Tuesday, June 17, 2014

FUN-MAZA-MASTI ससुराल में सुहागरात --4

FUN-MAZA-MASTI

ससुराल में सुहागरात   --4

गतान्क से आगे............………………………………. 
जब फिर उफान पर आ गया तो मैने अपनी साली से कहा “पेट के बल लेट जाओ.” उसने कहा, “क्यूँ जीजू? मैने कहा, “इस बार तेरी गांद मारनी है.” वह सकपका गयी और कहने लगी, “कल मार लेना.” मैने कहा, “आअज सब को मार लेने दो कल पता नही में रहूं कि ना आ रहूं.” यह सुनते ही उसने मेरा मूह बंद कर लिया और कहा, “आप नही रहेंगे तो मैं जीकर क्या करूँगी?” वह पेट के बल लेट गयी. मैने उसकी चूतर के होल पर वसलीन लगाया और अपने लंड पर भी, और धीरे से उसकी नाज़ुक गांद के होल मे डाल दिया. वह दर्द के मारे चिल्लाने लगी और कहने लगी, “निकालिए बहुत दर्द हो रहा है”. मैने कहा, “स्सबर करो दर्द थोड़ी देर मे गायब हो जाएगा.” उसकी गांद फॅट चुकी थी और खून भी बह रहा था. लेकिन मुझपर तो वासना की आग लगी थी. मैने एक और झटका मारा और मेरा पूरा लंड उसकी गांद मे घुस गया .. मैं अपने लंड को आगे पीछे करने लगा. उसका दर्द भी कम होने लगा. फिर हम मस्ती मे खो गये. कुछ देर बाद हम झाड़ गये. मैने लंड को उसकी गांद से निकालने के बाद उसको बाँहो मे लिया और लेट गया . हम दोनो काफ़ी थक गये थे. बहुत देर तक हम जीजा साली एक दूसरे को चूमते-चाटते और बाते करते रहे और कब नींद के आगोश मे चले गये पता ही नही चला. सुबह जब मेरी आँखें खुली मैने देखा साली मेरे नंगे जिस्म से चिपकी हुई है. मैने उसको धीरे से हटा कर सीधा किया, उसकी फूली हुई चूत और सूजी हुई गांद पर नज़र पड़ी, रात भर की चुदाई से दोनो काफ़ी फूल गयी थी. बिस्तर पर खून भी पड़ा था जो साली की चूत और गांद से निकाला था. मैं समझ गया वो शादी के बाद भी वर्जिन ही थी. मेरी साली अब वर्जिन नही रही. नंगे बदन को देखते ही फिर मेरी काम अग्नि बढ़ गयी. धीरे से मैने उसके गुलाबी चूत को अपने होटो से चूमने लगा. चूत पर मेरे मूह का स्पर्श होते ही वह धीरे धीरे नींद से जागने लगी. उसने मुझे चूत को बेतहासा चूमता देख शरम से आँखें बंद कर ली और कहा, “समझ गयी फिर रात का खेल होगा फिर जीजा साली का प्यार होगा. मैं उसे फिर चोदने लगा.इस बात से अंजान की द्वार पर खड़ी मेरी सास ओर बीवी दोनो इस चुदाई को देख रही थी.इस बार मैने करीबन1 घंटे उसकी जबरदस्त चुदाई की तब कही मेरा वीर्य निकल पाया. उसकी चूत ओर गांद दोनो सूज कर लाल हो चुकी थी.ललिता मस्ती से इस चुदाई को देख रही थी.मैं जब झाड़ कर उसके उपर से उठा तो वो बिल्कुल लस्त पड़ी हुई हाँफ रही थी.उसकी उठने की हिम्मत नही हो रही थी. मैं उठ कर बाथरूम चला गया.रूपा अपनी बेटी को समझा रही थी पर वो अब भी डर रही थी.ललिता बे सक डॉली से नाज़ुक थी ओर उमर भी क्या थी? अभी वो कमसिन ही तो थी.जब मैं लौटा बाथरूम से तो वो ललिता की चूंचियों को दबाते हुए उसे चूम रही थी.मैने कहा ये क्या कर रही हो? वो बोली राज तुम्हारे लिए तुम्हारी बीवी को तैयार कर रही हूँ.इसे पहेले ओरल सेक्स का मज़ा दूँगी फिर जब उसका डर निकल जाएगा तब तुम दोनो की सुहागरात करवाउंगी.