता था अब काजल को मज़ा आ रहा है काजल ने टाँगे पूरी खोल दी ओर उसकी चूत से चिप चिप की आवाज़ आ रही थी.
अब काजल भरपूर मज़ा ले रही थी उसकी पायल की छम छम और चूडियों की खन खन मेरे कानो के पास मधुर संगीत पैदा कर रही थी क्योंकि उसकी बाहें मेरे गले मे और टाँगे कंधो पर थी अब काजल ने टांगो को और खोल दिया ओर मेरा लंड पूरा अंदर चला गया था। चूत मे काजल के पानी की चिप चिप ओर कीच कीच की आवाज़ आ रही थी अब मेरा जोश ज्यादा बड़ने लगा ओर मेने भरपूर ज़ोरदार तरीके से एक बूब्स को पकड लिया ओर दूसरे के ऊपर अपने होठ खोल कर रख दिये काजल ने और टांगो को खोल दिया ओर मेने सारा लंड अपनी सग़ी बहन की चूत मे उतार दिया मेरे अंडकोष उसके चूतडो से जा लगे काजल दर्द से कराहने लगी ऊहह ही ओह मर गई मार दिया भाई तूने सग़ी बहन से सुहागरात मना ली ओर मे तेज़ी से आगे पीछे तेज़ी से लंड अंदर बाहर करने लगा काजल मजे वाली आवाज़ से “आआहह आअहह भैया हाअ उईईइ आहह ऊहह ऊहह ऊहह “करने लगी ओर मुझे अपनी बाहों मे ज़ोर से क़स लिया ओर नीचे से खुद धक्के मारने लगी.
अब हम दोनो जी भर के एक दूसरे को चोद रहे थे उफ़फ्फ़ ओर 20 मिनिट के बाद मेरे लंड से लेसदार पानी सग़ी बहन की चूत मे निकलने वाला था की काजल फिर झड़ गयी उफ़फ्फ़ अब ओर ज्यादा कीच कीच पिच पिच चिप चिप की आवाज़ आने लगी ओर मे फिर थोड़ी देर बाद काजल की चूत मे ही झड़ गया ओर बूब्स पर अपना मुँह रख कर लेटा रहा काजल की चूत मेरे वीर्य से पूरी भर गयी थी। वो मेरी कमर पर हाथ फेरने लगी ओर कभी मेरे सर (हेड) मे उंगली फेरने लगी ओर 5 मिनिट के बाद वो बोली आख़िर भाई तुम ने मेरे दिल की तमन्ना पूरी कर ही दी.
कुछ देर तक आराम करने के बाद काजल फिर मेरे लंड को चूसने लगी और बोली की भैया अभी टाइम है जी भर के कर लो आपके लंड ने तो मेरा दिल जीत लिया है मे उठ कर मेरे साले के कमरे मे ख़ुफ़िया खिड़की से झाँका तो देखा की वो मेरी बीवी की यानी अपनी बहन की ताबड़ तोड़ चुदाई कर रहा था और कमरा पच पच की आवाज़ों से गूँज रहा था मे तुरन्त काजल के पास आया और उनका हाल बताया तो वो बोली “भैया आप भी मुझे और चोदो मे भाभी से पूरा बदला लूँगी मुझे ताज़ा माल मिल रहा था मे फिर काजल पर चढ़ गया मेने काजल की जमकर चुदाई की तरुण के लिए मेरी पत्नी ने मेरे बगल वाले कमरे को सज़ा रखा था। चुदाई के बाद जैसे ही मेरी बीवी आई तो बेड पर खून देख कर समझ गयी की काजल की सील टूट चुकी है मेरी बीवी भी टाँगे कुछ चौड़ी करके चल रही थी साले साहब ने उसकी चूत को पूरा फाड़ दिया था लेकिन जैसे मे खुश था वैसे ही मेरी बीवी भी भाई की चुदाई से काफ़ी संतुष्ट नज़र आ रही थी.
दोस्तों अभी तक के लिए इतना ही आगे की कहानी जल्द ही अगले भाग में लिखूंगा।
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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