अभी तुम डॉली को ही.. मैं वापस अंदर आ गया.वो दोनो भी अंदर आकर बैठ गए ओर हम दोनो की चुदाई देखने लगे.ललिता काफ़ी हद तक गरम हो चुकी थी.मैने उन दोनो के सामने बहोत बुरी तरह से डॉली को चोदा.उसकी किल्कारी ओर मस्ती से ललिता का डर दूर होता जा रहा था.वो भी मस्ती मे आकर रूपा की चुन्चिओ को चूसने लगी. रूम मे हम चारों की मस्ती भरी किलकरियाँ गूंजने लगी.ललिता ओर रूपा दोनो झार कर थक चुकी थी ओर अपने कमरे मे चली गई पर मैं अब भी डॉली को चोद रहा था.उसकी हालत बहोत बुरी हो चुकी थी.फिर भी उसमे अजीब सी मस्ती थी.आख़िर हम एक दूसरे से लिपट कर सो गए.दो दिन तक मैं डॉली ओर ऱूपा को ही चोद्ता रहा ओर ललिता हमारी चुदाई देखती रही.पर अब भी वो मेरे हलब्बी लंड को लेने की हिम्मत नही जुटा पा रही थी. अचानक 3सरे दिन मुझे पिताजी ने बुलवा लिया.मुझे कुछ दिनो के लिए दूसरे शहर जाना था ओर वहाँ एक बड़ी कंपनी का एक्सपोर्ट का ऑर्डर मिलने वाला था.पिताजी जा नही सकते थे इस लिए मुझे जाना था.मैं उस दिन ही चला गया ओर जाते हुए मैं ललिता से मिला.वो मुझसे लिपट कर रोने लगी.मैने कहा रानी मैं 15-20 दिन मे ही लौट आउन्गा.तब तक अपने आप को तैयार कर लेना.नही तो तेरे बदले तेरी बहन को ले जाउन्गा समझी.रूपा ने भी कहा दामाद जी मैं हू ना टेन्षन मत रखना.काफ़ी समय है. मैं वान्हा 20 दिन रहा.सारा काम अच्छे से पूरा हो चुका था.इस बीच मैने ललिता से भी बात की ओर रूपा से भी.डॉली को म्सी नही आई थी.उसे शायद मेरा गर्भ रह गया था.उसके पति ने अपना इलाज करवा लिया था ओर जब रूपा को सन्तुस्ति मिली कि वो डॉली को खुस रखेगा तो उसे जाने दिया.जो कि डॉली ने मुझे बताया कि उसे सेक्स मे वो मज़ा नही आता जो के मेरे साथ आया था पर ओर कोई चारा भी नही. मैने उसे आस्वासन दिया मैं हू ना जब मन करे आ जाया करना.ललिता भी अब नही रोकेगी.रूपा ने कहा ललिता मेरा बेसब्री से वेट कर रही है.मैं आने के साथ फ़ौरन अपने ससुराल चला आया.20 दिन से मैं प्यासा था.मुझे देखते ही रूपा मुझ पर टूट पड़ी.ललिता घर पर नही थी.मैने उसे बहोत बुरी तरह से चोदा ओर गांद भी मारी.वो बहोत खुस हो गई. मैने उनके मम्मे चूमते हुए कहा मेरी प्यारी सासू अब तो इनाम देंगी नाआअ. या अब भी इंतेजर करना होगा तुम्हारे इस भक्त को? वो बोली हां मेरे प्यारे जमाई राजा ललिता बस अभी आती ही होगी.वो अपनी सहेली की शादी मे गई हुई है.आज उसे जी भर कर चोद्लेना.इस वजह से तो मैने अभी चुदवा लिया तुमसे.वो कुछ नखरे करेगी.पर मैं सहयता करूँगी.ओर जो भी करना हो कर लेना. मन चाहे वैसे चोदना.उसके रोने धोने की कोई फिकर मत करना.वैसे चुदवाते हुए वो अब ज़्यादा नही रोएगि हां उसकी नाज़ुक गांद मे लंड घुसेगा तब वो ज़रूर चीखेगी चिल्लाएगी.उसकी बातों से मेरा लंड फिर से तन गया ओर रूपा को चोदने के लिए तड़पने लगा पर उसने रोक दिया ओर कहा राजा आज रात तुम्हारी सुहागरात है.इसे मस्त रखना.आख़िर कुँवारी चूत चोदनि है बहोत कसी हुई होगी. मैने कहा ओर सासू गांद भी तो मारनी है ? वो मेरे लंड पर हल्की थप्पी लगाते हुए बोली हां राजाआ उसके लिए भी तो कड़ा लंड चाहिए.खैर तुम जवान ओर ताक़त वर भी हो..तुम्हारा लंड वैसे भी कड़ा ही रहेता है.मार लेना गांद भी लौंडिया की अलत पलट कर जैसे भी.फिर वो कपड़े पहेन कर उपर के कमरे मे जाने लगी.उपर दूसरे माले पर रूम बाँध ही रहेता था.मैने कहा उपर क्यों जेया रही हो? वो बोली लड़की बहोट चीखेगी चिल्लाएगी इस लिए उपर वाला कमरा सही रहेगा.उसने उपर जाकर रूम सज़ा दिया.शाम पड़ने वाली थी.ललिता तभी आ गई.मुझे देखते ही वो शर्मा गई ओर रूपा से लिपट गई.पर उसे अब भी दर लग रहा था.वो उस से लिपट के बोली मम्मी आज थोड़ा सा उपर से ही प्लीज़.वो बोली देखते हैं मैं हूना.उन्होने मुझे उपर के कमरे मे जाने का इशारा किया.कुछ देर बाद वो वाइग्रा ओर गरम दूध ले आई. मुझे देते हुए बोली आज पूरी रात… इसे ले लो.हम अभी आते हैं.करीब 1 घंटे के बाद वो दोनो आ गई.मेरा लंड एक दम टत्टर हो चुका था.मैं लूँगी उतार कर नंगा ही अपने लंड को मसल रहा था.दोनो ने आते ही रूम बंद कर के कपड़े उतार दिए ओर एक दूसरे से लिपट कर चुम्मा चाती करने लगी.जब ललिता की नज़र मेरे लंड पर पड़ी तो वो बोली हाअ मम्मी देखो इनका लंड कितनी ज़ोर से खड़ा है? लगता है आज रात फिर तुम्हारी गांद मारने वाले हैं.रूपा हंस पड़ी कुछ बोली नही.रूपा ओर ललिता काफ़ी देर एक दूसरे की चूत चाटती रही.ललिता की कुँवारी कमसिन चूत देख कर मैं पागल हो रहा था.फिर रूपा हट गई ओर मैं उसकी सकरी कमसिन चूत को चूमने लगा.उसकी चूत चूस्ते हुए मन तो कर रहा था कि अभी लॉडा घुसा कर फाड़ दूं.फिर रूपा बोली जमाई जी अब ललिता को बाहों मे भर कर प्यार करो. मैं भी तो देखूं तुम दोनो की जोड़ी कैसी लग रही है.मैं उसे बाहों मे भर कर चूंचियों को दबाते हुए चूमने लगा.वो शर्मा रही थी पर बड़े प्यार से चुम्मा दे रही थी.वो काफ़ी गरमा चुकी थी ओर मेरे लंड को मुठिया रही थी.रूपा हमारे पास बैठ कर प्रेमलाप देखने लगी.मैने अब देर नही की ओर उठ कर उसकी गांद के नीचे तकिया रख दिया.अब वो थोड़ा घबरा गई ओर बोली ये क्या कर रहे हो?. रूपा ने जब उस से कहा अब उसकी चुदाई होगी तो वो नखरा करने लगी.रूपा बोली चल अब नखरे मत कर.फिर उन्होने प्यार से समझाया तो उसने जंघे फैला दी.मैं उसकी टाँगो के बीच अपना लंड संभाल कर बैठ गया.मैने फिर रूपा को आँख मारी ओर उन्होने उसके दोनो हाथ उसके सिर से उपर कर के कस लिए ओर उसके उपर बैठ गई. . ललिता घबरा कर रोने लगी ओर बोली ये क्या कर रही हो मम्मी छोड़ो मुझे.मैने सूपड़ा उसकी नाज़ुक चूत पर टीकाया ओर दबाना सुरू कर दिया.रूपा बोली थोड़ा दुखेगा बेटी तू ज़्यादा छ्ट पटा नही इस लिए तेरे हाथों को पकड़ा है.तू डरना मत.पहेली बार दर्द होगा पर मज़ा भी आएगा.मैने सूपड़ा फँसते ही मैने कस कर धक्का मार दिया.फॅस से सूपड़ा उसकी नाज़ुक चूत मे घुस गया ओर ललिता दर्द से बिलबिला उठी .वो चीखने वाली ही थी कि रूपा ने अपने हाथ से उसके मुँह को दबोच लिया. उसने मुझे आँख मारी ओर मैं तड़पति हुई ललिता की परवाह ना करते हुए फिर धक्का मारा.ललिता च्चटपटाते हुए बंद मुँह से गोंगियाने लगी.उस कुँवारी मक्खमली चूत ने मेरे लंड को ऐसे पकड़ रखा था जैसे किसी ने कस कर मुट्ठी मे पकड़ा हो.ललिता की आँखों से आँसू निकलने लगे.मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. मैं उस से करीब 1 महीने के बाद सुहागरात मना रहा था ओर उसकी तड़प देख कर ओर भी उत्तेजित हो गया था.मैने उसे ओर तड़पाने के लिए जान बुझ कर कहा रूपा रानी मज़ा आ गया ललिता की चूत तो आज फट जाएगी मेरे मोटे लंड से.पर मैं छोडने वाला नही इसे, चोद चोद कर फुकला कर दूँगा इस नाज़ुक म्यान को.वो ओर भी च्चटपटाते हुए रोने लगी.रूपा बोली अब राज जैसी भी करो तुम्हे ही सारी उमर चोदनी है इसे . मैने भी सोचा ज़्यादा डराना ठीक नही होगा.अभी गांद भी मारनी थी इस लिए तडपा तडपा कर चोदना ठीक नही होगा. इस लिए झुक कर उसकी निपल मुँह मे भर ली ओर चूसने लगा.रूपा भी प्यार से उसकी दूसरी चूंची को मसल्ने लगी.धीरे धीरे ललिता नॉर्मल होने लगी.मेरा लंड अभी 4इंच ही घुसा था उसकी नाज़ुक चूत मे.कुछ देर मे वो बिल्कुल शांत हो गई.मैं अब भी रुका हुवा उसकी चूंची को बारी बारी चूस रहा था.रूपा ने अब हाथ उसके मुँह से हटा लिया तो वो रोते स्वर मे बोली ” मम्मी बहोत दर्द हो रहा है इनसे कहोना बस करें बाद मे .रूपा बोली तुम चोदो राज ये ज़रा ज़्यादा ही नाज़ुक है.देखना अभी किलकरियाँ भरेगी.ललिता के सिर पर हाथ फेरते हुए बोली ललिता बेटी अभी थोड़ा दर्द ओर होगा फिर बहोत मज़ा आएगा.देखा नही था डॉली कैसे चुदवा रही थी उस दिन.अब वो शांत हो चली थी. उसकी चूत भी थोड़ी गीली होने लगी थी.मैने बचा लंड धीरे धीरे करके पेलना सुरू कर दिया.करीब करीब 5इंच लंड चूत मे घुस गया.मैं आधे लंड से ही धीरे धीरे धक्के मारने लगा.उसे मज़ा आने लगा ओर वो सिसकारियाँ भरने लगी.रूपा बोली शाबास मेरी बिटिया अब मज़ा आ रहा हायनाआअ.वो शर्मा कर आँसू भरी नज़रों से मेरी ओर देखने लगी.वो मुझे आँख मारते हुए बोली राज तुम अपना काम पूरा करो मैं अपनी चूत की सेवा इस से करवाती हूँ.रूपा उठ कर मेरी ओर पीठ करके ललिता के मुँह पर अपनी चूत जमाकर बैठ गई ओर उसके मुँह पर चूत रगड़ने लगी.मैने धीरे धीरे पेल्ना सुरू कर ही दिया था.मेरा लंड बड़ी मुस्किल से अंदर बाहर हो रहा था.मैने उसकी क्लिट को पेलते हुए रगड़ना सुरू किया.उसकी चूत कुछ देर मे ही पसीज गई.फिर मैने रूपा की दोनो चूंचियों को कस लिया ओर ज़ोर से दबाया. वो समझ गई अब मैं पूरा लंड घुसा दूँगा.उसने अपने चूतड़ को उसके मुँह पर कस लिया ओर मैने करारा धक्का मार दिया.एक कट की आवाज़ के साथ मेरा पूरा लॉडा उसकी कमसिन चूत को फाड़ता हुवा जड़ तक पहुँच गया.वो हाथ पैर पचछाड़ते हुए तड़पने लगी.पर उसके मुँह पर तो रूपा की चूत का ताला पड़ा था.वो तड़पति रही ओर मैं ज़ोर ज़ोर से चोद्ता रहा.उसकी चूत अब झड़ने लगी तो मैने कहा सासू अब मुझसे रहा नही जाता तुम हट जाओ मैं ज़ोर ज़ोर से चोदना चाहता हूँ. वो हट गई ओर ललिता चीखने लगी ओह्ह्ह्ह मर जाउन्गि हटाओ इसे.मैं उस से लिपट गया ओर चूमते हुए ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा.उसकी साँसे ज़ोर ज़ोर से चलने लगी.मैने ललिता की जीभ मुँह मे ले ली ओर कस कस कर चोदने लगा.आख़िर उसे कस कर मैने करारा धक्का मारा ओर अपना सारा वीर्य चूत मे उंड़ेल दिया.साथ साथ वो भी झरने लगी.उसकी चूत इतनी टाइट थी कि मेरा लंड झरने के बाद भी कसा हुवा था. चूत लॅप लापाने लगी थी.मुझे झरने मे भी बड़ा मज़ा आया.पूरा झरने के बाद मैने उसे प्यार से चूमा ओर उठ कर लंड खींच लिया.उसके साथ ही जैसे चूत से वीर्य ओर खून की पिचकारी निकली हो.सारा बेड खून से लाल हो गया.रूपा ने मेरे लंड को पहेले सॉफ किया फिर उठ कर ब्रांडी की बॉटल ले आई ओर उसे चूत पर डालते हुए सॉफ करने लगी. फिर उसकी चूत सहेलाते हुए बोली क्यों मज़ा आया कि नही.

क्रमशः……………………….











हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | उत्तेजक | कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना मराठी जोक्स | कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी कहानियाँ | मराठी | .blogspot.com | जोक्स | चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी कहानी | पेलता | कहानियाँ | सच | स्टोरी | bhikaran ki | sexi haveli | haveli ka such | हवेली का सच | मराठी स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | की कहानियाँ | मराठी कथा | बकरी की | kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | kutiya | आँटी की | एक कहानी | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | | pehli bar merane ke khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | मारो | मराठी रसभरी कथा | | ढीली पड़ गयी | चुची | स्टोरीज | गंदी कहानी | शायरी | lagwana hai | payal ne apni | haweli | ritu ki hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | www. भिगा बदन | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कामरस कहानी | मराठी | मादक | कथा | नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | bua | bahan | maa | bhabhi ki chachi ki | mami ki | bahan ki | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi, nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories, hindi stories,urdu stories,bhabi,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi maa ,desi bhabhi,desi ,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story, kahaniyan,aunty ,bahan ,behan ,bhabhi ko,hindi story sali ,urdu , ladki, हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी , kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी , ,raj-sharma-stories कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन , ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी , ,जीजू , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की कहानियाँ , मराठी स्टोरीज , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator